< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ପଞ୍ଚମ ପୁସ୍ତକ 33 >

1 ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଲୋକ ମୋଶା ଆପଣା ମୃତ୍ୟୁୁ ପୁର୍ବରୁ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣକୁ ଯେଉଁ ଆଶୀର୍ବାଦ କଲେ, ସେହି ଆଶୀର୍ବାଦ ଏହି।
देवाचा भक्त मोशे याने इस्राएल लोकांस आपल्या मृत्युपूर्वी असा आशीर्वाद दिला, तो असाः
2 ସେ କହିଲେ, “ସଦାପ୍ରଭୁ ସୀନୟରୁ ଆସିଲେ, ସେ ସେୟୀରରୁ ସେମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ଉଦିତ ହେଲେ; ସେ ପାରଣ ପର୍ବତରୁ ସୁପ୍ରକାଶିତ ହେଲେ ଓ ସେ ଅୟୁତ ଅୟୁତ ପବିତ୍ର ପ୍ରାଣୀମାନଙ୍କ ନିକଟରୁ ଆସିଲେ; ତାହାଙ୍କ ଦକ୍ଷିଣ ହସ୍ତରେ ସେମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଅଗ୍ନିମୟ ବ୍ୟବସ୍ଥା ଥିଲା।”
“परमेश्वर सीनाय येथून आला. उष: कालच्या प्रकाशाप्रमाणे तो सेईर वरुन आला, पारान डोंगरावरुन प्रकाशला, दहा हजार देवदूतांसमवेत आला देवाचे समर्थ सैनिक त्याच्याबरोबर होते.
3 ହଁ, ସେ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ପ୍ରେମ କରନ୍ତି; ତାହାଙ୍କର ସମସ୍ତ ପବିତ୍ର ଲୋକ ତୁମ୍ଭର ହସ୍ତଗତ ଓ ସେମାନେ ତୁମ୍ଭର ଚରଣ ତଳେ ବସିଲେ; ପ୍ରତ୍ୟେକ ଜଣ ତୁମ୍ଭ ବାକ୍ୟରୁ ଗ୍ରହଣ କରିବେ।
परमेश्वराचे आपल्या लोकांवर खरेच फार प्रेम आहे. त्याची पवित्र प्रजा त्याच्या हातात आहे. ते लोक त्याच्या पायाशी बसून त्याच्याकडून शिकवण घेतात.
4 ମୋଶା ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ବ୍ୟବସ୍ଥା ଆଦେଶ କଲେ, ତାହା ଯାକୁବ-ସମାଜର ଅଧିକାର।
मोशेने आम्हास नियमशास्त्र दिले. ती शिकवण याकोबाच्या लोकांची ठेव आहे.
5 ଲୋକମାନଙ୍କ ପ୍ରଧାନବର୍ଗର ସମାଗମ ସମୟରେ, ସମସ୍ତ ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶ ଏକତ୍ର ହେବା ବେଳେ ସେ ଯିଶୁରୁଣରେ ରାଜା ଥିଲେ।
इस्राएलचे सर्व वंश आणि त्यांचे प्रमुख आले तेव्हा परमेश्वर यशुरुनचा राजा झाला.
6 ରୁବେନ୍‍ ବଞ୍ଚି ଥାଉ ଓ ନ ମରୁ; ତଥାପି ତାହାର ଲୋକ ସଂଖ୍ୟକ ହେଉନ୍ତୁ।
रऊबेनचे लोक मोजकेच असले तरी ते जगोत, त्यांना मरण न येवो.”
7 ଯିହୁଦା ପ୍ରତି ଆଶୀର୍ବାଦ ଏହି ସେ କହିଲେ, “ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଯିହୁଦାର ରବ ଶୁଣ ଓ ତାହାର ନିଜ ଲୋକଙ୍କ ନିକଟକୁ ତାହାକୁ ଆଣ; ସେ ନିଜ ହସ୍ତରେ ଆପଣା ପାଇଁ ଯୁଦ୍ଧ କଲା; ତାହାର ବିପକ୍ଷଗଣ ବିରୁଦ୍ଧରେ ତୁମ୍ଭେ ତାହାର ଉପକାରୀ ହେବ।”
मोशेने यहूदाला हा आशीर्वाद दिला: “परमेश्वरा, यहूदा तुझ्याकडे मदत मागेल तेव्हा त्याचे ऐक. त्याच्या लोकांची व त्यांची गाठभेट करून दे. त्यास शक्तीशाली कर आणि शत्रूला पराभूत करण्यात त्यास साहाय्यकारी हो.”
8 ପୁଣି, ସେ ଲେବୀ ବିଷୟରେ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭର ତୁମ୍ମୀମ୍‍ ଓ ଉରୀମ୍‍ ତୁମ୍ଭ ଧାର୍ମିକ ପୁରୁଷ ସହିତ ଅଛି, ତୁମ୍ଭେ ମଃସାରେ ତାହାର ପରୀକ୍ଷା କଲ, ମିରୀବାଃ ଜଳ ନିକଟରେ ତୁମ୍ଭେ ତାହା ସଙ୍ଗେ ବିରୋଧ କଲ।”
लेवीविषयी मोशे असे म्हणाला: “लेवी तुझा खरा अनुयायी आहे. तो थुम्मीम व उरीम बाळगतो. मस्सा येथे तू लेवीची कसोटी पाहिलीस. मरीबाच्या झऱ्याजवळ, ते तुझेच आहेत याची तू कसोटी करून घेतलीस.
9 ସେ ଆପଣା ପିତା ଓ ଆପଣା ମାତା ବିଷୟରେ କହିଲା, “ଆମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ଦେଖି ନାହୁଁ; ଅବା ସେ ଆପଣା ଭାଇମାନଙ୍କୁ ସ୍ୱୀକାର କଲା ନାହିଁ, କିଅବା ସେ ତାହାର ନିଜ ସନ୍ତାନମାନଙ୍କୁ ଚିହ୍ନିଲା ନାହିଁ। ସେମାନେ ତୁମ୍ଭର ବାକ୍ୟ ମାନିଅଛନ୍ତି ଓ ତୁମ୍ଭର ନିୟମ ରକ୍ଷା କରନ୍ତି।”
हे परमेश्वरा, आपल्या कुटुंबियांपेक्षाही त्यांनी तुला आपले मानले. आपल्या आईवडीलांची कदर केली नाही. भाऊबंदांना ओळख दाखवली नाही. पोटच्या पोरांची पर्वा केली नाही. पण तुझ्या आज्ञांचे पालन केले. तुझा पवित्र करार पाळला.
10 ସେମାନେ ଯାକୁବକୁ ତୁମ୍ଭର ଶାସନ ଓ ଇସ୍ରାଏଲକୁ ତୁମ୍ଭର ବ୍ୟବସ୍ଥା ଶିକ୍ଷା ଦେବେ। ସେମାନେ ତୁମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରେ ଧୂପ ଓ ତୁମ୍ଭ ବେଦି ଉପରେ ହୋମବଳି ରଖିବେ।
१०ते तुझे विधी याकोबाला, नियमशास्त्र इस्राएलाला शिकवतील. तुझ्यापुढे धूप जाळतील. तुझ्या वेदीवर होमबली अर्पण करतील.
11 ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ତାହାର ସମ୍ପତ୍ତିକୁ ଆଶୀର୍ବାଦ କର ଓ ତାହା ହସ୍ତର କର୍ମ ଗ୍ରହଣ କର; ଯେଉଁମାନେ ତାହା ବିରୁଦ୍ଧରେ ଉଠନ୍ତି ଓ ଯେଉଁମାନେ ତାହାକୁ ଘୃଣା କରନ୍ତି, ସେମାନଙ୍କ କଟିଦେଶ ଭାଙ୍ଗି ପକାଅ, ଯେପରି ସେମାନେ ପୁନର୍ବାର ଉଠି ନ ପାରିବେ।
११परमेश्वरा, जे जे लेवीचे आहे त्यास आशीर्वाद दे. ते जे करतील त्याचा स्विकार कर. त्यांच्यावर हल्ला करणाऱ्यांचा संहार कर. त्यांच्या शत्रूंना पार नेस्तनाबूत करून टाक.”
12 ସେ ବିନ୍ୟାମୀନ୍ ବିଷୟରେ କହିଲେ, “ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ପ୍ରିୟ ଲୋକ ତାହାଙ୍କ ନିକଟରେ ନିର୍ଭୟରେ ବାସ କରିବ; ସେ ସାରାଦିନ ତାହାକୁ ଆବୋରି ରଖନ୍ତି ଓ ସେ ତାହାର ସ୍କନ୍ଧଦ୍ୱୟ ମଧ୍ୟରେ ବାସ କରନ୍ତି।”
१२बन्यामीन विषयी मोशे म्हणाला, “बन्यामीन परमेश्वरास प्रिय आहे. तो परमेश्वरापाशी सुरक्षित राहील. देव त्याचे सदोदित रक्षण करील. आणि परमेश्वराचे वास्तव्य त्याच्या देशात राहील.”
13 ଆଉ ସେ ଯୋଷେଫ ବିଷୟରେ କହିଲେ, “ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ତାହାର ଦେଶ ଆଶୀର୍ବାଦ ପ୍ରାପ୍ତ ହେଉ; ଆକାଶର ଉତ୍ତମ ଦ୍ରବ୍ୟରେ, ଶିଶିରରେ ଓ ଅଧଃସ୍ଥାନରେ ବିସ୍ତୀର୍ଣ୍ଣ ବାରିଧିରେ,
१३योसेफाविषयी तो म्हणाला, “योसेफाच्या भूमीवर परमेश्वराची कृपादृष्टी असो. परमेश्वरा, त्यांच्या देशात आकाशातून पावसाचा वर्षाव कर आणि त्यांच्या भूमीतून मुबलक पाणी दे.
14 ପୁଣି, ସୂର୍ଯ୍ୟର ଫଳ ସ୍ୱରୂପ ଉତ୍ତମ ଦ୍ରବ୍ୟରେ ଓ ଚନ୍ଦ୍ରର ଫଳ ସ୍ୱରୂପ ଉତ୍ତମ ଦ୍ରବ୍ୟରେ,
१४सूर्यामुळे उत्कृष्ट फलित त्यांच्या पदरात पडो. आणि प्रत्येक महिना आपली उत्कृष्ट फळे त्यास देवो.
15 ପୁରାତନ ପର୍ବତମାନର ଉତ୍ତମ ଦ୍ରବ୍ୟରେ ଓ ନିତ୍ୟସ୍ଥାୟୀ ଗିରିଗଣର ଉତ୍ତମ ଦ୍ରବ୍ୟରେ,
१५टेकड्या आणि पुरातन पर्वत यांच्यातील अमूल्य जिन्नस त्यांना मिळोत.
16 ଆଉ ପୃଥିବୀର ଓ ତତ୍‍ପୂରକ ବସ୍ତୁର ଉତ୍ତମ ଦ୍ରବ୍ୟରେ ଓ ଯେ ବୁଦାରେ ବାସ କଲେ, ତାହାଙ୍କ ଅନୁଗ୍ରହରେ (ତାହାର ଦେଶ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଆଶୀର୍ବାଦ ପ୍ରାପ୍ତ ହେଉ) ଯୋଷେଫର ମସ୍ତକରେ ଆଶୀର୍ବାଦ ବର୍ତ୍ତୁ, ଯେ ଆପଣା ଭ୍ରାତୃଗଣ ନିକଟରୁ ପୃଥକ ହୋଇଥିଲା, ତାହାର ମସ୍ତକାଗ୍ରରେ ଆଶୀର୍ବାଦ ବର୍ତ୍ତୁ।
१६धरतीचा उत्तमातील उत्तम ठेवा योसेफाला मिळो. योसेफाची आपल्या भाऊबंदापासून ताटातूट झाली होती. तेव्हा जळत्या झुडूपातल्या, परमेश्वराचा दुवा त्यास मिळो.
17 ତାହାର ବୃଷଭର ପ୍ରଥମଜାତ ତାହାର ମହିମା ସ୍ୱରୂପ, ପୁଣି ତାହାର ଶୃଙ୍ଗ ଅରଣା ଷଣ୍ଢର ଶୃଙ୍ଗ ତୁଲ୍ୟ ତଦ୍ଦ୍ୱାରା ସେ ସବୁ ଗୋଷ୍ଠୀକୁ, ପୃଥିବୀର ସୀମାସ୍ଥିତ ସମସ୍ତଙ୍କୁ ଭୁସି ପକାଇବ। ସେ ଶୃଙ୍ଗ ଇଫ୍ରୟିମର ଅୟୁତ ଲୋକ ଓ ସେ ଶୃଙ୍ଗ ମନଃଶିର ସହସ୍ର ସହସ୍ର ଲୋକ।”
१७प्रथम जन्मलेल्या गोऱ्हासारखा त्याचा प्रताप आहे. त्याचे शिंगे रानबैलाच्या शिंगांप्रमाणे आहेत. ते लोकांवर चढाई करून त्यांना पृथ्वीच्या सीमेपर्यंत ढकलतील. असे मनश्शेचे हजारो आणि एफ्राइमचे लाखो आहेत.”
18 ସବୂଲୂନ ବିଷୟରେ ସେ କହିଲେ, “ହେ ସବୂଲୂନ, ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଯାତ୍ରାରେ ଓ ହେ ଇଷାଖର, ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ତମ୍ବୁରେ ଆନନ୍ଦ କର;
१८मोशे जबुलूनबद्दल म्हणाला, “जबुलूना, बाहेर जाल तेव्हा आनंद करा. इस्साखारा आपल्या डेऱ्यात आनंदाने राहा.
19 ସେମାନେ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ପର୍ବତକୁ ନିମନ୍ତ୍ରଣ କରିବେ; ସେଠାରେ ସେମାନେ ଧର୍ମବଳି ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବେ; କାରଣ ସେମାନେ ସମୁଦ୍ରର ବହୁଳ ପଦାର୍ଥ ଓ ବାଲୁକାର ଗୁପ୍ତ ଧନ ଭୋଗ କରିବେ।”
१९ते लोकांस आपल्या डोंगरावर बोलावतील. तेथे ते योग्य यज्ञ करतील. समुद्रातील धन आणि वाळूतील खजिना हस्तगत करतील.”
20 ପୁଣି, ଗାଦ୍‍ ବିଷୟରେ ସେ କହିଲେ, “ଯେ ଗାଦ୍‍କୁ ବିସ୍ତାର କରନ୍ତି, ସେ ଧନ୍ୟ; ସେ ସିଂହ ପରି ବାସ କରେ, ପୁଣି, ସେ ବାହୁ, ମସ୍ତକର ତାଳୁ ସୁଦ୍ଧା ବିଦୀର୍ଣ୍ଣ କରେ।
२०गादविषयी मोशे म्हणाला, “गादाचा विस्तार करणारा देव धन्य होय. गाद सिंहासारखा आहे. तो आधी दबा धरून बसतो. आणि सावजावर हल्ला करून त्याच्या चिंधड्या करतो.
21 ସେ ଆପଣା ପାଇଁ ପ୍ରଥମ ଅଂଶ ନିରୀକ୍ଷଣ କଲା; କାରଣ ସେଠାରେ ବ୍ୟବସ୍ଥାପକର (ଦତ୍ତ) ଅଂଶ ରକ୍ଷିତ ଥିଲା; ମାତ୍ର ସେ ଲୋକମାନଙ୍କ ପ୍ରଧାନବର୍ଗ ସହିତ ଆସିଲା; ସେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ନ୍ୟାୟକର୍ମ ଓ ଇସ୍ରାଏଲ ସହିତ ତାହାଙ୍କର ଶାସନ ସିଦ୍ଧ କଲା।”
२१स्वतःसाठी तो उत्तम भाग ठेवतो. राजाचा वाटा स्वतःला घेतो. लोकांचे प्रमुख त्याच्याकडे येतात. जे परमेश्वराच्या दृष्टीने न्यायाने, ते तो करतो. इस्राएलाच्या लोकांसाठी जे उचित तेच करतो.”
22 ପୁଣି, ସେ ଦାନ୍ ବିଷୟରେ କହିଲେ, “ଦାନ୍ ସିଂହଛୁଆ ସେ ବାଶନରୁ କୁଦା ମାରେ।”
२२दान विषयी मोशे म्हणाला, “दान म्हणजे सिंहाचा छावा. तो बाशान मधून झेप घेतो.”
23 ପୁଣି, ସେ ନପ୍ତାଲି ବିଷୟରେ କହିଲେ, “ହେ ନପ୍ତାଲି, ତୁମ୍ଭେ ଅନୁଗ୍ରହରେ ତୃପ୍ତ ଓ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଶୀର୍ବାଦରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ; ତୁମ୍ଭେ ପଶ୍ଚିମ ଓ ଦକ୍ଷିଣ ଦିଗ ଅଧିକାର କର।”
२३नफताली विषयी मोशेने सांगितले, “नफताली, तू सर्व चांगल्या गोष्टीने समाधानी त्या तुला भरभरून मिळतील. तुझ्यावर परमेश्वराचा आशीर्वाद राहील. गालील तलावाजवळचा प्रदेश तुला मिळेल.”
24 ପୁଣି, ସେ ଆଶେର ବିଷୟରେ କହିଲେ, “ଆଶେର ସନ୍ତାନସନ୍ତତିରେ ଆଶୀର୍ବାଦ ପ୍ରାପ୍ତ ହେଉ; ସେ ଆପଣା ଭ୍ରାତୃଗଣ ନିକଟରେ ଗ୍ରାହ୍ୟ ହେଉ ଓ ସେ ଆପଣା ଚରଣ ତୈଳରେ ବୁଡ଼ାଉ।
२४आशेर विषयी मोशने असे सांगितले, “आशेरला सर्वात अधिक आशीर्वाद मिळोत. तो आपल्या बांधावांना प्रिय होवो. त्याचे पाय तेलाने माखलेले राहोत.
25 ତୁମ୍ଭର ଅର୍ଗଳ ଲୌହ ଓ ପିତ୍ତଳମୟ ହେବ; ପୁଣି, ଯେପରି ତୁମ୍ଭର ଦିନ, ସେପରି ତୁମ୍ଭର ବଳ ହେବ।”
२५तुमच्या दरवाजांचे अडसर लोखंडाचे व पितळेचे असोत. तुमचे सामर्थ्य आयुष्यभर राहो.”
26 ହେ ଯିଶୁରୁଣ, ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ତୁଲ୍ୟ କେହି ନାହିଁ, ସେ ତୁମ୍ଭ ଉପକାରାର୍ଥେ ଆକାଶମଣ୍ଡଳରେ ଓ ନିଜ ଗୌରବରେ ଗଗନମଣ୍ଡଳରେ ଆରୋହଣ କରି ଗମନ କରନ୍ତି।
२६हे यशुरुना! परमेश्वर देवासारखा कोणी नाही. तुझ्या साहाय्यासाठी, मेघांवर आरुढ होऊन तो आपल्या प्रतापाने आकाशातून तुझ्या मदतीला येतो.
27 ଅନାଦି ପରମେଶ୍ୱର ତୁମ୍ଭର ବାସସ୍ଥାନ ଓ ତଳେ ତାହାଙ୍କର ଅନନ୍ତକାଳସ୍ଥାୟୀ ବାହୁ ଅଛି; ପୁଣି ସେ ତୁମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରୁ ଶତ୍ରୁମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲେ, ଆଉ “ବିନାଶ କର” ବୋଲି କହିଲେ।
२७देव सनातन आहे. तो तुझे आश्रयस्थान आहे. देवाचे सामर्थ्य सर्वकाळ राहते! तो तुझे रक्षण करतो. तुझ्या शत्रूंना तो तुझ्या प्रदेशातून हुसकावून लावेल. शत्रूंना नष्ट कर असे तो म्हणतो.
28 ତହିଁରେ ଇସ୍ରାଏଲ ନିର୍ଭୟରେ ବାସ କଲା, ଯାକୁବର ନିର୍ଝର ଏକାକୀ ଶସ୍ୟ ଓ ଦ୍ରାକ୍ଷାରସମୟ ଦେଶରେ ବାସ କଲା ହଁ, ତାହାର ଆକାଶରୁ ମଧ୍ୟ ଶିଶିର କ୍ଷରେ।
२८म्हणून इस्राएल सुरक्षित राहील. याकोबाची विहीर त्यांच्या मालकीची आहे. धान्याने व द्राक्षरसाने संपन्न अशी भूमी त्यांना मिळेल. त्या प्रदेशावर भरपूर पाऊस पडेल.
29 ହେ ଇସ୍ରାଏଲ, ତୁମ୍ଭେ ଧନ୍ୟ ଅଟ; ତୁମ୍ଭ ତୁଲ୍ୟ କିଏ ଅଛି? ତୁମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ଉଦ୍ଧାର ପ୍ରାପ୍ତ ଲୋକ, ସେ ତୁମ୍ଭର ଉପକାର ରୂପ ଢାଲ ଓ ସେ ତୁମ୍ଭର ମାହାତ୍ମ୍ୟ ରୂପ ଖଡ୍ଗ! ଏଣୁ ତୁମ୍ଭର ଶତ୍ରୁମାନେ ଆପେ ତୁମ୍ଭର ବଶୀଭୂତ ହେବେ; ପୁଣି ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ଉଚ୍ଚସ୍ଥଳୀମାନ ଦଳନ କରିବ।
२९इस्राएला, तू आशीर्वादीत आहेस. इतर कोणतेही राष्ट्र तुझ्यासारखे नाही. परमेश्वराने तुला वाचवले आहे. भक्कम ढालीप्रमाणे तो तुझे रक्षण करतो. परमेश्वर म्हणजे तळपती तलवार. शत्रूंना तुझी दहशत वाटेल. त्यांची महान ठिकाणे तू तुडवशील!

< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ପଞ୍ଚମ ପୁସ୍ତକ 33 >