< ଲୂକ 18 >

1 କ୍ଳାନ୍ତ ନ ହୋଇ ସର୍ବଦା ପ୍ରାର୍ଥନା କରିବା ଯେ କର୍ତ୍ତବ୍ୟ, ଏହି ବିଷୟରେ ଯୀଶୁ ଶିଷ୍ୟମାନଙ୍କୁ ଦୃଷ୍ଟାନ୍ତ ଦେଇ କହିଲେ,
روزی عیسی برای شاگردانش مثلی آورد تا نشان دهد که لازم است همیشه دعا کنند و تا جواب دعای خود را نگرفته‌اند، از دعا کردن باز نایستند.
2 “ଗୋଟିଏ ନଗରରେ ଜଣେ ବିଚାରକର୍ତ୍ତା ଥିଲେ, ସେ ଈଶ୍ବରଙ୍କୁ ଭୟ କରୁ ନ ଥିଲେ କି ମନୁଷ୍ୟକୁ ମାନୁ ନ ଥିଲେ।
پس چنین فرمود: «در شهری، قاضی‌ای بود که نه از خدا می‌ترسید و نه اعتنایی به مردم می‌کرد.
3 ସେହି ନଗରରେ ଜଣେ ବିଧବା ଥିଲା, ତାହା ପ୍ରତି ଅନ୍ୟାୟ କରିଥିବା ଲୋକ ବିରୁଦ୍ଧରେ ବିଚାର ନିଷ୍ପତ୍ତି କରିବା ପାଇଁ ସେ ଥରକୁଥର ବିଚାରକର୍ତ୍ତାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଯାଇ କହୁଥିଲା।
بیوه‌زنی از اهالی همان شهر، دائماً نزد او می‌آمد و می‌گفت:”در این دعوای حقوقی، حق مرا از دشمنم بگیر.“
4 ଆଉ ସେ କେତେ ସମୟ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ସହମତ ହେଉ ନ ଥିଲେ; କିନ୍ତୁ ପରେ ସେ ମନେ ମନେ କହିଲେ, ‘ଯଦିବା ମୁଁ ଈଶ୍ବରଙ୍କୁ ଭୟ କରେ ନାହିଁ କିମ୍ବା ମନୁଷ୍ୟକୁ ମାନେ ନାହିଁ,
قاضی تا مدتی اعتنایی به شکایت او نکرد. اما سرانجام با خود گفت: با اینکه نه از خدا می‌ترسم و نه توجهی به مردم دارم،
5 ତଥାପି ଏହି ବିଧବାଟା ମୋତେ କଷ୍ଟ ଦେଉଥିବାରୁ ମୁଁ ତାହା ପ୍ରତି କରାଯାଇଥିବା ଅନ୍ୟାୟର ବିଚାର କରିବି, ନୋହିଲେ ସେ ସବୁବେଳେ ଆସି ମୋତେ ବ୍ୟତିବ୍ୟସ୍ତ କରୁଥିବ।’”
اما چون این زن مدام مایۀ دردسر من می‌شود، پس حقش را خواهم ستاند، تا دیگر مرا به ستوه نیاوَرَد.»
6 ସେଥିରେ ପ୍ରଭୁ କହିଲେ, “ଏହି ଅଧାର୍ମିକ ବିଚାରକର୍ତ୍ତା କଅଣ କହୁଅଛନ୍ତି, ତାହା ଶୁଣ।
آنگاه عیسای خداوند فرمود: «ببینید این قاضی بی‌انصاف چه می‌گوید!
7 ତେବେ ଈଶ୍ବରଙ୍କର ଯେଉଁ ମନୋନୀତ ଲୋକମାନେ ଦିନରାତି ତାହାଙ୍କୁ ଡାକୁଥାଆନ୍ତି, ସେ କି ସେମାନଙ୍କର ପ୍ରତି କରାଯାଇଥିବା ଅନ୍ୟାୟର ପ୍ରତିକାର କରିବେ ନାହିଁ, ଯଦ୍ୟପି ସେ ସେମାନଙ୍କ ଶତ୍ରୁମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ଦୀର୍ଘସହିଷ୍ଣୁ ଅଟନ୍ତି?
اگر چنین شخص بی‌انصافی، راضی شود به داد مردم برسد، آیا خدا به داد برگزیدگان خود که شبانه روز به درگاه او دعا و التماس می‌کنند، نخواهد رسید؟
8 ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହୁଅଛି, ସେ ଶୀଘ୍ର ସେମାନଙ୍କ ପ୍ରତି କରାଯାଇଥିବା ଅନ୍ୟାୟର ପ୍ରତିକାର କରିବେ। ତଥାପି ମନୁଷ୍ୟପୁତ୍ର ଆସି ପୃଥିବୀରେ କଅଣ ବିଶ୍ୱାସ ଦେଖିବେ?”
یقین بدانید که خیلی زود دعای ایشان را اجابت خواهد فرمود. اما سؤال اینجاست که وقتی پسر انسان به این دنیا بازگردد، چند نفر را خواهد یافت که ایمان داشته باشند؟»
9 ନିଜ ନିଜକୁ ଧାର୍ମିକ ମନେ କରି ଅନ୍ୟ ସମସ୍ତଙ୍କୁ ତୁଚ୍ଛ କରୁଥିବା କେତେକ ଆତ୍ମନିର୍ଭରଶୀଳ ଲୋକଙ୍କୁ ସେ ଏହି ଦୃଷ୍ଟାନ୍ତ ମଧ୍ୟ କହିଲେ,
سپس برای کسانی که به پاکی و پرهیزگاری خود می‌بالیدند و سایر مردم را حقیر می‌شمردند، این داستان را تعریف کرد:
10 “ଦୁଇ ଜଣ ଲୋକ ପ୍ରାର୍ଥନା କରିବା ନିମନ୍ତେ ମନ୍ଦିରକୁ ଗଲେ, ଜଣେ ଫାରୂଶୀ ଓ ଅନ୍ୟ ଜଣକ କରଗ୍ରାହୀ।
«دو نفر به معبد رفتند تا دعا کنند؛ یکی، فریسی مغروری بود و دیگری، باجگیری بدنام.
11 ଫାରୂଶୀ ଠିଆ ହୋଇ ଆପଣା ନିକଟରେ ଏହି ପ୍ରକାର ପ୍ରାର୍ଥନା କରିବାକୁ ଲାଗିଲେ, ‘ହେ ଈଶ୍ବର, ମୁଁ ତୁମ୍ଭକୁ ଧନ୍ୟବାଦ ଦେଉଅଛି ଯେ, ମୁଁ ଅନ୍ୟ ସମସ୍ତ ଲୋକଙ୍କ ପରି ଅତ୍ୟାଚାରୀ, ଅଧାର୍ମିକ, ବ୍ୟଭିଚାରୀ କିମ୍ବା ଏହି କରଗ୍ରାହୀ ପରି ସୁଦ୍ଧା ନୁହେଁ;
فریسی کناری ایستاد و با خود چنین دعا کرد: ای خدا تو را شکر می‌کنم که من مانند سایر مردم، خصوصاً مانند این باجگیر، گناهکار نیستم. نه دزدی می‌کنم، نه به کسی ظلم می‌کنم و نه مرتکب زنا می‌شوم.
12 ମୁଁ ସପ୍ତାହରେ ଦୁଇ ଥର ଉପବାସ କରିଥାଏ ଓ ମୋହର ସମସ୍ତ ଆଦାୟର ଦଶମାଂଶ ଦେଇଥାଏ।’
در هفته دو بار روزه می‌گیرم و از هر چه که به دست می‌آورم، یک دهم را در راه تو می‌دهم.
13 କିନ୍ତୁ କରଗ୍ରାହୀ ଦୂରରେ ଠିଆ ହୋଇ ସ୍ୱର୍ଗ ଆଡ଼େ ଅନେଇବାକୁ ସୁଦ୍ଧା ସାହସ କଲା ନାହିଁ, କିନ୍ତୁ ନିଜ ଛାତିରେ ମାରିହୋଇ କହିବାକୁ ଲାଗିଲା, ‘ହେ ଈଶ୍ବର, ମୁଁ ପାପୀ ମୋତେ ଦୟା କରନ୍ତୁ।’
«اما آن باجگیر گناهکار در فاصله‌ای دور ایستاد و به هنگام دعا، حتی جرأت نکرد از خجالت سر خود را بلند کند، بلکه با اندوه به سینه خود زده، گفت: خدایا، بر من گناهکار رحم فرما!
14 ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହୁଅଛି, ସେ ଲୋକ ନୁହେଁ, ବରଂ କର ଆଦାୟକାରୀ ଧାର୍ମିକ ଗଣିତ ହୋଇ ନିଜ ଘରକୁ ଚାଲିଗଲା; କାରଣ ଯେ କେହି ଆପଣାକୁ ଉନ୍ନତ ବୋଲି ଦେଖାଏ, ତାହାକୁ ନତ କରାଯିବ, କିନ୍ତୁ ଯେ ଆପଣାକୁ ନତ କରେ, ତାହାକୁ ଉନ୍ନତ କରାଯିବ।”
«به شما می‌گویم که این مرد گناهکار، بخشیده شد و به خانه رفت، اما آن فریسی خودپسند، از بخشش و رحمت خدا محروم ماند. زیرا هر که بکوشد خود را بزرگ جلوه دهد، خوار خواهد شد، اما کسی که خود را فروتن سازد، سربلند خواهد گردید.»
15 ଯୀଶୁ ଯେପରି ଶିଶୁମାନଙ୍କୁ ସ୍ପର୍ଶ କରନ୍ତି, ଏଥିପାଇଁ ଲୋକେ ସେମାନଙ୍କୁ ମଧ୍ୟ ତାହାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆଣିବାକୁ ଲାଗିଲେ; ମାତ୍ର ଶିଷ୍ୟମାନେ ତାହା ଦେଖି ସେମାନଙ୍କୁ ଧମକ ଦେବାକୁ ଲାଗିଲେ।
مردم کودکان خود را نزد عیسی آوردند تا بر سر ایشان دست بگذارد و برکتشان دهد. اما شاگردان عیسی وقتی این را دیدند، آنها را سرزنش کردند.
16 କିନ୍ତୁ ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ ଆପଣା ପାଖକୁ ଡାକି କହିଲେ, “ଶିଶୁମାନଙ୍କୁ ମୋ ନିକଟକୁ ଆସିବାକୁ ଦିଅ, ଆଉ ସେମାନଙ୍କୁ ମନା କର ନାହିଁ; କାରଣ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ରାଜ୍ୟ ଏହି ପ୍ରକାର ଲୋକମାନଙ୍କର।
اما عیسی کودکان را نزد خود فرا خواند و به شاگردان فرمود: «بگذارید کودکان نزد من بیایند و مانع ایشان نشوید. زیرا ملکوت خدا مال کسانی است که مانند این کودکان هستند.
17 ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସତ୍ୟ କହୁଅଛି, ଯେ କେହି ଶିଶୁ ପରି ଈଶ୍ବରଙ୍କ ରାଜ୍ୟ ଗ୍ରହଣ ନ କରେ, ସେ କୌଣସି ପ୍ରକାରେ ସେଥିରେ ପ୍ରବେଶ କରିବ ନାହିଁ।”
براستی به شما می‌گویم که هر که ملکوت خدا را مانند یک کودک نپذیرد، هرگز به آن داخل نخواهد شد.»
18 ଜଣେ ଯିହୁଦୀ ଧର୍ମଗୁରୁ ତାହାଙ୍କୁ ପଚାରିଲେ, ହେ ସଦ୍‌ଗୁରୁ, ଅନନ୍ତ ଜୀବନର ଅଧିକାରୀ ହେବା ନିମନ୍ତେ ମୁଁ କଅଣ କରିବି? (aiōnios g166)
روزی یکی از سران قوم یهود از عیسی پرسید: «ای استاد نیکو، چه باید بکنم تا زندگی جاوید نصیبم شود؟» (aiōnios g166)
19 ସେଥିରେ ଯୀଶୁ ତାହାଙ୍କୁ କହିଲେ, “ମୋତେ ସତ୍ ବୋଲି କାହିଁକି କହୁଅଛ? ଜଣଙ୍କ ବିନା, ଅର୍ଥାତ୍‍ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ବିନା ଅନ୍ୟ କେହି ସତ୍ ନୁହେଁ।
عیسی از او پرسید: «چرا مرا نیکو می‌خوانی؟ هیچ‌کس نیکو نیست، جز خدا!
20 ଆଜ୍ଞାଗୁଡ଼ିକ ତ ତୁମ୍ଭେ ଜାଣ, ବ୍ୟଭିଚାର କର ନାହିଁ, ନରହତ୍ୟା କର ନାହିଁ, ଚୋରି କର ନାହିଁ, ମିଥ୍ୟା ସାକ୍ଷ୍ୟ ଦିଅ ନାହିଁ, ଆପଣା ପିତାମାତାଙ୍କୁ ସମାଦର କର।”
و اما در مورد سؤالت؛ خودت که احکام را می‌دانی: زنا نکن، قتل نکن، دزدی نکن، شهادت دروغ نده، و پدر و مادر خود را گرامی بدار.»
21 ସେ କହିଲେ, ଏହି ସମସ୍ତ ମୁଁ ଯୌବନକାଳରୁ ପାଳନ କରି ଆସିଅଛି।
آن مرد جواب داد: «همۀ این احکام را از کودکی انجام داده‌ام.»
22 ଯୀଶୁ ଏହା ଶୁଣି ତାହାଙ୍କୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭର ଆଉ ଗୋଟିଏ ବିଷୟ ଉଣା ଅଛି; ତୁମ୍ଭେ ନିଜର ସବୁ ବିକି ଦେଇ ଗରିବମାନଙ୍କୁ ବାଣ୍ଟିଦିଅ, ଆଉ ତୁମ୍ଭେ ସ୍ୱର୍ଗରେ ଧନ ପାଇବ; ପୁଣି, ଆସି ମୋହର ଅନୁଗମନ କର।”
عیسی فرمود: «هنوز یک چیز کم داری. برو و هر چه داری بفروش و پولش را به فقرا بده تا گنج تو در آسمان باشد نه بر زمین! آنگاه بیا و مرا پیروی کن!»
23 କିନ୍ତୁ ସେ ଏହି ସମସ୍ତ କଥା ଶୁଣି ଅତ୍ୟନ୍ତ ଦୁଃଖିତ ହେଲେ, କାରଣ ସେ ଅତିଶୟ ଧନୀ ଥିଲେ।
ولی وقتی آن مرد این را شنید، اندوهگین از آنجا رفت، زیرا ثروت زیادی داشت.
24 ସେଥିରେ ଯୀଶୁ ତାହାଙ୍କୁ ଦେଖି କହିଲେ, “ଯେଉଁମାନଙ୍କର ଧନ ଅଛି, ସେମାନେ କେଡ଼େ କଷ୍ଟରେ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ରାଜ୍ୟରେ ପ୍ରବେଶ କରନ୍ତି!
در همان حال که می‌رفت، عیسی او را می‌نگریست. سپس رو به شاگردان کرد و فرمود: «برای ثروتمندان چه سخت است ورود به ملکوت خدا.
25 କାରଣ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ରାଜ୍ୟରେ ଧନୀ ଲୋକର ପ୍ରବେଶ କରିବା ଅପେକ୍ଷା ବରଂ ଛୁଞ୍ଚିର ଛିଦ୍ର ଦେଇ ଓଟର ପ୍ରବେଶ କରିବା ସହଜ।”
گذشتن شتر از سوراخ سوزن آسانتر است از وارد شدن شخص ثروتمند به ملکوت خدا!»
26 ଯେଉଁମାନେ ଏହା ଶୁଣିଲେ, ସେମାନେ କହିଲେ, ତେବେ କିଏ ପରିତ୍ରାଣ ପାଇ ପାରେ?
کسانی که این سخن را شنیدند، گفتند: «پس چه کسی در این دنیا می‌تواند نجات پیدا کند؟»
27 କିନ୍ତୁ ସେ କହିଲେ, “ଯାହା ମଣିଷର ଅସମ୍ଭବ, ତାହା ଈଶ୍ବରଙ୍କର ସମ୍ଭବ।”
عیسی فرمود: «آنچه از نظر انسان غیرممکن است، برای خدا ممکن است.»
28 ସେଥିରେ ପିତର କହିଲେ, ଦେଖନ୍ତୁ, ଆମ୍ଭେମାନେ ନିଜ ନିଜର ସବୁ କିଛି ଛାଡ଼ି ଆପଣଙ୍କ ଅନୁଗାମୀ ହୋଇଅଛୁ।
پطرس گفت: «ما خانه و زندگی‌مان را رها کرده‌ایم تا از تو پیروی کنیم.»
29 ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସତ୍ୟ କହୁଅଛି, ଯେଉଁ ଲୋକମାନେ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ରାଜ୍ୟ ନିମନ୍ତେ ଗୃହ କିମ୍ବା ସ୍ତ୍ରୀ କିମ୍ବା ଭାଇ କିମ୍ବା ପିତାମାତା କିମ୍ବା ସନ୍ତାନସନ୍ତତି ପରିତ୍ୟାଗ କରିଅଛନ୍ତି
عیسی جواب داد: «خاطرجمع باشید، اگر کسی به خاطر ملکوت خدا، مانند شما خانه، زن و فرزندان، برادران و خواهران، و پدر و مادر خود را ترک کند،
30 ସେମାନେ ଇହକାଳରେ ବହୁଗୁଣରେ ଓ ପରକାଳରେ ଅନନ୍ତ ଜୀବନ ପାଇବେ।” (aiōn g165, aiōnios g166)
در همین دنیا چندین برابر به او عوض داده خواهد شد و در عالم آینده نیز زندگی جاوید را خواهد یافت.» (aiōn g165, aiōnios g166)
31 ପରେ ଯୀଶୁ ବାର ଜଣ ଶିଷ୍ୟଙ୍କୁ ଏକତ୍ର କରି ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ଦେଖ, ଆମ୍ଭେମାନେ ଯିରୂଶାଲମ ସହରକୁ ଯାଉଅଛୁ, ଆଉ ଭାବବାଦୀମାନଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଯେଉଁ ସମସ୍ତ ବିଷୟ ଲେଖାଯାଇଅଛି, ସେ ସମସ୍ତ ମନୁଷ୍ୟପୁତ୍ରଙ୍କଠାରେ ସଫଳ ହେବ;
سپس آن دوازده شاگرد را نزد خود گرد آورد و به ایشان فرمود: «چنانکه می‌دانید، ما به سوی اورشلیم می‌رویم. وقتی به آنجا برسیم، تمام آنچه که انبیای پیشین درباره پسر انسان پیشگویی کرده‌اند، عملی خواهد شد.
32 କାରଣ ସେ ଅଣଯିହୁଦୀମାନଙ୍କ ହସ୍ତରେ ସମର୍ପିତ ହେବେ, ପୁଣି, ସେମାନେ ତାହାଙ୍କୁ ପରିହାସ କରିବେ, ତାହାଙ୍କ ପ୍ରତି ଅତ୍ୟାଚାର କରି ତାହାଙ୍କ ଉପରେ ଛେପ ପକାଇବେ,
در آنجا او را به رومی‌ها تحویل خواهند داد، و آنها او را مسخره کرده، به او بی‌احترامی خواهند کرد و به صورتش آب دهان خواهند انداخت،
33 ତାହାଙ୍କୁ କୋରଡ଼ା ମାରି ବଧ କରିବେ, ଆଉ ତୃତୀୟ ଦିନରେ ସେ ପୁନର୍ବାର ଉଠିବେ।”
شلّاقش خواهند زد و خواهند کشت. اما در روز سوم او زنده خواهد شد!»
34 କିନ୍ତୁ ଶିଷ୍ୟମାନେ ଏହିସବୁ ବିଷୟ କିଛି ବୁଝିଲେ ନାହିଁ; ଏହି ବାକ୍ୟ ସେମାନଙ୍କଠାରୁ ଗୁପ୍ତ ହୋଇ ରହିଲା, ପୁଣି, ଯାହା କୁହାଯାଉଥିଲା, ସେ ସବୁ ବୁଝୁ ନ ଥିଲେ।
اما شاگردان چیزی از سخنان او درک نکردند، و مفهوم آنها از ایشان مخفی نگاه داشته شد، و متوجه نبودند دربارۀ چه سخن می‌گوید.
35 ସେ ଯିରୀହୋର ନିକଟବର୍ତ୍ତୀ ହେଉଥିବା ସମୟରେ ଜଣେ ଅନ୍ଧ ବାଟ ପାଖରେ ବସି ଭିକ ମାଗୁଥିଲା।
ایشان در طی راه به نزدیکی شهر اریحا رسیدند. در کنار راه، مردی نابینا نشسته بود و گدایی می‌کرد.
36 ସେ ଲୋକମାନଙ୍କ ଯାଉଥିବାର ଶବ୍ଦ ଶୁଣି କଥା କଅଣ ବୋଲି ପଚାରିବାକୁ ଲାଗିଲା।
چون صدای رفت و آمد مردم را شنید، پرسید: «چه خبر است؟»
37 ସେମାନେ ତାହାକୁ କହିଲେ, ନାଜରିତୀୟ ଯୀଶୁ ଏହି ବାଟ ଦେଇ ଯାଉଅଛନ୍ତି।
گفتند: «عیسای ناصری در حال عبور است!»
38 ସେଥିରେ ସେ ଉଚ୍ଚସ୍ୱରରେ କହିଲେ, ହେ ଯୀଶୁ, ଦାଉଦଙ୍କ ସନ୍ତାନ, ମୋତେ ଦୟା କରନ୍ତୁ।
بلافاصله فریادکنان گفت: «ای عیسی، ای پسر داوود، بر من رحم کن!»
39 ମାତ୍ର ଆଗରେ ଯାଉଥିବା ଲୋକମାନେ ତାହାଙ୍କୁ ତୁନି ହେବା ପାଇଁ ଧମକ ଦେବାକୁ ଲାଗିଲେ, କିନ୍ତୁ ସେ ଆହୁରି ଅଧିକ ଉଚ୍ଚସ୍ୱରରେ କହିବାକୁ ଲାଗିଲା, ହେ ଦାଉଦଙ୍କ ସନ୍ତାନ ମୋତେ ଦୟା କରନ୍ତୁ।
آنانی که پیشاپیش عیسی می‌رفتند، بر سرش فریاد زدند: «ساکت شو!» اما او صدایش را بلندتر می‌کرد که: «ای پسر داوود، به من رحم کن!»
40 ସେଥିରେ ଯୀଶୁ ଠିଆ ହୋଇ ଅନ୍ଧକୁ ଆପଣା ନିକଟକୁ ଆଣିବା ପାଇଁ ଆଦେଶ ଦେଲେ; ଯେତେବେଳେ ଅନ୍ଧଟି ପାଖକୁ ଆସିଲା, ଯୀଶୁ ତାହାକୁ ପଚାରିଲେ,
عیسی ایستاد و دستور داد او را نزدش بیاورند. وقتی مرد نابینا نزدیک شد، عیسی از او پرسید: «چه می‌خواهی برایت بکنم؟» جواب داد: «سرور من، می‌خواهم بینا شوم.»
41 “ମୁଁ ତୁମ୍ଭ ପାଇଁ କଅଣ କରିବି ବୋଲି ତୁମ୍ଭେ ଇଚ୍ଛା କରୁଅଛ?” ଅନ୍ଧ କହିଲା, ହେ ପ୍ରଭୁ, ମୁଁ ଯେପରି ଦେଖି ପାରିବି।
42 ଯୀଶୁ ତାହାକୁ କହିଲେ, “ଦୃଷ୍ଟି ପାଅ; ତୁମ୍ଭର ବିଶ୍ୱାସ ତୁମ୍ଭକୁ ସୁସ୍ଥ କରିଅଛି।”
عیسی فرمود: «بسیار خوب، بینا شو! ایمانت تو را شفا داده است!»
43 ସେହିକ୍ଷଣି ସେ ଦେଖି ପାରିଲେ ଏବଂ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ମହିମା କୀର୍ତ୍ତନ କରୁ କରୁ ତାହାଙ୍କ ପଛେ ପଛେ ଚାଲିବାକୁ ଲାଗିଲେ ଏବଂ ଲୋକ ସମସ୍ତେ ତାହା ଦେଖି ଈଶ୍ବରଙ୍କ ପ୍ରଶଂସା କଲେ।
همان لحظه آن کور، بینایی خود را بازیافت و در حالی که خدا را شکر می‌کرد، از پی عیسی به راه افتاد. وقتی مردم این ماجرا را دیدند، همگی خدا را ستایش کردند.

< ଲୂକ 18 >