< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ପଞ୍ଚମ ପୁସ୍ତକ 26 >

1 ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱର ଅଧିକାରାର୍ଥେ ତୁମ୍ଭକୁ ଯେଉଁ ଦେଶ ଦେବେ, ତୁମ୍ଭେ ସେହି ଦେଶରେ ଉପସ୍ଥିତ ହୋଇ ତାହା ଅଧିକାର କରି ବାସ କଲେ;
तुमचा देव परमेश्वर तुम्हास देणार असलेल्या प्रदेशात पाऊल टाकून तेथील जमिनीचा ताबा घेऊन, तेथे वस्ती कराल.
2 ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଦତ୍ତ ଆପଣା ସେହି ଦେଶର ଭୂମିଜାତ ସମସ୍ତ ପ୍ରଥମ ଫଳରୁ କିଛି କିଛି ରଖିବ ଓ ଚାଙ୍ଗୁଡ଼ିରେ ତାହା ନେଇ, ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱର ଆପଣା ନାମ ପ୍ରତିଷ୍ଠା କରାଇବା ନିମନ୍ତେ ଯେଉଁ ସ୍ଥାନ ମନୋନୀତ କରିବେ, ସେହି ସ୍ଥାନକୁ ଗମନ କରିବ।
तेथील परमेश्वराने दिलेल्या शेतजमिनीचे सर्व प्रथम उत्पन्न गोळा करून घरी आणाल. तेव्हा पहिले पीक टोपल्यात भरुन त्या घेऊन तुमचा देव परमेश्वर ह्याने निवडलेल्या त्याच्या पवित्र निवासस्थानी जा.
3 ପୁଣି ତୁମ୍ଭେ ତତ୍କାଳୀନ ଯାଜକ ନିକଟକୁ ଯାଇ ତାହାକୁ କହିବ, “ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଯେଉଁ ଦେଶ ଦେବା ପାଇଁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପୂର୍ବପୁରୁଷଗଣ ନିକଟରେ ଶପଥ କରିଥିଲେ, ସେହି ଦେଶରେ ଆମ୍ଭେ ଉପସ୍ଥିତ ହୋଇଅଛୁ, ଏହା ଆଜି ଆମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ସାକ୍ଷାତରେ ପ୍ରକାଶ କରୁଅଛୁ।”
व त्यावेळी जो याजक असेल त्याच्याकडे जाऊन सांगा की “परमेश्वराने आमच्या पूर्वजांनी आम्हांला शपथपुर्वक जो देश देण्याचे वचन दिले होते. त्यामध्ये मी पोहोंचलो आहे,”
4 ତହୁଁ ଯାଜକ ତୁମ୍ଭ ହସ୍ତରୁ ସେହି ଚାଙ୍ଗୁଡ଼ି ନେଇ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଯଜ୍ଞବେଦି ସମ୍ମୁଖରେ ରଖିବ।
मग तो याजक तुमच्या हातून ती टोपली घेईल. तुमचा देव परमेश्वर ह्याच्या वेदीसमोर तो ती खाली ठेवील.
5 ପୁଣି ତୁମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ଉତ୍ତର ଦେଇ କହିବ, “ଏକ ଜଣ ଭ୍ରମଣକାରୀ ଅରାମୀୟ ଲୋକ ଆମ୍ଭର ପିତା ଥିଲା ଓ ସେ ଅଳ୍ପସଂଖ୍ୟକ ହୋଇ ମିସରକୁ ଯାଇ ପ୍ରବାସ କଲା; ପୁଣି ସେ ସ୍ଥାନରେ ସେ ମହାନ, ବଳବାନ ଓ ବହୁସଂଖ୍ୟକ ଏକ ଗୋଷ୍ଠୀ ହୋଇ ଉଠିଲା।
तेव्हा तुम्ही तुमचा देव परमेश्वर ह्यासमोर असे म्हणावे, “आमचा पूर्वज हा भटकणारा अरामी होता, तो खाली मिसरमध्ये जाऊन राहिला. तिथे पोहोंचला तेव्हा त्याचा परिवार लहान होता. पण मिसरमध्ये त्याचे महान व सामर्थ्यशाली राष्ट्र बनले.
6 ତହିଁରେ ମିସରୀୟ ଲୋକମାନେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ଦୌରାତ୍ମ୍ୟ କଲେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ କ୍ଳେଶ ଦେଇ କଠିନ ଦାସତ୍ୱ କରାଇଲେ।
तेथे मिसरी लोकांनी आम्हास वाईट वागणूक दिली. आम्हास गुलाम बनवले. जबरदस्तीने कष्टाच्या कामाला जुंपले व छळ केला.
7 ତହୁଁ ଆମ୍ଭେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପୈତୃକ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ନିକଟରେ ଡାକ ପକାଇଲୁ, ଆଉ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ରବ ଶୁଣିଲେ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ କ୍ଳେଶ, ଶ୍ରମ ଓ ଅତ୍ୟାଚାର ଦେଖିଲେ।
मग आम्ही परमेश्वर जो आमच्या पूर्वजांचा देव ह्याचा धावा केला. त्यांच्या बद्दलची गाऱ्हाणी सांगितली. परमेश्वराने आमचे ऐकले. त्याने आमचा त्रास, आमचे कष्ट आणि छळ त्याने पाहिले.
8 ପୁଣି ସଦାପ୍ରଭୁ ବଳବାନ ହସ୍ତ ଦ୍ୱାରା, ବିସ୍ତୀର୍ଣ୍ଣ ବାହୁ ଦ୍ୱାରା, ମହାଭୟ ଓ ନାନା ଚିହ୍ନ ପୁଣି ଆଶ୍ଚର୍ଯ୍ୟକର୍ମ ଦ୍ୱାରା ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ମିସରରୁ ବାହାର କରି ଆଣିଲେ।
मग परमेश्वराने आपल्या प्रचंड सामर्थ्याने आम्हास मिसरमधून बाहेर आणले. तेव्हा त्याने मोठ्या भयानकपणाने चमत्कार व चिन्ह प्रताप दाखवले आणि उत्पात घडवले.
9 ଆଉ ସେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଏହି ସ୍ଥାନକୁ ଆଣିଅଛନ୍ତି ଓ ଏହି ଦେଶ, ଏକ ଦୁଗ୍ଧ ଓ ମଧୁ ପ୍ରବାହୀ ଦେଶ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଦେଇଅଛନ୍ତି।
आणि येथे आम्हास आणून ही दुधामधाचे पाट वाहणारी भूमी आम्हास दिली.
10 ଏବେ, ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଦେଖ, ତୁମ୍ଭେ ଆମ୍ଭକୁ ଯେଉଁ ଭୂମି ଦେଇଅଛ, ଆମ୍ଭେ ତହିଁର ପ୍ରଥମ ଫଳ ଆଣିଅଛୁ।” ଏଉତ୍ତାରେ ତୁମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ତାହା ରଖିବ ଓ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ପ୍ରଣାମ କରିବ।
१०आता हे परमेश्वरा, त्या भूमीतील पहिले उत्पन्न आम्ही आणले आहे.” मग तो उत्पन्नाचा वाटा परमेश्वरासमोर ठेवून परमेश्वरास वंदन करा.
11 ପୁଣି ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱର ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତି ଓ ତୁମ୍ଭ ପରିବାର ପ୍ରତି ଯେଉଁ ଯେଉଁ ମଙ୍ଗଳ କରିଅଛନ୍ତି, ସେହି ସବୁରେ ତୁମ୍ଭେ, ଲେବୀୟ ଓ ତୁମ୍ଭ ମଧ୍ୟବର୍ତ୍ତୀ ବିଦେଶୀୟ ଲୋକ, ତୁମ୍ଭେ ସମସ୍ତେ ଆନନ୍ଦ କରିବ।
११त्यानंतर सर्वजण एकत्र भोजन करा. तुम्हास व तुमच्या कुटुंबियांना तुमचा देव परमेश्वर ह्याच्या कृपेने जे जे चांगले मिळाले त्याबद्दल आनंद व्यक्त करा. यामध्ये लेवी आणि गावातील परकीय यांनाही सामील करून घ्या.
12 ତୃତୀୟ ବର୍ଷରେ, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଦଶମାଂଶ-ବର୍ଷରେ ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଉତ୍ପନ୍ନ ଶସ୍ୟାଦିର ଦଶମାଂଶ ଦେବାର ସମାପ୍ତ କଲା ଉତ୍ତାରେ ତୁମ୍ଭେ ଲେବୀୟକୁ, ବିଦେଶୀକୁ, ପିତୃହୀନକୁ ଓ ବିଧବାକୁ ତାହା ଦେବ, ତହିଁରେ ସେମାନେ ତୁମ୍ଭ ନଗର-ଦ୍ୱାର ମଧ୍ୟରେ ଭୋଜନ କରି ତୃପ୍ତ ହେବେ।
१२प्रत्येक तिसरे वर्ष हे दशांश देण्याचे वर्ष होय. यावर्षी आपल्या उत्पन्नाचा दहावा हिस्सा लेवी, गावातील परकीय विधवा अनाथ यांना द्या म्हणजे तेही तुझ्या गावात तृप्त होतील.
13 ତହୁଁ ତୁମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ଏହା କହିବ, ମୋʼ ପ୍ରତି ତୁମ୍ଭର ସମସ୍ତ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ “ମୁଁ ଆପଣା ଗୃହରୁ ପବିତ୍ର ବସ୍ତୁ ବାହାର କରି ପୃଥକ ରଖିଅଛି, ମଧ୍ୟ ଲେବୀୟକୁ ଓ ବିଦେଶୀକୁ, ପିତୃହୀନକୁ ଓ ବିଧବାକୁ ଦେଇଅଛି; ମୁଁ ତୁମ୍ଭର କୌଣସି ଆଜ୍ଞାଲଙ୍ଘନ କରି ନାହିଁ, କିଅବା ତାହା ପାସୋରି ନାହିଁ।
१३यावेळी तुमचा देव परमेश्वर ह्याला सांगा की “माझ्या घरातून मी हा उत्पन्नाचा पवित्र हिस्सा आणला आहे. लेवी, परकीय, विधवा, अनाथ या सर्वांना द्यायचे ते मी दिले आहे. तुझ्या सर्व आज्ञांचे न चुकता पालन केले आहे. कोणत्याही आज्ञेचे उल्लंघन केलेले नाही.
14 ମୁଁ ଆପଣା ଶୋକ ସମୟରେ ତହିଁରୁ କିଛି ଭୋଜନ କରି ନାହିଁ, ଅବା ଅଶୁଚି ହୋଇ ତହିଁରୁ କିଛି ରଖି ନାହିଁ, କିଅବା ମୃତ ଲୋକ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ତହିଁରୁ କିଛି ଦେଇ ନାହିଁ। ମୁଁ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆପଣା ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ରବରେ ଅବଧାନ କରିଅଛି, ତୁମ୍ଭେ ମୋତେ ଯାହା ଯାହା ଆଜ୍ଞା କଲ, ସେହି ସମସ୍ତ ମୁଁ କରିଅଛି।
१४मी दु: खी मन: स्थितीत यातील काही खाल्लेले नाही. तसेच अशुद्ध असताना यातील काही खाल्लेले नाही. मृतांना यातील काही अर्पण केले नाही. मी आपला देव परमेश्वर याचे ऐकले आहे. तुझ्या आज्ञांप्रमाणे वागलो आहे.
15 ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପବିତ୍ର ନିବାସ ସ୍ୱର୍ଗରୁ ଦୃଷ୍ଟିପାତ କର, ପୁଣି ତୁମ୍ଭର ଲୋକ ଇସ୍ରାଏଲକୁ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପୂର୍ବପୁରୁଷଗଣ ପ୍ରତି କୃତ ଆପଣା ଶପଥ ଅନୁସାରେ ଯେଉଁ ଭୂମି ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଦେଇଅଛ, ସେହି ଦୁଗ୍ଧ ଓ ମଧୁ ପ୍ରବାହୀ ଦେଶକୁ ଆଶୀର୍ବାଦ କର।”
१५आता तू तुझ्या पवित्र निवासस्थानातून, स्वर्गातून आम्हा इस्राएल लोकांस आशीर्वाद दे. आम्हास दिलेल्या भूमीला आशीर्वाद दे. ही दुधामधाची रेलचेल असलेली भूमी आम्हास द्यायचे तू आमच्या पूर्वजांना कबूल केले होतेस.”
16 ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱର ଆଜି ତୁମ୍ଭକୁ ଏହିସବୁ ବିଧି ଓ ଶାସନ ପାଳନ କରିବାକୁ ଆଜ୍ଞା ଦେଉଅଛନ୍ତି; ଏଥିପାଇଁ ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ସମସ୍ତ ହୃଦୟ ଓ ସମସ୍ତ ପ୍ରାଣ ସହିତ ତାହାସବୁ ମାନିବ ଓ କରିବ,
१६“तुम्ही हे सर्व नियम व विधी पाळावे अशी तुमचा देव परमेश्वर ह्याची तुम्हास आज आज्ञा आहे. ते सर्व तुम्ही मन: पूर्वक पाळा.
17 ତୁମ୍ଭେ ଆଜି ସ୍ୱୀକାର କରିଅଛ ଯେ, ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭର ପରମେଶ୍ୱର ହେବେ ଓ ତୁମ୍ଭେ ତାହାଙ୍କ ପଥରେ ଚାଲିବ ଓ ତାହାଙ୍କ ବିଧି, ଆଜ୍ଞା ଓ ଶାସନ ମାନିବ ଓ ତାହାଙ୍କ ରବରେ କର୍ଣ୍ଣପାତ କରିବ।
१७परमेश्वर हाच तुमचा देव असे आज तुम्ही म्हणाला आहात. त्याच्या मार्गाने चालायचे तुम्ही मान्य केले आहे. त्याच्या शिकवणीनुसार वागायचे त्याचे नियम व आज्ञा पाळायचे तुम्ही वचन दिले आहे. तो जे जे सांगेल त्याप्रमाणे आचरण ठेवायचे तुम्ही कबूल केले आहे.
18 ପୁଣି ସଦାପ୍ରଭୁ ଆଜି ଏହି ଅଙ୍ଗୀକାର କରିଅଛନ୍ତି ଯେ, ତାହାଙ୍କ ପ୍ରତିଜ୍ଞାନୁସାରେ ତୁମ୍ଭେ ତାହାଙ୍କର ସଞ୍ଚିତ ଧନ ହେବ ଓ ତାହାଙ୍କର ସମସ୍ତ ଆଜ୍ଞା ମାନିବ;
१८परमेश्वराने आज तुम्हास पूर्वी सांगितल्याप्रमाणे आपली खास प्रजा म्हणून आपलेसे केले आहे. माझ्या सर्व आज्ञा पाळाव्या असेही तुम्हास त्याने सांगितले आहे.
19 ପୁଣି ସେ ତୁମ୍ଭକୁ ପ୍ରଶଂସାରେ, ନାମରେ ଓ ସମ୍ମାନରେ ଆପଣାର ସୃଷ୍ଟ ସମସ୍ତ ଦେଶୀୟ ଲୋକମାନଙ୍କ ଅପେକ୍ଷା ଶ୍ରେଷ୍ଠ କରିବେ, ଆଉ ତୁମ୍ଭେ ତାହାଙ୍କ ବାକ୍ୟାନୁସାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପବିତ୍ର ଲୋକ ହେବ।
१९इतर सर्व राष्ट्रापेक्षा तो तुम्हास महान करणार आहे. तो तुम्हास प्रशंसा, नावलौकिक, सन्मान बहाल करील. आणि त्याच्याच सांगण्याप्रमाणे तुम्ही परमेश्वर आपला देव ह्याची पवित्र प्रजा व्हाल.”

< ମୋଶାଙ୍କ ଲିଖିତ ପଞ୍ଚମ ପୁସ୍ତକ 26 >