< लूक 1 >

1 ज्या गोष्टींची आम्हास पक्की खातरी आहे त्या गोष्टी जे प्रारंभापासून प्रत्यक्ष पाहाणारे व शब्दाचे सेवक होते,
প্ৰথমতো যে সাক্ষিণো ৱাক্যপ্ৰচাৰকাশ্চাসন্ তেঽস্মাকং মধ্যে যদ্যৎ সপ্ৰমাণং ৱাক্যমৰ্পযন্তি স্ম
2 त्यांनी त्या जशा आम्हास सोपवून दिल्या त्या तशाच सांगाव्या म्हणून त्यांविषयीचा वृत्तांत अनुक्रमाने लिहून काढण्याचे काम पुष्कळांनी हाती घेतले आहे.
তদনুসাৰতোঽন্যেপি বহৱস্তদ্ৱৃত্তান্তং ৰচযিতুং প্ৰৱৃত্তাঃ|
3 म्हणून हे थियफिला महाराज, मी सर्व गोष्टींचा मुळापासून चांगला शोध केल्यामुळे मलाही हे बरे वाटले की, या सर्व घटनांविषयीची माहिती आपणाला व्यवस्थित पणे माहिती लिहावी.
অতএৱ হে মহামহিমথিযফিল্ ৎৱং যা যাঃ কথা অশিক্ষ্যথাস্তাসাং দৃঢপ্ৰমাণানি যথা প্ৰাপ্নোষি
4 यासाठी की ज्या गोष्टींचे शिक्षण आपल्याला मिळाले आहे त्यांचा निश्चितपणा आपण पूर्णपणे जाणावा.
তদৰ্থং প্ৰথমমাৰভ্য তানি সৰ্ৱ্ৱাণি জ্ঞাৎৱাহমপি অনুক্ৰমাৎ সৰ্ৱ্ৱৱৃত্তান্তান্ তুভ্যং লেখিতুং মতিমকাৰ্ষম্|
5 यहूदीया प्रांताचा राजा हेरोद याच्या दिवसात, जखऱ्या नावाचा कोणी याजक होता. तो अबीयाच्या याजक घराण्यातील असून त्याची पत्नी अहरोनाच्या वंशातील होती व तिचे नाव अलीशिबा होते.
যিহূদাদেশীযহেৰোদ্নামকে ৰাজৎৱং কুৰ্ৱ্ৱতি অবীযযাজকস্য পৰ্য্যাযাধিকাৰী সিখৰিযনামক একো যাজকো হাৰোণৱংশোদ্ভৱা ইলীশেৱাখ্যা
6 ते दोघेही देवापुढे नीतिमान होते आणि प्रभूच्या सर्व आज्ञा व विधीत निर्दोषपणे चालत असत.
তস্য জাযা দ্ৱাৱিমৌ নিৰ্দোষৌ প্ৰভোঃ সৰ্ৱ্ৱাজ্ঞা ৱ্যৱস্থাশ্চ সংমন্য ঈশ্ৱৰদৃষ্টৌ ধাৰ্ম্মিকাৱাস্তাম্|
7 परंतु त्यांना मूल नव्हते कारण अलीशिबा वांझ होती, शिवाय ते दोघेही फार म्हातारे झाले होते.
তযোঃ সন্তান একোপি নাসীৎ, যত ইলীশেৱা বন্ধ্যা তৌ দ্ৱাৱেৱ ৱৃদ্ধাৱভৱতাম্|
8 मग असे झाले की, तो आपल्या वर्गाच्या अनुक्रमाने देवापुढे त्याचे याजकाचे काम करत असता,
যদা স্ৱপৰ্য্যানুক্ৰমেণ সিখৰিয ঈশ্ৱাস্য সমক্ষং যাজকীযং কৰ্ম্ম কৰোতি
9 याजकांच्या रीतीप्रमाणे परमेश्वराच्या भवनात धूप जाळण्यासाठी चिठ्ठ्या टाकून त्याची निवड करण्यात आली.
তদা যজ্ঞস্য দিনপৰিপায্যা পৰমেশ্ৱৰস্য মন্দিৰে প্ৰৱেশকালে ধূপজ্ৱালনং কৰ্ম্ম তস্য কৰণীযমাসীৎ|
10 १० आणि लोकांचा सगळा जमाव धूप जाळण्याच्या वेळेस बाहेर प्रार्थना करीत उभा होता.
১০তদ্ধূপজ্ৱালনকালে লোকনিৱহে প্ৰাৰ্থনাং কৰ্তুং বহিস্তিষ্ঠতি
11 ११ तेव्हा परमेश्वराचा दूत, धूपवेदीच्या उजव्या बाजूला उभा असलेला त्याच्या दृष्टीस पडला.
১১সতি সিখৰিযো যস্যাং ৱেদ্যাং ধূপং জ্ৱালযতি তদ্দক্ষিণপাৰ্শ্ৱে পৰমেশ্ৱৰস্য দূত এক উপস্থিতো দৰ্শনং দদৌ|
12 १२ त्यास पाहून जखऱ्या भयभीत झाला.
১২তং দৃষ্ট্ৱা সিখৰিয উদ্ৱিৱিজে শশঙ্কে চ|
13 १३ परंतु देवदूत त्यास म्हणाला, जखऱ्या भिऊ नको, कारण तुझी प्रार्थना ऐकण्यात आली आहे आणि तुझी पत्नी अलीशिबा हिच्याकडून तुला पुत्र होईल, तू त्याचे नाव योहान ठेव.
১৩তদা স দূতস্তং বভাষে হে সিখৰিয মা ভৈস্তৱ প্ৰাৰ্থনা গ্ৰাহ্যা জাতা তৱ ভাৰ্য্যা ইলীশেৱা পুত্ৰং প্ৰসোষ্যতে তস্য নাম যোহন্ ইতি কৰিষ্যসি|
14 १४ तेव्हा तुला आनंद व उल्लास होईल आणि त्याच्या जन्माने पुष्कळ लोक हर्षित होतील.
১৪কিঞ্চ ৎৱং সানন্দঃ সহৰ্ষশ্চ ভৱিষ্যসি তস্য জন্মনি বহৱ আনন্দিষ্যন্তি চ|
15 १५ कारण तो परमेश्वराच्या दृष्टीने महान होईल आणि तो द्राक्षरस किंवा मद्य कधीच पिणार नाही व तो आईच्या गर्भात असतांनाच पवित्र आत्म्याने भरलेला असेल.
১৫যতো হেতোঃ স পৰমেশ্ৱৰস্য গোচৰে মহান্ ভৱিষ্যতি তথা দ্ৰাক্ষাৰসং সুৰাং ৱা কিমপি ন পাস্যতি, অপৰং জন্মাৰভ্য পৱিত্ৰেণাত্মনা পৰিপূৰ্ণঃ
16 १६ तो इस्राएलाच्या संतानांतील अनेकांना, प्रभू त्यांचा देव याच्याकडे वळविण्यास कारणीभूत ठरेल.
১৬সন্ ইস্ৰাযেল্ৱংশীযান্ অনেকান্ প্ৰভোঃ পৰমেশ্ৱৰস্য মাৰ্গমানেষ্যতি|
17 १७ आणि देवासाठी सिद्ध झालेले असे लोक तयार करायला, वडिलांची अंतःकरणे मुलांकडे आणि आज्ञा न मानणार्‍यांना नीतिमानांच्या ज्ञानाकडे वळवून प्रभूसाठी तयार केलेली प्रजा उभी करावयाला तो एलीयाच्या आत्म्याने आणि सामर्थ्याने त्यांच्यापुढे चालेल.
১৭সন্তানান্ প্ৰতি পিতৃণাং মনাংসি ধৰ্ম্মজ্ঞানং প্ৰত্যনাজ্ঞাগ্ৰাহিণশ্চ পৰাৱৰ্ত্তযিতুং, প্ৰভোঃ পৰমেশ্ৱৰস্য সেৱাৰ্থম্ একাং সজ্জিতজাতিং ৱিধাতুঞ্চ স এলিযৰূপাত্মশক্তিপ্ৰাপ্তস্তস্যাগ্ৰে গমিষ্যতি|
18 १८ मग जखऱ्या देवदूताला म्हणाला, “हे घडणारच असे मी कशावरुन समजू? कारण मी वृद्ध मनुष्य आहे आणि माझी पत्नीसुद्धा उतारवयात आहे.”
১৮তদা সিখৰিযো দূতমৱাদীৎ কথমেতদ্ ৱেৎস্যামি? যতোহং ৱৃদ্ধো মম ভাৰ্য্যা চ ৱৃদ্ধা|
19 १९ देवदूताने त्यास उत्तर दिले, “मी देवाच्या पुढे उभा राहणारा गब्रीएल आहे आणि तुझ्याशी बोलायला व तुलाही सुवार्ता सांगायला मला पाठविण्यात आले आहे.
১৯ততো দূতঃ প্ৰত্যুৱাচ পশ্যেশ্ৱৰস্য সাক্ষাদ্ৱৰ্ত্তী জিব্ৰাযেল্নামা দূতোহং ৎৱযা সহ কথাং গদিতুং তুভ্যমিমাং শুভৱাৰ্ত্তাং দাতুঞ্চ প্ৰেষিতঃ|
20 २० पाहा, हे घडेपर्यंत तुला बोलता येणार नाही व तू मुका राहशील कारण माझे शब्द जे योग्यवेळी पूर्णपणे खरे ठरणार आहेत त्या माझ्या शब्दांवर तू विश्वास ठेवला नाहीस.”
২০কিন্তু মদীযং ৱাক্যং কালে ফলিষ্যতি তৎ ৎৱযা ন প্ৰতীতম্ অতঃ কাৰণাদ্ যাৱদেৱ তানি ন সেৎস্যন্তি তাৱৎ ৎৱং ৱক্তুংমশক্তো মূকো ভৱ|
21 २१ तेव्हा जखऱ्याची वाट पाहणाऱ्या लोकांस तो परमेश्वराच्या भवनात इतका वेळ का राहिला याचे आश्चर्य वाटले.
২১তদানীং যে যে লোকাঃ সিখৰিযমপৈক্ষন্ত তে মধ্যেমন্দিৰং তস্য বহুৱিলম্বাদ্ আশ্চৰ্য্যং মেনিৰে|
22 २२ तो बाहेर आल्यावर त्यास त्यांच्याबरोबर बोलता येईना. तेव्हा त्यांना जाणिव झाली की, परमेश्वराच्या भवनात त्याने दृष्टांत पाहिला आहे. तो त्यांना खुणा करत होता परंतु तो तसाच मुका राहीला.
২২স বহিৰাগতো যদা কিমপি ৱাক্যং ৱক্তুমশক্তঃ সঙ্কেতং কৃৎৱা নিঃশব্দস্তস্যৌ তদা মধ্যেমন্দিৰং কস্যচিদ্ দৰ্শনং তেন প্ৰাপ্তম্ ইতি সৰ্ৱ্ৱে বুবুধিৰে|
23 २३ मग असे झाले की त्याच्या सेवेचा कालावधी पूर्ण झाल्यावर तो घरी परत गेला.
২৩অনন্তৰং তস্য সেৱনপৰ্য্যাযে সম্পূৰ্ণে সতি স নিজগেহং জগাম|
24 २४ त्या दिवसानंतर त्याची पत्नी अलीशिबा गरोदर राहिली व पाच महिने लपून राहिली, ती म्हणाली,
২৪কতিপযদিনেষু গতেষু তস্য ভাৰ্য্যা ইলীশেৱা গৰ্ব্ভৱতী বভূৱ
25 २५ लोकांमध्ये माझा होणारा अनादर दूर करण्यासाठी प्रभूने माझ्याकडे पाहिले तेव्हा त्याने माझ्यासाठी असे केले.
২৫পশ্চাৎ সা পঞ্চমাসান্ সংগোপ্যাকথযৎ লোকানাং সমক্ষং মমাপমানং খণ্ডযিতুং পৰমেশ্ৱৰো মযি দৃষ্টিং পাতযিৎৱা কৰ্ম্মেদৃশং কৃতৱান্|
26 २६ अलीशिबेच्या गरोदरपणाच्या सहाव्या महिन्यात देवाने गब्रीएल दूताला गालील प्रांतातील नासरेथ नावाच्या गावी,
২৬অপৰঞ্চ তস্যা গৰ্ব্ভস্য ষষ্ঠে মাসে জাতে গালীল্প্ৰদেশীযনাসৰৎপুৰে
27 २७ एका कुमारीकडे पाठवले. तिची दाविदाच्या घराण्यातील योसेफ नावाच्या मनुष्याशी मागणी झाली होती आणि त्या कुमारीचे नाव मरीया होते.
২৭দাযূদো ৱংশীযায যূষফ্নাম্নে পুৰুষায যা মৰিযম্নামকুমাৰী ৱাগ্দত্তাসীৎ তস্যাঃ সমীপং জিব্ৰাযেল্ দূত ঈশ্ৱৰেণ প্ৰহিতঃ|
28 २८ देवदूत तिच्याकडे येऊन म्हणाला, अभिवादन! तुझ्यावर कृपा झालेली आहे. प्रभू तुझ्याबरोबर आहे.
২৮স গৎৱা জগাদ হে ঈশ্ৱৰানুগৃহীতকন্যে তৱ শুভং ভূযাৎ প্ৰভুঃ পৰমেশ্ৱৰস্তৱ সহাযোস্তি নাৰীণাং মধ্যে ৎৱমেৱ ধন্যা|
29 २९ परंतु ती त्याच्या शब्दाने अस्वस्थ झाली आणि या अभिवादनाचा अर्थ काय असावा याचे ती नवल करू लागली.
২৯তদানীং সা তং দৃষ্ট্ৱা তস্য ৱাক্যত উদ্ৱিজ্য কীদৃশং ভাষণমিদম্ ইতি মনসা চিন্তযামাস|
30 ३० देवदूत तिला म्हणाला, “मरीये, भिऊ नकोस, देवाने तुझ्यावर कृपा केली आहे.
৩০ততো দূতোঽৱদৎ হে মৰিযম্ ভযং মাকাৰ্ষীঃ, ৎৱযি পৰমেশ্ৱৰস্যানুগ্ৰহোস্তি|
31 ३१ पाहा! तू गरोदर राहशील आणि तुला मुलगा होईल त्याचे नाव तू येशू ठेव.
৩১পশ্য ৎৱং গৰ্ব্ভং ধৃৎৱা পুত্ৰং প্ৰসোষ্যসে তস্য নাম যীশুৰিতি কৰিষ্যসি|
32 ३२ तो महान होईल व त्यास थोर देवाचा पुत्र म्हणतील आणि प्रभू देव त्यास त्याचा पिता दावीद याचे राजासन देईल.
৩২স মহান্ ভৱিষ্যতি তথা সৰ্ৱ্ৱেভ্যঃ শ্ৰেষ্ঠস্য পুত্ৰ ইতি খ্যাস্যতি; অপৰং প্ৰভুঃ পৰমেশ্ৱৰস্তস্য পিতুৰ্দাযূদঃ সিংহাসনং তস্মৈ দাস্যতি;
33 ३३ तो याकोबाच्या घराण्यावर सर्वकाळासाठी राज्य चालवील आणि त्याच्या राज्याचा अंत होणार नाही.” (aiōn g165)
৩৩তথা স যাকূবো ৱংশোপৰি সৰ্ৱ্ৱদা ৰাজৎৱং কৰিষ্যতি, তস্য ৰাজৎৱস্যান্তো ন ভৱিষ্যতি| (aiōn g165)
34 ३४ तेव्हा मरीया दूताला म्हणाली, हे कसे होईल? कारण मला पुरूष ठाऊक नाही.
৩৪তদা মৰিযম্ তং দূতং বভাষে নাহং পুৰুষসঙ্গং কৰোমি তৰ্হি কথমেতৎ সম্ভৱিষ্যতি?
35 ३५ देवदूत तिला म्हणाला, पवित्र आत्मा तुझ्यावर येईल आणि थोर देवाचे सामर्थ्य तुझ्यावर सावली करील आणि म्हणून जे पवित्र बाळ जन्मास येईल, त्यास देवाचा पुत्र म्हणतील.
৩৫ততো দূতোঽকথযৎ পৱিত্ৰ আত্মা ৎৱামাশ্ৰাযিষ্যতি তথা সৰ্ৱ্ৱশ্ৰেষ্ঠস্য শক্তিস্তৱোপৰি ছাযাং কৰিষ্যতি ততো হেতোস্তৱ গৰ্ব্ভাদ্ যঃ পৱিত্ৰবালকো জনিষ্যতে স ঈশ্ৱৰপুত্ৰ ইতি খ্যাতিং প্ৰাপ্স্যতি|
36 ३६ बघ, तुझी नातेवाईक अलीशिबा ही सुद्धा म्हातारपणात गरोदर असून तिला पुत्रगर्भ राहीला आहे आणि जिला वांझ म्हणले जाई तिला आता सहावा महिना आहे.
৩৬অপৰঞ্চ পশ্য তৱ জ্ঞাতিৰিলীশেৱা যাং সৰ্ৱ্ৱে বন্ধ্যামৱদন্ ইদানীং সা ৱাৰ্দ্ধক্যে সন্তানমেকং গৰ্ব্ভেঽধাৰযৎ তস্য ষষ্ঠমাসোভূৎ|
37 ३७ कारण देवाला कोणतीही गोष्ट अशक्य नाही.
৩৭কিমপি কৰ্ম্ম নাসাধ্যম্ ঈশ্ৱৰস্য|
38 ३८ मरीया म्हणाली, खरोखर “मी प्रभूची दासी आहे, आपल्या म्हणण्याप्रमाणे मला होवो.” मग देवदूत तिच्यापासून निघून गेला.
৩৮তদা মৰিযম্ জগাদ, পশ্য প্ৰভেৰহং দাসী মহ্যং তৱ ৱাক্যানুসাৰেণ সৰ্ৱ্ৱমেতদ্ ঘটতাম্; অননতৰং দূতস্তস্যাঃ সমীপাৎ প্ৰতস্থে|
39 ३९ त्या दिवसात मरीया उठली आणि घाईने यहूदीया प्रांताच्या डोंगराळ भागातील एका नगरात गेली.
৩৯অথ কতিপযদিনাৎ পৰং মৰিযম্ তস্মাৎ পৰ্ৱ্ৱতমযপ্ৰদেশীযযিহূদাযা নগৰমেকং শীঘ্ৰং গৎৱা
40 ४० तिने जखऱ्याच्या घरात प्रवेश केला आणि अलीशिबेला अभिवादन केले.
৪০সিখৰিযযাজকস্য গৃহং প্ৰৱিশ্য তস্য জাযাম্ ইলীশেৱাং সম্বোধ্যাৱদৎ|
41 ४१ जसे मरीयेचे अभिवादन अलीशिबेने ऐकले तिच्या उदरातील बाळाने उडी मारली आणि अलीशिबा पवित्र आत्म्याने भरली.
৪১ততো মৰিযমঃ সম্বোধনৱাক্যে ইলীশেৱাযাঃ কৰ্ণযোঃ প্ৰৱিষ্টমাত্ৰে সতি তস্যা গৰ্ব্ভস্থবালকো ননৰ্ত্ত| তত ইলীশেৱা পৱিত্ৰেণাত্মনা পৰিপূৰ্ণা সতী
42 ४२ ती उंच स्वर काढून मोठ्याने म्हणाली, “स्त्रियांमध्ये तू धन्यवादित आहेस आणि तुझ्या पोटचे फळ धन्य आहे.
৪২প্ৰোচ্চৈৰ্গদিতুমাৰেভে, যোষিতাং মধ্যে ৎৱমেৱ ধন্যা, তৱ গৰ্ব্ভস্থঃ শিশুশ্চ ধন্যঃ|
43 ४३ माझ्या प्रभूच्या मातेने मजकडे यावे हा मान मला कोठून?”
৪৩ৎৱং প্ৰভোৰ্মাতা, মম নিৱেশনে ৎৱযা চৰণাৱৰ্পিতৌ, মমাদ্য সৌভাগ্যমেতৎ|
44 ४४ जेव्हा तुझ्या अभिवादनाची वाणी माझ्या कानी पडली, तेव्हा माझ्या उदरातील बाळाने आनंदाने उडी मारली
৪৪পশ্য তৱ ৱাক্যে মম কৰ্ণযোঃ প্ৰৱিষ্টমাত্ৰে সতি মমোদৰস্থঃ শিশুৰানন্দান্ ননৰ্ত্ত|
45 ४५ जिने विश्वास ठेवला ती धन्य आहे, कारण ज्या गोष्टी प्रभूने तिला सांगितल्या त्याची पूर्णता होईल?
৪৫যা স্ত্ৰী ৱ্যশ্ৱসীৎ সা ধন্যা, যতো হেতোস্তাং প্ৰতি পৰমেশ্ৱৰোক্তং ৱাক্যং সৰ্ৱ্ৱং সিদ্ধং ভৱিষ্যতি|
46 ४६ मरीया म्हणाली, “माझा जीव प्रभूला थोर मानतो,
৪৬তদানীং মৰিযম্ জগাদ| ধন্যৱাদং পৰেশস্য কৰোতি মামকং মনঃ|
47 ४७ आणि देव जो माझा तारणारा याच्या ठायी माझा आत्मा आनंदीत झाला आहे.
৪৭মমাত্মা তাৰকেশে চ সমুল্লাসং প্ৰগচ্ছতি|
48 ४८ कारण त्याने आपल्या दासीची दैन्य अवस्था पाहीली. आतापासून मला सर्व पिढ्या धन्य म्हणतील.
৪৮অকৰোৎ স প্ৰভু ৰ্দুষ্টিং স্ৱদাস্যা দুৰ্গতিং প্ৰতি| পশ্যাদ্যাৰভ্য মাং ধন্যাং ৱক্ষ্যন্তি পুৰুষাঃ সদা|
49 ४९ कारण जो सर्वसमर्थ आहे त्याने माझ्यासाठी मोठी कामे केली आहेत; आणि त्याचे नाव पवित्र आहे.
৪৯যঃ সৰ্ৱ্ৱশক্তিমান্ যস্য নামাপি চ পৱিত্ৰকং| স এৱ সুমহৎকৰ্ম্ম কৃতৱান্ মন্নিমিত্তকং|
50 ५० जे त्याचे भय धरतात त्यांच्यावर त्याची दया पिढ्यानपिढ्या आहे
৫০যে বিভ্যতি জনাস্তস্মাৎ তেষাং সন্তানপংক্তিষু| অনুকম্পা তদীযা চ সৰ্ৱ্ৱদৈৱ সুতিষ্ঠতি|
51 ५१ त्याने त्याच्या हाताने सामर्थ्याची कार्ये केली आहेत; जे गर्विष्ठ अंतःकरणाचे आहेत त्यांची त्याने पांगापांग केली आहे.
৫১স্ৱবাহুবলতস্তেন প্ৰাকাশ্যত পৰাক্ৰমঃ| মনঃকুমন্ত্ৰণাসাৰ্দ্ধং ৱিকীৰ্য্যন্তেঽভিমানিনঃ|
52 ५२ त्याने राज्य करणाऱ्यांना त्यांच्या राजासनांवरून ओढून काढले आहे आणि गरीबास उंचावले आहे.
৫২সিংহাসনগতাল্লোকান্ বলিনশ্চাৱৰোহ্য সঃ| পদেষূচ্চেষু লোকাংস্তু ক্ষুদ্ৰান্ সংস্থাপযত্যপি|
53 ५३ त्याने भूकेल्यास चांगल्या पदार्थांने तृप्त केले आहे. आणि धनवानास रिकाम्या हाताने परत पाठवले आहे.
৫৩ক্ষুধিতান্ মানৱান্ দ্ৰৱ্যৈৰুত্তমৈঃ পৰিতৰ্প্য সঃ| সকলান্ ধনিনো লোকান্ ৱিসৃজেদ্ ৰিক্তহস্তকান্|
54 ५४ दयेपोटी त्याने आपला सेवक इस्राएल याला साहाय्य केले आहे.
৫৪ইব্ৰাহীমি চ তদ্ৱংশে যা দযাস্তি সদৈৱ তাং| স্মৃৎৱা পুৰা পিতৃণাং নো যথা সাক্ষাৎ প্ৰতিশ্ৰুতং| (aiōn g165)
55 ५५ आपल्या पूर्वजास त्याने सांगितल्याप्रमाणे अब्राहाम व त्याचे संतान यांच्यावरील दया सर्वकाळ स्मरण करावी. त्याने आपला सेवक इस्राएल याला साहाय्य केले आहे.” (aiōn g165)
৫৫ইস্ৰাযেল্সেৱকস্তেন তথোপক্ৰিযতে স্ৱযং||
56 ५६ अलीशिबेबरोबर तीन महीने राहिल्यानंतर मरीया आपल्या घरी परत गेली.
৫৬অনন্তৰং মৰিযম্ প্ৰাযেণ মাসত্ৰযম্ ইলীশেৱযা সহোষিৎৱা ৱ্যাঘুয্য নিজনিৱেশনং যযৌ|
57 ५७ अलीशिबेची प्रसूतीची वेळ आल्यावर, तिने एका मुलास जन्म दिला.
৫৭তদনন্তৰম্ ইলীশেৱাযাঃ প্ৰসৱকাল উপস্থিতে সতি সা পুত্ৰং প্ৰাসোষ্ট|
58 ५८ प्रभूने तिच्यावर मोठी दया केली आहे, हे तिच्या शेजाऱ्यांनी व नातेवाईकांनी ऐकले आणि ते तिच्या आनंदात सहभागी झाले.
৫৮ততঃ পৰমেশ্ৱৰস্তস্যাং মহানুগ্ৰহং কৃতৱান্ এতৎ শ্ৰুৎৱা সমীপৱাসিনঃ কুটুম্বাশ্চাগত্য তযা সহ মুমুদিৰে|
59 ५९ मग असे झाले की, आठव्या दिवशी मुलाची सुंता करण्यासाठी ते आले असता, त्याच्या पित्याच्या नावाप्रमाणे ते बाळाचे नाव देखील जखऱ्या ठेवणार होते.
৫৯তথাষ্টমে দিনে তে বালকস্য ৎৱচং ছেত্তুম্ এত্য তস্য পিতৃনামানুৰূপং তন্নাম সিখৰিয ইতি কৰ্ত্তুমীষুঃ|
60 ६० परंतु त्याच्या आईने उत्तर दिले, नाही त्याऐवजी त्याचे नाव योहान ठेवायचे आहे.
৬০কিন্তু তস্য মাতাকথযৎ তন্ন, নামাস্য যোহন্ ইতি কৰ্ত্তৱ্যম্|
61 ६१ ते तिला म्हणाले, तुझ्या नातलगात या नावाचा कोणीच नाही.
৬১তদা তে ৱ্যাহৰন্ তৱ ৱংশমধ্যে নামেদৃশং কস্যাপি নাস্তি|
62 ६२ नंतर त्यांनी त्याच्या वडिलांना हातवारे करून विचारले, याचे नाव काय ठेवावे, अशी तुझी इच्छा आहे
৬২ততঃ পৰং তস্য পিতৰং সিখৰিযং প্ৰতি সঙ্কেত্য পপ্ৰচ্ছুঃ শিশোঃ কিং নাম কাৰিষ্যতে?
63 ६३ तेव्हा त्याने लिहिण्यासाठी पाटी मागितली आणि, त्याचे नाव योहान आहे, असे लिहीले यावरुन त्या सर्वांना खूपच आश्चर्य वाटले.
৬৩ততঃ স ফলকমেকং যাচিৎৱা লিলেখ তস্য নাম যোহন্ ভৱিষ্যতি| তস্মাৎ সৰ্ৱ্ৱে আশ্চৰ্য্যং মেনিৰে|
64 ६४ त्याच क्षणी त्याचे तोंड उघडले व त्याची जीभ मोकळी झाली आणि तो बोलू लागला व देवाला धन्यवाद देऊ लागला.
৬৪তৎক্ষণং সিখৰিযস্য জিহ্ৱাজাড্যেঽপগতে স মুখং ৱ্যাদায স্পষ্টৱৰ্ণমুচ্চাৰ্য্য ঈশ্ৱৰস্য গুণানুৱাদং চকাৰ|
65 ६५ तेव्हा सर्व शेजारी भयभीत झाले आणि यहूदीया प्रांताच्या सर्व डोंगराळ प्रदेशात लोक या सर्व गोष्टींबद्दल बोलू लागले.
৬৫তস্মাচ্চতুৰ্দিক্স্থাঃ সমীপৱাসিলোকা ভীতা এৱমেতাঃ সৰ্ৱ্ৱাঃ কথা যিহূদাযাঃ পৰ্ৱ্ৱতমযপ্ৰদেশস্য সৰ্ৱ্ৱত্ৰ প্ৰচাৰিতাঃ|
66 ६६ जे कोणी हे ऐकले ते प्रत्येकजण मनात विचार करत होते, ते म्हणाले, हे मूल पुढे कोण होणार आहे? प्रभू त्याच्याबरोबर आहे असे त्यांच्या लक्षात आले.
৬৬তস্মাৎ শ্ৰোতাৰো মনঃসু স্থাপযিৎৱা কথযাম্বভূৱুঃ কীদৃশোযং বালো ভৱিষ্যতি? অথ পৰমেশ্ৱৰস্তস্য সহাযোভূৎ|
67 ६७ त्याचा पिता जखऱ्या पवित्र आत्म्याने भरला आणि त्यानेही भविष्यवाणी केली; तो म्हणाला,
৬৭তদা যোহনঃ পিতা সিখৰিযঃ পৱিত্ৰেণাত্মনা পৰিপূৰ্ণঃ সন্ এতাদৃশং ভৱিষ্যদ্ৱাক্যং কথযামাস|
68 ६८ “इस्राएलाचा देव प्रभू, ह्याची स्तुती असो, कारण त्याने आपल्या लोकांची भेट घेतली आणि लोकांची खंडणी भरून सुटका केली.
৬৮ইস্ৰাযেলঃ প্ৰভু ৰ্যস্তু স ধন্যঃ পৰমেশ্ৱৰঃ| অনুগৃহ্য নিজাল্লোকান্ স এৱ পৰিমোচযেৎ|
69 ६९ त्याने आपला सेवक दावीद याच्या घराण्यातून आमच्यासाठी सामर्थ्यशाली तारणारा दिला आहे.
৬৯ৱিপক্ষজনহস্তেভ্যো যথা মোচ্যামহে ৱযং| যাৱজ্জীৱঞ্চ ধৰ্ম্মেণ সাৰল্যেন চ নিৰ্ভযাঃ|
70 ७० हे देवाने त्याच्या पवित्र संदेष्ट्यांद्वारे युगाच्या प्रारंभापासून सांगितले होते. (aiōn g165)
৭০সেৱামহৈ তমেৱৈকম্ এতৎকাৰণমেৱ চ| স্ৱকীযং সুপৱিত্ৰঞ্চ সংস্মৃত্য নিযমং সদা|
71 ७१ जे आमचे शत्रू आहेत व जे आमचा द्वेष करतात त्यांच्यापासून सुटका करण्याचे अभिवचन त्याने आम्हास दिले.
৭১কৃপযা পুৰুষান্ পূৰ্ৱ্ৱান্ নিকষাৰ্থাত্তু নঃ পিতুঃ| ইব্ৰাহীমঃ সমীপে যং শপথং কৃতৱান্ পুৰা|
72 ७२ आमच्या पूर्वजांवर दया दाखविण्यासाठी तो हे करणार आहे व आपल्या पवित्र कराराची आठवण ठेवणार आहे,
৭২তমেৱ সফলং কৰ্ত্তং তথা শত্ৰুগণস্য চ| ঋতীযাকাৰিণশ্চৈৱ কৰেভ্যো ৰক্ষণায নঃ|
73 ७३ हा करार एक शपथ होती जी त्याने आमचा पूर्वज अब्राहामाला वाहिली.
৭৩সৃষ্টেঃ প্ৰথমতঃ স্ৱীযৈঃ পৱিত্ৰৈ ৰ্ভাৱিৱাদিভিঃ| (aiōn g165)
74 ७४ ती अशी की, तुम्ही आपल्या शत्रूच्या हातातून सोडवले जाऊन,
৭৪যথোক্তৱান্ তথা স্ৱস্য দাযূদঃ সেৱকস্য তু|
75 ७५ माझ्यासमोर पवित्रतेने व नीतिमत्त्वाने आयुष्यभर माझी सेवा निर्भयपणे कराल, असे मी करीन.
৭৫ৱংশে ত্ৰাতাৰমেকং স সমুৎপাদিতৱান্ স্ৱযম্|
76 ७६ हे बालका, तुला परात्पराचा संदेष्टा म्हणतील कारण प्रभूचे मार्ग सिद्ध करण्याकरीता तू त्यांच्यापुढे चालशील.
৭৬অতো হে বালক ৎৱন্তু সৰ্ৱ্ৱেভ্যঃ শ্ৰেষ্ঠ এৱ যঃ| তস্যৈৱ ভাৱিৱাদীতি প্ৰৱিখ্যাতো ভৱিষ্যসি| অস্মাকং চৰণান্ ক্ষেমে মাৰ্গে চালযিতুং সদা| এৱং ধ্ৱান্তেঽৰ্থতো মৃত্যোশ্ছাযাযাং যে তু মানৱাঃ|
77 ७७ यासाठी की, त्याच्या लोकांस त्यांच्या पापांच्या क्षमेने तारणाचा अनुभव द्यावा.
৭৭উপৱিষ্টাস্তু তানেৱ প্ৰকাশযিতুমেৱ হি| কৃৎৱা মহানুকম্পাং হি যামেৱ পৰমেশ্ৱৰঃ|
78 ७८ देवाच्या दयेमुळे स्वर्गीय दिवसाची पहाट उजाडेल व मरणाच्या दाट छायेत जे जगत आहेत त्यांच्यावर प्रकाशेल.
৭৮ঊৰ্দ্ৱ্ৱাৎ সূৰ্য্যমুদায্যৈৱাস্মভ্যং প্ৰাদাত্তু দৰ্শনং| তযানুকম্পযা স্ৱস্য লোকানাং পাপমোচনে|
79 ७९ तिच्याकडून जे अंधारात आहेत व मृत्युच्या छायेत बसले आहेत त्यांना प्रकाश देण्यासाठी आणि आमचे पाय शांतीच्या मार्गास लावण्यासाठी दिवसाचा उदय करून आमची भेट घेईल.”
৭৯পৰিত্ৰাণস্য তেভ্যো হি জ্ঞানৱিশ্ৰাণনায চ| প্ৰভো ৰ্মাৰ্গং পৰিষ্কৰ্ত্তুং তস্যাগ্ৰাযী ভৱিষ্যসি||
80 ८० मग तो मुलगा वाढत गेला आणि आत्म्यात सामर्थ्यशाली झाला. इस्राएल लोकांस प्रकट होण्याच्या दिवसापर्यंत तो अरण्यात राहिला.
৮০অথ বালকঃ শৰীৰেণ বুদ্ধ্যা চ ৱৰ্দ্ধিতুমাৰেভে; অপৰঞ্চ স ইস্ৰাযেলো ৱংশীযলোকানাং সমীপে যাৱন্ন প্ৰকটীভূতস্তাস্তাৱৎ প্ৰান্তৰে ন্যৱসৎ|

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