< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ତୃତୀୟ ପୁସ୍ତକ 19 >

1 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶାଙ୍କୁ କହିଲେ,
परमेश्वर मोशेला म्हणाला,
2 “ତୁମ୍ଭେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣର ସମସ୍ତ ମଣ୍ଡଳୀକୁ କୁହ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ପବିତ୍ର ହେବ, କାରଣ ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ପବିତ୍ର ଅଟୁ।
सर्व इस्राएलाच्या मंडळीतील लोकांस सांग की, मी तुमचा देव परमेश्वर पवित्र आहे, म्हणून तुम्हीही पवित्र असलेच पाहिजे.
3 ତୁମ୍ଭେମାନେ ପ୍ରତ୍ୟେକେ ଆପଣା ଆପଣା ମାତାକୁ ଓ ଆପଣା ଆପଣା ପିତାକୁ ଭୟ କରିବ; ପୁଣି, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭର ବିଶ୍ରାମ ଦିନ ପାଳନ କରିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ଅଟୁ।
तुमच्यातील प्रत्येकाने आपली आई व आपला बाप ह्यांचा मान राखलाच पाहिजे आणि माझा शब्बाथ पाळलाच पाहिजे; मी तुमचा देव परमेश्वर आहे!
4 ଆଉ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ପ୍ରତିମାଗଣର ପଶ୍ଚାଦ୍‍ଗାମୀ ହୁଅ ନାହିଁ ଓ ଆପଣାମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ଛାଞ୍ଚରେ ଢଳା ଦେବତା ନିର୍ମାଣ କର ନାହିଁ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ଅଟୁ।
तुम्ही मूर्तीपूजा करु नका, आपल्यासाठी ओतीव देव करु नका. मी तुमचा देव परमेश्वर आहे!
5 ପୁଣି, ଯଦି ତୁମ୍ଭେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ମଙ୍ଗଳାର୍ଥକ ବଳିଦାନ କର, ତେବେ ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବା ନିମନ୍ତେ ତାହା ବଳିଦାନ କରିବ।
तुम्ही परमेश्वरासाठी शांत्यर्पणाचा यज्ञ कराल तेव्हा तो असा करा की त्यामुळे तुम्ही मला मान्य व्हाल.
6 ବଳିଦାନ ଦିନ ଓ ତହିଁ ଆରଦିନ ତାହା ଭୋଜନ କରାଯିବ; ପୁଣି, ତୃତୀୟ ଦିନ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତହିଁରୁ କିଛି ଅବଶିଷ୍ଟ ରହିଲେ, ତାହା ଦଗ୍ଧ କରାଯିବ।
त्या अर्पणाचे मांस यज्ञाच्या दिवशी व त्याच्या दुसऱ्या दिवशी खावे, पण तिसऱ्या दिवशी जर त्यातून काही उरले तर ते अग्नीत जाळून टाकावे.
7 ଯଦି ତୃତୀୟ ଦିନ ତହିଁରୁ କିଛି ଭୋଜନ କରାଯିବ, ତେବେ ତାହା ଘୃଣାଯୋଗ୍ୟ ଓ ଅଗ୍ରାହ୍ୟ ହେବ।
तिसऱ्या दिवशी त्यातील खाणे भयंकर पाप आहे; ते अर्पण मान्य होणार नाही.
8 ଆଉ, ତହିଁର ଭୋଜନକାରୀ ନିଜ ଅପରାଧ ବୋହିବ; କାରଣ ସେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ପବିତ୍ର ବସ୍ତୁ ଅପବିତ୍ର କରିଅଛି; ଏଣୁକରି ସେହି ପ୍ରାଣୀ ଆପଣା ଲୋକମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ ହେବ।
कोणी तसे करील तर ते पाप केल्यामुळे तो अपराधी ठरेल, कारण त्याने परमेश्वराच्या पवित्र वस्तूचा मान न राखता ती दूषित केली असे होईल; त्या मनुष्यास आपल्या लोकातून बाहेर टाकावे.
9 ଆଉ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ଭୂମିର ଶସ୍ୟ କାଟିବା ବେଳେ ତୁମ୍ଭେ ନିଜ କ୍ଷେତ୍ରର କୋଣ ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ରୂପେ କାଟିବ ନାହିଁ, କିଅବା ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା କ୍ଷେତ୍ରରେ ଛାଡ଼ିଥିବା ଶସ୍ୟ ସାଉଣ୍ଟିବ ନାହିଁ।
तुम्ही हंगामाच्या वेळी आपल्या शेतातील पिकाची कापणी कराल तेव्हा, आपल्या शेताच्या कोनाकोपऱ्यातील झाडून सारेच पीक काढू नका व पीक काढून घेतल्यावर सरवा वेचू नका.
10 ପୁଣି, ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଦ୍ରାକ୍ଷାକ୍ଷେତ୍ର ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ଖୁଣ୍ଟି ତୋଳିବ ନାହିଁ, କିଅବା ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଦ୍ରାକ୍ଷାକ୍ଷେତ୍ରର ପଡ଼ିଲା ଫଳ ସାଉଣ୍ଟିବ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭେ ତାହା ଦରିଦ୍ର ଓ ବିଦେଶୀମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ଛାଡ଼ିଦେବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ଅଟୁ।
१०आपला द्राक्षमळाही झाडून सारा खुडू नका, तसेच द्राक्षमळयात खाली पडलेली फळे गोळा करु नका; गोरगरीबांसाठी व तुमच्या देशातून प्रवास करणाऱ्या उपरी लोकांसाठी ती राहू द्यावी; मी तुमचा देव परमेश्वर आहे!
11 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଚୋରି କରିବ ନାହିଁ, କିଅବା ପ୍ରବଞ୍ଚନା କରିବ ନାହିଁ, କି ପରସ୍ପର ମିଥ୍ୟା କହିବ ନାହିଁ।
११तुम्ही चोरी करु नये. कोणाला फसवू नये. एकमेकाशी कपटाने बोलू नये.
12 ଆଉ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭ ନାମ ନେଇ ମିଥ୍ୟା ଶପଥ କରିବ ନାହିଁ, ତାହା କଲେ, ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ନାମ ଅପବିତ୍ର କରିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ।
१२तुम्ही माझ्या नावाने खोटी शपथ वाहून आपल्या देवाच्या नावाला कलंक लावू नये. मी परमेश्वर आहे!
13 ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପ୍ରତିବାସୀ ପ୍ରତି ଅନ୍ୟାୟ କରିବ ନାହିଁ ଓ ଅପହରଣ କରିବ ନାହିଁ; ପୁଣି, ବେତନଜୀବୀର ବେତନ ରାତ୍ରିଠାରୁ ସକାଳ ଯାଏ ତୁମ୍ଭ ପାଖରେ ରହିବ ନାହିଁ।
१३आपल्या शेजाऱ्यावर जुलूम करु नका व त्यास लुबाडू नका; मजुराची मजुरी रात्रभर दिवस उजाडेपर्यंत आपल्याजवळ ठेवू नका.
14 ତୁମ୍ଭେ ବଧିରକୁ ଅଭିଶାପ ଦେବ ନାହିଁ ଓ ଅନ୍ଧ ଆଗରେ ଝୁଣ୍ଟିବାର ଦ୍ରବ୍ୟ ରଖିବ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କୁ ଭୟ କରିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ।
१४बहिऱ्याला शिव्याशाप देऊ नका; आंधळ्याने ठोकर लागून पडावे म्हणून एखाद्या वस्तूचे अडखळण त्याच्या वाटेत ठेवू नका; पण आपल्या देवाचा मान राखा त्याचे भय बाळगा. मी परमेश्वर आहे!
15 ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଚାରରେ ଅଧର୍ମ କରିବ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭେ ଦରିଦ୍ରର ମୁଖାପେକ୍ଷା କରିବ ନାହିଁ, କିଅବା ଧନୀର ସମ୍ଭ୍ରମ କରିବ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ତୁମ୍ଭେ ଧର୍ମରେ ଆପଣା ପ୍ରତିବାସୀର ବିଚାର କରିବ।
१५न्यायनिवाडा करताना कोणावर अन्याय करु नका तर योग्य न्याय द्या. न्यायदान करताना गरीब लोक व वजनदार लोक ह्याना विशेष मर्जी दाखवू नका. आपल्या शेजाऱ्याचा न्याय करताना योग्य तोच न्याय द्या.
16 ତୁମ୍ଭେ ଖଚୁଆ ହୋଇ ଆପଣା ଲୋକମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ଏଣେତେଣେ ବୁଲିବ ନାହିଁ; କିଅବା ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତିବାସୀର ରକ୍ତ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଠିଆ ହେବ ନାହିଁ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ।
१६आपल्या लोकांमध्ये चहाड्या करीत इकडे तिकडे फिरू नका, आपल्या शेजाऱ्याचा जीव धोक्यात येईल असे काही करु नका. मी परमेश्वर आहे!
17 ତୁମ୍ଭେ ମନେ ମନେ ଆପଣା ଭାଇକୁ ଘୃଣା କରିବ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭେ ନିତାନ୍ତ ଆପଣା ପ୍ରତିବାସୀକୁ ଅନୁଯୋଗ କରିବ, ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭେ ତାହାର ଅପରାଧ ବୋହିବ ନାହିଁ।
१७आपल्या मनात आपल्या भावाचा द्वेष बाळगू नका; आपल्या शेजाऱ्याने चुकीचे काही कृत्य केल्यास त्याची कान उघडणी करावी, परंतु त्याच्या अपराधामध्ये सहभागी होऊ नये.
18 ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଲୋକମାନଙ୍କ ସନ୍ତାନଗଣକୁ ପ୍ରତିହିଂସା କି ଦ୍ୱେଷ କରିବ ନାହିଁ, ବରଞ୍ଚ ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପ୍ରତିବାସୀକୁ ଆତ୍ମତୁଲ୍ୟ ପ୍ରେମ କରିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ।
१८लोकांनी तुमचे वाईट केलेले विसरून जावे, त्याबद्दल सूड घेण्याचा प्रयत्न करु नका तर आपल्या शेजाऱ्यावर स्वत: सारखी प्रीती करा. मी परमेश्वर आहे!
19 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭର ସକଳ ବିଧି ପାଳନ କରିବ; ତୁମ୍ଭେ ଭିନ୍ନଜାତୀୟ ପଶୁ ସହିତ ଆପଣା ପଶୁମାନଙ୍କୁ ସଙ୍ଗମ କରିବାକୁ ଦେବ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା କ୍ଷେତ୍ରରେ ମିଶ୍ରିତ ବୀଜ ବୁଣିବ ନାହିଁ; କିଅବା ଦୁଇ ପ୍ରକାର ସୂତ୍ରମିଶ୍ରିତ ବସ୍ତ୍ର ଦେହରେ ଦେବ ନାହିଁ।
१९तुम्ही माझे नियम पाळा. आपल्या पशूंचा भिन्न जातीच्या पशूंशी संकर करु नका. दोन जातीचे बी मिसळून ते आपल्या शेतात पेरू नका. भिन्न सूत एकत्र करून विणलेला कपडा अंगात घालू नका.
20 ପୁଣି, ମୂଲ୍ୟ ଦ୍ୱାରା ଅବା ଅନ୍ୟ ରୂପେ ମୁକ୍ତ ନୁହେଁ, ଏପରି ଯେ ସ୍ୱାମୀ ପ୍ରତି ବାଗ୍‍ଦତ୍ତା ଦାସୀ, ତାହା ସହିତ ଯଦି କେହି ଶୟନ କରେ, ତେବେ ସେମାନେ ଦଣ୍ଡନୀୟ ହେବେ; ସେମାନଙ୍କର ପ୍ରାଣଦଣ୍ଡ ହେବ ନାହିଁ, କାରଣ ସେ ମୁକ୍ତ ନୁହେଁ।
२०एखाद्या पुरुषाची स्त्री गुलाम, ती विकत घेतलेली नसेल किंवा खंडणी भरून मुक्त झाली नसेल, अशा स्त्रीशी कोणी शरीरसंबंध केल्यास त्या दोघांना शिक्षा व्हावी; परंतु तिची मुक्तता झाली नसल्यामुळे त्यांना जिवे मारू नये.
21 ପୁଣି, ସେ ପୁରୁଷ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁର ଦ୍ୱାର ନିକଟକୁ ଆପଣାର ଦୋଷାର୍ଥକ ବଳି, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଦୋଷାର୍ଥକ ମେଷ ଆଣିବ।
२१हे पाप केलेल्या मनुष्याने आपले दोषार्पण म्हणून एक मेंढा दोषार्पणासाठी, दर्शनमंडपाच्या दारापाशी परमेश्वरासमोर आणावा;
22 ଆଉ, ଯାଜକ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ସାକ୍ଷାତରେ ସେହି ଦୋଷାର୍ଥକ ମେଷ ଦ୍ୱାରା, ସେ ଯେଉଁ ପାପ କରିଅଛି, ତାହାର ସେହି ପାପ ସକାଶେ ପ୍ରାୟଶ୍ଚିତ୍ତ କରିବ; ତହିଁରେ ସେ ଯେଉଁ ପାପ କରିଅଛି, ତାହାର ସେହି ପାପ କ୍ଷମା ହେବ।
२२आणि त्याने केलेल्या पापाबद्दल दोषार्पणाच्या मेंढ्याद्वारे त्याच्यासाठी याजकाने परमेश्वरासमोर प्रायश्चित करावे; म्हणजे त्याने केलेल्या पापाची त्यास क्षमा होईल.
23 ଆଉ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଦେଶରେ ପ୍ରବେଶ କରି ଭୋଜନାର୍ଥେ ନାନା ପ୍ରକାର ବୃକ୍ଷ ରୋପଣ କଲେ, ତହିଁର ଫଳକୁ ଅସୁନ୍ନତ ବୋଲି ଜ୍ଞାନ କରିବ, ତାହାସବୁ ତିନି ବର୍ଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ଅସୁନ୍ନତ ସ୍ୱରୂପ ହେବ; ତାହା ଭୋଜନ କରାଯିବ ନାହିଁ।
२३तुम्ही आपल्या देशात जाऊन पाहोचल्यावर खाण्यासाठी निरनिराळ्या प्रकारची फळझाडे लावाल, तेव्हा फळझाडे लावल्यावर तुम्ही तीन वर्षे थांबाबे, त्यांची फळे खाऊ नयेत.
24 ମାତ୍ର ଚତୁର୍ଥ ବର୍ଷରେ ତହିଁର ସମସ୍ତ ଫଳ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ପ୍ରଶଂସାର୍ଥକ ଉପହାର ରୂପେ ପବିତ୍ର ହେବ।
२४पण चौथ्या वर्षी त्यांची सर्व फळे परमेश्वराची होतील; ती परमेश्वराच्या उपकारस्मरणाच्या यज्ञासाठी पवित्र समजावी.
25 ପୁଣି, ପଞ୍ଚମ ବର୍ଷରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ତହିଁର ଫଳ ଭୋଜନ କରିବ, ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ପ୍ରଚୁର ଫଳ ଫଳିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ଅଟୁ।
२५मग पाचव्या वर्षी तुम्ही त्यांची फळे खावी. असे केल्याने त्यांना तुमच्यासाठी अधिक फळे येतील. मी तुमचा देव परमेश्वर आहे!
26 ତୁମ୍ଭେମାନେ ରକ୍ତ ସହିତ କୌଣସି ଦ୍ରବ୍ୟ ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭେମାନେ ଗଣକତା ବା ଶୁଭାଶୁଭ କହିବାର ବିଦ୍ୟା ବ୍ୟବହାର କରିବ ନାହିଁ।
२६तुम्ही कोणतेही मांस रक्तासह खाऊ नका. तुम्ही काही जादूटोणा, मंत्रतंत्र व शकूनमुहूर्त ह्याच्याद्वारे भविष्य पाहण्याचा प्रयत्न करु नका.
27 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ମସ୍ତକର କୋଣସବୁ ଗୋଲାକାର କରିବ ନାହିଁ, କିଅବା ଆପଣା ଆପଣା ଦାଢ଼ିର କୋଣ ମୁଣ୍ଡନ କରିବ ନାହିଁ।
२७आपल्या डोक्याला घेर ठेवू नका; आपल्या दाढीचे कोपरे छाटू नका.
28 ପୁଣି, ତୁମ୍ଭେମାନେ ମୃତ ଲୋକ ନିମନ୍ତେ ଆପଣା ଆପଣା ଶରୀରରେ ଅସ୍ତ୍ରାଘାତ କରିବ ନାହିଁ, ଅବା ଦେହରେ ଚିତା କୁଟାଇବ ନାହିଁ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।
२८मृताची आठवण म्हणून अंगावर जखम करून घेऊ नका. आपले अंग गोंदवून घेऊ नका. मी परमेश्वर आहे!
29 ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା କନ୍ୟାକୁ ବେଶ୍ୟା କରି ଅପବିତ୍ର କର ନାହିଁ; କଲେ, ଦେଶ ବେଶ୍ୟାବୃତ୍ତିରେ ପତିତ ହେବ ଓ ଦେଶ ଦୁଷ୍ଟତାରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ହେବ।
२९तू आपल्या मुलीला वेश्या करुन भ्रष्ट होऊ देऊ नको, त्यामुळे तू तिच्या पावित्र्याचा मान राखीत नाहीस असे दिसेल. तुमच्या देशात वेश्या होऊ देऊ नका त्या प्रकारच्या पापाने तुमचा देश भ्रष्ट होऊ देऊ नका.
30 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭର ବିଶ୍ରାମ ଦିନ ପାଳନ କରିବ ଓ ଆମ୍ଭର ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନକୁ ସମାଦର କରିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।
३०तुम्ही माझे शब्बाथ, काम न करता विसाव्याचे दिवस म्हणून पाळावे. तुम्ही माझ्या पवित्रस्थानाविषयी आदर बाळगावा. मी परमेश्वर आहे!
31 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଭୂତୁଡ଼ିଆ କି ଗୁଣିଆମାନଙ୍କର ଅନୁସରଣ କର ନାହିଁ; ସେମାନଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଅପବିତ୍ର ହେବା ନିମନ୍ତେ ସେମାନଙ୍କର ଅନ୍ୱେଷଣ କର ନାହିଁ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର ଅଟୁ।
३१सल्लामसलत विचारण्यासाठी पंचाक्षऱ्याकडे किंवा चेटक्याकडे जाऊ नका; त्यांच्यामागे लागू नका; ते तुम्हास अशुद्ध करतील. मी तुमचा देव परमेश्वर आहे!
32 ତୁମ୍ଭେ ପକ୍ୱକେଶ ପ୍ରାଚୀନଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ଉଠି ଠିଆ ହେବ ଓ ବୃଦ୍ଧ ଲୋକକୁ ସମାଦର କରିବ; ପୁଣି, ଆପଣା ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କୁ ଭୟ କରିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।
३२वडीलधाऱ्या मनुष्यांना मान द्या; वृद्ध मनुष्य घरात आल्यास उठून उभे राहा; आपल्या देवाचे भय बाळगा. मी परमेश्वर आहे!
33 ଆଉ, ଯଦି କୌଣସି ବିଦେଶୀ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଦେଶରେ ତୁମ୍ଭ ସହିତ ବାସ କରେ, ତେବେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ତାହା ପ୍ରତି ଉପଦ୍ରବ କରିବ ନାହିଁ।
३३कोणी परदेशीय तुमच्या देशात तुमच्याबरोबर राहत असेल तर त्याच्याशी वाईट वागू नका.
34 ଯେପରି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ସ୍ୱଦେଶୀୟ ଲୋକ ସେପରି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ସହବାସୀ ବିଦେଶୀୟ ଲୋକ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ହେବ, ପୁଣି ତୁମ୍ଭେ ତାହାକୁ ଆତ୍ମତୁଲ୍ୟ ପ୍ରେମ କରିବ; କାରଣ ମିସର ଦେଶରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଦେଶୀ ଥିଲ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ଅଟୁ।
३४तुमच्याबरोबर राहणाऱ्या परदेशीय मनुष्यास स्वदेशीय मनुष्यासारखेच माना; आणि त्याच्यावर स्वत: सारखीच प्रीती करा; कारण तुम्हीही एकेकाळी मिसरदेशात परदेशीय होता. मी तुमचा देव परमेश्वर आहे!
35 ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଚାର ଅବା ମାପ ଅବା ତୌଲ କିଅବା ପରିମାଣ ବିଷୟରେ ଅଧର୍ମ କରିବ ନାହିଁ।
३५लोकांचा न्याय करताना तुम्ही योग्य न्याय करावा; मोजण्यामापण्यात व तोलण्यात तुम्ही अन्याय करु नका.
36 ଯଥାର୍ଥ ଦଣ୍ଡି, ଯଥାର୍ଥ ବଟଖରା, ଯଥାର୍ଥ ଐଫା ଓ ଯଥାର୍ଥ ହିନ୍‍, ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ହେବ; ଯେ ମିସର ଦେଶରୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ବାହାର କରି ଆଣିଲେ, ଆମ୍ଭେ ସେହି ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ଅଟୁ।
३६तुमच्यापाशी खरी मापे, खरी वजने, खरे तराजू, खरा एफा व खरा हिन असावा. मी परमेश्वर तुमचा देव आहे! मीच तुम्हास मिसर देशातून बाहेर आणले!
37 ଏହେତୁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭର ସମସ୍ତ ବିଧି ଓ ଆମ୍ଭର ସମସ୍ତ ଶାସନ ମାନ୍ୟ କରି ପାଳନ କରିବ; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ।”
३७“म्हणून तुम्ही माझे विधी व नियम यांची आठवण ठेवून ते पाळावे. मी परमेश्वर आहे!”

< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ତୃତୀୟ ପୁସ୍ତକ 19 >