< ପ୍ରଥମ ରାଜାବଳୀ 11 >

1 ଶଲୋମନ ରାଜା ଫାରୋର କନ୍ୟା ଛଡ଼ା ମୋୟାବୀୟ, ଅମ୍ମୋନୀୟ, ଇଦୋମୀୟ, ସୀଦୋନୀୟ ଓ ହିତ୍ତୀୟ ଅନେକ ବିଦେଶୀୟା ସ୍ତ୍ରୀମାନଙ୍କୁ ପ୍ରେମ କଲେ;
राजा शलमोनाचे अनेक विदेशी स्त्रिंयावर प्रेम जडले होते. फारोच्या मुलीखेरीज, हित्ती, मवाबी, अम्मोनी, अदोमी, सीदोनी अशा परक्या देशातील स्त्रियांनाही त्याने आपलेसे केले.
2 ଏହି ଗୋଷ୍ଠୀୟମାନଙ୍କ ବିଷୟରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣକୁ କହିଥିଲେ, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟକୁ ଯିବ ନାହିଁ, କିଅବା ସେମାନେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟକୁ ଆସିବେ ନାହିଁ; କାରଣ ସେମାନେ ନିଶ୍ଚୟ ଆପଣା ଆପଣା ଦେବଗଣ ପ୍ରତି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ମନକୁ ବିପଥଗାମୀ କରିବେ;” ଶଲୋମନ ଏମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ପ୍ରେମରେ ଆସକ୍ତ ହେଲେ।
परमेश्वराने पूर्वीच इस्राएल लोकांस सांगितले होते “परक्या देशातील लोकांशी विवाह संबंध ठेवू नका. तसे केलेत तर ते तुम्हास त्यांच्या दैवतांच्या भजनी लावतील.” असे असूनही शलमोन या बायकांच्या प्रेमात पडला.
3 ଏଣୁ ତାଙ୍କର ସାତ ଶହ ରାଜପତ୍ନୀ ଓ ତିନି ଶହ ଉପପତ୍ନୀ ହେଲେ; ଆଉ ତାଙ୍କର ପତ୍ନୀମାନେ ତାଙ୍କର ମନକୁ ବିପଥଗାମୀ କଲେ।
त्यास सातशे स्त्रिया होत्या. (त्या सर्व इतर देशांच्या प्रमुखांच्या मुली होत्या) उपपत्नी म्हणून त्यास आणखी तीनशे दासीही होत्या. या बायकांनी त्यास देवापासून दूर जाण्यास भाग पाडले.
4 କାରଣ ଶଲୋମନ ବୃଦ୍ଧ ହୁଅନ୍ତେ ଏପରି ଘଟିଲା ଯେ, ତାଙ୍କର ପତ୍ନୀମାନେ ବିଦେଶୀୟ ଦେବତାଗଣ ପ୍ରତି ତାଙ୍କର ମନକୁ ବିପଥଗାମୀ କଲେ; ପୁଣି, ତାଙ୍କର ପିତା ଦାଉଦଙ୍କର ଅନ୍ତଃକରଣ ପରି ତାଙ୍କର ଅନ୍ତଃକରଣ ସଦାପ୍ରଭୁ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ପ୍ରତି ସିଦ୍ଧ ନୋହିଲା।
तो वृध्द झाला तेव्हा त्याच्या बायकांनी त्यास इतर दैवतांकडे वळवले. आपले वडिल दावीद याच्या प्रमाणे शलमोन परमेश्वराशी एकनिष्ठ राहिला नाही.
5 ମାତ୍ର ଶଲୋମନ ସୀଦୋନୀୟମାନଙ୍କ ଦେବୀ ଅଷ୍ଟାରୋତ୍‍ର ଓ ଅମ୍ମୋନୀୟମାନଙ୍କ ମିଲ୍‍କମ୍‍ ନାମକ ଘୃଣାଯୋଗ୍ୟ ଦେବତାର ପଶ୍ଚାତ୍‍ଗାମୀ ହେଲେ।
सीदोनी लोकांच्या अष्टारोथ देवाची शलमोनाने पूजा केली. तसेच अम्मोन्यांचे अमंगळ दैवत मिलकोम यालाही शलमोनाने भजले.
6 ପୁଣି, ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୃଷ୍ଟିରେ ଯାହା ମନ୍ଦ, ତାହା ଶଲୋମନ କଲେ ଓ ଆପଣା ପିତା ଦାଉଦଙ୍କ ପରି ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ରୂପେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ପଶ୍ଚାତ୍‍ଗାମୀ ନୋହିଲେ।
अशाप्रकारे शलमोनाने परमेश्वराच्या दृष्टीने वाईट केले. आपले वडिल दावीद यांच्याप्रमाणे तो परमेश्वरास पूर्णपणे अनुसरला नाही.
7 ତହୁଁ ଶଲୋମନ ଯିରୂଶାଲମ ସମ୍ମୁଖସ୍ଥ ପର୍ବତରେ ମୋୟାବର ଘୃଣାଯୋଗ୍ୟ କମୋଶ ନିମନ୍ତେ ଓ ଅମ୍ମୋନ-ସନ୍ତାନଗଣର ମୋଲକ୍‍ ନାମକ ଘୃଣାଯୋଗ୍ୟ ଦେବତା ନିମନ୍ତେ ଉଚ୍ଚସ୍ଥଳୀ ନିର୍ମାଣ କଲେ।
कमोश या मवाबी लोकांच्या अमंगळ दैवताच्या पूजेसाठी शलमोनाने एक पूजास्थळ बांधले. हे यरूशलेम नजीकच्या टेकडीवर होते. त्याच टेकडीवर मोलख या अम्मोनी लोकांच्या अमंगळ दैवतासाठीही एक उंच स्थान बांधले.
8 ଏହିରୂପେ ତାଙ୍କର ଯେଉଁ ବିଦେଶୀୟା ପତ୍ନୀମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ଦେବଗଣ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଧୂପ ଜ୍ୱଳାଇଲେ ଓ ବଳିଦାନ କଲେ, ସେହି ସମସ୍ତଙ୍କ ପାଇଁ ସେ ସେହିପରି କଲେ।
आपल्या इतर, प्रत्येक देशातल्या बायकांसाठीही त्याने अशीच पूजास्थळे बांधली. त्या आपापल्या ठिकाणी धूप जाळत आणि आपापल्या दैवतांसाठी यज्ञ करत.
9 ଏହେତୁ ସଦାପ୍ରଭୁ ଶଲୋମନଙ୍କ ପ୍ରତି କ୍ରୁଦ୍ଧ ହେଲେ, କାରଣ ତାଙ୍କର ଅନ୍ତଃକରଣ ସଦାପ୍ରଭୁ ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କଠାରୁ ବିମୁଖ ହୋଇଥିଲା; ସଦାପ୍ରଭୁ ତାଙ୍କୁ ଦୁଇ ଥର ଦର୍ଶନ ଦେଇଥିଲେ
इस्राएलचा देव परमेश्वर याच्यापासून शलमोन परावृत्त झाला. तेव्हा परमेश्वराचा शलमोनावर कोप झाला. परमेश्वराने शलमोनाला दोनदा दर्शन दिले होते.
10 ଓ ସେହି ବିଷୟରେ ଆଜ୍ଞା କରି ଅନ୍ୟ ଦେବଗଣର ପଶ୍ଚାତ୍‍ଗାମୀ ହେବାକୁ ନିଷେଧ କରିଥିଲେ; ମାତ୍ର ସଦାପ୍ରଭୁ ଯାହା ଆଜ୍ଞା କଲେ, ତାହା ସେ ପ୍ରତିପାଳନ କଲେ ନାହିଁ।
१०इतर दैवतांच्या मागे त्याने जाऊ नये असे बजावले होते. पण शलमोनाने परमेश्वराच्या या आज्ञेचे उल्लंघन केले.
11 ଏହେତୁ ସଦାପ୍ରଭୁ ଶଲୋମନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭ ଦ୍ୱାରା ଏହିପରି ହେବାରୁ ଓ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ଆପଣାର ଯେଉଁ ନିୟମ ଓ ବିଧି ଆଜ୍ଞା କଲୁ, ତାହା ତୁମ୍ଭେ ପାଳନ ନ କରିବାରୁ ଆମ୍ଭେ ନିଶ୍ଚୟ ତୁମ୍ଭଠାରୁ ରାଜ୍ୟ ଚିରି ନେଇ ତୁମ୍ଭ ଦାସକୁ ଦେବା।
११तेव्हा परमेश्वर शलमोनाला म्हणाला, “तू आपण होऊन आपल्या कराराचा भंग केला आहेस. माझी आज्ञा तू पाळली नाहीस. तेव्हा तुझ्याकडून राज्य हिसकावून घेण्याची मी प्रतिज्ञा करतो. तुझ्या सेवकाला मी ते देईन.
12 ତଥାପି ତୁମ୍ଭ ପିତା ଦାଉଦଙ୍କ ସକାଶୁ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭ ସମୟରେ ଏହା କରିବା ନାହିଁ; ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭ ପୁତ୍ର ହସ୍ତରୁ ତାହା ଚିରି ନେବା।
१२पण तुझे वडिल दावीद यांच्यावर माझे प्रेम होते. त्याखातर तू हयात असेपर्यंत मी तुलाच राज्यावर ठेवीन तुझा पुत्र गादीवर बसेपर्यंत वाट पाहीन. मग त्याच्याकडून ते घेईन.
13 ତଥାପି ସମୁଦାୟ ରାଜ୍ୟ ଚିରି ନେବା ନାହିଁ; ମାତ୍ର ଆମ୍ଭ ଦାସ ଦାଉଦ ସକାଶୁ ଓ ଆମ୍ଭର ମନୋନୀତ ଯିରୂଶାଲମ ସକାଶୁ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭ ପୁତ୍ରକୁ ଏକ ଗୋଷ୍ଠୀ ଦେବା।”
१३तरी सगळेच राज्य हिसकावून घेणार नाही. एकाच घराण्यावर त्याची सत्ता ठेवीन. दाविदासाठी मी एवढे करीन. तो माझा आवडता सेवक होता. तसेच यरूशलेमेसाठी मला एवढे केले पाहिजे कारण ते नगर मी निवडले आहे.”
14 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଇଦୋମୀୟ ହଦଦ୍‍କୁ ଶଲୋମନଙ୍କର ବିପକ୍ଷ କରି ଉତ୍ପନ୍ନ କଲେ; ସେ ଇଦୋମୀୟ ରାଜବଂଶଜ ଥିଲେ।
१४आणि मग परमेश्वराने अदोमी हदादला शलमोनाचा शत्रू केले. हदाद अदोमाच्या राजघराण्यातला होता.
15 ଯେତେବେଳେ ଦାଉଦ ଇଦୋମରେ ଥିଲେ ଓ ଯୋୟାବ ସେନାପତି ହତ ଲୋକମାନଙ୍କୁ କବର ଦେବା ପାଇଁ ଯାଇ ଇଦୋମର ପ୍ରତ୍ୟେକ ପୁରୁଷକୁ ଆଘାତ କରିଥିଲା;
१५त्याचे असे झाले दाविदाने पूर्वी अदोमाचा पराभव केला होता. यवाब तेव्हा दाविदाचा सेनापती होता. तो अदोम येथे मृतांचे दफन करायला गेला. तेव्हा त्याने अदोमातील सर्वांची कत्तल केली होती.
16 ସେତେବେଳେ ଯୋୟାବ ଓ ସମଗ୍ର ଇସ୍ରାଏଲ ଇଦୋମର ପ୍ରତ୍ୟେକ ପୁରୁଷକୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ ନ କରିବା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଛଅ ମାସ କାଳ ସେଠାରେ ରହିଥିଲେ;
१६यवाब आणि सर्व इस्राएल लोक यांनी अदोम येथे सहा महिने मुक्काम केला. त्या काळात त्यांनी अदोम येथे कुणाही पुरुषाला जिवंत ठेवले नाही.
17 ସେସମୟରେ ହଦଦ୍‍ ଓ ତାହା ସଙ୍ଗେ ତାହା ପିତାର ଦାସ କେତେକ ଇଦୋମୀୟ ଲୋକ ମିସରକୁ ପଳାଇ ଯାଇଥିଲେ; ସେତେବେଳେ ହଦଦ୍‍ ସାନ ବାଳକ ଥିଲା।
१७हदाद त्यावेळी अगदी लहान होता. तेव्हा तो मिसर येथे पळून गेला. त्याच्या वडिलांचे काही अदोमी सेवकही त्याच्याबरोबर गेले.
18 ସେମାନେ ମିଦୀୟନଠାରୁ ଉଠି ପାରଣକୁ ଆସିଲେ; ପୁଣି, ପାରଣରୁ ସଙ୍ଗରେ ଲୋକ ନେଇ ମିସରରେ ମିସରର ରାଜା ଫାରୋ ନିକଟରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲେ; ସେ ତାହାକୁ ଗୃହ ଦେଇ ତାହା ପାଇଁ ଖାଦ୍ୟସାମଗ୍ରୀ ନିରୂପଣ କରି ତାହାକୁ ଭୂମି ଦେଲା।
१८मिद्यानाहून पुढे ते सर्व पारान येथे गेले. तिथे त्यांना आणखी काही जण येऊन मिळाले. मग हे सगळे लोक मिळून मिसरला गेले. मिसरचा राजा फारो याच्याकडे त्यांनी आश्रय घेतला. फारोने हदादला राहायला एक घर आणि थोडी जमीन देऊ केली. त्याच्या अन्नवस्त्राची सोय केली.
19 ପୁଣି, ହଦଦ୍‍ ଫାରୋ ଦୃଷ୍ଟିରେ ଅତିଶୟ ଅନୁଗ୍ରହ ପାଇଲା, ତେଣୁ ସେ ଆପଣା ଭାର୍ଯ୍ୟା ତହପନେଷ୍‍ ରାଣୀର ଭଗିନୀକୁ ତାହା ସଙ୍ଗେ ବିବାହ ଦେଲା;
१९फारोची हदादवर मर्जी बसली. तेव्हा त्याने आपल्या मेहुणीशी त्याचे लग्नही लावून दिले. त्याची राणी तहपनेस हिची ती बहीण होती.
20 ଏଉତ୍ତାରେ ତହପନେଷ୍‍ର ଭଗିନୀ ତାହାର ଔରସରେ ଗନୁବତ୍‍ ନାମକ ପୁତ୍ର ପ୍ରସବ କଲା, ତହିଁରେ ତହପନେଷ୍‍ ଫାରୋର ଗୃହରେ ତାହାର ସ୍ତନ୍ୟତ୍ୟାଗ କରାଇଲା; ଆଉ ଗନୁବତ୍‍ ଫାରୋର ଗୃହରେ ଫାରୋର ପୁତ୍ରମାନଙ୍କ ସଙ୍ଗରେ ରହିଲା।
२०या तहपनेसच्या बहिणीचे हदादशी लग्न झाले. त्यांना गनुबथ नावाचा पुत्र झाला. राणी तहपनेसच्या संमतीने तो राजवाड्यात फारोच्या मुलांबरोबरच वाढला.
21 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଦାଉଦ ଆପଣା ପିତୃଲୋକଙ୍କ ସହିତ ଶୟନ କରିଅଛି ଓ ସେନାପତି ଯୋୟାବ ମରିଅଛି, ଏହି ସମାଚାର ହଦଦ୍‍ ମିସରରେ ଶୁଣନ୍ତେ ଫାରୋକୁ କହିଲା, “ମୋତେ ପ୍ରସ୍ଥାନ କରିବାକୁ ଅନୁମତି ଦେଉନ୍ତୁ, ମୁଁ ସ୍ୱଦେଶକୁ ଯିବି।”
२१दाविदाच्या मृत्यूची खबर हदादने मिसरमध्ये ऐकली. सेनापती यवाब मरण पावल्याचेही त्यास कळले. तेव्हा हदाद राजा फारोला म्हणाला, “मला माझ्या मायदेशी परत जाऊ दे.”
22 ତହିଁରେ ଫାରୋ ତାହାକୁ କହିଲା, “ମାତ୍ର ମୋʼ ସଙ୍ଗେ ଥାଇ ତୁମ୍ଭର କି ଅଭାବ ହେଲା ଯେ, ଦେଖ, ତୁମ୍ଭେ ସ୍ୱଦେଶକୁ ଯିବା ପାଇଁ ବାଞ୍ଛା କରୁଅଛ?” ଏଥିରେ ସେ ଉତ୍ତର କଲା, “କିଛି ନାହିଁ; ତଥାପି କୌଣସିମତେ ପ୍ରସ୍ଥାନ କରିବା ପାଇଁ ମୋତେ ଅନୁମତି ଦେଉନ୍ତୁ।”
२२तेव्हा फारो त्यास म्हणाला, “येथे तुला हवे ते सर्वकाही मी दिले आहे. असे असताना तू परत का जातोस?” तेव्हा “हदादने पुन्हा जाऊ देण्याबद्दल विनंती केली.”
23 ଆହୁରି ପରମେଶ୍ୱର ଇଲୀୟାଦାର ପୁତ୍ର ରଷୋଣକୁ ଶଲୋମନଙ୍କର ଅନ୍ୟ ଏକ ବିପକ୍ଷ କରି ଉତ୍ପନ୍ନ କଲେ, ସେ ଲୋକ ଆପଣା ପ୍ରଭୁ ସୋବାର ରାଜା ହଦଦେଷର ନିକଟରୁ ପଳାଇ ଯାଇଥିଲା;
२३देवाने शलमोनासाठी आणखी एक शत्रू निर्माण केला. तो म्हणजे रजोन. हा एल्यादाचा पुत्र. सोबाचा राजा हददेर याचा रजोन हा सेवक होता. त्याच्याकडून तो पळाला.
24 ଯେଉଁ ସମୟରେ ଦାଉଦ ସୋବାର ଲୋକମାନଙ୍କୁ ବଧ କଲେ, ସେସମୟରେ ସେ ଆପଣା ନିକଟରେ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ସଂଗ୍ରହ କରି ଏକ ଦଳପତି ହୋଇଥିଲା; ତହିଁ ଉତ୍ତାରେ ସେମାନେ ଦମ୍ମେଶକକୁ ଯାଇ ସେଠାରେ ବାସ କରି ଦମ୍ମେଶକରେ ରାଜ୍ୟ କଲେ।
२४दाविदाने सोबाच्या सैन्याचा पाडाव केल्यानंतर, रजोनाने काही माणसे जमवली आणि त्या टोळीचा तो नायक बनला. दिमिष्कामध्ये जाऊन मग तो राहिला. तिथला राजा झाला.
25 ଆଉ ସେ ହଦଦ୍‍ର କୃତ ମନ୍ଦ କର୍ମ ଛଡ଼ା ଶଲୋମନଙ୍କର ଯାବଜ୍ଜୀବନ ଇସ୍ରାଏଲର ବିପକ୍ଷ ହୋଇଥିଲା; ସେ ଇସ୍ରାଏଲକୁ ଘୃଣା କରି ଅରାମ ଉପରେ ରାଜ୍ୟ କଲା।
२५अरामावर रजोनाने राज्य केले. इस्राएलाबद्दल त्यास चीड होती, तेव्हा शलमोनाच्या संपूर्ण कारकिर्दीत त्याचे इस्राएलशी वैरच होते. हदाद आणि रजोन यांनी मिळून इस्राएलाला बराच त्रास दिला.
26 ପୁଣି, ସରେଦା ନିବାସୀ ଇଫ୍ରୟିମୀୟ ନବାଟର ପୁତ୍ର ଶଲୋମନଙ୍କର ଦାସ ଯାରବୀୟାମ ମଧ୍ୟ ରାଜାଙ୍କର ପ୍ରତିକୂଳରେ ଆପଣା ହସ୍ତ ଉଠାଇଲେ; ତାଙ୍କର ମାତାର ନାମ ସରୁୟା, ସେ ଏକ ବିଧବା ସ୍ତ୍ରୀ ଥିଲା।
२६नबाट याचा पुत्र यराबाम हा शलमोनाचा एक सेवक. हा एफ्राईम घराण्यातला असून सरेदा नगरातील होता. याच्या आईचे नाव सरुवा. त्याचे वडिल वारले होते. हा यराबाम पुढे राजाच्या विरुध्द गेला.
27 ରାଜାଙ୍କ ପ୍ରତିକୂଳରେ ତାଙ୍କର ହସ୍ତ ଉଠାଇବାର କାରଣ ଏହି; ଶଲୋମନ ମିଲ୍ଲୋ ଦୃଢ଼ କରୁଥିଲେ ଓ ଆପଣା ପିତା ଦାଉଦଙ୍କ ନଗରର ଭଗ୍ନ ସ୍ଥାନ ପୁନଃନିର୍ମାଣ କରୁଥିଲେ।
२७त्याची कथा अशी. मिल्लोचे बांधकाम आणि दावीद राजाच्या नगराच्या तटबंदीला पडलेली खिंडारे बुजवण्याचे काम शलमोन करून घेत होता.
28 ସେସମୟରେ ଯାରବୀୟାମ ମହାବିକ୍ରମଶାଳୀ ପୁରୁଷ ଥିଲେ; ଏଣୁ ଶଲୋମନ ସେହି ଯୁବା ଲୋକଙ୍କୁ ପରିଶ୍ରମୀ ଦେଖି ଯୋଷେଫ ବଂଶୀୟ ଲୋକମାନଙ୍କ ସମୁଦାୟ କର୍ମଭାର ତାଙ୍କ ଉପରେ ଅର୍ପଣ କଲେ।
२८यराबाम हा अंगापिडाने मजबूत होता. हा या कामाला चांगला असल्याचे शलमोनाने हेरले आणि त्यास योसेफ घराण्यातील कामगारांचा अधीक्षक म्हणून नेमले.
29 ଘଟଣାକ୍ରମେ ସେହି ସମୟରେ ଯାରବୀୟାମ ଯିରୂଶାଲମର ବାହାରକୁ ଯାʼନ୍ତେ, ପଥରେ ଶୀଲୋନୀୟ ଅହୀୟ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା ତାଙ୍କର ଦେଖା ପାଇଲା; ଅହୀୟ ଆପଣାକୁ ନୂତନ ବସ୍ତ୍ରରେ ଆଚ୍ଛାଦନ କରିଥିଲା ଓ କ୍ଷେତ୍ରରେ କେବଳ ସେ ଦୁହେଁ ଥିଲେ।
२९एकदा यराबाम यरूशलेमेच्या बाहेर गेला होता. तेव्हा त्यास शिलो येथील अहीया नावाचा संदेष्टा वाटेत भेटला. अहीयाने नवीन अंगरखा घातला होता. या दोघांखेरीज तेव्हा त्या भागात आणखी कोणी नव्हते.
30 ତହିଁରେ ଅହୀୟ ଆପଣା ଦେହର ନୂତନ ବସ୍ତ୍ର ଧରି ବାରଖଣ୍ଡ କରି ଚିରିଲା।
३०अहीयाने आपला अंगरखा काढला आणि त्याचे फाडून बारा तुकडे केले.
31 ଆଉ ଯାରବୀୟାମଙ୍କୁ କହିଲା, “ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପାଇଁ ଦଶ ଖଣ୍ଡ ନିଅ; କାରଣ ସଦାପ୍ରଭୁ ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର ଏହି କଥା କହନ୍ତି, ‘ଦେଖ, ଆମ୍ଭେ ଶଲୋମନର ହସ୍ତରୁ ରାଜ୍ୟ ଚିରି ନେବା ଓ ତୁମ୍ଭକୁ ଦଶ ଗୋଷ୍ଠୀ ଦେବା।
३१मग अहीया यराबामाला म्हणाला, “यातले दहा तुकडे तू स्वत: जवळ ठेव. इस्राएलचा देव परमेश्वर याने सांगितले आहे शलमोनाच्या हातातून राज्य काढून घेऊन त्यातील दहा वंशाचा अधिकार मी तुला देईन.
32 ମାତ୍ର ଆମ୍ଭ ଦାସ ଦାଉଦ ସକାଶୁ ଓ ଇସ୍ରାଏଲର ସମସ୍ତ ଗୋଷ୍ଠୀ ମଧ୍ୟରୁ ଆମ୍ଭର ମନୋନୀତ ନଗର ଯିରୂଶାଲମ ସକାଶୁ ସେ ଏକ ଗୋଷ୍ଠୀ ପାଇବ।
३२आणि दाविदाच्या घराण्यात फक्त एकाच वंशाची मालकी शिल्लक ठेवीन. माझा सेवक दावीद आणि हे यरूशलेम नगर यांच्या खातर मी एवढे करीन. इस्राएलाच्या सर्व वंशांतून मी यरूशलेम नगराची निवड केली आहे.
33 ଯେହେତୁ ସେମାନେ ଆମ୍ଭକୁ ପରିତ୍ୟାଗ କରି ସୀଦୋନୀୟମାନଙ୍କ ଅଷ୍ଟାରୋତ୍‍ ଦେବୀକି ଓ ମୋୟାବର କମୋଶ ଦେବକୁ ଓ ଅମ୍ମୋନ-ସନ୍ତାନଗଣର ମିଲ୍‍କମ୍‍ ଦେବକୁ ପ୍ରଣାମ କରିଅଛନ୍ତି; ପୁଣି, ଆପଣା ପିତା ଦାଉଦ ଯେପରି ଆମ୍ଭ ଦୃଷ୍ଟିରେ ନ୍ୟାୟ ବ୍ୟବହାର କଲା ଓ ଆମ୍ଭର ବିଧି ଓ ଆମ୍ଭର ଶାସନ ପାଳନ କଲା, ସେପରି କରିବାକୁ ସେମାନେ ଆମ୍ଭ ପଥରେ ଚାଲି ନାହାନ୍ତି।
३३शलमोनाने माझा त्याग केला म्हणून मी त्याच्याकडून राज्य काढून घेणार आहे. सीदोन्यांची देवी अष्टारोथ, मवाबाचा कमोश, अम्मोन्याचा मिलकोम या परकीय दैवतांचे तो भजन पूजन करतो. जे योग्य आणि न्याय्य ते आता तो करत नाही. माझ्या आज्ञा आणि नियम तो पाळत नाही. त्याचे वडिल दावीद ज्या पध्दतीने जगले तसे याचे नाही.
34 ତଥାପି ଆମ୍ଭେ ସମୁଦାୟ ରାଜ୍ୟ ତାହା ହସ୍ତରୁ ନେବା ନାହିଁ, ମାତ୍ର ଆମ୍ଭ ମନୋନୀତ ଦାସ ଯେଉଁ ଦାଉଦ ଆମ୍ଭର ଆଜ୍ଞା ଓ ଆମ୍ଭର ବିଧିସକଳ ପାଳନ କଲା, ତାହା ସକାଶୁ ତାହାକୁ ଯାବଜ୍ଜୀବନ ଅଧିପତି କରି ରଖିବା;
३४तेव्हा आता त्याच्या घराण्यातून मी सत्ता काढून घेत आहे. मात्र शलमोन जिवंत असेपर्यंत तोच गादीवर अधिपती राहील. माझा सेवक दावीद याच्याखातर मी एवढे करीन. माझे सर्व नियम आणि आज्ञा दाविदाने पाळल्या म्हणून मी त्यास निवडले.
35 ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେ ତାହାର ପୁତ୍ର ହସ୍ତରୁ ରାଜ୍ୟ ନେବା ଓ ତାହା, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଦଶ ଗୋଷ୍ଠୀ ତୁମ୍ଭକୁ ଦେବା।
३५पण त्याच्या मुलाच्या हातून मी राज्य काढून घेणार आहे आणि यराबाम, दहा घराण्यावरील सत्ता मी तुझ्या हाती सोपवीन.
36 ଆଉ ଆମ୍ଭେ ଆପଣା ନାମ ସ୍ଥାପନ କରିବା ପାଇଁ ଯେଉଁ ନଗର ମନୋନୀତ କରିଅଛୁ, ସେହି ଯିରୂଶାଲମରେ ଯେପରି ଆମ୍ଭ ଦାସ ଦାଉଦର ପ୍ରଦୀପ ଆମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରେ ସର୍ବଦା ରହିବ, ଏଥିପାଇଁ ତାହାର ପୁତ୍ରକୁ ଏକ ଗୋଷ୍ଠୀ ଦେବା।
३६शलमोनाच्या मुलाची एका वंशावरील सत्ता तशीच अबाधित ठेवीन. म्हणजे यरूशलेमामध्ये माझा सेवक दावीद याचा वंशजच सतत राज्य करील. यरूशलेम हे नगर मी आपले स्वत: चे म्हणून निवडले.
37 ପୁଣି, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ଗ୍ରହଣ କରିବା, ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପ୍ରାଣର ସମସ୍ତ ବାଞ୍ଛାନୁସାରେ ରାଜ୍ୟ କରି ଇସ୍ରାଏଲ ଉପରେ ରାଜା ହେବ।
३७बाकी तुला हवे तेथे तू राज्य करशील. सर्व इस्राएलवर तुझी सत्ता चालेल.
38 ଆଉ ଯେବେ ତୁମ୍ଭେ ଆମ୍ଭ ଦାସ ଦାଉଦ ପରି ଆମ୍ଭର ସମସ୍ତ ଆଦେଶରେ ମନୋଯୋଗ କରିବ, ଆମ୍ଭ ବିଧି ଓ ଆଜ୍ଞା ପାଳନ କରିବା ପାଇଁ ଆମ୍ଭ ପଥରେ ଚାଲିବ ଓ ଆମ୍ଭ ଦୃଷ୍ଟିରେ ନ୍ୟାୟ ବ୍ୟବହାର କରିବ, ତେବେ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭର ସହବର୍ତ୍ତୀ ହେବା ଓ ଆମ୍ଭେ ଯେପରି ଦାଉଦ ପାଇଁ କଲୁ, ସେପରି ତୁମ୍ଭ ପାଇଁ ଏକ ଦୃଢ଼ ଗୃହ ନିର୍ମାଣ କରିବା ଓ ତୁମ୍ଭକୁ ଇସ୍ରାଏଲ ଦେବା।
३८माझ्या आज्ञांचे पालन करत तू योग्य मार्गाने आयुष्य घालवलेस तर मी हे तुला देईन. दाविदाप्रमाणे माझी सर्व आज्ञा आणि नियम पाळलेस तर माझी तुला साथ असेल. दाविदा प्रमाणेच तुझ्याही घराण्याला मी राजघराणे करीन. इस्राएल तुला देईन.
39 ଆମ୍ଭେ ଏହି କର୍ମ ସକାଶୁ ଦାଉଦ-ବଂଶକୁ କ୍ଳେଶ ଦେବା, ମାତ୍ର ସଦାକାଳ ନୁହେଁ।’”
३९यामुळे मी दाविदाच्या वर्तणुकीची शिक्षा मी त्याच्या मुलांना करीन. पण काही काळापुरती, सर्वकाळ नव्हे.”
40 ଉକ୍ତ କାରଣରୁ ଶଲୋମନ ଯାରବୀୟାମଙ୍କୁ ବଧ କରିବାକୁ ଚେଷ୍ଟା କଲେ; ମାତ୍ର ଯାରବୀୟାମ ଉଠି ମିସରକୁ ମିସରୀୟ ରାଜା ଶୀଶକ୍‍ ନିକଟକୁ ପଳାଇଲେ ଓ ଶଲୋମନଙ୍କର ମରଣ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ମିସରରେ ରହିଲେ।
४०शलमोनाने यराबामाच्या वधाचा प्रयत्न केला. पण यराबामाने मिसरला पलायन केले. मिसरचा राजा शिशक याच्याकडे तो गेला. शलमोनाच्या मृत्यूपर्यंत यराबाम तिथेच राहिला.
41 ଶଲୋମନଙ୍କର ଅବଶିଷ୍ଟ ବିଷୟ ଓ ତାଙ୍କର ସମସ୍ତ କୃତ କର୍ମ ଓ ତାଙ୍କର ଜ୍ଞାନ କି ଶଲୋମନ ବିଷୟକ ପୁସ୍ତକରେ ଲିଖିତ ହୋଇ ନାହିଁ?
४१शलमोनाने सत्तेवर असताना बऱ्याच मोठमोठ्या आणि सुज्ञपणाच्या गोष्टी केल्या. शलमोनचा इतिहास या पुस्तकात त्या सर्व लिहिलेल्या नाहीत काय?
42 ଶଲୋମନ ଚାଳିଶ ବର୍ଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯିରୂଶାଲମରେ ସମୁଦାୟ ଇସ୍ରାଏଲ ଉପରେ ରାଜ୍ୟ କଲେ।
४२यरूशलेमेतून शलमोनाने सर्व इस्राएलवर चाळीस वर्षे राज्य केले
43 ତହିଁ ଉତ୍ତାରେ ଶଲୋମନ ମୃତ୍ୟୁବରଣ କଲେ ପୁଣି ଆପଣା ପିତୃଲୋକଙ୍କର ସହିତ ଆପଣା ପିତା ଦାଉଦ-ନଗରରେ କବର ପାଇଲେ; ତହୁଁ ତାଙ୍କ ପୁତ୍ର ରିହବୀୟାମ ତାଙ୍କର ପଦରେ ରାଜ୍ୟ କଲେ।
४३मग शलमोन मरण पावला तेव्हा त्याच्या पूर्वजांशेजारी दावीद याच्या नगरामध्ये त्याचे दफन करण्यात आले. त्याच्या ठिकाणी रहबाम राज्य करू लागला.

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