< योहान 5 >

1 त्यानंतर यहूद्यांचा सण होता आणि येशू यरूशलेम शहरास वर गेला.
ତତଃ ପରଂ ଯିହୂଦୀଯାନାମ୍ ଉତ୍ସୱ ଉପସ୍ଥିତେ ଯୀଶୁ ର୍ୟିରୂଶାଲମଂ ଗତୱାନ୍|
2 यरूशलेम शहरास, मेंढरे दरवाज्याजवळ एक तळे आहे, ज्याला इब्री भाषेत बेथेसदा म्हणतात, त्याच्याजवळ पाच पडव्या आहेत.
ତସ୍ମିନ୍ନଗରେ ମେଷନାମ୍ନୋ ଦ୍ୱାରସ୍ୟ ସମୀପେ ଇବ୍ରୀଯଭାଷଯା ବୈଥେସ୍ଦା ନାମ୍ନା ପିଷ୍କରିଣୀ ପଞ୍ଚଘଟ୍ଟଯୁକ୍ତାସୀତ୍|
3 त्यामध्ये रोगी, आंधळे, लंगडे, लुळे यांचा मोठा समुदाय पडलेला असे.
ତସ୍ୟାସ୍ତେଷୁ ଘଟ୍ଟେଷୁ କିଲାଲକମ୍ପନମ୍ ଅପେକ୍ଷ୍ୟ ଅନ୍ଧଖଞ୍ଚଶୁଷ୍କାଙ୍ଗାଦଯୋ ବହୱୋ ରୋଗିଣଃ ପତନ୍ତସ୍ତିଷ୍ଠନ୍ତି ସ୍ମ|
4 कारण की देवदूत वेळोवेळी तळ्यांत उतरून पाणी हलवत असे आणि पाणी हलवल्यानंतर त्यामध्ये प्रथम जो जाईल त्यास कोणताही रोग असला तरी तो बरा होत असे.
ଯତୋ ୱିଶେଷକାଲେ ତସ୍ୟ ସରସୋ ୱାରି ସ୍ୱର୍ଗୀଯଦୂତ ଏତ୍ୟାକମ୍ପଯତ୍ ତତ୍କୀଲାଲକମ୍ପନାତ୍ ପରଂ ଯଃ କଶ୍ଚିଦ୍ ରୋଗୀ ପ୍ରଥମଂ ପାନୀଯମୱାରୋହତ୍ ସ ଏୱ ତତ୍କ୍ଷଣାଦ୍ ରୋଗମୁକ୍ତୋଽଭୱତ୍|
5 तेथे अडतीस वर्षांपासून आजारी असलेला कोणीएक मनुष्य होता.
ତଦାଷ୍ଟାତ୍ରିଂଶଦ୍ୱର୍ଷାଣି ଯାୱଦ୍ ରୋଗଗ୍ରସ୍ତ ଏକଜନସ୍ତସ୍ମିନ୍ ସ୍ଥାନେ ସ୍ଥିତୱାନ୍|
6 येशूने त्यास पडलेले पाहिले व त्यास तसे पडून आता बराच काळ लोटला हे ओळखून त्यास म्हटले, “तुला बरे होण्याची इच्छा आहे काय?”
ଯୀଶୁସ୍ତଂ ଶଯିତଂ ଦୃଷ୍ଟ୍ୱା ବହୁକାଲିକରୋଗୀତି ଜ୍ଞାତ୍ୱା ୱ୍ୟାହୃତୱାନ୍ ତ୍ୱଂ କିଂ ସ୍ୱସ୍ଥୋ ବୁଭୂଷସି?
7 त्या आजारी मनुष्याने त्यास उत्तर दिले, “साहेब, पाणी हालविले जाते तेव्हा मला तळ्यात सोडायला माझ्याजवळ कोणी नाही; आणि मी जातो न जातो तोच दुसरा कोणीतरी माझ्या आधी उतरतो.”
ତତୋ ରୋଗୀ କଥିତୱାନ୍ ହେ ମହେଚ୍ଛ ଯଦା କୀଲାଲଂ କମ୍ପତେ ତଦା ମାଂ ପୁଷ୍କରିଣୀମ୍ ଅୱରୋହଯିତୁଂ ମମ କୋପି ନାସ୍ତି, ତସ୍ମାନ୍ ମମ ଗମନକାଲେ କଶ୍ଚିଦନ୍ୟୋଽଗ୍ରୋ ଗତ୍ୱା ଅୱରୋହତି|
8 येशू त्यास म्हणाला, “ऊठ, आपली बाज उचलून घेऊन चालू लाग.”
ତଦା ଯୀଶୁରକଥଯଦ୍ ଉତ୍ତିଷ୍ଠ, ତୱ ଶଯ୍ୟାମୁତ୍ତୋଲ୍ୟ ଗୃହୀତ୍ୱା ଯାହି|
9 लगेच तो मनुष्य बरा झाला व आपली बाज उचलून चालू लागला. तो दिवस शब्बाथ दिवस होता.
ସ ତତ୍କ୍ଷଣାତ୍ ସ୍ୱସ୍ଥୋ ଭୂତ୍ୱା ଶଯ୍ୟାମୁତ୍ତୋଲ୍ୟାଦାଯ ଗତୱାନ୍ କିନ୍ତୁ ତଦ୍ଦିନଂ ୱିଶ୍ରାମୱାରଃ|
10 १० यावरुन यहूदी त्या बऱ्या झालेल्या मनुष्यास म्हणाले, “आज शब्बाथ आहे, बाज उचलणे तुला योग्य नाही.”
ତସ୍ମାଦ୍ ଯିହୂଦୀଯାଃ ସ୍ୱସ୍ଥଂ ନରଂ ୱ୍ୟାହରନ୍ ଅଦ୍ୟ ୱିଶ୍ରାମୱାରେ ଶଯନୀଯମାଦାଯ ନ ଯାତୱ୍ୟମ୍|
11 ११ त्याने त्यांना उत्तर दिले, “ज्याने मला बरे केले त्यानेच मला सांगितले की, आपली बाज उचलून घेऊन चालू लाग.”
ତତଃ ସ ପ୍ରତ୍ୟୱୋଚଦ୍ ଯୋ ମାଂ ସ୍ୱସ୍ଥମ୍ ଅକାର୍ଷୀତ୍ ଶଯନୀଯମ୍ ଉତ୍ତୋଲ୍ୟାଦାଯ ଯାତୁଂ ମାଂ ସ ଏୱାଦିଶତ୍|
12 १२ त्यांनी त्यास विचारले, “आपली बाज उचलून चाल, असे ज्याने तुला म्हणले तो मनुष्य कोण आहे?”
ତଦା ତେଽପୃଚ୍ଛନ୍ ଶଯନୀଯମ୍ ଉତ୍ତୋଲ୍ୟାଦାଯ ଯାତୁଂ ଯ ଆଜ୍ଞାପଯତ୍ ସ କଃ?
13 १३ पण तो कोण होता हे त्या बऱ्या झालेल्या मनुष्यास माहित नव्हते; कारण त्याठिकाणी लोकसमुदाय असल्यामुळे येशू निसटून गेला होता.
କିନ୍ତୁ ସ କ ଇତି ସ୍ୱସ୍ଥୀଭୂତୋ ନାଜାନାଦ୍ ଯତସ୍ତସ୍ମିନ୍ ସ୍ଥାନେ ଜନତାସତ୍ତ୍ୱାଦ୍ ଯୀଶୁଃ ସ୍ଥାନାନ୍ତରମ୍ ଆଗମତ୍|
14 १४ त्यानंतर तो येशूला परमेश्वराच्या भवनात भेटला तेव्हा तो त्यास म्हणाला, “पाहा, तू बरा झाला आहेस, आतापासून पाप करू नकोस, करशील तर तुझे पूर्वीपेक्षा अधिक वाईट होईल.”
ତତଃ ପରଂ ଯେଶୁ ର୍ମନ୍ଦିରେ ତଂ ନରଂ ସାକ୍ଷାତ୍ପ୍ରାପ୍ୟାକଥଯତ୍ ପଶ୍ୟେଦାନୀମ୍ ଅନାମଯୋ ଜାତୋସି ଯଥାଧିକା ଦୁର୍ଦଶା ନ ଘଟତେ ତଦ୍ଧେତୋଃ ପାପଂ କର୍ମ୍ମ ପୁନର୍ମାକାର୍ଷୀଃ|
15 १५ त्या मनुष्याने जाऊन यहूद्यांना सांगितले, “ज्याने मला बरे केले तो येशू आहे.”
ତତଃ ସ ଗତ୍ୱା ଯିହୂଦୀଯାନ୍ ଅୱଦଦ୍ ଯୀଶୁ ର୍ମାମ୍ ଅରୋଗିଣମ୍ ଅକାର୍ଷୀତ୍|
16 १६ या कारणावरून यहूदी येशूच्या पाठीस लागले, कारण तो शब्बाथ दिवशी अशी कामे करत असे.
ତତୋ ଯୀଶୁ ର୍ୱିଶ୍ରାମୱାରେ କର୍ମ୍ମେଦୃଶଂ କୃତୱାନ୍ ଇତି ହେତୋ ର୍ୟିହୂଦୀଯାସ୍ତଂ ତାଡଯିତ୍ୱା ହନ୍ତୁମ୍ ଅଚେଷ୍ଟନ୍ତ|
17 १७ येशूने त्यांना उत्तर दिले, “माझा स्वर्गीय पिता आजपर्यंत काम करीत आहे आणि मीही काम करीत आहे.”
ଯୀଶୁସ୍ତାନାଖ୍ୟତ୍ ମମ ପିତା ଯତ୍ କାର୍ୟ୍ୟଂ କରୋତି ତଦନୁରୂପମ୍ ଅହମପି କରୋତି|
18 १८ यामुळे तर यहूदी त्यास जीवे मारण्याची अधिकच खटपट करू लागले, कारण त्याने शब्बाथ मोडला एवढेच नाही, पण देवाला स्वतःचा पिता म्हणून त्याने स्वतःला देवासमान केले होते.
ତତୋ ଯିହୂଦୀଯାସ୍ତଂ ହନ୍ତୁଂ ପୁନରଯତନ୍ତ ଯତୋ ୱିଶ୍ରାମୱାରଂ ନାମନ୍ୟତ ତଦେୱ କେୱଲଂ ନ ଅଧିକନ୍ତୁ ଈଶ୍ୱରଂ ସ୍ୱପିତରଂ ପ୍ରୋଚ୍ୟ ସ୍ୱମପୀଶ୍ୱରତୁଲ୍ୟଂ କୃତୱାନ୍|
19 १९ यावरुन येशूने त्यांना उत्तर दिले; “मी तुम्हास खरे खरे सांगतो, पुत्र पित्याला जे काही करताना पाहतो त्यावाचून काहीही त्यास स्वतः होऊन करता येत नाही; कारण तो जे काही करतो ते पुत्रही तसेच करतो.
ପଶ୍ଚାଦ୍ ଯୀଶୁରୱଦଦ୍ ଯୁଷ୍ମାନହଂ ଯଥାର୍ଥତରଂ ୱଦାମି ପୁତ୍ରଃ ପିତରଂ ଯଦ୍ୟତ୍ କର୍ମ୍ମ କୁର୍ୱ୍ୱନ୍ତଂ ପଶ୍ୟତି ତଦତିରିକ୍ତଂ ସ୍ୱେଚ୍ଛାତଃ କିମପି କର୍ମ୍ମ କର୍ତ୍ତୁଂ ନ ଶକ୍ନୋତି| ପିତା ଯତ୍ କରୋତି ପୁତ୍ରୋପି ତଦେୱ କରୋତି|
20 २० कारण पिता पुत्रावर प्रीती करतो आणि तो स्वतः जे काही करतो ते त्यास दाखवतो आणि तुम्ही आश्चर्य करावे म्हणून तो याहून मोठी कामे त्यास दाखवील.
ପିତା ପୁତ୍ରେ ସ୍ନେହଂ କରୋତି ତସ୍ମାତ୍ ସ୍ୱଯଂ ଯଦ୍ୟତ୍ କର୍ମ୍ମ କରୋତି ତତ୍ସର୍ୱ୍ୱଂ ପୁତ୍ରଂ ଦର୍ଶଯତି; ଯଥା ଚ ଯୁଷ୍ମାକଂ ଆଶ୍ଚର୍ୟ୍ୟଜ୍ଞାନଂ ଜନିଷ୍ୟତେ ତଦର୍ଥମ୍ ଇତୋପି ମହାକର୍ମ୍ମ ତଂ ଦର୍ଶଯିଷ୍ୟତି|
21 २१ कारण पिता जसा मरण पावलेल्यांना उठवून जिवंत करतो तसा पुत्रही पाहिजे त्यांना जिवंत करतो.
ୱସ୍ତୁତସ୍ତୁ ପିତା ଯଥା ପ୍ରମିତାନ୍ ଉତ୍ଥାପ୍ୟ ସଜିୱାନ୍ କରୋତି ତଦ୍ୱତ୍ ପୁତ୍ରୋପି ଯଂ ଯଂ ଇଚ୍ଛତି ତଂ ତଂ ସଜୀୱଂ କରୋତି|
22 २२ पिता कोणाचा न्याय करीत नाही, तर न्याय करण्याचे सर्व काम त्याने पुत्राकडे सोपवून दिले आहे.
ସର୍ୱ୍ୱେ ପିତରଂ ଯଥା ସତ୍କୁର୍ୱ୍ୱନ୍ତି ତଥା ପୁତ୍ରମପି ସତ୍କାରଯିତୁଂ ପିତା ସ୍ୱଯଂ କସ୍ୟାପି ୱିଚାରମକୃତ୍ୱା ସର୍ୱ୍ୱୱିଚାରାଣାଂ ଭାରଂ ପୁତ୍ରେ ସମର୍ପିତୱାନ୍|
23 २३ यासाठी की जसा पित्याचा सन्मान करतात तसा पुत्राचाही सन्मान सर्वांनी करावा. जो पुत्राचा सन्मान करत नाही तो, ज्याने मला पाठवले, त्या पित्याचा सन्मान करत नाही.
ଯଃ ପୁତ୍ରଂ ସତ୍ କରୋତି ସ ତସ୍ୟ ପ୍ରେରକମପି ସତ୍ କରୋତି|
24 २४ मी तुम्हास खरे खरे सांगतो, जो माझे वचन ऐकतो आणि ज्याने मला पाठवले त्याच्यावर विश्वास ठेवतो त्यास सार्वकालिक जीवन प्राप्त झाले आहे आणि त्याच्यावर न्यायाचा प्रसंग येणार नाही; तो मरणातून जीवनात पार गेला आहे. (aiōnios g166)
ଯୁଷ୍ମାନାହଂ ଯଥାର୍ଥତରଂ ୱଦାମି ଯୋ ଜନୋ ମମ ୱାକ୍ୟଂ ଶ୍ରୁତ୍ୱା ମତ୍ପ୍ରେରକେ ୱିଶ୍ୱସିତି ସୋନନ୍ତାଯୁଃ ପ୍ରାପ୍ନୋତି କଦାପି ଦଣ୍ଡବାଜନଂ ନ ଭୱତି ନିଧନାଦୁତ୍ଥାଯ ପରମାଯୁଃ ପ୍ରାପ୍ନୋତି| (aiōnios g166)
25 २५ मी तुम्हास खरे खरे सांगतो की, मरण पावलेले लोक देवाच्या पुत्राचा आवाज ऐकतील व जे ऐकतील ते जिवंत होतील, अशी वेळ येत आहे, किंबहुना आता आलीच आहे.
ଅହଂ ଯୁଷ୍ମାନତିଯଥାର୍ଥଂ ୱଦାମି ଯଦା ମୃତା ଈଶ୍ୱରପୁତ୍ରସ୍ୟ ନିନାଦଂ ଶ୍ରୋଷ୍ୟନ୍ତି ଯେ ଚ ଶ୍ରୋଷ୍ୟନ୍ତି ତେ ସଜୀୱା ଭୱିଷ୍ୟନ୍ତି ସମଯ ଏତାଦୃଶ ଆଯାତି ୱରମ୍ ଇଦାନୀମପ୍ୟୁପତିଷ୍ଠତି|
26 २६ कारण पित्याच्या ठायी जसे स्वतःचे जीवन आहे तसे पुत्राच्या ठायीही स्वतःचे जीवन असावे असे त्याने त्यास दिले.
ପିତା ଯଥା ସ୍ୱଯଞ୍ଜୀୱୀ ତଥା ପୁତ୍ରାଯ ସ୍ୱଯଞ୍ଜୀୱିତ୍ୱାଧିକାରଂ ଦତ୍ତୱାନ୍|
27 २७ आणि तो मनुष्याचा पुत्र आहे, या कारणास्तव न्यायनिवाडा करण्याचा अधिकारही त्यास दिला.
ସ ମନୁଷ୍ୟପୁତ୍ରଃ ଏତସ୍ମାତ୍ କାରଣାତ୍ ପିତା ଦଣ୍ଡକରଣାଧିକାରମପି ତସ୍ମିନ୍ ସମର୍ପିତୱାନ୍|
28 २८ त्याचे आश्चर्य करू नका; कारण जेव्हा कबरात असलेले सर्व त्याचा आवाज ऐकतील अशी घटका येत आहे,
ଏତଦର୍ଥେ ଯୂଯମ୍ ଆଶ୍ଚର୍ୟ୍ୟଂ ନ ମନ୍ୟଧ୍ୱଂ ଯତୋ ଯସ୍ମିନ୍ ସମଯେ ତସ୍ୟ ନିନାଦଂ ଶ୍ରୁତ୍ୱା ଶ୍ମଶାନସ୍ଥାଃ ସର୍ୱ୍ୱେ ବହିରାଗମିଷ୍ୟନ୍ତି ସମଯ ଏତାଦୃଶ ଉପସ୍ଥାସ୍ୟତି|
29 २९ आणि ज्याने सत्कर्मे केली ते जीवनाच्या पुनरुत्थानासाठी व ज्यांनी दुष्कर्मे केली ते न्यायाच्या पुनरुत्थानासाठी बाहेर येतील.
ତସ୍ମାଦ୍ ଯେ ସତ୍କର୍ମ୍ମାଣି କୃତୱନ୍ତସ୍ତ ଉତ୍ଥାଯ ଆଯୁଃ ପ୍ରାପ୍ସ୍ୟନ୍ତି ଯେ ଚ କୁକର୍ମାଣି କୃତୱନ୍ତସ୍ତ ଉତ୍ଥାଯ ଦଣ୍ଡଂ ପ୍ରାପ୍ସ୍ୟନ୍ତି|
30 ३० मला स्वतः होऊन काही करता येत नाही. जसे मी ऐकतो तसा न्यायनिवाडा करतो आणि माझा निवाडा योग्य आहे कारण मी स्वतःच्या इच्छेप्रमाणे नाही तर ज्याने मला पाठवले त्याच्या इच्छेप्रमाणे करायला पाहतो.
ଅହଂ ସ୍ୱଯଂ କିମପି କର୍ତ୍ତୁଂ ନ ଶକ୍ନୋମି ଯଥା ଶୁଣୋମି ତଥା ୱିଚାରଯାମି ମମ ୱିଚାରଞ୍ଚ ନ୍ୟାଯ୍ୟଃ ଯତୋହଂ ସ୍ୱୀଯାଭୀଷ୍ଟଂ ନେହିତ୍ୱା ମତ୍ପ୍ରେରଯିତୁଃ ପିତୁରିଷ୍ଟମ୍ ଈହେ|
31 ३१ मी जर स्वतःविषयी साक्ष दिली तर माझी साक्ष खरी नाही;
ଯଦି ସ୍ୱସ୍ମିନ୍ ସ୍ୱଯଂ ସାକ୍ଷ୍ୟଂ ଦଦାମି ତର୍ହି ତତ୍ସାକ୍ଷ୍ୟମ୍ ଆଗ୍ରାହ୍ୟଂ ଭୱତି;
32 ३२ माझ्याविषयी साक्ष देणारा दुसरा आहे; आणि मला माहीत आहे की, माझ्याविषयी तो साक्ष देतो ती साक्ष खरी आहे.
କିନ୍ତୁ ମଦର୍ଥେଽପରୋ ଜନଃ ସାକ୍ଷ୍ୟଂ ଦଦାତି ମଦର୍ଥେ ତସ୍ୟ ଯତ୍ ସାକ୍ଷ୍ୟଂ ତତ୍ ସତ୍ୟମ୍ ଏତଦପ୍ୟହଂ ଜାନାମି|
33 ३३ तुम्ही योहानाकडे पाठवून विचारले व त्याने सत्याविषयी साक्ष दिली.
ଯୁଷ୍ମାଭି ର୍ୟୋହନଂ ପ୍ରତି ଲୋକେଷୁ ପ୍ରେରିତେଷୁ ସ ସତ୍ୟକଥାଯାଂ ସାକ୍ଷ୍ୟମଦଦାତ୍|
34 ३४ पण मी मनुष्याची साक्ष मान्य करीत नाही, तथापि तुम्हास तारण प्राप्त व्हावे म्हणून मी हे सांगतो.
ମାନୁଷାଦହଂ ସାକ୍ଷ୍ୟଂ ନୋପେକ୍ଷେ ତଥାପି ଯୂଯଂ ଯଥା ପରିତ୍ରଯଧ୍ୱେ ତଦର୍ଥମ୍ ଇଦଂ ୱାକ୍ୟଂ ୱଦାମି|
35 ३५ तो जळता व प्रकाशणारा दिवा होता; आणि तुम्ही काही काळ त्याच्या प्रकाशात आनंद करण्यास मान्य झालात.
ଯୋହନ୍ ଦେଦୀପ୍ୟମାନୋ ଦୀପ ଇୱ ତେଜସ୍ୱୀ ସ୍ଥିତୱାନ୍ ଯୂଯମ୍ ଅଲ୍ପକାଲଂ ତସ୍ୟ ଦୀପ୍ତ୍ୟାନନ୍ଦିତୁଂ ସମମନ୍ୟଧ୍ୱଂ|
36 ३६ परंतु माझ्याजवळ जी साक्ष आहे ती योहानाच्या साक्षीपेक्षा मोठी आहे, कारण जी कार्ये सिद्धीस नेण्याचे पित्याने माझ्याकडे सोपवले आहे, म्हणजे जी कार्ये मी करतो तीच माझ्याविषयी साक्ष देतात की, पित्याने मला पाठवले आहे.
କିନ୍ତୁ ତତ୍ପ୍ରମାଣାଦପି ମମ ଗୁରୁତରଂ ପ୍ରମାଣଂ ୱିଦ୍ୟତେ ପିତା ମାଂ ପ୍ରେଷ୍ୟ ଯଦ୍ୟତ୍ କର୍ମ୍ମ ସମାପଯିତୁଂ ଶକ୍ତ୍ତିମଦଦାତ୍ ମଯା କୃତଂ ତତ୍ତତ୍ କର୍ମ୍ମ ମଦର୍ଥେ ପ୍ରମାଣଂ ଦଦାତି|
37 ३७ आणखी ज्या पित्याने मला पाठवले आहे त्यानेच माझ्याविषयी साक्ष दिली आहे. तुम्ही कधीही त्याची वाणी ऐकली नाही व त्याचे स्वरूपही पाहिलेले नाही.
ଯଃ ପିତା ମାଂ ପ୍ରେରିତୱାନ୍ ମୋପି ମଦର୍ଥେ ପ୍ରମାଣଂ ଦଦାତି| ତସ୍ୟ ୱାକ୍ୟଂ ଯୁଷ୍ମାଭିଃ କଦାପି ନ ଶ୍ରୁତଂ ତସ୍ୟ ରୂପଞ୍ଚ ନ ଦୃଷ୍ଟଂ
38 ३८ त्याचे वचन तुम्ही आपणांमध्ये दृढ राखले नाही, कारण ज्याला त्याने पाठवले त्याच्यावर तुम्ही विश्वास ठेवला नाही?
ତସ୍ୟ ୱାକ୍ୟଞ୍ଚ ଯୁଷ୍ମାକମ୍ ଅନ୍ତଃ କଦାପି ସ୍ଥାନଂ ନାପ୍ନୋତି ଯତଃ ସ ଯଂ ପ୍ରେଷିତୱାନ୍ ଯୂଯଂ ତସ୍ମିନ୍ ନ ୱିଶ୍ୱସିଥ|
39 ३९ तुम्ही शास्त्रलेख शोधता, कारण तुम्ही असे मानता की, त्याद्वारे आपल्याला सार्वकालिक जीवन मिळेल आणि तेच शास्त्रलेख माझ्याविषयी साक्ष देणारे आहेत. (aiōnios g166)
ଧର୍ମ୍ମପୁସ୍ତକାନି ଯୂଯମ୍ ଆଲୋଚଯଧ୍ୱଂ ତୈ ର୍ୱାକ୍ୟୈରନନ୍ତାଯୁଃ ପ୍ରାପ୍ସ୍ୟାମ ଇତି ଯୂଯଂ ବୁଧ୍ୟଧ୍ୱେ ତଦ୍ଧର୍ମ୍ମପୁସ୍ତକାନି ମଦର୍ଥେ ପ୍ରମାଣଂ ଦଦତି| (aiōnios g166)
40 ४० पण तुम्ही आपल्याला जीवन मिळावे म्हणून माझ्याकडे येऊ इच्छीत नाही.
ତଥାପି ଯୂଯଂ ପରମାଯୁଃପ୍ରାପ୍ତଯେ ମମ ସଂନିଧିମ୍ ନ ଜିଗମିଷଥ|
41 ४१ मी मनुष्याकडून प्रशंसा करून घेत नाही.
ଅହଂ ମାନୁଷେଭ୍ୟଃ ସତ୍କାରଂ ନ ଗୃହ୍ଲାମି|
42 ४२ परंतु मी तुम्हास ओळखले आहे की, तुमच्यात देवाविषयी प्रीती नाही.
ଅହଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ଜାନାମି; ଯୁଷ୍ମାକମନ୍ତର ଈଶ୍ୱରପ୍ରେମ ନାସ୍ତି|
43 ४३ मी आपल्या स्वर्गीय पित्याच्या नावाने आलो आहे पण तुम्ही माझा स्वीकार करत नाही; दुसरा कोणी स्वतःच्या नावाने आला तर तुम्ही त्याचा स्वीकार कराल.
ଅହଂ ନିଜପିତୁ ର୍ନାମ୍ନାଗତୋସ୍ମି ତଥାପି ମାଂ ନ ଗୃହ୍ଲୀଥ କିନ୍ତୁ କଶ୍ଚିଦ୍ ଯଦି ସ୍ୱନାମ୍ନା ସମାଗମିଷ୍ୟତି ତର୍ହି ତଂ ଗ୍ରହୀଷ୍ୟଥ|
44 ४४ जे तुम्ही एकमेकांकडून प्रशंसा करून घेता आणि जो एकच देव आहे त्याच्याकडून प्रशंसा करून घेण्याची खटपट करत नाही, त्या तुम्हास विश्वास ठेवता येणे कसे शक्य आहे?
ଯୂଯମ୍ ଈଶ୍ୱରାତ୍ ସତ୍କାରଂ ନ ଚିଷ୍ଟତ୍ୱା କେୱଲଂ ପରସ୍ପରଂ ସତ୍କାରମ୍ ଚେଦ୍ ଆଦଧ୍ୱ୍ୱେ ତର୍ହି କଥଂ ୱିଶ୍ୱସିତୁଂ ଶକ୍ନୁଥ?
45 ४५ मी पित्यासमोर तुमच्यावर आरोप करीन, असे मानू नका. तुम्ही ज्याच्यावर आशा ठेवता तो मोशेच तुमच्यावर आरोप लावणार आहे;
ପୁତୁଃ ସମୀପେଽହଂ ଯୁଷ୍ମାନ୍ ଅପୱଦିଷ୍ୟାମୀତି ମା ଚିନ୍ତଯତ ଯସ୍ମିନ୍, ଯସ୍ମିନ୍ ଯୁଷ୍ମାକଂ ୱିଶ୍ୱସଃ ସଏୱ ମୂସା ଯୁଷ୍ମାନ୍ ଅପୱଦତି|
46 ४६ कारण तुम्ही मोशेवर विश्वास ठेवला असता तर माझ्यावर विश्वास ठेवला असता, कारण त्याने माझ्याविषयी लिहिले आहे.
ଯଦି ଯୂଯଂ ତସ୍ମିନ୍ ୱ୍ୟଶ୍ୱସିଷ୍ୟତ ତର୍ହି ମଯ୍ୟପି ୱ୍ୟଶ୍ୱସିଷ୍ୟତ, ଯତ୍ ସ ମଯି ଲିଖିତୱାନ୍|
47 ४७ पण तुम्ही त्याच्या लिखाणावर विश्वास ठेवत नाही, तर माझ्या वचनांवर कसा विश्वास ठेवाल?”
ତତୋ ଯଦି ତେନ ଲିଖିତୱାନି ନ ପ୍ରତିଥ ତର୍ହି ମମ ୱାକ୍ୟାନି କଥଂ ପ୍ରତ୍ୟେଷ୍ୟଥ?

< योहान 5 >