< ଦ୍ୱିତୀୟ ଶାମୁୟେଲ 17 >

1 ଆହୁରି ଅହୀଥୋଫଲ ଅବଶାଲୋମଙ୍କୁ କହିଲା, “ମୁଁ ବାର ହଜାର ଲୋକ ବାଛି ଆଜି ରାତ୍ରି ଉଠି ଦାଉଦଙ୍କର ପଛେ ଗୋଡ଼ାଇବି।
त्यानंतर अहिथोफेलने अबशालोमला सांगितले, मला आता बारा हजार मनुष्यांची निवड करू दे, म्हणजे आज रात्रीच मी दावीदाचा पाठलाग करतो.
2 ପୁଣି ସେ କ୍ଳାନ୍ତ ଓ ଶିଥିଳ ହସ୍ତ ଥିବା ବେଳେ ମୁଁ ତାଙ୍କୁ ଆକ୍ରମଣ କରି ଭୟ ଦେଖାଇବି; ତହିଁରେ ତାଙ୍କର ସମସ୍ତ ସଙ୍ଗୀ ଲୋକ ପଳାଇବେ; ପୁଣି ମୁଁ କେବଳ ରାଜାଙ୍କୁ ଆଘାତ କରିବି।
तो थकला भागलेला असताना भयभीत झालेला असतानाच मी त्यास पकडीन. हे पाहून त्याचे लोक पळ काढतील फक्त राजा दावीदाचा मी वध करीन.
3 ଆଉ ଯେପରି ଜଣେ ସ୍ତ୍ରୀ ବିବାହ ପରେ ସ୍ୱାମୀଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆସେ; ସେହିପରି ମୁଁ ସମସ୍ତ ଲୋକଙ୍କୁ ତୁମ୍ଭ ନିକଟକୁ ଫେରାଇ ଆଣିବି; ତହିଁରେ ସମସ୍ତ ଲୋକ ତୁମ୍ଭ ଅଧୀନରେ ଶାନ୍ତିରେ ରହିବେ।”
बाकीच्यांना तुझ्या समक्ष हजर करीन. तो मेल्याची खात्री झाली की सगळे लोक तक्रार न करता परत येतील.
4 ସେତେବେଳେ ଏହି କଥା ଅବଶାଲୋମର ଓ ଇସ୍ରାଏଲୀୟ ସମସ୍ତ ପ୍ରାଚୀନବର୍ଗର ଦୃଷ୍ଟିରେ ପସନ୍ଦ ହେଲା।
अबशालोम आणि इस्राएलमधील सर्व वडीलधारी मंडळी यांना हा बेत पसंत पडला.
5 ତେବେ ଅବଶାଲୋମ କହିଲା, “ଅର୍କୀୟ ହୂଶୟକୁ ମଧ୍ୟ ଡାକ, ଆଉ ସେ କʼଣ କହେ, ତାହା ମଧ୍ୟ ଶୁଣିବା।”
पण तरीसुध्दा अबशालोम म्हणाला हूशय अर्की यालाही बोलावून घ्या. त्याचे म्हणणेही मला ऐकून घ्यायचे आहे.
6 ତହୁଁ ହୂଶୟ ଅବଶାଲୋମ ନିକଟକୁ ଆସନ୍ତେ, ଅବଶାଲୋମ ତାହାକୁ କହିଲା, “ଅହୀଥୋଫଲ ଏପରି ଏପରି କହୁଅଛି; ଆମ୍ଭେମାନେ ତାହା କଥାନୁସାରେ କରିବା କି? ଯଦି ନ କରିବା, ତେବେ ତୁମ୍ଭେ କୁହ।”
मग हूशय अबशालोमकडे आला अबशालोम त्यास म्हणाला, अहिथोफेलची योजना अशी आहे. तुला त्यावर काय वाटते? तसे करावे की नाही ते सांग.
7 ତହିଁରେ ହୂଶୟ ଅବଶାଲୋମଙ୍କୁ କହିଲା, “ଅହୀଥୋଫଲ ଯେଉଁ ମନ୍ତ୍ରଣା ଦେଇଅଛି, ତାହା ଭଲ ନୁହେଁ।”
हूशय अबशालोमला म्हणाला, अहिथोफेलचा सल्ला आता या घटकेला तरी रास्त नाही.
8 ହୂଶୟ ଆହୁରି କହିଲା, “ଆପଣ ଆପଣା ପିତାଙ୍କୁ ଓ ତାଙ୍କ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ଜାଣନ୍ତି, ସେମାନେ ତ ବୀର ଓ କ୍ଷେତ୍ରରେ ଛୁଆହରା ଭଲ୍ଲୁକୀ ପରି ସେମାନେ ଉଗ୍ର ହୋଇଥିବେ, ପୁଣି ଆପଣଙ୍କ ପିତା ଯୋଦ୍ଧା ଓ ସେ ରାତ୍ରିରେ ଲୋକମାନଙ୍କ ସଙ୍ଗରେ ରହିବେ ନାହିଁ।
तो पुढे म्हणाला, तुमचे वडील आणि त्यांच्या बाजूचे लोक चांगले बळकट आहेत हे तुम्ही जाणताच. त्यातून ते आता पिल्ले हिरावून नेलेल्या रानातल्या अस्वलासारखे चिडलेले आहेत. तुमचे वडील एक कुशल योद्धा आहेत. ते भरवस्तीत रात्रभर मुक्काम करणार नाहीत.
9 ଦେଖନ୍ତୁ, ସେ ଏବେ କୌଣସି ଗର୍ତ୍ତରେ କି ଅନ୍ୟ କୌଣସି ସ୍ଥାନରେ ଲୁଚି କରିଅଛନ୍ତି; ଆଉ ପ୍ରଥମେ ଏମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ କେତେକ ପତିତ ହେଲେ ବୋଲି କେହି ଶୁଣିଲେ କହିବ ଯେ, ‘ଅବଶାଲୋମର ଅନୁଗାମୀ ଲୋକମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ସଂହାର ହେଉଅଛି।’
एखाद्या गुहेत किंवा निर्जन ठिकाणी ते कदाचित गेले सुध्दा असतील. त्यांनी तुमच्या लोकांवर आधी हल्ला केला तर लोक ते ऐकून म्हणतील, अबशालोमचे लोक हरत चाललेले दिसत आहेत.
10 ତାହାହେଲେ, ଯେଉଁ ବିକ୍ରମଶାଳୀର ହୃଦୟ ସିଂହର ହୃଦୟ ତୁଲ୍ୟ, ସେ ମଧ୍ୟ ନିତାନ୍ତ ତରଳି ଯିବ; କାରଣ ଆପଣଙ୍କ ପିତା ଯେ ବୀର ଓ ତାଙ୍କ ସଙ୍ଗୀମାନେ ଯେ ବିକ୍ରମଶାଳୀ ଲୋକ, ଏହା ସମୁଦାୟ ଇସ୍ରାଏଲ ଜାଣନ୍ତି।
१०मग तर सिंहासारख्या शूरलोकांचेही धैर्य खचेल कारण तुमचे वडील पराक्रमी आहेत आणि त्यांच्या बाजूची माणसे शूर आहेत हे सर्वच इस्राएल लोकांस ठाऊक आहे.
11 ମାତ୍ର ମୋହର ମନ୍ତ୍ରଣା ଏହି ଯେ, ଦାନ୍‍ଠାରୁ ବେର୍‍ଶେବା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ସମୁଦାୟ ଇସ୍ରାଏଲ ସମୁଦ୍ରତୀରସ୍ଥ ବାଲୁକା ତୁଲ୍ୟ ଅସଂଖ୍ୟ ହୋଇ ଆପଣଙ୍କ ନିକଟରେ ସଂଗୃହୀତ ହେଉନ୍ତୁ; ପୁଣି ଆପଣ ସ୍ୱୟଂ ଯୁଦ୍ଧକୁ ଯାଉନ୍ତୁ।
११तेव्हा मी असे सुचवतो तुम्ही दानपासून बैर-शेबापर्यंत सर्व इस्राएल लोकांस एकत्र आणा म्हणजे वाळवंटाप्रमाणे विशाल सैन्य तयार होईल मग तुम्ही स्वत: युध्दात उतरा.
12 ତହିଁରେ ଯେଉଁ ସ୍ଥାନରେ ତାଙ୍କର ସନ୍ଧାନ ମିଳିବ, ସେହି ସ୍ଥାନରେ ଆମ୍ଭେମାନେ ତାଙ୍କ ନିକଟରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେବୁ ଓ ଭୂମିରେ ଶିଶିର ପଡ଼ିବା ପରି ତାଙ୍କ ଉପରେ ପଡ଼ିବୁ; ପୁଣି ତାଙ୍କର ଓ ତାଙ୍କ ସଙ୍ଗୀମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ ଜଣକୁ ହିଁ ଅବଶିଷ୍ଟ ରଖିବୁ ନାହିଁ।
१२दावीद जेथे लपला असेल तेथून आम्ही त्यास धरून आणू जमिनीवर दव पडावे तसे आम्ही त्याच्यावर तुटून पडू दावीदाला त्याच्या बरोबरच्या मनुष्यांसहीत आम्ही ठार करू कुणालाही सोडणार नाही.
13 ଆହୁରି ଯଦି ସେ କୌଣସି ନଗରକୁ ଯାଇଥିବେ, ତେବେ ସମସ୍ତ ଇସ୍ରାଏଲ ସେହି ନଗରକୁ ଦଉଡ଼ି ଆଣିବେ ଓ ତହିଁରେ ଗୋଟିଏ ଗୋଡ଼ି ନ ରହିବା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଆମ୍ଭେମାନେ ତାହା ନଦୀକୁ ଟାଣି ନେବୁ।”
१३पण दावीदाने एखाद्या नगरात आश्रय घेतलेला असेल तर दोरखंड आणून आम्ही सर्व इस्राएल लोक ते नगर ओढून दरीत ढकलू, मग एक धोंडासुध्दा त्याठिकाणी शिल्लक राहणार नाही.
14 ତହିଁରେ ଅବଶାଲୋମ ଓ ସମୁଦାୟ ଇସ୍ରାଏଲ ଲୋକ କହିଲେ, “ଅହୀଥୋଫଲର ମନ୍ତ୍ରଣା ଅପେକ୍ଷା ଅର୍କୀୟ ହୂଶୟର ମନ୍ତ୍ରଣା ଉତ୍ତମ।” ଯେହେତୁ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅବଶାଲୋମ ପ୍ରତି ଅମଙ୍ଗଳ ଘଟାଇବା ଅଭିପ୍ରାୟରେ ଅହୀଥୋଫଲର ଉତ୍ତମ ମନ୍ତ୍ରଣା ବ୍ୟର୍ଥ କରିବା ପାଇଁ ସ୍ଥିର କରିଥିଲେ।
१४अबशालोम आणि सर्व इस्राएल लोक म्हणाले, अहिथोफेलपेक्षा हूशय अर्की याचा सल्ला चागंला आहे. आणि तो सर्व लोकांस पसंत पडला, कारण ती परमेश्वराची योजना होती. अबशालोमला अद्दल घडावी म्हणून अहिथोफेलचा चांगला सल्ला थोपवून कुचकामी ठरवण्याचा तो परमेश्वराचा बेत होता. अशा प्रकारे तो अबशालोमला अद्दल घडवणार होता.
15 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସାଦୋକ ଓ ଅବୀୟାଥର ଯାଜକମାନଙ୍କୁ ହୂଶୟ କହିଲା, “ଅବଶାଲୋମଙ୍କୁ ଓ ଇସ୍ରାଏଲର ପ୍ରାଚୀନଗଣଙ୍କୁ ଅହୀଥୋଫଲ ଏହିପରି ଭାବରେ ମନ୍ତ୍ରଣା ଦେଇଥିଲା, ମାତ୍ର ମୁଁ ଏହିପରି ଭାବରେ ମନ୍ତ୍ରଣା ଦେଲି।
१५हूशयने हे सर्व सादोक आणि अब्याथार या याजकांच्या कानावर घातले. अबशालोम आणि इस्राएलमधील वडील मंडळी यांना अहिथोफेलने जे सुचवले ते हूशयने या दोघांना सांगितले. तसेच आपण काय सुचवले तेही सविस्तर सांगितले. हूशय म्हणाला,
16 ଏହେତୁ ଏବେ ଶୀଘ୍ର ଲୋକ ପଠାଇ ଦାଉଦଙ୍କୁ ଜଣାଇ କୁହ, ‘ପ୍ରାନ୍ତରସ୍ଥ ଘାଟି ନିକଟରେ ଆଜି ରାତ୍ରି ଯାପନ କର ନାହିଁ, ମାତ୍ର କୌଣସିମତେ ପାର ହୋଇ ଚାଲିଯାଅ; ନୋହିଲେ ମହାରାଜା ଓ ତାଙ୍କ ସଙ୍ଗୀ ଲୋକ ସମସ୍ତେ ସଂହାରିତ ହେବେ।’”
१६आता त्वरा करा ताबडतोब दावीदा कडे निरोप जाऊ द्या नदीच्या उताराजवळ राहू नका असे त्यांना सांगा. ताबडतोब यार्देन नदी ओलांडून जायला सांगा म्हणजे ते आणि त्यांच्या बरोबरची माणसे पकडली जाणार नाहीत.
17 ସେହି ସମୟରେ ଯୋନାଥନ ଓ ଅହୀମାସ୍‍ ଐନ୍‍-ରୋଗେଲରେ ରହିଥିଲେ; ଆଉ ସେମାନେ ଯେପରି ନଗରକୁ ଆସିବାର ଦେଖା ନ ଯିବେ, ଏଥିପାଇଁ ଏକ ଦାସୀ ଯାଇ ସେମାନଙ୍କୁ ସମ୍ବାଦ ଦେଉଥାଏ; ଆଉ ସେମାନେ ଯାଇ ଦାଉଦ ରାଜାଙ୍କୁ ସମ୍ବାଦ ଦେଉଥାʼନ୍ତି।
१७योनाथान आणि अहीमास ही याजकांची मुले एन-रोगेल येथे थांबली त्यांना गावात शिरताना कुणी पाहू नये म्हणून एक दासी त्यांच्याकडे आली तिने त्यांना निरोप सांगितला तो त्यांनी राजा दावीदाकडे पोचवला.
18 ମାତ୍ର ଏକ ଯୁବା ସେମାନଙ୍କୁ ଦେଖି ଅବଶାଲୋମଙ୍କୁ ଜଣାଇଲା; ତହୁଁ ସେ ଦୁହେଁ ଶୀଘ୍ର ଯାଇ ବହୁରୀମରେ ଜଣକର ଗୃହରେ ପ୍ରବେଶ କଲେ ଓ ତାହାର ପ୍ରାଙ୍ଗଣ ମଧ୍ୟରେ ଏକ କୂପ ଥିବାରୁ, ସେମାନେ ତହିଁ ଭିତରକୁ ଗଲେ।
१८पण एका मुलाने योनाथान आणि अहीमास यांना पाहिले हे अबशालोमला सांगायला तो धावत निघाला. योनाथान आणि अहीमास तेथून चटकन् निघाले. ते बहूरीम येथे एकाच्या घरी पोचले. त्याच्या घराच्या अंगणात एक विहीर होती. त्यामध्ये उतरून ते लपले.
19 ତହିଁରେ ଗୃହିଣୀ ଗୋଟିଏ ଢାଙ୍କୁଣୀ ନେଇ କୂପ ମୁଖରେ ଦେଇ ତହିଁ ଉପରେ ମର୍ଦ୍ଦିତ ଶସ୍ୟ ବିଛାଇ ଦେଲା; ଏଣୁ କିଛି ଜଣା ପଡ଼ିଲା ନାହିଁ।
१९त्या मनुष्याच्या पत्नीने आडावर एक चादर पसरून वर धान्य ओतले. त्यामुळे तिथे धान्याची रास आहे असे दिसू लागले. तेव्हा तिथे योनाथान आणि अहीमास लपले असतील अशी शंकाही कोणाला आली नाही.
20 ଏଉତ୍ତାରେ ଅବଶାଲୋମର ଦାସମାନେ ସେହି ସ୍ତ୍ରୀର ଗୃହକୁ ଆସି ପଚାରିଲେ, “ଅହୀମାସ୍‍ ଓ ଯୋନାଥନ କାହାନ୍ତି?” ତହିଁରେ ସେ ସ୍ତ୍ରୀ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲା, “ସେମାନେ ନଦୀ ପାର ହୋଇ ଗଲେଣି।” ତହୁଁ ସେମାନେ ଖୋଜି ନ ପାଇବାରୁ ଯିରୂଶାଲମକୁ ଫେରିଗଲେ।
२०अबशालोमाकडील नोकर त्या घरातल्या स्त्रीकडे आले. त्यांनी योनाथान आणि अहीमासचा ठावठिकाणा विचारला. ते थोड्या वेळापूर्वीच ओहळ ओलांडून गेल्याचे तिने त्यांना सांगितले. मग अबशालोमचे ते नोकर योनाथान आणि अहीमास यांच्या शोधार्थ निघाले. पण ते कुठेच न सापडल्यामुळे हे नोकर यरूशलेमेला परत गेले.
21 ଏଣୁ ସେମାନେ ଗଲା ଉତ୍ତାରେ ସେ ଦୁଇ ଜଣ କୂପରୁ ବାହାରି ଦାଉଦ ରାଜାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଯାଇ ଜଣାଇଲେ; ଆଉ ସେମାନେ ଦାଉଦଙ୍କୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଉଠ, ଶୀଘ୍ର ଜଳ ପାର ହୋଇଯାଅ, କାରଣ ଅହୀଥୋଫଲ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଏପରି ଏପରି ମନ୍ତ୍ରଣା ଦେଇଅଛି।”
२१इकडे अबशालोमचे नोकर निघून जातात, तो योनाथान आणि अहीमास विहिरीतून बाहेर पडले. तडक राजा दावीदाकडे जाऊन ते त्यास म्हणाले, असाल तसे निघा आणि नदी ओलांडून पलीकडे जा. अहिथोफेलने तुमच्याविरुध्द असे सांगितले आहे.
22 ଏଥିରେ ଦାଉଦ ଓ ତାଙ୍କ ସଙ୍ଗୀ ସମସ୍ତ ଲୋକ ଉଠି ଯର୍ଦ୍ଦନ ପାର ହୋଇଗଲେ; ପ୍ରଭାତ ଆଲୁଅ ସମୟ ପୁର୍ବରୁ ଯେ ଯର୍ଦ୍ଦନ ପାର ହୋଇଯାଇ ନ ଥିଲା, ଏପରି ଜଣେ ଅବଶିଷ୍ଟ ରହିଲା ନାହିଁ।
२२तेव्हा दावीदाने आपल्या बरोबरच्या लोकांसह यार्देन नदी ओलांडली सूर्य वर यायच्या आत सर्वजण पलीकडे पोहोंचले होते.
23 ଏଉତ୍ତାରେ ଅହୀଥୋଫଲ ଆପଣା ମନ୍ତ୍ରଣାନୁସାରେ କର୍ମ କରା ନ ଯିବାର ଦେଖି ଆପଣା ଗର୍ଦ୍ଦଭ ସଜାଇ ଉଠି ନିଜ ଗୃହ ଓ ନିଜ ନଗରକୁ ଗଲା ଓ ଆପଣା ଗୃହ ସମସ୍ତ ବିଷୟ ସଜାଡ଼ି ଆପଣାକୁ ଫାଶୀ ଦେଲା; ଏରୂପେ ସେ ମଲା, ପୁଣି ଆପଣା ପିତାର କବରରେ କବର ପାଇଲା।
२३इस्राएल लोकांनी आपला सल्ला मानला नाही हे अहिथोफेलच्या लक्षात आले. त्याने गाढवावर खोगीर टाकले आणि आपल्या गावाकडे प्रयाण केले. घरच्यांची पुढली तरतूद केली आणि स्वत: ला फास लावून घेतला. त्याच्या मृत्यूनंतर लोकांनी त्याचे त्याच्या वडीलांच्या कबरेतच दफन केले.
24 ଏଥିମଧ୍ୟରେ ଦାଉଦ ମହନୟିମରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲେ। ପୁଣି ଅବଶାଲୋମ ଓ ତାହାର ସଙ୍ଗୀ ସମସ୍ତ ଇସ୍ରାଏଲ ଲୋକ ଯର୍ଦ୍ଦନ ପାର ହେଲେ।
२४दावीद महनाईम येथे आला अबशालोमने सर्व इस्राएलीं समवेत यार्देन नदी ओलांडली.
25 ଆଉ ଅବଶାଲୋମ ଯୋୟାବ ବଦଳରେ ଅମାସାଙ୍କୁ ସୈନ୍ୟ ଉପରେ ନିଯୁକ୍ତ କଲା। ଏହି ଅମାସା ଇସ୍ରାଏଲୀୟ ଯେଥର ନାମକ ଏକ ବ୍ୟକ୍ତିର ପୁତ୍ର, ସେ ବ୍ୟକ୍ତି ଯୋୟାବର ମାତା ସରୁୟାର ଭଗିନୀ, ନାହଶର କନ୍ୟା ଅବୀଗଲ ସହିତ ସହବାସ କରିଥିଲା।
२५अबशालोमने अमासा याला सेनापती केले. यवाबाची जागा अमासाने घेतली. अमासा इस्राएली इथ्राचा पुत्र. अमासाची आई अबीगईल. सरुवेची बहीण नाहाश हिची ही अबीगल कन्या. सरुवे यवाबाची आई.
26 ପୁଣି ଇସ୍ରାଏଲ ଓ ଅବଶାଲୋମ ଗିଲୀୟଦ ଦେଶରେ ଛାଉଣି ସ୍ଥାପନ କଲେ।
२६अबशालोम आणि त्याच्या बरोबरचे इस्राएल लोकांनी गिलाद प्रांतात मुक्काम केला.
27 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଦାଉଦ ମହନୟିମରେ ଉପସ୍ଥିତ ହୁଅନ୍ତେ, ଅମ୍ମୋନ-ସନ୍ତାନଗଣର ରବ୍ବା ନିବାସୀ ନାହଶର ପୁତ୍ର ଶୋବି ଓ ଲୋ-ଦବାର ନିବାସୀ ଅମ୍ମୀୟେଲର ପୁତ୍ର ମାଖୀର, ଆଉ ରୋଗଲୀମ ନିବାସୀ ଗିଲୀୟଦୀୟ ବର୍ସିଲ୍ଲୟ ଦାଉଦ ଓ ତାଙ୍କର ସଙ୍ଗୀ ଲୋକମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ
२७दावीद महनाईम येथे आला शोबी, माखीर आणि बर्जिल्लय तेथेच होते. नाहाशचा मुलगा शोबी हा अम्मोन्यांच्या राब्बा नगरातला होता. अम्मीएलचा मुलगा माखीर हा लो-दबार तर बर्जिल्ल्य गिलाद येथील रोगलीमचा होता.
28 ଶଯ୍ୟା, ପାନପାତ୍ର, ମୃତ୍ତିକା ପାତ୍ର, ପୁଣି ଆହାରାର୍ଥେ ଗହମ, ଯବ, ମଇଦା, ଭଜା ଶସ୍ୟ, ଶିମ, ମସୁର ଓ ଭଜା ବିରି
२८ते म्हणाले, हे वाळवंटातील लोक थकले भागलेले आणि तहानलेले भुकेलेले असे आहेत. त्यांनी दावीद आणि इतर सर्वजणांसाठी बरेचसे खायचे प्यायचे पदार्थ आणले. तसेच बिछाने, भांडीकुंडी सुध्दा ते घेऊन आले.
29 ପୁଣି ମଧୁ, ଦହି, ମେଷ ଓ ଗୋ-ଛେନା ଆଣିଲେ; ତହୁଁ ଦାଉଦ ଓ ତାଙ୍କ ସହିତ ଥିବା ଲୋକମାନେ ଖାଇଲେ; କାରଣ ସେମାନେ କହିଲେ, “ଲୋକମାନେ ପ୍ରାନ୍ତରରେ କ୍ଷୁଧିତ ଓ କ୍ଳାନ୍ତ ଓ ତୃଷିତ ହୋଇଥିବେ।”
२९गहू जव, कणीक, हुरडा, शेंगा, डाळी, वाटाणे, मध, लोणी, मेंढरे तसेच गाईच्या दुधाचे पनीर याही वस्तू त्यांनी आणल्या.

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