< ଯିରିମୀୟ 48 >
1 ମୋୟାବର ବିଷୟ। ସୈନ୍ୟାଧିପତି ସଦାପ୍ରଭୁ ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର ଏହି କଥା କହନ୍ତି, “ହାୟ, ହାୟ, ନବୋ! କାରଣ ତାହା ଉଚ୍ଛିନ୍ନ ହେଲା; କିରୀୟାଥୟିମ୍ ଲଜ୍ଜିତ ହେଲା, ତାହା ଧୃତ ହେଲା; ମିସ୍ଗନ୍ ଲଜ୍ଜିତ ଓ ଭଗ୍ନ ହେଲା।
१मवाबाविषयी सेनाधीश परमेश्वर, इस्राएलांचा देव, असे म्हणतोः “नबोला हायहाय, कारण ते उध्वस्त झाले आहे. किर्या-थाईम काबीज केले गेले आहे आणि त्याची मानहानी झाली आहे. तिचे किल्ले पाडण्यात आणि अप्रतिष्ठीत केले गेले आहेत.
2 ମୋୟାବର ପ୍ରଶଂସା ଆଉ ତ ନାହିଁ; ଲୋକମାନେ ହିଷ୍ବୋନରେ ତାହାର ଅମଙ୍ଗଳର ମନ୍ତ୍ରଣା କରି କହିଅଛନ୍ତି, ‘ଆସ, ଆମ୍ଭେମାନେ ତାହାକୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ କରି ଗୋଟିଏ ଗୋଷ୍ଠୀ ହୋଇ ରହିବାକୁ ନ ଦେଉ। ହେ ମଦ୍ମେନା, ତୁମ୍ଭେ ମଧ୍ୟ ନୀରବ କରାଯିବ; ଖଡ୍ଗ ତୁମ୍ଭ ପଶ୍ଚାଦ୍ଗାମୀ ହେବ।
२मवाबाचा आदर राहिला नाही. हेशबोनात त्यांच्या शत्रूने तिच्याविरूद्ध अनिष्ट योजिले आहे. ते म्हणाले, ‘या व आपण तिचा राष्ट्राप्रमाणे नाश करू.’ मदमेनासुद्धा नाश होईल, तलवार तुझ्या पाठीस लागेल.
3 “ହୋରୋନୟିମଠାରୁ କ୍ରନ୍ଦନର, ଧନ ଅପହରଣର ଓ ମହାବିନାଶର ଶବ୍ଦ!
३पाहा, होरोनाईमातून जुलूम व मोठा नाश होत आहे, असा किंकाळीचा आवाज येत आहे.
4 ମୋୟାବ ନଷ୍ଟ ହେଲା; ତାହାର କ୍ଷୁଦ୍ର ଲୋକମାନଙ୍କର କ୍ରନ୍ଦନର ଶବ୍ଦ ଶୁଣା ଯାଉଅଛି।
४मवाबाचा नाश झाला आहे. तिची मुले ऐकू येईल असे रडत आहे.
5 କାରଣ ଲୂହୀତର ଉଠାଣି ପଥରେ ଲୋକମାନେ କ୍ରମାଗତ କ୍ରନ୍ଦନ କରୁ କରୁ ଉପରକୁ ଯିବେ; ଯେହେତୁ ହୋରୋନୟିମର ଗଡ଼ନ୍ତି ପଥରେ ସେମାନେ ବିନାଶ ହେତୁ ସଙ୍କଟସୂଚକ କ୍ରନ୍ଦନ ଶୁଣିଅଛନ୍ତି।
५ते रडत रडत लूहीथाच्या टेकडीवर चढत आहेत, कारण खाली होरोनाईमाच्या रस्त्यांवर नाशामुळे किंकाळ्या ऐकू येत आहेत.
6 ପଳାଅ, ଆପଣା ଆପଣା ପ୍ରାଣ ରକ୍ଷା କର ଓ ପ୍ରାନ୍ତରସ୍ଥ ଝାଉଁ ବୃକ୍ଷ ତୁଲ୍ୟ ହୁଅ।
६पळा! आपले जीव वाचवा व रानातल्या झाडाप्रमाणे व्हा.
7 କାରଣ ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା କର୍ମରେ ଓ ଆପଣା ଧନ ସମ୍ପତ୍ତିରେ ନିର୍ଭର ରଖିଅଛ, ଏଥିପାଇଁ ତୁମ୍ଭେ ମଧ୍ୟ ଧରାଯିବ; ଆଉ, କମୋଶ ନାମକ ଦେବତା ଆପଣାର ଯାଜକ ଓ ଅଧିପତିଗଣ ସହିତ ବନ୍ଦୀ ହୋଇଯିବ।
७कारण तू आपल्या कर्मावर आणि संपत्ती यावर भाव ठेवला आहे, म्हणून तुही पकडला जाशील. मग कमोश आपले याजक आणि पुढाऱ्यांसह बंदिवासात जाईल.
8 ପ୍ରତ୍ୟେକ ନଗର ଉପରେ ବିନାଶକ ଆସିବ, କୌଣସି ନଗର ରକ୍ଷା ପାଇବ ନାହିଁ; ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ବାକ୍ୟାନୁସାରେ ତଳଭୂମି ବିନଷ୍ଟ ହେବ ଓ ପ୍ରାନ୍ତର ଉଚ୍ଛିନ୍ନ ହେବ।
८कारण नाश करणारा प्रत्येक नगरात येईल. एकही नगर सुटणार नाही. परमेश्वराने म्हटल्याप्रमाणे दरीचा नाश होईल व पठारेही उध्वस्त होतील.
9 “ମୋୟାବକୁ ଉଡ଼ି ପଳାଇବା ପାଇଁ ପକ୍ଷ ଦିଅ; ତାହାର ନଗରସକଳ ଧ୍ୱଂସିତ ହେବ, ତହିଁ ମଧ୍ୟରେ ବାସକାରୀ କେହି ରହିବ ନାହିଁ।
९मवाबाला पंख द्या, कारण तिला खचित दूर उडून जाता यावे. तिची नगरे टाकाऊ होतील, तेथे त्यामध्ये कोणी राहणार नाही.
10 “ଯେଉଁ ଜନ ହେଳା ଭାବରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର କାର୍ଯ୍ୟ କରେ, ସେ ଅଭିଶପ୍ତ ହେଉ ଓ ଯେଉଁ ଜନ ରକ୍ତପାତ କରିବାକୁ ଆପଣା ଖଡ୍ଗ ଅଟକାଏ, ସେ ଅଭିଶପ୍ତ ହେଉ।
१०जो कोणी परमेश्वराच्या कामात आळशी आहे तो शापीत आहे; आणि जो कोणी आपली तलवार रक्तपातापासून आवरतो तोही शापित आहे.
11 “ମୋୟାବ ବାଲ୍ୟକାଳରୁ ନିଶ୍ଚିନ୍ତରେ ଅଛି, ସେ ଆପଣା ଖାଦ ଉପରେ ସୁସ୍ଥିର ହୋଇଅଛି ଓ ଏକ ପାତ୍ରରୁ ଅନ୍ୟ ପାତ୍ରକୁ ଢଳା ଯାଇ ନାହିଁ, କିଅବା ବନ୍ଦୀ ହୋଇଯାଇ ନାହିଁ; ଏଥିପାଇଁ ତାହାର ସ୍ୱାଦ ତାହା ମଧ୍ୟରେ ରହିଅଛି ଓ ତାହାର ସୁବାସ ବିକୃତ ହୋଇ ନାହିଁ।
११मवाब लहानपणापासून सुरक्षित आहे. तो त्याच्या द्राक्षरसासारखा आहे त्यास या पात्रातून त्या पात्रात कधीच ओतले नाही. तो बंदिवासात कधी गेला नाही. म्हणून त्याची चव जितकी चांगली तितकी कायम आहे, आणि त्याचा वास न बदलता टिकून आहे.”
12 ଏହେତୁ ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଦେଖ, ଯେଉଁ ସମୟରେ ଆମ୍ଭେ ତାହା ନିକଟକୁ ଢାଳି ପକାଇବା ଲୋକ ପଠାଇବା, ଆଉ ସେମାନେ ତାହାକୁ ଢାଳି ଦେବେ ଓ ତାହାର ପାତ୍ରସକଳ ଶୂନ୍ୟ କରି କୁମ୍ପାସବୁ ଭାଙ୍ଗି ପକାଇବେ, ଏପରି ସମୟ ଆସୁଅଛି।
१२याकरीता परमेश्वर असे म्हणतो, “पाहा असे दिवस येत आहे की, मी त्याच्याकडे द्राक्षरस ओतणारे पाठवीन, तेव्हा ते त्यास ओतून टाकतील आणि त्याची पात्रे रिकामी करतील व त्यांचे बुधले तुकडे तुकडे करतील.”
13 ପୁଣି, ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶ ଆପଣା ବିଶ୍ୱାସଭୂମି ବେଥେଲ୍ ବିଷୟରେ ଯେପରି ଲଜ୍ଜିତ ହୋଇଥିଲେ, ସେପରି ମୋୟାବ କମୋଶ ବିଷୟରେ ଲଜ୍ଜିତ ହେବ।
१३मग जसे इस्राएलाचे घराणे आपल्या भरवशाचा विषय जे बेथेल त्यासंबंधी लज्जित झाला तसा मवाब कमोशाविषयी लज्जित होईल.
14 ଆମ୍ଭେମାନେ ବୀର ଓ ଯୁଦ୍ଧ ପାଇଁ ବଳବାନ ଲୋକ,’ ଏହା ତୁମ୍ଭେମାନେ କିପରି କହୁଅଛ?
१४“आम्ही सैनिक, बलवान लढणारी माणसे आहोत असे तुम्ही कसे म्हणू शकता?
15 ମୋୟାବ ଉତ୍ସନ୍ନ ହୋଇଅଛି ଓ ସେମାନେ ତାହାର ନଗରସମୂହର ମଧ୍ୟକୁ ଯାଇଅଛନ୍ତି, ପୁଣି ତାହାର ମନୋନୀତ ଯୁବାମାନେ ବଧ ସ୍ଥାନକୁ ଓହ୍ଲାଇ ଯାଇଅଛନ୍ତି, ରାଜା, ସୈନ୍ୟାଧିପତି ସଦାପ୍ରଭୁ ଯାହାଙ୍କର ନାମ, ସେ ଏହି କଥା କହନ୍ତି।
१५मवाब उजाड होईल आणि त्याच्या नगरावर हल्ला होईल. कारण त्याचे उत्तम तरुण वधाच्या जागी खाली उतरून गेले आहेत.” हे राजाचे सांगणे आहे, त्याचे नाव सेनाधीश परमेश्वर आहे.
16 ମୋୟାବର ବିପଦ ନିକଟରେ ଉପସ୍ଥିତ ଓ ତାହାର କ୍ଳେଶ ଅତି ଶୀଘ୍ର ଆସୁଅଛି।
१६मवाबाचे अरिष्ट लवकरच घडणार आहे; त्याची विपत्ती अत्यंत त्वरा करीत आहे.
17 ତାହାର ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗସ୍ଥିତ ଓ ତାହାର ନାମ ଜାଣିଥିବା ଯେ ତୁମ୍ଭେମାନେ, ତୁମ୍ଭେ ସମସ୍ତେ ତାହାର ପାଇଁ ବିଳାପ କର, ଆଉ କୁହ, ‘ଏହି ଦୃଢ଼ ଦଣ୍ଡ, ସୁନ୍ଦର ଯଷ୍ଟି କିପରି ଭଗ୍ନ ହୋଇଅଛି!’
१७जे सर्व तुम्ही मवाबासभोवती आहात विलाप कराल. आणि जे सर्व तुम्ही त्याची किर्ती जाणता, ते तुम्ही त्याच्यासाठी आक्रंदन करा, बळकट दंड, आदराची काठी तुटली आहे.
18 ହେ ଦୀବୋନ୍ ନିବାସିନୀ କନ୍ୟେ, ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଐଶ୍ୱର୍ଯ୍ୟରୁ ଓହ୍ଲାଇ ଆସି ତୃଷାରେ ବସ; କାରଣ ମୋୟାବର ବିନାଶକ ତୁମ୍ଭ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଉଠି ଆସିଅଛି, ସେ ତୁମ୍ଭର ଦୃଢ଼ ଦୁର୍ଗସବୁ ନଷ୍ଟ କରିଅଛି।
१८अगे तू दीबोनात राहणाऱ्या कन्ये, तू आपल्या मानाच्या जागेवरून खाली ये आणि कोरड्या जमिनीवर बस. कारण मवाबाचा विनाश करणारा तुझ्यावर आला आहे तो तुझे बालेकिल्ले नष्ट करील.
19 ହେ ଅରୋୟେର ନିବାସିନୀ, ତୁମ୍ଭେ ପଥ ପାର୍ଶ୍ୱରେ ଠିଆ ହୋଇ ନିରୀକ୍ଷଣ କର; ପୁଣି, ପଳାତକ ଲୋକକୁ ଓ ରକ୍ଷାପ୍ରାପ୍ତା ସ୍ତ୍ରୀକୁ ପଚାର; କଅଣ କରାଯାଇଅଛି କୁହ?
१९अरोएरात राहणाऱ्या लोकांनो, रस्त्यावर उभे राहा आणि पाहा! जे कोणी पळून व निसटून जात आहेत, त्यांना विचारा, काय झाले आहे?
20 ମୋୟାବ ଲଜ୍ଜିତ ହୋଇଅଛି; କାରଣ ତାହା ଭଗ୍ନ ହୋଇଅଛି; ତୁମ୍ଭେମାନେ ହାହାକାର ଓ କ୍ରନ୍ଦନ କର; ମୋୟାବ ଉତ୍ସନ୍ନ ହୋଇଛି ବୋଲି ଅର୍ଣ୍ଣୋନରେ ପ୍ରଚାର କର।
२०मवाब लज्जित झाला आहे, कारण त्याचे तुकडे तुकडे झाले आहेत. आक्रोश आणि विलाप करा; मदतीसाठी रडा. मवाबाचा नाश झाला आहे आर्णोन नदीकाठच्या लोकांस सांगा.
21 ପୁଣି, ମୋୟାବ ଦେଶୀୟ ଦୂରସ୍ଥ କିଅବା ନିକଟସ୍ଥ ସମସ୍ତ ନଗର ଉପରେ,
२१आता डोंगराळ प्रदेशावर शिक्षा आली आहे, होलोनावर, याहस व मेफाथ
22 ଅର୍ଥାତ୍, ସମଭୂମିସ୍ଥ ପ୍ରଦେଶ ଉପରେ ହଲୋନ, ଯହସ ଓ ମେଫାତ୍ ଦୀବୋନ୍, ନବୋ ଓ ବେଥ୍-ଦିବ୍ଳାଥୟିମ:
२२दीबोन, नबो, बेथ-दिबलाथाईम
23 କିରୀୟାଥୟିମ୍, ବେଥ୍-ଗାମୁଲ୍ ଓ ବେଥ୍-ମୀୟୋନ୍;
२३किर्या-थाईम, बेथ-गामूल व बेथ-मौन यांचा
24 କରୀୟୋଥ୍ ଓ ବସ୍ରା ପ୍ରଭୃତି ନଗରମାନଙ୍କ ଉପରେ ବିଚାରଦଣ୍ଡ ଉପସ୍ଥିତ ହୋଇଅଛି।
२४करोयोथ, बस्रा व मवाब देशामधील दूरची व जवळची नगरे यांवर न्यायनिवाडा आला आहे.
25 ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ମୋୟାବର ଶୃଙ୍ଗ କଟା ଯାଇଅଛି ଓ ତାହାର ବାହୁ ଭଗ୍ନ ହୋଇଅଛି।
२५मवाबाचे शिंग तोडून टाकले आहे. त्याचा बाहू मोडला आहे. असे परमेश्वर म्हणतो.
26 ତୁମ୍ଭେମାନେ ତାହାକୁ ମତ୍ତ କରାଅ, କାରଣ ସେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଆପଣାକୁ ବଡ଼ କରିଅଛି; ପୁଣି, ମୋୟାବ ଆପଣା ବାନ୍ତିରେ ଗଡ଼ିବ, ମଧ୍ୟ ସେ ପରିହାସାସ୍ପଦ ହେବ।
२६“त्याला बेहोश करा, कारण त्याने परमेश्वराविरूद्ध गर्वाने कृती केली आहे. आता मवाब स्वत: च्याच वांतीत हाताने टाळ्या वाजविल, म्हणून तोही हास्यविषय होईल.
27 ଇସ୍ରାଏଲ କି ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତି ପରିହାସର ବିଷୟ ହୋଇ ନ ଥିଲା? ସେ କି ଚୋରମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ଧରା ପଡ଼ିଥିଲା? ତୁମ୍ଭେ ଯେତେ ଥର ତାହା ବିଷୟ କହୁଅଛ, ସେତେଥର ମସ୍ତକ ହଲାଉଅଛ।
२७कारण इस्राएल तुझ्या हास्याचा विषय झाला नव्हता का? तो चोरांमध्ये सापडला होता का? जितकेदा तू त्याच्याविषयी बोललास तितकेदा तू आपली मान हालवलीस.
28 ହେ ମୋୟାବ ନିବାସୀଗଣ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ନଗରସବୁ ତ୍ୟାଗ କରି ଶୈଳରେ ବାସ କର ଓ ଗର୍ତ୍ତର ମୁଖ ପାର୍ଶ୍ୱରେ ବସାକାରୀ କପୋତର ତୁଲ୍ୟ ହୁଅ।
२८मवाबात राहणाऱ्यांनो, नगरे सोडून द्या आणि सुळक्यावर तळ द्या. खडकाच्या खळग्याच्या तोंडावर घरटे करणाऱ्या पारव्यांसारखे व्हा.”
29 ମୋୟାବ ବଡ଼ ଅହଙ୍କାରୀ, ଆମ୍ଭେମାନେ ତାହାର ଅହଙ୍କାରର କଥା, ତାହାର ଉଦ୍ଧତ ଭାବ, ତାହାର ଅହଙ୍କାର, ତାହାର ଦର୍ପ ଓ ତାହାର ଚିତ୍ତର ଅଭିମାନ କଥା ଶୁଣିଅଛୁ।
२९“आम्ही मवाबाचा गर्व ऐकला आहे. त्याचा उद्धटपणा, त्याचा गर्विष्ठपणा, अहंकार, अभिमान आणि त्याच्या हृदयातली उन्मत्तता ही आम्ही ऐकली आहे.”
30 ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଆମ୍ଭେ ତାହାର କ୍ରୋଧ ଜାଣୁ, ତାହା କିଛି ନୁହେଁ, ତାହାର ଗର୍ବସବୁ କିଛି ହିଁ ସାଧନ କରି ନାହିଁ।
३०परमेश्वर असे म्हणतो, मला स्वतःला त्याचे उर्मट बोलणे, त्याच्या कृत्यासारखी त्याची पोकळ बढाई मला माहित आहे.
31 ଏଥିପାଇଁ ଆମ୍ଭେ ମୋୟାବର ପାଇଁ ହାହାକାର କରିବା; ହଁ, ଆମ୍ଭେ ସମୁଦାୟ ମୋୟାବ ପାଇଁ କ୍ରନ୍ଦନ କରିବା; କୀର୍ହେରସର ଲୋକମାନଙ୍କ ବିଷୟରେ ସେମାନେ ଶୋକ କରିବେ।
३१म्हणून मी मवाबासाठी आक्रोश करून विलाप करीन आणि सर्व मवाबासाठी दुःखाने आरोळी मारीन. कीर हरेसाच्या लोकांसाठी मी आक्रंदन करील.
32 ହେ ସିବ୍ମାର ଦ୍ରାକ୍ଷାଲତା, ଯାସେରର ରୋଦନ ଅପେକ୍ଷା ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭ ବିଷୟରେ ଅଧିକ ରୋଦନ କରିବା; ତୁମ୍ଭର ଶାଖାସବୁ ସମୁଦ୍ର ପାରିକୁ ଗଲା, ସେସବୁ ଯାସେର ସମୁଦ୍ର ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ହିଁ ବିସ୍ତାରିତ ହେଲା; ତୁମ୍ଭର ଗ୍ରୀଷ୍ମକାଳୀନ ଫଳ ଓ ଦ୍ରାକ୍ଷାଫଳ ସଂଗ୍ରହ କରିବା ସମୟରେ ବିନାଶକ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା।
३२हे सिब्मेच्या द्राक्षवेली, मी याजेरासाठी रडलो त्यापेक्षा तुझ्यासाठी मी अधिक रडेन. तुझ्या फांद्या क्षारसमुद्रापलीकडे गेल्या होत्या आणि त्या याजेरापर्यंत पोहोचल्या होत्या; पण विनाशकाने तुझ्या उन्हाळी फळांवर व तुझ्या द्राक्षांवर हल्ला केला आहे.
33 ମୋୟାବର ଫଳବାନ କ୍ଷେତ୍ର ଓ ଭୂମିରୁ ଆନନ୍ଦ ଓ ଉଲ୍ଲାସ ଦୂରୀକୃତ ହୋଇଅଛି; ପୁଣି, ଆମ୍ଭେ ଦ୍ରାକ୍ଷାକୁଣ୍ଡସବୁ ଦ୍ରାକ୍ଷାରସ ଶୂନ୍ୟ କରିଅଛୁ; କେହି ହର୍ଷନାଦରେ ଦ୍ରାକ୍ଷାମର୍ଦ୍ଦନ କରିବ ନାହିଁ; ସେହି ନାଦ ହର୍ଷନାଦ ହେବ ନାହିଁ।
३३म्हणून मवाबाच्या फळबागेतून व देशातून उत्सव व हर्ष दूर केलेले आहेत. मी त्यांच्या द्राक्षकुंडातून द्राक्षरस नाहीसा केला आहे. ते हर्षाने ओरडून द्राक्षे तुडविणार नाहीत. कोणतेही ओरडणे हर्षाचे ओरडणे होणार नाही.
34 ହିଷ୍ବୋନର ଚିତ୍କାର ସ୍ଥାନଠାରୁ ଇଲୀୟାଲୀ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ, ମଧ୍ୟ ଯହସ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ, ସୋୟରଠାରୁ ହୋରୋନୟିମ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ, ଇଗ୍ଲତ୍-ଶଲୀଶୀୟା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ସେମାନେ ଚିତ୍କାର ଶବ୍ଦ ଉଠାଇଅଛନ୍ତି; କାରଣ ନିମ୍ରୀମର ଜଳସମୂହ ମଧ୍ୟ ଶୂନ୍ୟ ହେବ।
३४“हेशबोनापासून एलालेपर्यंत, याहसापर्यंत, सोअरापासून होरोनाईम व एगलाथ-शलिशीयापर्यंत त्यांच्या ओरडण्याचा आवाज ऐकू येत आहे, कारण निम्रीमाचे पाणी सुद्धा आटले आहे.
35 ଆହୁରି, ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଆମ୍ଭେ ମୋୟାବ ମଧ୍ୟରେ ଉଚ୍ଚସ୍ଥଳୀରେ ବଳିଦାନକାରୀ ଓ ଆପଣା ଦେବଗଣ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଧୂପଦାହକାରୀ ଲୋକକୁ ଲୋପ କରିବା।
३५परमेश्वर असे म्हणतो, कारण जो कोणीही उच्चस्थानी अर्पण करतो आणि त्यांच्या देवाला धूप जाळतो त्यास मी मवाबातून नाहीसे करीन.”
36 ଏହେତୁ ମୋୟାବର ପାଇଁ ଆମ୍ଭର ହୃଦୟ ବଂଶୀ ପରି ବାଜୁଅଛି ଓ କୀର୍ହେରସର ଲୋକମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଆମ୍ଭର ହୃଦୟ ବଂଶୀ ପରି ବାଜୁଅଛି; ଏଥିପାଇଁ ତାହାର ପ୍ରାପ୍ତ ବହୁତ ଧନ ନଷ୍ଟ ହୋଇଅଛି।
३६म्हणून माझे हृदय मवाबासाठी बासरीसारखे विलाप करीत आहे, माझे हृदय कीर हरेसाच्या लोकांसाठी बासरीसारखे विलाप करीत आहे. त्यांनी मिळवलेली विपुल संपत्ती नाहीशी झाली आहे.
37 କାରଣ ପ୍ରତ୍ୟେକ ମସ୍ତକ ଟାଙ୍ଗରା ଓ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଦାଢ଼ି କଟା ହୋଇଅଛି; ସମସ୍ତଙ୍କ ହସ୍ତରେ କଟା ଦାଗ ଓ କଟିଦେଶରେ ଚଟବସ୍ତ୍ର ଅଛି।
३७कारण प्रत्येक मस्तक टक्कल झाले आहे व प्रत्येक दाढी मुंडली आहेत. प्रत्येकाच्या हातावर जखमा आहेत व तागाची वस्त्रे त्यांच्या कमरेभोवती आहे.
38 ମୋୟାବର ସମସ୍ତ ଗୃହ-ଛାତ ଉପରେ ଓ ତହିଁର ସମସ୍ତ ପଥରେ ସର୍ବତ୍ର ବିଳାପ ହେଉଅଛି; କାରଣ ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଆମ୍ଭେ ମୋୟାବକୁ ଅପ୍ରୀତିକର ପାତ୍ର ପରି ଭାଙ୍ଗି ପକାଇଅଛୁ।
३८मवाबामध्ये प्रत्येक घराच्या धाब्यावर आणि चौकात, तेथे सर्वत्र शोक होत आहे. कारण नकोसा असलेल्या पात्राप्रमाणे मी मवाबाचा नाश केला आहे, असे परमेश्वर म्हणतो.
39 ସେ କିପରି ଭଗ୍ନ ହୋଇଅଛି! ଲୋକେ କିପରି ବିଳାପ କରୁଅଛନ୍ତି! ମୋୟାବ ଲଜ୍ଜାରେ କିପରି ପୃଷ୍ଠ ଫେରାଇଅଛି! ଏହିରୂପେ ମୋୟାବ ଆପଣା ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗସ୍ଥ ଲୋକମାନଙ୍କର ହାସ୍ୟାସ୍ପଦ ଓ ଭୟସ୍ଥାନ ହେବ।”
३९“तो कसा मोडला आहे! आपल्या विलापात कसे आकांत करत आहे! मवाबाने लज्जेने कशी पाठ फिरवली आहे. म्हणून मवाब आपल्या सभोवतालच्या सर्वांना उपहास आणि दहशतीचा विषय झाला आहे.”
40 କାରଣ ସଦାପ୍ରଭୁ ଏହି କଥା କହନ୍ତି, “ଦେଖ, ସେ ଉତ୍କ୍ରୋଶ ପକ୍ଷୀ ପରି ଉଡ଼ି ଆସିବ ଓ ମୋୟାବ ଉପରେ ଆପଣା ପକ୍ଷଦ୍ୱୟ ବିସ୍ତାର କରିବ।
४०कारण परमेश्वर असे म्हणतो, “पाहा, शत्रू गरुडाप्रमाणे उडत आहे. तो आपले पंख मवाबावर पसरील.
41 କରୀୟୋଥ୍ ହସ୍ତଗତ ହେଲା, ଦୃଢ଼ ଦୁର୍ଗସବୁ ଅକସ୍ମାତ୍ ଆକ୍ରାନ୍ତ ହେଲା, ଆଉ ସେହି ଦିନରେ ମୋୟାବର ବୀରମାନଙ୍କ ଅନ୍ତଃକରଣ ପ୍ରସବ ବେଦନାଗ୍ରସ୍ତା ସ୍ତ୍ରୀର ଅନ୍ତଃକରଣ ତୁଲ୍ୟ ହେବ।
४१करोयोथ काबीज झाले आहे आणि त्यांचे बालेकिल्ले जप्त झाले आहेत. कारण त्या दिवशी मवाबी सैनिकांचे हृदय, प्रसूत होणाऱ्या स्त्रीप्रमाणे होईल.
42 ପୁଣି, ମୋୟାବ ଲୁପ୍ତ ହେବ, ଆଉ ଏକ ଗୋଷ୍ଠୀ ହୋଇ ରହିବ ନାହିଁ, କାରଣ ସେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଆପଣାକୁ ବଡ଼ କରିଅଛି।
४२म्हणून मवाबाचा नाश होऊन ते राष्ट्ररुप राहणार नाही, कारण ते परमेश्वराविरूद्ध उद्धट झाले.”
43 ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ହେ ମୋୟାବ ନିବାସୀନ୍, ତୁମ୍ଭ ପାଇଁ ତ୍ରାସ, ଖାତ ଓ ଫାନ୍ଦ ଅଛି।
४३परमेश्वर असे म्हणतोः “मवाबात राहणाऱ्यांनो, दहशत व खाच आणि सापळा तुमच्यावर येत आहेत.
44 ଯେ ତ୍ରାସରୁ ପଳାଏ, ସେ ଖାତରେ ପଡ଼ିବ ଓ ଯେ ଖାତରୁ ଉଠି ରକ୍ଷା ପାଏ, ସେ ଫାନ୍ଦରେ ଧରା ପଡ଼ିବ; କାରଣ ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଆମ୍ଭେ ତାହାର ଉପରେ, ହଁ, ମୋୟାବର ଉପରେ ପ୍ରତିଫଳ ଦାନର ବର୍ଷ ଆଣିବା।
४४जो कोणी दहशतीने घाबरुन पळेल तो खाचेत पडेल, आणि जो कोणी खाचेतून वर येतो तो सापळ्यात सापडेल, कारण मी हे त्याच्याविरुध्द म्हणजे मवाबावर त्याचे शासन घेण्याचे वर्ष आणिन.” असे परमेश्वर म्हणतो.
45 ଯେଉଁମାନେ ପଳାଇଗଲେ, ସେମାନେ ବଳହୀନ ହୋଇ ହିଷ୍ବୋନର ଛାୟା ତଳେ ଠିଆ ହୁଅନ୍ତି; କାରଣ ହିଷ୍ବୋନରୁ ଅଗ୍ନି ଓ ସୀହୋନ ମଧ୍ୟରୁ ଅଗ୍ନିଶିଖା ନିର୍ଗତ ହୋଇ ମୋୟାବର କୋଣ ଓ କଳହକାରୀମାନଙ୍କ ମସ୍ତକର ତାଳୁଆ ଗ୍ରାସ କରିଅଛି।
४५जे पळून गेले होते ते हेशबोनाच्या छायेखाली निर्बल असे उभे राहिले, कारण हेशबोनातून अग्नी, सीहोनातून ज्वाला निघाली आहे. ती मवाबाचे कपाळ आणि गर्विष्ठ लोकांचे डोके खाऊन टाकील.
46 ହେ ମୋୟାବ, ତୁମ୍ଭେ ସନ୍ତାପର ପାତ୍ର! କମୋଶର ଲୋକମାନେ ବିନଷ୍ଟ ହେଲେ; କାରଣ ତୁମ୍ଭର ପୁତ୍ରଗଣ ବନ୍ଦୀ ହେଲେ ଓ ତୁମ୍ଭର କନ୍ୟାଗଣ ବନ୍ଦୀତ୍ୱ ସ୍ଥାନକୁ ନୀତ ହେଲେ।
४६हे मवाबा, तुला हाय हाय! कमोशाच्या लोकांचा नाश होत आहे, कारण तुझी मुले बंदिवान आणि तुझ्या मुली बंदिवासात नेल्या जात आहेत.
47 ତଥାପି ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଆମ୍ଭେ ଶେଷ କାଳରେ ପୁନର୍ବାର ମୋୟାବକୁ ବନ୍ଦୀତ୍ୱାବସ୍ଥାରୁ ଫେରାଇ ଆଣିବା।” ମୋୟାବର ବିଚାର କଥା ଏତିକି।
४७“मी पुढील दिवसात मवाबाचा बंदिवास उलटवीन” असे परमेश्वर म्हणतो. येथे मवाबाचा न्यायनिवाडा संपतो.