< ନିହିମୀୟା 9 >
1 ସେହି ମାସର ଚବିଶତମ ଦିନରେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣ ଏକତ୍ରିତ ହୋଇ ଉପବାସ କରି, ଅଖା ପିନ୍ଧି ଓ ଆପଣା ଆପଣା ମସ୍ତକ ଉପରେ ମାଟି ଦେଲେ।
१आता त्याच महिन्याच्या चोविसाव्या दिवशी सर्व इस्राएल लोक उपवासासाठी गोणपाट घालून व डोक्यांत धूळ घालून एकत्र जमले.
2 ଆଉ, ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶ ବିଦେଶୀୟ ସମସ୍ତଙ୍କଠାରୁ ଆପଣାମାନଙ୍କୁ ପୃଥକ କଲେ, ପୁଣି ଠିଆ ହୋଇ ଆପଣା ଆପଣା ପାପ ଓ ଆପଣା ଆପଣା ପୂର୍ବପୁରୁଷଗଣଙ୍କ ଅପରାଧ ସ୍ୱୀକାର କଲେ।
२इस्राएली वंशजांनी स्वतःला परकीयांपासून वेगळे केले. ते उभे राहिले आणि त्यांनी आपल्या स्वतःच्या पापांची आणि आपल्या पूर्वजांच्या वाईट कृत्यांची कबुली दिली.
3 ପୁଣି, ସେମାନେ ସ୍ୱ ସ୍ୱ ସ୍ଥାନରେ ଠିଆ ହୋଇ ଦିନର ଚତୁର୍ଥାଂଶ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆପଣାମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ବ୍ୟବସ୍ଥା-ପୁସ୍ତକରୁ ପାଠ କଲେ ଓ ଅନ୍ୟ ଚତୁର୍ଥାଂଶ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ସେମାନେ ପାପ ସ୍ୱୀକାର କରି ସଦାପ୍ରଭୁ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କୁ ପ୍ରଣାମ କଲେ।
३ते आपल्या जागेवर उभे राहिले आणि आपला देव परमेश्वर याच्या नियमशास्त्राचे पुस्तक वाचत राहिले. पुढे आणखी सहा तास त्यांनी आपल्या पातकांची कबुली दिली आणि आपला देव परमेश्वरापुढे नमन केले.
4 ଆଉ, ଲେବୀୟମାନେ, ଯେଶୂୟ ଓ ବାନି, କଦ୍ମୀୟେଲ, ଶବନୀୟ, ବୁନ୍ନି, ଶେରେବୀୟ, ବାନି ଓ କନାନି ପାବଚ୍ଛରେ ଠିଆ ହୋଇ ସଦାପ୍ରଭୁ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କୁ ଉଚ୍ଚସ୍ୱରରେ ଡାକିଲେ।
४मग लेवी असलेले येशूवा, बानी, कदमीएल, शबन्या, बुन्नी, शेरेब्या बानी, आणि कनानी जिन्यावर उभे राहिले आणि त्यांनी खूप मोठयाने परमेश्वर देवाचा धावा केला.
5 ଯେଶୂୟ ଓ କଦ୍ମୀୟେଲ, ବାନି, ହଶବନୀୟ, ଶେରେବୀୟ, ହୋଦୀୟ, ଶବନୀୟ ଓ ପଥାହୀୟ, ଓ ଲେବୀୟମାନେ କହିଲେ, “ଉଠ, ଅନାଦିକାଳରୁ ଅନନ୍ତକାଳସ୍ଥାୟୀ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କର ଧନ୍ୟବାଦ କର; ପୁଣି, ସକଳ ଧନ୍ୟବାଦ ଓ ପ୍ରଶଂସାରୁ ଉନ୍ନତ ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତାପାନ୍ୱିତ ନାମ ଧନ୍ୟ ହେଉ।
५मग येशूवा, बानी, कदमीएल, बानी, हशबन्या, शेरेब्या, होदीया, शबन्या आणि पथह्या हे लेवी म्हणाले, “उभे राहा आणि आपला परमेश्वर देव याचे स्तवन सदासर्वकाळ करा. लोक तुझ्या वैभवशाली नावाचे स्तवन करोत आणि तुझे नाम स्तुती आणि आशीर्वाद यांच्या पलीकडे उंचावले जावो.
6 କେବଳ ତୁମ୍ଭେ ହିଁ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟ; ତୁମ୍ଭେ ସ୍ୱର୍ଗ, ସ୍ୱର୍ଗର ସ୍ୱର୍ଗ ଓ ତହିଁର ସମଗ୍ର ବାହିନୀ, ପୃଥିବୀ ଓ ତନ୍ମଧ୍ୟସ୍ଥ ସମସ୍ତ ବସ୍ତୁ, ସମୁଦ୍ର ଓ ତନ୍ମଧ୍ୟସ୍ଥସକଳ ବସ୍ତୁ ନିର୍ମାଣ କରିଅଛ ଓ ତୁମ୍ଭେ ସେସବୁର ସ୍ଥିତି କରୁଅଛ ଓ ସ୍ୱର୍ଗୀୟ-ବାହିନୀ ତୁମ୍ଭକୁ ପ୍ରଣାମ କରନ୍ତି।
६तू परमेश्वर आहे. तूच एक आहेस. तू आकाश, अत्युच्च आकाश, त्याबरोबर सर्व देवदूत लढाईसाठी त्यांची रचना करून निर्माण केलेस आणि ही पृथ्वी आणि तिच्यातील सर्वकाही आणि समुद्र आणि त्यातले सर्व काही तू केले. तू त्या सर्वांना जीवन देतोस आणि स्वर्गातील देवदूतांची सेना तुझी उपासना करते.
7 ତୁମ୍ଭେ ହିଁ ସଦାପ୍ରଭୁ ପରମେଶ୍ୱର ଅଟ, ତୁମ୍ଭେ ଅବ୍ରାମଙ୍କୁ ମନୋନୀତ କଲ ଓ କଲ୍ଦୀୟମାନଙ୍କ ଊର ଦେଶରୁ ତାହାକୁ ବାହାର କରି ଆଣି ଅବ୍ରହାମ ନାମ ଦେଲ;
७हे परमेश्वरा, तूच देव आहेस. ज्याने अब्रामाची निवड केली आणि बाबेलमधील (खास्द्यांच्या) ऊर नगरातून तू बाहेर काढून त्यास अब्राहाम असे नाव दिले.
8 ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ସାକ୍ଷାତରେ ତାହାର ଅନ୍ତଃକରଣ ବିଶ୍ୱସ୍ତ ଦେଖିଲ, ପୁଣି କିଣାନୀୟ, ହିତ୍ତୀୟ, ଇମୋରୀୟ ଓ ପରିଷୀୟ ଓ ଯିବୂଷୀୟ ଓ ଗିର୍ଗାଶୀୟ ଲୋକମାନଙ୍କ ଦେଶ ଦେବାକୁ, ଅର୍ଥାତ୍, ତାହାର ବଂଶକୁ ଦେବା ପାଇଁ ତାହା ସଙ୍ଗେ ନିୟମ କଲ, ପୁଣି ଆପଣା ବାକ୍ୟ ସଫଳ କରିଅଛ; କାରଣ ତୁମ୍ଭେ ଧର୍ମମୟ।
८तो तुझ्याशी निष्ठावान आहे असे पाहून त्याच्याशी तू करार केलास की, कनानी, हित्ती, अमोरी, परिज्जी, यबूसी आणि गिर्गाशी यांचा देश त्याच्या वंशजांना द्यायचे वचन दिलेस. आणि तू ते पाळलेस. कारण, तू न्यायी आहेस.
9 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ତୁମ୍ଭେ ମିସର ଦେଶରେ ଆମ୍ଭ ପୂର୍ବପୁରୁଷଗଣର କ୍ଳେଶ ଦେଖିଲ ଓ ସୂଫ ସାଗର ନିକଟରେ ସେମାନଙ୍କର କ୍ରନ୍ଦନ ଶୁଣିଲ;
९मिसरमधील आमच्या पूर्वजांच्या यातना तू पाहिल्यास. आणि त्यांनी तांबड्या समुद्राजवळ केलेला धावा तू ऐकलास.
10 ପୁଣି, ଫାରୋ ଓ ତାହାର ସମସ୍ତ ଦାସ ଓ ତାହାର ଦେଶସ୍ଥ ସମୁଦାୟ ଲୋକଙ୍କ ପ୍ରତି ନାନା ଚିହ୍ନ ଓ ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟକର୍ମ ପ୍ରକାଶ କଲ; କାରଣ ମିସରୀୟମାନେ ସେମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଗର୍ବାଚରଣ କରିବାର ତୁମ୍ଭେ ଜାଣିଲ; ଏଣୁ ତୁମ୍ଭେ ଆଜି ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଆପଣା ନାମ ପ୍ରସିଦ୍ଧ କରିଅଛ।
१०फारोला तू चमत्कार दाखवलेस. त्याचे अधिकारी आणि त्याची प्रजा यांच्यासाठी आश्चर्यकारक कृत्ये केलीस. कारण तुला माहित होते की, मिसर देशातील लोक त्यांच्याशी गर्वाने वागत होते. पण तू आपल्या नावासाठी केले ते आजवर आहे.
11 ପୁଣି, ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ସାକ୍ଷାତରେ ସମୁଦ୍ରକୁ ବିଭାଗ କଲ, ତହୁଁ ସେମାନେ ଶୁଷ୍କ ଭୂମି ଦେଇ ଯିବା ପରି ସମୁଦ୍ର ମଧ୍ୟରେ ଗମନ କଲେ; ମାତ୍ର ଗଭୀର ଜଳରେ ପ୍ରସ୍ତର ତୁଲ୍ୟ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ପଛେ ଗୋଡ଼ାଇବା ଲୋକମାନଙ୍କୁ ଅଗାଧ ସମୁଦ୍ରରେ ନିକ୍ଷେପ କଲ।
११त्यांच्या डोळयांदेखत तू तांबडा समुद्र दुभागून दाखवलास. आणि ते समुद्रामधून कोरड्या जमिनीवरुन चालत गेले आणि त्यांचा पाठलाग करणाऱ्यांना खोल समुद्रात फेकून दिलेस जसा एखादा दगड खोल पाण्यात बुडावा.
12 ଆହୁରି, ତୁମ୍ଭେ ଦିବସରେ ମେଘସ୍ତମ୍ଭ ଦ୍ୱାରା ଓ ରାତ୍ରିରେ ସେମାନଙ୍କ ଗନ୍ତବ୍ୟ ପଥରେ ଦୀପ୍ତି ଦେବା ନିମନ୍ତେ ଅଗ୍ନିସ୍ତମ୍ଭ ଦ୍ୱାରା ସେମାନଙ୍କୁ ଗମନ କରାଇଲ।
१२दिवसा तू त्यांना मेघस्तंभाने मार्गदर्शन केलेस आणि रात्री अग्नीस्तंभाने त्यांच्या वाटेवर प्रकाश दिला अशासाठी की त्याप्रकाशात ते चालू शकतील.
13 ମଧ୍ୟ ତୁମ୍ଭେ ସୀନୟ ପର୍ବତକୁ ଓହ୍ଲାଇ ଆସି ସ୍ୱର୍ଗରୁ ସେମାନଙ୍କ ସଙ୍ଗେ କଥାବାର୍ତ୍ତା କଲ ଓ ସେମାନଙ୍କୁ ଯଥାର୍ଥ ଶାସନ ଓ ସତ୍ୟ ବ୍ୟବସ୍ଥା, ଉତ୍ତମ ବିଧି ଓ ଆଜ୍ଞା ପ୍ରଦାନ କଲ;
१३मग तू सीनाय पर्वतावर उतरलास आणि त्यांच्याशी आकाशातून बोललास आणि तू त्यांना योग्य निर्णय, खरी शिकवण, चांगले नियम आणि आज्ञा दिल्यास.
14 ଆଉ, ସେମାନଙ୍କୁ ଆପଣାର ପବିତ୍ର ବିଶ୍ରାମ ଦିନ ଜ୍ଞାତ କରାଇଲ ଓ ଆପଣା ଦାସ ମୋଶାଙ୍କ ହସ୍ତରେ ସେମାନଙ୍କୁ ଆଜ୍ଞା ଓ ବିଧି ଓ ବ୍ୟବସ୍ଥା ଆଦେଶ କଲ;
१४तुझ्या पवित्र शब्बाथाचा त्यांना परिचय करून दिलास आणि तुझा सेवक मोशे याच्या हस्ते तू त्यांना आज्ञा, नियम आणि धर्मशास्त्र दिलेस.
15 ପୁଣି, ସେମାନଙ୍କ କ୍ଷୁଧା ନିବାରଣାର୍ଥେ ସେମାନଙ୍କୁ ସ୍ୱର୍ଗରୁ ଭକ୍ଷ୍ୟ ଦେଲ ଓ ସେମାନଙ୍କ ତୃଷା ନିବାରଣାର୍ଥେ ଶୈଳରୁ ଜଳ ନିର୍ଗତ କଲେ, ଆଉ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ଯେଉଁ ଦେଶ ଦେବା ପାଇଁ ହସ୍ତ ଉଠାଇ ଥିଲ, ସେହି ଦେଶ ଅଧିକାରାର୍ଥେ ତହିଁ ମଧ୍ୟରେ ପ୍ରବେଶ କରିବାକୁ ଆଜ୍ଞା କଲେ।
१५ते भुकेले होते म्हणून तू त्यांना आकाशातून अन्न दिलेस. ते तहानलेले होते, म्हणून त्यांना खडकातून पाणी दिलेस. आणि तू त्यांना म्हणालास की, मी शपथपूर्वक तुम्हास दिलेल्या वचनदत्त जमिनीचा ताबा घ्या.
16 ମାତ୍ର ସେମାନେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପୂର୍ବପୁରୁଷମାନେ ଗର୍ବାଚରଣ କଲେ ଓ ଆପଣା ଆପଣାକୁ କଠିନ କଲେ ଓ ତୁମ୍ଭ ଆଜ୍ଞାରେ କର୍ଣ୍ଣପାତ କଲେ ନାହିଁ,
१६पण ते आणि आमचे पूर्वज उन्मत्त होऊन ताठ मानेचे बनले आणि त्यांनी तुझ्या आज्ञा ऐकण्याचे नाकारले.
17 ଆଉ ସେମାନେ ପାଳିବାକୁ ଅସମ୍ମତ ହେଲେ, କିଅବା ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ଯେଉଁ ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟକର୍ମ କରିଥିଲ, ତାହା ସ୍ମରଣରେ ରଖିଲେ ନାହିଁ; ମାତ୍ର ଆପଣା ଆପଣା ମନ କଠିନ କଲେ ଓ ଦାସତ୍ୱାବସ୍ଥାକୁ ଫେରିଯିବା ନିମନ୍ତେ ବିଦ୍ରୋହ ଭାବରେ ଜଣକୁ ପ୍ରଧାନ କରି ନିଯୁକ୍ତ କଲେ; ତଥାପି ତୁମ୍ଭେ କ୍ଷମା କରିବାକୁ ଉଦ୍ୟତ, କୃପାମୟ ଓ ସ୍ନେହଶୀଳ, କ୍ରୋଧରେ ଧୀର ଓ ଦୟାରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ପରମେଶ୍ୱର ଅଟ, ଏଣୁ ସେମାନଙ୍କୁ ପରିତ୍ୟାଗ କଲ ନାହିଁ।
१७त्यांनी ऐकण्याचे नाकारले व तू जी आश्चर्यकारक कृत्ये त्यांच्यामध्ये केलीस त्याचा विचार त्यांनी केला नाही परंतु ते हट्टी झाले. आणि त्यांच्या बंडखोरपणामुळे त्यांनी पुन्हा गुलामगिरी पत्करण्यास एक पुढारी नेमला. पण तू क्षमाशील, दयाळू, कृपाळू, सहनशील, प्रेमळ व मंदक्रोध असा देव आहेस म्हणून तू त्यांना सोडले नाहीस.
18 ହଁ, ଏପରିକି ସେମାନେ ଛାଞ୍ଚରେ ଢଳା ଏକ ଗୋବତ୍ସ ନିର୍ମାଣ କରି କହିଲେ, ‘ଯେଉଁ ଦେବତା ତୁମ୍ଭକୁ ମିସର ଦେଶରୁ ବାହାର କରି ଆଣିଲେ, ସେ ଏହି,’ ଏହା କହି ପ୍ରଭୁଙ୍କୁ ମହା ଅପମାନ କଲେ;
१८त्यांनी ओतीव धातुपासून वासरांची मूर्ती केली आणि आम्हास मिसर देशातून सोडवणारा हाच देव असे ते म्हणाले आणि त्यांनी खूप निंदा केली तरी तू त्यांचा त्याग केला नाहीस.
19 ସେତେବେଳେ ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ବହୁବିଧ ଦୟାରେ ସେମାନଙ୍କୁ ପ୍ରାନ୍ତରରେ ପରିତ୍ୟାଗ କଲ ନାହିଁ; ପଥ କଢ଼ାଇବା ନିମନ୍ତେ ଦିବସରେ ମେଘସ୍ତମ୍ଭ, କିଅବା ସେମାନଙ୍କୁ ଆଲୁଅ ଓ ଗନ୍ତବ୍ୟ ପଥ ଦେଖାଇବା ନିମନ୍ତେ ରାତ୍ରିରେ ଅଗ୍ନିସ୍ତମ୍ଭ ସେମାନଙ୍କ ଆଗରୁ ପ୍ରସ୍ଥାନ କଲା ନାହିଁ।
१९तू कृपावंत आहेस. म्हणूनच तू त्यांना वाळवंटात सोडून दिले नाहीस. दिवसा तू त्यांच्यावरुन मेघस्तंभ काढून घेतला नाहीस. तू त्यांना मार्ग दाखवत राहिलास. रात्रीही तू त्यांच्यावरचा अग्नीस्तंभ काढून टाकला नाहीस त्यांच्या पुढचा मार्ग उजळत तू त्यांना वाट दाखवीत राहिलास.
20 ଆହୁରି, ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ଶିକ୍ଷା ଦେବା ପାଇଁ ଆପଣାର ମଙ୍ଗଳମୟ ଆତ୍ମା ପ୍ରଦାନ କଲ ଓ ସେମାନଙ୍କ ମୁଖରୁ ଆପଣା ମାନ୍ନା ଅଟକାଇଲ ନାହିଁ ଓ ସେମାନଙ୍କ ତୃଷା ନିବାରଣାର୍ଥେ ସେମାନଙ୍କୁ ଜଳ ଦେଲ।
२०त्यांना शहाणपण येण्यासाठी तू त्यांना आपला सदात्मा दिलास; त्यांच्या तोंडचा मान्ना तू काढून घेतला नाहीस, त्यांना तहान लागली असता पाणी दिलेस.
21 ତୁମ୍ଭେ ଚାଳିଶ ବର୍ଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ପ୍ରାନ୍ତରରେ ସେମାନଙ୍କୁ ପ୍ରତିପାଳନ କଲ, ସେମାନଙ୍କର କିଛି ଅଭାବ ହେଲା ନାହିଁ; ସେମାନଙ୍କ ବସ୍ତ୍ର ଜୀର୍ଣ୍ଣ ହେଲା ନାହିଁ ଓ ସେମାନଙ୍କ ପାଦ ଫୁଲିଲା ନାହିଁ।
२१चाळीस वर्षे तू त्यांचे वाळवंटात पालनपोषण केलेस आणि त्यांना कशाचीही उणीव भासली नाही. त्यांचे कपडे जीर्ण झाले नाहीत त्यांच्या पावलांना सूज आली नाही.
22 ଆହୁରି, ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ନାନା ରାଜ୍ୟ ଓ ଗୋଷ୍ଠୀ ଦେଲ ଓ ତାହା ସେମାନଙ୍କ ବାଣ୍ଟ ଅନୁସାରେ ନିରୂପଣ କଲ; ତହୁଁ ସେମାନେ ସୀହୋନ ଦେଶ, ଅର୍ଥାତ୍, ହିଷ୍ବୋନ ରାଜାର ଦେଶ ଓ ବାଶନର ଓଗ୍ ରାଜାର ଦେଶ ଅଧିକାର କଲେ।
२२त्यांना तू राज्ये आणि लोक दिलेस. फार लोकवस्ती नसलेली लांबलांबची ठिकाणे दिलीस. हेशबोनचा राजा सीहोन व बाशानाचा राजा ओग या दोघांच्या देशाचे वतन त्यांना ताब्यात मिळाले.
23 ଆହୁରି, ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ସନ୍ତାନଗଣକୁ ଆକାଶର ନକ୍ଷତ୍ରଗଣ ତୁଲ୍ୟ ବହୁସଂଖ୍ୟକ କଲ ଓ ଯେଉଁ ଦେଶ ସେମାନେ ଅଧିକାର କରିବାକୁ ଯିବେ ବୋଲି ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ପିତୃଗଣକୁ କହିଥିଲ, ସେହି ଦେଶକୁ ସେମାନଙ୍କୁ ଆଣିଲ।
२३त्यांच्या वंशजांची संख्या तू आकाशातील तारकाप्रमाणे विपुल केलीस आणि त्यांना त्या प्रदेशात आणले. तू सांगितल्यावर त्यांच्या पूर्वजांनी तो प्रदेश ताब्यात घेतला.
24 ଏହିରୂପେ ସେହି ସନ୍ତାନଗଣ ଦେଶରେ ପ୍ରବେଶ କରି ଅଧିକାର କଲେ, ଆଉ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ସେହି ଦେଶବାସୀ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କୁ ପରାସ୍ତ କଲ ଓ ସେମାନେ ଯେପରି ଆପଣା ଇଚ୍ଛାମତ ବ୍ୟବହାର କରିବେ, ଏଥିପାଇଁ ସେମାନଙ୍କୁ ଓ ସେମାନଙ୍କ ରାଜାଗଣକୁ ଓ ଦେଶସ୍ଥ ନାନା ଗୋଷ୍ଠୀକୁ ସେମାନଙ୍କ ହସ୍ତରେ ସମର୍ପଣ କଲ।
२४या वंशजांनी त्या देशात जाऊन त्याचा ताबा घेतला. तेथे राहणाऱ्या कनान्यांचा त्यांनी पराभव केला आणि तूच हा पराभव करवलास. हे देश, तिथले लोक आणि राजे यांना त्यांच्या हातात देऊन मन मानेल तसे वागू दिलेस.
25 ତହିଁରେ ସେମାନେ ପ୍ରାଚୀର-ବେଷ୍ଟିତ ନଗରସକଳ ଓ ଉର୍ବରା ଭୂମି ନେଲେ, ସର୍ବପ୍ରକାର ଉତ୍ତମ ଦ୍ରବ୍ୟରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ଗୃହ, ଖୋଦିତ କୂପ, ଦ୍ରାକ୍ଷାକ୍ଷେତ୍ର ଓ ଜୀତକ୍ଷେତ୍ର ଓ ପ୍ରଚୁର ଫଳବୃକ୍ଷ ଅଧିକାର କଲେ; ତହୁଁ ସେମାନେ ଭୋଜନ କରି ତୃପ୍ତ ଓ ପୁଷ୍ଟ ହେଲେ ଓ ତୁମ୍ଭର ମହାମଙ୍ଗଳଦାନରେ ଆନନ୍ଦ କଲେ।
२५त्यांनी मजबूत नगरांचा कब्जा घेतला आणि सुपीक प्रदेश मिळवला, उत्तम वस्तूनी भरलेली घरे त्यांनी ताब्यात घेतली, खोदलेल्या विहिरी त्यांना मिळाल्या. द्राक्षमळे, जैतूनाची झाडे आणि पुष्कळशी फळझाडे यांचा त्यांनी ताबा घेतला, खाऊन पिऊन ते तृप्त झाले, पुष्ट झाले. तुझ्या महान चांगुलपणामुळे ते आनंदीत झाले.
26 ତଥାପି ସେମାନେ ଅନାଜ୍ଞାବହ ହେଲେ ଓ ତୁମ୍ଭ ବିରୁଦ୍ଧରେ ବିଦ୍ରୋହାଚରଣ କଲେ ଓ ତୁମ୍ଭ ବ୍ୟବସ୍ଥା ଆପଣା ପଛକୁ ପକାଇଲେ, ଆଉ ତୁମ୍ଭର ଯେଉଁ ଭବିଷ୍ୟଦ୍ବକ୍ତାମାନେ ସେମାନଙ୍କୁ ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତି ପୁନର୍ବାର ଫେରାଇବା ପାଇଁ ସେମାନଙ୍କୁ ଚେତାବନୀ ଦେଲେ, ତେଣୁ ସେମାନଙ୍କୁ ବଧ କଲେ ଓ ଅପମାନଜନକ କାର୍ଯ୍ୟ କଲେ।
२६आणि मग त्यांनी आज्ञाभंग करून तुझ्याविरुध्द बंड केले. तुझ्या शिकवणीचा त्यांनी त्याग केला, ज्या संदेष्ट्यांनी तुझ्याकडे परत वळण्यासाठी सांगितले त्यांचा त्यांनी वध केला आणि त्यांनी तुझ्याविरूद्ध भयंकर दुराचरण केले.
27 ଏହେତୁ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ବିପକ୍ଷଗଣ ହସ୍ତରେ ସମର୍ପଣ କରନ୍ତେ, ସେମାନେ ସେମାନଙ୍କୁ କ୍ଳେଶ ଦେଲେ; ମାତ୍ର କ୍ଳେଶ ସମୟରେ ସେମାନେ ତୁମ୍ଭ ନିକଟରେ କ୍ରନ୍ଦନ କରନ୍ତେ, ତୁମ୍ଭେ ସ୍ୱର୍ଗରୁ ତାହା ଶୁଣିଲ; ଆଉ, ଆପଣାର ବହୁବିଧ ଦୟାନୁସାରେ ସେମାନଙ୍କୁ ସେମାନଙ୍କ ବିପକ୍ଷଗଣ ହସ୍ତରୁ ସେମାନଙ୍କୁ ଉଦ୍ଧାର କଲେ।
२७म्हणून तू त्यांना शत्रूच्या ताब्यात दिलेस. शत्रूने त्यांना फार हैराण केले. अडचणीत सापडल्यावर आमच्या पूर्वजांनी मदतीसाठी तुझा धावा केला आणि स्वर्गातून तू त्यांचा धावा ऐकलास. तू फार कनवाळू आहेस. म्हणून त्यांची शत्रूपासून सुटका केलीस.
28 ମାତ୍ର ସେମାନେ ବିଶ୍ରାମ ପାଇଲା ଉତ୍ତାରେ ପୁନର୍ବାର ତୁମ୍ଭ ଦୃଷ୍ଟିରେ କୁକର୍ମ କଲେ; ଏହେତୁ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ଶତ୍ରୁଗଣ ହସ୍ତରେ ସମର୍ପଣ କଲ, ସେମାନେ ସେମାନଙ୍କ ଉପରେ କର୍ତ୍ତୃତ୍ୱ କଲେ, ତଥାପି ଯେତେବେଳେ ସେମାନେ ଫେରି ତୁମ୍ଭ ନିକଟରେ କ୍ରନ୍ଦନ କଲେ, ସେତେବେଳେ ତୁମ୍ଭେ ସ୍ୱର୍ଗରୁ ତାହା ଶୁଣିଲ; ଆଉ, ଅନେକ ଥର ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଦୟାନୁସାରେ ସେମାନଙ୍କୁ ଉଦ୍ଧାର କଲ।
२८मग निवांतपणा लाभल्यावर आमच्या पूर्वजांनी पुन्हा ती दुष्कृत्ये करायला सुरुवात केली. तेव्हा तू शत्रूकडून त्यांचा पाडाव करवलास आणि शासन करवलेस. त्यांनी मदतीसाठी तुझा धावा केला. तो तू स्वर्गातून ऐकलास आणि तुझ्या दयेस्तव अनेकदा त्यांना सोडवलेस.
29 ପୁଣି, ସେମାନଙ୍କୁ ପୁନର୍ବାର ଆପଣା ବ୍ୟବସ୍ଥାରୂପ ମାର୍ଗକୁ ଆଣିବା ନିମନ୍ତେ ସେମାନଙ୍କ ଚେତାବନୀ ଦେଲ; ତଥାପି ସେମାନେ ଗର୍ବାଚରଣ କଲେ ଓ ତୁମ୍ଭ ଆଜ୍ଞାରେ କର୍ଣ୍ଣପାତ କଲେ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ଯାହା ପାଳନ କଲେ ମନୁଷ୍ୟ ବଞ୍ଚିବ, ତୁମ୍ଭର ସେହି ଶାସନ ବିରୁଦ୍ଧରେ ପାପ କଲେ, ପୁଣି ମନଯୋଗ କଲେ ନାହିଁ ଓ ଆପଣା ଆପଣା ମନ କଠିନ କଲେ ଓ ଶୁଣିବାକୁ ଅସମ୍ମତ ହେଲେ।
२९त्यांनी पुन्हा तुझ्या नियमाकडे वळावे म्हणून तू त्यास बजावलेस. तरी हट्टीपणाने वागून त्यांनी तुझ्या आज्ञा ऐकण्याचे नाकारले. जो कोणी तुझ्या आज्ञा पाळतो तो जिवंत राहतो. पण त्यांनी तुझ्याविरुध्द पाप केले. त्यांनी आज्ञापालन केले नाही, परंतु त्यांनी लक्ष दिले नाही व त्यांनी त्या ऐकण्याचेहि नाकारले.
30 ତଥାପି ବହୁ ବର୍ଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ସହ୍ୟ କଲ ଓ ଆପଣା ଆତ୍ମା ଦ୍ୱାରା ଆପଣା ଭବିଷ୍ୟଦ୍ବକ୍ତାଗଣ ଦେଇ ସେମାନଙ୍କୁ ଚେତାବନୀ ଦେଲ; ମାତ୍ର ସେମାନେ କର୍ଣ୍ଣପାତ କରିବାକୁ ସମ୍ମତ ହେଲେ ନାହିଁ; ଏହେତୁ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ଅନ୍ୟ ଦେଶୀୟ ଗୋଷ୍ଠୀୟମାନଙ୍କ ହସ୍ତରେ ସମର୍ପଣ କଲ।
३०अनेक वर्षे तू त्यांची गय केली. आपल्या आत्म्याने संदेष्ट्याद्वारे तू त्यांना बजावलेस. पण त्यांनी ऐकले नाही. तेव्हा त्यांना तू शेजारील देशातल्या लोकांच्या हवाली केलेस.
31 ତଥାପି ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ବହୁବିଧ ଦୟାରେ ସେମାନଙ୍କୁ ନିଃଶେଷ କଲ ନାହିଁ, ଅବା ସେମାନଙ୍କୁ ପରିତ୍ୟାଗ କଲ ନାହିଁ; କାରଣ ତୁମ୍ଭେ କୃପାମୟ ଓ ଦୟାଳୁ ପରମେଶ୍ୱର ଅଟ।
३१पण तू दयाळू आहेस म्हणून तू त्यांचा समूळ संहार केला नाहीस, त्यांचा तू त्याग केला नाहीस कारण देवा, तू कृपाळू आणि दयाळू आहेस.
32 ଏହେତୁ ହେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର, ମହାନ, ପରାକ୍ରାନ୍ତ ଓ ଭୟଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର, ତୁମ୍ଭେ ନିୟମ ଓ ଦୟା ପାଳନ କରିଥାଅ, ଅଶୂରୀୟ ରାଜାଗଣର ସମୟଠାରୁ ଆଜି ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଉପରେ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ରାଜାଗଣ ଉପରେ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଅଧିପତିଗଣ ଉପରେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଯାଜକଗଣ ଉପରେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଭବିଷ୍ୟଦ୍ବକ୍ତାଗଣ ଉପରେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପିତୃଗଣ ଉପରେ ଓ ତୁମ୍ଭର ସମସ୍ତ ଲୋକଙ୍କ ଉପରେ ଯେ ଯେ କ୍ଳେଶ ଘଟିଅଛି, ତାହାସବୁ ତୁମ୍ଭ ଦୃଷ୍ଟିରେ କ୍ଷୁଦ୍ର ଦେଖା ନ ଯାଉ।
३२हे आमच्या देवा, महान, पराक्रमी व भयावह देवा, आपला करार व दया कायम राखणाऱ्या देवा, आमच्यावर अनेक आपत्ती आल्या त्यांना छोट्या समजू नकोस आणि आमचे राजे आणि नेते, आमचे याजक आणि संदेष्टे या सर्वांवर अरिष्ट आले. अश्शूर राजाच्या काळापासून आजतागायत भयानक गोष्टी ओढवल्या.
33 ତଥାପି ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ଯାହା ଯାହା ଘଟିଅଛି, ସେସବୁରେ ତୁମ୍ଭେ ଧର୍ମମୟ ଅଟ; କାରଣ ତୁମ୍ଭେ ସତ୍ୟରେ ବ୍ୟବହାର କରିଅଛ, ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେମାନେ ଦୁଷ୍କର୍ମ କରିଅଛୁ।
३३पण देवा, आमच्या बाबतीत जे घडले त्या सगळया गोष्टींच्या बाबतीत तुझे खरे होते. तुझे बरोबर होते आणि आम्ही दुष्टाई केली आहे.
34 ପୁଣି, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ରାଜାଗଣ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଅଧିପତିଗଣ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଯାଜକଗଣ ଅବା ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପିତୃଗଣ ତୁମ୍ଭ ବ୍ୟବସ୍ଥା ପାଳନ କରି ନାହାନ୍ତି, କିଅବା ତୁମ୍ଭେ ଆପଣାର ଯେଉଁ ଆଜ୍ଞା ଓ ସାକ୍ଷ୍ୟ ଦ୍ୱାରା ସେମାନଙ୍କୁ ଚେତାବନୀ ଦେଲ, ତହିଁରେ କର୍ଣ୍ଣପାତ କରି ନାହାନ୍ତି।
३४आमचे राजे, नेते, याजक आणि पूर्वज यांनी तुझे नियमशास्त्र पाळले नाही. तुझ्या आज्ञा ऐकल्या नाहीत. तू दिलेल्या सूचनाकंडे त्यांनी दुर्लक्ष केले.
35 ଯେଣୁ ସେମାନେ ଆପଣାମାନଙ୍କ ରାଜ୍ୟରେ, ସେମାନଙ୍କୁ ତୁମ୍ଭର ପ୍ରଦତ୍ତ ମହାମଙ୍ଗଳରେ ଓ ସେମାନଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ତୁମ୍ଭର ସମର୍ପିତ ପ୍ରଶସ୍ତ ଓ ଉର୍ବର ଦେଶରେ ତୁମ୍ଭର ସେବା କରି ନାହାନ୍ତି, କିଅବା ଆପଣା ଆପଣା ଦୁଷ୍କର୍ମରୁ ଫେରି ନାହାନ୍ତି।
३५स्वत: च्या राज्यात राहत असताना देखील आमच्या पूर्वजांनी तुझी सेवा केली नाही. त्यांनी दुष्कृत्ये करायचे थांबवले नाही. तू त्यांना बहाल केलेल्या अनेक उत्तमोत्तम गोष्टींचा त्यांनी उपभोग घेतला. सुपीक जमीन आणि विशाल प्रदेश याचा त्यांनी उपभोग घेतला. पण तरीही स्वत: च्या वाईट कृत्यांना त्यांनी आळा घातला नाही.
36 ଦେଖ, ଆଜି ଆମ୍ଭେମାନେ ଦାସ ହୋଇଅଛୁ! ପୁଣି ତୁମ୍ଭେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପୂର୍ବପୁରୁଷଗଣକୁ ଯେଉଁ ଦେଶର ଫଳ ଓ ଉତ୍ତମ ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଗ କରିବାକୁ ଦେଇଥିଲ, ଦେଖ, ସେହି ଦେଶରେ ଆମ୍ଭେମାନେ ଦାସ ହୋଇଅଛୁ।
३६आणि आता आम्ही गुलाम झालो आहोत. या भूमीत, आमच्या पूर्वजांनी इथली फळे चाखावी आणि इथे पिकणाऱ्या चांगल्या गोष्टींचा आस्वाद घ्यावा म्हणून तू त्यांना दिलेल्या या भूमीत आम्ही गुलाम आहोत.
37 ଆଉ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପାପ ହେତୁରୁ ତୁମ୍ଭେ ଯେଉଁ ରାଜାଗଣକୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଉପରେ ସ୍ଥାପନ କରିଅଛ, ସେମାନେ ସେହି ଦେଶର ପ୍ରଚୁର ଫଳ ଉତ୍ପନ୍ନ କରି ଭୋଗ କରୁଅଛନ୍ତି; ମଧ୍ୟ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଶରୀର ଉପରେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପଶୁଗଣ ଉପରେ ସେମାନଙ୍କର ସ୍ୱେଚ୍ଛାମତ କ୍ଷମତା ଅଛି, ଆଉ ଆମ୍ଭେମାନେ ମହାକ୍ଳେଶରେ ଅଛୁ।”
३७या जमिनीत मुबलक पीक येते पण आम्ही पाप केले, त्यामुळे तू आमच्यावर नेमलेल्या राजांच्या पदरीच हे पीक जाते. या राजांचे आमच्यावर आणि आमच्या गुराढोरांवर नियंत्रण आहे. ते मन मानेल तसे वागतात. आम्ही मोठ्या संकटात आहोत.
38 ଏସବୁ ଘଟିଲେ ହେଁ ଆମ୍ଭେମାନେ ଏକ ନିଶ୍ଚିତ ନିୟମ କରି ତାହା ଲେଖୁଅଛୁ; ଆଉ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଅଧିପତିମାନେ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଲେବୀୟମାନେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଯାଜକମାନେ ତାହା ମୋହରାଙ୍କିତ କରୁଅଛନ୍ତି।
३८या सगळया गोष्टींमुळे आम्ही लेखी करार करत आहोत. त्यावर राजपुत्र, लेवी आणि याजक यांची नावे शिक्कामोर्तब केलेल्या दस्ताऐवजावर आहेत.”