< लेवीय 27 >

1 परमेश्वर मोशेला म्हणाला,
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶାଙ୍କୁ କହିଲେ,
2 इस्राएल लोकांस सांग: एखाद्या मनुष्याने परमेश्वरास मानवाचा विशेष नवस केला तर त्या मनुष्याचे मोल याजकाने याप्रमाणे ठरवावे.
“ତୁମ୍ଭେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣକୁ କୁହ, କୌଣସି ମନୁଷ୍ୟର ମାନତ ପୂର୍ଣ୍ଣ କରିବାକୁ ହେଲେ, ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ଅନୁସାରେ ପ୍ରାଣୀସକଳ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ହେବେ।
3 वीस ते साठ वर्षे वयाच्या आतील पुरुषाचे मोल पवित्रस्थानातील शेकेलाच्या चलनाप्रमाणे पन्नास शेकेल रुपे असावे,
ପୁରୁଷ ହେଲେ, କୋଡ଼ିଏ ବର୍ଷଠାରୁ ଷାଠିଏ ବର୍ଷ ବୟସ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନର ଶେକଲ ଅନୁସାରେ ପଚାଶ ଶେକଲ ରୂପା ହେବ।
4 आणि त्याच वयाच्या स्त्रीचे मोल तीस शेकेल रुपे असावे.
ପୁଣି ସ୍ତ୍ରୀ ହେଲେ, ତୁମ୍ଭ ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ତିରିଶ ଶେକଲ ରୂପା ହେବ।
5 मुलगा पाच वर्षे ते वीस वर्षांच्या आतील वयाचा असेल तर त्याचे मोल वीस शेकेल रुपे व मुलीचे दहा शेकेल रुपे असावे.
ଆଉ ପାଞ୍ଚ ବର୍ଷଠାରୁ କୋଡ଼ିଏ ବର୍ଷ ବୟସ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ହେଲେ, ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ପୁରୁଷ ନିମନ୍ତେ କୋଡ଼ିଏ ଶେକଲ ଓ ସ୍ତ୍ରୀ ନିମନ୍ତେ ଦଶ ଶେକଲ ରୂପା ହେବ।
6 मुलगा एक महिन्याहून मोठा व पाचवर्षाहून लहान असला तर त्याचे मोल पाच शेकेल रुपे व मुलीचे तीन शेकेल रुपे असावे.
ଆଉ ଏକ ମାସଠାରୁ ପାଞ୍ଚ ବର୍ଷ ବୟସ ହେଲେ, ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ପୁରୁଷ ନିମନ୍ତେ ପାଞ୍ଚ ଶେକଲ ରୂପା ହେବ ଓ ସ୍ତ୍ରୀ ନିମନ୍ତେ ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ତିନି ଶେକଲ ରୂପା ହେବ।
7 साठ वर्षे वा साठ वर्षाहून अधिक वर्षे वयाच्या पुरुषाचे मोल पंधरा शेकेल रुपे व स्त्रीचे दहा शेकेल रुपे असावे.
ପୁଣି ଷାଠିଏ ବର୍ଷଠାରୁ ଅଧିକ ବର୍ଷ ବୟସ ହେଲେ, ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ପୁରୁଷ ନିମନ୍ତେ ପନ୍ଦର ଶେକଲ ଓ ସ୍ତ୍ରୀ ନିମନ୍ତେ ଦଶ ଶେକଲ ହେବ।
8 परंतु तू ठरविलेले मोल न देण्याइतका कोणी गरीब असेल तर त्यास याजकापुढे आणावे; आणि याजकाने नवस करणाऱ्याच्या ऐपतीप्रमाणे नवसाच्या मानवाचे मोल ठरवावे.
ମାତ୍ର ସେ ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ଅପେକ୍ଷା ଦରିଦ୍ର ହେଲେ, ଯାଜକ ସମ୍ମୁଖକୁ ଅଣାଯିବ, ତହୁଁ ଯାଜକ ତାହାର ମୂଲ୍ୟ ନିରୂପଣ କରିବ; ମାନତକାରୀର ଶକ୍ତି ଅନୁସାରେ ଯାଜକ ତାହାର ମୂଲ୍ୟ ନିରୂପଣ କରିବ।
9 काही पशू परमेश्वरास अर्पण करता येतात त्यापैकी कोणी एखाद्या पशूचा नवस केला तर परमेश्वरास अर्पावयाचा असा प्रत्येक प्राणी पवित्र समजावा.
ଆଉ ଲୋକମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଯେଉଁ ଉପହାର ଉତ୍ସର୍ଗ କରନ୍ତି, ତାହା ପଶୁ ହେଲେ, ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଦତ୍ତ ସେହି ସବୁ ପଶୁ ପବିତ୍ର ହେବ।
10 १० त्याने तो बदलू नये किंवा त्याच्या ऐवजी दुसरे काही देण्याचा प्रयत्न करु नये. त्याने वाईट पशू ऐवजी चांगला किंवा चांगल्याबद्दल वाईट असा बदल करू नये त्याने जर तसा बदल करण्याचा प्रयत्न केला तर मग ते दोन्ही पवित्र होतील व दोन्ही परमेश्वराच्या मालकीचे होतील.
ସେ ତାହା ଅନ୍ୟଥା କି ପରିବର୍ତ୍ତନ କରିବ ନାହିଁ; ମନ୍ଦ ପାଲଟେ ଭଲ, କି ଭଲ ପାଲଟେ ମନ୍ଦ ଦେବ ନାହିଁ; ଯଦି ସେ କୌଣସିମତେ ପଶୁର ପାଲଟେ ପଶୁ ଦେବ, ତେବେ ତାହା ଓ ତହିଁ ପାଇଁ ଯାହା ବଦଳ କରାଯାଏ, ଦୁହେଁ ପବିତ୍ର ହେବେ।
11 ११ काही पशू परमेश्वरास अर्पण करावयास योग्य नसतात ते अशुद्ध असतात कोणी अशुद्ध पशूपैकी एखादा परमेश्वरास अर्पण करावयास आणला तर त्याने तो याजकाकडे आणावा.
ଆଉ ଯାହା ଦ୍ୱାରା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଉପହାର ଉତ୍ସର୍ଗ କରାଯାଏ ନାହିଁ, ଏପରି କୌଣସି ଅଶୁଚି ପଶୁ ଯଦି ଦିଆଯାଏ, ତେବେ ସେ ସେହି ପଶୁକୁ ଯାଜକ ସମ୍ମୁଖରେ ଉପସ୍ଥିତ କରିବ।
12 १२ तो पशू चांगला असो किंवा वाईट असो याजकाने त्याचे मोल ठरवावे; याजक ठरवील ते त्याचे मोल समजावे.
ପୁଣି ସେହି ପଶୁ ଭଲ କି ମନ୍ଦ ହେଉ, ଯାଜକ ତହିଁର ମୂଲ୍ୟ ନିରୂପଣ କରିବ; ତୁମ୍ଭର, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଯାଜକର ନିରୂପଣ ଅନୁସାରେ ତହିଁର ମୂଲ୍ୟ ହେବ।
13 १३ पण नवस करणाऱ्याला तो पशू सोडवावयाचा असला तर त्या किंमतीत आणखी एकपंचमांश भर घालून त्याने तो सोडवावा.
ମାତ୍ର, ଯଦି ସେ କୌଣସିମତେ ତାହା ମୁକ୍ତ କରିବାକୁ ଇଚ୍ଛା କରେ, ତେବେ ସେ ତୁମ୍ଭ ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟର ପଞ୍ଚମାଂଶ ଅଧିକ ଦେବ।
14 १४ एखाद्याने आपले घर परमेश्वरास वाहिले तर ते चांगले असो किंवा वाईट असो याजकाने त्या घराचे मोल ठरवावे; याजक ठरवील ते त्याचे मोल समजावे.
ଆଉ, ଯଦି କୌଣସି ମନୁଷ୍ୟ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପବିତ୍ର କରିବା ପାଇଁ ଆପଣା ଗୃହ ପ୍ରତିଷ୍ଠା କରେ, ତେବେ ତାହା ଭଲ କି ମନ୍ଦ ହେଉ, ଯାଜକ ତହିଁର ମୂଲ୍ୟ ନିରୂପଣ କରିବ; ଯାଜକ ତହିଁର ଯେଉଁ ମୂଲ୍ୟ ନିରୂପଣ କରିବ, ତାହା ସ୍ଥିର ହେବ।
15 १५ परंतु घर वाहणाऱ्याला ते सोडवून परत घ्यावयाचे असेल तर त्याने, याजकाने ठरवलेल्या किंमतीत एकपंचमांश भर घालून ते सोडवावे; मग ते घर त्याचे होईल.
ଆଉ, ଯଦି ଗୃହ ପ୍ରତିଷ୍ଠାକାରୀ ଆପଣା ଗୃହ ମୁକ୍ତ କରିବାକୁ ଇଚ୍ଛା କରେ, ତେବେ ସେ ତୁମ୍ଭ ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟର ପଞ୍ଚମାଂଶ ଅଧିକ ଦେବ, ତହିଁରେ ତାହା ତାହାର ହେବ।
16 १६ एखाद्याने आपल्या शेतीचा काही भाग परमेश्वरास वाहिला तर त्यामध्ये किती बियाणे पेरले जाते त्यावरुन त्याचे मोल ठरेल; एक होमर, सुमारे सहा बुशेल जवासाठी पन्नास शेकेल रुपे अशी किंमत असावी.
ଆଉ, ଯଦି କୌଣସି ମନୁଷ୍ୟ ଆପଣା ଅଧିକୃତ କ୍ଷେତ୍ରର କୌଣସି ଅଂଶ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଶୁଚି କରେ, ତେବେ ତୁମ୍ଭର ମୂଲ୍ୟ ନିରୂପଣ ସେହି କ୍ଷେତ୍ରରେ ବୁଣିବା ନିମନ୍ତେ ଆବଶ୍ୟକୀୟ ପରିମାଣର ବିହନ ଅନୁସାରେ ହେବ; ଏକ ହୋମର ପରିମିତ ଯବ ବିହନର ମୂଲ୍ୟ ପଚାଶ ଶେକଲ ରୂପା ହେବ।
17 १७ योबेल वर्षापासून त्याने आपले शेत देवाला वाहिले तर याजक ठरविल त्याप्रमाणे त्याचे मोल होईल.
ଯଦି ସେ ଯୋବେଲ ବର୍ଷଠାରୁ ଆପଣା କ୍ଷେତ୍ର ଶୁଚି କରେ, ତେବେ ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ଅନୁସାରେ ତାହା ସ୍ଥିର ହେବ।
18 १८ परंतु योबेल वर्षानंतर जर एखाद्याने आपले शेत परमेश्वरास वाहिले तर पुढच्या योबेल वर्षापर्यंत जितकी वर्षे उरली असतील तितक्या वर्षाचा हिशोब करून याजकाने त्याचे नक्की मोल ठरवावे.
ମାତ୍ର, ଯଦି ସେ ଯୋବେଲ ଉତ୍ତାରେ ଆପଣା କ୍ଷେତ୍ର ଶୁଚି କରେ, ତେବେ ଯାଜକ ଯୋବେଲ ବର୍ଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଅବଶିଷ୍ଟ ବର୍ଷର ସଂଖ୍ୟାନୁସାରେ ତାହା ସହିତ ମୂଲ୍ୟର ଗଣନା କରିବ, ପୁଣି ତଦନୁସାରେ ତୁମ୍ଭ ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟରୁ ଊଣା କରାଯିବ।
19 १९ शेत वाहणाऱ्याला, मोल देऊन आपले शेत सोडवून परत घ्यावयाचे असले तर त्याच्या ठरवलेल्या किंमतीत एकपंचमांश भर घालून त्याने ते सोडवावे. मग ते शेत परत त्याच्या मालकीचे होईल.
ଆଉ ସେହି କ୍ଷେତ୍ର ଶୁଚିକାରୀ ଲୋକ ଯଦି କୌଣସିମତେ ତାହା ମୁକ୍ତ କରିବାକୁ ଇଚ୍ଛା କରେ, ତେବେ ସେ ତୁମ୍ଭ ନିରୂପିତ ରୂପାର ପଞ୍ଚମାଂଶ ଅଧିକ ଦେବ, ତହିଁରେ ତାହା ତାହାର ହେବ।
20 २० त्याने ते शेत सोडविले नसेल किंवा दुसऱ्या कोणाला ते विकले असेल तर त्या पहिल्या मालकाला ते सोडवून घेता येणार नाही;
ମାତ୍ର ଯଦି ସେ ଆପଣା କ୍ଷେତ୍ର ମୁକ୍ତ ନ କରେ, କିଅବା ଯଦି ସେ ସେହି କ୍ଷେତ୍ର ଅନ୍ୟକୁ ବିକ୍ରୟ କରେ, ତେବେ ତାହା ଆଉ କେବେ ମୁକ୍ତ ହେବ ନାହିଁ।
21 २१ पण योबेल वर्षी ते शेत परत विकत घेतले नाही तेव्हा पूर्णपणे समर्पित केलेल्या शेताप्रमाणे परमेश्वराकरिता ते पवित्र ठरेल, अर्थात ते याजकाचे कायमचे वतन होईल.
ମାତ୍ର ସେହି କ୍ଷେତ୍ର ଯୋବେଲ ସମୟରେ ମୁକ୍ତ ହେଲେ, ତାହା ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ରୂପେ ଉତ୍ସର୍ଗିତ କ୍ଷେତ୍ର ତୁଲ୍ୟ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପବିତ୍ର ହେବ; ତହିଁରେ ସେହି କ୍ଷେତ୍ର ଯାଜକର ଅଧିକାର ହେବ।
22 २२ स्वत: च्या कुळाचे नसलेले म्हणजे एखाद्याने स्वत: खरेदी केलेले शेत त्यास परमेश्वराकरिता अर्पण करावयाचे असेल,
ଆଉ ଯେଉଁ କ୍ଷେତ୍ର ଆପଣାର ସମ୍ପତ୍ତି ନୁହେଁ, ତାହା କେହି ଯଦି କ୍ରୟ କରି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଶୁଚି କରେ;
23 २३ तर याजकाने योबेल वर्षापर्यंत त्याचा हिशोब करावा व जितके मोल ठरेल तितके परमेश्वराकरिता पवित्र समजून त्याने त्याच दिवशी ते देऊन टाकावे.
ତେବେ ଯାଜକ ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ଅନୁସାରେ ଯୋବେଲ ବର୍ଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତାହା ପାଇଁ ଗଣନା କରିବ; ପୁଣି ସେ ସେହି ଦିନ ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ଦେବ, ତାହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପବିତ୍ର ବସ୍ତୁ ତୁଲ୍ୟ।
24 २४ ज्याच्याकडून त्याने ते शेत पहिल्यांदा खरेदी केलेले असेल म्हणजे ज्याच्या वतनाचे ते असेल त्याच्या ताब्यात ते योबेल वर्षी परत जावे.
ଯାହାଠାରୁ ସେହି କ୍ଷେତ୍ର କ୍ରୟ କରାଗଲା, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଭୂମି ଯାହାର ସମ୍ପତ୍ତି ଅଟେ, ତାହା ଯୋବେଲ ବର୍ଷରେ ତାହାକୁ ଫେରାଇ ଦିଆଯିବ।
25 २५ मोल देताना ते पवित्रस्थानातील चलनाप्रमाणे ठरविलेले असावे. शेकेल म्हणजे वीस गेरा.
ପୁଣି ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ସମସ୍ତ ମୂଲ୍ୟ ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନର ଶେକଲ ଅନୁସାରେ ହେବ; କୋଡ଼ିଏ ଗେରାରେ ଏକ ଶେକଲ ହୁଏ।
26 २६ लोकांस गुरेढोरे, शेरडेमेढंरे विशेष देणग्या म्हणून अर्पण करता येतील परंतु त्यापैकी प्रथम जन्मलेला नर परमेश्वराचा ठरलेला आहेच; त्याला, ते विशेष भेट म्हणून वाहू शकणार नाहीत.
ପଶୁମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ କେବଳ ପ୍ରଥମଜାତ ପଶୁ, ଯାହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ପ୍ରଥମଜାତ ହୁଏ, ତାହା କୌଣସି ମନୁଷ୍ୟ ଶୁଚି କରିବ ନାହିଁ; ଗୋରୁ କି ମେଷ ହେଉ, ତାହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ଅଟେ।
27 २७ तो प्रथम जन्मलेला नर अशुद्ध पशूपैकी असला तर याजकाने ठरवलेल्या मोलात एकपंचमांश भर घालून अर्पण करणाऱ्याने तो सोडवावा; पण तो सोडवीत नसला तर याजकाने ठरवलेल्या किंमतीला तो विकून टाकावा.
ପୁଣି ଯଦି ତାହା ଅଶୁଚି ପଶୁ ହୁଏ, ତେବେ ସେ ତୁମ୍ଭ ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ଅନୁସାରେ ତାହା ମୁକ୍ତ କରିବ, ପୁଣି ସେହି ମୂଲ୍ୟର ପଞ୍ଚମାଂଶ ଅଧିକ ଦେବ; ମୁକ୍ତ କରା ନ ଗଲେ ତୁମ୍ଭର ନିରୂପିତ ମୂଲ୍ୟ ଅନୁସାରେ ତାହା ବିକ୍ରୀତ ହେବ।
28 २८ लोक परमेश्वरास काही विशेष देणगी देतात, ती देणगी माणसे, पशू किंवा वतनांची शेते या प्रकारची असेल, ती देणगी परमेश्वराचीच आहे; ती सोडवून परत घेता येणार नाही किंवा विकता येणार नाही.
ଆଉ କୌଣସି ମନୁଷ୍ୟ ଆପଣା ସର୍ବସ୍ୱରୁ, ଅର୍ଥାତ୍‍, ମନୁଷ୍ୟ କି ପଶୁ କି ଅଧିକୃତ କ୍ଷେତ୍ରରୁ ଯାହା କିଛି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଉତ୍ସର୍ଗ କରେ, ଏପରି କୌଣସି ଉତ୍ସର୍ଗିତ ବସ୍ତୁ ବିକ୍ରୀତ ବା ମୁକ୍ତ ହେବ ନାହିଁ; ପ୍ରତ୍ୟେକ ଉତ୍ସର୍ଗିତ ବସ୍ତୁ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପବିତ୍ର ଅଟେ।
29 २९ ती वाहिलेली विशेष देणगी मानव प्राण्यांपैकी असेल तर त्या मानवाला सोडवून घेता येणार नाही; त्याचा अवश्य वध करावा.
ମନୁଷ୍ୟମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ଯେ ଦଣ୍ଡିତ ହେବା ନିମନ୍ତେ ଉତ୍ସର୍ଗିତ ହେବ, ଏପରି ଉତ୍ସର୍ଗିତ କେହି ମୁକ୍ତ କରାଯିବ ନାହିଁ; ସେ ନିତାନ୍ତ ହତ ହେବ।
30 ३० भूमीच्या सर्व उत्पन्नाचा एक दशांश भाग म्हणजे, शेतातील सर्व उपज, आणि झाडे, वेली यांची फळे ह्यांचा एक दशांश भाग परमेश्वराकरिता पवित्र आहे.
ପୁଣି ଭୂମିର ଶସ୍ୟ କି ବୃକ୍ଷର ଫଳ ହେଉ, ଭୂମିରୁ ଉତ୍ପନ୍ନ ସମସ୍ତ ଦ୍ରବ୍ୟର ଦଶମାଂଶ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ହେବ, ତାହା ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପବିତ୍ର।
31 ३१ म्हणून एखाद्याला आपला एक दशांश भाग सोडवून घ्यावयाचा असला तर त्याच्या किंमतीत एक पंचमांशाची भर घालून त्याने तो सोडवावा.
ଆଉ, ଯଦି କେହି ଆପଣା ଦଶମାଂଶରୁ କିଛି ମୁକ୍ତ କରିବାକୁ ଇଚ୍ଛା କରେ, ତେବେ ସେ ତହିଁର ମୂଲ୍ୟର ପଞ୍ଚମାଂଶ ଅଧିକ ଦେବ।
32 ३२ गुरेढोर किंवा शेरडेमेंढरे ह्यापैकी ज्यांची गणना काठीखालून चालवून होते अशा प्रत्येक दहांपैकी एक पशू याजक घेईल. प्रत्येक दहावे जनावर परमेश्वराचे वेगळे केलेले असेल.
ପୁଣି ଗୋମେଷାଦି ପଲର ଦଶମାଂଶ, ଅର୍ଥାତ୍‍, ପାଞ୍ଚଣ ତଳ ଦେଇ ଗମନକାରୀ ସବୁ ପଶୁ ମଧ୍ୟରେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଦଶମ ପଶୁ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପବିତ୍ର ହେବ।
33 ३३ निवडलेला पशू चांगला आहे किंवा वाईट आहे या विषयी त्याच्या धन्याने चिंता करु नये किंवा त्यास बदलू नये; त्याने बदल करावयाचे ठरविले तर मग तो पशू व त्याच्या बदलीचा पशू असे दोन्ही पशू परमेश्वराकरिता पवित्र होतील; किंमत देऊन ते सोडविता येणार नाहीत.
ତାହା ଭଲ କି ମନ୍ଦ, ଏଥିର ସେ ଅନୁସନ୍ଧାନ କରିବ ନାହିଁ, କିଅବା ତହିଁର ବଦଳ କରିବ ନାହିଁ; ପୁଣି ଯଦି ସେ କୌଣସିମତେ ବଦଳ କରେ, ତେବେ ତାହା ଓ ତାହା ପାଇଁ ଯାହା ବଦଳ କରାଯାଏ, ଦୁହେଁ ପବିତ୍ର ହେବେ, ତାହା ମୁକ୍ତ କରାଯିବ ନାହିଁ।”
34 ३४ परमेश्वराने इस्राएल लोकांकरिता सीनायपर्वतावर मोशेला दिलेल्या आज्ञा याच आहेत.
ସଦାପ୍ରଭୁ ସୀନୟ ପର୍ବତରେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣ ନିମନ୍ତେ ମୋଶାଙ୍କୁ ଯେଉଁ ଆଜ୍ଞା ଦେଇଥିଲେ, ସେହି ସକଳ ଆଜ୍ଞା ଏହି।

< लेवीय 27 >