< यशया 37 >

1 मग असे झाले की, जेव्हा हिज्कीया राजाने त्यांचा निरोप ऐकून, त्याने आपले कपडे फाडले, स्वतःला गोणपाटाने झाकून आणि परमेश्वराच्या मंदिरात गेला.
ଏଥିରେ ହିଜକୀୟ ରାଜା ତାହା ଶୁଣନ୍ତେ, ଆପଣା ବସ୍ତ୍ର ଚିରି ଓ ଅଖା ଘୋଡ଼ାଇ ହୋଇ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଗୃହକୁ ଗଲା।
2 त्याने एल्याकीम जो घरावर कारभारी होता, आणि शेबना चिटणीस आणि याजकातील वडील यांना गोणपाट घातलेले असे आमोजाचा मुलगा यशया संदेष्ट्याकडे पाठवले, त्या सगळ्यांनी खास शोकप्रदर्शक कपडे घातले.
ପୁଣି, ସେ ରାଜଗୃହାଧ୍ୟକ୍ଷ ଇଲିୟାକୀମ୍‍କୁ, ଶିବ୍‍ନ ଲେଖକଙ୍କୁ ଓ ଯାଜକମାନଙ୍କର ପ୍ରାଚୀନବର୍ଗଙ୍କୁ ଅଖା ଘୋଡ଼ାଇ ଆମୋସଙ୍କ ପୁତ୍ର ଯିଶାଇୟ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତାଙ୍କ ନିକଟକୁ ପଠାଇଲା।
3 ते त्यास म्हणाले, हिज्कीया असे म्हणतो, हा दिवस यातनेचा, धिक्काराचा व अपमानाचा दिवस आहे, कारण जसे बालक जन्मायला तयार आहे, पण आईला तिच्या बालकाला जन्म देण्यास शक्ती नाही.
ତହିଁରେ ସେମାନେ ତାଙ୍କୁ କହିଲେ, “ହିଜକୀୟ ଏହିପରି କହିଅଛନ୍ତି, ‘ଆଜି ଦିନ ଆପଦ, ଅନୁଯୋଗ ଓ ଅପମାନର ଦିନ; କାରଣ ସନ୍ତାନଗଣ ପ୍ରସବ-ଦ୍ୱାରରେ ଉପସ୍ଥିତ, ମାତ୍ର ପ୍ରସବ କରିବାକୁ ଶକ୍ତି ନାହିଁ।
4 परमेश्वर तुझा देव रब-शाकेचे शब्द ऐकेल, त्याचा धनी अश्शूरचा राजा याने त्यास जिवंत देवाची निंदा करायला पाठवले आहे, आणि जे शब्द तुझा देव परमेश्वर याने ऐकली आहेत त्यांचा तो कदाचित निषेध करील, म्हणून जे उरलेले आहेत त्यांच्यासाठी आपली प्रार्थना उंच कर.
ହୋଇପାରେ, ଜୀବିତ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କୁ ଧିକ୍କାର କରିବା ପାଇଁ ଆପଣା ପ୍ରଭୁ ଅଶୂରୀୟ ରାଜା ଦ୍ୱାରା ପ୍ରେରିତ ରବ୍‍ଶାକିର ସମସ୍ତ କଥା ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱର ଶୁଣିବେ, ପୁଣି ସଦାପ୍ରଭୁ ତୁମ୍ଭ ପରମେଶ୍ୱର ଯେଉଁ କଥା ଶୁଣିଅଛନ୍ତି, ତହିଁ ଲାଗି ଅନୁଯୋଗ କରିବେ; ଏହେତୁ ଯେଉଁ ଅବଶିଷ୍ଟାଂଶ ଅଛନ୍ତି, ସେମାନଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ତୁମ୍ଭେ ପ୍ରାର୍ଥନା କର।’”
5 तेव्हा हिज्कीया राजाचे सेवक यशयाकडे आले.
ଏହିରୂପେ ହିଜକୀୟ ରାଜାର ଦାସମାନେ ଯିଶାଇୟଙ୍କ ନିକଟରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲେ।
6 आणि यशया त्यांना म्हणाला, तुझ्या धन्याला सांग; परमेश्वर म्हणतो, अश्शूरी राजाच्या सेवकांनी ज्या शब्दांनी माझा अपमान केला आहे, ते शब्द तू ऐकले आहेस, त्याने तू घाबरून जाऊ नको.
ତହିଁରେ ଯିଶାଇୟ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ପ୍ରଭୁଙ୍କୁ ଏହିପରି କହିବ, ‘ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ଅଶୂରୀୟ ରାଜାର ଦାସମାନେ ଆମ୍ଭଙ୍କୁ ନିନ୍ଦା କରିବାର ଯେଉଁ କଥା ତୁମ୍ଭେ ଶୁଣିଅଛ, ତହିଁରେ ଭୀତ ହୁଅ ନାହିଁ।
7 पाहा, मी एक आत्मा त्याच्यात घालीन आणि तो काही बातमी ऐकून आपल्या देशात परत जाईल, तो आपल्याच देशात तलवारीने पडेल, असे मी करीन.
ଦେଖ, ଆମ୍ଭେ ତାହା ମଧ୍ୟରେ ଏକ ଆତ୍ମା ଦେବା, ପୁଣି ସେ କୌଣସି ଜନରବ ଶୁଣି ଆପଣା ଦେଶକୁ ଫେରିଯିବ; ଆଉ, ଆମ୍ଭେ ତାହାର ନିଜ ଦେଶରେ ଖଡ୍ଗ ଦ୍ୱାରା ତାହାକୁ ନିପାତ କରିବା।’”
8 मग रब-शाके माघारी आला आणि त्यास अश्शूराचा राजा लिब्नाविरूद्ध लढाई करताना सापडला, कारण त्याने राजा लाखीशाहून गेला आहे, हे त्याने ऐकले.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଅଶୂରୀୟ ରାଜା ଲାଖୀଶ୍‍ଠାରୁ ପ୍ରସ୍ଥାନ କରିଅଛି ବୋଲି ରବ୍‍ଶାକି ଶୁଣି ଫେରିଗଲା ଓ ତାହାକୁ ଲିବ୍‍ନା ବିରୁଦ୍ଧରେ ଯୁଦ୍ଧ କରୁଥିବାର ଦେଖିଲା।
9 मग सन्हेरीबाने ऐकले की, कूशाचा व मिसराचा राजा तिऱ्हाका आपणाशी लढावयास गेला आहे, असे बोलताना कोणी ऐकले, ते ऐकून त्याने हिज्कीयाकडे पुन्हा निरोप घेऊन जासूद पाठवले की,
ପୁଣି, ଅଶୂରୀୟ ରାଜା କୂଶଦେଶୀୟ ତିର୍ହକ ରାଜା ବିଷୟରେ ଏହି କଥା ଶୁଣିଲା ଯେ, ସେ ତୁମ୍ଭ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଯୁଦ୍ଧ କରିବାକୁ ଆସିଅଛି; ଏହା ଶୁଣି ସେ ହିଜକୀୟ ନିକଟକୁ ଦୂତଗଣ ପଠାଇ କହିଲା,
10 १० यहूदाचा राजा हिज्कीया, याला सांगा, तू ज्या देवावर भरवसा ठेवतोस तो यरूशलेम अश्शूराच्या राजाच्या हाती दिले जाणार नाही, असे म्हणून तुला न फसवो.
“ତୁମ୍ଭେମାନେ ଯିହୁଦାର ରାଜା ହିଜକୀୟକୁ ଏହି କଥା କହିବ, ‘ଯିରୂଶାଲମ ଅଶୂରୀୟ ରାଜାର ହସ୍ତଗତ ହେବ ନାହିଁ, ଏହି କଥା କହି ତୁମ୍ଭର ବିଶ୍ୱାସଭୂମି ପରମେଶ୍ୱର ତୁମ୍ଭକୁ ନ ଭୁଲାଉନ୍ତୁ।
11 ११ पाहा, तू ऐकले आहेस अश्शूराच्या राजांने त्यांच्या सर्व देशांचा पूर्णपणे कसा नाश केला आहे, तर तू सुटशील काय?
ଦେଖ, ଅଶୂରୀୟ ରାଜାମାନେ ନିଃଶେଷ ରୂପେ ବିନାଶ କରିବା ଦ୍ୱାରା ସମୁଦାୟ ଦେଶ ପ୍ରତି ଯାହା କରିଅଛନ୍ତି, ତାହା ତୁମ୍ଭେ ଶୁଣିଅଛ; ଆଉ, ତୁମ୍ଭେ କʼଣ ଉଦ୍ଧାର ପାଇବ?
12 १२ गोजान, हारान, रेसफ व तलस्सारातले एदेनाचे लोक या ज्या राष्ट्रांचा माझ्या वाडवडीलांनी नाश केला त्यांच्या देवांनी त्यांना वाचवले का?
ମୋʼ ପିତୃଲୋକମାନେ ଯେଉଁ ଗୋଶନ, ହାରଣ, ରେତ୍ସଫ ଦେଶୀୟମାନଙ୍କୁ ଓ ତଳଃସର ନିବାସୀ ଏଦନ ସନ୍ତାନମାନଙ୍କୁ ବିନାଶ କଲେ, ସେମାନଙ୍କର ଦେବତାମାନେ କʼଣ ସେମାନଙ୍କୁ ଉଦ୍ଧାର କଲେ?
13 १३ हमाथाचा राजा आणि अर्पदचा राजा सफरवाईम नगराचा राजा, हेनाचा व इव्वाचा राजा हे कोठे आहेत?
ହମାତର ରାଜା, ଅର୍ପଦର ରାଜା, ସଫର୍ବୟିମ ନଗରର, ହେନାର ଓ ଅବ୍ବାର ରାଜା କାହାନ୍ତି?’”
14 १४ हिज्कीयाने जासूदाकडून हे पत्र स्विकारुन त्याने ते वाचले, नंतर तो परमेश्वराच्या मंदिरात गेला आणि त्याने ते परमेश्वरापुढे पसरले.
ତହିଁରେ ହିଜକୀୟ ଦୂତଗଣର ହସ୍ତରୁ ପତ୍ର ଗ୍ରହଣ କରି ତାହା ପାଠ କଲା; ଆଉ, ହିଜକୀୟ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଗୃହକୁ ଯାଇ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ସମ୍ମୁଖରେ ତାହା ମେଲାଇଲା।
15 १५ हिज्कीयाने परमेश्वराकडे प्रार्थना केली
ଆଉ, ହିଜକୀୟ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ନିକଟରେ ପ୍ରାର୍ଥନା କରି କହିଲା,
16 १६ हे सैन्यांच्या परमेश्वरा, इस्राएलाच्या देवा, जो तू करुबावर बसतो, तो तूच मात्र सर्व राज्यांचा देव आहेस, तूच स्वर्ग आणि पृथ्वी निर्माण केलीस.
“ହେ କିରୂବଗଣ ଉପରେ ଉପବିଷ୍ଟ ସୈନ୍ୟାଧିପତି ସଦାପ୍ରଭୋ, ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର, ତୁମ୍ଭେ, କେବଳ ତୁମ୍ଭେ ପୃଥିବୀସ୍ଥ ସମୁଦାୟ ରାଜ୍ୟର ପରମେଶ୍ୱର ଅଟ; ତୁମ୍ଭେ ସ୍ୱର୍ଗ ଓ ପୃଥିବୀ ନିର୍ମାଣ କରିଅଛ।
17 १७ हे परमेश्वरा, कान लाव व ऐक! हे परमेश्वरा तुझे डोळे उघड आणि पाहा, आणि सन्हेरीबाचे शब्द ऐक, जी त्याने जिवंत देवाची निंदा करण्यासाठी पाठवली आहेत.
ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଆପଣା କର୍ଣ୍ଣ ଡେରି ଶୁଣ; ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଆପଣା ଚକ୍ଷୁ ଫିଟାଇ ଦେଖ; ପୁଣି, ଜୀବିତ ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କୁ ଧିକ୍କାର କରିବା ପାଇଁ ସନ୍‍‌‌ହେରୀବ ଯାହା କହି ପଠାଇଅଛି, ତାହାର ସେହି ସବୁ କଥା ଶୁଣ।
18 १८ हे सत्य आहे, परमेश्वरा, अश्शूरच्या राजाने सर्व राष्ट्राचा व त्यांच्या भूमीचा नाश केला आहे.
ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଅଶୂରୀୟ ରାଜାମାନେ ସର୍ବଦେଶୀୟ ଲୋକମାନଙ୍କୁ, ସେମାନଙ୍କର ଦେଶକୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ କରିଅଛନ୍ତି
19 १९ त्यांनी त्यांचे देव अग्नीत टाकले, कारण ते देव नव्हते परंतु मनुष्यांच्या हाताचे काम होते, फक्त लाकूड व दगड होते, म्हणून अश्शूऱ्यांनी त्यांना नष्ट केले.
ଓ ସେମାନଙ୍କର ଦେବତାଗଣକୁ ଅଗ୍ନିରେ ନିକ୍ଷେପ କରିଅଛନ୍ତି, ଏହା ସତ୍ୟ; କାରଣ ସେମାନେ ପରମେଶ୍ୱର ନୁହନ୍ତି, ମନୁଷ୍ୟର ହସ୍ତକୃତ କର୍ମ, କାଷ୍ଠ ଓ ପ୍ରସ୍ତର ମାତ୍ର; ଏହେତୁ ସେମାନେ ସେମାନଙ୍କୁ ବିନାଶ କରିଅଛନ୍ତି।
20 २० तर आता, हे परमेश्वरा, आमच्या देवा, आम्हास त्यांच्या हातातून सोडीव, म्हणजे तूच मात्र परमेश्वर आहेस हे पृथ्वीतल्या सर्व राजांनी जाणावे.
ଏଣୁ ଏବେ, ହେ ସଦାପ୍ରଭୋ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର, ତାହାର ହସ୍ତରୁ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କୁ ଉଦ୍ଧାର କର, ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭେ, କେବଳ ତୁମ୍ଭେ ଯେ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଟ, ଏହା ପୃଥିବୀସ୍ଥ ସମୁଦାୟ ରାଜ୍ୟ ଜାଣିବେ।”
21 २१ नंतर आमोजाचा मुलगा यशया याने हिज्कीयाला निरोप पाठवून म्हणाला, “इस्राएलाचा देव परमेश्वर म्हणतो, ‘कारण अश्शूराचा राजा सन्हेरीब याच्याबद्दल तू माझी प्रार्थना केली.
ଏଉତ୍ତାରେ ଆମୋସଙ୍କ ପୁତ୍ର ଯିଶାଇୟ ହିଜକୀୟ ନିକଟକୁ କହି ପଠାଇଲେ, “ସଦାପ୍ରଭୁ ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର ଏହି କଥା କହନ୍ତି, ତୁମ୍ଭେ ଅଶୂରର ରାଜା ସନ୍‍‌‌ହେରୀବ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଆମ୍ଭ ନିକଟରେ ପ୍ରାର୍ଥନା କରିବାରୁ,
22 २२ त्याच्याबद्दल परमेश्वर हे शब्द बोलला आहे. सियोनेची कुमारी तुला तुच्छ मानून तिरस्काराने तुला हसते, यरूशलेमेची कन्या, तुला डोके हलवून दाखवते.
ସଦାପ୍ରଭୁ ତାହା ବିଷୟରେ ଏହି କଥା କହିଅଛନ୍ତି; ସିୟୋନର ଅନୂଢ଼ା କନ୍ୟା ତୁମ୍ଭକୁ ତୁଚ୍ଛ କରିଅଛି ଓ ତୁମ୍ଭକୁ ପରିହାସ କରିଅଛି; ଯିରୂଶାଲମର କନ୍ୟା ତୁମ୍ଭଆଡ଼େ ମୁଣ୍ଡ ହଲାଇଅଛି।
23 २३ तू कोणाची निंदा आणि अपमान केलास? आणि कोणाविरूद्ध आवाज उंच केलास आणि आपले डोळे गर्वाने उंचावले? इस्राएलाच्या पवित्र प्रभूच्या विरुध्द.
ତୁମ୍ଭେ କାହାକୁ ଧିକ୍କାର ଓ ନିନ୍ଦା କରିଅଛ? ଓ ତୁମ୍ଭେ କାହା ବିରୁଦ୍ଧରେ ଆପଣା ରବ ଉଚ୍ଚ କରିଅଛ ଓ ଆପଣା ଚକ୍ଷୁ ଊର୍ଦ୍ଧ୍ୱକୁ ଉଠାଇଅଛ? ଇସ୍ରାଏଲର ଧର୍ମସ୍ୱରୂପଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ତ।
24 २४ तू आपल्या सेवकांकडून प्रभूची अवज्ञा करून म्हटले, मी आपल्या पुष्कळशा रथाबरोबर मी पर्वताच्या उंचावर, लबानोनाच्या अगदी आतल्या भागावर चढून आलो आहे, त्याचे उंच गंधसरू, व त्याचे निवडक देवदारू मी तोडीन आणि मी त्याच्या अगदी दूरच्या उंचीवर त्याच्या फळझाडांच्या जंगलात प्रवेश करीत आलो
ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଦାସଗଣ ଦ୍ୱାରା ପ୍ରଭୁଙ୍କୁ ଧିକ୍କାର କରିଅଛ ଓ କହିଅଛ, ଆମ୍ଭେ ଆପଣା ଅପାର ରଥରେ ପର୍ବତଗଣର ଊର୍ଦ୍ଧ୍ୱକୁ ଲିବାନୋନର ଅଭ୍ୟନ୍ତରକୁ ଆସିଅଛୁ: ଆଉ, ଆମ୍ଭେ ତହିଁର ଉଚ୍ଚ ଏରସ ବୃକ୍ଷ ଓ ତହିଁର ଉତ୍କୃଷ୍ଟ ଦେବଦାରୁ ବୃକ୍ଷସବୁ କାଟି ପକାଇବା; ପୁଣି, ଆମ୍ଭେ ତାହାର ଦୂରବର୍ତ୍ତୀ ଉଚ୍ଚସ୍ଥାନରେ ଓ ତାହାର ଫଳପୂର୍ଣ୍ଣ କ୍ଷେତ୍ରରୂପ ଅରଣ୍ୟରେ ପ୍ରବେଶ କରିବା।
25 २५ मी विहिरी खणल्या व विदेशी पाणी प्यालो; मी आपल्या पायाच्या तळव्यांनी मिसरच्या सर्व नद्या सुकवून टाकीन.
ଆମ୍ଭେ ଖୋଳି ଜଳ ପାନ କରିଅଛୁ, ଆଉ ଆମ୍ଭେ ଆପଣା ପଦତଳରେ ମିସରର ନଦୀସବୁ ଶୁଷ୍କ କରିବା।
26 २६ मी हे मागच्या काळात कसे केले आणि प्राचीन दिवसात हे कसे योजिल्याप्रमाणे केले, हे तू ऐकले नाही काय? आता हे मी घडवून आणले आहे. तू अजिंक्य नगरे घटवून त्यांचे नासाडीचे ढीग करण्यास येथे आहे.
କିପରି ଆମ୍ଭେ ଦୀର୍ଘକାଳରୁ ଏହା ନିରୂପଣ କରିଅଛୁ ଓ ପୂର୍ବକାଳରୁ ଏହା ସ୍ଥିର କରିଅଛୁ, ଏହା କʼଣ ତୁମ୍ଭେ ଶୁଣି ନାହଁ? ତୁମ୍ଭେ ଯେ ପ୍ରାଚୀର-ବେଷ୍ଟିତ ନଗରମାନ ବିନାଶ କରି ସେହି ସବୁକୁ ଢିପି କରିବ, ଏହା ଏବେ ଆମ୍ଭେ ସଫଳ କରିଅଛୁ।
27 २७ त्यामध्ये राहणारे, अल्प शक्तीचे होते, ते मोडून गेले व फजीत झाले. ते शेतात लावलेल्या रोपासारखे, हिरवे गवत, छतावरचे किंवा शेतातले गवत, वाढ होण्यापूर्वी पूर्वेच्या वाऱ्यापुढे करपले आहे.
ଏହେତୁ ତନ୍ନିବାସୀମାନେ ଅଳ୍ପ ଶକ୍ତିବିଶିଷ୍ଟ ହେଲେ, ସେମାନେ ହତାଶ ଓ ଉଦ୍‍ବିଗ୍ନ ହେଲେ; ସେମାନେ କ୍ଷେତ୍ରର ଘାସ ଓ ନବୀନ ତୃଣ, ଗୃହଛାତର ଉପରିସ୍ଥ ଘାସ ଓ ଅପକ୍ୱ ଶସ୍ୟକ୍ଷେତ୍ର ତୁଲ୍ୟ ହେଲେ।
28 २८ पण तुझे बसणे, बाहेर जाणे, आत येणे आणि माझ्याविरूद्धचा तुझा क्रोध मला ठाऊक आहे.
ତୁମ୍ଭର ବସିବାର, ବାହାରେ ଯିବାର, ଭିତରେ ଆସିବାର ଓ ଆମ୍ଭ ବିରୁଦ୍ଧରେ କ୍ରୋଧ କରିବାର ଆମ୍ଭେ ଜାଣୁ।
29 २९ कारण माझ्याविरूद्धच्या तुझ्या क्रोधामुळे आणि व तुझा उद्धटपणा माझ्या कानी पोहचला आहे, मी आपले वेसण तुझ्या नाकात व आपला लगाम तुझ्या तोंडात घालीन; तू ज्या मार्गाने आलास त्यानेच मी तुला मागे फिरवीन.
ତୁମ୍ଭେ ଆମ୍ଭ ବିରୁଦ୍ଧରେ କ୍ରୋଧ କରିଅଛ ଓ ତୁମ୍ଭର ଦର୍ପ କଥା ଆମ୍ଭ କର୍ଣ୍ଣରେ ଉପସ୍ଥିତ ହୋଇଅଛି, ଏଥିପାଇଁ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭ ନାସିକାରେ ଆପଣା ଅଙ୍କୁଶ ଓ ତୁମ୍ଭ ଓଷ୍ଠରେ ଆପଣା ଲଗାମ ଦେବା, ପୁଣି ତୁମ୍ଭେ ଯେଉଁ ବାଟରେ ଆସିଲ, ସେହି ବାଟରେ ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ଫେରାଇ ଦେବା।
30 ३० तुझ्यासाठी हे चिन्ह होईलः या वर्षी तुम्ही जे काही आपोआप उगवेल ते खाल आणि दुसऱ्या वर्षी जे त्यातून उगवेल ते खाल, परंतु तिसऱ्या वर्षी तुम्ही पेरणी करा व कापा, द्राक्षमळे लावा आणि त्याचे फळ खा.
ଏଣୁ (ହେ ହିଜକୀୟ, ) ତୁମ୍ଭ ପ୍ରତି ଏହି ଚିହ୍ନ ହେବ; ତୁମ୍ଭେମାନେ ଏହି ବର୍ଷ ସ୍ୱୟଂ ଉତ୍ପନ୍ନ ଶସ୍ୟ ଓ ଦ୍ୱିତୀୟ ବର୍ଷ ତହିଁରୁ ଅଙ୍କୁରିତ ଶସ୍ୟ ଭୋଜନ କରିବ; ପୁଣି, ତୃତୀୟ ବର୍ଷ ବୀଜ ବୁଣି ଶସ୍ୟ କାଟିବ ଓ ଦ୍ରାକ୍ଷାକ୍ଷେତ୍ର କରି ତହିଁର ଫଳ ଭୋଗ କରିବ।
31 ३१ यहूदाच्या घराण्यातील वाचलेले अवशिष्ट पुन्हा मूळ धरतील आणि फळ धारण करतील.
ପୁଣି, ଯିହୁଦା ବଂଶର ରକ୍ଷାପ୍ରାପ୍ତ ଅବଶିଷ୍ଟ ଲୋକମାନେ ପୁନର୍ବାର ତଳକୁ ଚେର ମାଡ଼ିବେ ଓ ଉପରେ ଫଳ ଫଳିବେ।
32 ३२ कारण यरूशलेमेमधून अवशेष बाहेर येतील; सियोनाच्या डोंगरावरून वाचलेले येतील, सेनाधीश परमेश्वराचा आवेश हे करील.
କାରଣ ଯିରୂଶାଲମରୁ ଏକ ଅବଶିଷ୍ଟାଂଶ ଲୋକେ ଓ ରକ୍ଷାପ୍ରାପ୍ତ ଲୋକେ ସିୟୋନ ପର୍ବତରୁ ବାହାରିବେ; ସୈନ୍ୟାଧିପତି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ଉଦ୍‍ଯୋଗ ଏହା ସିଦ୍ଧ କରିବ।
33 ३३ म्हणून अश्शूरच्या राजाविषयी परमेश्वर हे म्हणतोः तो या नगरात येणार नाही, किंवा येथे एकही बाण मारणार नाही, तो या समोर ढालीसह येणार नाही किंवा याविरूद्ध वेढा रचून थैमान घालणार नाही.
ଏହେତୁ ସଦାପ୍ରଭୁ ଅଶୂରୀୟ ରାଜା ବିଷୟରେ ଏହି କଥା କହନ୍ତି, ସେ ଏହି ନଗରକୁ ଆସିବ ନାହିଁ, ଅବା ସେଠାରେ ତୀର ମାରିବ ନାହିଁ, କିଅବା ତହିଁ ସମ୍ମୁଖକୁ ଢାଲ ଧରି ଆସିବ ନାହିଁ, ଅଥବା ତହିଁ ବିରୁଦ୍ଧରେ ବନ୍ଧ ବାନ୍ଧିବ ନାହିଁ।
34 ३४ तो ज्या मार्गाने आला त्याच मार्गाने निघून जाईल; तो या नगरात प्रवेश करणार नाही, ही परमेश्वराची घोषणा आहे.
ସଦାପ୍ରଭୁ କହନ୍ତି, ସେ ଯେଉଁ ବାଟରେ ଆସିଲା, ସେହି ବାଟରେ ଫେରିଯିବ ଓ ସେ ଏହି ନଗରକୁ ଆସିବ ନାହିଁ।
35 ३५ कारण मी आपल्यासाठी व माझा सेवक दावीद याच्यासाठी या नगराचे रक्षण करीन.
କାରଣ ଆମ୍ଭେ ଆପଣା ସକାଶୁ ଓ ଆମ୍ଭ ଦାସ ଦାଉଦ ସକାଶୁ ଏହି ନଗରକୁ ରକ୍ଷା କରିବା ପାଇଁ ସପକ୍ଷ ହେବା।”
36 ३६ मग परमेश्वराच्या देवदूताने जाऊन अश्शूराच्या तळावरील एक लक्ष पंचाऐंशी हजार सैनिकांना ठार मारले, जेव्हा पहाटेस माणसे उठली, तेव्हा सर्वत्र प्रेते पडलेली होती.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦୂତ ବାହାରି ଅଶୂରୀୟମାନଙ୍କ ଛାଉଣିରେ ଏକ ଲକ୍ଷ ପଞ୍ଚାଅଶୀ ସହସ୍ର ଲୋକ ସଂହାର କଲେ; ପୁଣି, ଲୋକମାନେ ଅତି ପ୍ରଭାତରେ ଉଠନ୍ତେ, ଦେଖ, ସମସ୍ତେ ମୃତ ଶବ।
37 ३७ मग अश्शूरचा राजा सन्हेरीबाने इस्राएल सोडले व घरी गेला व आणि निनवेत जाऊन राहिला.
ତହିଁରେ ଅଶୂରର ରାଜା ସନ୍‍‌‌ହେରୀବ ପ୍ରସ୍ଥାନ କଲା ଓ ଫେରିଯାଇ ନୀନିବୀରେ ବାସ କଲା।
38 ३८ तेव्हा असे झाले की, तो आपला देव निस्रोख याच्या घरात पूजा करीत असताना, त्याची मुले अद्रम्मेलेक व शरेसर यांनी त्यास तलवारीने ठार मारले, मग ते अरारात देशात पळून गेले, नंतर त्याचा मुलगा एसरहद्दोन त्याच्या जागी राज्य करू लागला.
ଏଉତ୍ତାରେ ସେ ଆପଣାର ନିଷ୍ରୋକ ନାମକ ଦେବତାର ଗୃହରେ ପୂଜା କରିବା ବେଳେ ଅଦ୍ରମ୍ମେଲକ୍‍ ଓ ଶରେତ୍ସର ନାମକ ତାହାର ଦୁଇ ପୁତ୍ର ତାହାକୁ ଖଡ୍ଗରେ ବଧ କଲେ। ତହୁଁ ସେମାନେ ଆରାରାଟ୍‍ ଦେଶକୁ ପଳାୟନ କଲେ। ପୁଣି, ତାହାର ପୁତ୍ର ଏସର୍‍ହଦ୍ଦୋନ୍‍ ତାହାର ପଦରେ ରାଜ୍ୟ କଲା।

< यशया 37 >