< मार्क 6 >
1 १ नंतर येशू तेथून नासोरी या त्याच्या नगरात आला आणि त्याचे शिष्य त्याच्यामागे आले.
୧ଜୀସୁ ଏ଼ ଟା଼ୟୁ ପିସାନା ତା଼ନୁ ପାଡାଆ଼ତି ନା଼ୟୁଁତା ହାଚେସି ଇଞ୍ଜାଁ ତାନି ସୀସୁୟାଁ ତାନି ଜେ଼ଚ ହାଚେରି ।
2 २ शब्बाथ दिवशी तो सभास्थानात शिकवीत होता. पुष्कळ लोकांनी त्याची शिकवण ऐकली तेव्हा ते थक्क झाले. ते म्हणाले, “या मनुष्यास ही शिकवण कोठून मिळाली? त्यास देवाने कोणते ज्ञान दिले आहे आणि याच्या हातून हे केवढे चमत्कार होतात?
୨ଜ଼ମିନି ଦିନା ୱା଼ହାଲିଏ, ଏ଼ୱାସି ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି କୁଟମି ଇଲୁତା ଜା଼ପ୍ହାଲି ମା଼ଟ୍ହେସି; ଇଞ୍ଜାଁ ହା଼ରେକା ତାନି କାତା ୱେଞ୍ଜାନା କାବା ଆ଼ହାଁ ଏଲେଇଚେରି, “ଈୱାଣାକି ଈ ବାରେ ଏମ୍ବିଟି ଆ଼ତେ? ଈୱାସି ଇଲେତି ବୁଦି ଏ଼ନିକିଁ ପୁଚେସି? ଇଞ୍ଜାଁ ଇଲେତି କାବାଆ଼ନି କାମା ଏ଼ନି ବା଼ଡ଼୍ୟୁ ତଲେ କିହିମାନେସି?”
3 ३ जो सुतार, मरीयेचा मुलगा आणि याकोब, योसे, यहूदा व शिमोन यांचा जो भाऊ तोच हा आहे ना?” आणि या आपल्याबरोबर आहेत त्या याच्या बहिणी नव्हेत काय? त्याचा स्वीकार करण्याविषयी त्यांना प्रश्न पडला.
୩ଈୱାସି ଏ଼ ବାଡିୟାତି ମୀର୍ଏସି ଆ଼ଏକି? ଈୱାସି ମରିୟମନି ମୀର୍ଏସି ଇଞ୍ଜାଁ ଜାକୁବ, ଜସି, ଜୀହୁଦା ଇଞ୍ଜାଁ ସିମନତି ତାୟି ଆ଼ଏକି? ଇଞ୍ଜାଁ ତାମି ତାଙ୍ଗିସ୍କା ଇମ୍ବାଆଁ ମା଼ ତଲେ ହିଲାଉ କି? ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଅ଼ପାଆତେରି ।
4 ४ मग येशू त्यांना म्हणाला, “संदेष्ट्याचा सन्मान होत नाही असे नाही; मात्र त्याच्या नगरात, त्याच्या नातेवाईकात आणि त्याच्या कुटुंबात त्याचा सन्मान होत नसतो.”
୪ଏମ୍ବାଟିଏ ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍ନାରି ଏଟ୍କା ଲ଼କୁ ତା଼ଣାଟି ମା଼ନି ବେଟାଆ଼ନେରି ସାମା ତାମି ନା଼ୟୁଁତି ଲ଼କୁ ଇଞ୍ଜାଁ ତାମି ଇଲୁ କୁଟମିତି ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ମା଼ନି କିଅରି ।”
5 ५ थोड्याशाच रोग्यांवर हात ठेवून त्याने त्यास बरे केले, याशिवाय दुसरे कोणतेही महत्कृत्य त्यास तेथे करता आले नाही.
୫ଇଞ୍ଜାଁ ଏଚରଜା଼ଣା ର଼ଗ ଗାଟାରାଇଁ କେୟୁ ଇଟାନା ନେହିଁ କିନାଣି ପିସ୍ପେ ଏ଼ ଟା଼ୟୁତା ଏ଼ନି ବା଼ଡ଼୍ୟୁତି କାମା କିହାଲି ଆ଼ଡାଆତେସି ।
6 ६ त्यांच्या अविश्वासामुळे त्यास आश्चर्य वाटले. नंतर येशू शिक्षण देत जवळपासच्या गावोगावी फिरला.
୬ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ନାମାଆତାକି ଜୀସୁ ହା଼ରେକା କାବା ଆ଼ତେସି ଏମ୍ବାଟି ବାରେ ନା଼ସ୍କାଣାଁ ହାଜାନା ଜା଼ପ୍ହେସି ।
7 ७ नंतर येशूने बारा शिष्यांना आपणाकडे बोलावून घेतले व त्यांना जोडीजोडीने पाठवू लागला, त्याने त्यास अशुद्ध आत्म्यावरचा अधिकार दिला.
୭ଡା଼ୟୁ ଏ଼ୱାସି ନା଼ସ୍କା ନା଼ସ୍କାଣାଁ ରେ଼ଜି ରେ଼ଜିହିଁ ଜା଼ପ୍ହାଲି ମା଼ଟ୍ହେସି, ଏମ୍ବାଟିଏ ବା଼ରଜା଼ଣାତି ଡାଗେ ହା଼ଟାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ରିଆରି ଲାକା କିହାନା ପାଣ୍ତାଲି ମା଼ଟ୍ହେସି ଇଞ୍ଜାଁ ଲାଗେଏ ପ଼ଲେଏତି ଜୀୱୁୟାଁ ଲାକ ଏ଼ୱାରାକି ଅଦିକାରା ହୀତେସି,
8 ८ आणि त्यास आज्ञा केली की, “काठीशिवाय प्रवासासाठी दुसरे काही घेऊ नका. भाकरी, झोळी किंवा कमरकशात पैसे घेऊ नका.
୮ଅ଼ଡ଼େ ହାଜାଲିତାକି ବାଡ଼୍ଗା ପିସ୍ପେ, ଲ଼ହଡ଼ି କି ମ଼ଣା କି ଅଟଡ଼ିତା ଟାକାୟାଁ ଅ଼ଆଦୁ ଇଞ୍ଜିଁ ହୁକୁମି ହୀତେସି;
9 ९ तरी चपला घालून चाला; दोन अंगरखे घालू नका.”
୯ସାମା ଏ଼ୱାରାଇଁ କଡାତା ସେପୁୟାଁ ତୁର୍ହାଲି ଏଲେଇଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ରୀ ସକାୟାଁ ତୁର୍ହାଲି କା଼ହି କିତେସି ।
10 १० आणखी तो त्यास म्हणाला, “ज्या कुठल्याही घरात तुम्ही जाल तेथे तुम्ही ते शहर सोडीपर्यंत राहा.
୧୦ଇଞ୍ଜାଁ ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମିଙ୍ଗ ଆମିନି ଇଲୁତା ହା଼ଟାନେରି, ଏମ୍ବାଟି ୱେଣ୍ତା ୱା଼ଆ ପାତେକା ଏମ୍ବାଆଁ ଡ଼ୟାଦୁ ।
11 ११ आणि ज्याठिकाणी तुमचे स्वागत होणार नाही किंवा तुमचे ऐकणार नाहीत तेथून निघताना, त्यांना साक्ष व्हावी म्हणून आपल्या तळ पायाची धूळ तेथेच झाडून टाका.”
୧୧ସାମା ଆମିନି ଟା଼ୟୁତି ଲ଼କୁ ମିଙ୍ଗ ଆବଅରି, କି ମୀ କାତା ୱେନଅରି, ଏମ୍ବାଟି ୱେଣ୍ତା ୱା଼ନାଟି ଏ଼ୱାରି ନ଼କିତା ସା଼କି ହୀହାଲି ତାକି ମୀ କଡାତି ଦୂଡ଼ି ହାଣ୍ଦୁ ।”
12 १२ मग शिष्य तेथून निघाले आणि लोकांनी पश्चात्ताप करावा म्हणून त्यांनी घोषणा केली.
୧୨ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାରି ରେ଼ଜି ରେ଼ଜିହିଁ ପା଼ପୁ ପିସାନା ମ଼ନ ୱେଟ୍ନି କାତା ୱେ଼କ୍ହେରି,
13 १३ त्यांनी पुष्कळ भूते काढली आणि अनेक रोग्यांना तैलाभ्यंग करून त्यांना बरे केले.
୧୩ଇଞ୍ଜାଁ ହା଼ରେକା ବୂତୁଣି ପିସ୍ପି କିତେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ହା଼ରେକା ର଼ଗ ଗାଟାରାଇଁ ନିୟୁଁ ରୁବାନା ନେହିଁ କିତେରି ।
14 १४ हेरोद राजाने येशूविषयी ऐकले कारण येशूचे नाव सगळीकडे गाजले होते. काही लोक म्हणत होते, “बाप्तिस्मा करणारा योहान मरण पावलेल्यातून उठला आहे, म्हणून त्याच्याठायी चमत्कार करण्याचे सामर्थ्य आहे.”
୧୪ଏମ୍ବାଟିଏ ଜୀସୁ ଦ଼ରୁ ସା଼ରି ୱାକି ୱେ଼ଙ୍ଗା ହାଜାଲିଏ ହେରଦ ରାଜା ଏ଼ୱାଣି କାତା ୱେଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଲ଼କୁ ଏଲେଇଞ୍ଜିମାଚେରି, “ବାପ୍ତିସ୍ମ ହୀନି ଜହନ ହା଼ତାରି ତା଼ଣାଟି ନିଙ୍ଗାମାନେସି, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଈ ବାରେ କାବାଆ଼ନି ବା଼ଡ଼୍ୟୁତି କାମା ଏ଼ୱାଣି ତା଼ଣା ଆ଼ହିମାନେ ।”
15 १५ इतर लोक म्हणत, “येशू एलीया आहे.” तर काहीजण म्हणत, “हा संदेष्टा फार पूर्वीच्या संदेष्ट्यापैकी एक आहे.”
୧୫ସାମା ଏଟ୍କାତାରି ଏଲେଇଞ୍ଜିମାଚେରି, “ଈୱାସି ଏଲିୟ ।” ଇଞ୍ଜାଁ ଅ଼ଡ଼େ ଏଚରଜା଼ଣା ଏଲେଇଞ୍ଜିମାଚେରି, “ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍ନାରି ଲେହେଁ ଈୱାସି ଜିକେଏ ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍ନାସି ।”
16 १६ परंतु हेरोदाने जेव्हा ऐकले तेव्हा तो म्हणाला, “ज्या योहानाचा मी शिरच्छेद केला तोच उठला आहे.”
୧୬ସାମା ହେରଦ ଈଦାଆଁ ୱେଞ୍ଜାନା ଏଲେଇଚେସି, “ଆମିନି ଜହନତି ତା଼ର୍ୟୁଁ ନା଼ନୁ ଦା଼ପି କିହାମାଇଁ, ଏ଼ୱାସି ନିଙ୍ଗାମାନେସି!”
17 १७ हेरोदाने स्वतः योहानाला पकडून तुरूंगात टाकण्याची आज्ञा दिली होती कारण त्याचा भाऊ फिलिप्प याची पत्नी हेरोदीया हिच्याबरोबर हेरोदाने लग्न केले होते.
୧୭ଇଚିହିଁ ହେରଦ ତାନି ତାୟି ପିଲିପ ଡକ୍ରି ହେରଦିୟାନି ବୀହା ଆ଼ହାମାଚାକି, ଏ଼ଦାନି ତାକି ତା଼ନୁ ଲ଼କୁଣି ପାଣ୍ତାନା ଜହନଇଁ ଦସ୍ପା ତାଚାନା କା଼ୟିଦିତା ଇଟାମାଚେସି ।
18 १८ व योहान हेरोदाला सांगत असे की, “तू आपल्या भावाची पत्नी ठेवावीस हे शास्त्रानुसार नाही.”
୧୮ଇଚିହିଁ ଜହନ ହେରଦଇଁ ଏଲେଇଞ୍ଜାମାଚେସି, “ନୀ ତାୟି ଡକ୍ରିନି ଇଟିନାୟି ନୀ ମେ଼ରା ହିଲାଆତେ ।”
19 १९ याकरिता हेरोदीयेने योहानाविरूद्ध मनात अढी धरली. ती त्यास ठार मारण्याची संधी पाहत होती. परंतु ती त्यास मारू शकली नाही,
୧୯ଏମ୍ବାଟିଏ ହେରଦିୟା କାର୍ବି ଆ଼ହାନା ଜହନଇଁ ପା଼ୟାଲି ମ଼ନ କିହିମାଚେ ସାମା ଏ଼ଦି ଏ଼ନାଆଁ କିହାଲି ଆ଼ଡିହିଲାଆତେ ।
20 २० कारण योहान नीतिमान आणि पवित्र मनुष्य आहे हे जाणून हेरोद त्याचे भय धरीत असे व त्याचे संरक्षण करी. हेरोद योहानाचे बोलणे ऐके तेव्हा, फार गोंधळून जाई, तरी तो त्याचे म्हणणे आनंदाने ऐकून घेत असे.
୨୦ଇଚିହିଁ ହେରଦ ଜହନଇଁ ର଼ ଦାର୍ମୁଗାଟାସି ଅ଼ଡ଼େ ସୁଦୁଗାଟାସି ଇଞ୍ଜିଁ ଆଜିମାଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଗେଲ୍ପାଲି ଅଣ୍ପିମାଚେସି, ଏ଼ୱାଣି କାତା ୱେଞ୍ଜାନା ଆଜିତିହିଁ ଜିକେଏ ଏ଼ୱାଣି କାତା ୱେଞ୍ଜାଲି ମ଼ନ କିହିମାଚେସି ।
21 २१ मग एके दिवशी अशी संधी आली की हेरोदिया काहीतरी करू शकेली. आपल्या वाढदिवशी हेरोदाने आपले महत्त्वाचे अधिकारी, सैन्यातील सरदार व गालील प्रांतातील प्रमुख लोकांस मेजवानी दिली.
୨୧ଡା଼ୟୁ ହେରଦିୟାକି ର଼ ପାରୁ ମେ଼ଡ଼ାଆ଼ତେ, ହେରଦ ତାନି ଜାର୍ନା ଦିନାତା କାଜା କାଜା ମନ୍ତ୍ରିୟାଁଣି ଇଞ୍ଜାଁ ଗାଲିଲିତି କାଜା କାଜାରାଇଁ ଲା଼ଆଁ ବେ଼ଲାତା ର଼ ବ଼ଜିତା ହା଼ଟିତେସି;
22 २२ हेरोदीयाच्या मुलीने स्वतः आत जाऊन नाच करून हेरोद व आलेल्या पाहुण्यांना आनंदित केले. तेव्हा हेरोद राजा मुलीला म्हणाला, “तुला जे पाहिजे ते माग म्हणजे मी ते तुला देईन.”
୨୨ଇଞ୍ଜାଁ ହେରଦିୟାନି ମା଼ଙ୍ଗା ବିତ୍ରା ହାଜାନା ଏ଼ନ୍ଦାହାଁ ହେରଦ ଇଞ୍ଜାଁ ତାନିତଲେ ବ଼ଜିତା କୁଗାମାଚି ଲ଼କୁଣି ରା଼ହାଁ କିୱିକିତେ, ଏମ୍ବାଟିଏ ରାଜା ଏ଼ ପ଼ଦାନି ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ନାଆଁ ମ଼ନ କିହିମାଞ୍ଜି ରୀସ୍ତାମୁ ନା଼ନୁ ଏ଼ଦାଆଁ ନିଙ୍ଗେ ହିୟାଇଁ ।”
23 २३ तो शपथ वाहून तिला म्हणाला, “माझ्या अर्ध्या राज्यापर्यंत जे काही तू मागशील ते मी तुला देईन.”
୨୩ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ପ଼ଦା ନ଼କିତା ପାର୍ମାଣା କିତେସି, “ନୀନୁ ନାଙ୍ଗେ ଏ଼ନାଆଁ ରୀସ୍ତାଦି, ରା଼ଜିତି ଆଦା ଜିକେଏ ନା଼ନୁ ନିଙ୍ଗେ ହିୟାଇଁ!”
24 २४ ती बाहेर गेली आणि तिच्या आईला म्हणाली, “मी काय मागू?” आई म्हणाली, “बाप्तिस्मा करणाऱ्या योहानाचे शीर.”
୨୪ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ ପ଼ଦା ହାଜାନା ତାମି ଇୟାନି ୱେଚେ, “ନା଼ନୁ ଏ଼ନାଆଁ ରୀହ୍ଇଁ?” ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ଦି ଏଲେଇଚେ, “ବାପ୍ତିସ୍ମ ହୀନି ଜହନତି ତା଼ର୍ୟୁଁ ।”
25 २५ आणि ती मुलगी लगेच आत राजाकडे गेली आणि म्हणाली, “मला तुम्ही या क्षणी बाप्तिस्मा करणाऱ्या योहानाचे शीर तबकात घालून द्यावे अशी माझी इच्छा आहे.”
୨୫ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ରାଜା ତା଼ଣା ତବେ ୱା଼ହାନା ଏଲେଇଞ୍ଜି ରୀସ୍ତେ, “ନାଙ୍ଗେ ନୀନୁ ବାପ୍ତିସ୍ମ ହୀନି ଜହନତି ତା଼ର୍ୟୁଁ ର଼ ସାଡ଼୍ୱାତା ନୀଏଁ ନାଙ୍ଗେ ହିୟାମୁ ।”
26 २६ राजाला फार वाईट वाटले, परंतु त्याच्या शपथेमुळे व भोजनास आलेल्या पाहुण्यांमुळे त्यास तिला नकार द्यावा असे वाटले नाही.
୨୬ଏମ୍ବାଟିଏ ରାଜା ହା଼ରେକା ଦୁକୁ ଆ଼ତିହିଁ ଜିକେଏ, ତା଼ନୁ କିତି ପାର୍ମାଣା ଅ଼ଡ଼େ ବ଼ଜିତା କୁଗାମାଚାରି ତାକି ଆ଼ଏ ଇଞ୍ଜାଲି ଆ଼ଡାଆତେସି ।
27 २७ तेव्हा राजाने लगेच वध करणाऱ्याला पाठवले व योहानाचे शीर घेऊन येण्याची आज्ञा केली. मग तो गेला व तुरूंगात जाऊन त्याने योहानाचे शीर कापले.
୨୭ଏ଼ଦାଆଁତାକି ରାଜା ଦେବୁଣିଏ ର଼ କ଼ହ୍ଏଁଣାଇଁ ପାଣ୍ତାନା ତାନି ତା଼ର୍ୟୁଁ ତାଚାଲି ହୁକୁମି ହୀତେସି, ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାସି ହାଜାନା କା଼ୟିଦି ଇଲୁତା ତାନି ତା଼ର୍ୟୁଁ ଦା଼ତେସି;
28 २८ ते शीर तबकात घालून मुलीला दिले व मुलीने ते आईला दिले.
୨୮ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ଦାଆଁ ର଼ ସାଡ଼୍ୱାତା ତାଚାନା ପ଼ଦାନାକି ହୀତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ପ଼ଦା ଏ଼ଦାଆଁ ଅ଼ହାନା ତାମି ଇୟାନାକି ହୀତେ ।
29 २९ हे ऐकल्यावर, योहानाचे शिष्य आले आणि त्यांनी त्याचे शरीर उचलले आणि कबरेत नेऊन ठेवले.
୨୯ଇଞ୍ଜାଁ ଜହନତି ସୀସୁୟାଁ ଏ଼ କାତା ୱେଞ୍ଜାନା ୱା଼ତେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ତାନି ମାଡ଼୍ହାତି ଅ଼ହାନା ମାଡ଼୍ହା ଇଟିନି ଟା଼ୟୁତା ଇଟିତେରି ।
30 ३० यानंतर प्रेषित येशूभोवती जमले आणि त्यांनी जे केले आणि शिकविले ते सर्व त्यास सांगितले.
୩୦ଡା଼ୟୁ ପାଣ୍ତ୍ୱି ଆ଼ହାମାଚାରି ଜୀସୁ ତା଼ଣା ୱା଼ତେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ନା ଏ଼ନାଆଁ କିହାମାଚେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ନା ଏ଼ନାଆଁ ଜା଼ପ୍ହା ମାଚେରି, ଏ଼ ବାରେ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ୱେସ୍ତେରି ।
31 ३१ नंतर तो त्यांना म्हणाला, “तुम्ही रानात एकांती चला आणि थोडा विसावा घ्या.” कारण तेथे पुष्कळ लोक जात येत होते व त्यांना जेवायलाही सवड मिळत नव्हती.
୩୧ଏମ୍ବାଟିଏ ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମା଼ର ଇମ୍ବାଟି ଲ଼କୁ ହିଲାଆ ଟା଼ୟୁତା ହାନ, ଏମ୍ବାଆଁ ମୀରୁ ଗା଼ଡ଼େକା ଜ଼ମାଦୁ ।” ଇଚିହିଁ ହା଼ରେକା ଲ଼କୁ ହାଜି ୱା଼ହି ଆ଼ହିମାଚାକି ଏ଼ୱାରାକି ତିଞ୍ଜାଲି ଜିକେଏ ମ୍ଣିଆତେ ।
32 ३२ तेव्हा ते सर्वजण तारवात बसून रानात गेले.
୩୨ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାରି ଏଟ୍କା ଆ଼ହାନା ର଼ ଡଂଗତା ହ଼ଚାନା ଲ଼କୁ ହିଲାଆ ଟା଼ୟୁତା ହାଚେରି ।
33 ३३ परंतु पुष्कळ लोकांनी त्यांना जाताना पाहिले व ते कोण आहेत हे त्यांना कळाले तेव्हा सर्व गावांतील लोक पायीच धावत निघाले व त्याच्या येण्याअगोदरच ते तेथे पोहोचले.
୩୩ସାମା ହା଼ରେକା ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାରି ହ଼ଚା ହାଚାଣି ମେସ୍ତେରି ଅ଼ଡ଼େ ପୁଚେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ଲ଼କୁ ବାରେ ଗା଼ଡ଼ାୟାଁଟି ତା଼କିହିଁ ହାଜାନା ଏ଼ୱାରି ନ଼କିତା ଏଗାହାଚେରି ।
34 ३४ येशू किनाऱ्याला आल्यावर, त्याने मोठा लोकसमुदाय पाहिला; ते मेंढपाळ नसलेल्या मेंढरांसारखे होते, म्हणून त्यास त्यांचा कळवळा आला; म्हणून तो त्यांना बऱ्याच गोष्टीविषयी शिक्षण देऊ लागला.
୩୪ଏ଼ୱାସି ଡଂଗଟି ରେ଼ଚାନା ହା଼ରେକା ଲ଼କୁଣି ମେସାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ କାର୍ମା ଆ଼ତେସି, ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାରି ଗ଼ଡ଼ୁ ହିଲାଆ ମେ଼ଣ୍ତାୟାଁ ଲେହେଁ ମାଚେରି; ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ ହା଼ରେକା କାତା ଜା଼ପ୍ହେସି ।
35 ३५ दिवस बराच उतरल्यावर त्याचे शिष्य त्याच्याकडे येऊन म्हणाले, “ही अरण्यातली जागा आहे व आता दिवस फार उतरला आहे.
୩୫ଗାଡି ୱେଡ଼ାଆୟାଲିଏ ତାନି ସୀସୁୟାଁ ତାନି ତା଼ଣା ୱା଼ହାନା ଏଲେଇଚେରି, “ଈ ଟା଼ୟୁ ଲ଼କୁ ହିଲାଆ ଟା଼ୟୁ ଇଞ୍ଜାଁ ଆନ୍ଦେରି ଜିକେଏ ଆ଼ହିମାନେ;
36 ३६ लोकांस जाऊ द्या म्हणजे ते भोवतालच्या शेतात व खेड्यात जाऊन त्यांच्यासाठी काहीतरी खायला विकत आणतील.”
୩୬ଲ଼କୁ ଏ଼ନିକିଁ ସା଼ରିୱାକି ମାନି ୱାଲ୍ହାୱା଼ଡ଼ି ଅ଼ଡ଼େ ଗା଼ଡ଼ାତା ହାଜାନା ତାମ୍ଙ୍ଗେ ତାକି ତିଞ୍ଜାଲି ରା଼ନ୍ଦା କଡାପେରିୱା, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱାରାଇଁ ହେଲ ହୀହାନା ପାଣ୍ତାମୁ ।”
37 ३७ परंतु त्याने त्यास उत्तर दिले, “तुम्हीच त्यांना काहीतरी खावयास द्या.” ते त्यास म्हणाले, “आम्ही जाऊन त्यांना खाण्यासाठी दोनशे चांदीच्या नाण्याच्या भाकरी विकत आणाव्या काय?”
୩୭ସାମା ଜୀସୁ ତାନି ସୀସୁୟାଁଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମୀରୁ ଏ଼ୱାରାକି ତିଞ୍ଜାଲି ହୀଦୁ ।” ଏ଼ୱାରି ଏଲେଇଚେରି, “ମା଼ର ରୀ ୱାଞ୍ଜା ୱେଣ୍ତି ଟାକାୟାଁତି ରୂଟି ତାଚାନା ଈୱାରାକି ତିଞ୍ଜାଲି ହୀନାୟି କି?”
38 ३८ तो त्यांना म्हणाला, “जा आणि पाहा की तुमच्याजवळ किती भाकरी आहेत?” पाहिल्यावर ते म्हणाले, “आमच्याजवळ पाच भाकरी आणि दोन मासे आहेत.”
୩୮ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମୀ ତା଼ଣା ଏଚରଗଟା ରୂଟି ମାନୁ? ହାଜାନା ସିନିକିଦୁ ।” ଏ଼ୱାରି ୱେଞ୍ଜା ୱା଼ହାନା ଜୀସୁଇଁ ଏଲେଇଚେରି, “ପା଼ସାଗଟା ରୂଟି ଇଞ୍ଜାଁ ରୀ ମୀଣ୍କା ମାନୁ ।”
39 ३९ येशूने सर्व लोकांस आज्ञा केली की गटागटाने हिरवळीवर बसावे.
୩୯ଇଞ୍ଜାଁ ଜୀସୁ ତାନି ସୀସୁୟାଁଇଁ ଏଲେଇଚେସି, ବାରେ ଲ଼କୁଇଁ ଗଚି ଗଚି କିହିଁ କ୍ଡଗି ଜା଼ଡ଼ା ଲାକ କୁଗିକିହାଲି ୱେସ୍ତେସି ।
40 ४० तेव्हा ते शंभर शंभर व पन्नास पन्नास असे पंक्तीपंक्तीने बसले.
୪୦ଏଚେଟିଏ ଏ଼ୱାରି ପା଼ସାକ଼ଡ଼ି ଜା଼ଣା ରୀ କ଼ଡ଼ି ଦସ ଜା଼ଣା ଲାକା ମାନ୍ଦା ମାନ୍ଦା ଆ଼ହିଁ କୁଗିତେରି ।
41 ४१ येशूने पाच भाकरी आणि दोन मासे घेऊन वर स्वर्गाकडे पाहून, आशीर्वाद दिला आणि भाकरी मोडल्या व त्या लोकांस वाढण्यासाठी आपल्या शिष्यांजवळ दिल्या आणि दोन मासेसुद्धा वाटून दिले.
୪୧ଡା଼ୟୁ ଜୀସୁ ଏ଼ ପା଼ସାଗଟା ରୂଟି ଇଞ୍ଜାଁ ରୀ ମୀଣ୍କା ଅ଼ହାନା ଲାକପୂରୁ ୱାକି ସିନିକିହାଁ ମାହାପୂରୁଇଁ ଜହରା କିତେସି, ଅ଼ଡ଼େ ରୂଟି ଡ଼ିକ୍ହାନା ଲ଼କୁତାକି ବା଼ଟି କିହା ହୀହାଲି ତାନି ସୀସୁୟାଁକି ହୀତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ରୀ ମୀଣ୍କା ଜିକେଏ ଏଲେକିହିଁଏ ବା଼ଗା କିହାନା ହୀତେସି ।
42 ४२ मग ते सर्व जेवन करून तृप्त झाले.
୪୨ଏମ୍ବାଆଁ ବାରେଜା଼ଣା ତିଞ୍ଜାନା ପାଞ୍ଜିତେରି,
43 ४३ आणि त्यांनी उरलेल्या तुकड्यांच्या बारा टोपल्या भरून घेतल्या आणि माशांचेही तुकडे नेले.
୪୩ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ହା଼ରାମାଚି ରୂଟି ଅ଼ଡ଼େ ମୀଣ୍କା କୂଡ଼ି କିହାନା ବା଼ରଗଟା ଡାଲିତା ନେଞ୍ଜିକିତେରି ।
44 ४४ भाकरी खाणारे पाच हजार पुरूष होते.
୪୪ରୂଟି ତିଚି ଲ଼କୁ ପା଼ସାମା଼ଣା ୱାର୍ଇ ଆ଼ବାୟାଁ ମାଚେରି ।
45 ४५ नंतर मी लोकसमुदायाला निरोप देतो आणि तुम्ही तारवात बसून पलीकडे बेथसैदा येथे जा, असे सांगून येशूने लगेचच शिष्यांना त्याच्यापुढे जाण्यास सांगितले.
୪୫ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ଏ଼ୱାସି ତାନି ସୀସୁୟାଁଣି ଡଂଗତା ହ଼ଚାନା ଆତାଲାୱାକି ମାନି ବେତ୍ସାୟିଦା ଗା଼ଡ଼ାତା ହାଜାଲି ତାନି ନ଼କେଏ ପାଣ୍ତିତେସି, ଏମ୍ବାଟିଏ ବାରେ ଲ଼କୁଣି ହାଜାଲିତାକି ହେଲ ହୀହାଁ ପାଣ୍ତିତେସି ।
46 ४६ लोकांस निरोप देऊन तो प्रार्थना करण्यास डोंगरावर गेला.
୪୬ଏ଼ୱାରି ତା଼ଣାଟି ହେଲ ଅ଼ତି ଡା଼ୟୁ ଏ଼ୱାସି ପ୍ରା଼ତାନା କିହାଲି ହ଼ରୁତା ହାଚେସି ।
47 ४७ संध्याकाळ झाली तेव्हा तारू सरोवराच्या मध्यभागी होता आणि येशू एकटाच जमिनीवर होता.
୪୭ମିଡ଼୍ଅଲା ଆ଼ହାଲିଏ ଡଂଗ ସାମ୍ଦୁରି ମାଦିଏ ମାଚେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଜୀସୁ ସାମ୍ଦୁରି ଗାଟୁତା ରଅସିଏ ମାଚେସି ।
48 ४८ मग त्यांना वल्ही मारणे अवघड जात आहे असे त्यास दिसले, कारण वारा त्यांच्या विरुद्धचा होता. नंतर पहाटे तीन ते सहाच्या दरम्यान येशू सरोवरावरून चालत त्यांच्याकडे आला, त्यांच्याजवळून पुढे जाण्याचा त्याचा बेत होता.
୪୮ଏମ୍ବାଟିଏ ହା଼ରେକା ଗା଼ଲି ଏ଼ୱାରି ୱାକି ୱେ଼ଚିମାଚାକି ଡଂଗ ତାକି କିହାଲି କସ୍ତ ଆ଼ହିମାଚାଣି ମେସାନା ଏ଼ୱାସି ୱେ଼ୟା ନେ଼କେରି ସାମ୍ଦୁରି ଏ଼ୟୁ ଲାକ ତା଼କିହିଁ ଏ଼ୱାରି ଡାଗେ ୱା଼ତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଡାଗେଟି ଆଗାଡ଼ା ହାଜାଲି ଅଣ୍ପାମାଚେସି,
49 ४९ पण त्यास सरोवरातील पाण्यावरून चालतांना पाहिले, तेव्हा त्यांना ते भूत आहे असे वाटले व ते ओरडले.
୪୯ସାମା ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ସାମ୍ଦୁରି ଲାକ ତା଼କି ମାନାଣି ମେସାନା ବୂତୁ ଇଞ୍ଜିଁ ଅଣ୍ପାନା କା଼ଲ୍ୱି ଆ଼ତେରି ।
50 ५० कारण त्या सर्वांनी त्यास पाहिले व ते घाबरून गेले. तो लगेच त्यांना म्हणाला, “धीर धरा, भिऊ नका, मी आहे.”
୫୦ଇଚିହିଁ ବାରେଜା଼ଣା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ମେସାନା ଆଜାହାଜା ମାଚେରି । ସାମା ଜୀସୁ ଦେବୁଣିଏ ଏ଼ୱାରିତଲେ କାତା ଆ଼ହାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ସା଼ସା ଆହ୍ଦୁ ନା଼ନୁଏ ଏ଼ୱାତେଏଁ, ଆଜାଆଦୁ ।”
51 ५१ नंतर तो त्यांच्याकडे तारवात गेला तेव्हा वारा शांत झाला. ते अतिशय आश्चर्यचकित झाले.
୫୧ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରିତା଼ଣା ହାଜାନା ଡଂଗତା କୁଗିତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଗା଼ଲି ଡୂଙ୍ଗିତେ, ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାରି ମ଼ନ ମ଼ନତା ହା଼ରେକା କାବା ଆ଼ତେରି ।
52 ५२ कारण त्यांना भाकरीची गोष्ट समजली नव्हती आणि त्यांची मने कठीण झाली होती.
୫୨ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାରି ରୂଟିୟାଁ କାତା ପୁଣ୍ମ୍ବୁଏ ପୁଞ୍ଜାହିଲାଆତେରି, ଏ଼ନାଆଁତାକି ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାରି ହିୟାଁ ଆ଼ଟ୍ୱା ଆ଼ହାମାଚେ ।
53 ५३ त्यांनी सरोवर ओलांडल्यावर ते गनेसरेतला आले व तारु बांधून टाकले.
୫୩ଏ଼ୱାରି ସାମ୍ଦୁରି ଗା଼ଣ୍ଚାନା ଗେନେସର ରା଼ଜିତା ଏଜାନା କାଡା ଗାଟୁତା ଡଂଗତି ଦସ୍ତେରି ।
54 ५४ ते तारवातून उतरताच लोकांनी येशूला ओळखले.
୫୪ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାରି ଡଂଗଟି ରେ଼ଚାଲିଏ, ଦେବୁଣିଏ ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପୁଞ୍ଜାନା,
55 ५५ आणि ते आसपासच्या सर्व भागात चोहोकडे धावपळ करीत फिरले व जेथे कोठे तो आहे म्हणून त्यांच्या कानी आले, तेथे तेथे लोक दुखणेकऱ्यांना बाजेवर घालून नेऊ लागले.
୫୫ଏ଼ ରା଼ଜିତି ସା଼ରିୱାକି ହାଚେରି, ଏ଼ୱାରି ଆମିନି ଟା଼ୟୁତା ମାନେରି ଇଞ୍ଜିଁ ୱେଚେରି, ଅ଼ଡ଼େ ଜୀସୁ ମାନି ଟା଼ୟୁତା ର଼ଗ ଗାଟାରାଇଁ କାଟେଲିତା ଡେ଼କା ତାଚାଲି ମା଼ଟ୍ହେରି ।
56 ५६ तो गावात किंवा शेतमळ्यात कोठेही जावो, तेथे लोक दुखणेकऱ्यांना भर बाजारात आणून ठेवत आणि आपल्या वस्त्राच्या गोंड्याला तरी स्पर्श करू द्या अशी त्यास विनंती करीत आणि जितक्यांनी त्यास स्पर्श केला तितके बरे झाले.
୫୬ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ଆମିନି ନା଼ସ୍କା, ଅ଼ଡ଼େ ଗା଼ଡ଼ାତା ହାଚେସି, ଲ଼କୁ ଏ଼ ବାରେ ଟା଼ସ୍କାତି ହା଼ଟା ବାଜାରାଟି ର଼ଗ ଗାଟାରାଇଁ ଏ଼ୱାଣି ନ଼କିତା ଏ଼ୱାରାଇଁ ଇଟିତେରି, ଏ଼ୱାରି ଏ଼ନିକିଁ ଏ଼ୱାଣି ହିମ୍ବରି କୁଙ୍ଗୁ ଡୀଗିନେରି, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ବାତିମା଼ଲିତେରି; ଇଞ୍ଜାଁ ଏଚେକା ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଡୀଗିତେରି ଏ଼ୱାରି ବାରେ ନେହିଁ ଆ଼ତେରି ।