< योहान 1 >

1 प्रारंभी शब्द होता, शब्द देवासह होता आणि शब्द देव होता.
ଆଦୌ ୱାଦ ଆସୀତ୍ ସ ଚ ୱାଦ ଈଶ୍ୱରେଣ ସାର୍ଧମାସୀତ୍ ସ ୱାଦଃ ସ୍ୱଯମୀଶ୍ୱର ଏୱ|
2 तोच प्रारंभी देवासह होता.
ସ ଆଦାୱୀଶ୍ୱରେଣ ସହାସୀତ୍|
3 सर्वकाही त्याच्याद्वारे झाले आणि जे काही झाले ते त्याने केल्यावांचून झाले नाही.
ତେନ ସର୍ୱ୍ୱଂ ୱସ୍ତୁ ସସୃଜେ ସର୍ୱ୍ୱେଷୁ ସୃଷ୍ଟୱସ୍ତୁଷୁ କିମପି ୱସ୍ତୁ ତେନାସୃଷ୍ଟଂ ନାସ୍ତି|
4 त्याच्यामध्ये जीवन होते; आणि ते जीवन मनुष्यमात्राचा प्रकाश होते.
ସ ଜୀୱନସ୍ୟାକାରଃ, ତଚ୍ଚ ଜୀୱନଂ ମନୁଷ୍ୟାଣାଂ ଜ୍ୟୋତିଃ
5 तो प्रकाश अंधारात प्रकाशतो; तरी अंधाराने त्यास स्वीकारले नाही.
ତଜ୍ଜ୍ୟୋତିରନ୍ଧକାରେ ପ୍ରଚକାଶେ କିନ୍ତ୍ୱନ୍ଧକାରସ୍ତନ୍ନ ଜଗ୍ରାହ|
6 देवाकडून पाठविलेला एक मनुष्य प्रकट झाला; त्याचे नाव योहान.
ଯୋହନ୍ ନାମକ ଏକୋ ମନୁଜ ଈଶ୍ୱରେଣ ପ୍ରେଷଯାଞ୍ଚକ୍ରେ|
7 तो साक्षीकरीता, त्या प्रकाशाविषयी साक्ष द्यावी म्हणून आला; यासाठी की सर्वांनी त्याच्याद्वारे विश्वास ठेवावा.
ତଦ୍ୱାରା ଯଥା ସର୍ୱ୍ୱେ ୱିଶ୍ୱସନ୍ତି ତଦର୍ଥଂ ସ ତଜ୍ଜ୍ୟୋତିଷି ପ୍ରମାଣଂ ଦାତୁଂ ସାକ୍ଷିସ୍ୱରୂପୋ ଭୂତ୍ୱାଗମତ୍,
8 योहान तो प्रकाश नव्हता, पण त्या प्रकाशाविषयी साक्ष द्यावी म्हणून आला.
ସ ସ୍ୱଯଂ ତଜ୍ଜ୍ୟୋତି ର୍ନ କିନ୍ତୁ ତଜ୍ଜ୍ୟୋତିଷି ପ୍ରମାଣଂ ଦାତୁମାଗମତ୍|
9 जो खरा प्रकाश प्रत्येक मनुष्यास प्रकाशित करतो तो जगात येणार होता.
ଜଗତ୍ୟାଗତ୍ୟ ଯଃ ସର୍ୱ୍ୱମନୁଜେଭ୍ୟୋ ଦୀପ୍ତିଂ ଦଦାତି ତଦେୱ ସତ୍ୟଜ୍ୟୋତିଃ|
10 १० तो जगात होता व जग त्याच्याद्वारे निर्माण झाले, तरी जगाने त्यास ओळखले नाही.
ସ ଯଜ୍ଜଗଦସୃଜତ୍ ତନ୍ମଦ୍ୟ ଏୱ ସ ଆସୀତ୍ କିନ୍ତୁ ଜଗତୋ ଲୋକାସ୍ତଂ ନାଜାନନ୍|
11 ११ जे त्याचे स्वतःचे त्यांच्याकडे तो आला, तरी त्याच्या स्वकीयांनी त्याचा स्वीकार केला नाही.
ନିଜାଧିକାରଂ ସ ଆଗଚ୍ଛତ୍ କିନ୍ତୁ ପ୍ରଜାସ୍ତଂ ନାଗୃହ୍ଲନ୍|
12 १२ पण जितक्यांनी त्याचा स्वीकार केला, म्हणजे त्याच्या नावावर विश्वास ठेवला, तितक्यांना त्याने देवाची मुले होण्याचा अधिकार दिला.
ତଥାପି ଯେ ଯେ ତମଗୃହ୍ଲନ୍ ଅର୍ଥାତ୍ ତସ୍ୟ ନାମ୍ନି ୱ୍ୟଶ୍ୱସନ୍ ତେଭ୍ୟ ଈଶ୍ୱରସ୍ୟ ପୁତ୍ରା ଭୱିତୁମ୍ ଅଧିକାରମ୍ ଅଦଦାତ୍|
13 १३ त्यांचा जन्म रक्त किंवा देहाची इच्छा किंवा मनुष्याची इच्छा यापासून झाला नाही, तर देवापासून झाला.
ତେଷାଂ ଜନିଃ ଶୋଣିତାନ୍ନ ଶାରୀରିକାଭିଲାଷାନ୍ନ ମାନୱାନାମିଚ୍ଛାତୋ ନ କିନ୍ତ୍ୱୀଶ୍ୱରାଦଭୱତ୍|
14 १४ शब्द देह झाला व त्याने आमच्यात वस्ती केली आणि आम्ही त्याचे गौरव पाहीले, ते पित्यापासून आलेल्या एकुलत्या एकाचे गौरव असावे असे कृपेने व सत्याने परिपूर्ण होते.
ସ ୱାଦୋ ମନୁଷ୍ୟରୂପେଣାୱତୀର୍ୟ୍ୟ ସତ୍ୟତାନୁଗ୍ରହାଭ୍ୟାଂ ପରିପୂର୍ଣଃ ସନ୍ ସାର୍ଧମ୍ ଅସ୍ମାଭି ର୍ନ୍ୟୱସତ୍ ତତଃ ପିତୁରଦ୍ୱିତୀଯପୁତ୍ରସ୍ୟ ଯୋଗ୍ୟୋ ଯୋ ମହିମା ତଂ ମହିମାନଂ ତସ୍ୟାପଶ୍ୟାମ|
15 १५ योहान त्याच्याविषयी साक्ष देतो आणि मोठ्याने म्हणतो, “ज्याच्याविषयी मी सांगितले की, माझ्यामागून जो येत आहे तो माझ्यासमोर झाला आहे, कारण तो माझ्या पूर्वी होता, तो हाच आहे.”
ତତୋ ଯୋହନପି ପ୍ରଚାର୍ୟ୍ୟ ସାକ୍ଷ୍ୟମିଦଂ ଦତ୍ତୱାନ୍ ଯୋ ମମ ପଶ୍ଚାଦ୍ ଆଗମିଷ୍ୟତି ସ ମତ୍ତୋ ଗୁରୁତରଃ; ଯତୋ ମତ୍ପୂର୍ୱ୍ୱଂ ସ ୱିଦ୍ୟମାନ ଆସୀତ୍; ଯଦର୍ଥମ୍ ଅହଂ ସାକ୍ଷ୍ୟମିଦମ୍ ଅଦାଂ ସ ଏଷଃ|
16 १६ त्याच्या पूर्णतेतून आपल्या सर्वांना कृपेवर कृपा मिळाली आहे.
ଅପରଞ୍ଚ ତସ୍ୟ ପୂର୍ଣତାଯା ୱଯଂ ସର୍ୱ୍ୱେ କ୍ରମଶଃ କ୍ରମଶୋନୁଗ୍ରହଂ ପ୍ରାପ୍ତାଃ|
17 १७ कारण नियमशास्त्र मोशेच्याद्वारे देण्यात आले होते; कृपा व सत्य ही येशू ख्रिस्ताच्या द्वारे झाली.
ମୂସାଦ୍ୱାରା ୱ୍ୟୱସ୍ଥା ଦତ୍ତା କିନ୍ତ୍ୱନୁଗ୍ରହଃ ସତ୍ୟତ୍ୱଞ୍ଚ ଯୀଶୁଖ୍ରୀଷ୍ଟଦ୍ୱାରା ସମୁପାତିଷ୍ଠତାଂ|
18 १८ देवाला कोणीही कधीहि पाहिले नाही. जो देवाचा एकुलता एक पुत्र पित्याच्या उराशी असतो त्याने त्यास प्रकट केले आहे.
କୋପି ମନୁଜ ଈଶ୍ୱରଂ କଦାପି ନାପଶ୍ୟତ୍ କିନ୍ତୁ ପିତୁଃ କ୍ରୋଡସ୍ଥୋଽଦ୍ୱିତୀଯଃ ପୁତ୍ରସ୍ତଂ ପ୍ରକାଶଯତ୍|
19 १९ आणि योहानाची साक्ष ही आहे; जेव्हा यहूदी अधिकाऱ्यांनी यरूशलेम शहराहून याजक व लेवी यांना त्यास विचारायला पाठवले की, “तू कोण आहे?”
ତ୍ୱଂ କଃ? ଇତି ୱାକ୍ୟଂ ପ୍ରେଷ୍ଟୁଂ ଯଦା ଯିହୂଦୀଯଲୋକା ଯାଜକାନ୍ ଲେୱିଲୋକାଂଶ୍ଚ ଯିରୂଶାଲମୋ ଯୋହନଃ ସମୀପେ ପ୍ରେଷଯାମାସୁଃ,
20 २० त्याने उघडपणे कबूल केले, नाकारले नाही, “मी ख्रिस्त नाही,” असे त्याने कबूल केले.
ତଦା ସ ସ୍ୱୀକୃତୱାନ୍ ନାପହ୍ନୂତୱାନ୍ ନାହମ୍ ଅଭିଷିକ୍ତ ଇତ୍ୟଙ୍ଗୀକୃତୱାନ୍|
21 २१ तेव्हा त्यांनी त्यास विचारले, “तर मग आपण कोण आहात? एलीया आहात का?” तो म्हणाला, “मी नाही.” “आपण तो संदेष्टा आहात काय?” त्याने उत्तर दिले, “मी नाही.”
ତଦା ତେଽପୃଚ୍ଛନ୍ ତର୍ହି କୋ ଭୱାନ୍? କିଂ ଏଲିଯଃ? ସୋୱଦତ୍ ନ; ତତସ୍ତେଽପୃଚ୍ଛନ୍ ତର୍ହି ଭୱାନ୍ ସ ଭୱିଷ୍ୟଦ୍ୱାଦୀ? ସୋୱଦତ୍ ନାହଂ ସଃ|
22 २२ यावरुन ते त्यास म्हणाले, “आपण कोण आहा? म्हणजे ज्यांनी आम्हास पाठवले त्यांना आम्ही उत्तर देऊ. स्वतःविषयी आपले काय म्हणणे आहे?”
ତଦା ତେଽପୃଚ୍ଛନ୍ ତର୍ହି ଭୱାନ୍ କଃ? ୱଯଂ ଗତ୍ୱା ପ୍ରେରକାନ୍ ତ୍ୱଯି କିଂ ୱକ୍ଷ୍ୟାମଃ? ସ୍ୱସ୍ମିନ୍ କିଂ ୱଦସି?
23 २३ तो म्हणाला, “यशया संदेष्ट्याने सांगितल्याप्रमाणे ‘परमेश्वराचा मार्ग नीट करा ज्याच्या वाट सरळ करा, असे अरण्यात ओरडणाऱ्याची वाणी’ मी आहे.”
ତଦା ସୋୱଦତ୍| ପରମେଶସ୍ୟ ପନ୍ଥାନଂ ପରିଷ୍କୁରୁତ ସର୍ୱ୍ୱତଃ| ଇତୀଦଂ ପ୍ରାନ୍ତରେ ୱାକ୍ୟଂ ୱଦତଃ କସ୍ୟଚିଦ୍ରୱଃ| କଥାମିମାଂ ଯସ୍ମିନ୍ ଯିଶଯିଯୋ ଭୱିଷ୍ୟଦ୍ୱାଦୀ ଲିଖିତୱାନ୍ ସୋହମ୍|
24 २४ आणि पाठविलेली माणसे परूश्यांपैकी होती.
ଯେ ପ୍ରେଷିତାସ୍ତେ ଫିରୂଶିଲୋକାଃ|
25 २५ आणि त्यांनी त्यास प्रश्न करून म्हटले, “आपण जर ख्रिस्त नाही किंवा एलीया नाही किंवा तो संदेष्टाही नाही, तर आपण बाप्तिस्मा का करता?”
ତଦା ତେଽପୃଚ୍ଛନ୍ ଯଦି ନାଭିଷିକ୍ତୋସି ଏଲିଯୋସି ନ ସ ଭୱିଷ୍ୟଦ୍ୱାଦ୍ୟପି ନାସି ଚ, ତର୍ହି ଲୋକାନ୍ ମଜ୍ଜଯସି କୁତଃ?
26 २६ योहानाने त्यांना उत्तर दिले, “मी पाण्याने बाप्तिस्मा करतो, पण तुम्ही ज्याला ओळखित नाही असा एकजण तुम्हामध्ये उभा आहे.
ତତୋ ଯୋହନ୍ ପ୍ରତ୍ୟୱୋଚତ୍, ତୋଯେଽହଂ ମଜ୍ଜଯାମୀତି ସତ୍ୟଂ କିନ୍ତୁ ଯଂ ଯୂଯଂ ନ ଜାନୀଥ ତାଦୃଶ ଏକୋ ଜନୋ ଯୁଷ୍ମାକଂ ମଧ୍ୟ ଉପତିଷ୍ଠତି|
27 २७ तो माझ्यामागून येणारा आहे, त्याच्या वहाणांचा बंद सोडावयास मी योग्य नाही.”
ସ ମତ୍ପଶ୍ଚାଦ୍ ଆଗତୋପି ମତ୍ପୂର୍ୱ୍ୱଂ ୱର୍ତ୍ତମାନ ଆସୀତ୍ ତସ୍ୟ ପାଦୁକାବନ୍ଧନଂ ମୋଚଯିତୁମପି ନାହଂ ଯୋଗ୍ୟୋସ୍ମି|
28 २८ यार्देनेच्या पलीकडील बेथानीत योहान बाप्तिस्मा करीत होता तेथे या गोष्टी घडल्या.
ଯର୍ଦ୍ଦନନଦ୍ୟାଃ ପାରସ୍ଥବୈଥବାରାଯାଂ ଯସ୍ମିନ୍ସ୍ଥାନେ ଯୋହନମଜ୍ଜଯତ୍ ତସ୍ମିନ ସ୍ଥାନେ ସର୍ୱ୍ୱମେତଦ୍ ଅଘଟତ|
29 २९ दुसर्‍या दिवशी येशूला आपल्याकडे येताना पाहून योहान म्हणाला, “हा पाहा, जगाचे पाप हरण करणारा देवाचा कोकरा!
ପରେଽହନି ଯୋହନ୍ ସ୍ୱନିକଟମାଗଚ୍ଛନ୍ତଂ ଯିଶୁଂ ୱିଲୋକ୍ୟ ପ୍ରାୱୋଚତ୍ ଜଗତଃ ପାପମୋଚକମ୍ ଈଶ୍ୱରସ୍ୟ ମେଷଶାୱକଂ ପଶ୍ୟତ|
30 ३० ज्याच्याविषयी मी म्हणालो होतो की, ‘माझ्यामागून एकजण येत आहे तो माझ्या पुढचा झाला आहे कारण तो माझ्या पूर्वी होता,’ तो हाच आहे.
ଯୋ ମମ ପଶ୍ଚାଦାଗମିଷ୍ୟତି ସ ମତ୍ତୋ ଗୁରୁତରଃ, ଯତୋ ହେତୋର୍ମତ୍ପୂର୍ୱ୍ୱଂ ସୋଽୱର୍ତ୍ତତ ଯସ୍ମିନ୍ନହଂ କଥାମିମାଂ କଥିତୱାନ୍ ସ ଏୱାଯଂ|
31 ३१ मी त्यास ओळखत नव्हतो; तरी त्याने इस्राएलात प्रकट व्हावे म्हणून मी पाण्याने बाप्तिस्मा करीत आलो आहे.”
ଅପରଂ ନାହମେନଂ ପ୍ରତ୍ୟଭିଜ୍ଞାତୱାନ୍ କିନ୍ତୁ ଇସ୍ରାଯେଲ୍ଲୋକା ଏନଂ ଯଥା ପରିଚିନ୍ୱନ୍ତି ତଦଭିପ୍ରାଯେଣାହଂ ଜଲେ ମଜ୍ଜଯିତୁମାଗଚ୍ଛମ୍|
32 ३२ योहानाने अशी साक्ष दिली की, “आत्मा कबुतरासारखा आकाशातून उतरत असतांना आणि त्याच्यावर स्थिर राहिलेला मी पाहिला.
ପୁନଶ୍ଚ ଯୋହନପରମେକଂ ପ୍ରମାଣଂ ଦତ୍ୱା କଥିତୱାନ୍ ୱିହାଯସଃ କପୋତୱଦ୍ ଅୱତରନ୍ତମାତ୍ମାନମ୍ ଅସ୍ୟୋପର୍ୟ୍ୟୱତିଷ୍ଠନ୍ତଂ ଚ ଦୃଷ୍ଟୱାନହମ୍|
33 ३३ मी तर त्यास ओळखत नव्हतो, तरी मी पाण्याने बाप्तिस्मा करावा म्हणून ज्याने मला पाठवले त्याने मला सांगितले की, ‘तू ज्या कोणावर आत्मा उतरत असतांना आणि स्थिर राहिलेला पाहशील तोच पवित्र आत्म्याने बाप्तिस्मा करणारा आहे.’
ନାହମେନଂ ପ୍ରତ୍ୟଭିଜ୍ଞାତୱାନ୍ ଇତି ସତ୍ୟଂ କିନ୍ତୁ ଯୋ ଜଲେ ମଜ୍ଜଯିତୁଂ ମାଂ ପ୍ରୈରଯତ୍ ସ ଏୱେମାଂ କଥାମକଥଯତ୍ ଯସ୍ୟୋପର୍ୟ୍ୟାତ୍ମାନମ୍ ଅୱତରନ୍ତମ୍ ଅୱତିଷ୍ଠନ୍ତଞ୍ଚ ଦ୍ରକ୍ଷଯସି ସଏୱ ପୱିତ୍ରେ ଆତ୍ମନି ମଜ୍ଜଯିଷ୍ୟତି|
34 ३४ मी स्वतः पाहिले आहे आणि साक्ष दिली आहे की, हा देवाचा पुत्र आहे.”
ଅୱସ୍ତନ୍ନିରୀକ୍ଷ୍ୟାଯମ୍ ଈଶ୍ୱରସ୍ୟ ତନଯ ଇତି ପ୍ରମାଣଂ ଦଦାମି|
35 ३५ त्यानंतर दुसर्‍या दिवशी योहान व त्याच्या शिष्यांतील दोघांसह उभा असता;
ପରେଽହନି ଯୋହନ୍ ଦ୍ୱାଭ୍ୟାଂ ଶିଷ୍ୟାଭ୍ୟାଂ ସାର୍ଦ୍ଧେଂ ତିଷ୍ଠନ୍
36 ३६ येशूला जातांना न्याहाळून पाहून म्हणाला, “हा पाहा, देवाचा कोकरा!”
ଯିଶୁଂ ଗଚ୍ଛନ୍ତଂ ୱିଲୋକ୍ୟ ଗଦିତୱାନ୍, ଈଶ୍ୱରସ୍ୟ ମେଷଶାୱକଂ ପଶ୍ୟତଂ|
37 ३७ त्याचे हे म्हणणे त्या दोघा शिष्यांनी ऐकले आणि ते येशूच्या मागोमाग निघाले.
ଇମାଂ କଥାଂ ଶ୍ରୁତ୍ୱା ଦ୍ୱୌ ଶିଷ୍ୟୌ ଯୀଶୋଃ ପଶ୍ଚାଦ୍ ଈଯତୁଃ|
38 ३८ तेव्हा येशू वळून त्यांना आपल्यामागे येताना पाहून म्हणाला, “तुम्ही काय शोधीता?” ते त्यास म्हणाले, “रब्बी, (म्हणजे गुरूजी) आपण कोठे राहता?”
ତତୋ ଯୀଶୁଃ ପରାୱୃତ୍ୟ ତୌ ପଶ୍ଚାଦ୍ ଆଗଚ୍ଛନ୍ତୌ ଦୃଷ୍ଟ୍ୱା ପୃଷ୍ଟୱାନ୍ ଯୁୱାଂ କିଂ ଗୱେଶଯଥଃ? ତାୱପୃଚ୍ଛତାଂ ହେ ରବ୍ବି ଅର୍ଥାତ୍ ହେ ଗୁରୋ ଭୱାନ୍ କୁତ୍ର ତିଷ୍ଠତି?
39 ३९ तो त्यांना म्हणाला, “या म्हणजे पाहाल.” मग त्यांनी जाऊन तो कोठे राहतो ते बघितले आणि ते त्यादिवशी त्याच्या येथे राहिले; तेव्हा तो सुमारे चार वाजले होते.
ତତଃ ସୋୱାଦିତ୍ ଏତ୍ୟ ପଶ୍ୟତଂ| ତତୋ ଦିୱସସ୍ୟ ତୃତୀଯପ୍ରହରସ୍ୟ ଗତତ୍ୱାତ୍ ତୌ ତଦ୍ଦିନଂ ତସ୍ୟ ସଙ୍ଗେଽସ୍ଥାତାଂ|
40 ४० योहानाचे बोलणे ऐकून त्याच्यामागे जे दोघे जण गेले, त्यांच्यापैकी एक शिमोन पेत्राचा भाऊ अंद्रिया हा होता.
ଯୌ ଦ୍ୱୌ ଯୋହନୋ ୱାକ୍ୟଂ ଶ୍ରୁତ୍ୱା ଯିଶୋଃ ପଶ୍ଚାଦ୍ ଆଗମତାଂ ତଯୋଃ ଶିମୋନ୍ପିତରସ୍ୟ ଭ୍ରାତା ଆନ୍ଦ୍ରିଯଃ
41 ४१ त्यास त्याचा सख्खा भाऊ शिमोन पहिल्याने भेटला व त्यास म्हणाला, “आम्हास मसीहा (म्हणजे ख्रिस्त) सापडला आहे.”
ସ ଇତ୍ୱା ପ୍ରଥମଂ ନିଜସୋଦରଂ ଶିମୋନଂ ସାକ୍ଷାତ୍ପ୍ରାପ୍ୟ କଥିତୱାନ୍ ୱଯଂ ଖ୍ରୀଷ୍ଟମ୍ ଅର୍ଥାତ୍ ଅଭିଷିକ୍ତପୁରୁଷଂ ସାକ୍ଷାତ୍କୃତୱନ୍ତଃ|
42 ४२ त्याने त्यास येशूकडे आणले; येशूने त्याच्याकडे न्याहाळून पाहून म्हटले, “तू योहानाचा पुत्र शिमोन आहेस. तुला केफा (म्हणजे पेत्र किंवा खडक) म्हणतील.”
ପଶ୍ଚାତ୍ ସ ତଂ ଯିଶୋଃ ସମୀପମ୍ ଆନଯତ୍| ତଦା ଯୀଶୁସ୍ତଂ ଦୃଷ୍ଟ୍ୱାୱଦତ୍ ତ୍ୱଂ ଯୂନସଃ ପୁତ୍ରଃ ଶିମୋନ୍ କିନ୍ତୁ ତ୍ୱନ୍ନାମଧେଯଂ କୈଫାଃ ୱା ପିତରଃ ଅର୍ଥାତ୍ ପ୍ରସ୍ତରୋ ଭୱିଷ୍ୟତି|
43 ४३ दुसर्‍या दिवशी त्याने गालील प्रांतात जाण्याचा बेत केला; आणि तेव्हा फिलिप्प त्यास भेटला; येशूने त्यास म्हटले, “माझ्यामागे ये.”
ପରେଽହନି ଯୀଶୌ ଗାଲୀଲଂ ଗନ୍ତୁଂ ନିଶ୍ଚିତଚେତସି ସତି ଫିଲିପନାମାନଂ ଜନଂ ସାକ୍ଷାତ୍ପ୍ରାପ୍ୟାୱୋଚତ୍ ମମ ପଶ୍ଚାଦ୍ ଆଗଚ୍ଛ|
44 ४४ आता, फिलिप्प बेथसैदाचा, म्हणजे अंद्रिया व पेत्र यांच्या नगराचा होता.
ବୈତ୍ସୈଦାନାମ୍ନି ଯସ୍ମିନ୍ ଗ୍ରାମେ ପିତରାନ୍ଦ୍ରିଯଯୋର୍ୱାସ ଆସୀତ୍ ତସ୍ମିନ୍ ଗ୍ରାମେ ତସ୍ୟ ଫିଲିପସ୍ୟ ୱସତିରାସୀତ୍|
45 ४५ फिलिप्पाला नथनेल भेटल्यावर तो त्यास म्हणाला, “ज्याच्याविषयी मोशेने नियमशास्त्रात लिहिले व तसेच संदेष्ट्यांनी लिहिले, तो म्हणजे योसेफाचा पुत्र येशू नासरेथकर आम्हास सापडला आहे.”
ପଶ୍ଚାତ୍ ଫିଲିପୋ ନିଥନେଲଂ ସାକ୍ଷାତ୍ପ୍ରାପ୍ୟାୱଦତ୍ ମୂସା ୱ୍ୟୱସ୍ଥା ଗ୍ରନ୍ଥେ ଭୱିଷ୍ୟଦ୍ୱାଦିନାଂ ଗ୍ରନ୍ଥେଷୁ ଚ ଯସ୍ୟାଖ୍ୟାନଂ ଲିଖିତମାସ୍ତେ ତଂ ଯୂଷଫଃ ପୁତ୍ରଂ ନାସରତୀଯଂ ଯୀଶୁଂ ସାକ୍ଷାଦ୍ ଅକାର୍ଷ୍ମ ୱଯଂ|
46 ४६ नथनेल त्यास म्हणाला, “नासरेथमधून काहीतरी उत्तम निघू शकेल काय?” फिलीप्पाने त्यास म्हणाला, “येऊन पाहा.”
ତଦା ନିଥନେଲ୍ କଥିତୱାନ୍ ନାସରନ୍ନଗରାତ କିଂ କଶ୍ଚିଦୁତ୍ତମ ଉତ୍ପନ୍ତୁଂ ଶକ୍ନୋତି? ତତଃ ଫିଲିପୋ ଽୱୋଚତ୍ ଏତ୍ୟ ପଶ୍ୟ|
47 ४७ नथनेल आपल्याकडे येत आहे हे येशूने बघितले व तो म्हणाला, “पाहा, हा खरा इस्राएली आहे, याच्यात कपट नाही.”
ଅପରଞ୍ଚ ଯୀଶୁଃ ସ୍ୱସ୍ୟ ସମୀପଂ ତମ୍ ଆଗଚ୍ଛନ୍ତଂ ଦୃଷ୍ଟ୍ୱା ୱ୍ୟାହୃତୱାନ୍, ପଶ୍ୟାଯଂ ନିଷ୍କପଟଃ ସତ୍ୟ ଇସ୍ରାଯେଲ୍ଲୋକଃ|
48 ४८ नथनेल त्यास म्हणाला, “आपणांला माझी ओळख कोठली?” येशूने त्यास उत्तर दिले, “तुला फिल्लीपाने बोलावले त्यापुर्वी तू अंजिराच्या झाडाखाली होतास तेव्हाच मी तुला बघितले.”
ତତଃ ସୋୱଦଦ୍, ଭୱାନ୍ ମାଂ କଥଂ ପ୍ରତ୍ୟଭିଜାନାତି? ଯୀଶୁରୱାଦୀତ୍ ଫିଲିପସ୍ୟ ଆହ୍ୱାନାତ୍ ପୂର୍ୱ୍ୱଂ ଯଦା ତ୍ୱମୁଡୁମ୍ବରସ୍ୟ ତରୋର୍ମୂଲେଽସ୍ଥାସ୍ତଦା ତ୍ୱାମଦର୍ଶମ୍|
49 ४९ नथनेलाने उत्तर दिले, “रब्बी, आपण देवाचे पुत्र आहा, आपण इस्राएलाचे राजे आहात.”
ନିଥନେଲ୍ ଅଚକଥତ୍, ହେ ଗୁରୋ ଭୱାନ୍ ନିତାନ୍ତମ୍ ଈଶ୍ୱରସ୍ୟ ପୁତ୍ରୋସି, ଭୱାନ୍ ଇସ୍ରାଯେଲ୍ୱଂଶସ୍ୟ ରାଜା|
50 ५० येशूने त्यास उत्तर देऊन म्हटले, “मी तुला अंजिराच्या झाडाखाली पाहिले असे तुला सांगितले म्हणून तू विश्वास ठेवतोस काय? तू याच्यापेक्षा मोठ्या गोष्टी पाहशील.”
ତତୋ ଯୀଶୁ ର୍ୱ୍ୟାହରତ୍, ତ୍ୱାମୁଡୁମ୍ବରସ୍ୟ ପାଦପସ୍ୟ ମୂଲେ ଦୃଷ୍ଟୱାନାହଂ ମମୈତସ୍ମାଦ୍ୱାକ୍ୟାତ୍ କିଂ ତ୍ୱଂ ୱ୍ୟଶ୍ୱସୀଃ? ଏତସ୍ମାଦପ୍ୟାଶ୍ଚର୍ୟ୍ୟାଣି କାର୍ୟ୍ୟାଣି ଦ୍ରକ୍ଷ୍ୟସି|
51 ५१ आणखी तो त्यास म्हणाला, “मी तुम्हास खरे खरे सांगतो, तुम्ही यापुढे आकाश उघडलेले आणि देवदूतांना चढताना व मनुष्याच्या पुत्रावर उतरत असताना पहाल.”
ଅନ୍ୟଚ୍ଚାୱାଦୀଦ୍ ଯୁଷ୍ମାନହଂ ଯଥାର୍ଥଂ ୱଦାମି, ଇତଃ ପରଂ ମୋଚିତେ ମେଘଦ୍ୱାରେ ତସ୍ମାନ୍ମନୁଜସୂନୁନା ଈଶ୍ୱରସ୍ୟ ଦୂତଗଣମ୍ ଅୱରୋହନ୍ତମାରୋହନ୍ତଞ୍ଚ ଦ୍ରକ୍ଷ୍ୟଥ|

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