< योएल 1 >
1 १ पथूएलाचा मुलगा योएल, ह्याच्याकडे परमेश्वराचे वचन आले ते हे.
ପଥୂୟେଲଙ୍କ ପୁତ୍ର ଯୋୟେଲଙ୍କ ନିକଟରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ଏହି ବାକ୍ୟ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା।
2 २ अहो वडिलांनो, हे ऐका, आणि देशात राहणाऱ्या तुम्ही सर्वांनी कान द्या. तुमच्या पूर्वजांच्या दिवसात किंवा तुमच्या दिवसात पूर्वी कधी असे हे घडले काय?
ହେ ଇସ୍ରାଏଲର ପ୍ରାଚୀନଗଣ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଏହି କଥା ଶୁଣ, ଆଉ ହେ ଦେଶନିବାସୀସକଳ, ତୁମ୍ଭେମାନେ କର୍ଣ୍ଣପାତ କର। ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ସମୟରେ କିଅବା ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପୂର୍ବପୁରୁଷଗଣର ସମୟରେ କି ଏହା ଘଟିଅଛି?
3 ३ ह्याविषयी आपल्या मुलाबाळांना सांगा, आणि तुमच्या मुलांनी आपल्या मुलाबाळांना सांगावे, व त्यांच्या मुलांनी आपल्या पुढच्या पिढीस सांगावे.
ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ସନ୍ତାନଗଣକୁ ଏହା ଜଣାଅ ଓ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ସନ୍ତାନଗଣ ସେମାନଙ୍କ ସନ୍ତାନଗଣକୁ ଜଣାଉନ୍ତୁ, ଆଉ ସେମାନଙ୍କର ସନ୍ତାନଗଣ ଆସନ୍ତା ପିଢ଼ିଙ୍କୁ ଜଣାଉନ୍ତୁ।
4 ४ कुरतडणाऱ्या टोळापासून जे राहिले ते झुंडीने येणाऱ्या टोळांनी खाल्ले; झुंडीने येणाऱ्या टोळापासून जे राहिले ते चाटून खाणाऱ्या टोळांनी खाल्ले; आणि चाटून खाणाऱ्या टोळापासून, जे राहिले ते अधाशी टोळांनी खाल्ले.
ଶୂକ କୀଟ ଯାହା ଛାଡ଼ିଲା, ପଙ୍ଗପାଳ ତାହା ଖାଇଅଛି ଓ ପଙ୍ଗପାଳ ଯାହା ଛାଡ଼ିଲା, ପତଙ୍ଗ ତାହା ଖାଇଅଛି ଓ ପତଙ୍ଗ ଯାହା ଛାଡ଼ିଲା, ଘୁର୍ଘୁରିଆ ତାହା ଖାଇଅଛି।
5 ५ दारू पिणाऱ्यांनो, तुम्ही जागे व्हा व रडा! तुम्ही सर्व दारू पिणाऱ्यांनो, आक्रोश करा, कारण गोड दारू तुमच्यापासून काढून घेतली आहे.
ହେ ମତୁଆଳାମାନେ, ଜାଗି ଉଠ ଓ ରୋଦନ କର, ହେ ମଦ୍ୟପାୟୀ ସମସ୍ତେ, ମିଷ୍ଟ ଦ୍ରାକ୍ଷାରସ ସକାଶୁ ହାହାକାର କର; କାରଣ ତାହା ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ମୁଖରୁ ଅନ୍ତର କରାଯାଇଅଛି।
6 ६ कारण एक राष्ट्र माझ्या देशावर आले आहे, ते बळकट व अगणित आहेत. त्यांचे दात सिंहाचे आहेत, आणि त्यांना सिंहिणीचे दात आहेत.
ଯେହେତୁ ଆମ୍ଭ ଦେଶ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଏକ ଗୋଷ୍ଠୀ ଉଠି ଆସିଅଛି, ସେ ବଳବାନ ଓ ଅସଂଖ୍ୟ; ତାହାର ଦନ୍ତ ସିଂହଦନ୍ତ ତୁଲ୍ୟ ଓ ତାହାର କଳଦନ୍ତ ଏକ ବୃହତ ସିଂହର କଳଦନ୍ତ ତୁଲ୍ୟ।
7 ७ त्यांनी माझा द्राक्षमळा घाबरून सोडवण्याची जागा केली आहे आणि माझ्या अंजिराचे झाड सोलून उघडे केले आहे. त्यांने साल सोलून दूर फेकली आहे. फांद्या उघड्या करून पांढऱ्या केल्या आहेत.
ସେ ଆମ୍ଭର ଦ୍ରାକ୍ଷାଲତା ଉଜାଡ଼ କରିଅଛି ଓ ଆମ୍ଭ ଡିମ୍ବିରି ବୃକ୍ଷର ଛେଲି ଛଡ଼ାଇ ପକାଇଅଛି; ସେ ତାହା ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ଛେଲିଶୂନ୍ୟ କରି ପକାଇ ଦେଇଅଛି; ତହିଁର ଶାଖାସବୁ ଶୁକ୍ଳ କରାଯାଇଅଛି।
8 ८ जशी कुमारी गोणताट नेसून आपल्या तरुणपणाच्या पतीकरता शोक करते, तसा शोक करा.
ଯୌବନକାଳୀନ ସ୍ୱାମୀ ଶୋକରେ ଚଟବସ୍ତ୍ର ପରିହିତା କନ୍ୟା ତୁଲ୍ୟ ବିଳାପ କର।
9 ९ परमेश्वराच्या मंदिरातून अन्नार्पणे व पेयार्पणे नाहीसे झाले आहेत. परमेश्वराची सेवा करणारे याजक शोक करत आहेत.
ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଗୃହରୁ ଭକ୍ଷ୍ୟ ନୈବେଦ୍ୟ ଓ ପେୟ-ନୈବେଦ୍ୟ ଅନ୍ତର କରାଯାଇଅଛି; ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ପରିଚାରକ ଯାଜକଗଣ ଶୋକ କରନ୍ତି।
10 १० शेतांचा नाश झाला आहे. आणि भूमी रडते. कारण धान्याचा नाश झाला आहे, नवा द्राक्षरस सुकून गेला आहे आणि तेल नासले आहे.
କ୍ଷେତ୍ର ଉଜାଡ଼ ହୋଇଅଛି, ଭୂମି ଶୋକ କରୁଅଛି; କାରଣ ଶସ୍ୟ ଉଜାଡ଼ ହୋଇଅଛି, ନୂତନ ଦ୍ରାକ୍ଷାରସ ଶୁଖି ଯାଇଅଛି; ତୈଳ କ୍ଷୟ ପାଇଅଛି।
11 ११ तुम्ही शेतकऱ्यांनो, गहू व जवाबद्दल लज्जित व्हा, आणि द्राक्षमळेवाल्यांनो, गहू व जवसासाठी आक्रोश करा, कारण शेतातील पीक नष्ट झाले आहे.
ହେ କୃଷକଗଣ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଲଜ୍ଜିତ ହୁଅ, ହେ ଦ୍ରାକ୍ଷାକ୍ଷେତ୍ରର ପାଳକଗଣ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଗହମ ଓ ଯବ ବିଷୟରେ ହାହାକାର କର; କାରଣ କ୍ଷେତ୍ରର ଶସ୍ୟ ନଷ୍ଟ ହୋଇଅଛି।
12 १२ द्राक्षवेली शुष्क झाल्या आहेत, आणि अंजिराचे झाड सुकून गेले आहे, डाळिंबाचे झाड, खजुराचे झाड आणि सफरचंदाचे झाड अशी शेतातील सर्व झाडेसुद्धा शुष्क झाली आहेत. मानवजातीच्या वंशातून आनंद नष्ट झाला आहे.
ଦ୍ରାକ୍ଷାଲତା ଶୁଷ୍କ ହୋଇଅଛି ଓ ଡିମ୍ବିରିବୃକ୍ଷ ମ୍ଳାନ ହେଉଅଛି; ଡାଳିମ୍ବ ବୃକ୍ଷ, ମଧ୍ୟ ଖର୍ଜ୍ଜୁର ବୃକ୍ଷ ଓ ନାଗରଙ୍ଗ ବୃକ୍ଷ, ଆଉ କ୍ଷେତ୍ରସ୍ଥ ଯାବତୀୟ ବୃକ୍ଷ ଶୁଷ୍କ ହୋଇଅଛି; କାରଣ ମନୁଷ୍ୟ-ସନ୍ତାନଗଣ ମଧ୍ୟରୁ ଆନନ୍ଦ ଶୁଷ୍କ ହୋଇ ଯାଇଅଛି।
13 १३ याजकांनो, गोणताट घाला आणि शोक करा! वेदीची सेवा करणाऱ्यांनो, आक्रोश करा. माझ्या परमेश्वराच्या सेवकांनो, या, तुम्ही पूर्ण रात्र गोणताट घालून राहा. कारण तुमच्या देवाच्या मंदिरात यापुढे अन्नार्पणे व पेयार्पणे अडकवून ठेवलेली आहेत.
ହେ ଯାଜକଗଣ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଚଟବସ୍ତ୍ରରେ କଟି ବାନ୍ଧି ବିଳାପ କର; ହେ ଯଜ୍ଞବେଦିର ପରିଚାରକଗଣ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ହାହାକାର କର; ହେ ଆମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କର ପରିଚାରକଗଣ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆସ, ଚଟବସ୍ତ୍ର ପିନ୍ଧି ସାରାରାତ୍ରି କ୍ଷେପଣ କର; କାରଣ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଗୃହରୁ ଭକ୍ଷ୍ୟ ନୈବେଦ୍ୟ ଓ ପେୟ-ନୈବେଦ୍ୟ ନିବୃତ୍ତ କରାଯାଇଅଛି।
14 १४ पवित्र उपास नेमा, आणि पवित्र सभेसाठी लोकांस एकत्र बोलवा. तुमचा देव परमेश्वर याच्या मंदिरात वडिलांस व देशात राहणाऱ्या लोकांस एकत्र गोळा करा. आणि परमेश्वरास आरोळी मारा.
ତୁମ୍ଭେମାନେ ପବିତ୍ର ଉପବାସ ନିରୂପଣ କର, ମହାସଭା ଆହ୍ୱାନ କର, ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କର ଗୃହରେ ପ୍ରାଚୀନଗଣଙ୍କୁ ଓ ଦେଶ ନିବାସୀ ସମସ୍ତଙ୍କୁ ଏକତ୍ର କରି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ନିକଟରେ ପ୍ରାର୍ଥନା କର।
15 १५ त्या भयानक दिवसाकरता हायहाय! कारण परमेश्वराचा दिवस जवळ आला आहे. सर्वसमर्थ देवापासून जसा नाश तसा तो येईल.
ହାୟ ହାୟ ସେ ଦିନ! କାରଣ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦିନ ସନ୍ନିକଟ, ସର୍ବଶକ୍ତିମାନଙ୍କ ନିକଟରୁ ପ୍ରଳୟର ତୁଲ୍ୟ ତାହା ଉପସ୍ଥିତ ହେବ।
16 १६ आमच्या डोळ्यादेखत आमचे अन्न काढून घेतले, आणि देवाच्या मंदिरातील आनंद व उल्लास नष्ट झाले नाहीत काय?
ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଦୃଷ୍ଟିରୁ ଖାଦ୍ୟ ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ଗୃହରୁ ଆନନ୍ଦ ଓ ଉଲ୍ଲାସ କି ଅଲଗା କରାଯାଇ ନାହିଁ?
17 १७ बियाणे त्यांच्या ढेकळाखाली कुजून गेले आहे, धान्याची कोठारे ओसाड झाली आहेत, कोठ्या खाली पाडल्या गेल्या आहेत, कारण धान्य सुकून गेले आहे.
ବିହନସବୁ ଟେଳା ତଳେ ପଚି ଯାଉଅଛି; ଗୋଲାସବୁ ଧ୍ୱଂସିତ, ଶସ୍ୟ ଅମାରସବୁ ଭଗ୍ନ ହୋଇଅଛି; କାରଣ ଶସ୍ୟ ଶୁଷ୍କ ହୋଇଅଛି।
18 १८ प्राणी कसे कण्हत आहेत! गुरांचे कळप घाबरले आहेत. त्यांना खाण्यास कुरणे नाहीत. मेंढ्यांचे कळपसुद्धा पीडले आहेत.
ପଶୁଗଣ କିପରି ଆର୍ତ୍ତସ୍ୱର କରନ୍ତି! ଚରା ନ ଥିବାରୁ ଗୋରୁପଲ ବ୍ୟାକୁଳ ହେଉଅଛନ୍ତି; ମେଷପଲ ଦଣ୍ଡ ପାଉଅଛନ୍ତି।
19 १९ हे परमेश्वरा, मी तुझा धावा करतो. कारण आग्नीने रानातील कुरणे खाऊन टाकली आहेत. आणि शेतातील सर्व झाडे ज्वालांनी भस्म केली आहेत.
ହେ ସଦାପ୍ରଭୁ, ମୁଁ ତୁମ୍ଭ ନିକଟରେ ପ୍ରାର୍ଥନା କରୁଅଛି; କାରଣ ଅଗ୍ନି ପ୍ରାନ୍ତରର ଚରାଣି ସ୍ଥାନସବୁ ଗ୍ରାସ କରିଅଛି ଓ ଅଗ୍ନିଶିଖା କ୍ଷେତ୍ରର ବୃକ୍ଷସବୁ ଦଗ୍ଧ କରିଅଛି।
20 २० रानातील वनपशूंनासुध्दा तुझी उत्कंठा लागली आहे, कारण पाण्याचे ओहोळ कोरडे झाले आहेत आणि आग्नीने रानातील कुरणे खाऊन टाकली आहेत.
ହଁ, କ୍ଷେତ୍ରସ୍ଥ ପଶୁସକଳ ତୁମ୍ଭ ନିକଟରେ ଧଇଁସଇଁ ହେଉଅଛନ୍ତି; ଯେହେତୁ ଜଳସ୍ରୋତସବୁ ଶୁଷ୍କ ହୋଇଅଛି ଓ ଅଗ୍ନି ପ୍ରାନ୍ତରର ଚରାଣି ସ୍ଥାନସବୁ ଗ୍ରାସ କରିଅଛି।