< मत्तय 12 >

1 त्यावेळी एका शब्बाथ दिवशी येशू धान्याच्या शेतामधून चालला होता. शिष्याना भूक लागली होती, म्हणून ते कणसे मोडून खाऊ लागले.
ହେୱାଡ଼ାଂ ଜିସୁ ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ ତାସ୍‌ ଜମିତିଂ ହିଜ଼ି ତାଙ୍ଗ୍‌ଜି ହାଲ୍‌ଜି ମାଚାନ୍‌, ଆରେ ତା ଚେଲାହିର୍‌ ନାସ୍‌କି ଆଜ଼ି ତାସ୍‌ନି ଜିକି ନାଡ଼୍‌ଚି ଚିଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌ ।
2 जेव्हा परूश्यांनी हे पाहिले, तेव्हा ते येशूला म्हणाले, “पाहा, तुमचे शिष्य शब्बाथ दिवशी जे करू नये ते करीत आहेत.”
ମାତର୍‌ ପାରୁସିର୍‌ ହେଦାଂ ହୁଡ଼୍‌ଜି ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାର୍‌, “ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ ଇନାକା କିନି ବିଦି ଆକାୟ୍‌, ହେଦାଂ ନି ଚେଲାର୍‌ କିନାରା ।”
3 तेव्हा येशूने त्यांना म्हटले, दाविदाला व त्याच्याबरोबरच्या मनुष्यांना भूक लागली तेव्हा त्याने काय केले, हे तुम्ही कधी वाचले नाही काय?
ମତର୍‌ ହେୱାନ୍‌ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଦାଉଦ୍‌ ଆରି ତା ହାଙ୍ଗ୍‌ଦାକାର୍‌ ନାସ୍‌କି ଆନିହିଙ୍ଗ୍‌ ହେୱାନ୍‌ ଇନାକା କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌, ହେଦାଂକି ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ପଡ଼ି କିୱାତାଦେର୍ଣ୍ଣା?
4 तो देवाच्या भवनात कसा गेला आणि ज्या समर्पित भाकरी त्याने व त्याच्याबरोबरच्या लोकांनी खाऊ नयेत, असे करणे नियमशास्त्राच्या विरूद्ध होते. फक्त याजकांनाच ती भाकर खाण्याची परवानगी होती. त्या त्यांनी कशा खाल्ल्या?
ହେୱାନ୍‌ ଇନେସ୍‌ କିଜ଼ି ଇସ୍ୱର୍‌ ଇଞ୍ଜ ହଣ୍‌ଜି, ଇମ୍‌ଣି ଦର୍ସନି ରୁଟି କେବଲ୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାର୍‌ ତିନି ବିଦି ମାଚାତ୍‌, ମାତାର୍‌ ତା ଆରି ସାଙ୍ଗହିର୍‌ ତିକାନା ବିଦି ହିଲ୍‌ୱାତାତ୍‌, ହେଦାଂ ହେୱାର୍‌ ଚିଞ୍ଜି ମାଚାର୍‌ ।
5 आणि प्रत्येक शब्बाथाच्या दिवशी परमेश्वराच्या भवनातील याजक भवनात शब्बाथ पवित्र पाळण्याविषयीचा नियम मोडीत असत हे तुम्ही नियमशास्त्रात वाचले नाही काय? परंतु तरी ते निर्दोष असत.
ମାତର୍‌ ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାର୍‌ ମନ୍ଦିର୍‌ ବିତ୍ରେ ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ତିଂ ବିଟାଡ଼୍‌ କିୱିତିସ୍‌ ପା ହେୱାର୍‌ ଦସ୍‌ ଆଉର୍‌, ବିଦିତାଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଇନାକା ଇଦାଂ ପଡ଼ି କିୱାତାଦେର୍ଣ୍ଣା?
6 मी तुम्हास सांगतो की, परमेश्वराच्या भवनापेक्षा महान असा कोणीतरी येथे आहे.
ମତର୍‌ ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ମନ୍ଦିର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ଗାଜା ବିସ୍ରେ ଇବେ ମାନାତ୍‌ ।
7 पवित्र शास्त्र म्हणते, मला दया हवी आहे आणि यज्ञ पशू नको. याचा खरा अर्थ तुम्हास समजला असता तर तुम्ही या निर्दोष लोकांस दोष लावला नसता.
ସାସ୍ତର୍‌ ଇନାତ୍‌ ଆନ୍‌ ପୁନାଙ୍ଗ୍‌ ପୁଜା ମାନ୍‌ କିୱାଦାଂ ଦୟା ମାନ୍‌ କିନାଙ୍ଗ୍‌, ଇ କାତାନି ଅରତ୍‌ ଜଦି ସତ୍‌ ବୁଜାନାଦେର୍‌ ଦସିଲଗାରିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ଦସ୍‌ କିୱାତାଦେର୍‌ମା ।
8 कारण मनुष्याचा पुत्र शब्बाथाचा धनी आहे.
ଇନାକିଦେଂକି ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ ପା ମାପ୍ରୁ ଆନାନ୍‌ ।”
9 नंतर येशूने ते ठिकाण सोडले व यहूद्यांच्या सभास्थानात तो गेला.
ଜିସୁ ହେ ବାହାତାଂ ହାଲ୍‌ଜି ହେୱାର୍‌ କୁଟୁମ୍‌ ଇଞ୍ଜ ହଣ୍‌ଗାତାନ୍‌ ।
10 १० सभास्थानात हात वाळलेला एक मनुष्य होता. काही यहूद्यांनी येशूवर काही दोषारोप करता यावा या हेतूने त्यास विचारला, “शब्बाथ दिवशी रोग बरे करणे योग्य आहे काय?”
ଆରେ ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ହେବେ ରୱାନ୍‌ ଲକ୍‌ ମାଚାନ୍‌, ତା ର କେଇ ୱାଜ୍‌ଜି ମାଚାତ୍‌ । ଆରେ, ହେୱାର୍‌ “ତା ବେରଣ୍‌ତାଂ ଦାବା କିନି ହେଦାଂ କାଜିଂ ଜିସୁଙ୍ଗ୍‌ ୱେନ୍‌ବାତାର୍‌, ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ ଉଜ୍‌ କିନାକା ଇନାକା ବିଦି ମାନାତ୍‌?”
11 ११ येशूने त्यांना उत्तर दिले, “जर तुमच्यापैकी एखाद्याकडे मेंढरू असले व शब्बाथ दिवशी ते खड्ड्यात पडले, तर तो त्यास वर काढणार नाही काय?
ମାତର୍‌ ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, ଜଦି “ଇନେର୍‌ତି ରଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ ମେଣ୍ଡା ମାନାତ୍‌ ଆରି ହେଦାଂ ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ କୁଇତାକେ ଆର୍ତିସ୍‌ ଇନାକା ହେଦେଲିଂ ଜେ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଆସ୍ତି ନିକୁନ୍‌, ଏଲେଙ୍ଗ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ମି ବିତ୍ରେ ଇନେନ୍‌ ମାନାନ୍‌?
12 १२ तर मग मनुष्य मेंढरापेक्षा कितीतरी अधिक मौल्यवान आहे. म्हणून नियमशास्त्र लोकांस शब्बाथ दिवशी चांगले करण्याची मोकळीक देते.”
ଲାଗିଂ, ମେଣ୍ଡା ତାଙ୍ଗ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ଆରେ ଏଚେକ୍‌ ଆଦେକ୍‌ ଗାଜା । ବିଦି ଲାକେ ଜମ୍‌ନିବାର୍‌ ନାଜିଂ ହାର୍‌ କିନାକା ବିଦି ମାନାତ୍‌ ।”
13 १३ मग येशू त्या वाळलेल्या हाताच्या मनुष्यास म्हणाला, “तुझा हात पुढे सरळ कर.” त्या मनुष्याने हात लांब केला व तो हात बरा झाला आणि दुसऱ्या हातासारखाच चांगला झाला.
ହେୱାଡ଼ାଂ ହେୱାନ୍‌ ହେ ମାନାୟ୍‌ତିଂ ଇଚାନ୍‌, ନି କେଇ ଲାମାୟ୍‍ କିଦା । ହେବେ ହେୱାନ୍‌ କେଇ ଲାମାୟ୍‌ କିତାନ୍‌, “ଆରେ ହେଦାଂ ଅଲ୍‌ଗା କେଇ ଲାକେ ଆରେ ହାରା ଆତାତ୍‌ ।”
14 १४ नंतर परूश्यांनी बाहेर जाऊन त्यास कसे मारावे याविषयी मसलत केली.
ମାତର୍‌ ପାରୁସିର୍‌ ବାର୍ତ ହାଲ୍‌ଜି ହେୱାନିଂ ବୁଡାୟ୍‌ କିନି କାଜିଂ ତା ବେରଣ୍‌ତାଂ ମାନ୍‌ପାଚି କିତାର୍‌ ।
15 १५ परूशी काय करीत आहेत ते येशूला माहीत होते. म्हणून येशू तेथून गेला. पुष्कळ लोक येशूच्या मागे निघाले व त्याने जे कोणी रोगी होते, त्या सर्वांना बरे केले.
ଜିସୁ ହେଦାଂ ପୁଞ୍ଜି ହେବେତାଂ ହେ ବାହା ପିସ୍ତି ହସି ହାଚାନ୍‌, ହେନି ତା ପାଚେ ପାଚେ ହାଚାର୍‌, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ୱିଜ଼ାର୍‌ ରଗ୍ୟାରିଂ ଉଜ୍‌ କିତାନ୍‌ ।
16 १६ आणि त्याने त्यांना निक्षून सांगितले की, तो कोण आहे, हे इतरांना सांगू नका.
ଆରେ, ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ୱେଚ୍‌ୱି କାଜିଂ ହେୱାନ୍‌ ହେ ବାନ୍ୟା ପୁଦାକାଂ ବେସି ଡାଟ୍‌ କିଜ଼ି ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌,
17 १७ यशया संदेष्ट्याच्याद्वारे जे सांगितले गेले होते ते पूर्ण होण्यासाठी त्याने असे म्हटले.
ଇନେସ୍‌କି ଜିସାୟ୍‌ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌ କାଜିଂ ଏକାତାର୍‌ ପୁରା ଆନାତ୍‌,
18 १८ “हा माझा सेवक, याला मी निवडले आहे. मी त्याजवर प्रीती करतो आणि त्याच्याविषयी माझा जीव संतुष्ट वाटतो. मी आपला आत्मा त्याच्यावर ठेवीन, आणि तो परराष्ट्रीय लोकांस योग्य न्यायाची घोषणा करील.
“ହୁଡ଼ାଟ୍‌, ମା ଆଡ଼ିଏନ୍‌, ଇନେରିଂକି ଆପେଙ୍ଗ୍‌ ବାଚି କିତାପ୍‌ନ୍ନା; ମା ୱାରିନି ମାଜ଼ି ଇନେର୍‌ ତାକେ କି ଆପେଂ ଜିବୁନ୍‌ନି ବେସି ୱାରି ଆସେଙ୍ଗ୍‌ ତା ଜପି ନା ଜିବୁନ୍‌ ଜୁଦ୍‌ନାତ୍‌, ଆରେ ହେୱାନ୍‌ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ଲାଗାଂ ନ୍ୟାୟ୍‌ ବିଚାର୍‌ କିଜ଼ି ସୁଣାୟ୍‌ କିନାନ୍‌ ।
19 १९ तो वाद घालणार नाही किंवा ओरडणार नाही, रस्त्यावर लोक त्याचा आवाज ऐकणार नाहीत.
ହେୱାନ୍‌ କୁର୍ଲି କିଉନ୍‌ କି ଗାଜା କାଟ୍‌ ସୁଣାୟ୍‌ କିଉନ୍‌, କି ହାକ୍‌ଡ଼ିତ ହେୱାନ୍ତି କାଟ୍‌ ଇନେର୍‌ ୱେନୁର୍‌
20 २० वाकलेला बोरू तो मोडणार नाही आणि मंदावलेली वात तो विझवणार नाही. न्याय विजयास होईपर्यंत तो असे करील.
ନାଦାର୍‌ କାଟାକାରିଂ କାଜିଂ ହେୱାନ୍‌ ହୁଦାର୍‌ ବେବାର୍‌ କିନାନ୍‌ ନାଡ଼ା ଆରି ସାଇଜ ହିଲ୍‌ୱାକାରିଂ ଉପ୍‌କାର୍‌ କିନାନ୍‌ । ନ୍ୟାୟ୍‌ ବିଚାର୍‌ ଆୱି ପାତେକ୍‌ ହେୱାନ୍‌ କି ସଦୁମ୍‌ ନୁଲ୍‌କଦାନି ବଇଟାତିଂ ପାଗୁନ୍‌ ।
21 २१ परराष्ट्रीय लोक त्याच्यावर आशा ठेवतील. येशूचे सामर्थ्य देवाकडून आहे.”
ଆରେ ତା ତର୍‌ଦ ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ଆହା କିତାର୍‌ ।”
22 २२ मग काही मनुष्यांनी एकाला येशूकडे आणले. तो मनुष्य आंधळा व मुका होता व त्याच्यामध्ये भूत होते. येशूने त्या मनुष्यास बरे केले व तो बोलू लागला व पाहू लागला.
ହେୱାଡ଼ାଂ ରୱାନ୍‌ ପୁଦା ଆହ୍‌ୟାତି କାଣାଂ ଆରି କନ୍ଦାଲଗାଂ ତା ତାକେ ତାହିୱାତାର୍‌, ଆରେ ଜିସୁ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଉଜ୍‌ କିତାନ୍‌; ହେବେ ହେ କନ୍ଦା ବେଣ୍‌ ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ଼୍‌ତାନ୍‌ ଆରି ହୁଡ଼୍‌ଦେଂ ଆଡ଼୍‌ତାନ୍‌ ।
23 २३ सर्व लोक चकित झाले, ते म्हणाले, “हा दाविदाचा पुत्र असेल काय?”
ଆରେ, ମାନାୟାର୍‌ କାବା ଆଜ଼ି ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଲାଗାତାର୍‌, “ଇୱାନ୍‌ ଇନାକା ଦାଉଦ୍‌ ମାଜ଼ି ଆକାୟ୍‌?”
24 २४ परूश्यांनी लोकांस हे बोलताना ऐकले. परूशी म्हणाले, “भूते काढण्यासाठी येशू बालजबूलचे सामर्थ्य वापरतो आणि बालजबूल हा तर भूतांचा अधिपती आहे.”
ମତର୍‌ ପାରୁସିର୍‌ ହେଦାଂ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ଇଚାର୍‌, “ଇ ମୁଣିକା ଗାଜାପୁଦା ବାଲ୍‌ଜିବୁଲ୍‌ ଉପ୍‌କାର୍‌ତାଂ ପୁଦାଂ ପିହିକିଉନା ।”
25 २५ परूशी कसला विचार करीत आहेत ते येशूला जाणवत होते. म्हणून येशू त्यांना म्हणाला, “आपसात लढणारी राज्ये नाश पावतात व फूट पडलेले शहर किंवा घर टिकत नाही.
ମାତର୍‌ ଜିସୁ ହେୱାର୍‌ ମାନ୍ତି ଏତ୍‌ ପୁଞ୍ଜି ହେୱାରିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଇମ୍‌ଣି ରାଜି ରିବାଗ୍‌ ଆଜ଼ି ଜାର୍‌ ବେରୁତାଂ ନିଙ୍ଗ୍‌ନାତ୍‌, ହେଦାଂ ଦୁଡ଼ି ଆଜ଼ି ହାନାତ୍‌; ଆରେ, ଇମ୍‌ଣି ଗାଡ଼୍‌ କି ଇଲ୍‌ ରିବାଗ୍‌ ଆଜ଼ି ଜାର୍‌ ବେରୁତାଂ ନିଙ୍ଗ୍‌ନାତ୍‌ ହେଦାଂ ତିର୍‌ ଆଜ଼ି ମାଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡୁତ୍‌ ।
26 २६ आणि जर सैतानच सैतानला काढतो तर त्यांच्यात मतभेद आहे, त्यांच्यात फूट आहे मग त्याचे राज्य कसे टिकेल?
ଆରେ, ସୟ୍‌ତାନ୍‌ ଜଦି ସୟ୍‌ତାନ୍‌ତିଂ ପିହିକିତିସ୍‌, ତା ଆତିସ୍‌ ହେଦାଂ ରିବାଗ୍‌ ଆଜ଼ି ଜାର୍‌ ବିରୁତ୍‌ତାଂ ନିଙ୍ଗ୍‌ତାତେ; ଲାଗିଂ ତା ରାଜି ଇନେସ୍‌ ତିର୍‌ ଆଜ଼ି ମାନାତ୍‌?
27 २७ आणि मी जर बालजबूलाच्या सहाय्याने भूते काढतो तर तुमचे लोक कोणाच्या सामर्थ्याने भूते काढतात. म्हणून तुमचे स्वतःचे लोक तुमचा न्याय करतील.
ଆନ୍‌ ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ବାଲ୍‌ଜିବୁଲ୍‌ ଉପ୍‌କାର୍‌ତାଂ ପୁଦାକାଂ ପିହିକିନାଙ୍ଗ୍‌, ଲାଗିଂ ମି ମାଜ଼ିର୍‌ ଇନେର୍‌ ଉପ୍‌କାର୍‌ତାଂ ହେୱାକାଂ ପିହିକିନାର୍‌ । ଲାଗିଂ ହେୱାର୍‌ ନେ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ବିଚାର୍‌କାର୍‌ୟାର୍‌ ଆଦ୍‌ନାର୍‌!
28 २८ परंतु मी जर देवाच्या आत्म्याच्या साहाय्याने भूते काढतो तर देवाचे राज्य तुमच्यावर आले आहे.
ମାତର୍‌ ଆନ୍‌ ଜଦି ଇସ୍ୱର୍‌ ୱାସ୍କି ସାଇଜତାଂ ପୁଦାକାଂ ପିହିକିନାଙ୍ଗ୍‌, ଇଦାଂ କାଜିଂ ପାର୍ମାଣ୍‌ ଆନାତ୍‌ ସାର୍ଗେ ରାଜି ମି କାଜିଂ ଏକା ୱାତାତେ ।”
29 २९ किंवा एखाद्या बलवान मनुष्याच्या घरात शिरून, त्याच्या घरातील सर्व वस्तूची चोरी जर कोणाला करायची असेल तर प्रथम त्या बलवान मनुष्यास तो बांधून टाकील व मग तो चोरी करील.
“କି ଇନେର୍‌ ପର୍ତୁମ୍‌ ସାକ୍ତି ଲଗାଂ ଗାଚ୍‌ୱିତିସ୍‌ ଇନେସ୍‌ କିଜ଼ି ତାଞ୍ଜ ହଣ୍‌ଗିସ୍‌ ତା ଦାନ୍‌ ସବୁ ଚର୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ୍‌ନାନ୍‌? ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଆଗେ ଗାଚ୍‌ଚିସ୍‌ ହିନା ତା ଇଲ୍‌ ଚର୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ୍‌ନାନ୍‌ ।”
30 ३० जो मनुष्य माझ्याबरोबर काम करीत नाही तो माझ्याविरुद्ध आहे आणि जो माझ्याबरोबर गोळा करत नाही तो उधळून टाकतो.
“ଇନେନ୍‌ ନା ପାକ୍ୟା ଆକାୟ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ନା ବେରିୟା, ଆରେ ଇନେନ୍‌ ନାଲାହାଂ ରୁଣ୍ଡାୟ୍‌ କିଉନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ଜେଡ଼େ କେତେ କିନାନ୍‌ ।
31 ३१ म्हणून मी तुम्हास सांगतो, मनुष्यांना ते करीत असलेल्या सर्व पापांची व वाईट बोलतील त्याबद्दलही क्षमा करण्यात येईल पण जर कोणी पवित्र आत्म्याविरूद्ध बोलेल, तर त्यास क्षमा करण्यात येणार नाही.
ଆତିସ୍‌ପା, ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା ମାନାୟାର୍‌ ୱିଜ଼ୁ ପାପ୍‌ ଆରି ନିନ୍ଦା କାତା କେମା କିୟା ଆନାତ୍‌, ମାତର୍‌ ୱାସ୍କି ବେରୁ ନିନ୍ଦା କେମା କିୟା ଆଉତ୍‌ ।
32 ३२ एखादा मनुष्य जर मनुष्याच्या पुत्राविरुद्ध काही बोलेल तर त्यास क्षमा करण्यात येईल पण जो कोणी पवित्र आत्म्याविरूद्ध बोलेल त्यास क्षमा होणार नाही. त्यास या युगातही क्षमा होणार नाही व येणाऱ्या युगातही होणार नाही. (aiōn g165)
ଆରେ, ଇନେର୍‌ ଆୟେତ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି ବେରୁତାଂ କାତା ଇନାନ୍‌, ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ କେମା ହିୟା ଆନାତ୍‌, ମାତର୍‌ ଇନେର୍‌ ଆୟେତ୍‌ ପୁଇପୁୟା ଜିବୁନ୍‌ ବେରୁତାଂ କାତା ଇନାନ୍‌, ଇ ଜୁଗ୍‌ତ କି ପାଚେନି ଜୁଗ୍‌ତ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ କେମା ହିୟା ଆଉତ୍‌ ।” (aiōn g165)
33 ३३ झाड चांगले आणि त्याचे फळ चांगले असे म्हणा, अथवा झाड वाईट आणि त्याचे फळ वाईट असे म्हणा; कारण झाड त्याच्या फळावरून ओळखले जाते.
“ହାର୍ଦି ପାଡ଼୍‌ ଆହ୍‌ନି କାଜିଂ ମାର୍‌ ବାଡ଼୍‌କାସ୍‌ ଆନାକା ମାନାତ୍‌ । ମିଦାଙ୍ଗ୍‌ ବାନ୍ୟା ମାର୍‌ ମାଚିସ୍‌ ହେବେତାଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ବାନ୍ୟା ପାଡ଼୍‌ ପାୟା ଆନାଦେର୍‌ । ଇନାକିଦେଂକି ପାଡ଼୍‌ କାଜିଂ ମାର୍‌ତିଂ ପୁନ୍ୟା ଆନାତ୍‌ ।
34 ३४ अहो सापाच्या पिल्लांनो, तुम्ही वाईट असता तुम्हास चांगल्या गोष्टी कशा बोलता येतील? जे अंतःकरणात आहे तेच तोंडावाटे बाहेर पडते.
ଆଡ଼େ କାଲାଟିରାଚ୍‌ନି ଲାତ୍ରା, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ବାନ୍ୟା ଆଜ଼ି ଇନେସ୍‌ ବାର୍ତି ହାର୍‌ଦି କାତା ଇଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଆଡ୍‌ନାଦେର୍‌? ଇନାକିଦେଂକି ମାନ୍‌ନି ବାର୍ତିତାଂ ୱେଇଦି କାତା ଇନାନ୍‌ ।
35 ३५ चांगला मनुष्य आपल्या चांगल्या भांडारातून चांगल्या गोष्टी काढतो आणि वाईट मनुष्य आपल्या वाईट भांडारातून वाईट गोष्टी काढतो.
ହାର୍ଦି ଲଗୁ ହାର୍‌ଦି ୱାସ୍କିତାଂ ହାର୍ଦି ଆଡ଼୍‌ମାଡ଼୍‌ ହପ୍‌ନାନ୍‌ । ଆରେ ବାନ୍ୟା ଲଗୁ ବାନ୍ୟା ୱାସ୍କିତାଂ ବାନ୍ୟା ଆଡ଼୍‌ମାଡ଼୍‌ ହପ୍‌ନାନ୍‌ ।”
36 ३६ आणखी मी तुम्हास सांगतो की. जो प्रत्येक व्यर्थ शब्द लोक बोलतील त्याचा हिशोब ते न्यायाच्या दिवशी देतील.
“ମାତର୍‌ ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ମାନାୟାର୍‌ ଇନେସ୍‌ ବାର୍ତି ପଲ୍ୟା କାତା ଇନାର୍‌, ବିଚାର୍ଣ୍ଣା-ନାଜିଂ ହେୱାର୍‌ ହେବେନି ଉତର୍‌ ହିନାର୍‌;
37 ३७ कारण तू आपल्या बोलण्यावरून न्यायी ठरशील आणि आपल्या बोलण्यावरूनच दोषी ठरशील.”
ମି କାତା କାଜିଂ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ବିଚାର୍‌ କିୟା ଆଜ଼ି ଦସିଆକାଇ ଦସି ଇଞ୍ଜି ପାର୍ମାଣ୍‌ ଆନାତ୍‌ ।”
38 ३८ काही नियमशास्त्राचे शिक्षक व परूशी यांच्यापैकी काहीजणांनी येशूला म्हटले, “गुरुजी, तुमच्या हातून एखादे चिन्ह पहावे अशी आमची इच्छा आहे.”
ହେ ପାଦ୍‌ନା ସାସ୍ତ୍ରିର୍‌ ଆରି ପାରୁସିର୍‌ ବିତ୍ରେ କେତ୍‌ ଜାଣ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଉତର୍‌ ହିତାର୍‌, “ଏ ଗୁରୁ, ଆପେଂ ନିତାକେନ୍‌ଣ୍ଡାଙ୍ଗ୍‌ ର ଚିନ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ଦେଂ ମାନ୍‌କିନାପା ।”
39 ३९ येशूने उत्तर दिले, “जे लोक देवाशी अप्रामाणिक आहेत, पापी आहेत असे लोक पुराव्यासाठी चमत्कार पाहू इच्छितात. पण योना संदेष्ट्याशिवाय दुसरे चिन्ह तुम्हास मिळणार नाही.
ଜିସୁ ହେୱାରିଂ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “କେତେକ୍‌ ଦାରି ଆରି ଇସ୍ୱର୍‌ତିଂ ପାର୍ତି କିୱାକାନ୍ ଡେକ୍‌ନାର୍‌, ମତର୍‌ ବେଣ୍‌ବାକ୍‌ଣାୟ୍‌କିନାକାନ୍‌ ଜୁନସ୍‌ ଚିନ୍‌ ପିସ୍‌ସି ଅଲ୍‌ଗା ଇନା ଚିନ୍‌ ହେୱାରିଂ ହିୟା ଆଉତ୍‌ ।
40 ४० कारण योना जसा तीन दिवस व तीन रात्री मोठ्या माशाच्या पोटात होता तसा मनुष्याचा पुत्र तीन दिवस व तीन रात्री पृथ्वीच्या पोटात राहील.
ଜୁନସ୍‌ ଇନେସ୍‌ ତିନ୍‌ ଦିନ୍‌ ଆରି ତିନ୍‌ ରାତି ଗାଜା ମିନ୍‌ ପଟ ବିତ୍ରେ ମାଚାନ୍‌, ମାନାୟ୍‌ ମାଜ଼ି ହେ ଲାକେ ତିନ୍‌ ଦିନ୍‌ ଆରି ତିନ୍‌ ରାତି ମେଦ୍‌ନି ପୁର୍ତିନି ଗରବ୍‌ ବିତ୍ରେ ମାନ୍‌ଗାନାନ୍‌ ।
41 ४१ जेव्हा तुमच्या पिढीचा न्याय होईल, तेव्हा निनवे शहराचे लोक उभे राहतील, तुमच्याविरुध्द साक्ष देतील आणि तुम्हास दोष देतील कारण त्यांनी योनाच्या उपदेशावरून पश्चात्ताप केला आणि आता तर तुमच्यामध्ये योनापेक्षा महान असा कोणीएक येथे आहे.
ବିଚାର୍ଣ୍ଣାତ ଦିନ୍ତ ନିନିବିନି ମାନାୟାର୍‌ ମି ବିରୁଦ୍‌ତ ଦାବା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ନିଲ୍‌ନାର୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାର୍‌ ଜୁନସ୍‌ତି ସୁଣାୟ୍‌ କିନାକା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ହେୱାର୍‌ ପାପ୍‌ ହାଜ଼ିତାଂ ମାନ୍‌ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ କିତାର୍‌ ଆନ୍‌ ମିଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ଜୁନସ୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ଗାଜାକାନ୍‌ ରୱାନ୍‌ ଇବେ ମାନାନ୍‌ ।
42 ४२ न्यायाच्या दिवशी दक्षिणेकडील देशाची राणी या पिढीबरोबर उभी राहून हिला दोषी ठरवील कारण शलमोनाचे ज्ञान ऐकायला ती पृथ्वीच्या शेवटापासून आली आणि शलमोनापेक्षा महान असा कोणी येथे आहे.”
ଆରେ, ଜେନ୍‌ବାଗାଙ୍ଗ୍‌ ଦେସ୍‌ନି ରାଣି ବିଚାର୍ଣ୍ଣାତ ଇ ନଙ୍ଗ୍‌ନି ଆଣ୍ଡ୍ରାଙ୍ଗ୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ନିଙ୍ଗ୍‌ଜି ଇୱାରିଂ ଦସି କିନାତ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ହେଦେଲ୍‌ ସଲମନ୍‌ତି ବୁଦିନି କାତା ୱେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ପୁର୍ତିନି ବାଟାତାଂ ୱାଜ଼ି ମାଚାତ୍‌, ଆରେ ହୁଡ଼ା, ସଲମନ୍‌ତାଂ ଗାଜା ବିସ୍ରେ ଇ ବାହାତ ମାନାତ୍‌ ।”
43 ४३ “जेव्हा अशुद्ध आत्मा मनुष्यास सोडून बाहेर निघून जातो तेव्हा तो पाणी नसलेल्या ठिकाणाहून विसावा शोधीत फिरतो पण तो त्यास मिळत नाही.
“ବାନ୍ୟା ଜିବୁନିଂ ରକାନ୍‌ ମାନାୟ୍‌ତିଂ ହସି ହାଚି ପାଚେ ଏଜ଼ୁଂ ହିଲ୍‍ୱି ବାହା ସବୁ ବୁଲା ଆଜ଼ି ଜମ୍‌ଦେଂ ଡେକ୍‌ନାତ୍‌ ଆରି ହେଦାଂ ଗାଟା ଆଉତ୍‌ ।
44 ४४ तेव्हा तो म्हणतो, जेथून मी आलो त्या माझ्या घरात मी परत जाईन आणि जेव्हा तो परत येतो तेव्हा ते घर रिकामे असलेले तसेच स्वच्छ व नीटनेटके असे त्यास दिसते.
ହେବେ ହେଦାଂ ଇନାତ୍‌, ଆନ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ଇଞ୍ଜାଙ୍ଗ୍‌ ହସି ୱାତାଂନା, ଆନ୍‌ ହେ ଇଞ୍ଜ ମାସ୍‌ଦି ହାନାଙ୍ଗ୍‌; ଆରେ, ହେଦାଂ ୱାଜ଼ି ହେ ବାହା ୱାରାକା, ଆରି ନିର୍ମଲ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ତାତ୍‌ ।
45 ४५ नंतर तो जाऊन आपल्यापेक्षा दुष्ट असे दुसरे सात आणखी आत्मे आपल्याबरोबर घेतो व ते आत शिरून त्यास झपाटतात व त्याच्यात राहतात. मग त्या मनुष्याची शेवटची स्थिति पहिल्यापेक्षा वाईट होते. तसेच आजच्या या पापी पिढीचे होईल.”
ହେପାଦ୍‌ନା ହେଦାଂ ହାଲ୍‌ଜି ଜାର୍‌ତାଂ ଆଦିକ୍‌ ବାନ୍ୟା ଆରେ ସାତ୍‌ଗଟା ପୁଦାଂ ରଚେ ତାସି ୱାନାତ୍‌, ଆରେ, ହେୱାଙ୍ଗ୍‌ ହଣ୍‌ଜି ହେବେ ବାହାକିନିକ୍‌, ଆରେ ହେ ଲକ୍‌ତି ପର୍ତୁମ୍‌ ଦସା ତାଙ୍ଗ୍‌ ହାରିହାରା ଦସା ଆଦେକ୍‌ ବାନ୍ୟା ଆନାନ୍‌ । ଇ ବାନ୍ୟା ଆଣ୍ଡ୍ରେନ୍‌ ଇ ଜୁଗ୍‌ନି ମାନାୟାର୍‌ ହାର୍‌ ଗିଟା ଆନାତ୍‌ ।”
46 ४६ मग तो लोकसमुदायाबरोबर बोलत असता, त्याची आई व त्याचे भाऊ त्याच्याशी बोलण्यासाठी बाहेर वाट पाहत उभे होते.
ଜିସୁ ମାନାୟାର୍‌ ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ କାତା ଆନିୱେଡ଼ାଂ, ତାଞ୍ଜି ଆୟା ଆରି ଟଣ୍ଡାହିର୍‌ ବାର୍‌ତ ନିଲ୍‌ଚି ତା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ବେଣ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚା କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌ ।
47 ४७ तेव्हा कोणीतरी त्यास म्हणाले, “तुमची आई व भाऊ बाहेर उभे आहेत. ते तुमच्याशी बोलण्याची वाट पाहत आहेत.”
ହେବେ ରକାନ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, “ହୁଡ଼ା, ମିଞ୍ଜି ଆୟା ଆରି ଟଣ୍ଡାର୍‌ ବାର୍ତ ନିଲ୍‌ଚି ନି ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ବେଣ୍‌ କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ମାନ୍‌ କିନାରା ।”
48 ४८ त्याच्याशी बोलणाऱ्याला त्याने उत्तर दिले, “कोण माझी आई? कोण माझा भाऊ?”
ମାତର୍‌ ଜେ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଇ କାତା ଇଚାନ୍‌, ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ଜିସୁ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ମାଞ୍ଜି ଆୟା ଇନ୍ଦେଲ୍‌? ଆରେ, ନା ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଇନେର୍‌?”
49 ४९ मग तो आपल्या शिष्यांकडे हात करून म्हणाला, “पाहा, माझी आई व माझे भाऊ हे आहेत.
ଆରେ, ଜିସୁ ତା ଚେଲାହିର୍‌ ନିପ କେଇ ଚଚ୍‌ଚି ଇଚାନ୍‌, “ହୁଡ଼ା, ମାଞ୍ଜି ଆୟା ଆରି ମାଞ୍ଜି ଟଣ୍ଡାର୍‌,
50 ५० कारण माझ्या स्वर्गीय पित्याच्या इच्छेनुसार जे वागतात, तेच माझे भाऊ, बहीण आणि आई.”
ଇନେର୍‌କି ସାର୍ଗେନି ଆବାତି ଇଚା କିନାନ୍‌, ହେୱାନ୍‌ ନା ଟଣ୍ଡାର୍‌, ତଣ୍‌ଦେକ୍‌ ଆରି ଆୟା ।”

< मत्तय 12 >