< ପ୍ରଥମ ବଂଶାବଳୀ 29 >
1 ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଦାଉଦ ରାଜା ସମଗ୍ର ସମାଜକୁ କହିଲେ, “ପରମେଶ୍ୱର ଆମ୍ଭ ପୁତ୍ର ଶଲୋମନଙ୍କୁ ଏକା ମନୋନୀତ କରିଅଛନ୍ତି, ସେ ଏବେ ମଧ୍ୟ ଅଳ୍ପ ବୟସ୍କ ଓ କୋମଳ, ପୁଣି, କାର୍ଯ୍ୟ ଅତି ବଡ଼; କାରଣ ଏହି ପ୍ରାସାଦ ମନୁଷ୍ୟ ପାଇଁ ନୁହେଁ, ମାତ୍ର ସଦାପ୍ରଭୁ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ଅଟେ।
१राजा दावीद सर्व इस्राएल समुदायाला म्हणाला, “माझा पुत्र शलमोन यालाच देवाने निवडले आहे. तो अजून सुकुमार व अनुभवी आहे. पण हे काम फार महत्वाचे आहे. हे भवन काही मनुष्यांसाठी नव्हे तर परमेश्वर देवासाठी आहे.
2 ଏବେ ମୁଁ ଆପଣାର ସମସ୍ତ ଶକ୍ତିରେ ମୋʼ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଗୃହ ନିମନ୍ତେ ପ୍ରଚୁର ରୂପେ ସ୍ୱର୍ଣ୍ଣମୟ ଦ୍ରବ୍ୟ ପାଇଁ ସୁନା ଓ ରୌପ୍ୟମୟ ଦ୍ରବ୍ୟ ପାଇଁ ରୂପା ଓ ପିତ୍ତଳମୟ ଦ୍ରବ୍ୟ ପାଇଁ ପିତ୍ତଳ, ଲୌହମୟ ଦ୍ରବ୍ୟ ପାଇଁ ଲୁହା ଓ କାଷ୍ଠମୟ ଦ୍ରବ୍ୟ ପାଇଁ କାଷ୍ଠ; ଗୋମେଦକ ମଣି ଓ ଖଚନାର୍ଥକ ପ୍ରସ୍ତର, ଜଡ଼ିତ-କର୍ମାର୍ଥକ ପ୍ରସ୍ତର ଓ ନାନା ବର୍ଣ୍ଣର ପ୍ରସ୍ତର ଓ ସର୍ବପ୍ରକାର ବହୁମୂଲ୍ୟ ପ୍ରସ୍ତର ଓ ମର୍ମର ପ୍ରସ୍ତର ଆୟୋଜନ କରିଅଛି।
२माझ्या देवाच्या मंदिरासाठी मी माझ्या शक्तीने सर्वोत्तम सोन्याच्या वस्तूंसाठी सोने व चांदीच्या वस्तूसाठी चांदी, पितळेच्या वस्तूसाठी पितळ, लोखंडाच्या वस्तूंसाठी लोखंड, लाकडी सामानासाठी लाकूड, जडावाच्या कामासाठी गोमेद, पाषाण, विविधरंगी मौल्यवाने रत्ने आणि संगमरवरी दगड हे ही विपुलतेने दिले आहे.
3 ଆହୁରି ମଧ୍ୟ ମୁଁ ଏହି ପବିତ୍ର ଗୃହ ନିମନ୍ତେ ଯାହାସବୁ ଆୟୋଜନ କରିଅଛି, ତାହା ଛଡ଼ା ଓ ତହିଁ ଉପରେ ମୋʼ ନିଜର ସୁନା ଓ ରୂପାର ଭଣ୍ଡାର ଅଛି, ଆଉ ମୁଁ ମୋʼ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଗୃହ ପ୍ରତି ଆପଣା ମନ ଆସକ୍ତ କରିଥିବାରୁ ମୁଁ ତାହାସବୁ ଆପଣା ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଗୃହ ନିମନ୍ତେ ଦେଉଅଛି।
३आता कारण मी माझे चित्त देवाच्या मंदिराकडे लावले आहे. म्हणून पवित्र मंदिरासाठी मी जी ही तयारी केली त्याशिवाय आणखी माझा वैयक्तिक सोन्या, रुप्याचा ठेवाही देत आहे.
4 ଅର୍ଥାତ୍, ଗୃହର କାନ୍ଥରେ ମଡ଼ାଇବା ପାଇଁ ଓଫୀରର ସ୍ୱର୍ଣ୍ଣରୁ ତିନି ହଜାର ତାଳନ୍ତ ସ୍ୱର୍ଣ୍ଣ ଓ ସାତ ହଜାର ତାଳନ୍ତ ନିର୍ମଳ ରୂପା;
४तीन हजार किक्कार ओफीरचे शुध्द सोने, सात हजार किक्कार निर्भेळ रुपे मी दिले. मंदिराच्या भिंती या रुप्याने झाकायच्या आहेत.
5 ସ୍ୱର୍ଣ୍ଣମୟ ଦ୍ରବ୍ୟ ନିମନ୍ତେ ସୁନା ଓ ରୌପ୍ୟମୟ ଦ୍ରବ୍ୟ ନିମନ୍ତେ ରୂପା ଓ ଶିଳ୍ପକାରମାନଙ୍କ ହସ୍ତରେ ଯାହା ଯାହା କରାଯିବ, ସେହି ସବୁ ପ୍ରକାରର କାର୍ଯ୍ୟ ନିମନ୍ତେ ଦେଉଅଛି। ଅତଏବ, ଆଜି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଆପଣାକୁ ପ୍ରତିଷ୍ଠା କରିବାକୁ କିଏ ସ୍ୱେଚ୍ଛାରେ ଉଦ୍ୟତ ଅଛି?”
५कुशल कारागिरांनी मंदिरातील तऱ्हेतऱ्हेच्या वस्तू कराव्या म्हणून त्यासाठी लागणारे सोने व रुपे मी दिले. आता तुम्हा इस्राएलीं पैकी किती जण आज परमेश्वरासाठी काही द्यायला तयार आहात?”
6 ତେବେ ପିତୃବଂଶର ଅଧିପତିମାନେ ଓ ଇସ୍ରାଏଲୀୟ ଗୋଷ୍ଠୀସମୂହର ଅଧିପତିମାନେ, ଆଉ ସହସ୍ର ଓ ଶତପତିମାନେ, ପୁଣି, ରାଜକାର୍ଯ୍ୟ-ଶାସକମାନେ ସ୍ୱେଚ୍ଛାରେ ଦାନ କଲେ;
६तेव्हा, वडीलधारी मंडळी, इस्राएल वंशाचे प्रमुख सरदार, अधिकारी, राजसेवेतील कारभारी यासर्वांनी आपापल्या बहुमोल वस्तू देणगीदाखल दिल्या.
7 ଆଉ ସେମାନେ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଗୃହର ସେବା ନିମନ୍ତେ ପାଞ୍ଚ ହଜାର ତାଳନ୍ତ ସ୍ୱର୍ଣ୍ଣ, ଦଶ ହଜାର ଡାରିକ୍ ମୁଦ୍ରା, ଦଶ ହଜାର ତାଳନ୍ତ ରୂପା, ଅଠର ହଜାର ତାଳନ୍ତ ପିତ୍ତଳ ଓ ଏକ ଲକ୍ଷ ତାଳନ୍ତ ଲୁହା ଦେଲେ।
७देवाच्या निवासस्थानाच्या सेवेसाठी त्यांनी दिलेल्या वस्तू पाच हजार किक्कार सोने, दहा हजार किक्कार रुपे, अठरा हजार किक्कार पितळ, आणि एक लाख किक्कार लोखंड दिले.
8 ପୁଣି, ଯେଉଁମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ବହୁମୂଲ୍ୟ ପ୍ରସ୍ତରାଦି ମିଳିଲା, ସେମାନେ ଗେର୍ଶୋନୀୟ ଯିହୀୟେଲର ହସ୍ତାଧୀନ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଭଣ୍ଡାର ଗୃହରେ ତାହାସବୁ ଦେଲେ।
८ज्यांच्याकडे मौल्यवान रत्ने होती त्यांनी ती परमेश्वराच्या मंदिरासाठी दिली. गेर्षोन घराण्यातील यहीएल याच्या हाती ती दिली.
9 ତହିଁରେ ଲୋକମାନେ ସ୍ୱେଚ୍ଛାପୂର୍ବକ ଦାନ କରିବାରୁ ଆନନ୍ଦ କଲେ, କାରଣ, ସେମାନେ ସିଦ୍ଧଚିତ୍ତରେ ସ୍ୱେଚ୍ଛାପୂର୍ବକ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଦାନ କଲେ; ପୁଣି, ଦାଉଦ ରାଜା ମଧ୍ୟ ମହାନନ୍ଦରେ ଆନନ୍ଦ କଲେ।
९या सर्व लोकांनी अगदी मनापासून स्वखुशीने परमेश्वरास अर्पण दिले. त्यामुळे सर्वानी आनंद केला. राजा दावीदही फार आनंदीत झाला.
10 ଏହେତୁ ଦାଉଦ ସମଗ୍ର ସମାଜ ସାକ୍ଷାତରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ଧନ୍ୟବାଦ କଲେ; ଆଉ ଦାଉଦ କହିଲେ, “ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପିତା ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର, ତୁମ୍ଭେ ସଦାକାଳ ଧନ୍ୟ।
१०त्या समुदायापुढे दावीदाने परमेश्वराचे स्तुतिगीत म्हटले, “हे परमेश्वरा, इस्राएलाच्या देवा, आमच्या पित्या, सदासर्वकाळ तू धन्य आहेस.”
11 ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ମହତ୍ତ୍ୱ, ପରାକ୍ରମ, ଶୋଭା, ଜୟ ଓ ପ୍ରତାପ ତୁମ୍ଭର; କାରଣ, ସ୍ୱର୍ଗ ଓ ପୃଥିବୀରେ ଥିବା ସମସ୍ତ ବିଷୟ ତୁମ୍ଭର; ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ରାଜ୍ୟ ତୁମ୍ଭର ଓ ତୁମ୍ଭେ ସକଳର ଉପରେ ମସ୍ତକ ରୂପେ ଉନ୍ନତ ଅଟ।
११हे परमेश्वरा, महिमा, पराक्रम, शोभा, विजय आणि वैभव ही सर्व तुझीच आहेत कारण आकाशात व पृथ्वीवर जे काही आहे ते तुझेच आहे. हे परमेश्वरा, हे राज्य तुझेच आहे. या सगळ्याहून उच्च पदास पोहचलेला तूच आहेस.
12 ତୁମ୍ଭଠାରୁ ଧନ ଓ ସମ୍ଭ୍ରମ ଆସେ, ଆଉ ତୁମ୍ଭେ ସମସ୍ତଙ୍କ ଉପରେ କର୍ତ୍ତୃତ୍ୱ କରୁଅଛ; ବଳ ଓ ପରାକ୍ରମ ତୁମ୍ଭ ହସ୍ତରେ ଅଛି; ପୁଣି, ମହାନ କରିବାର ଓ ସମସ୍ତଙ୍କୁ ବଳ ଦେବାର ତୁମ୍ଭର ହସ୍ତାଧୀନ ଅଟେ।
१२संपत्ती आणि सन्मानही तुझ्याकडून आहेत. तूच सर्वांवर अधिकार करतोस. सत्ता आणि सामर्थ्य तुझ्या हातांत आहे. कोणालाही थोर आणि बलवान करणे तुझ्याच हातात आहे.
13 ଏହେତୁ ହେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର, ଆମ୍ଭେମାନେ ତୁମ୍ଭର ଧନ୍ୟବାଦ କରୁଅଛୁ ଓ ତୁମ୍ଭ ଗୌରବାନ୍ୱିତ ନାମରେ ପ୍ରଶଂସା କରୁଅଛୁ।
१३देवा, आम्ही तुझे आभार मानतो आणि तुझ्या प्रतापी नावाची स्तुती करतो.
14 ମାତ୍ର, ମୁଁ କିଏ ଓ ମୋହର ଲୋକମାନେ କିଏ ଯେ, ଆମ୍ଭେମାନେ ଏପରି ସ୍ୱେଚ୍ଛାପୂର୍ବକ ଏପ୍ରକାର ଦାନ କରିବାକୁ ସମର୍ଥ ହେବୁ? କାରଣ, ସମଗ୍ର ବିଷୟ ତୁମ୍ଭଠାରୁ ଆସେ ଓ ତୁମ୍ଭ ନିଜ ପଦାର୍ଥରୁ ଆମ୍ଭେମାନେ ତୁମ୍ଭକୁ ଦେଇଅଛୁ।
१४या सगळ्या गोष्टी स्वखुशीने अर्पण करण्याची शक्ती असणारा मी कोण? किंवा हे लोक तरी कोण? तुझ्यामुळेच त्या आमच्याकडे आल्या. तुझ्याकडून मिळाले तेच आम्ही तुला परत करत आहोत.
15 କାରଣ, ଆମ୍ଭେମାନେ ଆପଣାମାନଙ୍କ ସମସ୍ତ ପୂର୍ବପୁରୁଷ ତୁଲ୍ୟ ତୁମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରେ ବିଦେଶୀ ଓ ପ୍ରବାସୀ; ପୃଥିବୀରେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଦିନ ଛାୟା ତୁଲ୍ୟ ଓ ସ୍ଥାୟିତ୍ୱ କିଛି ନାହିଁ।
१५आमच्या पूर्वजांप्रमाणेच आम्ही सुध्दा परदेशी व प्रवासी आहोत. आमचे पृथ्वीवरचे दिवस सावलीसारखे आहेत आणि पृथ्वीवर टिकून राहण्याची काही आशा नाही.
16 ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର, ତୁମ୍ଭ ପବିତ୍ର ନାମ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଗୋଟିଏ ଗୃହ ନିର୍ମାଣ କରିବା ପାଇଁ ଆମ୍ଭେମାନେ ଏହି ଯେଉଁ ସକଳ ପଦାର୍ଥ ସଞ୍ଚୟ କରିଅଛୁ, ତାହା ତୁମ୍ଭ ହସ୍ତରୁ ଆସିଅଛି ଓ ସବୁ ତୁମ୍ଭ ନିଜର ଅଟେ।
१६हे परमेश्वरा, आमच्या देवा, तुझ्या पवित्र नावाच्या सन्मानासाठी तुझे मंदिर बांधायला या सगळ्या गोष्टी आम्ही जमा केल्या. ही सामग्री तुझ्यामुळेच प्राप्त झालेली आहे. जे आहे ते सगळे तुझेच आहे.
17 ଆହୁରି ହେ ମୋହର ପରମେଶ୍ୱର, ମୁଁ ଜାଣେ ଯେ, ତୁମ୍ଭେ ଅନ୍ତଃକରଣ ପରୀକ୍ଷା କରିଥାଅ ଓ ସରଳତାରେ ତୁମ୍ଭର ସନ୍ତୋଷ ଥାଏ। ମୁଁ ଆପଣା ଅନ୍ତଃକରଣର ସରଳତାରେ ସ୍ୱେଚ୍ଛାପୂର୍ବକ ଏହିସବୁ ପଦାର୍ଥ ଦାନ କରିଅଛି; ଆଉ ଏଠାରେ ଉପସ୍ଥିତ ତୁମ୍ଭ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ସ୍ୱେଚ୍ଛାପୂର୍ବକ ତୁମ୍ଭ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଦାନ କରିବାର ଦେଖି ମୁଁ ଆନନ୍ଦିତ ହେଲି।
१७हे देवा, लोकांची अंतःकरणे तू पारखतोस आणि सरळपण तुला आवडते हे मी जाणतो. मी शुध्द आणि प्रामाणिक मनाने हे सगळे तुला आनंदाने अर्पण करत आहे. हे सगळे तुझे लोक इथे हजर आहेत आणि या सर्व वस्तू स्वखुशीने अर्पण केल्या आहेत हे मी आनंदाने पाहिले आहे.
18 ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପୂର୍ବପୁରୁଷ ଅବ୍ରହାମର, ଇସ୍ହାକର ଓ ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର, ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଲୋକମାନଙ୍କ ହୃଦୟସ୍ଥ ଚିନ୍ତାର କଳ୍ପନାରେ ଏହା ସଦାକାଳ ରଖ ଓ ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତି ସେମାନଙ୍କ ହୃଦୟ ପ୍ରସ୍ତୁତ କର;
१८हे परमेश्वर अब्राहाम, इसहाक आणि इस्राएल या आमच्या पूर्वजांचा तूच देव आहेस. तू आपल्या लोकांच्या अंतःकरणाच्या ठायी हे विचार व या कल्पना निरंतर राहतील व त्यांची मने तुझ्याकडे लागतील असे कर.
19 ପୁଣି, ତୁମ୍ଭର ଆଜ୍ଞା, ତୁମ୍ଭ ପ୍ରମାଣ-ବାକ୍ୟ ଓ ତୁମ୍ଭ ବିଧିସବୁ ପାଳନ କରିବା ପାଇଁ ଓ ଏହିସବୁ କାର୍ଯ୍ୟ କରିବା ପାଇଁ, ଆଉ, ମୁଁ ଯେଉଁ ପ୍ରାସାଦ ପାଇଁ ଆୟୋଜନ କରୁଅଛି, ତାହା ନିର୍ମାଣ କରିବା ପାଇଁ ମୋʼ ପୁତ୍ର ଶଲୋମନକୁ ସିଦ୍ଧ ଅନ୍ତଃକରଣ ଦିଅ।”
१९माझा पुत्र शलमोन याने तुझ्या आज्ञा, नियम आणि विधी यांचे अंतःकरणपूर्वक पालन करावे, आणि या सर्व गोष्टी कराव्या आणि ज्या मंदिराची मी तयारी केली आहे ते बांधावे.
20 ଏଉତ୍ତାରେ ଦାଉଦ ସମଗ୍ର ସମାଜକୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଏବେ ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କର ଧନ୍ୟବାଦ କର।” ତହିଁରେ ସମସ୍ତ ସମାଜ ସଦାପ୍ରଭୁ ସେମାନଙ୍କ ପୂର୍ବପୁରୁଷଗଣର ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କର ଧନ୍ୟବାଦ କଲେ ଓ ଆପଣା ଆପଣା ମସ୍ତକ ନତ କରି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କୁ ଓ ରାଜାଙ୍କୁ ପ୍ରଣାମ କଲେ।
२०तेथे जमलेल्या सर्व लोकांस दावीद म्हणाला, “आता आपल्या परमेश्वर देवाला धन्यवाद द्या.” तेव्हा आपल्या पूर्वजांनी ज्याची उपासना केली त्या परमेश्वरास लोकांनी धन्यवाद दिले. राजाच्या आणि परमेश्वराच्या सन्मानार्थ ते नतमस्तक झाले.
21 ତହୁଁ ସେମାନେ ପରଦିନ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଏକ ସହସ୍ର ଗୋରୁ, ଏକ ସହସ୍ର ମେଷ ଓ ଏକ ସହସ୍ର ମେଷଶାବକ ପେୟ-ନୈବେଦ୍ୟ ସହିତ ବଳିଦାନ କଲେ ଓ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ହୋମବଳି ଓ ସମଗ୍ର ଇସ୍ରାଏଲ ନିମନ୍ତେ ଅଧିକ ପରିମାଣର ବଳି ଉତ୍ସର୍ଗ କଲେ।
२१दुसऱ्या दिवशी लोकांनी परमेश्वरास यज्ञ अर्पण केले. त्यांनी होमार्पणे वाहिली. एक हजार बैल, एक हजार एडके, एक हजार कोकरे आणि त्याबरोबर पेयार्पणे त्यांनी अर्पण केली. शिवाय सर्व इस्राएलासाठी त्यांनी आणखीही पुष्कळच यज्ञ केले.
22 ଆଉ ସେହି ଦିନ ମହାନନ୍ଦରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ସାକ୍ଷାତରେ ଭୋଜନପାନ କଲେ। ପୁଣି, ସେମାନେ ଦାଉଦଙ୍କର ପୁତ୍ର ଶଲୋମନଙ୍କୁ ଦ୍ୱିତୀୟ ଥର ରାଜା କଲେ, ଆଉ ତାଙ୍କୁ ଅଗ୍ରଣୀ ହେବା ପାଇଁ ଓ ସାଦୋକକୁ ଯାଜକ ହେବା ପାଇଁ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଅଭିଷେକ କଲେ।
२२मग परमेश्वरासमोर सर्व लोकांनी मोठ्या आनंदाने खाणेपिणे केले. दावीदाचा पुत्र शलमोन याला त्यांनी दुसऱ्यांदा राजा म्हणून परमेश्वरातर्फे अधिपती होण्यासाठी शलमोनाला आणि याजक म्हणून सादोकाला अभिषेक केला गेला.
23 ସେତେବେଳେ ଶଲୋମନ ଆପଣା ପିତା ଦାଉଦଙ୍କର ପଦରେ ରାଜା ରୂପେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ସିଂହାସନରେ ଉପବିଷ୍ଟ ହେଲେ ଓ କୁଶଳ ପ୍ରାପ୍ତ ହେଲେ ଓ ସମୁଦାୟ ଇସ୍ରାଏଲ ତାଙ୍କର ଆଜ୍ଞାକାରୀ ହେଲେ।
२३त्यानंतर परमेश्वराच्या राजासनावर शलमोन स्थानापन्न झाला. शलमोनाने आपला पिता दावीदाची जागा घेतली. राजा म्हणून तो यशस्वी ठरला. इस्राएलचे सर्व लोक शलमोनाचे आज्ञापालन करत.
24 ପୁଣି, ସମସ୍ତ ଅଧିପତି ଓ ବୀରଗଣ ଓ ଦାଉଦ ରାଜାଙ୍କର ସମସ୍ତ ପୁତ୍ର ମଧ୍ୟ ଶଲୋମନ ରାଜାଙ୍କର ବଶୀଭୂତ ହେଲେ।
२४एकूणएक सरदार, सैनिक आणि राजा दावीदाची सर्व अपत्ये शलमोन राजाच्या अधीन झाले.
25 ଆଉ ସଦାପ୍ରଭୁ ସମଗ୍ର ଇସ୍ରାଏଲ ଦୃଷ୍ଟିରେ ଶଲୋମନଙ୍କୁ ଅତିଶୟ ମହାନ କଲେ ଓ ତାଙ୍କୁ ଏପରି ରାଜପ୍ରତାପ ଦାନ କଲେ ଯେ, ଇସ୍ରାଏଲ ମଧ୍ୟରେ ତାଙ୍କ ପୂର୍ବବର୍ତ୍ତୀ କୌଣସି ରାଜା ସେପରି ପ୍ରାପ୍ତ ହୋଇ ନ ଥିଲେ।
२५परमेश्वरने शलमोनाला सर्व इस्राएलाच्या देखत फार थोर केले. आणि पूर्वी इस्राएलाच्या कोणत्याही राजाला नव्हते असे राजाला ऐश्वर्य मिळाले.
26 ଯିଶୀର ପୁତ୍ର ଦାଉଦ ସମୁଦାୟ ଇସ୍ରାଏଲ ଉପରେ ରାଜ୍ୟ କଲେ।
२६इशायाचा पुत्र दावीद याने संपूर्ण इस्राएलावर चाळीस वर्षे राज्य केले.
27 ଇସ୍ରାଏଲ ଉପରେ ତାଙ୍କର ରାଜତ୍ଵର ସମୟ ଚାଳିଶ ବର୍ଷ; ସେ ସାତ ବର୍ଷ ହିବ୍ରୋଣରେ ଓ ତେତିଶ ବର୍ଷ ଯିରୂଶାଲମରେ ରାଜ୍ୟ କଲେ।
२७दावीदाने इस्राएलावर राज्य केले तो काळ चाळीस वर्षाचा होता. तो हेब्रोन नगरात सात वर्षे राजा होता. मग यरूशलेमामध्ये त्याची कारकीर्द तेहतीस वर्षांची होती.
28 ତହିଁ ଉତ୍ତାରେ ସେ ଆୟୁଷ, ଧନ ଓ ସମ୍ଭ୍ରମରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ହୋଇ ଉତ୍ତମ ବୃଦ୍ଧାବସ୍ଥାରେ ମଲେ; ପୁଣି, ତାଙ୍କ ପୁତ୍ର ଶଲୋମନ ତାଙ୍କ ପଦରେ ରାଜ୍ୟ କଲେ।
२८पुढे वृध्द झाल्यावर दावीदाला मृत्यू आला. त्यास सफल आणि दीर्घ आयुष्य लाभले. वैभव आणि सन्मान यांची त्यास कमतरता नव्हती. त्यानंतर त्याच्या पुत्र शलमोन राजा झाला.
29 ଏହି ଦାଉଦ ରାଜାଙ୍କର ପ୍ରଥମ ଓ ଶେଷ କ୍ରିୟାସବୁ, ଦେଖ, ଶାମୁୟେଲ ଦର୍ଶକର ଇତିହାସରେ ଓ ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍ବକ୍ତାଙ୍କର ଇତିହାସରେ ଓ ଗାଦ୍ ଦର୍ଶକର ଇତିହାସରେ ଲିଖିତ ଅଛି;
२९राजा दावीदाचा इतिहास पहिल्यापासून शेवटपर्यंत संदेष्टा शमुवेल याच्या ग्रंथात आणि संदेष्टा नाथानाच्या ग्रंथात तसेच गाद या संदेष्ट्याच्या ग्रंथात लिहिलेला आहे.
30 ତହିଁ ସଙ୍ଗେ ତାଙ୍କର ରାଜ୍ୟ ଶାସନ ଓ ତାଙ୍କର ପରାକ୍ରମ, ପୁଣି, ତାଙ୍କ ଉପରେ ଓ ଇସ୍ରାଏଲ ଉପରେ ଓ ନାନା ଦେଶୀୟ ସମସ୍ତ ରାଜ୍ୟ ଉପରେ ଯାହା ଯାହା ଘଟିଲା, ସେସବୁର ବିବରଣ ଲେଖାଅଛି।
३०त्याचे पराक्रम आणि त्याची कारकीर्द, इस्राएल आणि सर्व देश यांच्यावर या काळात आलेले प्रसंग याची हकीकत या ग्रंथांमध्ये आहे.