< लूक 18 >

1 निराश न होता नेहमी प्रार्थना कशी करावी हे शिष्यांनी शिकावे म्हणून त्याने त्यांना एक दाखला सांगितला.
ୱା଼ହାଆନା ଅଲେ ଅଲେ ପ୍ରା଼ତାନା କିନାୟିମାନେ, ଈ କାତାତି ଜୀସୁ ସୀସୁୟାଁଇଁ ପୁଣ୍‌ମ୍ବିକିନି କାତାତଲେ ୱେସ୍ତେସି
2 तो म्हणाला, “एका नगरात एक न्यायाधीश होता. तो देवाला भीत नसे व लोकांचीही भीड धरीत नसे.
“ର଼ ଗା଼ଡ଼ାତା ର଼ ନୀହାଁୟି କିନାସି ମାଚେସି, ଏ଼ୱାସି ମାହାପୂରୁଇଁ ଆଜି ହିଲାଆତେସି କି ମାଣ୍‌ସିୟାଁଇଁ ଜିକେଏ ଅଣ୍‌ପି ହିଲାଆତେସି ।
3 त्या नगरात एक विधवा होती. ती नेहमी येऊन न्यायधिशाला म्हणत असे, ‘माझ्या विरोधकांविरुद्ध माझा न्याय करा!’
ଏ଼ ଗା଼ଡ଼ାତା ର଼ ରା଼ଣ୍ତେଣି ମାଚେ, ଏ଼ଦି ନୀହାଁୟି କିନାଣି ତା଼ଣା ଅଲେ ଅଲେ ହାଜିହିଁ ନୀନୁ ନେହିଁ ନୀହାଁୟି କିହିଁ ନା଼ କ଼ପାଟି ନିଙ୍ଗିମାଞ୍ଜାନାଣା ତା଼ଣାଟି ଗେଲ୍‌ପାମୁ ଇଞ୍ଜିଁ ବାତିମା଼ଲିମାଚେ ।
4 त्याची इच्छा काही काळ नव्हती पण शेवटी तो मनात म्हणाला, ‘मी जरी देवाला भीत नाही व लोकांस मान देत नाही,
ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ଦାନି କାତା ୱେଞ୍ଜି ହିଲାଆତେସି; ଡା଼ୟୁ ଏ଼ୱାସି ମ଼ନ ମ଼ନତା ଅଣ୍‌ପିତେସି, ନା଼ନୁ ମାହାପୂରୁଇଁ ଆଜିହିଲଅଁ କି ମାଣ୍‌ସିଇଁ ଅଣ୍‌ପି ହିଲଅଁ,
5 तरीही विधवा मला त्रास देते म्हणून मी तिचा न्याय करीन, नाही तर ती नेहमी येऊन मला अगदी त्रासून सोडेल.”
ଆ଼ତିଜିକେଏ ଈ ରା଼ଣ୍ତେଣି ନାଙ୍ଗେ କସ୍ତ ହୀହିମାଞ୍ଜାନାକି ନା଼ନୁ ତାନି କ଼ପାଟି ନିଙ୍ଗାମାନି ନୀହାଁୟି ଡିକ୍‌ହାତୁହ୍‌ଇଁ, ଆ଼ଆତିଁ ଏ଼ଦି ନାଙ୍ଗେ ବାରେବେ଼ଲା ଗିଜିଗିଜା କିହେ଼ମାଞ୍ଜାନେ ।”
6 मग प्रभू म्हणाला, “लक्ष्य द्या अन्यायी न्यायाधीश काय म्हणाला.
ଏମ୍ବାଟିଏ ପ୍ରବୁ ଏଲେଇଚେସି, “ଈ ଲାଗେଏତି ନୀହାଁୟି କିନାଣି କାତା ଅଣ୍‌ପାଦୁ ।
7 आणि मग जे देवाचे निवडलेले लोक दिवसरात्र त्याचा धावा करतात त्यांचा तो न्याय करणार नाही काय? तो त्यांना मदत करण्यास वेळ लावेल का?
ଆତିହିଁ ମାହାପୂରୁ ଆ଼ଚିତି ଲ଼କୁ ଲା଼ଆଁ ମାଦେନା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ହା଼ଟିହିଁ ଡ଼ୟିନେରି, ଏ଼ୱାସି କି ଏ଼ୱାରି ନୀହାଁୟି କିଅସି? ଆ଼ତିଜିକେଏ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରି ସାତ୍ରୁୟାଁକି ହା଼ରେକା ଅ଼ର୍‌ହିନାସି ଆ଼ନେସି କି?
8 मी तुम्हास सांगतो, तो त्यांचा न्याय लवकर करील, तरीही जेव्हा मनुष्याचा पुत्र येईल, तेव्हा त्यास पृथ्वीवर विश्वास आढळेल काय?”
ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେ ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ, ଏ଼ୱାସି ତବେ ଏ଼ୱାରି ତାକି କିୱି ଆ଼ହାମାନି ପ଼ଲ୍‌ଆ କାମାତି ନୀହାଁୟି କିନେସି, ଆ଼ତିଜିକେଏ ମାଣ୍‌ସି ମୀର୍‌ଏସି ଦାର୍‌ତିତା ୱା଼ହାନା ନାମୁତି ମେହ୍‌ନେସିକି?”
9 आपण नीतिमान आहोत असा जे कित्येक स्वतःविषयी विश्वास धरून इतर सर्वांस तुच्छ मानीत होते त्यांनाही त्याने दाखला सांगितला, तो असा,
ତାମ୍‌ଙ୍ଗେ ତୀରିଗାଟାତମି ଇଞ୍ଜିଁ ଅଣ୍‌ପାନା ଏଟ୍‌କା ତାରାଇଁ ହୀଣି କିନି ଲ଼କୁଣି ଜୀସୁ ଈ ପୁଣ୍‌ମ୍ବିକିନି କାତା ୱେସ୍ତେସି,
10 १० “दोन जण प्रार्थना करण्यास वर परमेश्वराच्या भवनात गेले. एक परूशी होता आणि दुसरा जकातदार होता.
୧୦ରିଆରି ପ୍ରା଼ତାନା କିହାଲି ର଼ ପ୍ରା଼ତାନା ଇଲୁତା ହାଚେରି, ରଅସି ପାରୁସି ଅ଼ଡ଼େ ରଅସି ସିସ୍ତୁ ରୀହ୍‌ନାସି ।
11 ११ परूशी उभा राहिला आणि त्याने अशी प्रार्थना केली, ‘हे देवा, मी तुझे उपकार मानतो कारण, मी इतर लोकांसारखा म्हणजे चोर, अन्यायी, व्यभिचारी व या जकातदारासारखा नाही.
୧୧ପାରୁସି ନିଚାନା ଇଲେକିହିଁ ପ୍ରା଼ତାନା କିତେସି, “ଏ଼ ମାହାପୂରୁ ନା଼ନୁ ନିଙ୍ଗେ ଜହରା କିହିମାଞ୍ଜାଇଁ, ନା଼ନୁ ଏଟ୍‌କା ଲ଼କୁ ଲେହେଁ ଦାର୍ମୁ ହିଲାଆ ଗାଟାତେଏଁ ଆ଼ଏ, ସ଼ରୁ, ଦା଼ରି ଗାଟାତେଏଁ ଆ଼ଏ କି ଈ ସିସ୍ତୁ ରୀହ୍‌ନାଣି ଲେହେଁ ଜିକେଏ ଆ଼ଏ;
12 १२ उलट मी आठवड्यातून दोनदा उपवास करतो आणि माझ्या सर्व उत्त्पन्नाचा दहावा भाग देतो.’
୧୨ନା଼ନୁ ୱା଼ରା ତାକି ରୀ ଦେବା ଉପାସା କିହିମାଇଁ, ଅ଼ଡ଼େ ନା଼ନୁ ବେଟାଆ଼ହି ମାନାଣି ବାରେ ଦସ ବା଼ଗାଟି ର଼ ବା଼ଗା ହୀହିମାଇଁ ।”
13 १३ परंतु जकातदार दूर अंतरावर उभा राहून वर स्वर्गाकडे दृष्टी लावण्यास देखील न धजता आपला ऊर बडवत म्हणाला, ‘हे देवा मज पाप्यावर दया कर.’
୧୩ସାମା ସିସ୍ତୁ ରୀହ୍‌ନାସି ହେକ ନିଚାନା ତାନି କାନୁ ଲାକପୂରୁ ୱାକି ଜିକେଏ ପେର୍‌ହାଁ ସିନିକିହାଲି ସା଼ସା କିଆତେସି, ସାମା ତାନି ବକତା ୱେ଼ଚା କଡାନା ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ ମାହାପୂରୁ ନା଼ନୁ ପା଼ପୁ ଗାଟାତେଏଁ ନାଙ୍ଗେ କାର୍ମା ମେସ୍ତାମୁ ।”
14 १४ मी तुम्हास सांगतो हा मनुष्य त्या दुसऱ्या मनुष्यापेक्षा न्यायी ठरुन घरी गेला कारण जो कोणी स्वतःला उंच करतो त्यास कमी केले जाईल आणि जो कोणी स्वतःला कमी करतो त्यास उंच केले जाईल.”
୧୪“ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେ ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ, ଏ଼ୱାସି ଆ଼ଏ ସାମା ସିସ୍ତୁ ରୀହ୍‌ନାସି ତୀରିଗାଟାସି ଆ଼ହାନା ତାମି ଇଜ ହାଚେସି; ଏ଼ନିଇଚିହିଁ ଆମ୍ବାଆସି ନା଼ନୁ କାଜାତେଏଁ ଇଞ୍ଜାଁ କଡିନେସି, ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଊଣା କିୱିଆ଼ନେ, ସାମା ଆମ୍ବାଆସି ନା଼ନୁ ଊଣାତେଏଁ ଇନେସି, ଏ଼ୱାଣାଇଁ କାଜାସି କିୱିଆ଼ନେ ।”
15 १५ आणि लोक आपल्या मुलांनाही त्याच्याकडे स्पर्श करण्यास आणत असता हे शिष्यांनी पहिल्यावर त्यांनी लोकांस धमकावले.
୧୫ଏ଼ୱାସି ଏ଼ନିକିଁ କକାରି ପ଼ଦାଁଣି ଡୀଗିନେସି, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଜୀସୁ ତା଼ଣା ତାଚାଲି ମା଼ଟ୍‌ହେରି; ସାମା ସୀସୁୟାଁ ଏ଼ଦାଆଁ ମେସାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ଦାକା ହୀତେରି ।
16 १६ पण येशू बालकांना स्वतःकडे बोलवून म्हणाला, “बालकांना माझ्याकडे येऊ द्या. त्यांना अडवू नका कारण देवाचे राज्य त्यांच्यासारख्यांचेच आहे.
୧୬ସାମା ଜୀସୁ କକାରି ପ଼ଦାଁଣି ଡାଗେ ହା଼ଟାନା ଏଲେଇଚେସି, “କକାରି ପ଼ଦାଁଣି ନା଼ ଡାଗେ ୱା଼ହାଲି ହୀଦୁ, ଏ଼ୱାରାଇଁ କା଼ହିକିଆଦୁ; ଏ଼ନିଇଚିହିଁ ମାହାପୂରୁତି ରା଼ଜି ଇଲେତାରାୱାୟି ।
17 १७ मी तुम्हास खरे सांगतो, जो कोणी बालकाप्रमाणे देवाच्या राज्याचा स्वीकार करणार नाही, त्याचा स्वर्गात प्रवेश होऊ शकणार नाही.”
୧୭ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେ ସାତା ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ, ଆମ୍ବାଆସି ଊଣା କକାରି ପ଼ଦାୟାଁ ଲେହେଁ ମାହାପୂରୁ ରା଼ଜି ଆହ୍‌ଅସି ଏ଼ୱାସି ଏ଼ନିକିଁ ଜିକେଏ ଏମ୍ବାଆଁ ହ଼ଡାଲି ଆ଼ଡଅସି ।”
18 १८ एका यहूदी अधिकाऱ्याने त्यास विचारले, “उत्तम गुरुजी, सार्वकालिक जीवन मिळविण्यासाठी मी काय करू?” (aiōnios g166)
୧୮ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁ ବିତ୍ରାଟି କାଜାସି ଜୀସୁଇଁ ୱେଚେସି, “ଏ଼ ନେହିଁ ଗୂରୁ କା଼ଲାକା଼ଲାତି ଜୀୱୁ ବେଟାଆ଼ହାଲି ନା଼ନୁ ଏ଼ନାଆଁ କିଇଁ?” (aiōnios g166)
19 १९ येशू त्यास म्हणाला, “मला उत्तम का म्हणतोस? देवाशिवाय कोणीही उत्तम नाही.
୧୯ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନାଙ୍ଗେ ନେହାଁତି ଇଞ୍ଜିଁ ଏ଼ନାଆଁତାକି ଏଲେଇଞ୍ଜିମାଞ୍ଜି? ଇଚିହିଁ ମାହାପୂରୁ ରଅସିଏ ନେହାଁସି ମାନେସି ଏ଼ୱାଣି ପିସ୍‌ପେ ଆମ୍ବାଆସି ନେହାଁସି ହିଲଅସି ।
20 २० तुला आज्ञा माहीत आहेत ‘व्यभिचार करू नको, खून करू नको, चोरी करू नको, खोटी साक्ष देऊ नको, तुझ्या आई-वडीलांचा मान राख.”
୨୦ହୁକୁମିକା ପୁଞ୍ଜାମାଞ୍ଜି, ‘ଦା଼ରି କିଆନି, ଲ଼କୁଣି ପା଼ୟାଆନି, ସ଼ରୁ କିଆନି, ମିଚିସାକି ହୀଆନି, ତାଲି ତାଞ୍ଜି କାତା ମା଼ନି କିମୁ ।’”
21 २१ तो अधिकारी म्हणाला, “या सर्व आज्ञा मी माझ्या तरुणपणासून पाळल्या आहेत.”
୨୧ଦ଼ନଗାଟାସି ଏଲେଇଚେସି, “ନା଼ନୁ ଈ ବାରେ ଊଣାୱେଡ଼ାଟିଏ କିହିମାଇଁ ।”
22 २२ जेव्हा येशूने हे ऐकले, तेव्हा तो त्यास म्हणाला, “तुझ्यामध्ये अजून एका गोष्टीची कमी आहे. तुझ्याजवळचे सर्वकाही विकून ते गरिबांना वाट, म्हणजे स्वर्गात तुला धन मिळेल. मग ये. माझ्यामागे चल.”
୨୨ଜୀସୁ ଈ କାତା ୱେଞ୍ଜାନା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନୀନୁ ର଼ କାମା କିନାୟିମାନେ; ନୀନୁ ନୀ ତା଼ଣା ମାନି ବାରେ ଦ଼ନବିତି ପାର୍‌ଚାନାହାଁ ହିଲାଆ ଗାଟାରାକି ଦା଼ନା ହୀମୁ, ଇଞ୍ଜାଁ ଡା଼ୟୁ ନୀନୁ ଲାକପୂରୁତା ଦ଼ନ ବେଟାଆ଼ଦି; ଏଚେଟିଏ ନା଼ ଜେ଼ଚ ଜେ଼ଚ ୱା଼ମୁ ।”
23 २३ पण जेव्हा त्या अधिकाऱ्याने हे ऐकले तेव्हा तो फार दुःखी झाला, कारण तो फार श्रीमंत होता.
୨୩ସାମା ଏ଼ୱାସି ଈ ବାରେ କାତା ୱେଞ୍ଜାନା ହା଼ରେକା ଦୁକୁ ଆ଼ତେସି, ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାସି ବାତ୍‌କୁ ଗାଟାସି ମାଚେସି ।
24 २४ तो दुःखी झाला आहे हे जेव्हा येशूने पाहिले तेव्हा तो लोकांस म्हणाला, “ज्यांच्याजवळ धन आहे, त्या लोकांचा देवाच्या राज्यात प्रवेश होणे किती कठीण आहे!
୨୪ଏଚେଟିଏ ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ମେସାନା ଏଲେଇଚେସି, “ଆମ୍ବାଆରି ଦ଼ନ ମାନେ, ଏ଼ୱାରି ହା଼ରେକା କସ୍ତତଲେ ମାହାପୂରୁତି ରା଼ଜିତା ହ଼ଡ଼୍‌ନେରି!
25 २५ होय, श्रीमंत मनुष्याचे देवाच्या राज्यात प्रवेश करणे यापेक्षा उंटाने सुईच्या नाकातून जाणे सोपे आहे.”
୨୫ଇଚିହିଁ ମାହାପୂରୁତି ରା଼ଜିତା ଦ଼ନଗାଟାସି ହ଼ଡ଼୍‌ନି କିହାଁ ଊଟୁ ସୂଜା କା଼ଣିଟି ହ଼ଚାହାନାୟି ଊସାସା ।”
26 २६ नंतर ज्या लोकांनी हे ऐकले, ते म्हणाले, “तर मग कोणाचे तारण होईल?”
୨୬ଏ଼ କାତା ୱେଞ୍ଜିମାଚାରି ଏଲେଇଚେରି, “ଆତିହିଁ ଆମ୍ବାଆସି ଗେଲ୍‌ପି ଆ଼ହାଲି ଆ଼ଡିନେସି?”
27 २७ तो म्हणाला, “ज्या गोष्टी मनुष्यांना अशक्य आहेत त्या देवाला शक्य आहेत.”
୨୭ଜୀସୁ ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ନାଆଁ ଲ଼କୁ କିୟାଲି ଆ଼ଡାଆଗାଟାଣି ମାହାପୂରୁ କିହାଲି ଆ଼ଡିମାନେସି ।”
28 २८ मग पेत्र म्हणाला, “बघा, आमच्याकडे जे होते, ते सर्व टाकून आम्ही तुमच्यामागे आलो आहोत.”
୨୮ଏଚେ଼ତା ପିତର ଜୀସୁଇଁ ୱେଚେସି, “ମେହ୍‌ମୁ ମା଼ମ୍ବୁ ବାରେ ପିସାନା ନୀ ଜେ଼ଚ ୱା଼ହିମାନମି ।”
29 २९ येशूने त्यांना म्हटले, “मी तुम्हास खरे सांगतो, देवाच्या राज्याकरता ज्याने आपले घर, पत्नी, भाऊ, आई-वडील किंवा मुलेबाळ सोडली
୨୯ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ୱେସ୍ତେସି, “ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେ ସାତା ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ, ଆମିନି ଗାଟାରି ମାହାପୂରୁ ରା଼ଜିତାକି ଇଲୁକାଣ୍ତା, ଡକ୍ରିନି, ତାୟି, ତାଲି ତାଞ୍ଜି, ଅ଼ଡ଼େ ମୀର୍‌କା ମା଼ସ୍‌କାଣି ପିସାମାନେରି,
30 ३० त्यांना या काळी पुष्कळ पटीने व येणाऱ्या युगात सार्वकालिक जीवन मिळणार नाही असा कोणी नाही.” (aiōn g165, aiōnios g166)
୩୦ଏ଼ୱାରି ଈ ଜୁଗୁତା ହା଼ରେକା ଆଗାଡ଼ା ବେଟାଆ଼ହାନା, ୱା଼ନି ଜୁଗୁତା କା଼ଲାକା଼ଲାତି ଜୀୱୁ ବେଟା ଆ଼ନେସି ।” (aiōn g165, aiōnios g166)
31 ३१ येशूने निवडलेल्या बाराजणांना बाजूला घेतले आणि त्यांना म्हणाला, “ऐका! आपण वर यरूशलेम शहरात जात आहोत आणि संदेष्टयांनी मनुष्याच्या पुत्राविषयी जे काही लिहिले होते ते सर्व पूर्ण होईल.
୩୧ଜୀସୁ ତାନି ବା଼ରଜା଼ଣା ସୀସୁୟାଁଇଁ ହା଼ଟାନା ୱେସ୍ତେସି, “ମେହ୍‌ଦୁ ମା଼ର ଜିରୁସାଲମତା ହାଜିମାନାୟି, ଏମ୍ବାଆଁ ମାଣ୍‌ସି ମୀର୍‌ଏଣି ତାକି ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍‌ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍‌ନାରି ଏ଼ନା ଏ଼ନାଆଁ ରା଼ଚାମାନେରି, ଏ଼ ବାରେ ମାଣ୍‌ସି ମୀର୍‌ଏଣା ତା଼ଣା ସାତା ଆ଼ନେ;
32 ३२ म्हणजे त्यास परराष्ट्रीयांच्या स्वाधीन करतील, त्याची थट्टा होईल, त्याची निंदा करतील, त्याच्यावर थुंकतील
୩୨ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଟ୍‌କା କୂଡ଼ାତାରି କେୟୁତା ହେର୍‌ପିଆ଼ନେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ କାକ୍‌ନେରି, ଏ଼ୱାଣାଇଁ ହୀଣି କିହାନା ହୂପିନେରି,
33 ३३ त्यास फटके मारतील, त्याचा जीव घेतील आणि तो तिसऱ्या दिवशी पुन्हा उठेल.”
୩୩ଏ଼ୱାଣାଇଁ ସା଼ଟ୍‌ଣି ଡ଼଼ରିତଲେ ୱେ଼ଚାନା ପା଼ୟିନେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ତୀନି ଦିନାଟିଏ ନିଙ୍ଗିନେସି ।”
34 ३४ त्याने म्हटलेले काहीच शिष्यांना समजले नाही कारण हे वचन त्यांच्यापासून लपवून ठेवण्यात आले होते आणि तो कोणत्या गोष्टीविषयी बोलत आहे हे त्यांना माहीत नव्हते.
୩୪ସାମା ସୀସୁୟାଁ ଈ ବାରେ କାତା ପୁଞ୍ଜାଲି ଆ଼ଡାଆତେରି; ଈ କାତା ଏ଼ୱାରିତା଼ଣା ଡ଼ୁଗାନା ମାଚେ, ଏ଼ନାଆଁ ୱେସ୍‌ପି ଆ଼ହିମାଚେ ଏ଼ ବାରେ ପୁଞ୍ଜିହିଲାଆତେରି ।
35 ३५ येशू यरीहोजवळ येत असतांना एक आंधळा रस्त्यावर बसून भीक मागत होता.
୩୫ଜୀସୁ ଜିରିହ ଗା଼ଡ଼ାତା ଏଜିମାଚାଟି ର଼ କା଼ଣା ଜିରୁତା କୁଗାନା ରୀସ୍‌ପିମାଚେସି ।
36 ३६ जेव्हा त्या आंधळ्या मनुष्याने जवळून जाणाऱ्या लोकांचा आवाज ऐकला तेव्हा त्याने विचारले, ही कशाची गडबड चालली आहे.
୩୬ଏ଼ୱାସି ଲ଼କୁତି ହାଜିମାନି ହା଼ଡା ୱେଞ୍ଜାନା, “ଈଦି ଏ଼ନାୟି ଆ଼ହିମାନେ ଇଞ୍ଜିଁ ୱେଚେସି ।”
37 ३७ लोकांनी त्यास सांगितले, “नासरेथकर येशू जवळून जात आहे.”
୩୭“ନା଼ଜରିତତି ଜୀସୁ ଇମ୍ବାଟି ହାଜିମାନେସି” ଇଞ୍ଜିଁ ୱେସ୍ତେରି ।
38 ३८ तो ओरडून म्हणाला, “अहो येशू, दाविदाचे पुत्र माझ्यावर दया करा.”
୩୮ଏଚେଟିଏ କା଼ଣା କାଜା ଗିୟାଁତଲେ ଏଲେଇଞ୍ଜି ଇଚେସି, “ଏ଼ ଜୀସୁ ଦାୱୁଦ ମୀର୍‌ଏଣାତି ନାଙ୍ଗେ କାର୍ମା ମେସ୍ତାମୁ ।”
39 ३९ जे पुढे चालले होते त्यांनी त्यास शांत राहण्यास सांगितले. पण तो अजून मोठ्याने ओरडून म्हणाला, “दाविदाचे पुत्र माझ्यावर दया करा!”
୩୯ସାମା ନ଼କିତା ହାଜିମାଚାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପାଲେଏ ମାଞ୍ଜାଲି ଦାକା ହୀତେରି, ସାମା ଏ଼ୱାସି ଅ଼ଡ଼େ କାଜା ଗିୟାଁତଲେ ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ ଜୀସୁ ଦାୱୁଦ ମୀର୍‌ଏଣାତି ନାଙ୍ଗେ କାର୍ମା ମେସ୍ତାମୁ ।”
40 ४० येशू थांबला आणि त्याने आंधळ्याला स्वतःकडे आणण्याची आज्ञा केली, तो आंधळा जवळ आल्यावर येशूने त्यास विचारले,
୪୦ଏଚେଟିଏ ଜୀସୁ ଏମ୍ବାଆଁ ନିଚାନା କା଼ଣାଇଁ ତାନି ଦାରିତା ତାଚାଲି ଟା଼ଣ୍ତିତେସି; ଏଚେ଼ତା କା଼ଣା ଡାଗେ ୱା଼ତେସି ଇଞ୍ଜାଁ ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ୱେଚେସି,
41 ४१ “मी तुझ्यासाठी काय करावे म्हणून तुझी इच्छा आहे?” तो म्हणाला, “प्रभू मला पुन्हा दृष्टी यावी.”
୪୧“ନା଼ନୁ ନିଙ୍ଗେତାକି ଏ଼ନାଆଁ କିଇଁ ଇଞ୍ଜିଁ ମ଼ନ କିହିମାଞ୍ଜି?” କା଼ଣା ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ ପ୍ରବୁ ନା଼ନୁ ଏ଼ନିକିଁ ମେସାଲି ଆ଼ଡିଇଁ ।”
42 ४२ येशू त्यास म्हणाला, “तुला दृष्टी येवो, तुझ्या विश्वासाने तुला चांगले केले आहे.”
୪୨ଜୀସୁ ୱେସ୍ତେସି, “ନୀନୁ ମେହ୍‌ମୁ, ନୀ ନାମୁ ନିଙ୍ଗେ ନେହିଁ କିୟାତେ ।”
43 ४३ ताबडतोब त्यास दिसू लागले आणि तो देवाचे गौरव करीत येशूच्या मागे गेला. सर्व लोकांनी हे पाहिले आणि देवाची स्तुती केली.
୪୩ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ଏ଼ୱାସି ମେସାଲି ଆ଼ଡିତେସି ଇଞ୍ଜାଁ ମାହାପୂରୁତି ଜହରା କିହିଁ କିହିଁ ଜୀସୁ ଜେ଼ଚ ହାଚେସି, ଅ଼ଡ଼େ ଲ଼କୁ ଏ଼ଦାଆଁ ମେସାନା ମାହାପୂରୁଇଁ ଜହରା କିତେରି ।

< लूक 18 >