< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ଦ୍ୱିତୀୟ ପୁସ୍ତକ 12 >
1 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ମିସର ଦେଶରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶା ଓ ହାରୋଣଙ୍କୁ କହିଲେ,
१मग मोशे व अहरोन मिसर देशामध्ये असताना परमेश्वर त्यांच्याशी बोलला. तो म्हणाला,
2 “ଏହି ମାସ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପ୍ରଧାନ ମାସ ଓ ବର୍ଷର ପ୍ରଥମ ମାସ ହେବ।
२“हा महिना तुमच्यासाठी आरंभीचा महिना व्हावा. तुमचा हा वर्षाचा पहिला महिना व्हावा.
3 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଇସ୍ରାଏଲୀୟ ସମଗ୍ର ମଣ୍ଡଳୀକୁ ଏହି କଥା କୁହ, ଏହି ମାସର ଦଶମ ଦିନରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପ୍ରତ୍ୟେକ ମନୁଷ୍ୟ ପିତୃଗୃହାନୁସାରେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ପରିବାର ନିମନ୍ତେ ଏକ ଏକ ମେଷଶାବକ ନେବ।
३इस्राएलाच्या सर्व मंडळीला सांग की या महिन्याच्या दहाव्या दिवशी प्रत्येक मनुष्याने आपल्या कुटुंबातील लोकांकरता एक कोकरू घ्यावे.
4 ଆଉ, ଗୋଟିଏ ମେଷଶାବକ ନେବା ନିମନ୍ତେ ଯଦି କୌଣସି ପରିଜନ ଅଳ୍ପ ହେବ, ତେବେ ସେ ଓ ତାହାର ଗୃହ ନିକଟବର୍ତ୍ତୀ ପ୍ରତିବାସୀ, ପ୍ରାଣୀଗଣର ସଂଖ୍ୟାନୁସାରେ ଏକ ମେଷଶାବକ ନେବେ; ତୁମ୍ଭେମାନେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଜଣର ଭୋଜନ ଶକ୍ତି ଅନୁସାରେ ମେଷଶାବକର ଅଟକଳ କରିବ।
४आणि एक कोकरू, खाण्यासाठी घरातील माणसे थोडी असली तर त्याने आपल्या शेजाऱ्याच्या संख्येप्रमाणे कोकरू घ्यावे. प्रत्येकाच्या आहाराच्या मानाने एक कोकरू किती मनुष्यांना पुरेल याचा अंदाज घ्यावा.
5 ତୁମ୍ଭେମାନେ ମେଷପଲ ବା ଛାଗପଲ ମଧ୍ୟରୁ ଶାବକ ନେବ; ତାହା ନିର୍ଦ୍ଦୋଷ, ଏକ ବର୍ଷୀୟ ଓ ପୁଂଶାବକ ହେବ;
५तो कोकरा एक वर्षाचा नर असावा व तो पूर्णपणे निर्दोष असावा, तो कोकरा मेंढरातला किंवा बोकडातला असावा. तुम्हास वाटेल तो घ्यावा.
6 ସେହି ମାସର ଚତୁର୍ଦ୍ଦଶ ଦିନ ଯାଏ ତାକୁ ବନ୍ଦ କରି ରଖିବ; ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଇସ୍ରାଏଲ-ମଣ୍ଡଳୀର ସମସ୍ତ ସମାଜ ସନ୍ଧ୍ୟାକାଳରେ ସେହି ଶାବକକୁ ବଧ କରିବେ।
६या पहिल्या महिन्याच्या चौदाव्या दिवसापर्यंत तो राखून ठेवावा. संध्याकाळी इस्राएली मंडळीतील लोकांनी त्यास वधावे.
7 ପୁଣି, ଲୋକମାନେ ତାହାର କିଛି ରକ୍ତ ନେଇ ଯେଉଁ ଯେଉଁ ଗୃହ ମଧ୍ୟରେ ମେଷ ଭୋଜନ କରିବେ, ସେହି ସେହି ଗୃହ ଦ୍ୱାରର ଦୁଇ ବାଜୁବନ୍ଧ ଓ କପାଳୀ ଉପରେ ତାହା ଲଗାଇବେ।
७त्या कोकऱ्याचे रक्त घेऊन ते ज्या घरात त्याचे मांस खाणार आहेत त्याच्या दोन्ही दारबाह्यांना व चौकटीच्या कपाळपट्टीवर लावावे.
8 ଆଉ ସେହି ରାତ୍ରିରେ ତାହାର ମାଂସ ଭୋଜନ କରିବେ; ଅଗ୍ନିରେ ଦଗ୍ଧ କରି ତାଡ଼ିଶୂନ୍ୟ ରୁଟି ଓ ପିତା ଶାକ ସହିତ ତାହା ଭୋଜନ କରିବେ।
८त्याच रात्री त्याचे मांस विस्तवावर भाजून कडू भाजी व बेखमीर भाकरीबरोबर खावे.
9 ତୁମ୍ଭେମାନେ ସେହି ମାଂସ ଅପକ୍ୱ କିମ୍ବା ଜଳରେ ସିଦ୍ଧ କରି ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ଅଗ୍ନିରେ ତାହାର ମୁଣ୍ଡ ଓ ଜଙ୍ଘ ଶରୀର ସମେତ ଦଗ୍ଧ କରି ଭୋଜନ କରିବ।
९तुम्ही त्याचे मांस कच्चेच किंवा पाण्यात शिजवून खाऊ नये तर विस्तवावर भाजून खावे; त्याची मुंडी, पाय व आतडी हीसुद्धा खावीत.
10 ପୁଣି, ପ୍ରଭାତ ଯାଏ ତହିଁର କିଛି ରଖିବ ନାହିଁ; ଯଦି ପ୍ରଭାତ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ କିଛି ଅବଶିଷ୍ଟ ରହିବ, ତାହା ଅଗ୍ନିରେ ଭସ୍ମସାତ୍ କରିବ।
१०त्यातले काहीही सकाळपर्यंत ठेवू नये आणि सकाळपर्यंत काही उरलेच तर ते आगीत जाळून टाकावे.
11 ଏହି ପ୍ରକାରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ତାହା ଚଞ୍ଚଳ ଭୋଜନ କରିବ, କାରଣ ତୁମ୍ଭେମାନେ କଟିବନ୍ଧନ କରି ପାଦରେ ପାଦୁକା ଦେଇ ହସ୍ତରେ ଯଷ୍ଟି ଘେନି ଯାତ୍ରା କରିବା ନିମନ୍ତେ ପ୍ରସ୍ତୁତ ହେବ; ଏହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ନିସ୍ତାର ପର୍ବ।
११ते तुम्ही या प्रकारे खावे: तुमच्या कमरा कसून, पायांत जोडे घालून आणि हातात काठी घेऊन, ते घाईघाईने खावे; हा परमेश्वराचा वल्हांडण सण आहे.
12 ଯେହେତୁ ଆମ୍ଭେ ଆଜି ରାତ୍ରି ମିସର ଦେଶର ମଧ୍ୟଦେଇ ଯାଇ ମିସର ଦେଶସ୍ଥ ମନୁଷ୍ୟ ଓ ପଶୁର ସମସ୍ତ ପ୍ରଥମଜାତକୁ ସଂହାର କରିବା; ପୁଣି, ମିସରୀୟ ସମସ୍ତ ଦେବତାର ବିଚାର କରି ଦଣ୍ଡ ଦେବା; ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ।
१२आज रात्री मी मिसर देशात फिरेन आणि त्यातील मनुष्य व पशू या सर्वांचे प्रथम जन्मलेले मी मारून टाकीन, आणि मिसर देशातील सर्व दैवतांना शिक्षा करीन. मी परमेश्वर आहे.
13 ଏଣୁକରି ତୁମ୍ଭେମାନେ ଯେଉଁ ଯେଉଁ ଗୃହରେ ଥାଅ, ସେହି ସେହି ଗୃହରେ ସେହି ରକ୍ତ ଚିହ୍ନ ସ୍ୱରୂପେ ରହିବ; ଆଉ ଆମ୍ଭେ ମିସର ଦେଶକୁ ଦଣ୍ଡ ଦେବା ସମୟରେ ସେହି ରକ୍ତ ଦେଖିଲେ, ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଛାଡ଼ି ଆଗକୁ ଯିବା, ପୁଣି, ସଂହାରକ ଆଘାତ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ଘଟିବ ନାହିଁ।
१३परंतु तुमच्या घरांच्या दारावरील रक्त ही एक खूण असेल. मी जेव्हा रक्त पाहीन तेव्हा तुम्हास ओलांडून मी पुढे जाईन. मी मिसर देशाला मारीन तेव्हा कोणताही अनर्थ तुम्हावर येणार नाही व तुमचा नाश होणार नाही
14 ଆଉ ସେହି ଦିନ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ସ୍ମରଣୀୟ ହେବ, ପୁଣି, ତୁମ୍ଭେମାନେ ସେହି ଦିନକୁ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ପର୍ବ ରୂପେ ପାଳନ କରିବ; ପୁରୁଷାନୁକ୍ରମେ ଅନନ୍ତକାଳୀନ ବିଧିମତେ ଏହି ପର୍ବ ପାଳନ କରିବ।
१४हा दिवस तुम्हास आठवणीदाखल होईल, हा दिवस परमेश्वरासाठी तुम्ही विशेष उत्सवाचा सण म्हणून पाळावा. तुमच्या वंशजांनी येथून पुढे हा सण पिढ्यानपिढ्या कायमचा विधी समजून पाळावा.
15 ତୁମ୍ଭେମାନେ ସାତ ଦିନ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତାଡ଼ିଶୂନ୍ୟ ରୁଟି ଖାଇବ; ବିଶେଷତଃ ପ୍ରଥମ ଦିନ ଆପଣା ଆପଣା ଗୃହରୁ ତାଡ଼ି ଦୂର କରିବ, କାରଣ ଯେଉଁ ଜନ ପ୍ରଥମ ଦିନଠାରୁ ସପ୍ତମ ଦିନ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତାଡ଼ି ମିଶ୍ରିତ ରୁଟି ଖାଇବ, ସେ ପ୍ରାଣୀ ଇସ୍ରାଏଲ ମଧ୍ୟରୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ ହେବ।
१५सात दिवस बेखमीर भाकर खावी; पहिल्या दिवशी तुम्ही प्रत्येकाने आपल्या घरातील सर्व खमीर काढून टाकावे. तुम्हातील जर कोणी खमीर घातलेली भाकर खाईल तर त्यास तुम्ही इस्राएल लोकांमधून बाहेर टाकावे.
16 ଆଉ ପ୍ରଥମ ଦିନରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପବିତ୍ର ସଭା ହେବ, ପୁଣି, ସପ୍ତମ ଦିନରେ ମଧ୍ୟ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପବିତ୍ର ସଭା ହେବ; ଆଉ ସେହି ଦୁଇ ଦିନରେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ପ୍ରାଣୀର ଖାଦ୍ୟର ଆୟୋଜନ ବିନୁ ଆଉ କୌଣସି କର୍ମ କରାଯିବ ନାହିଁ, କେବଳ ସେହି କର୍ମ ତୁମ୍ଭେମାନେ କରି ପାରିବ।
१६या सणाच्या पहिल्या व शेवटल्या म्हणजे सातव्या दिवशी पवित्र मेळा भरवावा; या दोन्ही दिवशी काही काम करू नये. फक्त खाण्यापिण्याच्या कामाशिवाय इतर कोणतेही काम करु नये.
17 ଏହି ପ୍ରକାରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ତାଡ଼ିଶୂନ୍ୟ ରୁଟିର ପର୍ବ ପାଳନ କରିବ, କାରଣ ସେହି ଦିନରେ ହିଁ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ସୈନ୍ୟମାନଙ୍କୁ ମିସର ଦେଶରୁ ବାହାର କରି ଆଣିବା; ଏଣୁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ପୁରୁଷାନୁକ୍ରମେ ଅନନ୍ତକାଳୀନ ବିଧିମତେ ଏହି ଦିନ ପାଳନ କରିବ।
१७या प्रकारे बेखमीर भाकरीच्या सण पाळावा. कारण याच दिवशी मी तुम्हा सर्वांना मिसर देशातून बाहेर काढून आणले. म्हणून हा दिवस पिढ्यानपिढ्या कायमचा विधी म्हणून पाळावा.
18 ତୁମ୍ଭେମାନେ ପ୍ରଥମ ମାସର ଚଉଦ ଦିନର ସନ୍ଧ୍ୟା ସମୟରୁ ଏକୋଇଶ ଦିନର ସନ୍ଧ୍ୟା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତାଡ଼ିଶୂନ୍ୟ ରୁଟି ଭୋଜନ କରିବ।
१८तेव्हा पहिल्या महिन्यातील चौदाव्या दिवसाच्या संध्याकाळपासून ते त्या महिन्याच्या एकविसाव्या दिवसाच्या संध्याकाळपर्यंत तुम्ही बेखमीर भाकरी खाव्या.
19 ସପ୍ତାହ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଗୃହରେ ଲେଶମାତ୍ର ତାଡ଼ି ନ ରହୁ, କାରଣ ବିଦେଶୀ ଅବା ସ୍ୱଦେଶୀ ଯେଉଁ ଜନ ଏଥିମଧ୍ୟରେ ତାଡ଼ି ମିଶ୍ରିତ ଦ୍ରବ୍ୟ ଖାଇବ, ସେ ପ୍ରାଣୀ ଇସ୍ରାଏଲ-ମଣ୍ଡଳୀରୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ ହେବ।
१९या सात दिवसात तुमच्या घरात खमीर नसावे; कारण जो कोणी एखादी खमिराची वस्तू खाईल मग तो परदेशी असो, किंवा स्वदेशी असो त्यास इस्राएलाच्या मंडळीतून बाहेर टाकावे.
20 ତୁମ୍ଭେମାନେ ତାଡ଼ି ମିଶ୍ରିତ କୌଣସି ଦ୍ରବ୍ୟ ଖାଇବ ନାହିଁ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ସମସ୍ତ ବାସ ସ୍ଥାନରେ ତାଡ଼ିଶୂନ୍ୟ ରୁଟି ଖାଇବ।”
२०त्या दिवशी कोणीही खमीर खाऊ नये; तुम्ही घरोघरी बेखमीर भाकरच खावी.”
21 ସେତେବେଳେ ମୋଶା ଇସ୍ରାଏଲର ସମସ୍ତ ପ୍ରାଚୀନ ଲୋକଙ୍କୁ ଡକାଇ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣାମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ଆପଣା ଆପଣା ପରିଜନାନୁସାରେ ଏକ ଏକ ମେଷଶାବକ ବାହାର କରି ନେଇ ନିସ୍ତାରପର୍ବୀୟ ବଳି ବଧ କର।
२१मग मोशेने इस्राएली लोकांच्या सर्व वडीलधाऱ्या लोकांस एकत्र बोलावले. तो त्यांना म्हणाला, “तुम्ही आपापल्या घराण्याप्रमाणे एकएक कोकरू घ्यावे; आणि वल्हांडण सणाच्या यज्ञाकरिता त्याचा वध करावा.
22 ପୁଣି, ବିଡ଼ାଏ ଏସୋବ ଘେନି ପାତ୍ରସ୍ଥିତ ରକ୍ତରେ ବୁଡ଼ାଇ ଦ୍ୱାରର କପାଳୀ ଓ ଦୁଇ ବାଜୁବନ୍ଧ ଉପରେ ପାତ୍ରସ୍ଥିତ ରକ୍ତ ଲଗାଅ; ପୁଣି, ପ୍ରଭାତ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର କେହି ଗୃହ ଦ୍ୱାରରେ ବାହାରକୁ ନ ଯାଉ।
२२मग एजोब झाडाची जुडी घेऊन त्या पात्रातील कोकराच्या रक्तात बुचकाळावी आणि त्याचे रक्त दाराच्या दोन्ही बाजूंच्या चौकटींना व कपाळपट्टीवर लावावे, आणि सकाळपर्यंत कोणीही घराबाहेर जाऊ नये.
23 ଯେହେତୁ ସଦାପ୍ରଭୁ ମିସରୀୟମାନଙ୍କୁ ଆଘାତ କରିବାକୁ ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟଦେଇ ଯିବେ; ତହିଁରେ ଦ୍ୱାରର କପାଳୀ ଓ ଦୁଇ ବାଜୁବନ୍ଧ ଉପରେ ସେହି ରକ୍ତ ଦେଖିଲେ, ସଦାପ୍ରଭୁ ସେହି ଦ୍ୱାର ଛାଡ଼ି ଆଗକୁ ଯିବେ, ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଗୃହରେ ସଂହାରକକୁ ପ୍ରବେଶ କରି ଆଘାତ କରିବାକୁ ଦେବେ ନାହିଁ।
२३कारण त्या वेळी परमेश्वर मिसरामधील प्रथम जन्मलेल्यांना ठार मारण्यासाठी फिरणार आहे; तो जेव्हा घराच्या दारावरील कपाळपट्टीवर व दाराच्या चौकटीच्या दोन्ही बाजूला लावलेले रक्त पाहील तेव्हा तो ते दार ओलांडून जाईल; नाश करणाऱ्याला तुमच्या घरात जाऊ देणार नाही.
24 ପୁଣି, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଓ ଯୁଗାନୁକ୍ରମେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ସନ୍ତାନମାନେ ବିଧିମତେ ଏହି ରୀତି ପାଳନ କରିବ।
२४हा विधी तुम्हास व तुमच्या पुत्रपौत्राला निरंतरचा आहे असे समजून तो पाळावा.
25 ଆଉ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆପଣା ପ୍ରତିଜ୍ଞାନୁସାରେ; ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଯେଉଁ ଦେଶ ଦେବେ, ସେଠାରେ ପ୍ରବେଶ କଲେ, ଏହି ସେବା ସାଧନ କରିବ।
२५परमेश्वर त्याच्या वचनानुसार जो देश तुम्हास देणार आहे त्यामध्ये तुम्ही जाल तेव्हा तुम्ही हा उपासनेचा प्रकार म्हणून पाळावा.
26 ପୁଣି, ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ‘ଏହି ସେବାର ଅଭିପ୍ରାୟ କଅଣ?’
२६जेव्हा तुमची मुलेबाळे तुम्हास विचारतील की या उपासनेचा अर्थ काय आहे?
27 ଏହା ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ସନ୍ତାନମାନେ ପଚାରିଲେ, ‘ତୁମ୍ଭେମାନେ କହିବ, ଏହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ନିସ୍ତାରପର୍ବୀୟ ବଳିଦାନ; କାରଣ ମିସରୀୟମାନଙ୍କୁ ଆଘାତ କରିବା ବେଳେ ସେ ମିସରରେ ପ୍ରବାସୀ ଇସ୍ରାଏଲୀୟ ସନ୍ତାନଗଣର ଗୃହସବୁ ଛାଡ଼ି ଆଗକୁ ଯାଇ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଗୃହ ରକ୍ଷା କରିଥିଲେ।’” ସେତେବେଳେ ଲୋକମାନେ ମସ୍ତକ ନତ କରି ପ୍ରଣାମ କଲେ।
२७तेव्हा तुम्ही त्यांना सांगा, हा परमेश्वराच्या वल्हांडणाचा यज्ञ आहे; कारण आम्ही जेव्हा मिसरमध्ये होतो तेव्हा त्या दिवशी परमेश्वराने मिसराच्या लोकांस मारले व आपल्या घरांना वाचवले त्या वेळी तो मिसरातील इस्राएलांची घरे ओलांडून गेला, हे ऐकून लोकांनी नतमस्तक होऊन दंडवत घातले.
28 ତହୁଁ ଇସ୍ରାଏଲୀୟ ସନ୍ତାନମାନେ ଯାଇ ସେପରି କଲେ; ଆଉ ସେମାନେ ମୋଶା ଓ ହାରୋଣଙ୍କ ପ୍ରତି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ କର୍ମ କଲେ।
२८परमेश्वराने मोशे व अहरोन यांना आज्ञा दिली होती म्हणून इस्राएल लोकांनी त्यांच्या सांगण्याप्रमाणे केले.
29 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଅର୍ଦ୍ଧ ରାତ୍ର ସମୟରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ସିଂହାସନୋପବିଷ୍ଟ ଫାରୋଙ୍କର ପ୍ରଥମଜାତ ସନ୍ତାନଠାରୁ କାରାକୂପସ୍ଥ ବନ୍ଦୀର ପ୍ରଥମଜାତ ସନ୍ତାନ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ମିସର ଦେଶସ୍ଥିତ ସମସ୍ତ ପ୍ରଥମଜାତ ସନ୍ତାନମାନଙ୍କୁ ଓ ପଶୁମାନଙ୍କ ପ୍ରଥମଜାତ ଶାବକଗଣକୁ ଆଘାତ କଲେ।
२९मध्यरात्री असे झाले की मिसर देशातील सिंहासनारूढ असलेल्या फारोच्या ज्येष्ठ पुत्रापासून तर तुरुंगात पडलेल्या कैद्याच्या ज्येष्ठ पुत्रापर्यंत सर्व आणि तसेच गुराढोरांपैकी सर्व प्रथम वत्स परमेश्वराने मारून टाकले.
30 ତହିଁରେ ଫାରୋ ଓ ତାଙ୍କର ଦାସଗଣ ଓ ମିସରୀୟ ଲୋକ ସମସ୍ତେ ରାତ୍ରିରେ ଉଠିଲେ; ପୁଣି, ମିସର ଦେଶରେ ମହାରୋଦନ ହେଲା; କାରଣ ଏପରି ଗୃହ ନ ଥିଲା ଯେଉଁ ଗୃହରେ କେହି ମରି ନ ଥିଲେ।
३०रात्रीच्या वेळी फारो, त्याचे सर्व सेवक आणि सगळे मिसराचे लोक जागे झाले आणि मिसर देशात मोठा हाहा: कार उडाला, कारण ज्यात कोणी मरण पावले नाही असे एकही घर राहिले नाही.
31 ତହୁଁ ରାତ୍ରିକାଳରେ ଫାରୋ, ମୋଶା ଓ ହାରୋଣଙ୍କୁ ଡକାଇ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଓ ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶ ଉଠି ଆମ୍ଭ ଲୋକମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ ବାହାର ହୁଅ, ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବାକ୍ୟାନୁସାରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ସେବା କରିବା ପାଇଁ ଯାତ୍ରା କର।
३१तेव्हा रातोरात फारोने मोशे व अहरोन यांना बोलावून आणले फारो त्यांना म्हणाला, तुम्ही व तुमचे सर्व इस्राएल लोक माझ्या लोकांतून निघून जा आणि तुम्ही म्हणता त्याप्रमाणे जाऊन तुमच्या परमेश्वराची उपासना करा.
32 ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବାକ୍ୟାନୁସାରେ ଗୋମେଷାଦି ପଲ ସମସ୍ତଙ୍କୁ ନେଇ ଚାଲିଯାଅ ଓ ଆମ୍ଭକୁ ମଧ୍ୟ ଆଶୀର୍ବାଦ କର।”
३२आणि तुम्ही म्हणता त्याप्रमाणे तुमचे कळप, व गुरेढोरे ही तुमच्याबरोबर घेऊन चालते व्हा, आणि जाताना मलाही आशीर्वाद द्या.
33 ସେତେବେଳେ ମିସରୀୟମାନେ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ଶୀଘ୍ର ଦେଶରୁ ପଠାଇଦେବା ନିମନ୍ତେ ବ୍ୟଗ୍ର ହେଲେ; କାରଣ ସେମାନେ କହିଲେ, “ଆମ୍ଭେ ସମସ୍ତେ ମୃତକଳ୍ପ।”
३३लोकांनी देशातून तात्काळ निघून जावे म्हणून मिसरी लोकांनी त्यांच्यामागे तगादा लावला; कारण ते म्हणाले, आम्ही सर्वजण मेलोच आहोत.”
34 ତହିଁରେ ଚକଟା ମଇଦା ତାଡ଼ି ମିଶ୍ରିତ ହେବା ପୂର୍ବେ, ଲୋକମାନେ ତାହା ନେଇ ମଇଦା ଦଳିବା ପାତ୍ରସବୁ ଆପଣା ଆପଣା ବସ୍ତ୍ରରେ ବାନ୍ଧି ସ୍କନ୍ଧରେ ଘେନିଲେ।
३४इस्राएल लोकांनी आपली मळलेली कणीक खमीर न घालता तशीच काथवटीसहीत कापडात गुंडाळून आपल्या खांद्यावर घेतली.
35 ପୁଣି, ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣ ମୋଶାଙ୍କର ବାକ୍ୟାନୁସାରେ ମିସରୀୟମାନଙ୍କୁ ରୌପ୍ୟ-ଅଳଙ୍କାର, ସୁବର୍ଣ୍ଣ-ଅଳଙ୍କାର ଓ ବସ୍ତ୍ର ମାଗିଲେ।
३५इस्राएली लोकांनी मोशेने त्यांना सांगितल्याप्रमाणे आपल्या मिसऱ्याजवळ जाऊन कपडे, सोन्यारुप्याचे दागदागिने मागून घेतले.
36 ତହିଁରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମିସରୀୟମାନଙ୍କ ଦୃଷ୍ଟିରେ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ଅନୁଗ୍ରହପାତ୍ର କରିବାରୁ ସେମାନେ ସେମାନଙ୍କୁ ଯାହା ମାଗିଲେ, ସେମାନେ ତାହା ଦେଲେ। ଏହି ପ୍ରକାରେ, ସେମାନେ ମିସରୀୟମାନଙ୍କ ଧନ ହରଣ କଲେ।
३६मिसरी लोकांची कृपादृष्टी इस्राएल लोकांवर होईल असे परमेश्वराने केले आणि म्हणून त्यांनी जे जे मागितले ते ते त्यांनी त्यांना दिले. अशा प्रकारे त्यांनी मिसरी इस्राएल लोकांस लुटले.
37 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଇସ୍ରାଏଲ ସନ୍ତାନମାନେ ବାଳକ ବ୍ୟତୀତ ପ୍ରାୟ ଛଅ ଲକ୍ଷ ପୁରୁଷ ପାଦଗତିରେ ରାମିଷେଷ୍ଠାରୁ ସୁକ୍କୋତକୁ ଯାତ୍ରା କଲେ।
३७तेव्हा इस्राएल लोक मिसर देशामधून निघून रामसेस शहरापासून प्रवास करीत सुक्कोथ नगरास गेले. मुलेबाळे सोडून ते सर्वजण मिळून सुमारे सहा लाख होते.
38 ପୁଣି, ମିଶ୍ରିତ ଲୋକମାନଙ୍କର ଏକ ମହାଜନତା ଓ ଗୋମେଷାଦି ଅନେକ ଅନେକ ପଶୁ ସେମାନଙ୍କ ସହିତ ପ୍ରସ୍ଥାନ କଲେ।
३८त्यांच्या सोबत लोकांचा मिश्र समुदाय गेला. तसेच पुष्कळ कळप, गुरेढोरे, जनावरे होती.
39 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସେମାନେ ମିସରଠାରୁ ଆନୀତ ଚକଟା ମଇଦାରେ ତାଡ଼ିଶୂନ୍ୟ ରୁଟି ପ୍ରସ୍ତୁତ କଲେ; କାରଣ ତାହା ତାଡ଼ି ମିଶ୍ରିତ ହୋଇ ନ ଥିଲା; ଯେହେତୁ ସେମାନେ ମିସରରୁ ତାଡ଼ିତ ହୋଇଥିଲେ, ଏଥିପାଇଁ ବିଳମ୍ବ କରି ନ ପାରିବାରୁ ଆପଣା ଆପଣା ନିମନ୍ତେ କିଛି ଖାଦ୍ୟ ପ୍ରସ୍ତୁତ କରିପାରି ନ ଥିଲେ।
३९त्यांनी आपल्याबरोबर मिसर देशातून मळलेली कणीक आणली होती. त्यांना बेखमीर भाकरीच भाजाव्या लागल्या. त्यांना जबरीने बाहेर काढण्यात आले होते. त्यांना थांबण्यास वेळ नव्हता. तसेच खावयास काही विशेष जेवण करता आले नाही;
40 ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶ ଚାରି ଶହ ତିରିଶ ବର୍ଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ମିସର ଦେଶରେ ପ୍ରବାସ କରିଥିଲେ।
४०इस्राएली लोक मिसर देशामध्ये येऊन चारशे तीस वर्षे राहिले होते.
41 ସେହି ଚାରି ଶହ ତିରିଶ ବର୍ଷ ଶେଷରେ, ସେହି ଦିନରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ସୈନ୍ୟସମୂହ ମିସରରୁ ବାହାର ହେଲେ।
४१मग चारशे तीस वर्षांच्या अखेरीस बरोबर त्याच दिवशी परमेश्वराच्या सर्व सेना मिसर देशातून बाहेर निघाल्या.
42 ମିସର ଦେଶରୁ ସେମାନେ ବାହାର ହେବା ସକାଶୁ ତାହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଅତ୍ୟନ୍ତ ପାଳନୀୟ ରାତ୍ରି; ତାହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ରାତ୍ରି ବୋଲି ଇସ୍ରାଏଲ ସନ୍ତାନମାନଙ୍କର ପୁରୁଷାନୁକ୍ରମେ ବିଶେଷ ପାଳନୀୟ ଅଟଇ।
४२परमेश्वराने त्यांना मिसर देशातून बाहेर काढिले याकरिता ही परमेश्वरासाठी जागरणाची रात्र म्हणून अवश्य पाळावी. इस्राएल लोकांनी पिढ्यानपिढ्या ही रात्र परमेश्वरासाठी जागरणाची म्हणून अवश्य पाळावी.
43 ଆଉ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶା ଓ ହାରୋଣଙ୍କୁ କହିଲେ, “ନିସ୍ତାର ପର୍ବର ଏହି ବିଧି; କୌଣସି ବିଦେଶୀୟ ଲୋକ ତାହା ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ।
४३परमेश्वराने मोशे व अहरोन यांना सांगितले, “वल्हांडण सण पाळण्याविषयीचे नियम असे आहेत. कोणाही परदेशी मनुष्याने वल्हांडणाचे भोजन खाऊ नये.
44 ମାତ୍ର ରୌପ୍ୟ ଦ୍ୱାରା କ୍ରୀତ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଲୋକର ଦାସ ସୁନ୍ନତ ହେଲେ ଖାଇ ପାରିବ;
४४परंतु जर कोणी एखादा गुलाम विकत घेतला असेल आणि त्याची सुंता त्याने करवून घेतली असेल तर मग त्याने त्यातले खावे;
45 କୌଣସି ପ୍ରବାସୀ ବା ବେତନଜୀବୀ ଦାସ ତାହା ଖାଇ ପାରିବ ନାହିଁ।
४५परंतु उपरा मनुष्य किंवा मोलकरी ह्यांपैकी कोणीही ते खाऊ नये.
46 ଏକ ଗୃହ ମଧ୍ୟରେ ତାହା ଭୋଜନ କରାଯିବ; ତୁମ୍ଭେ ସେହି ମାଂସର କିଛିମାତ୍ର ଗୃହ ବାହାରକୁ ନେଇଯିବ ନାହିଁ; କିଅବା ତାହାର ଗୋଟିଏ ଅସ୍ଥି ହିଁ ଭାଙ୍ଗିବ ନାହିଁ।
४६प्रत्येक इस्राएली कुटुंबाने आपले वल्हांडण सणाचे भोजन एकाच घरात खाल्ले पाहिजे; ते भोजन घराबाहेर नेऊ नये. यज्ञपशूचे कोणतेही हाड मोडू नये.
47 ଇସ୍ରାଏଲର ସମଗ୍ର ମଣ୍ଡଳୀ ତାହା ପାଳନ କରିବେ।
४७सर्व इस्राएल मंडळीने हा सण पाळलाच पाहिजे.
48 ପୁଣି, ତୁମ୍ଭ ସଙ୍ଗରେ ପ୍ରବାସୀ କୌଣସି ବିଦେଶୀ ଲୋକ ଯଦି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ନିସ୍ତାର ପର୍ବ ପାଳନ କରିବାକୁ ଚାହେଁ, ତେବେ ତାହାର ପରିବାରର ସମସ୍ତ ପୁରୁଷ ସୁନ୍ନତ ହେଉନ୍ତୁ, ତହିଁ ଉତ୍ତାରେ ସେ ନିକଟକୁ ଆସି ପର୍ବ ପାଳନ କରୁ; ତହିଁରେ ସେ ଦେଶଜାତ ଲୋକ ତୁଲ୍ୟ ହେବ; ମାତ୍ର କୌଣସି ଅସୁନ୍ନତ ଲୋକ ତାହା ଭୋଜନ କରିବ ନାହିଁ।
४८परदेशीय एकजण तुम्हाबरोबर राहत असेल व जर त्यास परमेश्वराच्या वल्हांडण सणाच्या भोजनात सहभागी होण्याची इच्छा असेल तर त्याने सुंता करून घेतलीच पाहिजे. म्हणजे मग तो इस्राएल लोकांसारखा रहिवासी होईल. मग त्याने वल्हांडण सणाच्या भोजनात सहभागी व्हावे; परंतु त्याने सुंता करून घेतली नाहीतर त्यास त्यातले काही खाता येणार नाही.
49 ଆଉ ଦେଶଜାତ ଲୋକ ଓ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ପ୍ରବାସକାରୀ ବିଦେଶୀୟ ଲୋକ ପ୍ରତି ଗୋଟିଏ ବିଧି ହେବ।”
४९हे नियम सर्वांसाठी सारखेच आहेत, मग तो इस्राएली असो किंवा तुमच्या देशात राहणारा इस्राएली नसलेला कोणी परदेशी असो. प्रत्येकासाठी सारखेच नियम आहेत.”
50 ତହିଁରେ ଇସ୍ରାଏଲର ସମସ୍ତ ସନ୍ତାନ ଏହି ପ୍ରକାର କଲେ; ମୋଶା ଓ ହାରୋଣଙ୍କ ପ୍ରତି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଜ୍ଞା ଯେପରି ଥିଲା, ସେହିପରି ସେମାନେ କଲେ।
५०तेव्हा परमेश्वराने मोशे व अहरोन यांना ज्या आज्ञा दिल्या त्या सर्व इस्राएली लोकांनी पाळल्या.
51 ଏହି ପ୍ରକାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ସେହି ଦିନ ସୈନ୍ୟଶ୍ରେଣୀବଦ୍ଧ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣକୁ ମିସର ଦେଶରୁ ବାହାର କରି ଆଣିଲେ।
५१अशा रीतीने त्याच दिवशी परमेश्वराने सर्व इस्राएली लोकांच्या सशस्त्र टोळ्या करून त्यांना टोळीटोळीने मिसर देशातून बाहेर काढून आणले.