< शास्ते 1 >

1 यहोशवाच्या मृत्यूनंतर, इस्राएल लोकांनी परमेश्वरास असे म्हणून विचारले, “कनानी लोकांशी लढावयास आम्ही जाऊ तेव्हा आमच्या वतीने पहिल्याने कोणी स्वारी करावी?”
ଯିହୋଶୂୟଙ୍କର ମୃତ୍ୟୁୁ ପରେ ଇସ୍ରାଏଲ-ସନ୍ତାନଗଣ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କୁ ପଚାରିଲେ, “କିଣାନୀୟମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଯୁଦ୍ଧ କରିବାକୁ କିଏ ପ୍ରଥମେ ଯିବ?”
2 परमेश्वर म्हणाला, “यहूदा तुमचे नेतृत्व करील; पाहा, हा देश मी त्याच्या हाती दिला आहे.”
ତହୁଁ ସଦାପ୍ରଭୁ କହିଲେ, “ଯିହୁଦା ଯିବ; ଦେଖ, ଆମ୍ଭେ ତାହା ହସ୍ତରେ ସେହି ଦେଶ ସମର୍ପଣ କରିଅଛୁ।”
3 यहूदाच्या लोकांनी आपले भाऊ, “शिमोन याच्या लोकांस म्हटले, आमच्याबरोबर आमच्या प्रदेशात वर या, म्हणजे आपण एकत्र मिळून कनान्यांविरुद्ध लढाई करू, त्याप्रमाणे तुमच्या प्रदेशात आम्हीही तुम्हामध्ये येऊ;” तेव्हा शिमोनाचा वंश त्यांच्याबरोबर गेला.
ତହିଁରେ ଯିହୁଦା ଆପଣା ଭ୍ରାତା ଶିମୀୟୋନକୁ କହିଲା, “ଗୁଲିବାଣ୍ଟ କ୍ରମେ ନିରୂପିତ ଆମ୍ଭ ଭାଗକୁ ଆସ, ଆମ୍ଭେମାନେ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଯୁଦ୍ଧ କରିବା; ପୁଣି ଆମ୍ଭେ ମଧ୍ୟ ତୁମ୍ଭ ସଙ୍ଗେ ତୁମ୍ଭ ଭାଗକୁ ଯିବା।” ତହିଁରେ ଶିମୀୟୋନ ତାହା ସଙ୍ଗେ ଗଲା।
4 मग यहूदाचे लोक वर चढून गेले, या प्रकारे परमेश्वराने कनानी व परिज्जी ह्यांच्यावर त्यांना विजय दिला व त्यांनी बेजेक शहर येथे त्यांच्या दहा हजार लोकांस ठार मारले.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଯିହୁଦା ଯାତ୍ରା କଲା; ପୁଣି ସଦାପ୍ରଭୁ ସେମାନଙ୍କ ହସ୍ତରେ କିଣାନୀୟ ଓ ପରିଷୀୟମାନଙ୍କୁ ସମର୍ପଣ କଲେ; ତହିଁରେ ସେମାନେ ବେଷକରେ ସେମାନଙ୍କର ଦଶ ହଜାର ଲୋକଙ୍କୁ ବଧ କଲେ।
5 बेजेक येथे त्यांना अदोनी-बेजेक सापडला आणि तेव्हा त्यांनी त्याच्याशी लढाई केली व कनानी व परिज्जी यांचा पराभव केला.
ପୁଣି ସେମାନେ ବେଷକରେ ଅଦୋନୀବେଷକ୍‌ ରାଜାଙ୍କୁ ପାଇ ତାହା ସଙ୍ଗେ ଯୁଦ୍ଧ କରି କିଣାନୀୟ ଓ ପରିଷୀୟମାନଙ୍କୁ ବଧ କଲେ।
6 पण अदोनी-बेजेक पळून गेला, तेव्हा त्यांनी त्यांचा पाठलाग करून त्यास पकडले आणि त्यांच्या हातांचे व पायांचे अंगठे कापून टाकले.
ମାତ୍ର ଅଦୋନୀବେଷକ୍‌ ପଳାଇଗଲା; ତହୁଁ ସେମାନେ ତାହା ପଛେ ଗୋଡ଼ାଇ ତାକୁ ଧରିଲେ ଏବଂ ତାହାର ହସ୍ତ ଓ ପାଦର ବୃଦ୍ଧାଙ୍ଗୁଳି ଛେଦନ କଲେ।
7 तेव्हा अदोनी-बेजेक म्हणाला, “हातांचे व पायांचे अंगठे कापून टाकलेले सत्तर राजे माझ्या मेजाखाली अन्न वेचीत होते; जसे मी केले तसे देवाने माझे केले आहे.” त्यांनी त्यास यरूशलेमेस आणले; तेथे तो मेला.
ଏଥିରେ ଅଦୋନୀବେଷକ୍‌ କହିଲା, “ସତୁରି ଜଣ ରାଜା ଯାହାଙ୍କର ହସ୍ତ ଓ ପାଦର ବୃଦ୍ଧାଙ୍ଗୁଳି ଛିନ୍ନ କରାଯାଇଥିଲା, ସେମାନେ ଆମ୍ଭ ମେଜ ତଳେ ଆପଣାମାନଙ୍କ ଆହାର ସାଉଣ୍ଟୁ ଥିଲେ; ମୁଁ ଯେପରି କଲି, ପରମେଶ୍ୱର ସେପରି ମୋତେ ପ୍ରତିଫଳ ଦେଲେ।” ପୁଣି, ଲୋକମାନେ ତାକୁ ଯିରୂଶାଲମକୁ ଆଣିଲେ ଓ ସେ ସେଠାରେ ମଲା।
8 यहूदाच्या लोकांनी यरूशलेम नगराविरुद्ध लढाई करून ते घेतले, आणि तलवारीच्या धारेने त्यावर हल्ला करून त्या नगराला आग लावली.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଯିହୁଦା-ସନ୍ତାନମାନେ ଯିରୂଶାଲମ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଯୁଦ୍ଧ କରି ତାହା ହସ୍ତଗତ କଲେ ଓ ଖଡ୍ଗଧାରରେ ସମସ୍ତଙ୍କୁ ଆଘାତ କରି ଅଗ୍ନିରେ ନଗର ଦଗ୍ଧ କଲେ।
9 नंतर यहूदाचे लोक डोंगराळ प्रदेश, नेगेब आणि पश्चिमेकडील तळवटीच्या डोंगराळ प्रदेशात राहणाऱ्या कनान्यांशी लढावयाला खाली गेले.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଯିହୁଦା-ସନ୍ତାନମାନେ ପର୍ବତମୟ ଦେଶ ଓ ଦକ୍ଷିଣ ଦିଗ ଓ ତଳଭୂମିରେ ବାସକାରୀ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଯୁଦ୍ଧ କରିବାକୁ ଗଲେ।
10 १० मग हेब्रोनात राहणाऱ्या कनान्यांविरुद्ध यहूदा पुढे चालून गेला. (हेब्रोनाचे पूर्वीचे नाव किर्याथ-आर्बा होते) आणि त्यांनी शेशय, अहीमान व तलमय यांचा पराभव केला.
ପୁଣି ଯିହୁଦା ହିବ୍ରୋଣବାସୀ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଯାଇ ଶେଶୟକୁ ଓ ଅହୀମାନ୍‍କୁ ଓ ତଲ୍ମୟକୁ ବଧ କଲା; ପୂର୍ବେ ଏହି ହିବ୍ରୋଣର ନାମ କିରୀୟଥ୍‍-ଅର୍ବ ଥିଲା।
11 ११ तेथून यहूदाचे लोक दबीरच्या रहिवाश्यांवर पुढे चालून गेले. (दबीरचे पूर्वीचे नाव किर्याथ-सेफर होते)
ଆଉ ସେ ସେଠାରୁ ଦବୀର ନିବାସୀମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଗଲା। ପୂର୍ବେ ଏହି ଦବୀରର ନାମ କିରୀୟଥ୍‍-ସେଫର ଥିଲା।
12 १२ कालेब म्हणाला, “जो कोणी लढून किर्याथ-सेफर काबीज करील त्यास मी आपली मुलगी अखसा पत्नी म्हणून देईन.”
ପୁଣି କାଲେବ କହିଲେ, “ଯେକେହି କିରୀୟଥ୍‍-ସେଫରକୁ ଆଘାତ କରି ହସ୍ତଗତ କରିବ, ମୁଁ ତାହା ସହିତ ମୋʼ କନ୍ୟା ଅକ୍‍ଷାର ବିବାହ ଦେବି।”
13 १३ तेव्हा कालेबाचा धाकटा भाऊ कनाज अथनिएल ह्याचा मुलगा ह्याने दबीर नगर काबीज केले आणि म्हणून कालेबाने आपली मुलगी अखसा त्यास पत्नी करून दिली.
ଏଥିରେ କାଲେବଙ୍କର କନିଷ୍ଠ ଭ୍ରାତା କନସର ପୁତ୍ର ଅତ୍ନୀୟେଲ ତାହା ହସ୍ତଗତ କରନ୍ତେ, ସେ ତାହା ସହିତ ଆପଣା କନ୍ୟା ଅକ୍‍ଷାର ବିବାହ ଦେଲେ।
14 १४ ती आली तेव्हा आपल्या पित्यापासून काही शेतजमीन मागून घेण्यासाठी तिने त्यास गळ घातली. ती गाढवावरून उतरली तेव्हा कालेबाने तिला विचारले, “मी तुझ्यासाठी काय करू शकतो?”
ତହୁଁ ସେ ଗମନ କରିବା ବେଳେ ଆପଣା ପିତାକୁ ଖଣ୍ଡେ କ୍ଷେତ ମାଗିବା ପାଇଁ ସ୍ୱାମୀକୁ ମଣାଇଲା; ମାତ୍ର ସେ ଆପେ ଗର୍ଦ୍ଦଭରୁ ଓହ୍ଲାଇ ପଡ଼ିଲା; ଏଥିରେ କାଲେବ ତାହାକୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେ କଅଣ ଚାହଁ?”
15 १५ ती त्यास म्हणाली, “मला आशीर्वाद द्या; तुम्ही मला नेगेब प्रदेशात स्थायिक केले आहे तेव्हा मला पाण्याचे झरेही द्या” आणि कालेबाने तिला वरचे व खालचे झरे दिले.
ତହୁଁ ସେ କହିଲା, “ମୋତେ ଏକ ଆଶୀର୍ବାଦ ପ୍ରଦାନ କରନ୍ତୁ; କାରଣ ଆପଣ ଦକ୍ଷିଣ ଆଡ଼ ଭୂମି ମୋତେ ଦେଇଅଛନ୍ତି, ମଧ୍ୟ ଜଳ ନିର୍ଝର ମୋତେ ଦେଉନ୍ତୁ;” ତହିଁରେ କାଲେବ ଉପରିସ୍ଥ ଓ ତଳସ୍ଥ ନିର୍ଝର ତାହାକୁ ଦେଲେ।
16 १६ मोशेचा मेहुणा जो केनी त्यांचे वंशज यहूदाच्या लोकांबरोबर खजुरीच्या नगराहून अरादाजवळील यहूदातले (जे नेगेबात आहे) रान आहे तेथे चढून गेले; आणि तेथे जाऊन यहूदा लोक अराद जवळ त्या लोकांबरोबर राहिले.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ମୋଶାଙ୍କର ପତ୍ନୀ-ଭ୍ରାତା କେନୀୟର ସନ୍ତାନମାନେ ଯିହୁଦା-ସନ୍ତାନମାନଙ୍କ ସହିତ ଖର୍ଜ୍ଜୁରପୁରରୁ ଅରାଦର ଦକ୍ଷିଣ ଦିଗସ୍ଥିତ ଯିହୁଦା ପ୍ରାନ୍ତରକୁ ଉଠିଯାଇ ସେ ସ୍ଥାନରେ ଲୋକମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ବାସ କଲେ।
17 १७ आणि यहूदाची माणसे त्यांचा भाऊ शिमोन ह्याच्या मनुष्यांबरोबर गेली आणि त्यांनी सफाथ येथे राहणारे कनानी यांच्यावर हल्ला करून त्यांचा पूर्णपणे नाश केला; त्या नगराचे नाव हर्मा असे म्हटले होते.
ପୁଣି ଯିହୁଦା ଆପଣା ଭ୍ରାତା ଶିମୀୟୋନ ସହିତ ଗମନ କଲା ଓ ସେମାନେ ସଫାତ୍‍ବାସୀ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କୁ ଆକ୍ରମଣ କରି ସେହି ନଗରକୁ ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ରୂପେ ବିନାଶ କଲେ ଓ ସେହି ନଗରର ନାମ ହର୍ମା ହେଲା।
18 १८ यहूदाच्या लोकांनी गज्जा व त्याच्या सभोवतालची जमीन, अष्कलोन व त्याच्या सभोवतालची जागा आणि एक्रोन व त्याच्या सभोवतालची जागा ही नगरे घेतली.
ଯିହୁଦା ମଧ୍ୟ ଘସା ଓ ତହିଁର ଅଞ୍ଚଳ, ଅସ୍କିଲୋନ ଓ ତହିଁର ଅଞ୍ଚଳ, ପୁଣି ଇକ୍ରୋଣ ଓ ତହିଁର ଅଞ୍ଚଳ ହସ୍ତଗତ କଲା।
19 १९ यहूदाच्या लोकांबरोबर परमेश्वर होता आणि त्यांनी डोंगराळ प्रदेश ताब्यात घेतला, पण खोऱ्यात राहणाऱ्या लोकांजवळ लोखंडी रथ असल्याने त्यांना घालवून देणे त्यांना जमेना.
ସଦାପ୍ରଭୁ ଯିହୁଦାର ସହାୟ ଥିଲେ; ଏଣୁ ସେ ସେହି ପର୍ବତମୟ ଦେଶ ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲା; ମାତ୍ର ସେ ତଳଭୂମି ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଇ ପାରିଲା ନାହିଁ, କାରଣ ସେମାନଙ୍କର ଲୌହ ରଥ ଥିଲା।
20 २० मोशेच्या सांगण्याप्रमाणे हेब्रोन कालेबाला देण्यात आले व त्याने तेथून अनाकाच्या तिघा मुलांना घालवून दिले.
ପୁଣି ସେମାନେ ମୋଶାଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ କାଲେବଙ୍କୁ ହିବ୍ରୋଣ ଦେଲେ, ଆଉ ସେ ସେହି ସ୍ଥାନରୁ ଅନାକର ତିନି ପୁତ୍ରଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲେ।
21 २१ पण बन्यामिनाच्या लोकांनी यरूशलेमेत राहणाऱ्या यबूसी लोकांस बाहेर घालवले नाही, म्हणून आजपर्यंत यबूसी लोक यरूशलेमेत बन्यामिनाच्या लोकांबरोबर राहत आहेत.
ବିନ୍ୟାମୀନ୍-ସନ୍ତାନମାନେ ଯିରୂଶାଲମ ନିବାସୀ ଯିବୂଷୀୟମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲେ ନାହିଁ; ମାତ୍ର ଯିବୂଷୀୟମାନେ ଆଜି ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ବିନ୍ୟାମୀନ୍-ସନ୍ତାନଗଣ ସହିତ ବାସ କରୁଅଛନ୍ତି।
22 २२ योसेफाच्या घराण्यानेही बेथेलावर हल्ला करण्याची तयारी केली; आणि परमेश्वर त्यांच्याबरोबर होता.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଯୋଷେଫ-ବଂଶ ମଧ୍ୟ ବେଥେଲ୍‍ ପ୍ରତିକୂଳରେ ଗଲେ; ପୁଣି ସଦାପ୍ରଭୁ ସେମାନଙ୍କ ସଙ୍ଗେ ସଙ୍ଗେ ଥିଲେ।
23 २३ योसेफाच्या घराण्याने हेरगिरी करण्यास बेथेल येथे माणसे पाठवली. त्या नगराचे पूर्वीचे नाव लूज होते.
ସେତେବେଳେ ଯୋଷେଫ-ବଂଶ ବେଥେଲ୍‍ ଅନୁସନ୍ଧାନ କରିବାକୁ ଲୋକ ପଠାଇଲେ; ପୂର୍ବେ ସେହି ନଗରର ନାମ ଲୂସ୍‍ ଥିଲା।
24 २४ त्या हेरांनी नगरातून एक मनुष्य बाहेर निघताना पाहिला; आणि त्यांनी त्यास म्हटले, “नगरात कसे जायचे ते आम्हांला दाखव म्हणजे आम्ही तुझ्यावर दया करू.”
ତହିଁରେ ସେହି ନିରୀକ୍ଷକମାନେ ସେ ନଗରରୁ ଜଣକୁ ବାହାରେ ଆସିବାର ଦେଖି କହିଲେ, “ବିନୟ କରୁଅଛୁ, ସେହି ନଗରରେ ପ୍ରବେଶ କରିବା ପଥ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଦେଖାଅ; ତାହା କଲେ ଆମ୍ଭେମାନେ ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତି ଦୟା ବ୍ୟବହାର କରିବା।”
25 २५ तेव्हा त्याने त्यांना नगरात जाण्याचा मार्ग दाखवला आणि त्यांनी त्या नगरावर तलवार चालवली, पण त्या मनुष्यास व त्याच्या सर्व परिवाराला त्यांनी सुखरूप जाऊ दिले.
ତହୁଁ ସେ ସେମାନଙ୍କୁ ନଗରରେ ପ୍ରବେଶ କରିବା ପଥ ଦେଖାନ୍ତେ, ସେମାନେ ଖଡ୍ଗଧାରରେ ସେହି ନଗରକୁ ଆଘାତ କଲେ, ମାତ୍ର ସେହି ଲୋକକୁ ଓ ତାହାର ସବୁ ବଂଶକୁ ଛାଡ଼ିଦେଲେ।
26 २६ त्या मनुष्याने हित्ती लोकांच्या देशात जाऊन एक नगर बांधले व त्याचे नाव लूज ठेवले. त्याचे नाव आजपर्यंत तेच आहे.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସେ ଲୋକ ହିତ୍ତୀୟମାନଙ୍କ ଦେଶକୁ ଯାଇ ଏକ ନଗର ସ୍ଥାପନ କରି ତହିଁର ନାମ ଲୂସ୍‍ ରଖିଲା; ତହିଁର ସେହି ନାମ ଆଜି ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଅଛି।
27 २७ मनश्शेच्या लोकांनी बेथ-शान व त्याची खेडी, तानख व त्याची खेडी, दोर व त्याच्या खेड्यात राहणाऱ्यांना, इब्लाम व त्याची खेडी यामध्ये राहणाऱ्यांना आणि मगिद्दो व त्याची खेडी यामध्ये राहणाऱ्यांना बाहेर घालवून दिले नाही. कारण त्या कनान्यांनी त्या प्रदेशात राहण्याचा निश्चय केला.
ଆଉ ମନଃଶି, ବେଥ୍-ଶାନ ଓ ତହିଁର ଉପନଗର, ତାନକ୍‍ ଓ ତହିଁର ଉପନଗର-ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ, ଦୋର ଓ ତହିଁର ଉପନଗର-ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ, ଯିବ୍ଲିୟିମ ଓ ତହିଁର ଉପନଗର-ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ, ମଗିଦ୍ଦୋ ଓ ତହିଁର ଉପନଗର-ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲା ନାହିଁ, ତେଣୁ କିଣାନୀୟମାନେ ସେହି ଦେଶରେ ବାସ କରିବାକୁ ମନସ୍ଥ କଲେ।
28 २८ जेव्हा इस्राएल लोक सामर्थ्यवान झाले तेव्हा त्यांनी कनानी लोकांस कठोर परिश्रमाचे काम करायला लावले; पण त्यांना कधीच पूर्णपणे घालवून दिले नाही.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଇସ୍ରାଏଲ ପରାକ୍ରାନ୍ତ ହୁଅନ୍ତେ, ସେହି କିଣାନୀୟମାନଙ୍କୁ ବେଠି କର୍ମରେ ରଖିଲେ, ମାତ୍ର ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ରୂପେ ସେମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲେ ନାହିଁ।
29 २९ एफ्राइमने गेजेर येथे राहणाऱ्या कनान्यांना घालवून दिले नाही, ते कनानी गेजेर येथे त्यांच्यामध्येच राहिले.
ଆଉ ଇଫ୍ରୟିମ ଗେଷର ନିବାସୀ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲେ ନାହିଁ; ତହିଁରେ କିଣାନୀୟମାନେ ଗେଷରରେ ବାସ କଲେ।
30 ३० जबुलूनाने कित्रोन व नहलोल येथील रहिवाश्यांना घालवून दिले नाही; पण जबुलूनाने कनान्यांवर बळजबरी करून कठोर परिश्रमाच्या कामास नेमले.
ସବୂଲୂନ କିଟ୍ରୋଣ ଓ ନହଲୋଲ୍‍ ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲା ନାହିଁ; ତହିଁରେ କିଣାନୀୟମାନେ ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ବାସ କରି ବେଠିକର୍ମ କଲେ।
31 ३१ आशेराने अक्को यातले राहणारे आणि सीदोन व अहलाब व अकजीब व हेल्बा, अफीक व रहोब येथील रहिवाश्यांना घालवून दिले नाही;
ଆଶେର ଅକ୍କୋ-ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ କିଅବା ସୀଦୋନ କି ଅହଲବ୍‍ ଓ ଅକଷୀବ୍ କି ହିଲବା କି ଅଫିକ୍‍ କି ରହୋବନି ବାସୀମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲା ନାହିଁ।
32 ३२ म्हणून आशेराचे वंशज त्या देशाच्या कनानी रहिवाश्यांमध्ये राहिले; कारण त्यांनी त्यांना घालवून दिले नाही.
ମାତ୍ର ଆଶେରୀୟମାନେ ସେହି ଦେଶ ନିବାସୀ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ି ନ ଦେବାରୁ ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ବାସ କଲେ।
33 ३३ नफतालीच्या वंशजांनी बेथ-शेमेश व बेथ-अनाथ येथील रहिवाश्यांना घालवून दिले नाही; नफताली त्या देशाच्या कनानी रहिवाश्यांमध्ये राहिले; पण बेथ-शेमेश व बेथ-अनाथ येथील रहिवासी नफताली लोकांची कठीण कष्टाची कामे करू लागले.
ନପ୍ତାଲି ବେଥ୍-ଶେମଶ କି ବେଥ୍ନାତ ନିବାସୀମାନଙ୍କୁ ତଡ଼ିଦେଲା ନାହିଁ; ମାତ୍ର ସେ ସେହି ଦେଶ ନିବାସୀ କିଣାନୀୟମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରେ ବାସ କଲା, ତଥାପି ବେଥ୍-ଶେମଶ ଓ ବେଥ୍-ଆନାତ୍ ନିବାସୀମାନେ ସେମାନଙ୍କର ବେଠିକର୍ମ କଲେ।
34 ३४ अमोरी लोकांनी दानाच्या वंशजांना डोंगराळ प्रदेशात राहण्यास भाग पाडले. ते त्यांना खाली मैदानात उतरू देईनात;
ଆଉ ଇମୋରୀୟମାନେ ଦାନ୍-ସନ୍ତାନଗଣକୁ ପର୍ବତମୟ ଦେଶରେ ରହିବାକୁ ବାଧ୍ୟ କଲେ; ଆଉ ତଳିଭୂମିକି ସେମାନଙ୍କୁ ଆସିବାକୁ ଦେଲେ ନାହିଁ।
35 ३५ अमोऱ्यांनी हेरेस डोंगरावर अयालोन व शालबीम येथे राहण्याचा निश्चय केला; पण योसेफाचे घराणे प्रबळ झाल्यावर त्यांनी त्यांना जिंकले आणि कठीण कष्टाचे काम करण्यास त्यांना भाग पाडले.
ମାତ୍ର ଇମୋରୀୟମାନେ ହେରସ ପର୍ବତରେ ଅୟାଲୋନ୍‍ରେ ଓ ଶାଲବୀମ୍‍ରେ ବାସ କରିବାକୁ ମନସ୍ଥ କଲେ; ତଥାପି ଯୋଷେଫ-ବଂଶର ହସ୍ତ ପ୍ରବଳ ହୁଅନ୍ତେ, ସେମାନେ ବେଠିକର୍ମ କଲେ।
36 ३६ अमोऱ्यांची सीमा अक्रब्बीमाचा चढावापसून आणि सेला येथून डोंगराळ प्रदेशावर गेली होती.
ପୁଣି ଅକ୍ରବ୍ବୀମ-ଘାଟୀ ଶୈଳଠାରୁ ଆଗକୁ ଇମୋରୀୟମାନଙ୍କ ସୀମା ଥିଲା।

< शास्ते 1 >