< यिर्मया 7 >
1 १ यिर्मयासाठी परमेश्वराकडून जे वचन आले ते असे, ते म्हणाले:
ଯିରିମୀୟଙ୍କ ନିକଟରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ଏହି ବାକ୍ୟ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା,
2 २ यिर्मया, परमेश्वराच्या घराच्या दारात उभा राहा आणि हे वचन घोषीत कर! “हे यहूदातील लोकहो, जे तुम्ही सर्व परमेश्वराची उपासना करायला या दारातून आत जाता, ते तुम्ही परमेश्वराचे वचन ऐका!
“ତୁମ୍ଭେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଗୃହର ଦ୍ୱାରରେ ଠିଆ ହୋଇ ସେଠାରେ ଏହି କଥା ପ୍ରଚାର କରି କୁହ, ହେ ଯିହୁଦାର ଲୋକ ସମସ୍ତେ, ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ଭଜନା କରିବା ନିମନ୍ତେ ଏହିସବୁ ଦ୍ୱାରରେ ପ୍ରବେଶ କରିଥାଅ ଯେ ତୁମ୍ଭେମାନେ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ବାକ୍ୟ ଶୁଣ।
3 ३ सेनाधीश परमेश्वर, इस्राएलाचा देव, असे म्हणतो, ‘तुम्ही आपली वाट नीट करा आणि चांगले ते करण्याचा प्रयत्न करा. आणि तुम्ही असे केल्यास मी तुम्हास या ठिकाणी राहू देईन
ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର ସୈନ୍ୟାଧିପତି ସଦାପ୍ରଭୁ ଏହି କଥା କହନ୍ତି, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ଆଚାର ବ୍ୟବହାର ଶୁଧୁରାଅ, ତହିଁରେ ଆମ୍ଭେ ଏହି ସ୍ଥାନରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ବାସ କରାଇବା।
4 ४ “परमेश्वराचे मंदिर, परमेश्वराचे मंदिर, परमेश्वराचे मंदिर हे आहे. असे खोटे बोलणाऱ्या वाईट गोष्टींस स्वत: स सोपवून देऊ नकोस.
‘ଏହିସବୁ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ମନ୍ଦିର, ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ମନ୍ଦିର, ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ମନ୍ଦିର,’ ଏହି ମିଥ୍ୟା କଥାରେ ବିଶ୍ୱାସ କର ନାହିଁ।
5 ५ कारण जर तू आपला मार्ग नीट केलास आणि चांगले ते केलेस, जर तू शेजारी आणि मनुष्यांमध्ये पुर्णपणे न्याय केला,
କାରଣ ଯଦି ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ଆଚାର ବ୍ୟବହାର ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ରୂପେ ଶୁଧୁରାଅ; ଯଦି ତୁମ୍ଭେମାନେ ମନୁଷ୍ୟ ଓ ତାହାର ପ୍ରତିବାସୀ ମଧ୍ୟରେ ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ରୂପେ ବିଚାର ନିଷ୍ପତ୍ତି କର;
6 ६ जर तू देशात राहणाऱ्याचे, अनाथाचे, आणि विधवेचे शोषण करणार नाहीस, आणि या स्थानात निर्दोष रक्त पाडणार नाहीस आणि स्वत: चे नुकसान करून घ्यायला इतर देवतांच्या मागे चालणार नाहीस,
ଯଦି ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଦେଶୀ, ପିତୃହୀନ ଓ ବିଧବା ପ୍ରତି ଉପଦ୍ରବ ନ କର ଓ ଏହି ସ୍ଥାନରେ ନିର୍ଦ୍ଦୋଷର ରକ୍ତପାତ ନ କର, କିଅବା ଆପଣା ଆପଣାର କ୍ଷତି ନିମନ୍ତେ ଅନ୍ୟ ଦେବଗଣର ପଶ୍ଚାଦ୍ଗାମୀ ନ ହୁଅ;
7 ७ तर या स्थानात, जे राष्ट्र पुरातन काळी तुमच्या या पूर्वजांना मी सर्वकाळासाठी दिला होता, त्यामध्ये मी तुला राहू देईन.
ତେବେ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଏହି ସ୍ଥାନରେ, ପୁରାତନ କାଳରୁ ଅନନ୍ତକାଳ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପୂର୍ବପୁରୁଷମାନଙ୍କୁ ଆମ୍ଭର ଦତ୍ତ ଏହି ଦେଶରେ ବାସ କରାଇବା।
8 ८ पाहा! तुम्ही फसव्या गोष्टींवर विश्वास ठेवत आहात, जे तुमची काहीएक मदत करु शकत नाही.
ଦେଖ, ଯଦ୍ଦ୍ୱାରା ଉପକାର ହୋଇ ନ ପାରେ, ଏପରି ମିଥ୍ୟା କଥାରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଶ୍ୱାସ କରୁଅଛ।
9 ९ तुम्ही चोरी, खून आणि व्यभिचार आणि खोटी शपथ वाहाल आणि बालमुर्तीस धूप जाळाल आणि ज्या देवांना तुम्ही जाणले नाही त्यांच्या मागे चालाल,
ତୁମ୍ଭେମାନେ କି ଚୋରି, ନରହତ୍ୟା ଓ ବ୍ୟଭିଚାର ଓ ମିଥ୍ୟା ଶପଥ ଓ ବାଲ୍ଦେବ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ଧୂପଦାହ ଓ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ଅଜ୍ଞାତ ଅନ୍ୟ ଦେବଗଣର ପଶ୍ଚାଦ୍ଗମନ କରିବ,
10 १० मग ज्या घरात माझ्या नावाची घोषणा होते, तिथे तुम्ही येऊन माझ्या समोर उभे राहून असे म्हणाल का आम्ही तारले गेलो आहोत? म्हणजे तुम्ही हे सर्व घृणीत काम पुन्हा कराल.
ତହୁଁ ଆମ୍ଭ ନାମରେ ଖ୍ୟାତ ଏହି ଗୃହ ମଧ୍ୟକୁ ଆସି ଆମ୍ଭ ସମ୍ମୁଖରେ ଠିଆ ହେବ, ଆଉ କହିବ, ‘ଆମ୍ଭେମାନେ ଉଦ୍ଧାର ପାଇଲୁ;’ ଯେପରି ଏହିସବୁ ଘୃଣାଯୋଗ୍ୟ କର୍ମ କରି ପାରୁ?
11 ११ ज्या घराला माझे नाव आहे, ते तुमच्या दृष्टीने दुसरे काही नसून लुटारूंना लपण्याची जागा आहे का? पाहा, माझ्या दृष्टीस असे आले आहे, असे परमेश्वर म्हणतो.
ଆମ୍ଭ ନାମରେ ଖ୍ୟାତ ଏହି ଗୃହ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଦୃଷ୍ଟିରେ କି ଚୋରମାନଙ୍କର ଗହ୍ୱର ହୋଇଅଛି? ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଦେଖ, ଆମ୍ଭେ, ଆମ୍ଭେ ହିଁ ତାହା ଦେଖିଅଛୁ।
12 १२ तर तुम्ही शिलो येथील जे माझे ठिकाण होते तेथे जा, ज्यात पहिल्याने माझे नाव वसविले आणि त्याचे मी आपले लोक, इस्राएल यांच्या दुष्कृत्यांमुळे जे केले ते पाहा.
ମାତ୍ର ଶୀଲୋସ୍ଥିତ ଯେଉଁ ସ୍ଥାନରେ ଆମ୍ଭେ ପୂର୍ବେ ଆପଣା ନାମ ବାସ କରାଇଥିଲୁ, ଏବେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭର ସେହି ସ୍ଥାନକୁ ଯାଅ, ଆଉ ଆମ୍ଭର ଇସ୍ରାଏଲ ଲୋକଙ୍କ ଦୁଷ୍ଟତା ସକାଶୁ ଆମ୍ଭେ ତହିଁ ପ୍ରତି ଯାହା କରିଅଛୁ, ତାହା ଦେଖ।
13 १३ इस्राएलाच्या लोकांनो, तुम्हीही सर्व दुष्कृत्ये करीत होता.” परमेश्वर असे म्हणतो! मी पुन्हा पुन्हा तुमच्याशी बोललो, पण तुम्ही माझे ऐकण्यास नकार दिला. मी तुम्हास बोलाविले, पण तुम्ही उत्तर दिले नाही.
ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଏହିସବୁ କର୍ମ କରିଅଛ ଓ ଆମ୍ଭେ ପ୍ରତ୍ୟୁଷରେ ଉଠି କଥା କହିଲେ ହେଁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଶୁଣିଲ ନାହିଁ ଓ ଆମ୍ଭେ ଡାକିଲେ ହେଁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଉତ୍ତର ଦେଲ ନାହିଁ;
14 १४ म्हणून, शिलोचे जसे मी केले, त्याचप्रकारे ज्या घरास माझे नाव आहे आणि ज्यावर तुम्ही विश्वास ठेवता व जे ठिकाण मी तुम्हास व तुमच्या पूर्वजांना दिले तसे करीन.
ଏହେତୁ ଆମ୍ଭେ ଶୀଲୋ ପ୍ରତି ଯେରୂପ କରିଅଛୁ, ଆମ୍ଭ ନାମରେ ଖ୍ୟାତ ଏହି ଯେଉଁ ଗୃହରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ବିଶ୍ୱାସ କରୁଅଛ, ତାହା ପ୍ରତି; ପୁଣି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ଓ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ପିତୃପୁରୁଷମାନଙ୍କୁ ଆମ୍ଭର ଦତ୍ତ ଏହି ସ୍ଥାନ ପ୍ରତି ଆମ୍ଭେ ତଦ୍ରୂପ କରିବା!
15 १५ एफ्राईममधील तुमच्या भावांना मी माझ्यापासून जसे दूर केले, तसे मी तुम्हास माझ्यापासून दूर करीन.
ଆଉ, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ଭ୍ରାତୃଗଣକୁ, ଅର୍ଥାତ୍, ଇଫ୍ରୟିମର ସମୁଦାୟ ବଂଶକୁ ଯେପରି ଦୂର କରିଅଛୁ, ସେପରି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଆମ୍ଭ ଦୃଷ୍ଟିରୁ ଦୂର କରିବା।
16 १६ यिर्मया, तुला सांगतो, या लोकांसाठी प्रार्थना करु नकोस आणि त्यांच्यासाठी याचना व आळवणीही करु नकोस किंवा त्यांच्या मदतीकरिता मला विनवू नकोस. कारण मी तुझी प्रार्थना ऐकणार नाही.
ଏଣୁକରି ତୁମ୍ଭେ ଏହି ଲୋକମାନଙ୍କ ପାଇଁ ପ୍ରାର୍ଥନା କର ନାହିଁ, କିଅବା ସେମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ କାତରୋକ୍ତି ଅବା ପ୍ରାର୍ଥନା ଉତ୍ସର୍ଗ କର ନାହିଁ, ଆମ୍ଭ ନିକଟରେ ନିବେଦନ କର ନାହିଁ; କାରଣ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭ କଥା ଶୁଣିବା ନାହିଁ।
17 १७ ते लोक यहूदा शहरात, आणि यरूशलेमेच्या रस्त्यावर ते काय करीत आहेत हे तुला दिसत नाही काय?
ସେମାନେ ଯିହୁଦାର ନଗର ଓ ଯିରୂଶାଲମର ସଡ଼କସବୁରେ ଯାହା କରୁଅଛନ୍ତି, ତାହା କି ତୁମ୍ଭେ ଦେଖୁ ନାହଁ?
18 १८ मला संताप आणावा म्हणून मुले लाकडे गोळा करत आहेत आणि वडील सरपण पेटवत आहे. स्त्रिया आकाशाच्या राणीसाठी कणीक मळत आहे आणि इतर दैवतांना अर्पण करण्यासाठी म्हणून पेयार्पणे ओतत आहेत.
ଆମ୍ଭକୁ ବିରକ୍ତ କରିବା ପାଇଁ ଆକାଶର ରାଣୀ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପିଷ୍ଟକ ପାକ ଓ ଅନ୍ୟ ଦେବଗଣ ଉଦ୍ଦେଶ୍ୟରେ ପେୟ-ନୈବେଦ୍ୟ ଉତ୍ସର୍ଗ କରିବା ନିମନ୍ତେ ବାଳକମାନେ କାଠ ସାଉଣ୍ଟନ୍ତି, ପିତୃଗଣ ଅଗ୍ନି ଜ୍ୱଳାନ୍ତି, ସ୍ତ୍ରୀମାନେ ମଇଦା ଚକଟନ୍ତି।
19 १९ परमेश्वर असे म्हणतो, ते मला राग आणतात काय? “ते स्वत: लाच संताप आणत आहेत. म्हणजे त्यांच्यावर लाज यावी.
ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ସେମାନେ କʼଣ ଆମ୍ଭକୁ ବିରକ୍ତ କରନ୍ତି? ବରଞ୍ଚ ଆପଣାମାନଙ୍କ ମୁଖର ବିବର୍ଣ୍ଣତା ନିମନ୍ତେ କʼଣ ଆପଣାମାନଙ୍କୁ ବିରକ୍ତ ନ କରନ୍ତି?
20 २० यास्तव परमेश्वर असे म्हणतो, मी या जागेवर माझा संताप मनुष्यांवर, प्राण्यांवर, झाडांवर आणि पिकांवर येईल, तो जाळून टाकणार आणि कोणीही तो विझवू शकणार नाही.”
ଏହେତୁ ପ୍ରଭୁ, ସଦାପ୍ରଭୁ ଏହି କଥା କହନ୍ତି; ଦେଖ, ଏହି ସ୍ଥାନ ଉପରେ ମନୁଷ୍ୟ ଓ ପଶୁ, କ୍ଷେତ୍ରସ୍ଥିତ ବୃକ୍ଷ ଓ ଭୂମିର ଫଳ, ଏହିସବୁର ଉପରେ ଆମ୍ଭର କ୍ରୋଧ ଓ କୋପ ଢଳାଯିବ; ତାହା ଦଗ୍ଧ କରିବ ଓ ନିର୍ବାଣ ହେବ ନାହିଁ।”
21 २१ सेनाधीश परमेश्वर, इस्राएलचा देव असे म्हणतो, तुम्ही आपली होमार्पणे आपल्या यज्ञास जोडा आणि मांस खा.
ସୈନ୍ୟାଧିପତି ସଦାପ୍ରଭୁ ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର ଏହି କଥା କହନ୍ତି, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣାମାନଙ୍କର ଅନ୍ୟାନ୍ୟ ବଳି ସହିତ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ହୋମବଳି ଯୋଗ କରି ମାଂସ ଭୋଜନ କର।
22 २२ कारण मी जेव्हा तुमच्या पूर्वजांना मिसरमधून बाहेर आणले, तेव्हा मी त्यांच्या कडे काहीएक मागीतले नाही, मी त्यांना होमार्पणे आणि यज्ञ यांबद्दल आज्ञा दिली नाही.
କାରଣ ଯେଉଁ ଦିନ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପୂର୍ବପୁରୁଷମାନଙ୍କୁ ମିସର ଦେଶରୁ ବାହାର କରି ଆଣିଲୁ, ସେହି ଦିନ ଆମ୍ଭେ ହୋମ କିଅବା ବଳିଦାନ ବିଷୟରେ କହିଲୁ ନାହିଁ କି ଆଜ୍ଞା ଦେଲୁ ନାହିଁ;
23 २३ मी त्यांना फक्त पुढील आज्ञा दिली. माझी आज्ञा पाळा मग मी तुमचा देव होईन व तुम्ही माझे लोक व्हाल. तर मी आज्ञा केलेल्या सर्व मार्गात चाला, म्हणजे तुमचे चांगले होईल.
ମାତ୍ର ଆମ୍ଭେ ଆଜ୍ଞା ଦେଇ ସେମାନଙ୍କୁ ଏହି କଥା କହିଲୁ, ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭ ରବରେ ଅବଧାନ କର, ତହିଁରେ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପରମେଶ୍ୱର ହେବା ଓ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆମ୍ଭର ଲୋକ ହେବ; ପୁଣି, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଯେ ଯେ ପଥରେ ଚାଲିବାକୁ ଆଜ୍ଞା କରୁ, ସେସବୁ ପଥରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ଚାଲ, ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ମଙ୍ଗଳ ହେବ।
24 २४ पण तुमच्या पूर्वजांनी माझे ऐकले नाही. ते त्यांच्या दुष्ट अंतःकरणाच्या, त्यांच्या स्वतःच्या हट्टी योजनांनुसार जगले. म्हणून ते पुढे येण्याऐवजी मागे गेले.
ମାତ୍ର ସେମାନେ ଶୁଣିଲେ ନାହିଁ, କିଅବା କର୍ଣ୍ଣପାତ କଲେ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ସେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ମନ୍ତ୍ରଣାରେ ଓ ଆପଣା ଆପଣା ଦୁଷ୍ଟ ଅନ୍ତଃକରଣର ଅବାଧ୍ୟତାନୁସାରେ ଗମନ କରି ପଶ୍ଚାଦ୍ବର୍ତ୍ତୀ ହେଲେ, ଅଗ୍ରବର୍ତ୍ତୀ ହେଲେ ନାହିଁ।
25 २५ तुमच्या पूर्वजांनी मिसर सोडला त्या दिवसापासून आजवर मी माझे सेवक तुमच्याकडे पाठवले आहेत. माझे सेवक संदेष्टे आहेत. मी पुन्हा पुन्हा त्यांना तुमच्याकडे पाठवले.
ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କର ପୂର୍ବପୁରୁଷମାନେ ମିସର ଦେଶରୁ ବାହାର ହୋଇ ଆସିବା ଦିନଠାରୁ ଆଜି ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଆମ୍ଭେ ଆପଣାର ସମସ୍ତ ଦାସ ଭବିଷ୍ୟଦ୍ବକ୍ତାମାନଙ୍କୁ ପଠାଇବା ନିମନ୍ତେ ନିତ୍ୟ ନିତ୍ୟ ପ୍ରତ୍ୟୁଷରେ ଉଠି ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିକଟକୁ ସେମାନଙ୍କୁ ପଠାଇଅଛୁ;
26 २६ पण त्यांनी माझे ऐकले नाही, त्यांनी लक्ष दिले नाही. त्यांनी आपली मान ताठ केली. ते त्यांच्या पूर्वजांपेक्षा अधिक दुष्ट होते
ତଥାପି ସେମାନେ ଆମ୍ଭ କଥା ଶୁଣିଲେ ନାହିଁ, କିଅବା ତହିଁରେ କର୍ଣ୍ଣପାତ କଲେ ନାହିଁ, ମାତ୍ର ଆପଣା ଆପଣା ଗ୍ରୀବା ଶକ୍ତ କଲେ; ସେମାନେ ଆପଣାମାନଙ୍କର ପୂର୍ବପୁରୁଷଗଣ ଅପେକ୍ଷା ଅଧିକ ଦୁରାଚାର କଲେ।
27 २७ “तर त्यांना हे वचन सांगितले तरी ते तुझे ऐकणार नाहीत. तू त्यांना या गोष्टी घोषीत केल्या तरी ते तुला उत्तर देणार नाहीत.
ଆଉ, ତୁମ୍ଭେ ଏହିସବୁ କଥା ସେମାନଙ୍କୁ କହିବ; ମାତ୍ର ସେମାନେ ତୁମ୍ଭ କଥା ଶୁଣିବେ ନାହିଁ; ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ ଡାକିବ; ମାତ୍ର ସେମାନେ ତୁମ୍ଭକୁ ଉତ୍ତର ଦେବେ ନାହିଁ।
28 २८ म्हणून तू त्यांना पुढील गोष्टी सांग. ज्या राष्ट्रांने परमेश्वराचे म्हणजेच त्यांच्या देवाच्या आज्ञा पाळल्या नाहीत आणि शिक्षा घेतली नाही, ते हेच आहे. सत्यता ही त्यांच्या मुखातून छेदून टाकलेली आहे.
ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିବ, ‘ଯେଉଁମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆପଣାମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ରବରେ ଅବଧାନ ଓ ଶିକ୍ଷା ଗ୍ରହଣ କରି ନାହାନ୍ତି, ସେମାନେ ଏହି ଗୋଷ୍ଠୀ; ସତ୍ୟତା ଲୁପ୍ତ ଓ ତାହା ସେମାନଙ୍କ ମୁଖରୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ ହୋଇଅଛି।
29 २९ हे यरूशलेमे, तुझे केस कापून दूर फेकून दे. उजाड डोंगरमाथ्यावर जाऊन शोकगीत गा. कारण परमेश्वराने रागाच्या भरात या पिढीला नाकारले आणि सोडले आहे.
ହେ ଯିରୂଶାଲମ, ଆପଣା ମସ୍ତକର କେଶ କାଟି ପକାଇଦିଅ ଓ ବୃକ୍ଷଶୂନ୍ୟ ଉଚ୍ଚସ୍ଥଳୀରେ ବିଳାପ କର; କାରଣ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆପଣାର କ୍ରୋଧପାତ୍ର ଏହି ବଂଶକୁ ଅଗ୍ରାହ୍ୟ ଓ ପରିତ୍ୟାଗ କରିଅଛନ୍ତି।’
30 ३० कारण परमेश्वर असे म्हणतो, यहूदाच्या लोकांस पापे करताना मी पाहिले आहे.” त्यांनी वापरण्यात नसलेल्या गोष्टी, ज्या घराला माझे नाव आहे, ते भ्रष्ट करायला ठेवल्या आहेत.
ଯେହେତୁ ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଆମ୍ଭ ଦୃଷ୍ଟିରେ ଯାହା ମନ୍ଦ, ତାହା ହିଁ ଯିହୁଦାର ସନ୍ତାନଗଣ କରିଅଛନ୍ତି; ସେମାନେ ଆମ୍ଭ ନାମରେ ଖ୍ୟାତ ଏହି ଗୃହକୁ ଅଶୁଚି କରିବା ନିମନ୍ତେ ସେମାନଙ୍କର ଘୃଣାଯୋଗ୍ୟ ବସ୍ତୁ ତହିଁ ମଧ୍ୟରେ ରଖିଅଛନ୍ତି।
31 ३१ आणि त्यांनी बेन हिन्नोमच्या दरीत तोफेतची उच्चस्थाने बांधली आहेत. त्याठिकाणी ते स्वत: च्या मुलामुलींना अग्नीत जाळण्यासाठी देत असत. अशी आज्ञा मी दिलेली नाही आणि असे काही माझ्या मनातही आले नाही.
ସେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ପୁତ୍ରକନ୍ୟାଗଣକୁ ଅଗ୍ନିରେ ଦଗ୍ଧ କରିବା ପାଇଁ ହିନ୍ନୋମ ପୁତ୍ରର ଉପତ୍ୟକାରେ ତୋଫତ୍ର ଉଚ୍ଚସ୍ଥଳୀମାନ ପ୍ରସ୍ତୁତ କରିଅଛନ୍ତି; ଏହା ଆମ୍ଭେ ଆଜ୍ଞା କରି ନାହୁଁ, କିଅବା ଆମ୍ଭ ମନରେ ଏହା ଉଦୟ ହୋଇ ନାହିଁ।
32 ३२ परमेश्वर असे म्हणतो, पाहा, असे दिवस येत आहेत. “पुन्हा कधीही तोफेत व बेन हिन्नोमची दरी असे म्हटले जाणार नाही, तर तिला ते संहाराची दरी म्हणतील. की आणखी एका मृतालाही पुरण्यास जागा राहणार नाही इतकी वेळ येईपर्यंत ते तोफेतमध्ये मृतांना पुरतील.
ଏନିମନ୍ତେ ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଦେଖ, ଯେଉଁ ସମୟରେ ତାହା ତୋଫତ୍ କିଅବା ହିନ୍ନୋମ ପୁତ୍ରର ଉପତ୍ୟକା ନାମରେ ଆଉ ଖ୍ୟାତ ନ ହୋଇ ହତ୍ୟା ଉପତ୍ୟକା ବୋଲି ଖ୍ୟାତ ହେବ, ଏପରି ସମୟ ଆସୁଅଛି; କାରଣ ଆଉ ସ୍ଥାନ ନ ଥିବାଯାଏ ଲୋକମାନେ ତୋଫତ୍ରେ କବର ଦେବେ।
33 ३३ प्रेते आकाशातील पक्ष्यांचे आणि पृथ्वीवरील पशूस अन्न असे होतील. आणि त्यांना हाकलायला तेथे कोणीही नसेल.
ତହିଁରେ ଏହି ଲୋକମାନଙ୍କର ଶବ ଆକାଶ ପକ୍ଷୀଗଣର ଓ ଭୂଚର ପଶୁଗଣର ଖାଦ୍ୟ ହେବ; ଆଉ, ସେମାନଙ୍କୁ କେହି ତଡ଼ି ଦେବ ନାହିଁ।
34 ३४ यहूदाच्या गावांतील व यरूशलेमेच्या रस्त्यांवरील उल्हासाच्या व आनंदाच्या कल्लोळांचा मी शेवट करीन. वधू वरांचा शब्द उमटणार नाही, कारण भूमी ओसाड होईल.”
ସେସମୟରେ ଆମ୍ଭେ ଯିହୁଦାର ନଗରସବୁରେ ଓ ଯିରୂଶାଲମର ସଡ଼କସବୁରେ, ଆମୋଦର ଧ୍ୱନି, ଆନନ୍ଦର ଧ୍ୱନି ଓ ବରକନ୍ୟାର ଧ୍ୱନି ନିବୃତ୍ତ କରାଇବା; କାରଣ ଦେଶ ଧ୍ୱଂସସ୍ଥାନ ହେବ।