< मार्क 5 >
1 १ मग येशू आणि त्याचे शिष्य सरोवराच्या पलीकडे, गरसेकरांच्या प्रदेशात आले.
୧ଡା଼ୟୁ ଜୀସୁ ଅ଼ଡ଼େ ସୀସୁୟାଁ ଗାଲିଲି ଆତାଲାତି ଗରାସିୟ ରା଼ଜିତା ଏଗାହାଚେରି ।
2 २ तो तारवातून उतरताच अशुद्ध आत्मा लागलेला एक मनुष्य कबरांतून निघून त्यास भेटला.
୨ଜୀସୁ ଡଂଗଟି ରେ଼ପନିଏ ର଼ ବୂତୁ ଆଲ୍ଗା ମାଚାସି ମାଡ଼୍ହା ମୁହ୍ନି ଟା଼ୟୁଟି ହ଼ଚାୱା଼ହାନା ଜୀସୁଇଁ ବେଟାଆ଼ତେସି ।
3 ३ तो कबरांमध्ये राहत असे व त्यास साखळदंडाने आणखी बांधून ठेवणे आता कोणाला शक्य नव्हते.
୩ଏ଼ୱାସି ମାଡ଼୍ହା ମୁହ୍ନି ଟା଼ୟୁତା ବାସା କିହିମାଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଆମ୍ବାଆସି ଜିକେଏ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ହିକ୍ଣିୟାଁ ତଲେ ଦସାଲି ଆ଼ଡିହିଲାଆତେରି;
4 ४ कारण त्यास पुष्कळ वेळा बेड्यांनी व साखळदंडांनी बांधले असताही, त्याने साखळदंड तोडून टाकले होते व बेड्यांचे तुकडे तुकडे केले होते आणि त्यास ताब्यात ठेवण्याचे सामर्थ्य कोणालाही नव्हते.
୪ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ହା଼ରେକା ଦେବା ହିକ୍ଣିୟାଁ ତଲେ ଦସାମାଚେରି, ସାମା ଏ଼ ହିକ୍ଣିୟାଁ ଡାପ୍ହାନା କୁଟୁକୁଟା କିତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଦସା ଇଟାଲି ଆମ୍ବାଆରାକି ଜିକେଏ ବା଼ଡ଼୍ୟୁ ହିଲାଆତେ ।
5 ५ तो नेहमी रात्रंदिवस कबरांमध्ये व डोंगरांमध्ये राहून ओरडत असे व टोकदार दगडांनी आपले अंग ठेचून घेत असे.
୫ଏ଼ୱାସି ଲା଼ଆଁୟାଁ ମାଦେନା ବାରେବେ଼ଲା ମାଡ଼୍ହା ମୁହ୍ନି ଟା଼ୟୁତା ଅ଼ଡ଼େ ହ଼ରୁତା ଡ଼ୟାନା କିର୍ଡ଼ି ମାଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ୱାଲ୍କାତଲେ କତ୍ହା କଡିହିଁ ରା଼ଣାରାକା କିହା କଡିମାଚେସି ।
6 ६ येशूला दुरून पाहताच, तो धावत आला व त्याच्या पाया पडला.
୬ଏ଼ୱାସି ହେକଟିଏ ଜୀସୁଇଁ ମେସାନା ହଟି ହଟିହିଁ ୱା଼ହାନା ଏ଼ୱାଣି କଡାଣା ରିହାଁ ଜହରା କିତେସି,
7 ७ आणि मोठ्याने ओरडून म्हणाला, “हे येशू, परात्पर देवाच्या पुत्रा, तू मध्ये का पडतोस? मी तुला देवाची शपथ घालतो, मला छळू नकोस.”
୭ଅ଼ଡ଼େ କାଜା ଗିୟାଁତଲେ କିର୍ଡ଼ିହିଁ ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ ବାଡ଼୍ୟୁଗାଟି ମାହାପୂରୁ ମୀର୍ଏଣାତି ଜୀସୁ, ନୀ ତଲେ ନାଙ୍ଗେ ଏ଼ନାୟି ମାଚେ? ନିଙ୍ଗେ ମାହାପୂରୁ ଦ଼ରୁତଲେ ପାର୍ମାଣା କିହିମାଞ୍ଜାଇଁ, ନାଙ୍ଗେ କସ୍ତ ହିୟାଆନି ।”
8 ८ कारण येशू त्यास म्हणत होता, “अरे अशुद्ध आत्म्या, या मनुष्यातून निघ.”
୮ଏ଼ନାଆଁତାକି ଇଚିହିଁ ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏ଼ନାଆଁ ଇଞ୍ଜାଲି ହାଜିମାଚେସି, “ଏ଼ ପ଼ଲ୍ଆ ବୂତୁତି ଈୱାଣି ତା଼ଣାଟି ହ଼ଚାହାଲାମୁ ।”
9 ९ त्याने त्यास विचारले, “तुझे नाव काय?” त्याने उत्तर दिले, “माझे नाव सैन्य, कारण आम्ही पुष्कळ आहोत.
୯ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ୱେଚେସି, “ନୀ ଦ଼ରୁ ଏ଼ନାୟି?” ଏ଼ୱାସି ଏଲେଇଚେସି, “ନା଼ ଦ଼ରୁ ‘ମାନ୍ଦା’ ଇଚିହିଁ ମା଼ମ୍ବୁ ହା଼ରେକା ଜା଼ଣାତମି ।”
10 १० आणि आम्हास या देशातून घालवू नकोस” अशी तो त्यास आग्रहाने विनंती करत होता.
୧୦ଇଞ୍ଜାଁ ଜୀସୁ ଏ଼ନିକିଁ ଏ଼ ପ଼ଲ୍ଆ ବୂତୁୟାଁଣି ଏ଼ ରା଼ଜିଟି ଅ଼ର ରା଼ଜିତା ପାଣ୍ତଅସି, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱି ଜୀସୁଇଁ ହା଼ରେକା ବାତିମା଼ଲିତୁ ।
11 ११ तेथे डोंगराच्या कडेला डुकरांचा एक मोठा कळप चरत होता.
୧୧ଏମ୍ବାଆଁ ହ଼ରୁ ଦାରିତା ର଼ ମାନ୍ଦା ପାଜିୟାଁ ମେୟିଁମାଚୁ ।
12 १२ तेव्हा अशुद्ध आत्म्यांनी त्यास विनंती केली की, “आम्ही त्या डुकरांत शिरावे, म्हणून त्यांच्याकडे आम्हास लावून दे.”
୧୨ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ ବୂତୁୟାଁ ବାତିମା଼ଲିହିଁ ଏଲେଇଚୁ, “ମାଙ୍ଗେ ଏ଼ ପାଜିୟାଁ ମାନ୍ଦାତା ହ଼ଡାଲି ପାଣ୍ତାମୁ ।”
13 १३ मग त्याने त्यास परवानगी दिली. तेव्हा ते अशुद्ध आत्मे निघून डुकारात शिरले आणि तो सुमारे दोन हजार डुकरांचा कळप तडक धावत जाऊन कड्यावरून सरोवरात पडला व पाण्यात गुदमरून मरण पावला.
୧୩ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ ହୁକୁମି ହୀହାଲିଏ, ଏ଼ ପ଼ଲ୍ଆ ବୂତୁୟାଁ ଏ଼ୱାଣି ତା଼ଣାଟି ହ଼ଚାନା ପାଜିୟାଁ ମାନ୍ଦା ବିତ୍ରା ହ଼ଟୁ; ଏମ୍ବାଟିଏ ମାନ୍ଦା ପାଜିୟାଁ ତବେ ହଟାନା ଡାଗେ ମାଚି ସାମ୍ଦୁରିତା ମେଦାନା ହା଼ହାହାଚୁ, ବାରେ ରୀ ମା଼ଣା ପାଜିୟାଁ ମାଚୁ ।
14 १४ डुकरे राखणारे पळाले व त्यांनी गावात व शेतमळ्यांत हे वर्तमान सांगितले, तेव्हा काय झाले हे पाहण्यास लोक आले.
୧୪ଏ଼ ପାଜିୟାଁ ମେଚିମାଚି ଗ଼ଡ଼୍କା ଗା଼ଡ଼ାତା ଅ଼ଡ଼େ ନା଼ସ୍କାଣାଁ ଏ଼ କାତା ୱେସ୍କା ହାଚେରି; ଏମ୍ବାଟିଏ ଲ଼କୁ ଏ଼ନାଆଁ ଆ଼ହାମାନେ ଇଞ୍ଜିଁ ସିନିକିହାଲି ୱା଼ତେରି ।
15 १५ ते येशूजवळ आल्यावर तो भूतग्रस्त, म्हणजे ज्यात सैन्य होते तो, कपडे घातलेला आणि शुद्धीवर आलेला त्यांच्या दृष्टीस पडला आणि त्यांना भीती वाटली.
୧୫ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାରି ଜୀସୁ ଡାଗେ ୱା଼ହାନା, ଏ଼ ବୂତୁ ଆଲ୍ଗା ମାଚାଣାଇଁ ଇଚିହିଁ ଆମ୍ବାଆରାକି ନ଼କେଏ ମାନ୍ଦା ବୂତୁୟାଁ ଆସାମାଚୁ, ଏ଼ୱାଣାଇଁ ହିମ୍ବରି ହୁଚାନା ନେହିଁ ମ଼ନତଲେ କୁଗାମାଚାଣି ମେସାନା ଆଜିତେରି ।
16 १६ ज्यांनी ते पाहिले होते त्यांनी भूतग्रस्ताला काय झाले ते व डुकरांविषयीची हकीकत इतरांना सांगितली.
୧୬ଆମ୍ବାଆରି ମେସାମାଚେରି, ବୂତୁ ଆଲ୍ଗା ମାଚାସି ଏ଼ନିକିଁ ନେହିଁଆ଼ତେସି, ଅ଼ଡ଼େ ପାଜିୟାଁ ଏ଼ନିକିଁ ନା଼ସା ଆ଼ତୁ ଏ଼ ବାରେ ୱେସ୍ତେରି ।
17 १७ तेव्हा आपण आमच्या प्रांतातून निघून जावे असे ते त्यास विनवू लागले.
୧୭ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାରି ଜୀସୁଇଁ ତାମି ହାନ୍ଦିଟି ହାଜାଲି ବାତିମା଼ଲିତେରି ।
18 १८ मग तो तारवात जात असता, पूर्वी भूतग्रस्त असलेला मनुष्य त्यास विनंती करू लागला की, मलाही तुमच्या सोबत घ्या.
୧୮ଡା଼ୟୁ ଜୀସୁ ଡଂଗତା ହ଼ଚିମାଚାଟି ଆମିନି ଗାଟାଣାକି ବୂତୁ ଆଲ୍ଗାମାଚେ, ଏ଼ୱାସି ତାମିତଲେ ଡ଼ୟାଲି ତାକି ବାତିମା଼ଲିତେସି ।
19 १९ परंतु त्याने त्यास आपल्या सोबत येऊ दिले नाही, तर त्यास म्हटले, “तू आपल्या घरी स्वकीयांकडे जा आणि प्रभूने तुझ्यासाठी केवढी मोठी कामे केली व तुझ्यावर कशी दया केली हे त्यांना सांग.”
୧୯ସାମା ଜୀସୁ ହେଲ ହୀଆନା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନୀ ଇଜ ନୀ ଲ଼କୁତା଼ଣା ହାଲାମୁ, ଇଞ୍ଜାଁ ପ୍ରବୁ ନିଙ୍ଗେତାକି ଏ଼ନି କାମା ଅ଼ଡ଼େ ନିଙ୍ଗେତାକି ଏମିନି କାର୍ମା କିହାମାଞ୍ଜାନେସି, ଏ଼ ବାରେ ଏ଼ୱାରାଇଁ ୱେହ୍ମୁ ।”
20 २० तेव्हा तो निघाला आणि येशूने जी मोठी कामे त्याच्यासाठी केली होती ती दकापलीस येथे जाहीर करू लागला. तेव्हा सर्वांस आश्चर्य वाटले.
୨୦ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାସି ହାଜାନା, ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାକି ଏ଼ନି କାମା କିହାମାଚେସି, ଏ଼ୱାସି ଦେକାପଲିତା ୱେ଼କ୍ହାଲି ମା଼ଟ୍ହେସି; ଏମ୍ବାଟିଏ ବାରେଜା଼ଣା କାବା ଆ଼ତେରି ।
21 २१ मग येशू तारवात बसून पलीकडे परत गेल्यावर त्याच्याजवळ लोकांचा मोठा समुदाय जमला आणि तो सरोवराजवळ होता.
୨୧ଜୀସୁ ଡଂଗଟି ଗା଼ଣ୍ଚାନା ଅ଼ରୱାକି ୱେଣ୍ତେ ୱା଼ତେସି, ମାନ୍ଦା ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାଣି ତା଼ଣା ରୁଣ୍ତା ଆ଼ତେରି; ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ସାମ୍ଦୁରି ଗାଟୁତା ଡ଼ୟିତେସି ।
22 २२ तेव्हा याईर नावाचा सभास्थानाचा एक अधिकारी येथे आला व त्यास पाहून त्याच्या पाया पडला.
୨୨ଏଚିବେ଼ଲା ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି କୁଟମି ଇଲୁତି କାଜାରି ବିତ୍ରାଟି ଜାୟିରସ ଦ଼ରୁଗାଟାସି ରଅସି ଜୀସୁଇଁ ମେସାନା ଏ଼ୱାଣି କଡାଣା ରୀତେସି,
23 २३ त्याने आग्रहाने त्यास विनवणी केली की, “माझी लहान मुलगी मरायला टेकली आहे. तिने बरे होऊन जगावे म्हणून आपण येऊन तिच्यावर हात ठेवा.”
୨୩ଇଞ୍ଜାଁ ହା଼ରେକା ବାତିମା଼ଲିହିଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନା଼ ମା଼ଙ୍ଗା ହା଼ନିହ଼ଗେ ଆ଼ହାମାନେ; ଏ଼ଦି ଏ଼ନିକିଁ ନେହିଁ ଆ଼ହାନା ନୀଡିନେ, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ନୀନୁ ୱା଼ହାନା ଏ଼ଦାନି ଲାକ କେୟୁ ଇଟାମୁ ।”
24 २४ मग तो त्याच्याबरोबर निघाला तेव्हा पुष्कळ लोक त्याच्यामागून चालत होते आणि त्याच्याभोवती गर्दी करीत होते.
୨୪ଏମ୍ବାଟିଏ ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣିତଲେ ହାଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ହା଼ରେକା ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାଣିତଲେ ହାଜାଲି ମା଼ଟ୍ହେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାଣି ମୁହେଁ ମୁହେଁ ୱିସ୍ପି ଆ଼ହିମାଚେରି ।
25 २५ आणि तेथे रक्तस्रावाने बारा वर्षे पीडलेली एक स्त्री होती.
୨୫ଏଚିବେ଼ଲାତା ର଼ ଇୟା ବା଼ର ବାର୍ସା ପାତେକା ନେତେରି ୱା଼ଙ୍ଗିନି ର଼ଗତା ନେତେରି ଡୂଙ୍ଗାଆନା ନେହିଁ ଆ଼ହି ହିଲାଆତେ,
26 २६ तिने बऱ्याच वैद्यांच्या हातून पुष्कळ हाल सोसून आपल्याजवळ जे काही होते ते सर्व खर्च केले होते तरी तिला काही गुण न येता तिचे दुखणे अधिकच झाले होते.
୨୬ଇଞ୍ଜାଁ ଅସଗୂରୁ ତା଼ଣା ହାଜାନା ଜିକେଏ ହା଼ରେକା ଟାକାୟାଁ କାର୍ଚୁ କିହାମାଚେ, ଅ଼ଡ଼େ ଜିକେଏ ନେହିଁ ଆ଼ହାହିଲାଆତେ, ସାମା ହା଼ରେକା କସ୍ତ ବେଟାଆ଼ହି ମାଚେ ।
27 २७ येशूविषयीच्या गोष्टी ऐकून ती त्या गर्दीत शिरली आणि त्याच्यामागे येऊन त्याच्या वस्त्राला स्पर्श केला.
୨୭ଏ଼ଦି ଜୀସୁତି କାତା ୱେଞ୍ଜାନା ଲ଼କୁ ମାନ୍ଦାତା ୱା଼ହାନା ଡା଼ୟୁ ୱାକିଟି ଏ଼ୱାଣି ହିମ୍ବରି ଡୀଗିତେ;
28 २८ कारण ती म्हणत होती, “केवळ याच्या वस्त्रांना स्पर्श जरी केला तरी मी बरी होईन.”
୨୮ଇଚିହିଁ ଏ଼ଦି ଏଲେ ଇଞ୍ଜିମାଚେ, “ଏ଼ୱାଣି ହିମ୍ବରି ଡୀଗିତିହିଁ ନେହିଁ ଆ଼ଇଁ ।”
29 २९ तेव्हा लगेचच तिचा रक्तस्राव थांबला आणि आपण त्या पीडेपासून बरे झालो आहोत असा तिला शरीरात अनुभव आला.
୨୯ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ଏ଼ଦାଣି ନେତେରି ବ଼ନାୟି ଡୂଙ୍ଗିତେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ଦି ର଼ଗଟି ନେହିଁ ଆ଼ହାମାନେ ଏ଼ଦାଆଁ ତାନି ଆଙ୍ଗାତା ପୁଞ୍ଜା କଡିତେ ।
30 ३० आपणामधून शक्ती निघाली आहे हे येशूने आपल्याठायी लगेच ओळखले आणि गर्दीमध्ये वाळून म्हटले, “माझ्या वस्त्रांना कोणी स्पर्श केला?”
୩୦ଦେବୁଣିଏ ଜୀସୁ ତାନି ଆଙ୍ଗାଟି ବା଼ଡ଼୍ୟୁ ହାଚାଣି ହିୟାଁତା ପୁଞ୍ଜାନା, ଲ଼କୁ ମାନ୍ଦାତା ୱେଣ୍ତେ ସିନିକିହାନା ଏଲେଇଚେସି, “ଏମ୍ବାଆୟି ନା଼ ହିମ୍ବରି ଡୀଗାତେ?”
31 ३१ त्याचे शिष्य त्यास म्हणाले, “लोकसमुदाय आपणाभोवती गर्दी करत आहे हे आपण पाहत आहा, तरी आपण म्हणता, मला कोणी स्पर्श केला?”
୩୧ଏମ୍ବାଟିଏ ତାନି ସୀସୁୟାଁ ଏଲେଇଚେରି, “ନୀନୁତ ମେସିମାଞ୍ଜି ଲ଼କୁ ଏ଼ନିକିଁ ନୀ ମୁହେଁ ଆ଼ହିମାନେରି, ଅ଼ଡ଼େ ଏଲେ ଇଞ୍ଜିମାଞ୍ଜି ଆମ୍ବାଆୟି ନାଙ୍ଗେ ଡୀଗାତେ?”
32 ३२ मग जिने हे केले होते तिला पाहण्यास त्याने सगळीकडे बघितले.
୩୨ସାମା ଏମ୍ବାଆୟି ତାଙ୍ଗେ ଡୀଗିତେ ଏ଼ଦାଆଁ ମେସାଲି ଜୀସୁ ସା଼ରିସୁଟୁ ସିନିକିତେସି ।
33 ३३ तेव्हा ती स्त्री आपल्या बाबतीत जे काही घडले, ते जाणून भीत भीत व कापत कापत त्याच्याकडे आली व त्याच्या पाया पडून तिने त्यास सर्वकाही सत्य सांगितले.
୩୩ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ ଇୟା ୱା଼ହାନା ତାଙ୍ଗେତାକି ଏ଼ନାୟି ଆ଼ହାମାନେ ଏ଼ଦାଆଁ ପୁଞ୍ଜା ଆଜିତାକି ତୀର୍ଗିହିଁ ୱା଼ହାଁ ତାନି କଡାଣା ରିହାନା ବାରେ ସାତା କାତା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ୱେସ୍ତେ ।
34 ३४ तो तिला म्हणाला, “मुली, तुझ्या विश्वासाने तुला बरे केले आहे. शांतीने जा आणि तुझ्या पीडेपासून मुक्त हो.”
୩୪ଏମ୍ବାଟିଏ ଜୀସୁ ଏ଼ ଇୟାନି ଏଲେଇଚେସି, “ଆଲ ମା଼ଙ୍ଗା ନୀ ନାମୁ ନିଙ୍ଗେ ନେହିଁ କିହାମାଞ୍ଜାନେ; ହିତ୍ଡ଼ି ତଲେ ହାଲାମୁ ଇଞ୍ଜାଁ ନୀ ର଼ଗଟି ନେହିଁଆ଼ମୁ ।”
35 ३५ येशू हे बोलत आहे इतक्यात सभास्थानाच्या अधिकाऱ्याच्या घराकडून काही माणसे येऊन त्यास म्हणाली, “आपली मुलगी मरण पावली, आता गुरुजींना त्रास कशाला देता?”
୩୫ଜୀସୁ ଈ କାତା ୱେସିମାଚାଟି, ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି କୁଟମି ଇଲୁତି କାଜାଣା ଇଜଟି ରଅସି ୱା଼ହାନା ଏଲେଇଚେସି, “ନୀ ମା଼ଙ୍ଗା ହା଼ତେୟିଏ ଗୂରୁଇଁ ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ନାଆଁତାକି କସ୍ତ ହୀହିମାଞ୍ଜି?”
36 ३६ परंतु येशू त्यांच्या बोलण्याकडे लक्ष्य न देता, सभास्थानाच्या अधिकाऱ्याला म्हणाला, “भिऊ नकोस. विश्वास मात्र धर.”
୩୬ସାମା ଜୀସୁ ଏ଼ କାତା ୱେଞ୍ଜାନା ୱେନାଆତିଲେହେଁ ଆ଼ହାନା ଜାୟିରସଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ଆଜାଆନି ସାମା ନାମାମୁ ।”
37 ३७ त्याने पेत्र, याकोब व याकोबाचा भाऊ योहान, यांच्याशिवाय कोणालाही आपल्याबरोबर येऊ दिले नाही.
୩୭ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ପିତର, ଜାକୁବ, ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ତାୟି ଜହନ ପିସ୍ପେ ଆମ୍ବାଆରାଇଁ ତାନିତଲେ ଅ଼ଆତେସି ।
38 ३८ मग ते सभास्थानाच्या अधिकाऱ्याच्या घराजवळ आले, तेव्हा रडत असलेल्या व फारच आकांत करीत असलेल्या लोकांची गडबड त्याने पाहिली.
୩୮ଏ଼ୱାରି ଜାୟିରସ ଇଜ ଏଜାଲିଏ, ଏମ୍ବାଆଁ ହା଼ରେକା କା଼ଲ୍ୱି ଆ଼ହିଁ ଡ଼ୀହିମାନାଣି ମେସ୍ତେସି,
39 ३९ तो आत जाऊन त्यास म्हणाला, “तुम्ही कशाला रडता व गडबड करता? मूल मरण पावले नाही, झोपी गेले आहे.”
୩୯ଇଞ୍ଜାଁ ବିତ୍ରା ହାଜାନା ଏ଼ୱାସିକାଣି ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ନାଆଁତାକି କା଼ଲ୍ୱି ଆ଼ହିଁ ଡ଼ୀହି ମାଞ୍ଜେରି, ଈ ପ଼ଦା ହା଼ହାହିଲେଏ ସାମା ଇଦା କିହାମାନେ” ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ କାକ୍ହେରି ।
40 ४० तेव्हा ते त्यास हसू लागले. पण त्याने त्या सर्वांना बाहेर काढून दिले आणि मुलीचे आई-वडील व आपल्याबरोबरचे शिष्य यांना घेऊन मुलगी होती तेथे तो आत गेला.
୪୦ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଲାଜା କିହାନା କାକ୍ହେରି, ସାମା ଏ଼ୱାସି ବାରେତି ପାଙ୍ଗାତା ପାଣ୍ତାନା ପ଼ଦାନି ଇୟା ଆ଼ବା ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ତୀନି ଜା଼ଣା ସୀସୁୟାଁ ତଲେ ଏ଼ ପ଼ଦା ମାଚି ତା଼ଣା ହାଚେରି,
41 ४१ नंतर मुलीच्या हातास धरून तो म्हणाला, “तलीथा कूम,” याचा अर्थ, “मुली, मी तुला सांगतो, ऊठ.”
୪୧ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ ପ଼ଦାନି କେୟୁ ଆସାନା ଏ଼ଦାନି ଏଲେଇଚେସି, “ଟଲିତା କୁମ୍” ଇଚିହିଁ “ଆଲ ମା଼ଙ୍ଗା ନା଼ନୁ ନିଙ୍ଗେ ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ ନିଙ୍ଗାମୁ ।”
42 ४२ आणि लगेच ती मुलगी उठून चालू लागली; (ती बारा वर्षाची होती.) ते अत्यंत आश्चर्यचकित झाले.
୪୨ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ପ଼ଦା ନିଙ୍ଗାନା ତା଼କିତେ (ଇଚିହିଁ ଏ଼ଦି ବା଼ର ବାର୍ସା ଆ଼ହାମାଚେ) ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାରି ହା଼ରେକା କାବା ଆ଼ତେରି ।
43 ४३ हे कोणाला कळता कामा नये, अशी त्याने त्यांना निक्षून आज्ञा केली आणि तिला खाण्यास द्या असे सांगितले.
୪୩ଇଞ୍ଜାଁ ଈ କାତା ଏ଼ନିକିଁ ଆମ୍ବାଆରି ପୁନଅରି, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ ଜାଣ୍ତେ ହୁକୁମି ହୀତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ “ପ଼ଦାନାକି ଏ଼ନାଆଁ ତିଞ୍ଜାଲି ହୀଦୁ” ଇଚେସି ।