< मत्तय 8 >

1 येशू डोंगरावरून खाली उतरल्यावर असंख्य लोकांचे समुदाय त्याच्यामागे जावू लागले.
ଜିସୁ ମାଡ଼ି ଜପିତାଂ ଜୁତ୍‌ତି ପାଚେ ବେସି ମାନାୟ୍‌ ତା ପାଚେ ପାଚେ ୱାତାର୍‌ ।
2 तेव्हा पाहा, एक कुष्ठरोगी त्याच्याकडे आला व त्यास नमन करून म्हणाला, “प्रभूजी, आपली इच्छा असल्यास आपण मला शुद्ध करायला समर्थ आहात.”
ତା ପାଚେ ଆରେ ହୁଡ଼ା, ରୱାନ୍‌ ଗାଜା ରଗ୍ୟାଙ୍ଗ୍‌ ତା ତାକେ ୱାଜ଼ି ଜୱାର୍‌ କିଜ଼ି ଇଚାନ୍‌, “ଏ ମାପ୍ରୁ, ଏନ୍‌ ଜଦି ଇଚା କିତାୟ୍‌ଚି, ତା ଆତିସ୍‌ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ସକଟ୍‌ କିଦ୍‌ଦେଂ ଆଡ଼୍‌ଦାନାୟ୍‌ ।”
3 तेव्हा येशूने आपला हात पुढे करून त्यास स्पर्श केला व म्हटले, “माझी इच्छा आहे, शुद्ध हो;” आणि लगेचच त्याचा कुष्ठरोग जाऊन तो बरा झाला.
ହେବେ ଜିସୁ କେଇ ଇଡ଼୍‌ଜି ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଡୁଜ଼ି ଇଚାନ୍‌, “ଆନ୍‌ ଇଚା କିନାଙ୍ଗା, ସକଟ୍‌ ଆ ।” ହେ ଦାପ୍ରେ ହେ ଗାଜାରଗ୍‌ “ସକଟ୍‌ ଆତାତ୍‌ ।”
4 मग येशूने त्यास म्हटले, “पाहा, हे कोणाला सांगू नको; तर जाऊन स्वतःस याजकाला दाखव आणि त्यांना सत्यतेची साक्ष पटावी म्हणून तुझ्या शुद्धीकरता, मोशेने नेमलेले अर्पण वाहा.”
ଆରେ, ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ୱେନା, ଏନ୍‌ ଇନେସ୍‌ ଆଜ଼ି ଉଜ୍‌ ଆତାୟ୍‌, ଇନେରିଂ ୱେଚ୍‌ମା, ମାତର୍‌ ହାଲା, ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନିଂ ଚଞ୍ଜ୍‌ୟା, ଆରେ ମସା ଇମ୍‌ଣି ଆକାତ୍‌ଗାର୍‌ଣି ବିସ୍ରେ ବଲ୍‌ ହିତ୍‌ନ୍ନା, ହେଦାଂ ହେୱାର୍‌ ଲାଗାଂ ଏନ୍‌ ଉଜ୍‌ ଆତାଙ୍ଗ୍‌ନା ଇଞ୍ଜି ସାକି ହିୟା ।”
5 मग येशू कफर्णहूम शहरात आल्यावर एक शताधिपती त्याच्याकडे आला व त्यास विनंती करत म्हणाला,
ଜିସୁ କପର୍ନାହୁମ୍‌ ବସ୍ତିତ ହଣ୍‌ଗିତିଲେ, ର ମୁଡ଼୍‌ମେଲ୍ୟା ତା କଚଣ୍‌ତ ୱାଜ଼ି ଗୱାରି କିଜ଼ି ଇଚାନ୍‌,
6 “प्रभूजी, माझा चाकर पक्षाघाताने अतिशय आजारी होऊन घरात पडून आहे.”
“ଏ ମାପ୍ରୁ ନା ଆଡ଼ିଏନ୍‌ ହିର୍‌କଲ୍‌ ଇଡ଼୍‌ୟାତି ରଗି ବେସି ନନାକାଦିଂ ଇଞ୍ଜ ମାକ୍‌ତାନ୍‌ନା ।”
7 येशू त्यास म्हणाला, “मी येऊन त्यास बरे करीन.”
ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ଆନ୍‌ ହାଲ୍‌ଜି ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଉଜ୍‌ କିନାଙ୍ଗ୍‌ ।”
8 तेव्हा शताधिपतीने उत्तर दिले की, “प्रभूजी, आपण मा‍झ्या छपराखाली यावे अश्या योग्यतेचा मी नाही; पण आपण शब्द मात्र बोला म्हणजे माझा चाकर बरा होईल.
“ମୁଡ଼୍‌ମେଲ୍ୟା” ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, ମାପ୍ରୁ, “ଏନ୍‌ ଜେ ନା ଇଞ୍ଜ କାଲ୍‌ ତଗ୍‌ନାୟ୍‌, ଆନ୍‌ ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ଆକାୟ୍‌; ମାତର୍‌ କେବଲ୍‌ ପାଦେକ୍‌ ବଲ୍‌ ହିଦା, ନା ଆଡ଼ିଏନ୍‌ ଉଜ୍‌ ଆନାନ୍‌ ।
9 कारण मीही एक अधिकारी असून मा‍झ्या हाताखाली शिपाई आहेत. मी एकाला ‘जा’ म्हणले की तो जातो, दुसर्‍याला ‘ये’ म्हणले की तो येतो आणि माझ्या दासास ‘हे कर’ म्हणले की तो ते करतो.”
ଇନାକିଦେଂକି ଆନ୍‌ ରୱାନ୍‌ ତାରେନ୍‌ ମାନାଙ୍ଗ୍‌ ଆତିସ୍‌ ପାନା ତାରେନ୍‌ ମେଲ୍ୟାର୍‌ ମାନାର୍‌; ଆନ୍‌ ରୱାନିଂ ଆଦିକାର୍‌ ହିତିସ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହାନାନ୍; ଆରେ ରୱାନିଂ ୱା ଇଚିସ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ୱାନାନ୍‌; ଆରେ ନା ହଲ୍ୟାଙ୍ଗ୍‌ ଇଦାଂ କିୟା ଇଚିସ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହେଦାଂ କିନାନ୍‌ ।”
10 १० हे ऐकून येशूला आश्चर्य वाटले व आपल्यामागे येत असलेल्या लोकांस तो म्हणाला, “मी तुम्हास खरे सांगतो, मला इस्राएलात एवढा विश्वास आढळला नाही.
ଜିସୁ ଇଦାଂ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି କାବା ଆଜ଼ି ପାଚେ ୱାନି ମାନାୟାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ହାତ୍‌ପା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ ବିତ୍ରେ ଇନେର୍‌ ତାକେ ଏଚେକ୍‌ ଗାଜା ପାର୍ତି ପାୟାୱାତାଂନା ।
11 ११ मी तुम्हास सांगतो की, पूर्वेकडून व पश्चिमेकडून पुष्कळजण येतील आणि स्वर्गाच्या राज्यात अब्राहाम, इसहाक व याकोब याच्या पंक्तीस बसतील;
ମାତର୍‌ ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ବେସି ୱେଡ଼ାହତ୍‌ନି ବାଗାଙ୍ଗ୍‌ ଆରି ୱେଡ଼ାହାନି ବାଗାଙ୍ଗ୍‌ ୱାଜ଼ି ଅବ୍ରାହାମ୍‌, ଇସ୍‌ହାକ୍‌ ଆରି ଜାକୁବ୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ସାର୍ଗେ ରାଜିତ ବଜି ଚିଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କୁଚ୍‌ନାର୍‌ ।
12 १२ परंतु राज्याचे पुत्र बाहेरील अंधारात टाकले जातील, तेथे रडणे व दात खाणे चालेल.”
ମାତର୍‌ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ଇ ରାଜିତ ମାନି କାତା ହେୱାରିଂ ବାର୍ତ ମାଜ୍‌ଗାତ ତୁହିୟା ଆନାର୍‌; ହେବେ ଆଡ଼୍‌ବିସ୍‌ ଆରି ଟାଡାଙ୍ଗ୍ କାଟ୍‌ନାର୍‌ ।”
13 १३ मग येशू शताधिपतीला म्हणाला, “जा, तू जसा विश्वास ठेवला तसे तुला मिळाले आहे.” आणि त्याच घटकेस तो चाकर बरा झाला.
ଆରେ ଜିସୁ ପାଞ୍ଚ୍‌କଡ଼ି ମେଲ୍ୟାଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ହାଲା ଏନ୍‌ ଇନେସ୍‌ କିଜ଼ି ପାର୍ତି କିନାୟା, ନି କାଜିଂ ହେ ଲାକେ ଗିଟାଆୟେତ୍‌ ।” ହେ ଡାଣ୍ଡ୍‌ତ ଆଡ଼ିଏନ୍‌ ଉଜ୍‌ ଆତାତ୍‌ ।
14 १४ नंतर येशू पेत्राच्या घरात गेला आणि त्याची सासू तापाने आजारी पडली आहे असे त्याने पाहिले.
ପାଚେ ଜିସୁ ପିତର୍‌ ଇଞ୍ଜ ୱାଜ଼ି ତା ପଦାହିଙ୍ଗ୍‌ ନମେର୍‌ ଆଜ଼ି ମାଗ୍‌ଜି ମାନାକା ହୁଡ଼୍‌ତାନ୍‌ ।
15 १५ तेव्हा त्याने तिच्या हाताला स्पर्श केला व तिचा ताप निघाला; मग ती उठून त्याची सेवा करू लागली.
ହେବେ ହେୱାନ୍‌ ତା କେଇଦ ଡୁତାନ୍‌, ଆରେ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ନମେର୍‌ ପିସ୍ତାତ୍‌, ପାଚେ ହେଦେଲ୍‌ ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି ହେୱାରିଂ ହେବା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାତ୍‌ ।
16 १६ मग संध्याकाळ झाल्यावर लोकांनी असंख्य दुष्ट आत्म्याने ग्रासलेल्यांना त्याच्याकडे आणले; तेव्हा त्याने भूते केवळ शब्दाने घालवली व सर्व आजाऱ्यांना बरे केले.
ମ୍ଡିକାହାରେସ୍‌, ମାନାୟାର୍‌ ହେନି ପୁଦା ଡୁୟାଆତି ଲଗାଂ ଜିସୁ କଚଣ୍‌ତ ତାହିୱାତାର୍‌, ହେବେ ଜିସୁ ୱେଇକିତି ମାତର୍‌ ପୁଦାଂ ପିହିକିତାନ୍‌ ଆରି ୱିଜ଼ାର୍‌ ବେମାରିଂ ଉଜ୍‌ କିତାନ୍‌,
17 १७ “त्याने स्वतः आमचे विकार घेतले आणि आमचे रोग वाहिले,” असे जे यशया संदेष्ट्याच्याद्वारे सांगितले होते ते पूर्ण व्हावे म्हणून असे झाले.
ଇ ଲାକେ ହେୱାନ୍‌ ଜିସାୟ୍‌ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌ କାଜିଂ ଇ ବଚନ୍‌ ପୁରାଆତାତ୍‌, “ହେୱାନ୍‌ ନିଜେ ମା ନାଦାର୍‌ ୱିଜ଼ୁ ଇଡ଼୍‌ତାନ୍‌ ଆରେ ରଗ୍‌ ସବୁ ପିଣ୍ଡ୍‌ତାନ୍‌ ।”
18 १८ मग येशूने आपल्या सभोवती लोकसमुदाय आहे असे पाहून त्यांना गालीलच्या सरोवरापलीकडे जाण्याची आज्ञा केली.
ଜିସୁ ତା ଚାରିବେଣ୍‌ତି ତା ଚେଲାରିଂ ହୁଡ଼୍‌ଜି ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ ଆନ୍‌ଟି ପାଡ଼୍‌କା ହାନି କାଜିଂ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌ ।
19 १९ तेव्हा कोणीएक शास्त्री येऊन त्यास म्हणाला, “गुरूजी, आपण जेथे कोठे जाल तेथे मी आपल्यामागे येईन.”
ଆରେ, ରୱାନ୍‌ ସାସ୍ତ୍ରି ତା ଲାଗାଂ ୱାଜ଼ି ଇଚାନ୍‌, “ଏ ଗୁରୁ,” ଏନ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ବାହାତ ହାନାୟ୍‌, “ଆନ୍‌ ନି ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ୱାନାଙ୍ଗ୍‌ ।”
20 २० येशू त्यास म्हणाला, “खोकडांस बि‍ळे व आकाशातील पाखरांस घरटी आहेत, परंतु मनुष्याच्या पुत्राला आपले डोके टेकण्यास ठिकाण नाही.”
ହେବେ ଜିସୁ ହେଦେଲିଂ ଇଚାନ୍‌, “କଲ୍ୟାତିଂ ପାରା ମାନାତ୍‌, ଆକାସ୍‌ନି ପଟିତିଂ ଗୁଡା ମାନାତ୍‌, ମତର୍‌ ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି କାପ୍‌ଡ଼ା ଇଡ୍‌ଦେଂ ବାହା ହିଲୁତ୍‌ ।”
21 २१ मग त्याच्या शिष्यांपैकी आणखी एकजण त्यास म्हणाला, “प्रभूजी, मला पित्याच्या मरणापर्यंत त्याच्याजवळ राहून, त्याच्या मरणानंतर त्यास पुरून येऊ द्या.”
ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଆରେ ର ଚେଲାହି ଇଚାନ୍‌, “ମାପ୍ରୁ, ପର୍ତୁମ୍‌ ହାଲ୍‌ଜି ମାଞ୍ଜି ଆବାଂ ମୁଚେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜି ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ବଲ୍‌ ହିଦା ।”
22 २२ येशूने त्यास म्हटले, “तू माझ्यामागे ये आणि जे मरण पावलेले आहेत त्यांना आपल्या मरण पावलेल्यांना पुरू दे.”
ଜିସୁ ତାଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ନା ପାଚେ ପାଚେ ୱାଡୁ, ହାତି ମାନାୟ୍‌ ହାତି ଲଗାଂ ମୁଚ୍‌ଚି ହିୟାଟ୍‌ ।”
23 २३ मग तो तारवात चढल्यानंतर त्याचे शिष्यही त्याच्यामागे चढले.
ଦିନେକ୍‌ ଜିସୁ ଚେଲାହିର୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ଡଙ୍ଗାତ ହାଲ୍‌ଜି ମାଚାର୍‌ ।
24 २४ तेव्हा पाहा, सरोवरात एवढे मोठे वादळ उठले की ते तारू लाटांनी झाकू लागले; तेव्हा येशू तर झोपेत होता.
ହାଚାଟ୍ରେ ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ତ ର ବେସି ଗାଜା ତ୍ରିପ୍‌କୁ ହୁଜ଼ାୱାଣି ନିକ୍‌ତାତ୍‌ ଆରି ଡଙ୍ଗା ଏଜ଼ୁକାଂ ମୁଞ୍ଜ୍‌ନି ଲାକେ ଆତାତ୍‌ । ମାତର୍‌ ହେ ପାଦ୍‌ନା ଜିସୁ ହୁନ୍‌ଞ୍ଜି ମାଚାନ୍‌ ।
25 २५ तेव्हा ते त्याच्याजवळ येऊन त्यास जागे करून म्हणाले, प्रभूजी, वाचवा. आम्ही बुडत आहोत.
ଚେଲାହିର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ନିକ୍‌ଚି ଇଚାର୍‌, ଏ “ମାପ୍ରୁ, ମାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ରାକ୍ୟା କିଦା । ଆୱିତିସ୍‌ ଆପେଂ ମୁନ୍‌ଞ୍ଜି ହାନାପ୍‌ ।”
26 २६ तो त्यांना म्हणाला, “अहो अल्पविश्वासी, तुम्ही का घाबरला?” मग तो उठला आणि त्याने वारा व सरोवर यास धमकावले. मग सर्व अगदी शांत झाले.
ଜିସୁ ଦାକା କିଜ଼ି ଇଚାନ୍‌, “ଇନାକିଦେଂ ଏଚେକ୍‌ ପାଡ୍ରା ଆନାଦେରା?” ଏପେଙ୍ଗ୍‌ “ଇନାକା ଏଚେକ୍‌ ଅଲପ୍‍ ପାର୍ତି କିନାକାଦେର୍‌? ତା ପାଚେ ହେୱାନ୍‌ ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି ଦୁକା ଆରି ଲଡ଼ିତିଂ ତିର୍‌ ଆଦେଂ କାଜିଂ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌ । ସାଙ୍ଗେ ସାଙ୍ଗେ ୱିଜ଼ୁ ତିର୍‌ ଆତାତ୍‌ ।”
27 २७ तेव्हा त्या मनुष्यांना फार आश्चर्य वाटले व ते म्हणाले, “हा कोणत्या प्रकारचा मनुष्य आहे की वारे व लाटा ही याचे ऐकतात.”
ହେବେ ୱିଜ଼ାର୍‌ କାବା ଆତାର୍‌ । ହେୱାର୍‌ ରକାନ୍‌ ଆରେ ରକାନିଂ ବେଣ୍‌ବାଟ୍‌ କିତାର୍‌ “ଇୱାନ୍‌ ଇନେସ୍‌ ବାର୍ତି ମାନାୟ୍‌? ଦୁକା ଆରି ଲଉଡ଼ି ପା ତା ବଲ୍‌ ମାନିକିନିକା ।”
28 २८ मग तो पलीकडे गदरेकरांच्या देशात गेल्यावर त्यास दोन भूतग्रस्त कबरांतून निघून येत असतांना भेटले; ते भयंकर हिंसक होते म्हणून त्या वाटेने कोणालाही जाणे शक्य नव्हते.
ଜିସୁ ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ ଆନ୍‌ଟି ପାଡ଼୍‌କା ଗଦରିୟର୍‌ ନିପ ଏକିତି ଦାପ୍ରେ ରିୟାରିଂ ବେଟାଆତାନ୍ । ହେୱାର୍‌ ହେବେ ମାନି ଦୁଗେର୍‌ନି କ୍ଡୁକିତ ମାଚାର୍‌ । ହେୱାର୍‌ ପୁଦାଆହ୍ୟାତାକାର୍ ଆରି ଏଚେକ୍‌ ବଇଁଙ୍କାର୍‌ ଜେ ହେ ରାସ୍ତା ହିଜ଼ି ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ୱାଦେଙ୍ଗ୍‌ ଇନେର୍‌ ସାସ୍‌ କିୱାଦାଂ ମାଚାର୍‌ ।
29 २९ तेव्हा पाहा, ते ओरडून म्हणाले, “हे देवाच्या पुत्रा, तू मध्ये का पडतोस? नेमलेल्या समयापूर्वी तू आम्हास पीडा द्यायला येथे आलेला आहेस काय?”
ହେୱାର୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ତି ଦାପ୍ରେ କିକିରାଡିଂ କିଜ଼ି ଇଚାର୍‌, “ଏ ଇସ୍ୱର୍ତି ମେହି! ନି ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ମାତି ଇନାକା ମାନାତ୍‌? ସମୁ ଆୱିହିଙ୍ଗ୍‌ନେ ଏନ୍‌ ମାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇନାକା ଡାଣ୍ଡ୍‌ ହିଦେଂ ଇବେ ୱାତାଇନା?”
30 ३० तेथे त्यांच्यापासून दूर अंतरावर डुकरांचा मोठा कळप चरत होता.
ହେବେତାଂ ଅଲପ୍‍ ଦେହା ର ମାନ୍ଦା ପାଞ୍ଜିଙ୍ଗ୍‌ ହାରାଆଜ଼ି ମାଚିକ୍‌ ।
31 ३१ मग ती दुष्ट आत्मे त्यास विनंती करू लागली की, तू जर आम्हास काढीत असलास तर त्या डुकरांच्या कळपात आम्हास पाठवून दे.
ହେ ମାନାୟାର୍‌ ବିତ୍ରେ ମାନି ପୁଦାଂ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଗୱାରି କିଜ଼ି ଇଚିକ୍‌, “ମାଙ୍ଗ୍‌ ଜଦି ପେସ୍‌ପେଦେଂ ଇଚା କିନାୟା, ହେ ପାଞ୍ଜିଙ୍ଗ୍‌ ବିତ୍ରେ ମାଙ୍ଗ୍‌ ପକ୍‌ତା ।”
32 ३२ त्याने त्यास म्हटले, “जा,” मग ती निघून डुकरांत शिरली; आणि पाहा, तो संपुर्ण कळप कड्यावरून धडक धावत जाऊन समुद्रात पाण्यात बुडून मरण पावला.
ଜିସୁ ଇଚାନ୍‌, “ହାଲାଟ୍‌ ।” ପୁଦାଂ ସାଙ୍ଗେ ସାଙ୍ଗେ ମାନାୟ୍‌ତିଂ ପିସ୍ତି ପାଞ୍ଜିଙ୍ଗ୍ ବିତ୍ରେ ହଟିକ୍‌ । ପାଞ୍ଜିଙ୍ଗ୍‌ ମାନ୍ଦା ହଞ୍ଚି ହାଲ୍‌ଜି ମାଡ଼ି ଗବାତାଂ ହନ୍‌ଚି ହାଲ୍‌ଜି ହାମ୍‌ଦୁର୍‌ତ ମୁନ୍‌ଞ୍ଜି ହାତିକ୍‌ ।
33 ३३ मग त्या डुकरांना चारणारे नगरांत पळाले आणि त्यांनी जाऊन भूतग्रस्तांच्या गोष्टीसकट सर्व वर्तमान जाहीर केले.
ପାଞ୍ଜିଙ୍ଗ୍‌ ହାରାଇ କିଜ଼ି ମାଚି ମାନାୟ୍‌ ଲାଗେନି ବସ୍ତିକାଙ୍ଗ୍‌ ହାଲ୍‌ଜି ପୁଦା ଆହ୍ୟାତାକାର୍‌ କାଜିଂ ଇନାକା ଗିଟା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌ ହେବେ ୱିଜ଼ୁ ବେଣ୍‌ ୱେଚ୍‌ଚି ବୁଲାଆତାର୍‌ ।
34 ३४ तेव्हा पाहा, सर्व नगर येशूला भेटावयास निघाले आणि त्यास सीमेबाहेर जाण्याची विनंती केली.
ଲାଗିଂ ହେ ବସ୍ତିନି ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ବେଟା ଆଦେଂ ହସି ୱାତାର୍‌ ଆରେ ତାଙ୍ଗ୍‌ ବେଟାଆଜ଼ି ହେ ନିପ ପିସ୍ତି ହାନ୍ଦିତାଂ ହାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଗୱାରି କିତାର୍‌ ।

< मत्तय 8 >