< ମାର୍କ 1 >
1 ଈଶ୍ବରଙ୍କ ପୁତ୍ର ଯୀଶୁ ଖ୍ରୀଷ୍ଟଙ୍କ ସୁସମାଚାରର ଆରମ୍ଭ।
१देवाचा पुत्र येशू ख्रिस्त याच्या शुभवर्तमानाची ही सुरूवात आहे.
2 ଯିଶାଇୟ ଭାବବାଦୀଙ୍କ ଶାସ୍ତ୍ରରେ ଯେପରି ଲେଖାଅଛି, “ଦେଖ, ଆମ୍ଭେ ଆପଣା ଦୂତକୁ ତୁମ୍ଭ ଆଗରେ ପ୍ରେରଣ କରୁଅଛୁ, ସେ ତୁମ୍ଭର ପଥ ପ୍ରସ୍ତୁତ କରିବ;
२यशया संदेष्ट्याच्या ग्रंथात लिहिल्याप्रमाणे, “पाहा, मी माझ्या दूताला तुझ्यापुढे पाठवतो, तो तुझ्यासाठी मार्ग तयार करील;
3 ପ୍ରାନ୍ତରରେ ଉଚ୍ଚ ଶବ୍ଦ କରୁଥିବା ଜଣକର ସ୍ୱର, ପ୍ରଭୁଙ୍କ ପଥ ପ୍ରସ୍ତୁତ କର, ତାହାଙ୍କ ରାଜଦାଣ୍ଡ ସଳଖ କର।”
३अरण्यांत घोषणा करणाऱ्याची वाणी झाली, ‘परमेश्वराचा मार्ग तयार करा, त्याच्या वाटा सरळ करा.’”
4 ବାପ୍ତିଜକ ଯୋହନ ପ୍ରାନ୍ତରରେ ଉପସ୍ଥିତ ହୋଇ ପାପ କ୍ଷମା ନିମନ୍ତେ ମନ-ପରିବର୍ତ୍ତନର ବାପ୍ତିସ୍ମ ଘୋଷଣା କରିବାକୁ ଲାଗିଲେ।
४त्याप्रमाणेच योहान आला, तो अरण्यांत बाप्तिस्मा देत होता आणि पापांच्या क्षमेसाठी पश्चात्तापाच्या बाप्तिस्म्याची घोषणा करीत होता.
5 ସେଥିରେ ସମଗ୍ର ଯିହୂଦିୟା ପ୍ରଦେଶ ଓ ସମସ୍ତ ଯିରୂଶାଲମ ସହରନିବାସୀ ବାହାରି ତାହାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆସିବାକୁ ଲାଗିଲେ ଓ ଆପଣା ଆପଣା ପାପ ସ୍ୱୀକାର କରି ତାହାଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଯର୍ଦ୍ଦନ ନଦୀରେ ବାପ୍ତିଜିତ ହେଲେ।
५यहूदीया प्रांत व यरूशलेम शहरातील सर्व लोक योहानाकडे आले. त्यांनी आपली पापे कबूल करून त्याच्यापासून यार्देन नदीत बाप्तिस्मा घेतला.
6 ଯୋହନ ଓଟ ଲୋମର ବସ୍ତ୍ର ପିନ୍ଧୁଥିଲେ ଓ ଆପଣା କଟିରେ ଚର୍ମପଟୁକା ବାନ୍ଧୁଥିଲେ, ପୁଣି, ପଙ୍ଗପାଳ ଓ ବନମଧୁ ଖାଉଥିଲେ।
६योहान उंटाच्या केसांपासून बनवलेली वस्त्रे घालीत असे. त्याच्या कंबरेला कातड्याचा पट्टा होता व तो टोळ व रानमध खात असे.
7 ସେ ଘୋଷଣା କରି କହିବାକୁ ଲାଗିଲେ, “ମୋʼଠାରୁ ଯେ ଅଧିକ ଶକ୍ତିମାନ, ସେ ମୋʼ ଉତ୍ତାରେ ଆସୁଅଛନ୍ତି; ମୁଁ ଅବନତ ହୋଇ ତାହାଙ୍କ ପାଦୁକାର ବନ୍ଧନ ଫିଟାଇବାକୁ ଯୋଗ୍ୟ ନୁହେଁ।
७तो घोषणा करून म्हणत असे, “माझ्यापेक्षाही महान असा कोणीएक माझ्यामागून येत आहे आणि मी त्याच्या वहाणांचा बंद खाली वाकून लवून सोडण्याच्या देखील पात्रतेचा नाही.
8 ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଜଳରେ ବାପ୍ତିସ୍ମ ଦେଲି, ମାତ୍ର ସେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାରେ ବାପ୍ତିସ୍ମ ଦେବେ।”
८मी तुमचा बाप्तिस्मा पाण्याने करतो पण तो तुमचा बाप्तिस्मा पवित्र आत्म्याने करील.”
9 ସେହି ସମୟରେ ଯୀଶୁ ଗାଲିଲୀର ନାଜରିତରୁ ଆସି ଯର୍ଦ୍ଦନ ନଦୀରେ ଯୋହନଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ବାପ୍ତିଜିତ ହେଲେ।
९त्या दिवसात असे झाले की, येशू गालील प्रांतातील नासरेथ नगराहून आला आणि योहानाच्या हातून यार्देन नदीत येशूने बाप्तिस्मा घेतला.
10 ଆଉ, ସେହିକ୍ଷଣି ସେ ଜଳରୁ ଉଠି ଆସିବା ସମୟରେ ଆକାଶ ଉନ୍ମୁକ୍ତ ହେବା ଓ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାଙ୍କୁ କପୋତ ପରି ଆପଣା ଉପରକୁ ଓହ୍ଲାଇ ଆସିବା ଦେଖିଲେ,
१०येशू पाण्यातून वर येताना, आकाश उघडलेले आणि पवित्र आत्मा त्याच्यावर कबुतरासारखा उतरत आहे, असे त्यास दिसले.
11 ପୁଣି, ଆକାଶରୁ ଏହି ବାଣୀ ହେଲା, “ତୁମ୍ଭେ ଆମ୍ଭର ପ୍ରିୟ ପୁତ୍ର, ତୁମ୍ଭଠାରେ ଆମ୍ଭର ପରମ ସନ୍ତୋଷ।”
११तेव्हा आकाशातून वाणी झाली की, “तू माझा प्रिय पुत्र आहेस, तुझ्याविषयी मी संतुष्ट आहे.”
12 ସେହିକ୍ଷଣି ପବିତ୍ର ଆତ୍ମା ତାହାଙ୍କୁ ପ୍ରାନ୍ତରକୁ ଘେନିଗଲେ।
१२मग आत्म्याने लगेचच त्यास अरण्यांत घालवले.
13 ଯୀଶୁ ପ୍ରାନ୍ତରରେ ଚାଳିଶ ଦିନ ରହି ଶୟତାନ ଦ୍ୱାରା ପରୀକ୍ଷିତ ହେଉଥିବା ସମୟରେ, ସେ ବନ୍ୟ-ପଶୁମାନଙ୍କ ସହିତ ରହିଲେ, ପୁଣି, ଦୂତମାନେ ତାହାଙ୍କ ସେବା କରୁଥିଲେ।
१३सैतान त्याची परीक्षा पाहत असता तो अरण्यांत चाळीस दिवस राहीला. तो वनपशूंमध्ये होता. आणि देवदूत येऊन त्याची सेवा करीत होते.
14 ଯୋହନ କାରାରୁଦ୍ଧ ହେଲା ପରେ ଯୀଶୁ ଗାଲିଲୀକୁ ଆସି ଈଶ୍ବରଙ୍କ ସୁସମାଚାର ଘୋଷଣା କରି କହିବାକୁ ଲାଗିଲେ,
१४योहानाला अटक झाल्यानंतर, येशू गालील प्रांतास आला व देवाकडून आलेली सुवार्ता त्याने गाजवली.
15 “କାଳ ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ହେଲାଣି, ଈଶ୍ବରଙ୍କ ରାଜ୍ୟ ସନ୍ନିକଟ; ମନ-ପରିବର୍ତ୍ତନ କର ଓ ସୁସମାଚାରରେ ବିଶ୍ୱାସ କର।”
१५तो म्हणाला, “आता योग्य वेळ आली आहे, देवाचे राज्य जवळ आले आहे, पश्चात्ताप करा आणि सुवार्तेवर विश्वास ठेवा.”
16 ସେ ଗାଲିଲୀ ସମୁଦ୍ରକୂଳ ଦେଇ ଯାଉଥିବା ସମୟରେ ଶିମୋନ ଓ ତାହାଙ୍କ ଭାଇ ଆନ୍ଦ୍ରିୟଙ୍କୁ ସମୁଦ୍ରରେ ଭଉଁରୀଜାଲ ପକାଉଥିବା ଦେଖିଲେ, କାରଣ ସେମାନେ ମତ୍ସ୍ୟଜୀବୀ ଥିଲେ।
१६येशू गालीलच्या सरोवराजवळून जात असता त्यास शिमोन व शिमोनाचा भाऊ अंद्रिया हे सरोवरात जाळे टाकताना दिसले, कारण ते मासे धरणारे होते.
17 ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ମୋହର ଅନୁଗମନ କର, ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ମନୁଷ୍ୟ ଧରିବା ଶିଖାଇବି।”
१७येशू त्यांना म्हणाला, “माझ्यामागे या म्हणजे मी तुम्हास माणसे धरणारे करीन.”
18 ସେଥିରେ ସେମାନେ ସେହିକ୍ଷଣି ଜାଲ ଛାଡ଼ି ତାହାଙ୍କର ଅନୁଗମନ କଲେ।
१८मग ते लगेचच जाळी सोडून त्याच्यामागे चालू लागले.
19 ପୁଣି, ସେ ଅଳ୍ପ ଦୂର ଆଗକୁ ଯାଇ ଜେବଦୀଙ୍କ ପୁତ୍ର ଯାକୁବ ଓ ତାହାଙ୍କ ଭାଇ ଯୋହନଙ୍କୁ ନୌକାରେ ଜାଲ ସଜାଡ଼ୁଥିବା ଦେଖିଲେ।
१९तेथून काहीसे पुढे गेल्यावर येशूला जब्दीचा मुलगा याकोब व त्याचा भाऊ योहान हे तारवात जाळे नीट करताना दिसले.
20 ସେହିକ୍ଷଣି ସେ ସେମାନଙ୍କୁ ଡାକିଲେ, ପୁଣି, ସେମାନେ ସେମାନଙ୍କର ପିତା ଜେବଦୀଙ୍କୁ ମୂଲିଆମାନଙ୍କ ସହିତ ନୌକାରେ ଛାଡ଼ି ତାହାଙ୍କର ଅନୁଗମନ କଲେ।
२०त्याने लगेच त्यांना हाक मारून बोलावले; मग ते त्यांचा पिता जब्दी व नोकरचाकर यांना तारवात सोडून त्याच्यामागे गेले.
21 ପରେ ସେମାନେ କଫର୍ନାହୂମକୁ ଗଲେ, ଆଉ ସେହିକ୍ଷଣି ସେ ବିଶ୍ରାମବାର ଦିନରେ ସମାଜଗୃହରେ ପ୍ରବେଶ କରି ଶିକ୍ଷା ଦେବାକୁ ଲାଗିଲେ।
२१नंतर येशू आणि त्याचे शिष्य कफर्णहूम नगरास गेले, आणि लगेचच येशूने शब्बाथ दिवशी सभास्थानात जाऊन शिक्षण दिले.
22 ଲୋକମାନେ ତାହାଙ୍କ ଶିକ୍ଷାରେ ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟାନ୍ୱିତ ହେଲେ, କାରଣ ସେ ଶାସ୍ତ୍ରୀମାନଙ୍କ ପରି ଶିକ୍ଷା ନ ଦେଇ ଅଧିକାରପ୍ରାପ୍ତ ବ୍ୟକ୍ତିଙ୍କ ପରି ସେମାନଙ୍କୁ ଶିକ୍ଷା ଦେଉଥିଲେ।
२२त्याच्या शिकवणुकीने ते चकित झाले, कारण येशू नियमशास्त्राच्या शिक्षकांप्रमाणे शिकवीत नव्हता, तर त्यास अधिकार असल्यासारखा शिकवीत होता.
23 ସେହିକ୍ଷଣି ସେମାନଙ୍କ ସମାଜଗୃହରେ ଥିବା ଜଣେ ଅଶୁଚି ଆତ୍ମାବିଷ୍ଟ ଲୋକ ଚିତ୍କାର କରି କହିଲା,
२३त्याचवेळी त्यांच्या सभास्थानात अशुद्ध आत्मा लागलेला एक मनुष्य होता, तो एकदम मोठ्याने ओरडला,
24 ହେ ନାଜରିତୀୟ ଯୀଶୁ, ତୁମ୍ଭ ସାଙ୍ଗରେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର କଅଣ ଅଛି? ତୁମ୍ଭେ କି ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ବିନାଶ କରିବାକୁ ଆସିଲ? ତୁମ୍ଭେ କିଏ, ତାହା ମୁଁ ଜାଣେ; ତୁମ୍ଭେ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ସେହି ପବିତ୍ର ବ୍ୟକ୍ତି।
२४आणि म्हणाला, “नासरेथच्या येशू, तू आमच्यामध्ये का पडतोस? तू आमचा नाश करावयास आला आहेस काय? तू कोण आहेस हे मला माहीत आहे, जो देवाचा पवित्र तो तूच.”
25 ଯୀଶୁ ତାହାକୁ ଧମକ ଦେଇ କହିଲେ, “ଚୁପ୍ କର୍, ଏହାଠାରୁ ବାହାରିଯା।”
२५परंतु येशूने त्यास धमकावून म्हटले, “शांत राहा व याच्यातून नीघ.”
26 ସେଥିରେ ସେହି ଅଶୁଚି ଆତ୍ମା ତାହାକୁ ମୋଡ଼ିପକାଇ ଅତି ଉଚ୍ଚସ୍ୱରରେ ପାଟି କରି ତାହାଠାରୁ ବାହାରିଗଲା।
२६“नंतर अशुद्ध आत्म्याने त्यास पिळले व तो मोठ्याने ओरडून त्याच्यातून बाहेर निघून गेला.”
27 ଏଥିରେ ସମସ୍ତେ ଏତେ ବିସ୍ମୟାନ୍ୱିତ ହେଲେ ଯେ, ସେମାନେ ବାଦାନୁବାଦ କରି କହିବାକୁ ଲାଗିଲେ, ଏ କଅଣ? ଏ ତ ଅଧିକାରଯୁକ୍ତ ନୂତନ ଶିକ୍ଷା! ସେ ଅଶୁଚି ଆତ୍ମାମାନଙ୍କୁ ସୁଦ୍ଧା ଆଦେଶ ଦିଅନ୍ତି, ଆଉ ସେମାନେ ତାହାଙ୍କ ଆଜ୍ଞା ମାନନ୍ତି।
२७लोक आश्चर्यचकित झाले व एकमेकांस विचारू लागले, “येथे काय चालले आहे? हा मनुष्य काहीतरी नवीन आणि अधिकाराने शिकवीत आहे. तो अशुद्ध आत्म्यांनाही आज्ञा करतो आणि ते त्याचे ऐकतात!”
28 ସେଥିରେ ତାହାଙ୍କ ସମ୍ବନ୍ଧୀୟ ସମାଚାର ସେହିକ୍ଷଣି ଗାଲିଲୀର ଚାରିଆଡ଼େ ସମସ୍ତ ଅଞ୍ଚଳରେ ବ୍ୟାପିଗଲା।
२८येशूविषयीची ही बातमी ताबडतोब गालील प्रांतात सर्वत्र पसरली.
29 ତତ୍ପରେ ସେମାନେ ସମାଜଗୃହରୁ ବାହାରି ଯାକୁବ ଓ ଯୋହନଙ୍କ ସହିତ ସେହିକ୍ଷଣି ଶିମୋନ ଓ ଆନ୍ଦ୍ରିୟଙ୍କ ଗୃହକୁ ଗଲେ।
२९येशू व त्याच्या शिष्यांनी सभास्थान सोडले आणि लगेच तो योहान व याकोब यांच्याबरोबर शिमोन व अंद्रिया यांच्या घरी गेला.
30 ଶିମୋନଙ୍କ ଶାଶୁ ଜ୍ୱରରେ ଶଯ୍ୟାଗତା ଥିଲେ, ଆଉ ସେମାନେ ସେହିକ୍ଷଣି ତାହାଙ୍କ କଥା ଯୀଶୁଙ୍କୁ ଜଣାଇଲେ।
३०शिमोनाची सासू तापाने बिछान्यावर पडली होती. तेव्हा त्यांनी ताबडतोब येशूला तिच्याविषयी सांगितले.
31 ସେଥିରେ ସେ ପାଖକୁ ଯାଇ ତାହାଙ୍କ ହସ୍ତ ଧରି ତାହାଙ୍କୁ ଉଠାଇଲେ, ଆଉ ତାହାଙ୍କୁ ଜ୍ୱର ଛାଡ଼ିଗଲା, ପୁଣି, ସେ ସେମାନଙ୍କ ସେବା କରିବାକୁ ଲାଗିଲେ।
३१तेव्हा त्याने जवळ जाऊन तिच्या हाताला धरून तिला उठवले आणि तिचा ताप निघून गेला व ती त्यांची सेवा करू लागली.
32 ସନ୍ଧ୍ୟା ସମୟରେ ସୂର୍ଯ୍ୟ ଅସ୍ତ ହେଲା ଉତ୍ତାରେ ଲୋକେ ତାହାଙ୍କ ଛାମୁକୁ ପୀଡ଼ିତ ଓ ଭୂତଗ୍ରସ୍ତ ସମସ୍ତଙ୍କୁ ଆଣିବାକୁ ଲାଗିଲେ,
३२संध्याकाळी म्हणजे सूर्यास्त झाल्यावर लोकांनी सर्व आजारी आणि भूतांनी पछाडलेल्यास त्याच्याकडे आणले.
33 ପୁଣି, ନଗରବାସୀ ସମସ୍ତେ ଦ୍ୱାର ନିକଟରେ ଏକତ୍ର ହେଲେ।
३३सर्व नगर दरवाजापुढे जमा झाले.
34 ସେଥିରେ ସେ ନାନା ପ୍ରକାର ରୋଗରେ ପୀଡ଼ିତ ଅନେକ ରୋଗୀଙ୍କୁ ସୁସ୍ଥ କଲେ ଓ ଅନେକ ଭୂତ ଛଡ଼ାଇଲେ, ପୁଣି, ସେ ଭୂତମାନଙ୍କୁ କଥା କହିବାକୁ ଦେଲେ ନାହିଁ, କାରଣ ସେମାନେ ତାହାଙ୍କୁ ଚିହ୍ନୁ ଥିଲେ।
३४त्याने निरनिराळ्या रोगांनी आजारी असलेल्यांना बरे केले व अनेक लोकांतून भूते काढली. पण त्याने भूतांना बोलू दिले नाही कारण ती त्यास ओळखत होती.
35 ପାହାନ୍ତିଆ ସମୟରେ ଅନ୍ଧାର ଥାଉ ଥାଉ ସେ ଉଠି ବାହାରିଗଲେ ଓ ଗୋଟିଏ ନିର୍ଜନ ସ୍ଥାନକୁ ଯାଇ ସେଠାରେ ପ୍ରାର୍ଥନା କରିବାକୁ ଲାଗିଲେ।
३५मग त्याने अगदी पहाटेस अंधार असतानाच घर सोडले आणि एकांत स्थळी जाऊन तेथे त्याने प्रार्थना केली.
36 ଆଉ ଶିମୋନ ଓ ତାହାଙ୍କ ସଙ୍ଗୀମାନେ ତାହାଙ୍କର ଅନୁସନ୍ଧାନ କରି,
३६शिमोन व त्याच्यासोबत असलेले येशूचा शोध करीत होते,
37 ସାକ୍ଷାତ ପାଇ ତାହାଙ୍କୁ କହିଲେ, ସମସ୍ତେ ଆପଣଙ୍କର ଅନ୍ୱେଷଣ କରୁଅଛନ୍ତି।
३७व तो सापडल्यावर ते त्यास म्हणाले, गुरूजी “आम्ही सर्वजण तुमचा शोध करीत आहोत.”
38 ସେଥିରେ ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ଆସ, ଆମ୍ଭେମାନେ ଅନ୍ୟ ସ୍ଥାନକୁ, ଅର୍ଥାତ୍ ନିକଟବର୍ତ୍ତୀ ଗ୍ରାମମାନଙ୍କୁ ଯିବା; ସେଠାରେ ମଧ୍ୟ ମୁଁ ପ୍ରଚାର କରିବି, କାରଣ ସେହି ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ମୁଁ ବାହାରିଅଛି।”
३८तेव्हा येशू त्यांना म्हणाला, “आपण जवळपासच्या गावात जाऊ या, म्हणजे मला तेथे देखील उपदेश करता यावा म्हणून आपण दुसरीकडे जाऊ कारण त्यासाठीच मी निघून आलो आहे.”
39 ପୁଣି, ସେ ସମୁଦାୟ ଗାଲିଲୀରେ ଭ୍ରମଣ କରୁ କରୁ ସେମାନଙ୍କର ସମସ୍ତ ସମାଜଗୃହରେ ପ୍ରଚାର କଲେ ଓ ଭୂତମାନଙ୍କୁ ବାହାର କଲେ।
३९मग तो सर्व गालील प्रांतातून, त्यांच्या सभास्थानातून उपदेश करीत आणि भूते काढीत फिरला.
40 ଏଥିମଧ୍ୟରେ ଜଣେ କୁଷ୍ଠରୋଗୀ ତାହାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆସି ଆଣ୍ଠୁପାତି ତାହାଙ୍କୁ ବିନତି କରି କହିଲା, ଆପଣ ଯଦି ଇଚ୍ଛା କରନ୍ତି, ତାହାହେଲେ ମୋତେ ଶୁଚି କରିପାରନ୍ତି।
४०एक कुष्ठरोगी येशूकडे आला व त्याच्यापुढे गुडघे टेकून त्याने स्वतःला बरे करण्याची त्यास विनंती केली. तो येशूला म्हणाला, “आपली इच्छा असली तर मला शुद्ध करण्यास आपण समर्थ आहात.”
41 ସେଥିରେ ସେ ଦୟାରେ ବିଗଳିତ ହୋଇ ହସ୍ତ ବିସ୍ତାର କରି ତାହାକୁ ସ୍ପର୍ଶ କଲେ ଓ କହିଲେ, “ମୁଁ ଇଚ୍ଛା କରୁଅଛି, ଶୁଚି ହୁଅ।”
४१येशूला त्याचा कळवळा आला, त्याने हात पुढे करून त्यास स्पर्श केला व म्हटले, “माझी इच्छा आहे, शुद्ध हो.”
42 ସେହିକ୍ଷଣି କୁଷ୍ଠରୋଗ ତାହାଠାରୁ ଦୂର ହେଲା ଓ ସେ ଶୁଚି ହେଲା।
४२आणि लगेच त्याचे कुष्ठ गेले व तो शुद्ध झाला.
43 ପୁଣି, ସେ ତାହାକୁ ଦୃଢ଼ରୂପେ ଆଜ୍ଞା ଦେଇ ସେହିକ୍ଷଣି ବିଦାୟ କରି କହିଲେ,
४३येशूने त्यास सक्त ताकीद दिली व लगेच लावून दिले.
44 “ସାବଧାନ, କାହାକୁ କିଛି କୁହ ନାହିଁ, କିନ୍ତୁ ଯାଅ, ଯାଜକଙ୍କ ନିକଟରେ ନିଜକୁ ଦେଖାଅ, ପୁଣି, ମୋଶା ଯାହା ଯାହା ଆଦେଶ ଦେଇଅଛନ୍ତି, ସେହିସବୁ ଆପଣାର ଶୁଚିକ୍ରିୟା ସ୍ୱରୂପେ ସେମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ସାକ୍ଷ୍ୟ ଦେବା ନିମନ୍ତେ ଉତ୍ସର୍ଗ କର।”
४४आणि म्हटले, “पाहा, याविषयी कोणाला काहीही सांगू नकोस, तर जाऊन स्वतःला याजकाला दाखव आणि त्यांना साक्ष व्हावी म्हणून तू आपल्या शुद्धीकरता मोशेने नेमलेले अर्पण कर.”
45 କିନ୍ତୁ ସେ ବାହାରିଯାଇ ସେହି ବିଷୟ ଅଧିକ ଘୋଷଣା କରି ଚାରିଅାଡ଼େ ଏତେ କହିବାକୁ ଲାଗିଲା ଯେ, ଯୀଶୁ ଆଉ ପ୍ରକାଶରେ କୌଣସି ନଗରରେ ପ୍ରବେଶ କରିପାରିଲେ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ବାହାରେ ନିର୍ଜନ ସ୍ଥାନମାନଙ୍କରେ ରହିଲେ; ଆଉ, ଲୋକମାନେ ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗରୁ ତାହାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆସିବାକୁ ଲାଗିଲେ।
४५परंतु तो तेथून गेला व घोषणा करून ही बातमी इतकी पसरवली की येशूला उघडपणे शहरात जाता येईना, म्हणून तो बाहेर अरण्यातच राहिला आणि तरी चोहोबाजूंनी लोक त्याच्याकडे येत राहण्याचे थांबले नाही.