< गणना 22 >

1 नंतर इस्राएल लोक मवाबामधल्या यार्देन नदीच्या खोऱ्याकडे निघाले. यरीहोच्या पलिकडे असलेल्या यार्देन नदीजवळ त्यांनी तळ दिला.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣ ଯାତ୍ରା କରି ଯିରୀହୋ ନିକଟସ୍ଥ ଯର୍ଦ୍ଦନ ଆଗରେ ମୋୟାବ-ପଦାରେ ଛାଉଣି ସ୍ଥାପନ କଲେ।
2 सिप्पोराच्या मुलाने, बालाक याने इस्राएल लोकांनी अमोरी लोकांचे काय केले ते पाहिले होते.
ପୁଣି, ଇସ୍ରାଏଲ ଇମୋରୀୟମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ଯାହା ଯାହା କରିଥିଲେ, ତାହା ସିପ୍ପୋରର ପୁତ୍ର ବାଲାକ ଦେଖିଲେ।
3 मवाबाचा राजा खूप घाबरला कारण इस्राएलचे लोक खूप होते. मवाब त्यांना खरोखरच भीत होता.
ଏଣୁ ମୋୟାବ ଲୋକମାନଙ୍କ ସକାଶୁ ଅତିଶୟ ଭୀତ ହେଲେ, କାରଣ ସେମାନେ ବହୁତ ଥିଲେ; ଆଉ ମୋୟାବ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣଙ୍କ ସକାଶୁ ଉଦ୍‍ବିଗ୍ନ ହେଲେ।
4 मवाबाचा राजा मिद्यानीं लोकांच्या वडीलांना म्हणाला, बैल जसा शेतातले सगळे गवत खाऊन टाकतो तसेच हे लोक आपला नाश करतील. त्यावेळी सिप्पोराचा मुलगा बालाक मवाबाचा राजा होता.
ଏଥିରେ ମୋୟାବ ମିଦୀୟନୀୟ ପ୍ରାଚୀନଗଣକୁ କହିଲେ, “ଗୋରୁ ଯେପରି ପଦାରୁ ଘାସ ଚାଟି ଖାଏ, ସେପରି ଏହି ଜନତା ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗସ୍ଥ ସବୁ ଚାଟି ପକାଇବେ। ଏହି ସମୟରେ ସିପ୍ପୋରର ପୁତ୍ର ବାଲାକ ମୋୟାବର ରାଜା ଥିଲେ।”
5 त्याने बौराचा मुलगा बलाम ह्याला बोलवायला काही माणसे पाठवली. बलाम फरात नदीकाठी पथोर शहरात राहत होता. इथेच बलामचे लोक राहत असत. बालाकाचा निरोप हा होता. एका नवीन राष्ट्राचे लोक मिसर देशातून आले आहेत. ते इतके आहेत की ते सगळा प्रदेश व्यापून टाकतात. त्यांनी माझ्याजवळच तळ दिला आहे.
ଏନିମନ୍ତେ ସେ ବିୟୋରର ପୁତ୍ର ବିଲୀୟମ୍‍କୁ ଡାକିବା ପାଇଁ ଆପଣା ଲୋକମାନଙ୍କ ସନ୍ତାନଗଣର ଦେଶ-ନିକଟସ୍ଥ ନଦୀର ନିକଟବର୍ତ୍ତୀ ପଥୋର ନଗରକୁ ବାର୍ତ୍ତାବହ ପଠାଇ ଏହା କହିଲେ, “ଦେଖ, ମିସରରୁ ବାହାର ହୋଇ ଏକ ଜନତା ଆସିଅଛନ୍ତି; ଦେଖ, ସେମାନେ ପୃଥିବୀର ମୁଖ ଆଚ୍ଛନ୍ନ କରନ୍ତି; ପୁଣି, ଆମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରେ ବାସ କରନ୍ତି।
6 तर आता ये, मी तुला विनंती करतो, तू या लोकांस माझ्यासाठी शाप दे. कारण ते माझ्यापेक्षा खूप भारी आहेत. कदाचित मी त्यांना मारावयास समर्थ होऊन देशातून घालवून टाकील. कारण मला माहीत आहे. जर तू एखाद्याला आशीर्वाद दिलास तर त्यास आशीर्वाद मिळतो. आणि जर एखाद्यास शाप दिलास तर त्यास शाप लागतो.
ଏହେତୁ ଆମ୍ଭେ ନିବେଦନ କରୁଅଛୁ, ତୁମ୍ଭେ ଆସି ଆମ୍ଭ ନିମନ୍ତେ ଏହି ଲୋକମାନଙ୍କୁ ଅଭିଶାପ ଦିଅ; କାରଣ ସେମାନେ ଆମ୍ଭ ପ୍ରତି ଅତି ବଳବାନ; ହୋଇପାରେ, ଆମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ପରାଜୟ କରି ଦେଶରୁ ଦୂର କରି ପାରିବା; ଯେହେତୁ ଆମ୍ଭେ ଜାଣୁ, ତୁମ୍ଭେ ଯାହାକୁ ଆଶୀର୍ବାଦ କର, ସେ ଆଶୀର୍ବାଦ ପାଏ, ପୁଣି, ତୁମ୍ଭେ ଯାହାକୁ ଅଭିଶାପ ଦିଅ, ସେ ଅଭିଶପ୍ତ ହୁଏ।”
7 मवाबी वडील आणि मिद्यानी वडील बलामाशी बोलावयास गेले. त्याच्या कामाचा मोबदला म्हणून त्यांनी बरोबर पैसै नेले. नंतर त्यांनी बालाक काय म्हणाला ते बलामास सांगितले.
ତହିଁରେ ମୋୟାବର ପ୍ରାଚୀନବର୍ଗ ଓ ମିଦୀୟନର ପ୍ରାଚୀନବର୍ଗ ମନ୍ତ୍ରର ପୁରସ୍କାର ହସ୍ତରେ ଘେନି ପ୍ରସ୍ଥାନ କଲେ; ପୁଣି, ସେମାନେ ବିଲୀୟମ୍‍ ନିକଟରେ ଉପସ୍ଥିତ ହୋଇ ବାଲାକଙ୍କ କଥା ତାହାକୁ କହିଲେ।
8 बलाम त्यांना म्हणाला, “रात्री इथे रहा. मी परमेश्वराशी बोलेन आणि तो काय उत्तर देतो ते तुम्हास सांगेन.” मवाबाचे पुढारी त्या रात्री बलामाबरोबर राहिले.
ତହୁଁ ସେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲା, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆଜି ରାତ୍ରି ଏଠାରେ ରୁହ, ଆଉ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋତେ ଯାହା କହିବେ, ତାହା ମୁଁ ପୁନର୍ବାର ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଜଣାଇବି,” ତହିଁରେ ମୋୟାବର ଅଧିପତିମାନେ ବିଲୀୟମ୍‍ ସଙ୍ଗରେ ରହିଲେ।
9 देव बलामाकडे आला आणि त्याने विचारले, “तुझ्याकडे हे कोण लोक आले आहेत?”
ଏଉତ୍ତାରେ ପରମେଶ୍ୱର ବିଲୀୟମ୍‍ ନିକଟକୁ ଆସି ତାହାକୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭ ସଙ୍ଗରେ ଏହି ଲୋକମାନେ କିଏ?”
10 १० बलाम देवाला म्हणाला, सिप्पोराचा मुलगा बालाकाने, मवाबाच्या राजाने यांना माझ्याकडे एक निरोप देऊन पाठवले आहे.
ତହୁଁ ବିଲୀୟମ୍‍ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କୁ କହିଲା, “ମୋୟାବର ରାଜା ସିପ୍ପୋରର ପୁତ୍ର ବାଲାକ ମୋʼ ନିକଟକୁ ଏହା କହି ପଠାଇଅଛନ୍ତି;
11 ११ तो निरोप हा, एका नवीन राष्ट्राचे लोक मिसर देशामधून आले आहेत. ते इतके आहेत की ते सगळा प्रदेश व्यापून टाकतात. म्हणून आता तू येऊन माझ्यासाठी त्यांना शाप दे. नंतर कदाचित मी त्या लोकांचा पराभव करु शकेन आणि त्यांना माझ्या देशातून जायला भाग पाडू शकेन.
‘ଦେଖ, ଏହି ଯେଉଁ ଲୋକମାନେ ମିସରରୁ ବାହାରି ଆସିଅଛନ୍ତି, ସେମାନେ ସମଗ୍ର ଦେଶକୁ ଆଚ୍ଛନ୍ନ କରିଅଛନ୍ତି; ଏବେ ତୁମ୍ଭେ ଆସି ଆମ୍ଭ ନିମନ୍ତେ ସେମାନଙ୍କୁ ଅଭିଶାପ ଦିଅ, ହୋଇପାରେ, ଆମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଯୁଦ୍ଧ କରି ସେମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଇ ପାରିବା।’”
12 १२ पण देव बलामास म्हणाला, त्यांच्याबरोबर जाऊ नकोस. तू त्या लोकांस शाप देऊ नको. कारण ते माझे आशीर्वादित लोक आहेत.
ତହିଁରେ ପରମେଶ୍ୱର ବିଲୀୟମ୍‍କୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କ ସଙ୍ଗେ ଯିବ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭେ ସେହି ଲୋକମାନଙ୍କୁ ଅଭିଶାପ ଦେବ ନାହିଁ; କାରଣ ସେମାନେ ଆଶୀର୍ବାଦ ପ୍ରାପ୍ତ ଅଟନ୍ତି।”
13 १३ दुसऱ्या दिवशी बलाम उठला आणि बालाकाच्या पुढाऱ्यांना म्हणाला, तुम्ही तुमच्या देशात परत जा. परमेश्वर मला तुमच्याबरोबर जाऊ देणार नाही
ଏଥିରେ ବିଲୀୟମ୍‍ ପ୍ରାତଃକାଳରେ ଉଠି ବାଲାକଙ୍କ ଅଧିପତିମାନଙ୍କୁ କହିଲା, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଦେଶକୁ ଯାଅ, କାରଣ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋତେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ସହିତ ଯିବା ପାଇଁ ଅନୁମତି ଦେବାକୁ ମନା କରିଅଛନ୍ତି।”
14 १४ त्यामुळे मवाबाचे पुढारी बालाककडे परत गेले आणि त्यांनी त्यास हे सांगितले. ते म्हणाले, बलामाने आमच्याबरोबर यायला नकार दिला.
ଏଣୁ ମୋୟାବର ଅଧିପତିମାନେ ଉଠି ବାଲାକଙ୍କ ନିକଟକୁ ଯାଇ କହିଲେ, “ବିଲୀୟମ୍‍ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ସଙ୍ଗେ ଆସିବାକୁ ମନା କରୁଅଛି।”
15 १५ म्हणून बालाकाने बलामाकडे दुसरे पुढारी पाठवले. यावेळी त्याने पहिल्या वेळेपेक्षा खूप जास्त पुढारी पाठवले. हे पुढारी पहिल्या पुढाऱ्यांपेक्षा अधिक महत्वाचे होते.
ଏଉତ୍ତାରେ ବାଲାକ ସେମାନଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ ସଂଖ୍ୟକ ଓ ଅଧିକ ସମ୍ଭ୍ରାନ୍ତ ଅଧିପତିମାନଙ୍କୁ ପୁନର୍ବାର ପଠାଇଲେ।
16 १६ ते बलामाकडे गेले आणि म्हणाले, बालाक, सिप्पोराचा मुलगा तुला हे सांगतो, तुझ्या इथे येण्याच्या आड कोठलीही गोष्ट येऊ देवू नको.
ତହୁଁ ସେମାନେ ବିଲୀୟମ୍‍ ନିକଟକୁ ଆସି ତାହାକୁ କହିଲେ, “ସିପ୍ପୋରର ପୁତ୍ର ବାଲାକ ଏହି କଥା କହନ୍ତି, ‘ଆମ୍ଭେ ବିନୟ କରୁଅଛୁ, ଆମ୍ଭ କତିକି ଆସିବାକୁ ତୁମ୍ଭେ ନିବାରିତ ହୁଅ ନାହିଁ।
17 १७ मी जे सांगतो ते तू केलेस तर मी तुला नक्कीच मान देईन आणि तू मला जे काही विनवशील ते मी करीन परंतु तू ये व माझ्यासाठी या लोकांस शाप दे.
କାରଣ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ସମ୍ଭ୍ରମ ଦେଇ ମହାସମ୍ଭ୍ରାନ୍ତ କରିବା, ପୁଣି, ଯାହା ତୁମ୍ଭେ ଆମ୍ଭକୁ କହିବ, ଆମ୍ଭେ ତାହା କରିବା; ଏଣୁ ବିନୟ କରୁଅଛୁ, ଆସ, ଆମ୍ଭ ନିମନ୍ତେ ଏହି ଲୋକମାନଙ୍କୁ ଅଭିଶାପ ଦିଅ।’”
18 १८ बलामाने बालाकाच्या पुढाऱ्यांना उत्तर दिले. तो म्हणाला, परमेश्वर माझा देव ह्याच्या शब्दाबाहेर मला कमीजास्त काहीएक करता येत नाही. बालाकाने माझे घर सोन्या चांदीने भरुन दिले तरीही मी काही करणार नाही.
ଏଥିରେ ବିଲୀୟମ୍‍ ଉତ୍ତର ଦେଇ ବାଲାକଙ୍କ ଦାସମାନଙ୍କୁ କହିଲା, “ଯଦ୍ୟପି ବାଲାକ ରୂପା ଓ ସୁନାରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ଆପଣା ଗୃହ ମୋତେ ଦିଅନ୍ତି, ତଥାପି ଊଣା କି ଅଧିକ କରିବାକୁ ମୁଁ ଆପଣା ପରମେଶ୍ୱର ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ବାକ୍ୟର ବାହାରେ ଯାଇପାରେ ନାହିଁ।
19 १९ तरीपण रात्री तुम्ही येथे राहा आणि परमेश्वर मला काय सांगतो ते मला कळू शकेल.
ଏନିମନ୍ତେ ବିନୟ କରୁଅଛି, ତୁମ୍ଭେମାନେ ହେଁ ଆଜି ରାତ୍ରି ଏଠାରେ ରୁହ, ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋତେ ଆଉ ଯାହା କହିବେ, ତାହା ମୁଁ ଜାଣିବି।”
20 २० त्या रात्री देव बलामाकडे आला. देव म्हणाला, “तुला घेऊन जाण्यासाठी हे लोक पुन्हा आले आहेत. म्हणून तू त्यांच्याबरोबर जाऊ शकतोस. पण मी जे सांगेन तेवढेच तू कर.”
ଏଥିରେ ପରମେଶ୍ୱର ରାତ୍ରିରେ ବିଲୀୟମ୍‍ ନିକଟକୁ ଆସି କହିଲେ, “ଯଦି ଏହି ଲୋକମାନେ ତୁମ୍ଭକୁ ଡାକିବାକୁ ଆସନ୍ତି, ତେବେ ଉଠ, ସେମାନଙ୍କ ସଙ୍ଗେ ଯାଅ; ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ଯେଉଁ କଥା କହିବା; କେବଳ ତାହା ହିଁ ତୁମ୍ଭେ କହିବ।”
21 २१ दुसऱ्या दिवशी सकाळी बलाम उठला आणि त्याने आपल्या गाढवीवर खोगीर घातले. नंतर तो मवाबाच्या पुढाऱ्यांबरोबर चालला.
ତହିଁରେ ବିଲୀୟମ୍‍ ପ୍ରାତଃକାଳରେ ଉଠି ଆପଣା ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ସଜାଇ ମୋୟାବର ଅଧିପତିମାନଙ୍କ ସହିତ ଗମନ କଲା।
22 २२ बलाम त्याच्या गाढवीवर बसला होता. त्याचे दोन नोकर त्याच्याबरोबर होते. बलाम प्रवास करीत होता तेव्हा देव त्याच्यावर रागावला. परमेश्वराचा दूत रस्त्यावर बलामापुढे येऊन उभा राहिला. देवदूत बलामास थांबवणार होता.
ଏଥିରେ ସେ ଯିବା ସକାଶୁ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ କ୍ରୋଧ ପ୍ରଜ୍ୱଳିତ ହେଲା, ପୁଣି, ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତ ତାହାର ଶତ୍ରୁ ରୂପେ ପଥ ମଧ୍ୟରେ ଠିଆ ହୋଇ ରହିଲେ; ସେତେବେଳେ ସେ ଆପଣା ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ଉପରେ ଚଢ଼ି ଯାଉଥିଲା ଓ ତାହାର ଦୁଇ ଦାସ ତାହା ସଙ୍ଗରେ ଥିଲେ।
23 २३ बलामाच्या गाढवीने परमेश्वराच्या दूताला रस्त्यात उभे असलेले पाहिले. देवदूताने हातात तलवार घेतली होती. म्हणून गाढवी रस्ता सोडून शेतात गेली. बलामास देवदूत दिसू शकला नाही. म्हणून तो गाढवीवर खूप रागावला. त्याने गाढवीला मारले आणि जबरदस्तीने रस्त्यावर आणले.
ଏଥିରେ ସେହି ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତଙ୍କୁ ପଥ ମଧ୍ୟରେ ନିଷ୍କୋଷ ଖଡ୍ଗ ହସ୍ତରେ ଧରି ଠିଆ ହୋଇଥିବାର ଦେଖିଲା; ତହୁଁ ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ବାଟ ଛାଡ଼ି ବିଲ ଆଡ଼କୁ ଗଲା ତହିଁରେ ବିଲୀୟମ୍‍ ଗର୍ଦ୍ଦଭୀକୁ ବାଟକୁ ଫେରାଇ ଆଣିବା ପାଇଁ ପ୍ରହାର କଲା;
24 २४ नंतर परमेश्वराचा दूत रस्ता जिथे अरुंद होता तिथे थांबला. हा दोन द्राक्षांच्या मव्व्यांच्या मधला भाग होता. रस्ताच्या दोन्ही बाजूला भिंती होत्या.
ତେବେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତ ଦୁଇ ଦ୍ରାକ୍ଷାକ୍ଷେତ୍ରର ଏପାଖେ ପ୍ରାଚୀର ଓ ସେପାଖେ ପ୍ରାଚୀର ଥିବା ଗଳିପଥରେ ଠିଆ ହେଲେ।
25 २५ गाढवीने पुन्हा परमेश्वराच्या दूताला पाहिले म्हणून ती एका भिंतीला चिकटून चालू लागली त्यामुळे बलामाचा पाय भिंतीला लागून चिरडला गेला. म्हणून बलामने गाढवीला पुन्हा मारले.
ସେହି ସମୟରେ ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତଙ୍କୁ ଦେଖି କାନ୍ଥ ଆଡ଼କୁ ଠେଲି ହୋଇ ଯିବାରୁ ବିଲୀୟମ୍‍ର ଗୋଡ଼ କାନ୍ଥରେ ଘଷି ହେଲା; ତହିଁରେ ସେ ପୁନର୍ବାର ତାହାକୁ ପ୍ରହାର କଲା।
26 २६ नंतर परमेश्वराचा दूत दुसऱ्या ठिकाणी उभा राहिला. अरुंद रस्ता असलेले हे दुसरे ठिकाण होते. येथे वळायला सुद्धा मुळीच जागा नव्हती गाढवीला त्यास वळसा घालून जाणे शक्य नव्हते.
ଏଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତ ଆହୁରି ଆଗକୁ ଯାଇ ଏକ ସଂକୀର୍ଣ୍ଣ ସ୍ଥାନରେ ଠିଆ ହେଲେ, ସେଠାରେ ଡାହାଣରେ କିମ୍ବା ବାମରେ ଫେରିବାର ସ୍ଥାନ ନ ଥିଲା।
27 २७ गाढवीने परमेश्वराच्या दूताला पाहिले म्हणून बलाम तिच्यावर बसला असतानाच ती खाली बसली त्यामुळे बलाम खूप रागावला आणि त्याने गाढवीला त्याच्या काठीने मारायला सुरुवात केली.
ସେତେବେଳେ ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତଙ୍କୁ ଦେଖି ବିଲୀୟମ୍‍ର ତଳେ ଶୋଇ ପଡ଼ିଲା; ତହିଁରେ ବିଲୀୟମ୍‍ର କ୍ରୋଧ ପ୍ରଜ୍ୱଳିତ ହୁଅନ୍ତେ, ସେ ଗର୍ଦ୍ଦଭୀକୁ ଆପଣା ଯଷ୍ଟିରେ ପ୍ରହାର କଲା।
28 २८ नंतर परमेश्वराने गाढवीला बोलते केले. गाढवी बलामास म्हणाली, तू माझ्यावर का रागावला आहेस? मी तुला काय केले आहे? तू मला तीन वेळा मारलेस.
ତହୁଁ ସଦାପ୍ରଭୁ ଗର୍ଦ୍ଦଭୀର ମୁଖ ଫିଟାଇଲେ, ତେଣୁ ସେ ବିଲୀୟମ୍‍କୁ କହିଲା, “ମୁଁ ତୁମ୍ଭର କଅଣ କଲି ଯେ, ତୁମ୍ଭେ ମୋତେ ଏହି ତିନି ଥର ପ୍ରହାର କଲ।”
29 २९ बलामने गाढवीला उत्तर दिले, तू मला मूर्ख बनवलेस. जर माझ्या हातात तलवार असती तर मी तुला मारुन टाकले असते.
ତେବେ ବିଲୀୟମ୍‍ ଗର୍ଦ୍ଦଭୀକୁ କହିଲା, “କାରଣ ତୁ ମୋତେ ପରିହାସ କରୁଅଛୁ; ମୋʼ ହାତରେ ଖଣ୍ଡା ଥିଲେ ମୁଁ ଏବେ ତୋତେ ବଧ କରନ୍ତି।”
30 ३० पण गाढवी बलामास म्हणाली, बघ मी तुझीच गाढवी आहे. खूप वर्षे तू माझ्यावर बसत आला आहेस. आणि यापूर्वी मी असे काही केले नाही हे तुला माहीत आहे. बलाम म्हणाला, नाही.
ପୁଣି, ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ବିଲୀୟମ୍‍କୁ କହିଲା, “ତୁମ୍ଭେ ଜନ୍ମାବଧି ଆଜି ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯାହା ଉପରେ ଚଢ଼ି ଆସିଅଛ, ମୁଁ କି ତୁମ୍ଭର ସେହି ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ନୁହେଁ? ମୁଁ କି ପୂର୍ବେ କେବେ ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତି ଏପରି କରିଥିଲି?” ତହୁଁ ସେ କହିଲା, “ନା।”
31 ३१ नंतर परमेश्वराने बलामाचे डोळे उघडले, तेव्हा त्यास परमेश्वराचा दूत दिसला. तो रस्त्यात तलवार घेऊन उभा होता. त्याने परमेश्वराच्या दूताला रस्त्यात जमिनीपर्यंत वाकून नमस्कार केला.
ଏଥିରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ବିଲୀୟମ୍‍ର ଚକ୍ଷୁ ପ୍ରସନ୍ନ କରନ୍ତେ, ସେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତଙ୍କୁ ପଥ ମଧ୍ୟରେ ନିଷ୍କୋଷ ଖଡ୍ଗ ହସ୍ତରେ ଧରି ଠିଆ ହୋଇଥିବାର ଦେଖିଲା; ତହିଁରେ ସେ ମସ୍ତକ ନୁଆଁଇ ମୁହଁ ମାଡ଼ି ପଡ଼ିଲା।
32 ३२ परमेश्वराच्या दूताने बलामास विचारले, तू तुझ्या गाढवीला तीनदा का मारलेस? तुला थांबवण्यासाठी मी आलो आहे. पण अगदी ऐनवेळी
ସେତେବେଳେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତ ତାହାକୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେ ଏହି ତିନି ଥର ଆପଣା ଗର୍ଦ୍ଦଭୀକୁ କାହିଁକି ପ୍ରହାର କଲ? ଦେଖ, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭର ଶତ୍ରୁ ରୂପେ ବାହାର ହୋଇଅଛୁ, ଯେହେତୁ ଆମ୍ଭ ସାକ୍ଷାତରେ ତୁମ୍ଭର ଗତି ବିପଥଗାମୀ ହୋଇଅଛି;
33 ३३ तुझ्या गाढवीने मला पाहिले आणि ती दूर गेली. असे तीन वेळा घडले. जर गाढवी वळली नसती तर आतापर्यंत मी तुला मारले असते आणि तुझ्या गाढवीला जिवंत राहू दिले असते.
ପୁଣି, ଗର୍ଦ୍ଦଭୀ ଆମ୍ଭକୁ ଦେଖି ଏହି ତିନି ଥର ଆମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରୁ ଫେରିଲା; ସେ ଯଦି ଆମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରୁ ଫେରି ନ ଥାʼନ୍ତା, ତେବେ ନିଶ୍ଚୟ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ବଧ କରିଥାʼନ୍ତୁ, ଆଉ ତାହାକୁ ଜୀଅନ୍ତା ରଖିଥାʼନ୍ତୁ।”
34 ३४ तेव्हा बलाम परमेश्वराच्या दूताला म्हणाला, मी पाप केले आहे. तू रस्त्यात उभा आहेस हे मला माहीत नव्हते. मी जर चूक करीत असेन तर मी घरी परत जाईन.
ତହିଁରେ ବିଲୀୟମ୍‍ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତଙ୍କୁ କହିଲା, “ମୁଁ ପାପ କରିଅଛି; କାରଣ ତୁମ୍ଭେ ଯେ ମୋʼ ବିପକ୍ଷରେ ପଥରେ ଠିଆ ହୋଇଅଛ; ତାହା ମୁଁ ଜାଣିଲି ନାହିଁ; ଏଣୁ ଏବେ, ଯଦି ତାହା ତୁମ୍ଭ ଦୃଷ୍ଟିରେ ମନ୍ଦ ହୁଏ, ତେବେ ମୁଁ ଫେରିଯିବି।”
35 ३५ तेव्हा परमेश्वराचा दूत बलामास म्हणाला, नाही! तू या लोकांबरोबर जाऊ शकतोस. पण सावध रहा. मी जे सांगेन तेच शब्द बोल. म्हणून बलाम बालाकाने पाठवलेल्या पुढाऱ्यांबरोबर गेला.
ତହିଁରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତ ବିଲୀୟମ୍‍କୁ କହିଲେ, “ସେହି ଲୋକମାନଙ୍କ ସଙ୍ଗେ ଯାଅ; ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ଯେଉଁ କଥା କହିବା, କେବଳ ତାହା ତୁମ୍ଭେ କହିବ।” ତହିଁରେ ବିଲୀୟମ୍‍ ବାଲାକଙ୍କ ଅଧିପତିମାନଙ୍କ ସହିତ ଗମନ କଲା।
36 ३६ बलाम येत असल्याचे बालाकाला समजले. म्हणून तो बलामास भेटायला आर्णोन नदीजवळच्या मवाबाच्या शहरात गेला. ते त्याच्या देशाच्या उत्तर सरहद्दीवर होते.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ବିଲୀୟମ୍‍ର ଆଗମନ ସମ୍ବାଦ ଶୁଣି ବାଲାକ ତାହା ସଙ୍ଗେ ଭେଟିବା ପାଇଁ ଦେଶର ପ୍ରାନ୍ତସ୍ଥିତ ଅର୍ଣ୍ଣୋନର ସୀମାନ୍ତବର୍ତ୍ତୀ ମୋୟାବ ନଗରକୁ ଗମନ କଲେ।
37 ३७ जेव्हा बालाकाने बलामास पाहिले तेव्हा तो त्यास म्हणाला, मी तुला आधीच यायला सांगितले होते. तुला साजेसा सन्मान करण्यास मी समर्थ नव्हतो काय?
ପୁଣି, ବାଲାକ ବିଲୀୟମ୍‍କୁ କହିଲେ, “ଆମ୍ଭେ କି ତୁମ୍ଭକୁ ଡାକିବା ପାଇଁ ଅତି ଯତ୍ନରେ ଲୋକ ପଠାଇଲୁ ନାହିଁ? ତୁମ୍ଭେ କାହିଁକି ଆମ୍ଭ ନିକଟକୁ ଆସିଲ ନାହିଁ? ଆମ୍ଭେ କି ତୁମ୍ଭକୁ ସମ୍ଭ୍ରମ ଦେଇ ସମ୍ଭ୍ରାନ୍ତ କରିବାକୁ ନିତାନ୍ତ ଅସମର୍ଥ?”
38 ३८ बलामाने बालाकाला उत्तर दिले, पण आताच मी येथे आलो आहे. मी आलो आहे पण तू सांगितलेल्या गोष्टी मला कदाचित करता येणार नाहीत. परमेश्वर देव जेवढे सांगेल तेवढेच मी बोलू शकतो.
ତହୁଁ ବିଲୀୟମ୍‍ ବାଲାକଙ୍କୁ କହିଲା, “ଏହି ଦେଖ, ମୁଁ ତୁମ୍ଭ ନିକଟକୁ ଆସିଅଛି; ମାତ୍ର ଏବେ କୌଣସି କଥା କହିବାକୁ କି ମୋହର କିଛି ସାମର୍ଥ୍ୟ ଅଛି? ପରମେଶ୍ୱର ମୋʼ ମୁଖରେ ଯେଉଁ ବାକ୍ୟ ଦେବେ ତାହା ହିଁ ମୁଁ କହିବି।”
39 ३९ नंतर बलाम बालाकाबरोबर किर्याथ-हसोथ येथे गेला.
ଏଉତ୍ତାରେ ବିଲୀୟମ୍‍ ବାଲାକ ସହିତ ଗମନ କରି କିରୀୟଥ୍‍-ହୁଷୋତରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା।
40 ४० बालाकाने काही गुरे व मेंढ्या बली म्हणून मारल्या. त्याने थोडे मांस बलामास दिले आणि थोडे त्याच्याबरोबर असलेल्या पुढाऱ्यांना दिले.
ତହୁଁ ବାଲାକ ଗୋରୁ ଓ ମେଷ ବଳିଦାନ କରି ବିଲୀୟମ୍‍ ଓ ତାହାର ସଙ୍ଗୀ ଅଧିପତିମାନଙ୍କ ନିକଟକୁ ପଠାଇଲେ।
41 ४१ दुसऱ्या दिवशी सकाळी बालाक बलामास घेऊन बामोथ-बआल शहरी गेला. तेथून त्यांना इस्राएल लोकांच्या तळाचा शेवटचा भाग दिसू शकत होता.
ପୁଣି, ପ୍ରଭାତରେ ବାଲାକ ବିଲୀୟମ୍‍କୁ ସଙ୍ଗେ ନେଇ ବାଲ୍‍ର ଉଚ୍ଚସ୍ଥଳୀରେ ଆରୋହଣ କରାଇଲେ; ଆଉ ସେହିଠାରୁ ସେ ଲୋକମାନଙ୍କର ଶେଷ ସୀମା ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଦେଖିଲେ।

< गणना 22 >