< ଯୋହନ 10 >

1 “ସତ୍ୟ ସତ୍ୟ ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହୁଅଛି, ଯେ ଦ୍ୱାର ଦେଇ ମେଷଶାଳାରେ ପ୍ରବେଶ ନ କରେ, ମାତ୍ର ଅନ୍ୟ କୌଣସି ସ୍ଥାନରେ ଚଢ଼ି ପ୍ରବେଶ କରେ, ସେ ଚୋର ଓ ଡକାଇତ;
यीशु नै कह्या, “मै थारे ताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, के जो कोए भेड्या के बाड़े म्ह दरबाजे तै न्ही आन्दा, बल्के बाड़ा कूदकै बड़ै सै, वो चोर अर डाकू सै।
2 କିନ୍ତୁ ଯେ ଦ୍ୱାର ଦେଇ ପ୍ରବେଶ କରେ, ସେ ମେଷପାଳକ।
पर जो दरबाजे तै भीत्त्तर बड़ै सै वो भेड्डां का पाळी सै।
3 ଦ୍ୱାରୀ ତାହା ନିମନ୍ତେ ଦ୍ୱାର ଫିଟାଇଦିଏ, ପୁଣି, ମେଷଗୁଡ଼ିକ ତାହାର ସ୍ୱର ଶୁଣନ୍ତି, ଆଉ ସେ ନିଜର ମେଷସବୁକୁ ନାମ ଧରି ଡାକି ବାହାର କରି ଘେନିଯାଏ।
उस खात्तर द्वारपाल दरबाजा खोल देवै सै, अर भेड़ उसका बोल सुणै सै, अर वो अपणी उन भेड्डां नै नाम ले-लेकै बुलावै सै, अर बाड़ै तै बाहरणै ले जावै सै।
4 ସେ ନିଜର ମେଷସବୁକୁ ବାହାର କଲା ଉତ୍ତାରେ ସେମାନଙ୍କ ଆଗେ ଆଗେ ଚାଲେ ଓ ମେଷଗୁଡ଼ିକ ତାହାର ପଛେ ପଛେ ଚାଲନ୍ତି, କାରଣ ସେମାନେ ତାହାର ସ୍ୱର ଚିହ୍ନନ୍ତି;
जिब वो अपणी सारी भेड्डां नै बाहरणै काढ लेवै सै, तो उनकै आग्गै-आग्गै चाल्लै सै, अर भेड़ उसकै गैल-गैल हो ले सै, क्यूँके वे उसका बोल पिच्छाणै सै।
5 କିନ୍ତୁ ସେମାନେ ଅଚିହ୍ନା ଲୋକର ପଛେ ପଛେ କେବେ ହେଁ ଚାଲିବେ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ତାହା ପାଖରୁ ପଳାଇଯିବେ, କାରଣ ସେମାନେ ଅଚିହ୍ନା ଲୋକମାନଙ୍କର ସ୍ୱର ଚିହ୍ନନ୍ତି ନାହିଁ।”
पर भेड़ बिगान्ने कै गेल्या कोनी चाल्लै, पर उसतै भाज्जैंगी, क्यूँके वे बिगान्ने का बोल कोनी पिच्छाणदी।”
6 ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ ଏହି ଉପମା କହିଲେ, କିନ୍ତୁ ସେ ସେମାନଙ୍କୁ ଯାହା ଯାହା କହୁଥିଲେ, ସେହିସବୁ କଅଣ ବୋଲି ସେମାନେ ବୁଝିଲେ ନାହିଁ।
यीशु नै उन ताहीं यो उदाहरण देकै कह्या, पर वे कोनी समझे के वो उनतै के समझणा चाहवै।
7 ତେଣୁ ଯୀଶୁ ପୁନର୍ବାର କହିଲେ, “ସତ୍ୟ ସତ୍ୟ ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହୁଅଛି, ମୁଁ ମେଷଗୁଡ଼ିକର ଦ୍ୱାର।
फेर यीशु नै उन ताहीं दुबारै कह्या, “मै थारैताहीं साच्ची-साच कहूँ सूं, भेड्डां का दरबाजा मै सूं।
8 ଯେତେ ଜଣ ମୋʼ ପୂର୍ବରେ ଆସିଅଛନ୍ତି, ସେମାନେ ସମସ୍ତେ ଚୋର ଓ ଡକାଇତ, କିନ୍ତୁ ମେଷସବୁ ସେମାନଙ୍କ କଥା ଶୁଣିଲେ ନାହିଁ।
जितने मेरै तै पैहल्या आए वे सारे चोर अर डाक्कू सै, पर मेरी भेड्डां नै उनकी एक न्ही सुणी।
9 ମୁଁ ଦ୍ୱାର, ଯଦି କେହି ମୋʼ ଦେଇ ପ୍ରବେଶ କରେ, ତାହାହେଲେ ସେ ରକ୍ଷା ପାଇବ ଏବଂ ଭିତରକୁ ଆସି ଓ ବାହାରକୁ ଯାଇ ଚରା ପାଇବ।
दरबाजा मै सूं, जै कोए मेरै जरिये भीत्त्तर बड़ै सै, तो वो उद्धार पावैगा, अर भीत्त्तर बाहर आण-जाण लाग ज्यागा अर खाण खात्तर खाणा पावैगा।”
10 ଚୋର କେବଳ ଚୋରି, ବଧ ଓ ବିନାଶ କରିବା ନିମନ୍ତେ ଆସେ; ସେମାନେ ଯେପରି ଜୀବନ ପାଆନ୍ତି ଓ ପ୍ରଚୁର ଭାବରେ ପାଆନ୍ତି, ଏଥିନିମନ୍ତେ ମୁଁ ଆସିଅଛି।
चोर किसे और काम खात्तर कोनी पर सिर्फ चोरी करण अर घात करण अर नुकसान करण नै आवै सै, मै ज्यांतै आया के वे जिन्दगी पावै अर भोत-ए घणी पावै।
11 ମୁଁ ଉତ୍ତମ ମେଷପାଳକ; ଉତ୍ତମ ମେଷପାଳକ ମେଷଗୁଡ଼ିକ ନିମନ୍ତେ ଆପଣା ପ୍ରାଣ ଦିଏ।
आच्छा पाळी मै सूं, आच्छा पाळी भेड्डां कै खात्तर अपणी मर्जी तै जान देवै सै।
12 ଯେ ମେଷପାଳକ ନୁହେଁ, ମାତ୍ର ମୂଲିଆ, ମେଷଗୁଡ଼ିକ ଯାହାର ନିଜର ନୁହଁନ୍ତି, ସେ ବାଘ ଆସିବା ଦେଖି ମେଷଗୁଡ଼ିକୁ ଛାଡ଼ି ପଳାଏ (ଆଉ ବାଘ ସେମାନଙ୍କୁ ଧରି ଛିନ୍ନଭିନ୍ନ କରେ),
मजदूर जो ना पाळी सै अर ना भेड्डां का माल्लिक सै, भेड़िये नै आन्दे देखकै भेड्डां नै छोड़कै भाज जावै सै, अर भेड़िया उननै पकड़ै सै, अर उनपै हमला करै देवै सै।
13 କାରଣ ସେ ମୂଲିଆ ଓ ମେଷଗୁଡ଼ିକ ନିମନ୍ତେ ଚିନ୍ତା କରେ ନାହିଁ।
वो ज्यांतै भाज जावै सै क्यूँके वो मजदूर सै, उसनै भेड्डां की फिक्र कोनी।
14 ମୁଁ ଉତ୍ତମ ମେଷପାଳକ। ପିତା ଯେପରି ମୋତେ ଜାଣନ୍ତି ଓ ମୁଁ ପିତାଙ୍କୁ ଜାଣେ,
“काम्मल चरवाहा मै सूं, मै अपणी भेड्डां नै जाणु सूं, अर मेरी भेड़ मन्नै जाणै सै।
15 ସେହିପରି ମୁଁ ମୋʼ ନିଜର ମେଷଗୁଡ଼ିକୁ ଜାଣେ, ଆଉ ମୋʼ ନିଜର ମେଷଗୁଡ଼ିକ ମୋତେ ଜାଣନ୍ତି, ପୁଣି, ମେଷଗୁଡ଼ିକ ନିମନ୍ତେ ମୁଁ ମୋହର ପ୍ରାଣ ଦିଏ।
जिस ढाळ पिता मन्नै जाणै सै, अर मै पिता नै जाणु सूं, अर मै अपणी भेड्डां खात्तर अपणी जान दियुँ सूं।
16 ଯେଉଁ ମେଷଗୁଡ଼ିକ ଏହି ମେଷଶାଳାର ନୁହଁନ୍ତି, ମୋହର ଏପରି ଅନ୍ୟ ମେଷଗୁଡ଼ିକ ଅଛନ୍ତି, ସେମାନଙ୍କୁ ମଧ୍ୟ ମୋତେ ଆଣିବାକୁ ହେବ, ପୁଣି, ସେମାନେ ମୋହର ସ୍ୱର ଶୁଣିବେ; ସେଥିରେ ଗୋଟିଏ ପଲ ଓ ଗୋଟିଏ ପାଳକ ହେବେ।
मेरी और भी भेड़ सै, जो इस बाड़े की कोनी। मन्नै उन ताहीं भी ल्याणा जरूरी सै। वे मेरा बोल पिच्छाणैगी, फेर एकैए रेवड़ अर एकैए पाळी होगा।
17 ମୁଁ ମୋହର ପ୍ରାଣ ଦାନ କରିବାରୁ ପିତା ମୋତେ ପ୍ରେମ କରନ୍ତି, ଆଉ ମୁଁ ମୋହର ପ୍ରାଣ ପୁନର୍ବାର ଗ୍ରହଣ କରିବା ନିମନ୍ତେ ତାହା ଦାନ କରେ।
पिता ज्यांतै मेरै तै प्यार करै सै, क्यूँके मै अपणी जान अपणी मर्जी तै दियुँ सूं, के उसनै दुबारै ले लूँ।
18 କେହି ମୋʼଠାରୁ ତାହା ନେଇଯାଇ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ମୁଁ ଆପେ ତାହା ଦାନ କରେ। ତାହା ଦାନ କରିବାକୁ ମୋହର ଅଧିକାର ଅଛି ଓ ତାହା ପୁନର୍ବାର ଗ୍ରହଣ କରିବାକୁ ମୋହର ଅଧିକାର ଅଛି। ମୁଁ ମୋହର ପିତାଙ୍କଠାରୁ ଏହି ଆଜ୍ଞା ପାଇଅଛି।”
कोए मेरी जान मेरै तै खोसदा कोनी, बल्के मै उसनै खुदे उसनै अपणी मर्जी तै दियुँ सूं। मन्नै उसकै देण का भी हक सै, अर उस ताहीं दुबारा लेण का भी हक सै, यो हुकम मेरै पिता नै मेरै ताहीं दिया सै।”
19 ଏହି ସମସ୍ତ କଥା ହେତୁ ଯିହୁଦୀମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ପୁନର୍ବାର ମତଭେଦ ଘଟିଲା।
इन बात्तां कै कारण यहूदियाँ म्ह दुबारै फूट पड़ी।
20 ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ ଅନେକେ କହିବାକୁ ଲାଗିଲେ, ତାହାକୁ ଭୂତ ଲାଗିଛି, ସେ ପାଗଳ, କାହିଁକି ତାହା କଥା ଶୁଣୁଅଛ?
उन म्ह तै घणखरे माणस कहण लागगे, “उस म्ह ओपरी आत्मा सै, अर वो बावळा सै, उसकी क्यांतै सुणो सो?”
21 ଅନ୍ୟମାନେ କହିଲେ, ଏହିସବୁ କଥା ତ ଭୂତ ଲାଗିଥିବା ବ୍ୟକ୍ତିର ନୁହେଁ; ଭୂତ କଅଣ ଅନ୍ଧବ୍ୟକ୍ତିର ଆଖି ଫିଟାଇପାରେ?
दुसरे माणसां नै कह्या, “ये वचन इसे माणस की न्ही हो सकदे, जिसम्ह ओपरी आत्मा हो। के ओपरी आत्मा आन्धयां नै आँखां की रोशनी दे सकै सै?”
22 ସେତେବେଳେ ଯିରୂଶାଲମ ସହରରେ ମନ୍ଦିର ପ୍ରତିଷ୍ଠା ପର୍ବ ପଡ଼ିଲା; ସେ ସମୟ ଶୀତକାଳ,
यरुशलेम नगर म्ह स्थापन का त्यौहार मनाया जारया था, अर जाड्यां का मौसम था।
23 ଆଉ ଯୀଶୁ ମନ୍ଦିରରେ ଶଲୋମନଙ୍କ ମଣ୍ଡପରେ ବୁଲୁଥିଲେ।
यीशु मन्दर म्ह सुलैमान कै बराम्दा म्ह हान्डण लागरया था।
24 ସେଥିରେ ଯିହୁଦୀ ଲୋକମାନେ ତାହାଙ୍କୁ ଚାରିଆଡ଼େ ଘେରି ପଚାରିବାକୁ ଲାଗିଲେ, ଆଉ କେତେ କାଳ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସନ୍ଦେହରେ ରଖିବ? ଯଦି ତୁମ୍ଭେ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ, ତାହାହେଲେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସ୍ପଷ୍ଟ ରୂପେ କୁହ।
फेर यहूदियाँ नै उस ताहीं आ घेरया अर बुझ्झया, “तू म्हारै मन नै कद ताहीं दुबिध्या म्ह गेरे राक्खैगा? जै तू मसीह सै, तो म्हारै तै साफ-साफ बता दे।”
25 ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ ଉତ୍ତର ଦେଲେ, “ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହିଅଛି, କିନ୍ତୁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଶ୍ୱାସ କରୁ ନାହଁ; ମୋହର ପିତାଙ୍କ ନାମରେ ମୁଁ ଯେଉଁ ଯେଉଁ କର୍ମ କରୁଅଛି, ସେହିସବୁ ମୋʼ ବିଷୟରେ ସାକ୍ଷ୍ୟ ଦେଉଅଛି;
यीशु नै उन ताहीं जवाब दिया, “मन्नै थारैतै कह दिया पर थम बिश्वास करदेए कोनी। जो काम मै अपणे पिता कै नाम तै करुँ सूं, वैए मेरे गवाह सै,
26 କିନ୍ତୁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଶ୍ୱାସ କରୁ ନାହଁ, କାରଣ ତୁମ୍ଭେମାନେ ମୋହର ପଲର ମେଷ ନୁହଁ।
पर थम ज्यांतै बिश्वास कोनी करदे क्यूँके थम मेरी भेड्डां म्ह तै कोनी सो।
27 ମୋʼ ମେଷସବୁ ମୋହର ସ୍ୱର ଶୁଣନ୍ତି ଓ ମୁଁ ସେମାନଙ୍କୁ ଜାଣେ, ଆଉ ସେମାନେ ମୋହର ପଛେ ପଛେ ଚାଲନ୍ତି,
मेरी भेड़ मेरा बोल पिच्छाणै सै, मै उननै जाणु सूं, अर वे मेरै पाच्छै-पाच्छै चाल्लै सै
28 ପୁଣି, ମୁଁ ସେମାନଙ୍କୁ ଅନନ୍ତ ଜୀବନ ଦିଏ, ଆଉ ସେମାନେ କଦାପି କେବେ ହେଁ ବିନଷ୍ଟ ହେବେ ନାହିଁ, ପୁଣି, କେହି ମୋʼ ହସ୍ତରୁ ସେମାନଙ୍କୁ ହରଣ କରିବ ନାହିଁ। (aiōn g165, aiōnios g166)
अर मै उन ताहीं अनन्त जीवन दियुँ सूं। वे कदे नाश कोनी होवैगीं, अर कोए उननै मेरै हाथ तै खोस न्ही सकदा। (aiōn g165, aiōnios g166)
29 ମୋହର ପିତା ମୋତେ ଯାହା ଦେଇଅଛନ୍ତି, ତାହା ସବୁଠାରୁ ବହୁମୂଲ୍ୟ, ଆଉ ପିତାଙ୍କ ହସ୍ତରୁ କେହି ତାହା ହରଣ କରିପାରେ ନାହିଁ।
मेरा पिता, जिसनै उन ताहीं मेरै तै दिया सै, सारया तै बड्ड़ा सै, अर कोए उननै पिता कै हाथ्थां तै खोस कोनी सकदा।
30 ମୁଁ ଓ ପିତା ଏକ।
मै अर पिता एक सां।”
31 ଯିହୁଦୀ ଲୋକମାନେ ତାହାଙ୍କୁ ଫୋପାଡ଼ିବା ନିମନ୍ତେ ଆଉ ଥରେ ପଥର ଆଣିଲେ।
यहूदियाँ नै यीशु पै मारण खात्तर दुबारा पत्थर ठा लिये।
32 ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ ଉତ୍ତର ଦେଲେ, ମୁଁ ପିତାଙ୍କଠାରୁ ଅନେକ ଉତ୍ତମ କର୍ମ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଦେଖାଇଅଛି; ସେହିସବୁ କର୍ମ ମଧ୍ୟରୁ କେଉଁ କର୍ମ ନିମନ୍ତେ ମୋତେ ପଥର ଫୋପାଡ଼ୁଅଛ?”
इसपै यीशु नै उन ताहीं कह्या, “मन्नै थारे तै अपणे पिता की ओड़ तै घणे भले काम दिखाए सै, उन म्ह तै कौण सै काम खात्तर थम मेरै पै पत्थर मारणा चाह्वो सो?”
33 ଯିହୁଦୀମାନେ ତାହାଙ୍କୁ ଉତ୍ତର ଦେଲେ, ଉତ୍ତମ କର୍ମ ନିମନ୍ତେ ଆମ୍ଭେମାନେ ତୋତେ ପଥର ଫୋପାଡ଼ୁ ନାହୁଁ, କିନ୍ତୁ ଈଶ୍ବର ନିନ୍ଦା ନିମନ୍ତେ, ପୁଣି, ତୁ ମନୁଷ୍ୟ ହୋଇ ଆପଣାକୁ ଈଶ୍ବର ବୋଲାଉଥିବାରୁ ପଥର ଫୋପାଡ଼ୁଅଛୁ।
यहूदियाँ नै उस ताहीं जवाब दिया, “भले काम खात्तर हम तेरे पै पत्थर कोनी मारदे, पर परमेसवर की बुराई करण कै कारण, अर ज्यांतै के तू माणस होकै खुद नै परमेसवर कहवै सै।”
34 ଯୀଶୁ ସେମାନଙ୍କୁ ଉତ୍ତର ଦେଲେ, “ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବ୍ୟବସ୍ଥାରେ ଏହା କଅଣ ଲେଖା ନାହିଁ, ଆମ୍ଭେ କହିଲୁ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଈଶ୍ବରଗଣ?
यीशु नै उन ताहीं जवाब दिया, “के थारे मूसा नबी के नियम-कायदा म्ह कोनी लिख्या सै, ‘मन्नै कह्या, थम ईश्‍वर सो?’
35 ଯେଉଁମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ବାକ୍ୟ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା, ସେମାନଙ୍କୁ ଯଦି ସେ ଈଶ୍ବରଗଣ ବୋଲି କହିଲେ (ଆଉ ଧର୍ମଶାସ୍ତ୍ର ଖଣ୍ଡନ କରାଯାଇପାରେ ନାହିଁ),
जै उसनै उन ताहीं ईश्‍वर कह्या, जिनकै धोरै परमेसवर का वचन पोंहच्या (अर पवित्र ग्रन्थ की बात झूठ न्ही हो सकदी),
36 ତାହାହେଲେ ଯାହାଙ୍କୁ ଈଶ୍ବର ପବିତ୍ର କରି ଜଗତକୁ ପ୍ରେରଣ କଲେ, ତାହାଙ୍କୁ କଅଣ ତୁମ୍ଭେମାନେ, ମୁଁ ଈଶ୍ବରଙ୍କ ପୁତ୍ର, ଏହା ମୁଁ କହିବାରୁ, ତୁ ଈଶ୍ବର ନିନ୍ଦା କରୁଅଛୁ ବୋଲି କହୁଅଛ?
तो जिस ताहीं पिता नै पवित्र ठहराकै दुनिया म्ह भेज्या सै, थम मेरे ताहीं कहो सो, ‘तू बुराई करै सै, ज्यांतै के मन्नै यो कह्या,’ ‘मै परमेसवर का बेट्टा सूं?’
37 ଯଦି ମୁଁ ମୋହର ପିତାଙ୍କ କର୍ମସବୁ କରେ ନାହିଁ, ତାହାହେଲେ ମୋତେ ବିଶ୍ୱାସ କର ନାହିଁ;
जै मै अपणे पिता के काम कोनी करदा, तो मेरा बिश्वास ना करो।
38 କିନ୍ତୁ ଯଦି ମୁଁ କରେ, ତାହାହେଲେ ଯଦ୍ୟପି ତୁମ୍ଭେମାନେ ମୋତେ ବିଶ୍ୱାସ ନ କର, ତଥାପି ପିତା ଯେ ମୋʼ ଠାରେ ଅଛନ୍ତି ଓ ମୁଁ ପିତାଙ୍କଠାରେ ଅଛି, ଏହା ଯେପରି ତୁମ୍ଭେମାନେ ଜାଣ ଓ ବୁଝ, ଏଥିନିମନ୍ତେ କର୍ମସବୁ ବିଶ୍ୱାସ କର।”
पर जै मै करुँ सूं, तो चाहे मेरा बिश्वास ना भी करो, पर उन काम्मां का तो बिश्वास करो, ताके थम जाणो अर समझो के पिता मेरै म्ह सै अर मै पिता म्ह सूं।”
39 ସେଥିରେ ସେମାନେ ତାହାଙ୍କୁ ଧରିବା ପାଇଁ ପୁନର୍ବାର ଚେଷ୍ଟା କରିବାକୁ ଲାଗିଲେ, କିନ୍ତୁ ସେ ସେମାନଙ୍କ ହସ୍ତରେ ନ ପଡ଼ି ବାହାରିଗଲେ।
फेर यहूदियाँ नै दुबारै उस ताहीं पकड़ण की कोशिश करी पर वो उनके हाथ्थां तै लिकड़ ग्या।
40 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସେ ପୁନର୍ବାର ଯର୍ଦ୍ଦନ ନଦୀର ଆରପାରିକୁ ଚାଲିଯାଇ, ଯୋହନ ଯେଉଁ ସ୍ଥାନରେ ପୂର୍ବେ ବାପ୍ତିସ୍ମ ଦେଉଥିଲେ, ସେହି ସ୍ଥାନକୁ ଆସି ସେଠାରେ ରହିଲେ।
यीशु दुबारै यरदन नदी कै परली ओड़ै उस जगहां पै चल्या गया, जड़ै यूहन्ना पैहल्या बपतिस्मा दिया करै था, अर वो ओड़ैए रहया।
41 ଆଉ, ଅନେକେ ତାହାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆସି କହିଲେ, ଯୋହନ ସିନା କୌଣସି ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟକର୍ମ କଲେ ନାହିଁ, କିନ୍ତୁ ଏହି ବ୍ୟକ୍ତିଙ୍କ ବିଷୟରେ ଯୋହନ ଯେ ସମସ୍ତ କଥା କହିଲେ, ସେହିସବୁ ସତ୍ୟ;
घणखरे माणस उसकै धोरै आकै कहवै थे, “यूहन्ना नै तो कोए चमत्कार कोनी दिखाया, पर जो किमे यूहन्ना नै इसकै बारै म्ह कह्या था, वो सारा कुछ साच्ची था।”
42 ଆଉ, ସେ ସ୍ଥାନରେ ଅନେକେ ତାହାଙ୍କଠାରେ ବିଶ୍ୱାସ କଲେ।
अर ओड़ै भोत-से माणसां नै यीशु पै बिश्वास करया।

< ଯୋହନ 10 >