< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ପଞ୍ଚମ ପୁସ୍ତକ 1 >

1 ପାରଣ ଓ ତୋଫଲ ଓ ଲାବନ ଓ ହତ୍ସେରୋତ ଓ ଦୀଷାହବର ମଧ୍ୟସ୍ଥାନରେ ସୂଫ ସମ୍ମୁଖସ୍ଥିତ ପଦାରେ, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଯର୍ଦ୍ଦନର ପୂର୍ବପାରିସ୍ଥିତ ପ୍ରାନ୍ତରରେ ମୋଶା ସମୁଦାୟ ଇସ୍ରାଏଲଙ୍କୁ ଏହିସବୁ କଥା କହିଲେ,
यार्देन नदीच्या पूर्वेकडील रानात अराबामध्ये सुफासमोर, पारान, तोफेल, लाबान, हसेरोथ व दि-जाहाब यांच्या दरम्यान मोशे सर्व इस्राएलाशी वचने बोलला ती ही.
2 ସେୟୀର ପର୍ବତ ଦେଇ ହୋରେବଠାରୁ କାଦେଶ-ବର୍ଣ୍ଣେୟ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଏଗାର ଦିନର ଯାତ୍ରା ଅଟେ।
होरेबपासून कादेश-बर्ण्यापर्यंतचा प्रवास सेईर डोंगरामार्गे अकरा दिवसाचा आहे.
3 ସଦାପ୍ରଭୁ ଯେଉଁ ଯେଉଁ କଥା ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣକୁ କହିବା ପାଇଁ ମୋଶାଙ୍କୁ ଆଜ୍ଞା ଦେଇଥିଲେ, ତଦନୁସାରେ ମୋଶା ଚାଳିଶତମ ବର୍ଷର ଏକାଦଶ ମାସର ପ୍ରଥମ ଦିନରେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ,
हे मिसर सोडल्यानंतर चाळीसाव्या वर्षी घडले, अकराव्या महिन्यातील पहिल्या दिवशी मोशे इस्राएल लोकांशी हे बोलला, परमेश्वराने जे काही सांगायची आज्ञा केली; ते सर्व त्याने सांगितले.
4 “ହିଷ୍‍ବୋନ ନିବାସୀ ଇମୋରୀୟମାନଙ୍କ ରାଜା ସୀହୋନକୁ ଓ ଅଷ୍ଟାରୋତ୍‍ ନିବାସୀ ବାଶନର ରାଜା ଓଗ୍‍କୁ ଇଦ୍ରିୟୀରେ ସଂହାର କଲା ଉତ୍ତାରେ
अमोऱ्यांचा राजा सीहोन आणि बाशानाचा राजा ओग यांच्यावर परमेश्वराने हल्ला केल्यानंतरची ही गोष्ट आहे. (सीहोन अमोरी लोकांचा राजा होता. तो हेशबोनमध्ये राहत असे. ओग बाशानाचा राजा होता. तो अष्टारोथ व एद्रई येथे राहणारा होता.)
5 ଯର୍ଦ୍ଦନର ପୂର୍ବପାରସ୍ଥିତ ମୋୟାବ ଦେଶରେ ମୋଶା ଏହି ବ୍ୟବସ୍ଥା ବ୍ୟାଖ୍ୟା କରିବାକୁ ଆରମ୍ଭ କଲେ।
परमेश्वराच्या आज्ञेप्रमाणे मोशे आता यार्देनच्या पलीकडे पुर्वेस मवाबाच्या देशात नियमांचे विवरण करू लागला. तो म्हणाला,
6 ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ହୋରେବରେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, ‘ତୁମ୍ଭେମାନେ ଏହି ପର୍ବତରେ ଯଥେଷ୍ଟ କାଳ ବାସ କରିଅଛ;
आपला देव परमेश्वर होरेबात आपल्याशी बोलला, या डोंगरात तुम्ही पुष्कळ दिवस राहीला आहात.
7 ଏବେ ଫେରି ଇମୋରୀୟମାନଙ୍କ ପର୍ବତମୟ ଦେଶ ଓ ତନ୍ନିକଟବର୍ତ୍ତୀ ପଦା ଓ ପର୍ବତ ଓ ତଳଭୂମି ଓ ଦକ୍ଷିଣ ପ୍ରଦେଶ ଓ ସମୁଦ୍ରତୀର ଇତ୍ୟାଦି କିଣାନୀୟମାନଙ୍କ ସମସ୍ତ ଦେଶ ଓ ଲିବାନୋନ ଦେଇ ମହାନଦୀ ଫରାତ୍‍ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯାତ୍ରା କର।
आता तुम्ही येथून अमोऱ्यांच्या डोंगराळ प्रदेशात जा आसपासच्या सर्व प्रदेशात प्रवास करा यार्देनेच्या खोऱ्यात, अराबाच्या पहाडी प्रदेशात, पश्चिमेकडील उतारावर, नेगेबमध्ये समुद्रकिनारी कनान आणि लबानोन मार्गे फरात या महानदीपर्यंत जा.
8 ଦେଖ, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଆଗରେ ଏହି ଦେଶ ସମର୍ପଣ କରିଅଛୁ; ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପୂର୍ବପୁରୁଷ ଅବ୍ରହାମଙ୍କୁ ଓ ଇସ୍‌ହାକକୁ ଓ ଯାକୁବକୁ ଓ ସେମାନଙ୍କ ଉତ୍ତାରେ ସେମାନଙ୍କ ବଂଶକୁ ଯେଉଁ ଦେଶ ଦେବା ପାଇଁ ଶପଥ କରିଥିଲେ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ସେହି ଦେଶକୁ ଯାଇ ତାହା ଅଧିକାର କର।’”
पाहा हा प्रदेश मी तुम्हास देऊ करत आहे जा आणि त्यावर ताबा मिळवा अब्राहाम, इसहाक आणि याकोब या तुमच्या पूर्वजांना व त्यांच्यानंतर त्यांच्या वंशजांना हा प्रदेश देण्याचे परमेश्वराने वचन दिले होते.
9 ପୁଣି ସେସମୟରେ ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହିଲି, “ମୁଁ ଏକାକୀ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଭାର ବହିବାକୁ ଅସମର୍ଥ;
तेव्हा मी तुम्हास म्हणालो होतो की “मी एकटा तुमचा सांभाळ करू शकणार नाही.
10 ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ବୃଦ୍ଧି କରିଅଛନ୍ତି, ଏଣୁ ଦେଖ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆଜି ଆକାଶର ତାରାଗଣ ତୁଲ୍ୟ ବହୁସଂଖ୍ୟକ ହୋଇଅଛ।
१०आणि आता तर तुमची संख्या कितीतरी वाढली आहे परमेश्वर देवाच्या कृपेने ती वाढून आकाशातील ताऱ्यांइतकी झाली आहे.
11 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଏବେ ଯେତେ ଅଛ, ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପୈତୃକ ପରମେଶ୍ୱର ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ତହିଁର ସହସ୍ର ଗୁଣ କରନ୍ତୁ ଓ ସେ ଯେରୂପ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ପ୍ରତିଜ୍ଞା କରିଅଛନ୍ତି, ତଦ୍ରୂପ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଆଶୀର୍ବାଦ କରନ୍ତୁ।
११तुमच्या पूर्वजांचा देव परमेश्वर, ह्याच्या कृपेने आणखी वाढून आताच्या हजारपट होवो आणि त्याने कबूल केल्याप्रमाणे त्याचा आशीर्वाद तुम्हास मिळो.
12 ମୁଁ କିପରି ଏକାକୀ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ଏତେ ବୋଝ ଓ ଭାର ଓ ବିବାଦ ସହ୍ୟ କରି ପାରିବି?
१२परंतु मी एकटा तुमचा भार तसेच तुमची आपापसांतली भांडणे कोठवर सहन करू?
13 ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ବଂଶାନୁସାରେ ଜ୍ଞାନୀ ଓ ବୁଦ୍ଧିମାନ ଓ ବିଖ୍ୟାତ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ମନୋନୀତ କର, ମୁଁ ସେମାନଙ୍କୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଉପରେ ପ୍ରଧାନ ରୂପେ ନିଯୁକ୍ତ କରିବି।”
१३म्हणून मी तुम्हास सांगितले, आपापल्या वंशातून अनुभवी, ज्ञानी व समंजस व्यक्तींची निवड करा. मी त्यांना तुमचे प्रमुख म्हणून नेमतो.”
14 ଏଥିରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ମୋତେ ଉତ୍ତର ଦେଇ କହିଲ, “ତୁମ୍ଭେ ଯାହା କହିଲ, ତାହା ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର କରିବା ଭଲ।”
१४त्यावर, “हे चांगलेच झाले असे” तुम्ही मला उत्तर देऊन म्हणालात.
15 ତହୁଁ ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବଂଶ ଅନୁସାରେ ପ୍ରଧାନ, ଜ୍ଞାନୀ ଓ ବିଖ୍ୟାତ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ନେଇ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବଂଶାନୁସାରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଉପରେ ପ୍ରଧାନ, ସହସ୍ରପତି, ଶତପତି, ପଚାଶପତି, ଦଶପତି ଓ ଅଧ୍ୟକ୍ଷମାନଙ୍କୁ ନିଯୁକ୍ତ କଲି।
१५म्हणून मी त्या ज्ञानी व अनुभवी व्यक्तींना तुमचे प्रमुख म्हणून नेमले. हजारांच्या समूहावर एक अधिकारी, शंभरांवर एक, पन्नासांवर, दहावर तसेच घराण्यावर अशा या अधिकाऱ्यांच्या नेमणुका केल्या.
16 ପୁଣି ମୁଁ ସେସମୟରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ବିଚାରକର୍ତ୍ତୃଗଣକୁ ଆଜ୍ଞା ଦେଇ କହିଲି, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ଭାଇମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ବିବାଦ ଶୁଣ, ପୁଣି ମନୁଷ୍ୟ ଓ ତାହାର ଭାଇ ଓ ତାହାର ସହବାସୀ ବିଦେଶୀ ମଧ୍ୟରେ ଯଥାର୍ଥ ବିଚାର କର।
१६या न्यायाधीशांना मी त्यावेळी सांगितले की तुमच्या भाऊबंदांतील वाद नीट ऐकून घ्या. निवाडा करताना पक्षपात करू नका मग तो वाद दोन भावांमधला असो की एखादा मनुष्य व त्याचा भाऊबंद व उपरी यांच्यातील असो. नीतिने न्याय करा.
17 ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଚାରରେ କାହାରି ମୁଖାପେକ୍ଷା କରିବ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭେମାନେ ସାନ ଓ ବଡ଼ ଲୋକର କଥା ସମଭାବରେ ଶୁଣିବ; ତୁମ୍ଭେମାନେ ମନୁଷ୍ୟର ମୁଖକୁ ଭୟ କରିବ ନାହିଁ; କାରଣ ବିଚାର ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କର ଅଟେ; ପୁଣି ଯେଉଁ କଥା ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରତି କଠିନ ହୁଏ, ତାହା ତୁମ୍ଭେମାନେ ମୋʼ ନିକଟକୁ ଆଣିବ, ମୁଁ ତାହା ଶୁଣିବି।”
१७न्याय करताना कोणालाही कमी लेखू नका. लहान मोठ्यांचे सारखे ऐकून घ्या. कोणाचे तोंड पाहून घाबरू नका; कारण न्याय करणे देवाचे काम आहे. एखादे प्रकरण तुम्हास विशेष अवघड वाटले तर ते माझ्याकडे आणा. मी त्याचा निवाडा करीन.
18 ପୁଣି ମୁଁ ସେସମୟରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ସମସ୍ତ କର୍ତ୍ତବ୍ୟ କର୍ମ ବିଷୟ ଆଜ୍ଞା ଦେଇଥିଲି।
१८तुमच्या इतर कर्तव्यांबद्दलही मी तेव्हाच तुम्हास आज्ञा केली होती.
19 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ ଆମ୍ଭେମାନେ ହୋରେବଠାରୁ ଯାତ୍ରା କଲୁ, ପୁଣି ଇମୋରୀୟମାନଙ୍କ ପର୍ବତମୟ ଦେଶକୁ ଯିବା ପଥରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଯେଉଁ ବିସ୍ତୀର୍ଣ୍ଣ ଓ ଭୟଙ୍କର ପ୍ରାନ୍ତର ଦେଖିଲ, ତହିଁର ମଧ୍ୟଦେଇ ଯାଇ କାଦେଶ-ବର୍ଣ୍ଣେୟରେ ପହଞ୍ଚିଲୁ।
१९मग आपला देव परमेश्वर ह्याच्या आज्ञेनुसार आपण होरेबहून पुढे अमोऱ्यांच्या डोंगराळ प्रदेशाकडे निघालो तेव्हा वाटेत तुम्हास ते विस्तीर्ण आणि भयंकर रान लागले ते सर्व ओलांडून आपण कादेश-बर्ण्याला पोहचलो.
20 ଏଉତ୍ତାରେ ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହିଲି, “ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଇମୋରୀୟମାନଙ୍କର ଯେଉଁ ପର୍ବତମୟ ଦେଶ ଦେବେ, ସେଠାରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଉପସ୍ଥିତ ହୋଇଅଛ।
२०मी तुम्हास म्हणालो की पाहा, “अमोऱ्यांच्या पहाडी प्रदेशात तुम्ही पोहोचलात आपला देव परमेश्वर तुम्हास हा प्रदेश देत आहे.
21 ଦେଖ, ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭର ପରମେଶ୍ୱର ତୁମ୍ଭ ଆଗରେ ସେହି ଦେଶ ସମର୍ପଣ କରିଅଛନ୍ତି; ସଦାପ୍ରଭୁ ଆପଣା ପୈତୃକ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ ତୁମ୍ଭେ ଯାଇ ତାହା ଅଧିକାର କର; ଭୟ କର ନାହିଁ, କିଅବା ନିରାଶ ହୁଅ ନାହିଁ।”
२१पाहा हा प्रदेश तुझा देव परमेश्वर याने पुढे ठेवला आहे. पूर्वजांचा परमेश्वर ह्याच्या आज्ञेनुसार तो हस्तगत करा. कचरू नका व कशाचीही भीती बाळगू नका.”
22 ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ପ୍ରତ୍ୟେକେ ଆମ୍ଭ ନିକଟକୁ ଆସି କହିଲ, “ଆମ୍ଭେମାନେ ଆପଣାମାନଙ୍କ ଆଗେ ଲୋକ ପଠାଉ, ତହିଁରେ ସେମାନେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ଦେଶ ଅନୁସନ୍ଧାନ କରି ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କେଉଁ ପଥ ଦେଇ ଯିବାକୁ ହେବ ଓ କେଉଁ କେଉଁ ନଗରରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେବାକୁ ହେବ, ତହିଁର ସମ୍ବାଦ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆଣନ୍ତୁ।”
२२पण तेव्हा तुम्ही सगळे मला म्हणालात, “आधी आपण काही जणांना त्या प्रदेशाच्या पाहाणीसाठी पुढे पाठवू म्हणजे ते त्या देशाची माहिती मिळवून आपल्याला कोणत्या मार्गाने जावे लागेल, कोणकोणती नगरे तेथे लागतील याची खबर आणतील.”
23 ତେବେ ଆମ୍ଭେ ଏହି କଥାରେ ସନ୍ତୁଷ୍ଟ ହେଲୁ, ପୁଣି ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପ୍ରତ୍ୟେକ ବଂଶ ନିମନ୍ତେ ଜଣେ ଲେଖାଏଁ ବାର ଜଣଙ୍କୁ ନେଲୁ।
२३मलाही ते पटले म्हणून प्रत्येक घराण्यातून एक अशी बारा माणसे मी निवडली.
24 ତହୁଁ ସେମାନେ ଗମନ କରି ପର୍ବତ ପାର ହୋଇ ଇଷ୍କୋଲ-ଉପତ୍ୟକାରେ ପହଞ୍ଚି ଦେଶର ଅନୁସନ୍ଧାନ କଲେ।
२४ते लोक मग निघाले व पहाडी प्रदेशात जाऊन अष्कोल ओढ्यापर्यंत पोहचले व त्यांनी तो देश हेरला.
25 ଆଉ ସେମାନେ ହସ୍ତରେ ସେହି ଦେଶର କିଛି କିଛି ଫଳ ଘେନି ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆଣିଲେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସମ୍ବାଦ ଦେଇ କହିଲେ, “ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଯେଉଁ ଦେଶ ଦେବେ, ତାହା ଏକ ଉତ୍ତମ ଦେଶ।”
२५येताना त्यांनी तिकडची काही फळे बरोबर आणली. त्या प्रदेशाची माहिती सांगितली व ते म्हणाले, “आपला देव परमेश्वर देत असलेला देश हा उत्तम आहे.”
26 ତଥାପି ତୁମ୍ଭେମାନେ ଯିବାକୁ ସମ୍ମତ ହେଲ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଆଜ୍ଞାର ବିଦ୍ରୋହାଚରଣ କଲ।
२६तथापि तुम्ही तेथे हल्ला करण्याचे नाकारले आपला देव परमेश्वर याच्या आज्ञेविरूद्ध बंड केले.
27 ପୁଣି ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ତମ୍ବୁରେ ବଚସା କରି କହିଲ, “ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଘୃଣା କରିବା ସକାଶୁ ଇମୋରୀୟମାନଙ୍କ ହସ୍ତରେ ସମର୍ପଣ କରି ବିନାଶ କରିବା ନିମନ୍ତେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ମିସର ଦେଶରୁ ବାହାର କରି ଆଣିଅଛନ୍ତି।
२७तुम्ही आपापल्या तंबूत जाऊन कुरकुर करत म्हणालात परमेश्वर आमचा द्वेष करतो अमोऱ्यांच्या हातून आमचा नाश व्हावा म्हणूनच आम्हास त्याने मिसर देशातून बाहेर काढले आहे.
28 ଆମ୍ଭେମାନେ କେଉଁଠାକୁ ଯିବା? ‘ସେହି ଲୋକମାନେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଅପେକ୍ଷା ଅଧିକ ବଳବାନ ଓ ଉଚ୍ଚ; ନଗରମାନ ବୃହତ ଓ ଗଗନସ୍ପର୍ଶୀ ପ୍ରାଚୀର-ବେଷ୍ଟିତ ଆହୁରି ସେହି ସ୍ଥାନରେ ଆମ୍ଭେମାନେ ଅନାକୀୟମାନଙ୍କ ସନ୍ତାନଗଣକୁ ଦେଖିଅଛୁ, ଏହି କଥା କହି ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଭ୍ରାତୃଗଣ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର ମନୋଭଙ୍ଗ କରିଅଛନ୍ତି।’”
२८आता आम्ही कोठे जाणार? आमच्या या भावांच्या बातम्यांमुळे घाबरून आमच्या हृदयाचे पाणीपाणी झाले आहे. त्यांच्यानुसार हे लोक धिप्पाड व आमच्यापेक्षा उंच आहेत. तेथील नगरे मोठी असून त्यांची तटबंदी आकाशाला भिडली आहे. आणि तेथे अनाकी वंशाचे महाकाय आहेत.
29 ତେବେ ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କହିଲି, “ଭୟଯୁକ୍ତ ହୁଅ ନାହିଁ, କି ସେମାନଙ୍କ ସକାଶୁ ଭୟ କର ନାହିଁ।
२९तेव्हा मी तुम्हास म्हणालो, “भिऊ नका, त्या लोकांस घाबरू नका.
30 ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର, ଯେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଆଗେ ଆଗେ ଗମନ କରୁଅଛନ୍ତି, ସେ ମିସରରେ ଓ ପ୍ରାନ୍ତରରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଦୃଷ୍ଟିଗୋଚରରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ଯେସମସ୍ତ କାର୍ଯ୍ୟ କଲେ, ତଦନୁସାରେ ସେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପକ୍ଷରେ ଯୁଦ୍ଧ କରିବେ।
३०स्वत: परमेश्वर देव तुमच्यापुढे जात आहे. मिसर देशात तुमच्यासमोर त्याने जे केले तेच तो येथेही करील, तो तुमच्यासाठी लढेल;
31 ଯେହେତୁ ପ୍ରାନ୍ତରରେ ତୁମ୍ଭେ ଦେଖିଅଛ ଯେ, ମନୁଷ୍ୟ ଆପଣା ପୁତ୍ରକୁ ବହିବା ପରି ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭର ପରମେଶ୍ୱର ଏହି ସ୍ଥାନରେ ପହଞ୍ଚିବା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଗମନର ସମସ୍ତ ପଥରେ ତୁମ୍ଭକୁ କିପରି ବହିଅଛନ୍ତି।”
३१तसेच रानातल्या वाटचालीतही तुम्ही पाहीले, त्यामध्ये तुमचा देव परमेश्वर तुमच्यापुढे होता. मनुष्य आपल्या मुलाला जपून नेतो तसे त्याने तुम्हास येथपर्यंत सांभाळून आणले.”
32 ତଥାପି ଏହି ବିଷୟ ସକାଶେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କଠାରେ ବିଶ୍ୱାସ କଲ ନାହିଁ!
३२तरीही तुम्ही आपल्या परमेश्वर देवावर विश्वास ठेवला नाही.
33 ସେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଛାଉଣି ସ୍ଥାପନ କରିବାର ସ୍ଥାନ ଅନ୍ୱେଷଣ କରିବା ପାଇଁ ରାତ୍ରିରେ ଅଗ୍ନି ଦ୍ୱାରା ଓ ଦିବସରେ ମେଘ ଦ୍ୱାରା ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ଗନ୍ତବ୍ୟ ପଥ ଦେଖାଇବାକୁ ପଥରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଆଗେ ଆଗେ ଗମନ କଲେ।
३३परमेश्वर प्रवासात तुमच्यासाठी मुक्कामाचे ठिकाण शोधायला तसेच रात्री अग्नीत व दिवसा मेघात प्रकट होऊन तुम्हास मार्गदर्शन करायला तुमच्यापुढे चालत असे.
34 ପୁଣି ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବାକ୍ୟର ରବ ଶୁଣି ରାଗିଲେ ଓ ଶପଥ କରି କହିଲେ,
३४परमेश्वराने तुमचे बोलणे ऐकले व तो संतापला शपथपूर्वक तो म्हणाला,
35 “ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପୂର୍ବପୁରୁଷମାନଙ୍କୁ ଯେଉଁ ଦେଶ ଦେବାକୁ ଶପଥ କରିଅଛୁ, ନିଶ୍ଚୟ ଏହି ଦୁଷ୍ଟ ବଂଶୀୟ ମନୁଷ୍ୟମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ କୌଣସି ଲୋକ ସେହି ଉତ୍ତମ ଦେଶ ଦେଖି ପାରିବ ନାହିଁ,
३५“तुमच्या पूर्वजांना शपथ वाहून देवू केलेला हा उत्तम प्रदेश या दुष्ट पिढीतील एकाच्याही दृष्टीस पडणार नाही,
36 କେବଳ ଯିଫୁନ୍ନିର ପୁତ୍ର କାଲେବ ତାହା ଦେଖିବ ପୁଣି ସେ ଯେଉଁ ଭୂମିରେ ପଦାର୍ପଣ କରିଅଛି, ସେହି ଭୂମି ଆମ୍ଭେ ତାହାକୁ ଓ ତାହାର ସନ୍ତାନଗଣକୁ ଦେବା; କାରଣ ସେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ଅନୁଗତ ଲୋକ।”
३६यफुन्नेचा मुलगा कालेब मात्र तो पाहील त्याचे पाय या भूमीला लागले आहेत. त्यास व त्याच्या वंशजांना मी ही भूमी देईल. कारण तो परमेश्वराचा खरा अनुयायी आहे.”
37 ଆଉ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ସକାଶୁ ମୋʼ ପ୍ରତି କ୍ରୋଧ କରି କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେ ମଧ୍ୟ ସେହି ସ୍ଥାନରେ ପ୍ରବେଶ କରିବ ନାହିଁ,
३७तुमच्यामुळे परमेश्वराचा माझ्यावरही कोप झाला. तो म्हणाला, मोशे, “तूही या प्रदेशात प्रवेश करणार नाहीस.
38 ତୁମ୍ଭର ପରିଚାରକ ନୂନର ପୁତ୍ର ଯିହୋଶୂୟ ସେହି ସ୍ଥାନରେ ପ୍ରବେଶ କରିବ ତୁମ୍ଭେ ତାହାକୁ ସାହସ ଦିଅ ଯେହେତୁ ସେ ଇସ୍ରାଏଲକୁ ତାହା ଅଧିକାର କରାଇବ।
३८पण तुझ्या सेवेस हजर राहणारा, नूनाचा मुलगा यहोशवा तेथे जाईल त्यास तू प्रोत्साहन दे, कारण तो इस्राएलांना देश वतन म्हणून मिळवून देईल.
39 ଆହୁରି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ବାଳକମାନେ, ଯେଉଁମାନେ ଲୁଟିତ ହେବେ ବୋଲି ତୁମ୍ଭେମାନେ କହିଥିଲ ଓ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ସନ୍ତାନମାନେ, ଯେଉଁମାନେ ଆଜି ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଭଲ ମନ୍ଦର ଜ୍ଞାନ ପାଇ ନାହାନ୍ତି, ସେମାନେ ସେହି ସ୍ଥାନରେ ପ୍ରବେଶ କରିବେ; ପୁଣି ଆମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ସେହି ଦେଶ ଦେବା ଓ ସେମାନେ ତାହା ଅଧିକାର କରିବେ।
३९परमेश्वर पुढे आपल्याला म्हणाला, शिवाय आपले शत्रू आपल्या मुलाबाळांना पळवतील असे तुम्ही म्हणालात ती आज जी तुमची मुले बरे किंवा वाईट जाणत नाहीत ती मात्र या देशात जातील आणि त्यांना मी तो देश देईन व ते देश ते हस्तगत करतील.
40 ମାତ୍ର ତୁମ୍ଭେମାନେ ବାହୁଡ଼ି ସୂଫ ସାଗର ପଥ ଦେଇ ପ୍ରାନ୍ତରକୁ ଯାତ୍ରା କର।”
४०पण तुम्ही परत फिरून तांबड्या समुद्राच्या वाटेने रानाकडे कूच करा.”
41 ଏଥିରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଉତ୍ତର କରି ମୋତେ କହିଲ, “ଆମ୍ଭେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ପାପ କରିଅଛୁ; ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଯେଉଁ ସମସ୍ତ ଆଜ୍ଞା ଦେଇଅଛନ୍ତି, ଆମ୍ଭେମାନେ ତଦନୁସାରେ ଉଠିଯାଇ ଯୁଦ୍ଧ କରିବୁ।” ପୁଣି ତୁମ୍ଭେମାନେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଜଣ ଆପଣା ଆପଣା ଯୁଦ୍ଧାସ୍ତ୍ର ବାନ୍ଧି ପର୍ବତ ଆରୋହଣ କରିବାକୁ ବ୍ୟଗ୍ର ହେଲ।
४१मग तुम्ही मला असे उत्तर दिले की “आमच्या हातून परमेश्वराविरुध्द पाप घडले आहे आपल्या परमेश्वर देवाच्या आज्ञेनुसार आम्ही वर जाऊन लढू.” मग प्रत्येक मनुष्याने आपली शस्त्रास्त्रे घेतली. आणि तुम्ही डोंगराळ प्रदेशावर चढावयला तयार झाला.
42 ସେତେବେଳେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋତେ କହିଲେ, “ସେମାନଙ୍କୁ କୁହ, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟବର୍ତ୍ତୀ ନାହୁଁ, ‘ଏଣୁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆରୋହଣ କର ନାହିଁ, କିଅବା ଯୁଦ୍ଧ କର ନାହିଁ;’ କଲେ ଶତ୍ରୁମାନଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ଆହତ ହେବ।”
४२परमेश्वर मला म्हणाला, “त्यांना तेथे सांग युद्ध करू नका. कारण मी त्यांच्या बरोबर नाही. शत्रू त्यांना पराभूत करेल.”
43 ତହୁଁ ମୁଁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ସେହି କଥା କହିଲି, ପୁଣି ତୁମ୍ଭେମାନେ ଶୁଣିଲ ନାହିଁ; ମାତ୍ର ତୁମ୍ଭେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଜ୍ଞାର ବିଦ୍ରୋହାଚରଣ କଲ ଓ ଦୁଃସାହସୀ ହେଲ, ଆଉ ପର୍ବତ ଦେଶକୁ ଆକ୍ରମଣ କଲ।
४३त्याप्रमाणे तुम्हास मी सांगितले. पण तुम्ही ऐकले नाही. तुम्ही परमेश्वराची आज्ञा पाळली नाही. आणि धिटाई करून त्या डोंगराळ प्रदेशात चढाई करून गेलात.
44 କିନ୍ତୁ ସେହି ପର୍ବତବାସୀ ଇମୋରୀୟ ଲୋକମାନେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ବାହାର ହୋଇ ମହୁମାଛି ପରି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ି ସେୟୀରରେ ହର୍ମା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ପରାସ୍ତ କଲେ।
४४तेव्हा तेथील अमोरी तुमच्याशी सामना करायला सामोरे आले. आणि चवताळलेल्या मधमाश्यांप्रमाणे त्यांनी सेईर देशातील हर्मापर्यंत तुम्हास पिटाळून लावले.
45 ତେବେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଫେରିଆସି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଛାମୁରେ ରୋଦନ କଲ; ମାତ୍ର ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ରବରେ ମନୋଯୋଗ କଲେ ନାହିଁ, କିଅବା ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରତି କର୍ଣ୍ଣପାତ କଲେ ନାହିଁ।
४५मग तुम्ही परत येऊन परमेश्वराकडे रडू लागला. पण त्याने तुमचे काहीही ऐकले नाही.
46 ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ କାଦେଶରେ ବାସ କରି ସେହି ସ୍ଥାନରେ ବହୁ ବର୍ଷ ରହିଲ।
४६तेव्हा तुम्ही कादेश येथे बरेच दिवस राहिला ते तुम्हास माहितच आहे.

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