< ଯିହିଜିକଲ ଭବିଷ୍ୟଦବକ୍ତାଙ୍କ ପୁସ୍ତକ 33 >

1 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ବାକ୍ୟ ମୋʼ ନିକଟରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା, ଯଥା;
मग परमेश्वराचे वचन मजकडे आले व म्हणाले,
2 “ହେ ମନୁଷ୍ୟ-ସନ୍ତାନ, ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଲୋକମାନଙ୍କର ସନ୍ତାନଗଣକୁ କୁହ ଓ ସେମାନଙ୍କୁ କୁହ, ଆମ୍ଭେ କୌଣସି ଦେଶ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଖଡ୍ଗ ଆଣିଲେ, ସେ ଦେଶର ଲୋକମାନେ ଯଦି ଆପଣାମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ କୌଣସି ଏକ ବ୍ୟକ୍ତିକୁ ନେଇ ତାହାକୁ ଆପଣାମାନଙ୍କର ପ୍ରହରୀ କରି ନିଯୁକ୍ତ କରନ୍ତି;
“मानवाच्या मुला, तुझ्या लोकांशी बोल त्यांना सांग की, जेव्हा मी कोणत्याही देशाविरूद्ध तलवार आणीन, तेव्हा त्या देशाचे लोक आपल्यातील एका मनुष्यास घेतात आणि त्यास आपल्यासाठी पहारेकरी करतात.
3 ସେହି ବ୍ୟକ୍ତି ଦେଶ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଖଡ୍ଗ ଆସିବାର ଦେଖିଲେ, ଯଦି ତୂରୀ ବଜାଏ ଓ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ସଚେତନ କରାଏ;
तो देशावर तलवार येत आहे असे पाहून आणि तो त्याचे शिंग फुंकून लोकांस सावध करतो.
4 ତେବେ ଯେକେହି ତହିଁରେ ତୂରୀର ଶବ୍ଦ ଶୁଣି ସଚେତନ ନ ହୁଏ, ପୁଣି, ଖଡ୍ଗ ଉପସ୍ଥିତ ହୋଇ ତାହାକୁ ସଂହାର କରେ, ତେବେ ତାହାର ରକ୍ତ ତାହାର ନିଜ ମସ୍ତକରେ ବର୍ତ୍ତିବ।
जर लोकांनी शिंगाचा आवाज ऐकला पण त्याकडे लक्ष दिले नाही, आणि जर त्यांच्यावर तलवार आली व त्यांना मारले, तर प्रत्येकाचे रक्त त्यांच्या स्वतःच्या डोक्यावर राहिल.
5 ସେ ତୂରୀର ଶବ୍ଦ ଶୁଣି ସଚେତନ ହେଲା ନାହିଁ; ତାହାର ରକ୍ତ ତାହାରି ଉପରେ ବର୍ତ୍ତିବ; ଯେହେତୁ ସେ ସଚେତନ ହୋଇଥିଲେ, ଆପଣା ପ୍ରାଣ ବଞ୍ଚାଇ ଥାʼନ୍ତା।
जर कोणी एखाद्याने शिंगाचा आवाज ऐकला आणि लक्ष दिले नाही, त्याचे रक्त त्यावर राहिल. पण जर त्याने लक्ष दिले, तो आपला स्वतःचा जीव वाचवील.
6 ମାତ୍ର ସେ ପ୍ରହରୀ ଯଦି ଖଡ୍ଗ ଆସିବାର ଦେଖି ତୂରୀ ନ ବଜାଏ, ପୁଣି, ଲୋକମାନେ ସଚେତନ ନ ହୁଅନ୍ତି, ଆଉ ଖଡ୍ଗ ଆସି ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ କୌଣସି ଲୋକକୁ ସଂହାର କରେ; ତେବେ ସେ ନିଜ ଅଧର୍ମରେ ସଂହାରିତ ହେଲା, ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେ ତାହାର ରକ୍ତର ପରିଶୋଧ ସେହି ପ୍ରହରୀର ହସ୍ତରୁ ନେବା।
पण, कदाचित्, जर जसे पहारेकरी तलवार येत आहे असे पाहील, पण जर त्याने शिंग फुंकले नाही, त्याचा परीणाम लोकांस सावध केले नाही, आणि जर तलवार आली आणि कोणाचा जीव घेतला, तर तो त्याच्या पापात मरेल, पण त्याचे रक्त मी पहारेकऱ्याकडून मागून घेईन.
7 ଏହିରୂପେ ହେ ମନୁଷ୍ୟ-ସନ୍ତାନ, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶର ପ୍ରହରୀ କରି ନିଯୁକ୍ତ କରିଅଛୁ; ଏହେତୁ ତୁମ୍ଭେ ଆମ୍ଭ ମୁଖରୁ ବାକ୍ୟ ଶୁଣି ଆମ୍ଭ ପକ୍ଷରୁ ସେମାନଙ୍କୁ ସଚେତନ କର।
आता, मानवाच्या मुला, मी तुला इस्राएलाच्या घराण्यासाठी पहारेकरी केले आहे. तू माझ्या मुखातून वचन ऐकून आणि माझ्यावतीने त्यांना सावध कर.
8 ଆମ୍ଭେ ଯେତେବେଳେ ଦୁଷ୍ଟକୁ କହୁ, ‘ହେ ଦୁଷ୍ଟ ଲୋକ, ତୁମ୍ଭେ ନିଶ୍ଚୟ ମରିବ,’ ସେତେବେଳେ ତୁମ୍ଭେ ତାହାର ପଥ ବିଷୟରେ ସେହି ଦୁଷ୍ଟ ଲୋକକୁ ସଚେତନ କରିବା ପାଇଁ ଯଦି କିଛି ନ କୁହ; ତେବେ ସେହି ଦୁଷ୍ଟ ନିଜ ଅଧର୍ମରେ ମରିବ; ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭ ହସ୍ତରୁ ତାହାର ରକ୍ତର ପରିଶୋଧ ନେବା।
जर मी दुष्टाला म्हणतो, अरे दुष्टा तू खचित मरशील, पण जर तू दुष्टाला त्याच्या मार्गापासून फिरवण्यासाठी तू त्यास बजावून सांगण्यासाठी त्याच्याशी बोलणार नाही तर तो दुष्ट आपल्या पापत मरेल, पण त्याचे रक्त मी तुझ्यापासून मागेन.
9 ତଥାପି ତୁମ୍ଭେ ସେହି ଦୁଷ୍ଟକୁ ତାହାର ପଥରୁ ଫେରିବା ନିମନ୍ତେ ତଦ୍‍ବିଷୟରେ ସଚେତନ କଲେ, ଯଦି ସେ ନ ଫେରେ, ତେବେ ସେ ନିଜ ଅଧର୍ମରେ ମରିବ, ମାତ୍ର ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପ୍ରାଣ ବଞ୍ଚାଇବ।
पण तू त्या पाप्यास सावध करून कुमार्ग सोडून सन्मार्ग धरण्यास सांगितलेस आणि त्याने ह्यास नकार दिला, तर तो मनुष्य त्याच्या पापामुळे मरेल. पण तू वाचशील.
10 ଆଉ, ହେ ମନୁଷ୍ୟ-ସନ୍ତାନ, ତୁମ୍ଭେ ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶକୁ କୁହ; ତୁମ୍ଭେମାନେ ଏପ୍ରକାର କହୁଅଛ, ‘ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର ଆଜ୍ଞାଲଙ୍ଘନ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର ପାପର ଭାର ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଉପରେ ଅଛି ଓ ଆମ୍ଭେମାନେ ତହିଁରେ ହିଁ କ୍ଷୟ ପାଉଅଛୁ; ତେବେ ଆମ୍ଭେମାନେ କିପରି କରି ବଞ୍ଚିବା?’
१०म्हणून हे मानवाच्या मुला, इस्राएलाच्या घराण्याला सांग, तुम्ही म्हणता, की, आमचे अपराध व आमची पापे यांचा बोजा आम्हावर आहे व त्यामुळे त्यामध्ये आम्ही कुजत आहोत. आम्ही कसे जगावे?
11 ସେମାନଙ୍କୁ କୁହ, ପ୍ରଭୁ, ସଦାପ୍ରଭୁ ଏହି କଥା କହନ୍ତି, ଆମ୍ଭେ ଜୀବିତ ଥିବା ପ୍ରମାଣେ ଦୁଷ୍ଟର ମରଣରେ ଆମ୍ଭର ସନ୍ତୋଷ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ଦୁଷ୍ଟ ଯେପରି ଫେରି ବଞ୍ଚେ, ଏଥିରେ ହିଁ ଆମ୍ଭର ସନ୍ତୋଷ ଅଛି; ତୁମ୍ଭେମାନେ ଫେର, ଆପଣା ଆପଣା କୁପଥରୁ ଫେର; କାରଣ ହେ ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶ, ତୁମ୍ଭେମାନେ କାହିଁକି ମରିବ?
११त्यांना सांग, प्रभू परमेश्वर असे म्हणतो, जसा मी जिवंत आहे, मला ‘दुष्टांच्या मरणाने आनंद होत नाही, कारण जर दुष्टाने आपल्या मार्गापासून पश्चाताप केला, तर मग तो जिवंत राहील! पश्चाताप करा! तुमच्या दुष्ट मार्गापासून पश्चाताप करा! कारण इस्राएल घराण्यांनो, तुम्ही का मरावे?’
12 ପୁଣି, ହେ ମନୁଷ୍ୟ-ସନ୍ତାନ, ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଲୋକଙ୍କ ସନ୍ତାନଗଣକୁ କୁହ, ଧାର୍ମିକର ଧାର୍ମିକତା ତାହାର ଆଜ୍ଞାଲଙ୍ଘନ କରିବା ଦିନ ତାହାକୁ ରକ୍ଷା କରିବ ନାହିଁ ଓ ଯେଉଁ ଦିନ ଦୁଷ୍ଟ ଲୋକ ଆପଣା ଦୁଷ୍ଟତାରୁ ଫେରେ, ସେହି ଦିନ ସେ ଆପଣା ଦୁଷ୍ଟତା ଦ୍ୱାରା ପତିତ ହେବ ନାହିଁ; କିଅବା ଧାର୍ମିକ ଲୋକ ଯେଉଁ ଦିନ ପାପ କରେ, ସେହି ଦିନ ସେ ଆପଣା ଧାର୍ମିକତା ଦ୍ୱାରା ବଞ୍ଚି ପାରିବ ନାହିଁ।
१२आणि मानवाच्या मुला, तू तुझ्या लोकांस सांग, धार्मिक पाप करील तर त्याची धार्मिकता त्यास वाचविणार नाही. आणि दुष्टाने आपल्या पापाचा पश्चाताप केला तर दुष्टतेमुळे त्याचा नाश होणार नाही. कारण धार्मिक पाप करू लागला तर तो आपल्या धार्मिकतेमुळे वाचू शकणार नाही.
13 ସେ ଅବଶ୍ୟ ବଞ୍ଚିବ, ଏହି କଥା ଆମ୍ଭେ ଧାର୍ମିକକୁ କହିଲେ, ସେ ଯଦି ଆପଣା ଧର୍ମରେ ନିର୍ଭର ରଖି ଅଧର୍ମ କରେ, ତେବେ ତାହାର କୌଣସି ଧର୍ମକର୍ମ ସ୍ମରଣ କରାଯିବ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ସେ ଯେଉଁ ଅଧର୍ମ କରିଅଛି, ତହିଁରେ ହିଁ ସେ ମରିବ।
१३जर मी धार्मिकाला म्हणालो, तो खचित जिवंत राहिल! आणि जर तो आपल्या धार्मिकतेवर भाव ठेवून अन्याय करील, तर त्याची सर्व धार्मिकतेची कृत्ये मी आठवणार नाही. त्याने केलेल्या दुष्कृत्यांमुळे तो मरेल.
14 ପୁନଶ୍ଚ ତୁମ୍ଭେ ଅବଶ୍ୟ ମରିବ, ଏହି କଥା ଆମ୍ଭେ ଦୁଷ୍ଟ ଲୋକକୁ କହିଲେ, ସେ ଯଦି ଆପଣା ପାପରୁ ଫେରି ନ୍ୟାୟ ଓ ଧର୍ମାଚରଣ କରେ;
१४आणि जर मी दुष्टाला म्हणालो तू खचित मरशील! पण जर त्याने त्याच्या पापापासून पश्चाताप केला आणि जे काही योग्य व न्याय्य आहे ते केले,
15 ସେହି ଦୁଷ୍ଟ ଲୋକ ଯଦି ବନ୍ଧକି ଦ୍ରବ୍ୟ ଫେରାଇ ଦିଏ, ସେ ଯାହା ଅପହରଣ କରିଥିଲା, ତାହା ପରିଶୋଧ କରେ, କୌଣସି ଅଧର୍ମ ନ କରି ଜୀବନଦାୟକ ବିଧିରୂପ ପଥରେ ଚାଲେ; ତେବେ ସେ ଅବଶ୍ୟ ବଞ୍ଚିବ, ସେ ମରିବ ନାହିଁ।
१५जर दुष्ट गहाण परत देईल, व जे चोरून घेतलेले ते परत भरून देईल, जर तो अन्याय न करता जीवनाच्या नियमांमध्ये वागेल तर तो वाचेलच, तो मरणार नाही.
16 ତାହାର କୃତ କୌଣସି ପାପ ତାହା ବିରୁଦ୍ଧରେ ସ୍ମରଣ କରାଯିବ ନାହିଁ; ସେ ନ୍ୟାୟ ଓ ଧର୍ମାଚରଣ କରିଅଛି; ସେ ଅବଶ୍ୟ ବଞ୍ଚିବ।
१६त्याने पूर्वी केलेली पापे मी स्मरणार नाही. जे योग्य व न्यायाने ते त्याने केले आहे, तो खचित जगेल.
17 ତଥାପି ତୁମ୍ଭ ଲୋକଙ୍କର ସନ୍ତାନଗଣ କହୁଅଛନ୍ତି, ପ୍ରଭୁଙ୍କର ପଥ ସରଳ ନୁହେଁ; ମାତ୍ର ପ୍ରକୃତରେ ସେମାନଙ୍କର ପଥ ସରଳ ନୁହେଁ।
१७पण तुझे लोक म्हणतात, प्रभूचे मार्ग योग्य नाहीत, परंतु तुझे मार्ग योग्य नाहीत!
18 ଧାର୍ମିକ ଲୋକ ଆପଣା ଧାର୍ମିକତାରୁ ଫେରି ଅଧର୍ମ କଲେ, ସେ ତହିଁରେ ହିଁ ମରିବ।
१८जेव्हा धार्मिक आपल्या धार्मिकतेपासून फिरून व पाप करू लागला, तर तो त्यामध्ये मरेल.
19 ପୁଣି, ଦୁଷ୍ଟ ଲୋକ ଆପଣା ଦୁଷ୍ଟତାରୁ ଫେରି ନ୍ୟାୟ ଓ ଧର୍ମାଚରଣ କଲେ, ସେ ତହିଁରେ ବଞ୍ଚିବ।
१९आणि जेव्हा दुष्ट आपल्या दुष्टतेपासून फिरून जे योग्य व न्याय्य आहे ते करतो तर तो त्या गोष्टीमुळे जगेल.
20 ତଥାପି ତୁମ୍ଭେମାନେ କହୁଅଛ, ପ୍ରଭୁଙ୍କର ପଥ ସରଳ ନୁହେଁ। ହେ ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶ, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପ୍ରତ୍ୟେକ ଲୋକକୁ ତାହାର ଆଚାର ବ୍ୟବହାର ଅନୁସାରେ ବିଚାର କରିବା।”
२०पण तुम्ही लोक म्हणता, प्रभूचा मार्ग बरोबर नाही! इस्राएलाच्या घराण्यांनो मी तुमच्या प्रत्येकाचा न्याय त्याच्या मार्गाप्रमाणे करीन.”
21 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିର୍ବାସନର ଦ୍ୱାଦଶ ବର୍ଷର ଦଶମ ମାସର ପଞ୍ଚମ ଦିନରେ ଯିରୂଶାଲମରୁ ପଳାତକ ଏକ ଜଣ ମୋʼ ନିକଟକୁ ଆସି କହିଲା, “ନଗର ପରାଜିତ ହୋଇଅଛି।”
२१आमच्या बंदिवासाच्या बाराव्या वर्षाच्या दहाव्या महिन्याच्या पाचव्या दिवशी असे झाले की, यरूशलेमेमधून एक फरारी माझ्याकडे आला व म्हणाला, “नगर काबीज झाले आहे.”
22 ସେହି ପଳାତକ ଆସିବାର ପୂର୍ବେ ସନ୍ଧ୍ୟା ସମୟରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ହସ୍ତ ମୋʼ ଉପରେ ଥିଲା; ଆଉ, ପ୍ରାତଃକାଳରେ ସେ ପଳାତକ ଆସିବା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ସେ ମୋର ମୁଖ ଫିଟାଇଥିଲେ; ତେବେଠାରୁ ମୋର ମୁଖ ଫିଟା ରହିଲା ଓ ଆଉ ମୁଁ ଘୁଙ୍ଗା ହୋଇ ରହିଲି ନାହିଁ।
२२तो फरारी संध्याकाळी येण्यापूर्वी परमेश्वराचा हात माझ्यावर होता, आणि तो सकाळी माझ्याकडे येण्याच्या वेळी परमेश्वराने त्याने माझे मुख उघडले होते. म्हणून माझे मुख उघडे होते; मी मुका राहिलो नाही.
23 ଏଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ବାକ୍ୟ ମୋʼ ନିକଟରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା, ଯଥା;
२३मग परमेश्वराचे वचन मजकडे आले आणि म्हणाले,
24 “ହେ ମନୁଷ୍ୟ-ସନ୍ତାନ, ଯେଉଁମାନେ ଇସ୍ରାଏଲ ଦେଶର, ସେହି ସକଳ ଉତ୍ସନ୍ନ ସ୍ଥାନରେ ବାସ କରନ୍ତି, ସେମାନେ କହୁଅଛନ୍ତି, ଅବ୍ରହାମ ଏକମାତ୍ର ଥିଲେ, ଆଉ ସେ ଦେଶ ଅଧିକାର କଲେ; ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେମାନେ ଅନେକ ଲୋକ; ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଏହି ଦେଶ ଅଧିକାରାର୍ଥେ ଦତ୍ତ ହୋଇଅଛି।
२४“मानवाच्या मुला, जे इस्राएल देशाच्या विध्वंस झालेल्या नगरातून राहत आहेत ते बोलतात व म्हणतात, अब्राहाम फक्त एकच पुरुष होता आणि त्यास या देशाचे वतन मिळाले परंतु आम्ही तर पुष्कळ आहोत! देश आम्हास वतनासाठी दिला आहे.
25 ଏଥିପାଇଁ ସେମାନଙ୍କୁ କୁହ, ପ୍ରଭୁ, ସଦାପ୍ରଭୁ ଏହି କଥା କହନ୍ତି; ତୁମ୍ଭେମାନେ ରକ୍ତ ସହିତ ମାଂସ ଖାଉଅଛ ଓ ଆପଣା ଆପଣା ପ୍ରତିମାଗଣ ପ୍ରତି ଦୃଷ୍ଟି ଟେକୁଅଛ ଓ ରକ୍ତପାତ କରୁଅଛ; ଆଉ, ତୁମ୍ଭେମାନେ କି ଦେଶ ଅଧିକାର କରିବ?
२५म्हणून तू त्यांना सांग की प्रभू परमेश्वर, असे म्हणतो, तुम्ही रक्तासकट मांस खाता. तुम्ही आपल्या मूर्तीकडे डोळे लावता, तुम्ही लोकांचे रक्त पाडता. तर मग तुम्ही खरोखर देश वतन करून घ्याल का?
26 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ଖଡ୍ଗରେ ନିର୍ଭର କରୁଅଛ ଓ ଘୃଣାଯୋଗ୍ୟ କର୍ମ କରୁଅଛ ଓ ପ୍ରତ୍ୟେକେ ଆପଣା ଆପଣା ପ୍ରତିବାସୀର ଭାର୍ଯ୍ୟାକୁ ଅଶୁଚି କରୁଅଛ, ଆଉ ତୁମ୍ଭେମାନେ କି ଦେଶ ଅଧିକାର କରିବ?
२६तुम्ही तुमच्या स्वत: च्या तलवारीवर अवलंबून राहता आणि तुम्ही अमंगळ गोष्टी करता. प्रत्येक मनुष्य आपल्या शेजाऱ्याच्या पत्नीला अशुद्ध करतो, तुम्ही खरोखर देश वतन करून घ्याल का?
27 ଏହି ପ୍ରକାରେ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିବ, ପ୍ରଭୁ, ସଦାପ୍ରଭୁ ଏହି କଥା କହନ୍ତି; ଆମ୍ଭେ ଜୀବିତ ଥିବା ପ୍ରମାଣେ ଉତ୍ସନ୍ନ ସ୍ଥାନ ସକଳରେ ଥିବା ଲୋକମାନେ ନିଶ୍ଚୟ ଖଡ୍ଗ ଦ୍ୱାରା ପତିତ ହେବେ ଓ ଯେଉଁ ଜନ ପଡ଼ିଆରେ ଅଛି, ଆମ୍ଭେ ତାହାକୁ ଭକ୍ଷ୍ୟ ରୂପେ ପଶୁମାନଙ୍କୁ ଦେବା, ଆଉ ଯେଉଁମାନେ ଦୃଢ଼ ଦୁର୍ଗରେ ଓ ଗୁହାରେ ଥାʼନ୍ତି, ସେମାନେ ମହାମାରୀରେ ମରିବେ।
२७तू त्यांना हे सांग की, प्रभू परमेश्वर असे म्हणतो, मी जिवंत आहे; त्या नाश झालेल्या नगरात राहणारे लोक तलवारीने खचित मारले जातील. जर एखादा शेतांत असेल, तर त्यास मी पशूचे भक्ष्य म्हणून देईन आणि जे कोणी किल्ल्यात व गुहेत आहेत ते मरीने मरतील.
28 ପୁଣି, ଆମ୍ଭେ ଦେଶକୁ ଧ୍ୱଂସିତ ଓ ବିସ୍ମୟର ସ୍ଥାନ କରିବା, ତହିଁରେ ତାହାର ପରାକ୍ରମର ଗର୍ବ ଲୁପ୍ତ ହେବ; ପୁଣି, ଇସ୍ରାଏଲର ପର୍ବତଗଣ ଧ୍ୱଂସିତ ହେବ, ତହିଁରେ କେହି ତହିଁ ମଧ୍ୟଦେଇ ଗମନ କରିବେ ନାହିଁ।
२८मग मी ती भूमी ओसाड व निर्जन करीन आणि त्याच्या सामर्थ्याचा गर्वाचा अंत होईल. इस्राएलचे पर्वत ओसाड होतील. तेथून कोणीही जाणारसुद्धा नाही.
29 ଆମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କର କୃତ ସକଳ ଘୃଣାଯୋଗ୍ୟ କ୍ରିୟା ସକାଶୁ ଯେତେବେଳେ ଦେଶକୁ ଧ୍ୱଂସିତ ଓ ନିର୍ଜନ ସ୍ଥାନ କରିବା, ସେତେବେଳେ ଆମ୍ଭେ ଯେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟୁ, ଏହା ସେମାନେ ଜାଣିବେ।
२९म्हणून त्यांनी ज्या अमंगळ गोष्टी केल्या त्यामुळे जेव्हा मी तो देश ओसाड आणि दहशत असा करीन. तेव्हा त्यांना समजेल की, मीच परमेश्वर आहे.
30 ପୁଣି, ହେ ମନୁଷ୍ୟ-ସନ୍ତାନ, ତୁମ୍ଭ ଲୋକଙ୍କର ସନ୍ତାନମାନେ କାନ୍ଥ ନିକଟରେ ଓ ଗୃହମାନଙ୍କର ସକଳ ଦ୍ୱାରଦେଶରେ ତୁମ୍ଭ ବିଷୟରେ କଥାବାର୍ତ୍ତା କରନ୍ତି, ଆଉ ପରସ୍ପର, ପ୍ରତ୍ୟେକେ ଆପଣା ଭ୍ରାତାକୁ କହନ୍ତି, ‘ଆସ, ଆମ୍ଭେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କଠାରୁ ଆଗତ କଥା ଶୁଣୁ।’
३०आणि, मानवाच्या मुला, आता तुझ्याबद्दल तुझे लोक भिंतीला टेकून, त्यांच्या घराच्या दारांत उभे राहून, व एक दुसऱ्याशी व प्रत्येक आपल्या भावाशी बोलतो, ते म्हणतात चला, व परमेश्वराकडून संदेष्ट्याकडे आलेले वचन जाऊन ऐकू या.
31 ପୁଣି, ସେମାନେ ଲୋକମାନଙ୍କ ପରି ତୁମ୍ଭ ନିକଟକୁ ଆସନ୍ତି ଓ ଆମ୍ଭ ଲୋକଙ୍କ ପରି ତୁମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରେ ବସନ୍ତି ଓ ତୁମ୍ଭ କଥା ଶୁଣନ୍ତି, ମାତ୍ର ତାହା ପାଳନ କରନ୍ତି ନାହିଁ; କାରଣ ସେମାନେ ମୁଖରେ ବହୁତ ପ୍ରେମ ଦେଖାନ୍ତି, ମାତ୍ର ସେମାନଙ୍କର ଅନ୍ତଃକରଣ ସେମାନଙ୍କର ଲାଭର ଅନୁଗାମୀ ହୁଏ।
३१म्हणून ते लोक येत असतात तसे ते तुझ्याकडे येतात. आणि ते माझ्या लोकांप्रमाणे तुझ्यापुढे बसतात तुझी वचने ऐकतात, परंतु ते ती आचरीत नाहीत. जरी ते आपल्या मुखाने फार प्रीती दाखवतात तरी त्यांचे चित्त त्यांच्या लाभाच्या मागे चालत जाते.
32 ଆଉ ଦେଖ, ଯାହାର ମଧୁର ସ୍ୱର ଅଛି ଓ ଯେ ଉତ୍ତମ ରୂପେ ବାଦ୍ୟଯନ୍ତ୍ର ବଜାଇ ପାରେ, ଏପରି ଲୋକର ଅତି ମନୋହର ଗୀତ ସ୍ୱରୂପ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ଅଟ; କାରଣ ସେମାନେ ତୁମ୍ଭର କଥା ଶୁଣନ୍ତି, ମାତ୍ର ତାହା ପାଳନ କରନ୍ତି ନାହିଁ।
३२कारण पाहा, ज्याचा स्वर गोड व तू त्यांना मनोहर गीतासारखा, तंतुवाद्यांवर मधुर आवाजात वाजवणारा, असा तू त्यांना आहे. म्हणून ते तुझे वचने ऐकतात, पण त्याप्रमाणे ते चालत नाहीत.
33 ପୁଣି, ଏହା ଯେତେବେଳେ ଘଟିବ, ଦେଖ, ଘଟିବାର ନିକଟ ହେଲାଣି, ସେତେବେଳେ ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ଯେ ଜଣେ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା ଥିଲେ, ଏହା ସେମାନେ ଜାଣିବେ।”
३३म्हणून जेव्हा हे सर्व होईल, पाहा! हे होईल! मग त्यांना समजेल की आपल्यामध्ये एक संदेष्टा होता.”

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