< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ତୃତୀୟ ପୁସ୍ତକ 22 >

1 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶାଙ୍କୁ କହିଲେ,
परमेश्वर मोशेला म्हणाला,
2 “ତୁମ୍ଭେ ହାରୋଣକୁ ଓ ତାହାର ପୁତ୍ରଗଣଙ୍କୁ କୁହ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣର ପବିତ୍ରୀକୃତ ଦ୍ରବ୍ୟ ବିଷୟରେ ସାବଧାନ ହୁଅ, ସେମାନେ ଆମ୍ଭ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଯାହା ପବିତ୍ର କରନ୍ତି, ତଦ୍ଦ୍ୱାରା ଆମ୍ଭର ପବିତ୍ର ନାମକୁ ଅପବିତ୍ର କରିବେ ନାହିଁ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।
“अहरोन व त्याचे पुत्र ह्याना सांग की इस्राएल लोक ज्या वस्तू मला समर्पण करतात त्यापासून त्यांनी दूर रहावे व माझ्या पवित्र नावाला कलंक लावू नये. मी परमेश्वर आहे!
3 ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ କୁହ, ପୁରୁଷାନୁକ୍ରମେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବଂଶ ମଧ୍ୟରେ ଯେକେହି ଅଶୁଚି ହୋଇ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣ ଦ୍ୱାରା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପବିତ୍ରୀକୃତ ଦ୍ରବ୍ୟ ନିକଟକୁ ଯିବ, ସେ ପ୍ରାଣୀ ଆମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ ହେବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।
तुझ्या वंशजापैकी कोणी जर अशुद्ध असेल त्याने इस्राएल लोकांनी समर्पीत केलेल्या पवित्र वस्तूंना हात लावू नये, त्यास मजसमोरुन दूर करावे. मी परमेश्वर आहे!
4 ପୁଣି, ହାରୋଣ-ବଂଶର ଯେକେହି କୁଷ୍ଠୀ ଅବା ପ୍ରମେହୀ ହୁଏ, ସେ ଶୁଚି ନ ହେବା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ। ଯେକେହି ଶବ ଦ୍ୱାରା ଅଶୁଚି ହୋଇଥିବା କୌଣସି ଦ୍ରବ୍ୟକୁ, ଅବା ଯାହାର ବୀର୍ଯ୍ୟପାତ ହେଉଥାଏ, ଏପରି କୌଣସି ମନୁଷ୍ୟକୁ ଛୁଇଁବ;
अहरोनाच्या वंशापैकी कोणी महारोगी किंवा स्त्राव होणारा असला तर त्याने शुद्ध होईपर्यंत पवित्र केलेले पदार्थ खाऊ नयेत. हा नियम अशुद्ध झालेल्या प्रत्येक याजकाला लागू आहे. प्रेताला स्पर्श केल्यामुळे किंवा वीर्यपातामुळे अशुद्ध झालेला मनुष्य,
5 ଅଥବା ଯାହା ଦ୍ୱାରା ସେ ଅଶୁଚି ହୋଇପାରେ, ଏପରି କୌଣସି ଉରୋଗାମୀ ଜନ୍ତୁକୁ, କି କୌଣସି ପ୍ରକାର ଅଶୁଚି ମନୁଷ୍ୟକୁ ଛୁଇଁବ,
किंवा जमिनीवर सरपटणाऱ्या कोणत्याही अशुद्ध प्राण्याला स्पर्श केल्यामुळे किंवा कोणत्याही इतर कारणामुळे अशुद्ध झालेल्या मनुष्यास स्पर्श केल्यामुळे
6 ସେହି ସ୍ପର୍ଶକାରୀ ବ୍ୟକ୍ତି ସନ୍ଧ୍ୟା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଅଶୁଚି ରହିବ; ଆଉ, ସେ ଜଳରେ ଆପଣା ଶରୀର ନ ଧୋଇଲେ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ।
याजकाने अशा कोणालाही स्पर्श केला तर त्याने संध्याकाळपर्यंत अशुद्ध रहावे. त्याने पवित्र पदार्थ खाऊ नयेत; त्याने पाण्याने स्नान केले तरी पवित्र पदार्थ खाऊ नयेत.
7 ତହିଁ ଉତ୍ତାରେ ସୂର୍ଯ୍ୟ ଅସ୍ତ ହେଲେ, ସେ ଶୁଚି ହୋଇ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଜନ କରିବ, କାରଣ ତାହା ତାହାର ଖାଦ୍ୟ ଅଟେ।
सूर्य मावळल्यावरच तो मनुष्य शुद्ध ठरेल; त्यानंतर त्याने पवित्र पदार्थ खावे; कारण ते त्याचे अन्न आहे.
8 ସେ ଆପଣାକୁ ଅଶୁଚି କରିବା ନିମନ୍ତେ ସ୍ୱୟଂମୃତ ବା ପଶୁ ଦ୍ୱାରା ବିଦୀର୍ଣ୍ଣ ଜନ୍ତୁର ମାଂସ ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।
आपोआप मरण पावलेल्या किंवा जंगली जनावरांनी मारुन टाकलेल्या जनावराचे मांस याजकाने खाऊ नये, जर तो ते खाईल तर तो अशुद्ध होईल; मी परमेश्वर आहे!
9 ଏହେତୁ ସେମାନେ ଆମ୍ଭର ବିଧି ମାନ୍ୟ କରି ପାଳନ କରିବେ; ନୋହିଲେ, ଯେବେ ସେମାନେ ତାହା ଅପବିତ୍ର କରନ୍ତି, ତେବେ ତହିଁ ସକାଶୁ ଆପଣା ଆପଣା ଅପରାଧ ବୋହିବ ଓ ତହିଁରେ ମରିବେ; ଯେ ସେମାନଙ୍କୁ ପବିତ୍ର କରନ୍ତି, ସେହି ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭେ।
त्यांनी माझी आज्ञा पाळावी व पवित्र पदार्थ अपवित्र होणार नाहीत याची काळजी घ्यावी; त्यांनी ती घेतील नाही तर आज्ञाभंगाच्या पापामुळे ते मरतील. मी परमेश्वराने त्यांना या पवित्र कामासाठी वेगळे केले आहे.
10 ଆଉ, ଭିନ୍ନ ବଂଶୀୟ କୌଣସି ଲୋକ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ; ଯାଜକର ଗୃହରେ ପ୍ରବାସୀ ଅବା ବେତନଜୀବୀ ଦାସ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ।
१०फक्त याजकाच्या कुटुंबातील लोकांनी पवित्र अन्न खावे; त्याच्याकडील पाहुण्याने किंवा त्या याजकाने कामाला लावलेल्या मजुराने पवित्र अन्न खाऊ नये;
11 ମାତ୍ର ଯାଜକ ଯଦି କୌଣସି ପ୍ରାଣୀକୁ କ୍ରୟ କରେ, ତେବେ ତାହାର ରୂପାରେ କ୍ରୟ କରାଯାଇଥିବା ସେହି ଲୋକ ତାହା ଭୋଜନ କରିବ; ପୁଣି, ତାହାର ଗୃହରେ ଜନ୍ମ ହୋଇଥିବା ଲୋକମାନେ ତାହାର ଅନ୍ନ ଭୋଜନ କରିବେ।
११परंतु याजकाने स्वत: चे पैसे देऊन एखादा गुलाम विकत घेतला असेल तर त्या गुलामाने व याजकाच्या घरात जन्मलेल्या त्याच्या मुलाबाळांनी त्या पवित्र अन्नातून खावे.
12 ଆଉ ଯାଜକର କନ୍ୟା ଯଦି କୌଣସି ଭିନ୍ନ ବଂଶୀୟ ଲୋକ ସହିତ ବିବାହିତା ହୁଏ, ତେବେ ସେ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟାଦି ମଧ୍ୟରୁ ଉତ୍ତୋଳନୀୟ ନୈବେଦ୍ୟ ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ।
१२याजकाच्या मुलीने याजक वंशाच्या बाहेरच्या मनुष्याबरोबर लग्न केले असेल तर तिने पवित्र पदार्थ खाऊ नयेत.
13 ମାତ୍ର ଯାଜକର କନ୍ୟା ଯଦି ବିଧବା କି ତ୍ୟକ୍ତା ହୋଇ ନିଃସନ୍ତାନ ହୋଇଥାଏ ଓ ପୁନର୍ବାର ଆସି ବାଲ୍ୟାବସ୍ଥା ତୁଲ୍ୟ ପିତୃଗୃହରେ ବାସ କରେ, ତେବେ ସେ ଆପଣା ପିତାର ଅନ୍ନ ଭୋଜନ କରିବ; ମାତ୍ର ଭିନ୍ନ ବଂଶୀୟ ଲୋକ ତାହା ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ।
१३याजकाची मुलगी विधवा झाली असेल किंवा तिच्या नवऱ्याने तिला सोडून दिले असेल, तिला एकही मूल झालेले नसेल व परत ती तरुणपणी होती तशीच आपल्या वडिलाच्या घरी राहत असेल तर मग आपल्या वडिलाच्या म्हणजे याजकाच्या घरातील पवित्र अन्नातून तिने खावे, परंतु याजकाच्या घरचे पवित्र अन्न फक्त त्याच्या कुटुंबातील लोकांनीच खावे परकियाने खाऊ नये.
14 ଆଉ, ଯଦି କେହି ଅଜ୍ଞାତସାରରେ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଜନ କରେ, ତେବେ ସେ ତହିଁର ପଞ୍ଚମାଂଶ ଅଧିକା କରି ଯାଜକକୁ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଦେବ।
१४एखाद्याने चुकून पवित्र पदार्थ खाल्ला तर त्याने त्या खाल्लेल्या पदार्थाइतकी व त्या पदार्थाच्या पाचव्या हिश्श्याइतकी किंमत भरपाई म्हणून त्यामध्ये घालून याजकास द्यावी.
15 ଏହିରୂପେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଯେଉଁ ଯେଉଁ ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଉତ୍ସର୍ଗ କରନ୍ତି, ସେମାନେ ତାହାସବୁ ଅପବିତ୍ର କରିବେ ନାହିଁ।
१५इस्राएल लोक परमेश्वरास अर्पणे देतात तेव्हा ती अर्पणे पवित्र होतात, म्हणून ती पवित्र अर्पणे याजकाने अपवित्र करु नयेत;
16 ପୁଣି, ସେମାନେ ଆପଣାମାନଙ୍କର ପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଜନ କରି ଦୋଷଜନକ ଅପରାଧ ବହନ କରିବେ ନାହିଁ; କାରଣ ଯେ ସେମାନଙ୍କୁ ପବିତ୍ର କରନ୍ତି, ସେହି ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭେ ଅଟୁ।”
१६जर याजकांनी त्यांना पवित्र अर्पणे खाण्याची परवानगी दिली तर ते स्वत: वर अपराध ओढवून घेतील. आणि त्या अपराधाबद्दल त्यांना पैसे भरावे लागतील. मी परमेश्वर त्यांना पवित्र करणारा आहे!
17 ଆହୁରି ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶାଙ୍କୁ କହିଲେ,
१७मग परमेश्वर मोशेला म्हणाला,
18 “ତୁମ୍ଭେ ହାରୋଣକୁ ଓ ତାହାର ପୁତ୍ରଗଣଙ୍କୁ ଓ ଇସ୍ରାଏଲର ସମସ୍ତ ସନ୍ତାନଗଣକୁ କୁହ, ‘ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶ କିଅବା ଇସ୍ରାଏଲ ମଧ୍ୟରେ ବିଦେଶୀମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ ଯେଉଁମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ହୋମବଳି ନିମନ୍ତେ ମାନତପୂର୍ବକ ବା ସ୍ଵେଚ୍ଛାପୂର୍ବକ କୌଣସି ଉପହାର ଆଣନ୍ତି,
१८अहरोन, त्याचे पुत्र व सर्व इस्राएल लोक ह्याना सांग की तुम्हा इस्राएल लोकांपैकी किंवा तुम्हामध्ये राहणाऱ्या उपरी लोकांपैकी कोणाला आपल्या नवसाचा किंवा काही विशेष कारणासाठी स्वखुशीचा परमेश्वरासाठी यज्ञबली अर्पावयाचा असेल,
19 ସେମାନେ ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବା ନିମନ୍ତେ ଗୋରୁ କି ମେଷ କି ଛାଗ ମଧ୍ୟରୁ ନିଖୁନ୍ତ ପୁଂପଶୁ ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବେ।
१९व तो मान्य असणारा असावा जसे गुरे, मेंढरे किंवा बकरे ह्यापैकी असेल तर तो त्यांच्यातील नर असावा, व त्याच्यात काहीही दोष नसावा!
20 ମାତ୍ର ଯାହାର ଖୁଣ ଥାଏ, ତାକୁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବ ନାହିଁ; କାରଣ ତାହା ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପକ୍ଷରେ ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବ ନାହିଁ।
२०परंतु दोष असलेली कोणतीही अर्पणे तू स्विकारू नये; त्या अर्पणामुळे मला संतोष होणार नाही!
21 ଆଉ, କୌଣସି ଲୋକ ଯଦି ମାନତ ସିଦ୍ଧି ନିମନ୍ତେ ଅବା ସ୍ଵେଚ୍ଛାଦତ୍ତ ଉପହାର ନିମନ୍ତେ ଗୋଠରୁ (ଗାଈଗୋରୁ ପଲ) ଅବା ପଲରୁ (ମେଷ, ଛାଗପଲ) ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ମଙ୍ଗଳାର୍ଥକ ବଳି ଉତ୍ସର୍ଗ କରେ, ତେବେ ତାହା ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବା ନିମନ୍ତେ ନିଖୁନ୍ତ ହେବ; ତାହାଠାରେ କୌଣସି ଖୁଣ ନ ଥିବ।
२१एखाद्या मनुष्यास आपला नवस फेडण्यासाठी किंवा खुशीच्या अर्पणासाठी परमेश्वरास गुरांढोरातून किंवा शेरडांमेंढरातून शांत्यर्पण करावयाचे असेल तर ते दोषहीन असावे म्हणजे ते मान्य होईल.
22 ଅନ୍ଧ, ଭଗ୍ନ, ଛୋଟା, ଆବୁଆ, ଜାଦୁଆ କି ଖାରସ୍ତିଆ, ଏମାନଙ୍କୁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବ ନାହିଁ, କିଅବା ସେମାନଙ୍କୁ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଅଗ୍ନିକୃତ ଉପହାର ରୂପେ ବେଦି ଉପରେ ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବ ନାହିଁ।
२२आंधळा, हाड मोडलेला, लुळा, वाहती जखम असलेला किंवा अंगवार मस, चाई, खरुज असा त्वचेचा रोग असलेला असा कोणताही प्राणी परमेश्वरास अर्पू नये, किंवा परमेश्वराकरिता वेदीवर त्याचा अर्पण म्हणून होम करु नये.
23 ତୁମ୍ଭେ ଅଧିକ ଅଙ୍ଗ କି ହୀନାଙ୍ଗ ଗୋରୁ କି ମେଷ ସ୍ଵେଚ୍ଛାଦତ୍ତ ଉପହାର ରୂପେ ଉତ୍ସର୍ଗ କରିପାର; ମାତ୍ର ମାନତ ନିମନ୍ତେ ତାହା ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବ ନାହିଁ।
२३गोऱ्हा किंवा मेंढा ह्याचा एखादा पाय आखुड पूर्णपणे न वाढलेला किंवा प्रमाणाबाहेर लांब असेल तर तो खुशीच्या अर्पणाकरिता चालेल, पण नवस फेडण्याकरिता त्याचा स्वीकार होणार नाही.
24 ଆଉ, ଯାହାର କୋଷ ମଳା, ଛେଚା, ଭଙ୍ଗା, କଟା, ଏପରି (ପଶୁ) ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବ ନାହିଁ; କିଅବା ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଦେଶରେ ଏପରି ବଳି ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବ ନାହିଁ।
२४ज्याचे अंड ठेचलेले, चिरडलेले किंवा फाटलेले असेल असा प्राणी परमेश्वरास अर्पण करु नये अशा गोष्टी तुम्ही तुमच्या देशात करु नयेत.
25 କିଅବା ବିଦେଶୀର ହସ୍ତରୁ ଏହିସବୁରୁ କିଛି ଆପଣାମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କର ଭକ୍ଷ୍ୟ ରୂପେ ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବ ନାହିଁ; କାରଣ ସେମାନଙ୍କର ନଷ୍ଟତା ସେମାନଙ୍କଠାରେ ଅଛି, ସେମାନଙ୍କଠାରେ ଖୁଣ ଅଛି; ସେମାନେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପକ୍ଷରେ ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବେ ନାହିଁ।’”
२५देवाला अर्पण करण्यासाठी म्हणून कोणतेही प्राणी तुम्ही परराष्ट्रीय लोकांकडून घेऊ नये कारण त्या प्राण्यांना काही इजा झालेली असेल किंवा त्यांच्यात काही दोष असेल तर; ते प्राणी स्वीकारले जाणार नाहीत!
26 ଆଉ, ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶାଙ୍କୁ କହିଲେ,
२६परमेश्वर मोशेला म्हणाला,
27 “ଗୋରୁ କି ମେଷ କି ଛାଗ ଜନ୍ମିଲା ଉତ୍ତାରେ ସାତ ଦିନ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ମାତା ସହିତ ରହିବ; ପୁଣି, ଅଷ୍ଟମ ଦିନଠାରୁ ତାହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଅଗ୍ନିକୃତ ଉପହାର ନିମନ୍ତେ ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବ।
२७वासरू, कोकरु किंवा करडू जन्मल्यावर सात दिवस त्याच्या आईजवळ असले पाहिजे; आठव्या दिवशी व त्यानंतर ते परमेश्वरास अर्पण म्हणून अर्पण करण्यासाठी स्वीकारावयास योग्य ठरेल.
28 ଆଉ, ଗୋରୁ କି ମେଷୀ ହେଉ, ତାହାକୁ ଓ ତାହାର ଛୁଆକୁ ଏକାଦିନେ ଦୁହିଁଙ୍କୁ ବଧ କରିବ ନାହିଁ।
२८परंतु गाय व तिचे वासरु, मेंढी व तिचे कोकरु ह्याप्रमाणे एखादा प्राणी व त्याची आई ह्यांचा एकाच दिवशी वध करु नये.
29 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଯେଉଁ ସମୟରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପ୍ରଶଂସାର୍ଥକ ବଳି ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବ, ସେହି ସମୟରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବା ନିମନ୍ତେ ତାହା କରିବ।
२९परमेश्वराकरिता तुम्हास उपकारस्तुतीचा यज्ञबली अर्पावयाचा असल्यास तो देवाला संतोष देईल अशाप्रकारे तुम्ही अर्पावा.
30 ସେହି ଦିନ ତାହା ଭୋଜନ କରାଯିବ; ତୁମ୍ଭେମାନେ ପ୍ରଭାତ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତହିଁରୁ କିଛି ଅବଶିଷ୍ଟ ରଖିବ ନାହିଁ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।
३०अर्पण केलेल्या पशूचे मांस त्याच दिवशी तुम्ही खाऊन टाकावे; त्यातील काहीही दुसऱ्या दिवशी सकाळपर्यंत शिल्लक ठेवू नये. मी परमेश्वर आहे!
31 ଏଥିନିମନ୍ତେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭର ଆଜ୍ଞା ମାନ୍ୟ କରି ପାଳନ କରିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।
३१तुम्ही माझ्या आज्ञांची आठवण ठेवून त्या पाळाव्या; मी परमेश्वर आहे!
32 ଆଉ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭର ପବିତ୍ର ନାମ ଅପବିତ୍ର କରିବ ନାହିଁ; ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣ ମଧ୍ୟରେ ପବିତ୍ର ରୂପେ ମାନ୍ୟ ହେବା।
३२तुम्ही माझ्या पवित्र नांवाचा अनादर करू नये. माझे भय धरावे! इस्राएल लोकांमध्ये मला पवित्र मानण्यात येईल; मी तुम्हास माझे पवित्र लोक केले आहे मी परमेश्वर आहे!
33 ଯେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ପବିତ୍ର କରନ୍ତି, ଯେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ହେବା ନିମନ୍ତେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ମିସର ଦେଶରୁ ବାହାର କରି ଆଣିଲେ, ସେହି ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭେ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।”
३३मी तुम्हास मिसर देशातून बाहेर आणले, आणि मी तुमचा देव झालो, मी परमेश्वर आहे!”

< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ତୃତୀୟ ପୁସ୍ତକ 22 >