< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ପ୍ରଥମ ପୁସ୍ତକ 36 >

1 ଏଷୌର ବଂଶାବଳୀ। ତାହାର ଅନ୍ୟତମ ନାମ ଇଦୋମ୍‍।
एसाव जो एदोम भी कहलाता है, उसकी यह वंशावली है।
2 ଏଷୌ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କର ଦୁଇ କନ୍ୟାକୁ, ଅର୍ଥାତ୍‍, ହିତ୍ତୀୟ ଏଲୋନ୍‍ର କନ୍ୟା ଆଦାକୁ ଓ ଅନାର କନ୍ୟା ହିବ୍ବୀୟ ସିବୀୟୋନ୍‍ର ପୌତ୍ରୀ ଅହଲୀବାମାକୁ,
एसाव ने तो कनानी लड़कियाँ ब्याह लीं; अर्थात् हित्ती एलोन की बेटी आदा को, और ओहोलीबामा को जो अना की बेटी, और हिब्बी सिबोन की नातिन थी।
3 ତଦ୍‍ଭିନ୍ନ ନବାୟୋତ୍‍ର ଭଗିନୀକୁ, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଇଶ୍ମାୟେଲର କନ୍ୟା ବାସମତ୍‍କୁ ବିବାହ କଲା।
फिर उसने इश्माएल की बेटी बासमत को भी, जो नबायोत की बहन थी, ब्याह लिया।
4 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଏଷୌର ଔରସରେ ଆଦା ଇଲୀଫସ୍‍କୁ ଓ ବାସମତ୍‍ ରୁୟେଲକୁ ପ୍ରସବ କଲେ।
आदा ने तो एसाव के द्वारा एलीपज को, और बासमत ने रूएल को जन्म दिया।
5 ଆଉ ଅହଲୀବାମା, ଯିୟୂଶ୍‍, ଯାଲମ୍‍ ଓ କୋରହକୁ ପ୍ରସବ କଲା; ଏଷୌର ଏହି ସମସ୍ତ ସନ୍ତାନ କିଣାନ ଦେଶରେ ଜନ୍ମିଥିଲେ।
और ओहोलीबामा ने यूश, और यालाम, और कोरह को उत्पन्न किया, एसाव के ये ही पुत्र कनान देश में उत्पन्न हुए।
6 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଏଷୌ ଆପଣା ଭାର୍ଯ୍ୟାଗଣ ଓ ପୁତ୍ରକନ୍ୟାଗଣ ଓ ଗୃହସ୍ଥିତ ଅନ୍ୟାନ୍ୟ ସମସ୍ତ ଲୋକଙ୍କୁ, ପୁଣି, ଆପଣାର ସମସ୍ତ ପଶ୍ୱାଦି ଓ କିଣାନ ଦେଶରେ ଉପାର୍ଜ୍ଜିତ ସମସ୍ତ ସମ୍ପତ୍ତି ଘେନି ଆପଣା ଭ୍ରାତା ଯାକୁବ ନିକଟରୁ ଅନ୍ୟ ଦେଶକୁ ପ୍ରସ୍ଥାନ କଲା।
एसाव अपनी पत्नियों, और बेटे-बेटियों, और घर के सब प्राणियों, और अपनी भेड़-बकरी, और गाय-बैल आदि सब पशुओं, निदान अपनी सारी सम्पत्ति को, जो उसने कनान देश में संचय किया था, लेकर अपने भाई याकूब के पास से दूसरे देश को चला गया।
7 ଯେହେତୁ ସେମାନଙ୍କର ସମ୍ପତ୍ତି ପ୍ରଚୁର ଥିବାରୁ ସେମାନେ ଏକତ୍ର ବାସ କରି ପାରିଲେ ନାହିଁ, ପୁଣି, ସେମାନଙ୍କର ପଶ୍ୱାଦି ସକାଶୁ ସେହି ପ୍ରବାସ ସ୍ଥାନରେ ନିର୍ବାହ ଚଳିଲା ନାହିଁ।
क्योंकि उनकी सम्पत्ति इतनी हो गई थी, कि वे इकट्ठे न रह सके; और पशुओं की बहुतायत के कारण उस देश में, जहाँ वे परदेशी होकर रहते थे, वे समा न सके।
8 ଏହିରୂପେ ଏଷୌ ସେୟୀର ପର୍ବତରେ ବାସ କଲା; ସେହି ଏଷୌର ଅନ୍ୟତମ ନାମ ଇଦୋମ୍‍।
एसाव जो एदोम भी कहलाता है, सेईर नामक पहाड़ी देश में रहने लगा।
9 ଆଉ ସେୟୀର ପର୍ବତସ୍ଥ ଇଦୋମୀୟମାନଙ୍କର ପୂର୍ବପୁରୁଷ ଏଷୌର ବଂଶାବଳୀ।
सेईर नामक पहाड़ी देश में रहनेवाले एदोमियों के मूलपुरुष एसाव की वंशावली यह है
10 ଏଷୌର ସନ୍ତାନମାନଙ୍କର ନାମ ଏହି। ଏଷୌର ଆଦା ନାମ୍ନୀ ଭାର୍ଯ୍ୟାର ପୁତ୍ର ଇଲୀଫସ୍‍ ଓ ବାସମତ୍‍ ନାମ୍ନୀ ଭାର୍ଯ୍ୟାର ପୁତ୍ର ରୁୟେଲ।
१०एसाव के पुत्रों के नाम ये हैं; अर्थात् एसाव की पत्नी आदा का पुत्र एलीपज, और उसी एसाव की पत्नी बासमत का पुत्र रूएल।
11 ପୁଣି, ଇଲୀଫସ୍‍ର ପୁତ୍ର ତୈମନ୍‍ ଓ ଓମାର୍ ଓ ସଫୋ ଓ ଗୟିତମ୍‍ ଓ କନସ୍‍।
११और एलीपज के ये पुत्र हुए; अर्थात् तेमान, ओमार, सपो, गाताम, और कनज।
12 ପୁଣି, ଏଷୌର ପୁତ୍ର ଇଲୀଫସ୍‍ର ତିମ୍ନା ନାମ୍ନୀ ଏକ ଉପପତ୍ନୀ ଥିଲା, ସେ ଇଲୀଫସ୍‍ ଦ୍ଵାରା ଅମାଲେକକୁ ପ୍ରସବ କଲା; ଏମାନେ ଏଷୌର ପତ୍ନୀ ଆଦାର ସନ୍ତାନ।
१२एसाव के पुत्र एलीपज के तिम्ना नामक एक रखैल थी, जिसने एलीपज के द्वारा अमालेक को जन्म दिया: एसाव की पत्नी आदा के वंश में ये ही हुए।
13 ରୁୟେଲର ପୁତ୍ର ନହତ୍‍ ଓ ସେରହ ଓ ଶମ୍ମ ଓ ମିସା, ଏମାନେ ଏଷୌର ଭାର୍ଯ୍ୟା ବାସମତ୍‍ର ସନ୍ତାନ।
१३रूएल के ये पुत्र हुए; अर्थात् नहत, जेरह, शम्मा, और मिज्जा एसाव की पत्नी बासमत के वंश में ये ही हुए।
14 ପୁଣି, ସିବୀୟୋନ୍‍ର ପୌତ୍ରୀ ଅନାର କନ୍ୟା ଯେ ଅହଲୀବାମା, ଏଷୌର ଭାର୍ଯ୍ୟା ଥିଲା, ତାହାର ସନ୍ତାନ ଯିୟୂଶ୍‍ ଓ ଯାଲମ୍‍ ଓ କୋରହ।
१४ओहोलीबामा जो एसाव की पत्नी, और सिबोन की नातिन और अना की बेटी थी, उसके ये पुत्र हुए: अर्थात् उसने एसाव के द्वारा यूश, यालाम और कोरह को जन्म दिया।
15 ଏଷୌର ସନ୍ତାନମାନଙ୍କ ରାଜାବଳୀ। ଏଷୌର ଜ୍ୟେଷ୍ଠ ପୁତ୍ର ଯେ ଇଲୀଫସ୍‍, ତାହାର ପୁତ୍ର ରାଜା ତୈମନ୍‍ ଓ ରାଜା ଓମାର୍ ଓ ରାଜା ସଫୋ ଓ ରାଜା କନସ୍‍
१५एसाववंशियों के अधिपति ये हुए: अर्थात् एसाव के जेठे एलीपज के वंश में से तेमान अधिपति, ओमार अधिपति, सपो अधिपति, कनज अधिपति,
16 ଓ ରାଜା କୋରହ ଓ ରାଜା ଗୟିତମ୍‍ ଓ ରାଜା ଅମାଲେକ୍‍; ଇଦୋମ ଦେଶରେ ଇଲୀଫସ୍‍ ବଂଶୀୟ ଏହି ରାଜଗଣ ଆଦାର ସନ୍ତାନ ଥିଲେ।
१६कोरह अधिपति, गाताम अधिपति, अमालेक अधिपति एलीपज वंशियों में से, एदोम देश में ये ही अधिपति हुए: और ये ही आदा के वंश में हुए।
17 ଏଷୌର ପୁତ୍ର ରୁୟେଲର ସନ୍ତାନ ରାଜା ନହତ୍‍ ଓ ରାଜା ସେରହ ଓ ରାଜା ଶମ୍ମ ଓ ରାଜା ମିସା; ଇଦୋମ ଦେଶରେ ରୁୟେଲ ବଂଶୀୟ ଏହି ରାଜାମାନେ ଏଷୌର ଭାର୍ଯ୍ୟା ବାସମତ୍‍ର ସନ୍ତାନ ଥିଲେ।
१७एसाव के पुत्र रूएल के वंश में ये हुए; अर्थात् नहत अधिपति, जेरह अधिपति, शम्मा अधिपति, मिज्जा अधिपति रूएलवंशियों में से, एदोम देश में ये ही अधिपति हुए; और ये ही एसाव की पत्नी बासमत के वंश में हुए।
18 ପୁଣି, ଏଷୌର ଭାର୍ଯ୍ୟା ଅହଲୀବାମାର ସନ୍ତାନ ରାଜା ଯିୟୂଶ୍‍ ଓ ରାଜା ଯାଲମ୍‍ ଓ ରାଜା କୋରହ; ଅନାର କନ୍ୟା ଯେ ଅହଲୀବାମା, ଏଷୌର ଭାର୍ଯ୍ୟା ଥିଲା, ଏମାନେ ତାହାର ସନ୍ତାନ।
१८एसाव की पत्नी ओहोलीबामा के वंश में ये हुए; अर्थात् यूश अधिपति, यालाम अधिपति, कोरह अधिपति, अना की बेटी ओहोलीबामा जो एसाव की पत्नी थी उसके वंश में ये ही हुए।
19 ଏମାନେ ଏଷୌର, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଇଦୋମର ସନ୍ତାନ ଓ ଏମାନେ ସେମାନଙ୍କର ରାଜା।
१९एसाव जो एदोम भी कहलाता है, उसके वंश ये ही हैं, और उनके अधिपति भी ये ही हुए।
20 (ପୂର୍ବକାଳର) ସେହି ଦେଶ ନିବାସୀ ହୋରୀୟ ସେୟୀରର ସନ୍ତାନ ଲୋଟନ୍‍ ଓ ଶୋବଲ୍‍ ଓ ସିବୀୟୋନ୍‍ ଓ ଅନା
२०सेईर जो होरी नामक जाति का था, उसके ये पुत्र उस देश में पहले से रहते थे; अर्थात् लोतान, शोबाल, सिबोन, अना,
21 ଓ ଦିଶୋନ୍‍ ଓ ଏତ୍ସର ଓ ଦୀଶନ୍‍; ସେୟୀରର ଏହି ପୁତ୍ରଗଣ ଇଦୋମ ଦେଶର ହୋରୀୟ ବଂଶଜ ରାଜା ଥିଲେ।
२१दीशोन, एसेर, और दीशान: एदोम देश में सेईर के ये ही होरी जातिवाले अधिपति हुए।
22 ଲୋଟନ୍‍ର ପୁତ୍ର ହୋରି ଓ ହେମମ୍‍, ପୁଣି, ଲୋଟନ୍‍ର ତିମ୍ନା ନାମ୍ନୀ ଭଗିନୀ ଥିଲା।
२२लोतान के पुत्र, होरी, और हेमाम हुए; और लोतान की बहन तिम्ना थी।
23 ପୁଣି, ଶୋବଲ୍‍ର ପୁତ୍ରଗଣ ଅବଲନ୍‍ ଓ ମାନହତ୍‍ ଓ ଏବଲ୍‍ ଓ ଶଫୋ ଓ ଓନମ୍‍।
२३शोबाल के ये पुत्र हुए: अर्थात् आल्वान, मानहत, एबाल, शपो, और ओनाम।
24 ପୁଣି, ସିବୀୟୋନ୍‍ର ପୁତ୍ର ଅୟା ଓ ଅନା; ଏହି ଅନା ଆପଣା ପିତା ସିବୀୟୋନ୍‍ର ଗଧ ଚରାଇବା ସମୟରେ ପ୍ରାନ୍ତରରେ ଉଷ୍ଣ ଜଳର ଝର ଆବିଷ୍କାର କଲା।
२४और सीदोन के ये पुत्र हुए: अय्या, और अना; यह वही अना है जिसको जंगल में अपने पिता सिबोन के गदहों को चराते-चराते गरम पानी के झरने मिले।
25 ସେହି ଅନାର ପୁତ୍ର ଦିଶୋନ୍‍ ଓ କନ୍ୟା ଅହଲୀବାମା।
२५और अना के दीशोन नामक पुत्र हुआ, और उसी अना के ओहोलीबामा नामक बेटी हुई।
26 ପୁଣି, ଦିଶୋନ୍‍ର ପୁତ୍ର ହିମ୍‍ଦନ୍‍ ଓ ଇଶବନ୍‍ ଓ ଯିତ୍ରନ୍‍ ଓ କରାନ୍‍।
२६दीशोन के ये पुत्र हुए: हेमदान, एशबान, यित्रान, और करान।
27 ଏତ୍ସରର ପୁତ୍ର ବିଲ୍‍ହନ୍‍ ଓ ସାବନ୍‍ ଓ ଆକନ୍‍।
२७एसेर के ये पुत्र हुए: बिल्हान, जावान, और अकान।
28 ପୁଣି, ଦୀଶନ୍‍ର ପୁତ୍ର ଊଷ୍‍ ଓ ଅରାନ୍‍।
२८दीशान के ये पुत्र हुए: ऊस, और अरान।
29 ହୋରୀୟ ବଂଶଜ ରାଜା ଏହି; ରାଜା ଲୋଟନ୍‍ ଓ ରାଜା ଶୋବଲ୍‍ ଓ ରାଜା ସିବୀୟୋନ୍‍ ଓ ରାଜା ଅନା
२९होरियों के अधिपति ये हुए: लोतान अधिपति, शोबाल अधिपति, सिबोन अधिपति, अना अधिपति,
30 ଓ ରାଜା ଦିଶୋନ୍‍ ଓ ରାଜା ଏତ୍ସର ଓ ରାଜା ଦୀଶନ୍‍। ଏମାନେ ସେୟୀର ଦେଶର ହୋରୀୟ ବଂଶଜ ରାଜା ଥିଲେ।
३०दीशोन अधिपति, एसेर अधिपति, दीशान अधिपति; सेईर देश में होरी जातिवाले ये ही अधिपति हुए।
31 ଆଉ, ଇସ୍ରାଏଲୀୟ ସନ୍ତାନମାନଙ୍କ ଉପରେ କୌଣସି ରାଜା ରାଜତ୍ୱ କରିବା ପୂର୍ବେ ଏହି ରାଜାମାନେ ଇଦୋମ ଦେଶରେ ରାଜ୍ୟ କଲେ।
३१फिर जब इस्राएलियों पर किसी राजा ने राज्य न किया था, तब भी एदोम के देश में ये राजा हुए;
32 ବିୟୋରର ବେଲା ନାମକ ପୁତ୍ର ଇଦୋମ୍‍ ଦେଶରେ ରାଜତ୍ୱ କଲା, ତାହାର ରାଜଧାନୀର ନାମ ଦିନ୍‍ହାବା।
३२बोर के पुत्र बेला ने एदोम में राज्य किया, और उसकी राजधानी का नाम दिन्हाबा है।
33 ବେଲାର ମରଣ ଉତ୍ତାରେ, ତାହା ପଦରେ ବସ୍ରା ନିବାସୀ ସେରହର ପୁତ୍ର ଯୋବବ୍‍ ରାଜତ୍ୱ କଲା।
३३बेला के मरने पर, बोस्रानिवासी जेरह का पुत्र योबाब उसके स्थान पर राजा हुआ।
34 ପୁଣି, ଯୋବବ୍‍ର ମରଣ ଉତ୍ତାରେ ତୈମନ୍‍ ଦେଶୀୟ ହୂଶମ୍‍ ତାହା ପଦରେ ରାଜତ୍ୱ କଲା।
३४योबाब के मरने पर, तेमानियों के देश का निवासी हूशाम उसके स्थान पर राजा हुआ।
35 ହୂଶମ୍‌ର ମରଣ ଉତ୍ତାରେ, ବଦଦର ପୁତ୍ର ଯେ ହଦଦ୍‍ ମୋୟାବ କ୍ଷେତ୍ରରେ ମିଦୀୟନକୁ ଜୟ କଲା, ସେ ତାହା ପଦରେ ରାଜତ୍ୱ କଲା; ତାହାର ରାଜଧାନୀର ନାମ ଅବୀତ୍‍।
३५फिर हूशाम के मरने पर, बदद का पुत्र हदद उसके स्थान पर राजा हुआ यह वही है जिसने मिद्यानियों को मोआब के देश में मार लिया, और उसकी राजधानी का नाम अबीत है।
36 ହଦଦ୍‍ର ମରଣ ଉତ୍ତାରେ ମସ୍ରେକା ନିବାସୀ ସମ୍ଳ ତାହା ପଦରେ ରାଜତ୍ୱ କଲା।
३६हदद के मरने पर, मस्रेकावासी सम्ला उसके स्थान पर राजा हुआ।
37 ପୁଣି, ସମ୍ଳର ମରଣ ଉତ୍ତାରେ (ଫରାତ୍‍) ନଦୀର ନିକଟସ୍ଥ ରହୋବୋତ୍‍ ନିବାସୀ ଶୌଲ ତାହା ପଦରେ ରାଜତ୍ୱ କଲା।
३७फिर सम्ला के मरने पर, शाऊल जो महानद के तटवाले रहोबोत नगर का था, वह उसके स्थान पर राजा हुआ।
38 ଶୌଲର ମରଣ ଉତ୍ତାରେ, ଅକ୍‍ବୋରର ପୁତ୍ର ବାଲ୍‍ହାନନ୍‍ ତାହା ପଦରେ ରାଜତ୍ୱ କଲା।
३८शाऊल के मरने पर, अकबोर का पुत्र बाल्हानान उसके स्थान पर राजा हुआ।
39 ପୁଣି, ଅକ୍‍ବୋରର ପୁତ୍ର ବାଲ୍‍ହାନନ୍‍ର ମରଣ ଉତ୍ତାରେ, ହଦର ତାହା ପଦରେ ରାଜତ୍ୱ କଲା; ତାହାର ରାଜଧାନୀର ନାମ ପାଉ ଓ ତାହାର ଭାର୍ଯ୍ୟାର ନାମ ମହେଟବେଲ ଥିଲା; ସେ ମଟ୍ରେଦର ପୁତ୍ରୀ ଓ ମେଷାହବର ପୌତ୍ରୀ।
३९अकबोर के पुत्र बाल्हानान के मरने पर, हदर उसके स्थान पर राजा हुआ और उसकी राजधानी का नाम पाऊ है; और उसकी पत्नी का नाम महेतबेल है, जो मेज़ाहाब की नातिन और मत्रेद की बेटी थी।
40 ଏଷୌଠାରୁ ଉତ୍ପନ୍ନ, ପୁଣି, ଗୋଷ୍ଠୀ ଓ ସ୍ଥାନ ଓ ନାମ ଭେଦାନୁସାରେ ଯେଉଁ ଯେଉଁ ରାଜା ଥିଲେ, ସେମାନଙ୍କ ନାମାବଳୀ; ଯଥା, ରାଜା ତିମ୍ନା ଓ ରାଜା ଅଳ୍‍ବା ଓ ରାଜା ଯିଥେତ୍‍।
४०फिर एसाववंशियों के अधिपतियों के कुलों, और स्थानों के अनुसार उनके नाम ये हैं तिम्ना अधिपति, अल्वा अधिपति, यतेत अधिपति,
41 ଓ ରାଜା ଅହଲୀବାମା ଓ ରାଜା ଏଲା ଓ ରାଜା ପୀନୋନ୍‍
४१ओहोलीबामा अधिपति, एला अधिपति, पीनोन अधिपति,
42 ଓ ରାଜା କନସ୍‍ ଓ ରାଜା ତୈମନ୍‍ ଓ ରାଜା ମିବ୍‍ସର୍‍
४२कनज अधिपति, तेमान अधिपति, मिबसार अधिपति,
43 ଓ ରାଜା ମଗ୍‍ଦୀୟେଲ ଓ ରାଜା ଈରମ୍‍; ଏମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ଅଧିକୃତ ଦେଶରେ ବସତି ସ୍ଥାନାନୁସାରେ ଇଦୋମର ରାଜଗଣ ଥିଲେ। ଇଦୋମୀୟମାନଙ୍କ ଆଦିପୁରୁଷ ଏଷୌର ବୃତ୍ତାନ୍ତ ସମାପ୍ତ।
४३मग्दीएल अधिपति, ईराम अधिपति एदोमवंशियों ने जो देश अपना कर लिया था, उसके निवास-स्थानों में उनके ये ही अधिपति हुए; और एदोमी जाति का मूलपुरुष एसाव है।

< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ପ୍ରଥମ ପୁସ୍ତକ 36 >