< ଯିରିମୀୟଙ୍କ ବିଳାପ 2 >

1 ପ୍ରଭୁ ଆପଣା କ୍ରୋଧରେ ସିୟୋନ କନ୍ୟାକୁ କିପରି ମେଘାଚ୍ଛନ୍ନ କରିଅଛନ୍ତି! ସେ ଇସ୍ରାଏଲର ଶୋଭା ସ୍ୱର୍ଗରୁ ପୃଥିବୀକୁ ପକାଇ ଦେଇଅଛନ୍ତି, ପୁଣି ଆପଣା କ୍ରୋଧର ଦିନରେ ଆପଣା ପାଦପୀଠ ସ୍ମରଣ କରି ନାହାନ୍ତି।
परमेश्वराने सियोनकन्येला आपल्या क्रोधमय काळोख्या मेघाने कसे अच्छादीले आहे. इस्राएलाचे सौंदर्य त्याने स्वर्गातून पृथ्वीवर झुगारून दिले आहे. त्याने आपल्या क्रोधासमयी न्यायासनाचे स्मरण केले नाही
2 ପ୍ରଭୁ ଯାକୁବର ସକଳ ବାସସ୍ଥାନ ଗ୍ରାସ କରିଅଛନ୍ତି ଓ ଦୟା କରି ନାହାନ୍ତି, ସେ ଆପଣା କୋପରେ ଯିହୁଦା କନ୍ୟାର ଦୃଢ଼ ଦୁର୍ଗସବୁ ଉତ୍ପାଟନ କରିଅଛନ୍ତି; ସେସବୁକୁ ସେ ଭୂମିସାତ୍‍ କରିଅଛନ୍ତି ରାଜ୍ୟ ଓ ତହିଁର ଅଧିପତିଗଣକୁ ସେ ଅଶୁଚି କରିଅଛନ୍ତି।
परमेश्वराने याकोबाची सर्व नगरे गिळंकृत केली आहेत. त्यांच्यावर कसलीही दया केली नाही. त्याने आपल्या क्रोधाने यहूदाच्या कन्ये दुर्गस्थानांना खाली ढकलून; त्याने ते धुळीला मिळविले आहेत. त्याने तिचे राज्य व त्यातले सरदारास अप्रतिष्ठीत व कलंकित ठरविले आहे.
3 ସେ ପ୍ରଚଣ୍ଡ କ୍ରୋଧରେ ଇସ୍ରାଏଲର ଶୃଙ୍ଗସବୁ କାଟି ପକାଇଅଛନ୍ତି; ସେ ଶତ୍ରୁ ସମ୍ମୁଖରୁ ଆପଣା ଦକ୍ଷିଣ ହସ୍ତ ପଛକୁ ଟାଣି ନେଇଅଛନ୍ତି; ଆଉ, ସେ ଅଗ୍ନିଶିଖା ପରି ଯାକୁବକୁ ପ୍ରଜ୍ୱଳିତ କରିଅଛନ୍ତି, ତାହା ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗ ଗ୍ରାସ କରଇ।
त्याने आपल्या संतप्त क्रोधाने इस्राएलाचे सर्व बळ नष्ट केले आहे. त्याने आपला उजवा हात शत्रूंपासून मागे घेतला आहे. सर्वत्र पेट घेणाऱ्या अग्नीप्रमाणे त्याने याकोबाला जाळून टाकले आहे.
4 ସେ ଶତ୍ରୁ ତୁଲ୍ୟ ଆପଣା ଧନୁରେ ଗୁଣ ଦେଇଅଛନ୍ତି, ସେ ବିପକ୍ଷ ପରି ଆପଣା ଦକ୍ଷିଣ ହସ୍ତ ଟେକି ଠିଆ ହୋଇଅଛନ୍ତି ଓ ଚକ୍ଷୁର ସୁଖଜନକ ସକଳକୁ ବଧ କରିଅଛନ୍ତି; ସେ ସିୟୋନ କନ୍ୟାର ତମ୍ବୁ ମଧ୍ୟରେ ଆପଣା କୋପ ଅଗ୍ନି ପରି ଢାଳି ଦେଇଅଛନ୍ତି।
त्याने शत्रूंप्रमाणे आमच्या दिशेने आपला धनुष्य वाकविला आहे. त्याने युद्धासमान संघर्षाचा पवित्र घेऊन शत्रूप्रमाणे आम्हावर बाण चालविण्यास आपल्या हाताने नेम धरिला आहे. त्याच्या दृष्टीस बहूमूल्य लोकांची त्याने हत्या केली. सियोनकन्येच्या तंबूवर त्याने आपला क्रोध अग्नीसारखा ओतला आहे.
5 ପ୍ରଭୁ ଶତ୍ରୁ ତୁଲ୍ୟ ହୋଇଅଛନ୍ତି, ସେ ଇସ୍ରାଏଲକୁ ଗ୍ରାସ କରିଅଛନ୍ତି; ସେ ତାହାର ଅଟ୍ଟାଳିକାସକଳ ଗ୍ରାସ କରିଅଛନ୍ତି, ସେ ତାହାର ଦୁର୍ଗସବୁ ଧ୍ୱଂସ କରିଅଛନ୍ତି; ଆଉ, ସେ ଯିହୁଦାର କନ୍ୟା ମଧ୍ୟରେ ଶୋକ ଓ ବିଳାପ ବୃଦ୍ଧି କରିଅଛନ୍ତି।
परमेश्वर शत्रूसारखा झाला. त्याने इस्राएलांस गिळले. त्याने तिच्या बलस्थानाचा नाश केला आहे. त्याने यहूदाच्या कन्येमध्ये शोक व विलाप वाढवला आहे.
6 ସେ ଉଦ୍ୟାନସ୍ଥ ତମ୍ବୁ ପରି ଆପଣା ଆବାସ-ତମ୍ବୁ ବଳପୂର୍ବକ ଦୂର କରିଅଛନ୍ତି; ସେ ଆପଣା ସମାଜ-ସ୍ଥାନ ନଷ୍ଟ କରିଅଛନ୍ତି; ସଦାପ୍ରଭୁ ସିୟୋନରେ ମହାସଭା ଓ ବିଶ୍ରାମବାର ବିସ୍ମୃତ କରାଇଅଛନ୍ତି ଓ ଆପଣା କ୍ରୋଧର ପ୍ରଚଣ୍ଡତାରେ ରାଜା ଓ ଯାଜକକୁ ତୁଚ୍ଛଜ୍ଞାନ କରିଅଛନ୍ତି।
एखाद्या बागेप्रमाणे त्याने निवासमंडपावर हल्ला केला आहे. त्याने पवित्र सभास्थान उध्वस्त केले. सियोनेत पवित्रसण व शब्बाथ याचा विसर परमेश्वराने घडवून आणिला आहे कारण त्याने आपला क्रोध राजे आणि याजका यांवर प्रकट करून त्यांना तुच्छ लेखिले आहे
7 ପ୍ରଭୁ ଆପଣା ଯଜ୍ଞବେଦି ଦୂର କରିଅଛନ୍ତି, ସେ ଆପଣା ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନ ଘୃଣା କରିଅଛନ୍ତି, ସେ ତାହାର ଅଟ୍ଟାଳିକାର ଭିତ୍ତିଗୁଡ଼ିକୁ ଶତ୍ରୁ ହସ୍ତରେ ସମର୍ପଣ କରିଅଛନ୍ତି; ସେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଗୃହ ମଧ୍ୟରେ ମହାସଭାର ଦିନ ତୁଲ୍ୟ ଚହଳ କରିଅଛନ୍ତି।
परमेश्वराने आपल्या वेदीचा त्याग केला आहे; त्याने आपल्या पवित्रस्थानाचा वीट मानला आहे. त्याने तिच्या राजवाड्याच्या भिंती शत्रूच्या हाती दिल्या आहेत. परमेश्वराच्या मंदिरात शत्रूने जयघोष केला. सणाचा दिवस असल्याप्रमाणे त्यांनी गोंगाट केला.
8 ସଦାପ୍ରଭୁ ସିୟୋନ କନ୍ୟାର ପ୍ରାଚୀର ନଷ୍ଟ କରିବାକୁ ସଂକଳ୍ପ କରିଅଛନ୍ତି; ସେ ସୂତ୍ର ଟାଣିଅଛନ୍ତି, ସେ ବିନାଶକରଣରୁ ଆପଣା ହସ୍ତ ନିବୃତ୍ତ କରି ନାହାନ୍ତି; ମାତ୍ର ସେ ପରିଖା ଓ ପ୍ରାଚୀରକୁ ବିଳାପ କରାଇଅଛନ୍ତି; ସେମାନେ ଏକ ସମୟରେ ନିସ୍ତେଜ ହୋଇଅଛନ୍ତି।
सियोनकन्येचा तट नाहीसा करण्याचे परमेश्वराने ठरविले आहे. त्याने त्यावर दोरी ताणली आहे, आणि आपला हात संहार करण्यापासून आवरिला नाही. म्हणून त्याने तट व कोट ह्यास शोक करायला लाविला आहे. ते सर्वच व्याकूळ झाले आहेत.
9 ତାହାର ନଗରଦ୍ୱାରସକଳ ଭୂମିରେ ମଗ୍ନ ହୋଇଅଛି; ସେ ତାହାର ଅର୍ଗଳସବୁ ନଷ୍ଟ ଓ ଖଣ୍ଡ ଖଣ୍ଡ କରିଅଛନ୍ତି; ଯେଉଁ ଗୋଷ୍ଠୀୟମାନଙ୍କର ବ୍ୟବସ୍ଥା ନାହିଁ, ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ତାହାର ରାଜା ଓ ଅଧିପତିଗଣ ଅଛନ୍ତି; ହଁ, ତାହାର ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତାଗଣ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କଠାରୁ କୌଣସି ଦର୍ଶନ ପାʼନ୍ତି ନାହିଁ।
यरूशलेमेच्या वेशींची दरवाजे जमिनित खचल्या आहेत. त्याने वेशींचे अडसर तोडून नष्ट केले. तिचे राजे आणि सरदार हे मोशेचा नियमशास्त्र नसलेल्या परराष्ट्राप्रमाणे आहेत. तिच्या संदेष्टयांना परमेश्वराकडून दृष्टांत ही प्राप्त होत नाहीत
10 ସିୟୋନ କନ୍ୟାର ପ୍ରାଚୀନଗଣ ଭୂମିରେ ବସୁଅଛନ୍ତି, ସେମାନେ ନୀରବ ହୋଇ ରହିଅଛନ୍ତି; ସେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ମସ୍ତକରେ ଧୂଳି ପକାଇଅଛନ୍ତି; ସେମାନେ କଟିଦେଶରେ ଚଟ ବାନ୍ଧି ଅଛନ୍ତି; ଯିରୂଶାଲମର କୁମାରୀଗଣ ଭୂମିକୁ ଆପଣା ଆପଣା ମସ୍ତକ ଅବନତ କରିଅଛନ୍ତି।
१०सियोनेची वडीलधारी मंडळी भूमीवर बसून निमुटपणे आक्रंदन करीत आहे. त्यांनी आपल्या डोक्यात धूळ उडवली आहे. त्यांनी गोणताटाचे कपडे नेसले आहेत. यरूशलेमेच्या कुमारी आपली डोकी भूमीपर्यंत लववित आहे.
11 ମୋହର ଚକ୍ଷୁ ଲୋତକରେ କ୍ଷୀଣ ହୁଅଇ, ମୋର ଅନ୍ତ୍ର ବ୍ୟଥିତ ହୁଅଇ, ମୋʼ ଲୋକଙ୍କ କନ୍ୟାର ବିନାଶ ହେତୁ ମୋହର କଲିଜା ଭୂମିରେ ଢଳା ଯାଇଅଛି; କାରଣ ନଗରର ପଥସମୂହରେ ବାଳକ ବାଳିକା ଓ ସ୍ତନ୍ୟପାୟୀ ଶିଶୁମାନେ ମୂର୍ଚ୍ଛାପନ୍ନ ହେଉଅଛନ୍ତି।
११माझे डोळे आसवांनी जर्जर झाले आहेत. माझ्या आतड्यांना पीळ पडत आहे. माझे हृदय जमिनीवर टाकल्याप्रमाणे तळमळत आहे. कारण माझ्या लोकांचा नाश झाला आहे. मुले आणि तान्ही चौकांत मूर्छित पडत आहेत.
12 ଶସ୍ୟ ଓ ଦ୍ରାକ୍ଷାରସ କାହିଁ? ଏହି କଥା ଆପଣା ଆପଣା ମାତାକୁ କହୁ କହୁ, ସେମାନେ ନଗରର ପଥସମୂହରେ କ୍ଷତବିକ୍ଷତ ଲୋକ ପରି ମୂର୍ଚ୍ଛାପନ୍ନ ହୁଅନ୍ତି, ସେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ମାତାର କୋଳରେ ପ୍ରାଣତ୍ୟାଗ କରନ୍ତି।
१२ती मुले त्यांच्या मातांना म्हणतात, “धान्य आणि द्राक्षरस कोठे आहेत” घायाळ झालेल्यांप्रमाणे नगराच्या आळ्यात मूर्च्छित होऊन आपल्या मातांच्या उराशी त्यांनी प्राण सोडला.
13 ଆଗୋ ଯିରୂଶାଲମର କନ୍ୟେ, ମୁଁ ତୁମ୍ଭକୁ କିପରି ସାନ୍ତ୍ୱନା ଦେବି? ମୁଁ କାହା ସହିତ ତୁମ୍ଭର ଉପମା ଦେବି? ଆଗୋ ସିୟୋନ କୁମାରୀ, ମୁଁ ତୁମ୍ଭକୁ ସାନ୍ତ୍ୱନା ଦେବା ପାଇଁ କାହାର ସମାନ ତୁମ୍ଭକୁ କରିବି? କାରଣ ତୁମ୍ଭର କ୍ଷତ ସମୁଦ୍ର ପରି ବଡ଼; କିଏ ତୁମ୍ଭକୁ ସୁସ୍ଥ କରିପାରେ?
१३यरूशलेमकन्ये, मी तुझ्या संबधी काय बोलू? मी तुझे सांत्वन करावे म्हणून तुझी तुलना कोणाबरोबर करू, सीयोनेच्या कुमारी कन्ये? तुझा नाश समुद्राप्रमाणे प्रचंड आहे. तुला कोण बरे करू शकेल?
14 ତୁମ୍ଭର ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତାମାନେ ତୁମ୍ଭ ନିମନ୍ତେ ଅସାରତା ଓ ମୂର୍ଖତାର ଦର୍ଶନ ପାଇଅଛନ୍ତି; ଆଉ, ତୁମ୍ଭର ବନ୍ଦୀତ୍ୱର ମୋଚନ ନିମନ୍ତେ ସେମାନେ ତୁମ୍ଭର ଅଧର୍ମ ପ୍ରକାଶ କରି ନାହାନ୍ତି, ମାତ୍ର ଅସାର ଦର୍ଶନ ଓ ତୁମ୍ଭ ନିର୍ବାସିତ ହେବାର କାରଣ ଦେଖି ପ୍ରଚାର କରିଅଛନ୍ତି।
१४तुझ्या संदेष्ट्यांनी पाहिलेले दृष्टांत तुझ्यासाठी कपटी व मुर्खपणाचे होते. त्यांनी तुझे अपराध तुझे भवितव्य उज्ज्वल करण्यासाठी प्रकट केले नाही, तर तूझ्यासाठी फसवे दैवी संकेत आणि पाशाचे दृष्टांत निर्माण केले.
15 ପଥିକମାନେ ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତି ହାତତାଳି ଦିଅନ୍ତି; ସେମାନେ ଶୀସ୍‍ ଶବ୍ଦ କରି ଓ ଯିରୂଶାଲମର କନ୍ୟାଆଡ଼େ ମସ୍ତକ ହଲାଇ କୁହନ୍ତି, ଯେଉଁ ନଗରକୁ ଲୋକେ ସୌନ୍ଦର୍ଯ୍ୟର ସିଦ୍ଧି ଓ ସମୁଦାୟ ପୃଥିବୀର ଆନନ୍ଦ ସ୍ୱରୂପ ବୋଲି କହିଲେ, ତାହା କି ଏହି?
१५रस्त्याच्या बाजूने जाणारे सुध्दा तुझ्याकडे पाहून टाळ्या वाजवतात. यरूशलेमेच्या कन्येकडे पाहून ते शिळ घालतात आणि आपल्या मस्तकाने इशारा करून म्हणतात, “हिच ती नगरी आहे का जिला ‘सौंदर्यपूर्ण’ किंवा ‘आखिल पृथ्वीस आनंदमय करणारी नगरी’ असे म्हणत?”
16 ତୁମ୍ଭର ଶତ୍ରୁ ସକଳ ତୁମ୍ଭ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଆପଣା ଆପଣା ମୁଖ ମେଲାଇ ପରିହାସ କରନ୍ତି; ସେମାନେ ଶୀସ୍‍ ଦିଅନ୍ତି ଓ ଦନ୍ତ କଡ଼ମଡ଼ କରନ୍ତି; ସେମାନେ କହନ୍ତି, ଆମ୍ଭେମାନେ ତାହାକୁ ଗ୍ରାସ କରିଅଛୁ; ଆମ୍ଭେମାନେ ଯେଉଁ ଦିନର ଅପେକ୍ଷା କଲୁ, ଏ ଅବଶ୍ୟ ସେହି ଦିନ; ଆମ୍ଭେମାନେ ତାହା ପାଇଅଛୁ, ଆମ୍ଭେମାନେ ତାହା ଦେଖିଅଛୁ।
१६तुझे सर्व शत्रू तुझ्याविरुध्द मोठे तोंड वासून तुझी थट्टा करतात. ते शिळ घालून दात-ओठ खातात व म्हणतात, “आम्ही तिचे प्राशन केले आहे. खात्रीने आम्ही याच दिवसाची वाट पाहत होतो. आम्ही तो दिवस शोधला! आणि तो पहिला आहे!”
17 ସଦାପ୍ରଭୁ ଯାହା ସଂକଳ୍ପ କଲେ, ତାହା ସିଦ୍ଧ କରିଅଛନ୍ତି, ସେ ପୁରାତନ କାଳରେ ଯାହା ଆଜ୍ଞା କରିଥିଲେ, ଆପଣାର ସେହି ବାକ୍ୟ ସଫଳ କରିଅଛନ୍ତି; ସେ ନିପାତ କରିଅଛନ୍ତି ଓ ଦୟା କରି ନାହାନ୍ତି; ଆଉ, ସେ ଶତ୍ରୁକୁ ତୁମ୍ଭ ଉପରେ ଆନନ୍ଦ କରିବାକୁ ଦେଇଅଛନ୍ତି, ସେ ତୁମ୍ଭ ବିପକ୍ଷଗଣର ଶୃଙ୍ଗ ଉନ୍ନତ କରିଅଛନ୍ତି।
१७परमेश्वराने सिद्ध केल्याप्रमाणे सर्व केले आहे. त्याने फार पूर्वी जाहीर केलेले आपले अभिवचन पूर्ण केले आहे. त्याने चिरडून टाकले आणि त्यांच्यावर त्याने दया दाखविली नाही. त्याने तुझ्या शत्रूंना प्रबळ केले आहे.
18 ଲୋକମାନଙ୍କର ହୃଦୟ ପ୍ରଭୁଙ୍କ ନିକଟରେ ପ୍ରାର୍ଥନା କଲା; ହେ ସିୟୋନ କନ୍ୟାର ପ୍ରାଚୀର, ଦିବାରାତ୍ର ଅଶ୍ରୁଧାରା ସ୍ରୋତ ପରି ବୁହାଅ; ତୁମ୍ଭେ ଆପଣାକୁ କିଛି ବିଶ୍ରାମ ଦିଅ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭ ଚକ୍ଷୁର ତାରା ଶାନ୍ତ ନ ହେଉ।
१८“त्यांचे हृदय परमेश्वराचा धावा करत आहे. हे सियोनकन्येच्या तटा, तुझे अश्रू नदीच्या प्रवाहाप्रमाणे रात्रंदिवस वाहत राहो. त्यास अटकाव करू नको. तुझ्या डोळ्यातील बाहुलीस विसावा देऊ नको.
19 ଉଠ, ରାତ୍ରିରେ, ପ୍ରତ୍ୟେକ ପ୍ରହରର ଆରମ୍ଭରେ ଆର୍ତ୍ତସ୍ୱର କର; ପ୍ରଭୁଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ତୁମ୍ଭର ହୃଦୟ ଜଳ ପରି ଢାଳିଦିଅ; ତୁମ୍ଭର ବାଳକ ବାଳିକାଗଣର ପ୍ରାଣରକ୍ଷାର୍ଥେ ତାହାଙ୍କ ଛାମୁରେ କୃତାଞ୍ଜଳି ହୁଅ, ସେମାନେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ସଡ଼କର ମୁଣ୍ଡରେ କ୍ଷୁଧାରେ କ୍ଳାନ୍ତ ହେଉଅଛନ୍ତି।
१९रात्रीच उठून मोठ्याने आक्रोश कर. परमेश्वराच्या मुखापुढे आपले मन पाण्यासारखे ओता. जी तुझी मुले उपासमारीने नगराच्या रस्त्या-रस्त्यावर बेशूध्द होत आहेत, त्यांच्या जीवा करता तू आपले हात वर कर.
20 ହେ ସଦାପ୍ରଭୁ, ଦେଖ, ନିରୀକ୍ଷଣ କର, ତୁମ୍ଭେ କାହା ପ୍ରତି ଏପ୍ରକାର ବ୍ୟବହାର କରିଅଛ? ସ୍ତ୍ରୀଲୋକେ କି ଆପଣା ଗର୍ଭଫଳକୁ, ହସ୍ତରେ ଲାଳିତ ଶିଶୁମାନଙ୍କୁ ଭୋଜନ କରିବେ? ଯାଜକ ଓ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା କି ପ୍ରଭୁଙ୍କର ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନରେ ହତ ହେବେ?
२०परमेश्वरा, पाहा, जिच्याशी तू कठोरपणाने असे केले, तिच्या कडे लक्ष लाव. स्त्रियांनी आपल्या पोटच्या फळास, आपल्या मुलांना त्यांच्या बालपणातच, खावे काय? परमेश्वराच्या मंदिरात याजक व संदेष्टे मारले जावेत काय?
21 ଯୁବକ ଓ ବୃଦ୍ଧ ଲୋକ ବାଟର ଭୂମିରେ ପଡ଼ିଅଛନ୍ତି; ଆମ୍ଭର କୁମାରୀ ଓ ଯୁବକଗଣ ଖଡ୍ଗରେ ହତ ହୋଇ ପଡ଼ିଅଛନ୍ତି; ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ଆପଣା କ୍ରୋଧର ଦିନରେ ବଧ କରିଅଛ; ତୁମ୍ଭେ ଦୟା ନ କରି ହତ୍ୟା କରିଅଛ।
२१तरुण आणि वृध्द असे दोघेही रस्त्यात भूमीवर कसे पडले आहेत. माझे तरुण व तरुणी तलवारीने पडले आहेत; तू आपल्या क्रोधाच्या दिवशी त्यांच्यावर कसलिही दया केली नाही तर त्यांना निर्दयपणे मारलेस.
22 ତୁମ୍ଭେ ମୋର ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗସ୍ଥ ଆଶଙ୍କାସକଳକୁ ମହାସଭା ଦିନର ନ୍ୟାୟ ଆହ୍ୱାନ କରିଅଛ। ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ କ୍ରୋଧର ଦିନରେ କେହି ରକ୍ଷା ପାଇ ନ ଥିଲେ, କି ଅବଶିଷ୍ଟ ରହି ନ ଥିଲେ; ଯେଉଁମାନଙ୍କୁ ମୁଁ ଲାଳନପାଳନ କରିଅଛି, ସେମାନଙ୍କୁ ମୋର ଶତ୍ରୁ ସଂହାର କରିଅଛି।
२२पवित्र सभेच्या दिवसातील दहशतीप्रमाणे चोहोबाजूने तू माझ्याविषयी भय निर्माण केले आहेस. परमेश्वराच्या क्रोधाच्या दिवशी कोणीही सुटला नाही, व वाचला नाही. मी ज्यांचे लालनपालन केले व वाढवले, त्यांना माझ्या शत्रूने नष्ट केले.”

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