< ଲୂକ 4 >
1 ଯୀଶୁ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାରେ ପୂର୍ଣ୍ଣ ହୋଇ ଯର୍ଦ୍ଦନ ନଦୀରୁ ଫେରି ଆସିଲେ ଏବଂ ଚାଳିଶ ଦିନ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଆତ୍ମାଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ପ୍ରାନ୍ତରରେ ଚାଳିତ ହୋଇ ଶୟତାନ ଦ୍ୱାରା ପରୀକ୍ଷିତ ହେଉଥିଲେ।
१येशू पवित्र आत्म्याने पूर्ण भरून यार्देन नदीहून परतला. मग आत्म्याने त्यास अरण्यात नेले.
2 ସେହି ସମସ୍ତ ଦିନ ସେ କିଛି ଖାଇଲେ ନାହିଁ, ଆଉ ସେହିସବୁ ଦିନ ଶେଷ ହୁଅନ୍ତେ, ସେ କ୍ଷୁଧିତ ହେଲେ।
२तेथे सैतानाने त्याची चाळीस दिवस परीक्षा घेतली. त्या दिवसात येशूने काहीही खाल्ले नाही आणि ती वेळ संपल्यानंतर येशूला भूक लागली.
3 ସେଥିରେ ଶୟତାନ ତାହାଙ୍କୁ କହିଲା, ତୁମ୍ଭେ ଯେବେ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ପୁତ୍ର, ତେବେ ଏହି ପଥରକୁ ରୁଟି ହେବା ପାଇଁ ଆଜ୍ଞା ଦିଅ।
३तेव्हा सैतान त्यास म्हणाला, जर तू देवाचा पुत्र आहेस तर या दगडाची भाकर हो, अशी आज्ञा कर.
4 ଯୀଶୁ ତାହାକୁ ଉତ୍ତର ଦେଲେ, “ପବିତ୍ର ଶାସ୍ତ୍ରରେ ଲେଖାଅଛି, ‘ମନୁଷ୍ୟ କେବଳ ରୁଟିରେ ବଞ୍ଚିବ ନାହିଁ।’”
४येशूने त्यास उत्तर दिले, “पवित्र शास्त्रात असे लिहिले आहे की, मनुष्य फक्त भाकरीनेच जगेल असे नाही.”
5 ଆଉ ସେ ତାହାଙ୍କୁ ଉପରକୁ ନେଇଯାଇ ଏକ ମୁହୂର୍ତ୍ତ ମଧ୍ୟରେ ପୃଥିବୀର ସମସ୍ତ ରାଜ୍ୟ ତାହାଙ୍କୁ ଦେଖାଇଲା।
५मग सैतान त्यास उंच जागेवर घेऊन गेला आणि एका क्षणांत जगातील सर्व राज्ये त्यास दाखविली.
6 ପୁଣି, ଶୟତାନ ତାହାଙ୍କୁ କହିଲା, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ଏସମସ୍ତ ଅଧିକାର ଓ ଏସବୁର ଐଶ୍ୱର୍ଯ୍ୟ ଦେବା, କାରଣ ଆମ୍ଭକୁ ତାହା ସମର୍ପିତ ହୋଇଅଛି, ଆଉ ଆମ୍ଭେ ଯାହାକୁ ଇଚ୍ଛା, ତାହାକୁ ତାହା ଦେଉ।
६सैतान त्यास म्हणाला, “मी तुला या सर्व राज्याचे अधिकार व वैभव देईन कारण ते मला दिलेले आहे आणि मी माझ्या मर्जीनुसार ते देऊ शकतो.
7 ଅତଏବ, ତୁମ୍ଭେ ଯେବେ ଆମ୍ଭ ଛାମୁରେ ପ୍ରଣାମ କରିବ, ତେବେ ସମସ୍ତ ତୁମ୍ଭର ହେବ।
७म्हणून जर तू मला नमन करशील आणि माझी उपासना करशील तर हे सर्व तुझे होईल.”
8 ଯୀଶୁ ତାହାକୁ ଉତ୍ତର ଦେଲେ, “ପବିତ୍ର ଶାସ୍ତ୍ରରେ ଲେଖାଅଛି, ‘ତୁମ୍ଭେ ପ୍ରଭୁ ଆପଣ ଈଶ୍ବରଙ୍କୁ ପ୍ରଣାମ କରିବ, ଆଉ କେବଳ ତାହାଙ୍କର ଉପାସନା କରିବ।’”
८येशूने उत्तर दिले, “पवित्र शास्त्रात असे लिहिले आहे. प्रभू तुझा देव याचीच उपासना कर आणि केवळ त्याचीच सेवा कर.”
9 ପୁଣି, ସେ ତାହାଙ୍କୁ ଯିରୂଶାଲମ ସହରକୁ ନେଇଯାଇ ମନ୍ଦିରର ଛାତ ଉପରେ ଠିଆ କରାଇ ତାହାଙ୍କୁ କହିଲା, ତୁମ୍ଭେ ଯଦି ଈଶ୍ବରଙ୍କ ପୁତ୍ର, ତେବେ ଏଠାରୁ ତଳକୁ ଡେଇଁପଡ଼;
९नंतर सैतानाने येशूला यरूशलेम शहरास नेले आणि परमेश्वराच्या भवनाच्या टोकावर त्यास उभे केले आणि तो त्यास म्हणाला, “जर तू देवाचा पुत्र आहेस तर येथून खाली उडी मार!
10 କାରଣ ଶାସ୍ତ୍ରରେ ଲେଖାଅଛି, “‘ତୁମ୍ଭକୁ ରକ୍ଷା କରିବା ନିମନ୍ତେ ସେ ଆପଣା ଦୂତମାନଙ୍କୁ ତୁମ୍ଭ ବିଷୟରେ ଆଜ୍ଞା ଦେବେ;
१०शास्त्रात असे लिहिले आहे की, ‘तुझे रक्षण करण्यास तो आपल्या दूतास तुझ्याविषयी आज्ञा करील,
11 ଆଉ ଲେଖାଅଛି, କାଳେ ତୁମ୍ଭ ପାଦ ପଥରରେ ବାଜିବ, ଏଥିପାଇଁ ସେମାନେ ତୁମ୍ଭକୁ ହସ୍ତରେ ତୋଳି ଧରିବେ।’”
११आणि तुझा पाय दगडावर आपटू नये म्हणून ते तुला आपल्या हातावर झेलून धरतील.’”
12 ପୁଣି, ଯୀଶୁ ତାହାକୁ ଉତ୍ତର ଦେଲେ, “ଶାସ୍ତ୍ରରେ ଏହା ମଧ୍ୟ ଲେଖାଅଛି, ‘ତୁମ୍ଭେ ପ୍ରଭୁ ଆପଣା ଈଶ୍ବରଙ୍କୁ ପରୀକ୍ଷା କର ନାହିଁ।’”
१२येशूने उत्तर दिले, “पवित्र शास्त्रात असेही म्हणले आहे; तुझा देव परमेश्वर याची परीक्षा पाहू नकोस.”
13 ଶୟତାନ ଯୀଶୁଙ୍କୁ ସମସ୍ତ ପ୍ରକାର ପରୀକ୍ଷା ଶେଷ କଲା ପରେ କିଛି କାଳ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତାହାଙ୍କୁ ଛାଡ଼ି ଚାଲିଗଲା।
१३म्हणून सैतानाने प्रत्येक प्रकारे परीक्षा घेण्याचे संपविल्यावर योग्य वेळ येईपर्यंत तो येशूला सोडून गेला.
14 ଏହାପରେ ଯୀଶୁ ପବିତ୍ର ଆତ୍ମାଙ୍କ ଶକ୍ତିରେ ଗାଲିଲୀକୁ ଫେରିଗଲେ, ଆଉ ଚାରିଆଡ଼େ ସମସ୍ତ ଅଞ୍ଚଳରେ ତାହାଙ୍କ ଖ୍ୟାତି ବ୍ୟାପିଗଲା।
१४मग पवित्र आत्म्याच्या सामर्थ्याने येशू गालील प्रांतास परतला आणि त्याच्याविषयीची बातमी सगळीकडे पसरली.
15 ପୁଣି, ସେ ସେମାନଙ୍କର ସମାଜଗୃହ ସମୂହରେ ଶିକ୍ଷା ଦେଇ ସମସ୍ତଙ୍କଠାରୁ ଗୌରବ ପାଇବାକୁ ଲାଗିଲେ।
१५त्याने त्यांच्या सभास्थानात शिकविले आणि सर्वांनी त्याची स्तुती केली.
16 ସେ ଯେଉଁ ନାଜରିତରେ ପ୍ରତିପାଳିତ ହୋଇଥିଲେ, ସେହି ସ୍ଥାନକୁ ଇତିମଧ୍ୟରେ ଗଲେ ଓ ଆପଣା ରୀତି ଅନୁସାରେ ବିଶ୍ରାମବାର ଦିନରେ ସମାଜଗୃହରେ ପ୍ରବେଶ କଲେ, ଆଉ ପାଠ କରିବା ନିମନ୍ତେ ଠିଆ ହେଲେ।
१६मग जेथे तो लहानाचा मोठा झाला होता त्या नासरेथांत तो आला आणि शब्बाथ दिवशी त्यांच्या प्रथेप्रमाणे सभास्थानात जाऊन ग्रंथ वाचण्यासाठी उभा राहिला,
17 ସେଥିରେ ଯିଶାଇୟ ଭାବବାଦୀଙ୍କ ପୁସ୍ତକ ତାହାଙ୍କୁ ଦିଆଗଲା, ଆଉ ସେ ତାହା ଫିଟାଇ, ଯେଉଁ ସ୍ଥାନରେ ଏହି ବାକ୍ୟ ଲିଖିତ ଅଛି, ତାହା ପାଇଲେ,
१७आणि यशया संदेष्ट्याचा ग्रंथपट त्यास देण्यात आला. त्याने ते पुस्तक उघडले आणि जो भाग शोधून काढला, त्याठिकाणी असे लिहिले आहे,
18 “ପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆତ୍ମା ମୋʼଠାରେ ଅଧିଷ୍ଠିତ, ଯେଣୁ ଦୀନହୀନମାନଙ୍କ ପାଖରେ ସୁସମାଚାର ପ୍ରଚାର କରିବା ନିମନ୍ତେ ସେ ମୋତେ ଅଭିଷିକ୍ତ କରିଅଛନ୍ତି, ବନ୍ଦୀମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ମୁକ୍ତି ଓ ଅନ୍ଧମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ଦୃଷ୍ଟିଲାଭର ବିଷୟ ଘୋଷଣା କରିବାକୁ ପୁଣି, ଅତ୍ୟାଚାର ପାଉଥିବା ଲୋକମାନଙ୍କୁ ମୁକ୍ତ କରିବାକୁ,
१८“प्रभूचा आत्मा मजवर आला आहे, कारण, गरिबांना सुवार्ता सांगण्यास त्याने मला अभिषेक केला आहे. कैदी म्हणून नेलेल्यांस स्वातंत्र्याची घोषणा करण्यासाठी, आणि आंधळ्यांना दृष्टी पुन्हा मिळावी, ज्यांच्यावर जुलूम झाला आहे त्यांची सुटका करण्यासाठी
19 ଆଉ ପ୍ରଭୁଙ୍କ ଅନୁଗ୍ରହ ବର୍ଷ ଘୋଷଣା କରିବାକୁ ସେ ମୋତେ ପଠାଇଅଛନ୍ତି।”
१९आणि प्रभूच्या कृपेच्या वर्षाची घोषणा करण्यासाठी त्याने मला पाठवले आहे.”
20 ପରେ ସେ ପୁସ୍ତକ ବନ୍ଦ କରି, ପରିଚାରକଙ୍କୁ ତାହା ଫେରାଇଦେଇ ବସିଲେ। ଆଉ ସମାଜଗୃହରେ ସମସ୍ତଙ୍କ ଦୃଷ୍ଟି ତାହାଙ୍କ ଉପରେ ସ୍ଥିର ହୋଇ ରହିଲା।
२०मग त्याने ग्रंथपट बंद करून सभास्थानाच्या सेवकाला परत करून तो खाली बसला. सभास्थानातील प्रत्येकजण त्याच्याकडे रोखून पाहत होता.
21 ପୁଣି, ସେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିବାକୁ ଲାଗିଲେ, “ଆଜି ଧର୍ମଶାସ୍ତ୍ରର ଏହି ବାକ୍ୟ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଶୁଣିବା ଅନୁସାରେ ସଫଳ ହେଲା।”
२१त्याने त्यांच्याशी बोलण्यास सुरुवात केली की, “तुमच्या ऐकण्यामुळे आज हा शास्त्रलेख पूर्ण झाला आहे.”
22 ଆଉ, ସମସ୍ତେ ତାହାଙ୍କ ବିଷୟରେ ସାକ୍ଷ୍ୟ ଦେବାକୁ ଲାଗିଲେ ଓ ତାହାଙ୍କ ମୁଖ ନିର୍ଗତ ଅନୁଗ୍ରହର ବାକ୍ୟରେ ଚମତ୍କୃତ ହେଲେ; ପୁଣି, ସେମାନେ କହିବାକୁ ଲାଗିଲେ, ଏ କଅଣ ଯୋଷେଫର ପୁତ୍ର ନୁହେଁ?
२२तेव्हा सर्व लोक त्याच्याविषयी साक्ष देऊ लागले आणि त्याच्या मुखातून येणाऱ्या कृपेच्या शब्दांबद्दल ते आश्चर्यचकित झाले आणि ते म्हणाले, हा योसेफाचाच मुलगा नव्हे काय?
23 ସେଥିରେ ସେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ନିଶ୍ଚୟ ମୋତେ ଏହି ପ୍ରବାଦବାକ୍ୟ କହିବ, ‘ହେ ବୈଦ୍ୟ, ନିଜେ ନିଜକୁ ସୁସ୍ଥ କର; କଫର୍ନାହୂମରେ ଯାହା ଯାହା ଘଟିଅଛି ବୋଲି ଆମ୍ଭେମାନେ ଶୁଣିଅଛୁ, ସେହିସବୁ ଏହି ସ୍ଥାନରେ ନିଜ ପିତାଙ୍କ ନଗରରେ ମଧ୍ୟ କର।’”
२३येशू त्यांना म्हणाला, “नक्कीच, तुम्ही मलाही म्हण लागू कराल; हे वैद्या, तू स्वतःलाच बरे कर. कफर्णहूमात ज्या गोष्टी तू केल्याचे आम्ही ऐकले त्या गोष्टी तुझ्या स्वतःच्या गावातसुद्धा कर.” मग तो पुढे म्हणाला,
24 ପୁଣି, ସେ କହିଲେ, “ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସତ୍ୟ କହୁଅଛି, କୌଣସି ଭାବବାଦୀ ନିଜ ପିତାଙ୍କ ନଗରରେ ଗ୍ରାହ୍ୟ ହୁଅନ୍ତି ନାହିଁ।
२४“मी तुम्हास खरे सांगतो, कोणीही संदेष्टा त्याच्या स्वतःच्या नगरात स्वीकारला जात नाही.
25 କିନ୍ତୁ ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସତ୍ୟ କହୁଅଛି, ଏଲୀୟଙ୍କ ସମୟରେ ଯେତେବେଳେ ତିନି ବର୍ଷ ଛଅ ମାସ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଆକାଶ ବନ୍ଦ ହେବାରୁ ସମସ୍ତ ଦେଶରେ ମହାଦୁର୍ଭିକ୍ଷ ପଡ଼ିଥିଲା, ସେତେବେଳେ ଇସ୍ରାଏଲ ମଧ୍ୟରେ ଅନେକ ବିଧବା ଥିଲେ;
२५मी तुम्हास खरे सांगतो, इस्राएलात एलीयाच्या काळात पुष्कळ विधवा होत्या, जेव्हा साडेतीन वर्षापर्यंत आकाशातून पाऊस पडला नाही आणि सर्व प्रदेशात मोठा दुष्काळ पडला होता.
26 ତଥାପି ଏଲୀୟ ସେମାନଙ୍କର କାହାରି ନିକଟକୁ ପ୍ରେରିତ ନ ହୋଇ କେବଳ ସୀଦୋନ ଦେଶର ସାରିଫତକୁ ଜଣେ ବିଧବା ସ୍ତ୍ରୀ ନିକଟକୁ ପଠାଗଲେ।
२६तरीही एलीयाला इतर कोणत्याही विधवेकडे पाठविण्यात आले नाही. त्यास सिदोन प्रांतातील सारफथ येथील विधवेकडेच पाठविण्यात आले.
27 ପୁଣି, ଭାବବାଦୀ ଇଲୀଶାୟଙ୍କ ସମୟରେ ଇସ୍ରାଏଲ ମଧ୍ୟରେ ଅନେକ କୁଷ୍ଠରୋଗୀମାନେ ଥିଲେ; ତଥାପି ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ କେହି ଶୁଚି କରାଯାଇ ନ ଥିଲେ, କେବଳ ସିରିୟା ଦେଶୀୟ ନାମାନ ଶୁଚି କରାଯାଇଥିଲେ।”
२७अलीशा संदेष्ट्याच्या वेळेस इस्राएलात अनेक कुष्ठरोगी होते परंतु त्यापैकी कोणीही शुद्ध झाला नाही. केवळ सूरीया येथील नामान कुष्ठरोग्यालाच शुद्ध करण्यात आले होते.”
28 ସମାଜଗୃହରେ ଏହିସବୁ କଥା ଶୁଣୁ ଶୁଣୁ ସମସ୍ତେ କ୍ରୋଧରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ହେଲେ,
२८हे एकूण सभास्थानातील सर्व लोक संतापले.
29 ପୁଣି, ସେମାନେ ଉଠି ତାହାଙ୍କୁ ନଗରରୁ ବାହାର କରିଦେଲେ ଏବଂ ସେମାନଙ୍କର ନଗର ଯେଉଁ ପର୍ବତ ଉପରେ ସ୍ଥାପିତ ଥିଲା, ସେହି ପର୍ବତ ଉପରୁ ତଳକୁ ପକାଇଦେବା ନିମନ୍ତେ ତାହାକୁ ସେଠାକୁ ନେଇଗଲେ;
२९ते लोक उठले आणि त्यांनी येशूला शहराबाहेर घालवून दिले आणि ज्या टेकडीवर त्यांचे गाव वसले होते, त्या कड्यावरून त्यास लोटून देण्यास तेथवर नेले.
30 କିନ୍ତୁ ସେ ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟ ଦେଇ ଗମନ କରି ଚାଲିଗଲେ।
३०परंतु तो त्यांच्यातून निघून आपल्या वाटेने गेला.
31 ଯୀଶୁ କଫର୍ନାହୂମ ନାମକ ଗାଲିଲୀର ଗୋଟିଏ ନଗରକୁ ଆସିଲେ, ପୁଣି, ବିଶ୍ରାମବାରମାନଙ୍କରେ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ଶିକ୍ଷା ଦେବାକୁ ଲାଗିଲେ,
३१नंतर तो गालील प्रांतातील कफर्णहूम गावी गेला. तो शब्बाथ दिवशी सभास्थानात त्यास शिक्षण देत होता.
32 ଆଉ ସେମାନେ ତାହାଙ୍କ ଶିକ୍ଷାରେ ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟାନ୍ୱିତ ହେଲେ, କାରଣ ତାହାଙ୍କ ବାକ୍ୟ ଅଧିକାରଯୁକ୍ତ ଥିଲା।
३२ते त्याच्या शिकवणीने आश्चर्यचकित झाले, कारण त्याचे बोलणे अधिकारयुक्त असे.
33 ଦିନେ ସମାଜଗୃହରେ ଜଣେ ଅଶୁଚି ଭୂତାତ୍ମାବିଷ୍ଟ ଲୋକ ଥିଲା; ସେ ଉଚ୍ଚସ୍ୱରରେ ଚିତ୍କାର କଲା,
३३त्यादिवशी सभास्थानात, अशुद्ध आत्मा लागलेला एक मनुष्य होता आणि तो मोठ्याने ओरडून म्हणाला,
34 ଆଃ, ନାଜରିତୀୟ ଯୀଶୁ, ତୁମ୍ଭ ସାଙ୍ଗରେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର କଅଣ ଅଛି? ତୁମ୍ଭେ କି ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ବିନାଶ କରିବାକୁ ଆସିଲ? ତୁମ୍ଭେ କିଏ ତାହା ମୁଁ ଜାଣେ; ତୁମ୍ଭେ ଈଶ୍ବରଙ୍କର ସେହି ପବିତ୍ର ବ୍ୟକ୍ତି।
३४हे नासरेथकर येशू, तू आमच्यामध्ये का पडतोस? तू आमचा नाश करण्यासाठी आला आहेस काय? तू कोण आहेस हे मला माहीत आहे! देवाचा पवित्र! तो तूच आहेस.
35 ଯୀଶୁ ତାହାକୁ ଧମକ ଦେଇ କହିଲେ “ଚୁପ୍ କର୍, ଏହାଠାରୁ ବାହାରିଯା।” ସେଥିରେ ସେହି ଭୂତ ତାହାକୁ ମଧ୍ୟ ସ୍ଥାନରେ ପକାଇଦେଇ ତାହାର କୌଣସି କ୍ଷତି ନ କରି ତାହାଠାରୁ ବାହାରିଗଲା।
३५येशूने त्यास धमकावून म्हटले, “शांत राहा आणि त्याच्यातून नीघ!” तेव्हा त्या अशुद्ध आत्म्याने त्या मनुष्यास जमिनीवर खाली पाडले व त्या मनुष्यास काहीही इजा न करता तो त्याच्यातून बाहेर निघाला.
36 ଏଥିରେ ସମସ୍ତେ ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟ ହୋଇ ପରସ୍ପର କୁହାକୋହି ହେଲେ, ଏ କି କଥା? ସେ ଅଶୁଚି ଆତ୍ମାମାନଙ୍କୁ ଅଧିକାର ଓ ଶକ୍ତି ସହିତ ଆଦେଶ ଦିଅନ୍ତି, ଆଉ ସେମାନେ ବାହାରିଯାଆନ୍ତି।
३६तेव्हा सर्वजण आश्चर्यचकित झाले व एकमेकांशी बोलू लागले, हे कोणत्या प्रकारचे शब्द आहेत? अधिकाराने आणि सामर्थ्याने तो अशुद्ध आत्म्याना देखील आज्ञा करतो व ते बाहेर येतात.
37 ସେଥିରେ ତାହାଙ୍କ ବିଷୟରେ ସମାଚାର ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗସ୍ଥ ଅଞ୍ଚଳର ସବୁଆଡ଼େ ବ୍ୟାପିଗଲା।
३७अशाप्रकारे त्याच्याविषयीची किर्ती चहुकडील प्रदेशात पसरत गेली.
38 ପରେ ସେ ସମାଜଗୃହରୁ ଉଠି ଶିମୋନଙ୍କ ଘରକୁ ଗଲେ। ଶିମୋନଙ୍କ ଶାଶୁଙ୍କୁ ଭୟଙ୍କର ଜ୍ୱର ହୋଇଥିଲା, ଆଉ ସେମାନେ ତାହାଙ୍କ ବିଷୟରେ ତାହାଙ୍କୁ ଅନୁରୋଧ କଲେ।
३८येशू सभास्थानातून निघून शिमोनाच्या घरी गेला. शिमोनाची सासू तापाने आजारी होती. त्यांनी तिला बरे करण्याविषयी त्यास विनंती केली.
39 ସେଥିରେ ସେ ତାହାଙ୍କ ପାଖରେ ଠିଆ ହୋଇ ଜ୍ୱରକୁ ଧମକ ଦେଲେ, ଆଉ ତାହାଙ୍କୁ ଜ୍ୱର ଛାଡ଼ିଗଲା, ପୁଣି, ସେ ସେହିକ୍ଷଣି ଉଠି ସେମାନଙ୍କ ସେବା କରିବାକୁ ଲାଗିଲେ।
३९येशू तिच्याजवळ उभा राहिला व त्याने तापाला धमकावले आणि तिच्यातून ताप निघाला. ताबडतोब उठून ती त्यांची सेवा करू लागली.
40 ସୂର୍ଯ୍ୟ ଅସ୍ତ ହେବା ସମୟରେ, ଯେଉଁମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ନାନା ପ୍ରକାର ରୋଗରେ ପୀଡ଼ିତ ଲୋକମାନେ ଥିଲେ, ସେ ସମସ୍ତେ ସେମାନଙ୍କୁ ତାହାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆଣିଲେ ଏବଂ ସେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଜଣ ଉପରେ ହାତ ଥୋଇ ସେମାନଙ୍କୁ ସୁସ୍ଥ କଲେ।
४०सूर्य मावळत असतांना, निरनिराळ्या रोगांनी आजारी असलेल्या सर्व मनुष्यांना त्याच्याकडे आणले. त्याने प्रत्येकाच्या डोक्यावर हात ठेवून त्यांना बरे केले.
41 ପୁଣି, ଭୂତମାନେ ମଧ୍ୟ ଚିତ୍କାର କରୁ କରୁ ତୁମ୍ଭେ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ପୁତ୍ର ବୋଲି କହି ଅନେକଙ୍କଠାରୁ ବାହାରିଗଲେ। ଆଉ, ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ ଧମକ ଦେଇ କଥା କହିବାକୁ ଦେଲେ ନାହିଁ, କାରଣ ସେ ଯେ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ, ଏହା ସେମାନେ ଜାଣିଥିଲେ।
४१कित्येकांमधून अशुद्ध आत्मे बाहेर आले. ते अशुद्ध आत्मे ओरडत होते आणि म्हणत होते, तू देवाचा पुत्र आहेस. परंतु तो ख्रिस्त आहे हे त्यांना माहिती असल्याने त्याने त्यांना दटावले व काही बोलू दिले नाही.
42 ସକାଳ ହେବାରୁ, ସେ ବାହାରି ଏକ ନିର୍ଜନ ସ୍ଥାନକୁ ଗଲେ; ଆଉ, ଲୋକସମୂହ ତାହାଙ୍କୁ ଖୋଜି ଖୋଜି ତାହାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆସିଲେ, ପୁଣି, ସେ ଯେପରି ସେମାନଙ୍କ ପାଖରୁ ଚାଲି ନ ଯାଆନ୍ତି, ସେଥିନିମନ୍ତେ ତାହାଙ୍କୁ ଅଟକାଇବା ପାଇଁ ଚେଷ୍ଟା କଲେ।
४२दिवस उगवताच, तो एकांत स्थळी गेला. पण लोक त्यास शोधत होते. तो जेथे होता तेथे ते लगेच आले आणि त्यांच्यातून त्याने निघून जाऊ नये म्हणून त्यांनी प्रयत्न केले.
43 କିନ୍ତୁ ସେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ଅନ୍ୟାନ୍ୟ ନଗରରେ ମଧ୍ୟ ମୋତେ ଅବଶ୍ୟ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ରାଜ୍ୟର ସୁସମାଚାର ପ୍ରଚାର କରିବାକୁ ହେବ, କାରଣ ସେଥିନିମନ୍ତେ ମୁଁ ପଠାଯାଇଅଛି।”
४३परंतु तो त्यांना म्हणाला, “देवाच्या राज्याची सुवार्ता मला इतर गावांमध्येही सांगितली पाहिजे कारण याच कारणासाठी मला पाठवले आहे.”
44 ପୁଣି, ସେ ଯିହୂଦିୟା ପ୍ରଦେଶର ସମାଜଗୃହମାନଙ୍କରେ ପ୍ରଚାର କରିବାକୁ ଲାଗିଲେ।
४४मग तो संपूर्ण यहूदीया प्रांतातील सभास्थानामध्ये उपदेश करीत गेला.