< यहेज्केल 40 >
1 १ आमच्या बाबेलच्या बंदिवासाच्या पंचविसाव्या वर्षात, वर्षाच्या आरंभी, महिन्याच्या दहाव्या दिवशी, यरूशलेम नगर काबीज झाल्यानंतर साधारण चौदाव्या वर्षी, परमेश्वराचा हात माझ्यावर होता आणि त्याने मला तेथे नेले.
ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିର୍ବାସନର ପଚିଶ ବର୍ଷରେ, ବର୍ଷର ଆରମ୍ଭରେ ମାସର ଦଶମ ଦିନରେ, ଅର୍ଥାତ୍, ନଗର ନିପାତିତ ହେଲା ଉତ୍ତାରେ ଚତୁର୍ଦ୍ଦଶ ବର୍ଷର ଉକ୍ତ ଦିବସରେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ହସ୍ତ ମୋʼ ଉପରେ ଅଧିଷ୍ଠିତ ଥିଲା ଓ ସେ ମୋତେ ସେହି ସ୍ଥାନରେ ଉପସ୍ଥିତ କରାଇଲେ।
2 २ दृष्टांतात देवाने मला इस्राएल देशात नेले. मला त्याने खूप उंच पर्वताजवळ ठेवले. त्यावर दक्षिणेकडे नगराची इमारतीसारखे काही होते.
ଈଶ୍ୱରୀୟ ଦର୍ଶନରେ ସେ ମୋତେ ଇସ୍ରାଏଲ ଦେଶକୁ ଆଣି ଅତି ଉଚ୍ଚ ଏକ ପର୍ବତରେ ବସାଇଲେ, ତହିଁ ଉପରେ, ଦକ୍ଷିଣ ଦିଗରେ ଗୋଟିଏ ନଗର ତୁଲ୍ୟ ଆକୃତି ଥିଲା।
3 ३ मग त्याने मला तेथे आणले. पाहा तेथे पितळेच्या रूपासारखा असा एक मनुष्य होता. त्याच्या हातात मोजमापाची सुती पट्टी व मापण्याची काठी होती. व तो वेशीजवळ उभा होता.
ସେ ମୋତେ ସେହି ସ୍ଥାନକୁ ନେଇଗଲେ, ଆଉ ଦେଖ, ସେଠାରେ ଏକ ପୁରୁଷ ଥିଲେ, ପିତ୍ତଳର ଆଭା ତୁଲ୍ୟ ତାଙ୍କର ଆଭା, ତାଙ୍କ ହସ୍ତରେ ଛଣପଟର ଏକ ରଜ୍ଜୁ ଓ ପରିମାପକ ଏକ ନଳ ଥିଲା ଓ ସେ ଦ୍ୱାରରେ ଠିଆ ହୋଇଥିଲେ।
4 ४ तो मनुष्य मला म्हणाला, “मानवाच्या मुला, तू आपल्या डोळ्यांनी पाहा व कानांनी ऐक. आणि मी तुला जे काही दाखवितो त्या सर्वाकडे आपले चित्त लाव, कारण मी ते तुला दाखवावे म्हणून तुला इकडे आणले आहे; जे काही तू पाहतोस ते इस्राएलाच्या घराण्याला प्रगट कर.”
ଏଥିରେ ସେ ପୁରୁଷ ମୋତେ କହିଲେ, “ହେ ମନୁଷ୍ୟ-ସନ୍ତାନ, ଆମ୍ଭେ ତୁମ୍ଭକୁ ଯାହା ଯାହା ଦେଖାଇବା, ସେହି ସବୁ ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ଚକ୍ଷୁରେ ଦେଖ ଓ ଆପଣା କର୍ଣ୍ଣରେ ଶୁଣ ଓ ତହିଁରେ ମନୋନିବେଶ କର; କାରଣ ଆମ୍ଭେ ଯେପରି ସେହି ସବୁ ତୁମ୍ଭକୁ ଦେଖାଉ, ଏ ଅଭିପ୍ରାୟରେ ତୁମ୍ଭେ ଏଠାକୁ ଆନୀତ ହୋଇଅଛ; ତୁମ୍ଭେ ଯାହା ଯାହା ଦେଖିବ, ତାହାସବୁ ଇସ୍ରାଏଲ ବଂଶକୁ ଜ୍ଞାତ କରାଅ।”
5 ५ मंदिरच्या सभोवतीची भिंत मी पाहिली. त्या मनुष्याच्या हातात मोजपट्टी होती. ती सहा हात लांब होती. हे माप एक हात व चार अंगुले होते. मग त्याने त्या भिंतीची जाडी मोजली. ती एक काठी भरली. मग त्या मनुष्याने भिंतीची उंची मोजली. ती एक काठी भरली.
ଆଉ ଦେଖ, ଗୃହର ବାହାରେ ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗରେ ଏକ ପ୍ରାଚୀର ଥିଲା ଓ ସେହି ପୁରୁଷଙ୍କ ହସ୍ତରେ ଏକ ପରିମାପକ ଦଣ୍ଡ ଥିଲା, ତାହା ଛଅ ହାତ ଦୀର୍ଘ, ପ୍ରତ୍ୟେକ ହାତ ଏକ ହାତ ଚାରି ଅଙ୍ଗୁଳି ପରିମିତ; ତହିଁରେ ସେ ଗୃହର ସ୍ଥୂଳତା ଏକ ହାତ ଓ ଉଚ୍ଚତା ଏକ ହାତ ମାପିଲେ।
6 ६ मग तो मनुष्य पूर्वेच्या दाराजवळ गेला. तो पायऱ्या चढला व त्याने दाराचा उंबरठा मोजला. तो एक काठी रुंद होता. दुसरा उंबरठाही तेवढाच रुंद होता.
ଏଉତ୍ତାରେ ସେ ପୂର୍ବାଭିମୁଖ ଦ୍ୱାରକୁ ଆସି ତହିଁର ପାବଚ୍ଛ ଦେଇ ଉପରକୁ ଉଠିଲେ; ଆଉ, ଦ୍ୱାରର ସମ୍ମୁଖ ସ୍ଥାନର ପ୍ରସ୍ଥ ଏକ ହାତ ଓ ଅନ୍ୟ ସମ୍ମୁଖ ସ୍ଥାନର ପ୍ରସ୍ଥ ଏକ ହାତ ମାପିଲେ।
7 ७ चौकीदाराची खोली एक काठी लांब व रुंदी एक काठी होती. आणि दोन खोल्यांच्या मधील अंतर पाच हात होते. मंदिरासमोरच्या द्वाराच्या द्वारमंडपाजवळील दाराचा उंबरठा एक काठी होता.
ପୁଣି, ପ୍ରତ୍ୟେକ କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରି ଏକ ହାତ ଦୀର୍ଘ ଓ ଏକ ହାତ ପ୍ରସ୍ଥ ଥିଲା; ଆଉ, ପ୍ରତ୍ୟେକ କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରିର ମଧ୍ୟରେ ପାଞ୍ଚ ପାଞ୍ଚ ହାତ ଛଡ଼ା ଥିଲା ଓ ଗୃହାଭିମୁଖ ଦ୍ୱାରର ବାରଣ୍ଡା ନିକଟସ୍ଥ ଦ୍ୱାରର ସମ୍ମୁଖ ସ୍ଥାନ ଏକ ହାତ ଥିଲା।
8 ८ मग त्याने मंदिरासमोरच्या द्वाराचा द्वारमंडप एक काठी मोजला.
ଗୃହାଭିମୁଖ ଦ୍ୱାରର ବାରଣ୍ଡା ମଧ୍ୟ ସେ ଏକ ହାତ ମାପିଲେ।
9 ९ मग त्याने द्वारमंडपाचे माप घेतले ते आठ हात लांब भरले. आणि दोन खांब दोन हात मापले, आणि द्वाराचा द्वारमंडप मंदिरासमोर होता.
ତହୁଁ ସେ ଦ୍ୱାରର ବାରଣ୍ଡା ଆଠ ହାତ ମାପିଲେ ଓ ତହିଁର ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳ ଦୁଇ ହାତ ଥିଲା; ପୁଣି, ଦ୍ୱାରର ବାରଣ୍ଡା ଗୃହ ପ୍ରତି ଥିଲା।
10 १० पूर्वेकडील द्वाराच्या या बाजूला व त्या बाजूला तीन तीन चौक्या होत्या. त्या तिन्हीचे माप सारखेच असून दोन्ही बाजूचे खांबही एकाच मापाचे होते.
ଆଉ, ପୂର୍ବାଭିମୁଖ ଦ୍ୱାରର କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରି ଏପାଖରେ ତିନି ଓ ସେପାଖରେ ତିନି ଥିଲା; ସେ ତିନିର ମାପ ଏକ ସମାନ ଥିଲା; ଆଉ, ଏପାଖ ଓ ସେପାଖ ସ୍ତମ୍ଭସବୁର ଏକ ସମାନ ମାପ ଥିଲା।
11 ११ त्या मनुष्याने द्वाराच्या प्रवेशमार्गाची रुंदी दहा हात आणि द्वाराची लांबी तेरा हात होती.
ପୁଣି, ସେ ଦ୍ୱାରର ପ୍ରବେଶ ସ୍ଥାନର ପ୍ରସ୍ଥ ଦଶ ହାତ ଓ ଦ୍ୱାରର ଦୀର୍ଘତା ତେର ହାତ ମାପିଲେ,
12 १२ त्या चौकांच्या पुढची जागा एका बाजूला एक हात व दुसऱ्या बाजूला एक हात होती. त्या चौक्या दोन्ही बाजूंना सहा सहा हात अशी होती.
ଆଉ କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରିସକଳର ସମ୍ମୁଖରେ, ଏପାଖରେ ଏକ ହାତ, ସେପାଖରେ ଏକ ହାତ ଧାର ଥିଲା ଓ ପ୍ରତ୍ୟେକ କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରି ଏକ ପାଖରେ ଛଅ ହାତ, ଅନ୍ୟ ପାଖରେ ଛଅ ହାତ ଥିଲା।
13 १३ त्याने एका चौकीच्या छावणीपासून दुसरीच्या छावणीपर्यंतचे दाराचे मोजमाप केले ते दाराला दार धरून पंचवीस हात रुंदी भरली.
ପୁଣି, ସେ ଏକ କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରିର ଛାତଠାରୁ ଅନ୍ୟ କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରିର ଛାତ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଦ୍ୱାରର ପ୍ରସ୍ଥ ପଚିଶ ହାତ ମାପିଲେ; ଦ୍ୱାର ସମ୍ମୁଖରେ ଦ୍ୱାର ଥିଲା।
14 १४ त्याने साठ हात खांब केले. अंगण खांबापर्यंत द्वाराभोवती होते
ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳ ମଧ୍ୟ ସେ ଷାଠିଏ ହାତ ମାପିଲେ; ପୁଣି, ପ୍ରାଙ୍ଗଣ ଉପସ୍ତମ୍ଭ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଗଲା, ଚାରିଆଡ଼େ ଦ୍ୱାର ଥିଲା।
15 १५ प्रवेशद्वारापासून आतील द्वाराच्या द्वारमंडपाच्या मुखापर्यंत पन्नास हात होते.
ପୁଣି, ପ୍ରବେଶାର୍ଥକ ଦ୍ୱାରର ଅଗ୍ରଭାଗରୁ ଅନ୍ତରସ୍ଥ ବାରଣ୍ଡାର ଅଗ୍ରଭାଗ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ପଚାଶ ହାତ ଥିଲା।
16 १६ त्या चौक्यांना बाजूच्या भिंती आणि द्वारमंडप ह्यांच्यावर लहान अरुंद खिडक्या होत्या. खिडक्यांचा रुंद भाग प्रवेशद्वाराकडे होता. प्रवेशद्वाराच्या दोन्ही बाजूच्या भिंतींवर खजुराची झाडे कोरलेली होती.
ପୁଣି, ଦ୍ୱାର ଭିତରେ ଚାରିଆଡ଼େ କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରି ଓ ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳର ବନ୍ଦ ଜଳାକବାଟି ଥିଲା ଓ ମଣ୍ଡପସକଳରେ ମଧ୍ୟ ତଦ୍ରୂପ ଥିଲା, ଆଉ ଜଳାକବାଟିସବୁ ଭିତରେ ଚାରିଆଡ଼େ ଥିଲା ଓ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଉପସ୍ତମ୍ଭ ଉପରେ ଖର୍ଜ୍ଜୁର ବୃକ୍ଷର ଆକୃତି ଥିଲା।
17 १७ मग त्या मनुष्याने मला मंदिराच्या बाहेरच्या अंगणात आणले. पाहा, तेथे अंगणाच्या सर्व बाजूंना खोल्या असून पदपथ केला होता. पदपथावर तीस खोल्या होत्या.
ତହୁଁ ସେ ମୋତେ ବାହାର ପ୍ରାଙ୍ଗଣକୁ ଆଣିଲେ, ଆଉ ଦେଖ, ପ୍ରାଙ୍ଗଣର ଚାରିଆଡ଼େ କେତେକ କୋଠରି ଓ ନିର୍ମିତ ଚଟାଣ ଥିଲା; ସେହି ଚଟାଣ ଉପରେ ତିରିଶ କୋଠରି ଥିଲା।
18 १८ द्वारांच्या दोन्ही बाजूस द्वाराच्या लांबी इतकाच पदपथ रुंद होता. ती खालचा पदपथ होता.
ପୁଣି, ସେହି ଚଟାଣ ଦ୍ୱାରସକଳର ପାର୍ଶ୍ୱରେ, ଦ୍ୱାରର ଦୀର୍ଘତାନୁସାରେ ଥିଲା, ଏହା ନିମ୍ନତର ଚଟାଣ।
19 १९ मग त्या मनुष्याने खालच्या द्वाराच्या मुखापासून अंगणाच्या मुखापासून बाहेरून पूर्वेला शंभर हात आणि उत्तरेला शंभर हात असे मोजले.
ତେବେ ସେ ନିମ୍ନତର ଦ୍ୱାରର ଅଗ୍ରଭାଗଠାରୁ ଭିତର ପ୍ରାଙ୍ଗଣର ଅଗ୍ରଭାଗ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ବାହାର ପ୍ରସ୍ଥ ମାପିଲେ, ପୂର୍ବ ଓ ଉତ୍ତର ଉଭୟ ଦିଗରେ ଏକ ଶହ ହାତ।
20 २० मग त्याने बाहेरच्या अंगणाचे जे द्वार उत्तरेकडे होते त्याची लांबी व रुंदीही मोजली.
ପୁଣି, ସେ ବାହାର ପ୍ରାଙ୍ଗଣର ଉତ୍ତରାଭିମୁଖ ଦ୍ୱାରର ଦୀର୍ଘତା ଓ ପ୍ରସ୍ଥ ମାପିଲେ।
21 २१ त्याच्या चौक्या या बाजूला तीन व त्या बाजूला तीन होत्या; त्यांचे खांब आणि कमानी ही पहिल्या द्वाराच्या मापाप्रमाणे होत्या; त्यांची लांबी पन्नास हात व रुंदी पंचवीस हात होती.
ଆଉ, ତହିଁର ଏକ ପାର୍ଶ୍ୱରେ ତିନି, ଅନ୍ୟ ପାର୍ଶ୍ୱରେ ତିନି କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରି ଓ ତହିଁର ଉପସ୍ତମ୍ଭ ଓ ମଣ୍ଡପସକଳର ପରିମାଣ ପ୍ରଥମ ଦ୍ୱାରର ପରିମାଣ ତୁଲ୍ୟ, ଅର୍ଥାତ୍, ତହିଁର ଦୀର୍ଘତା ପଚାଶ ହାତ ଓ ପ୍ରସ୍ଥ ପଚିଶ ହାତ ଥିଲା।
22 २२ पूर्वेकडे तोंड असलेल्या द्वाराच्या खिडक्या, व त्याच्या कमानी व त्यांची खजुरीची झाडे द्वारमंडप मापाच्या होत्या. द्वाराला सात पायऱ्या होत्या, त्याने लोक त्यामध्ये चढून जात असत व त्यांच्या कमानी त्यांच्यासमोर होत्या.
ପୁଣି, ତହିଁର ଜଳାକବାଟି, ମଣ୍ଡପ ଓ ଖର୍ଜ୍ଜୁର ବୃକ୍ଷର ଆକୃତିସକଳ ପୂର୍ବାଭିମୁଖ ଦ୍ୱାରର ପରିମାଣାନୁସାରେ ଥିଲା; ଲୋକମାନେ ସାତ ପାହାଚ ଦେଇ ତହିଁ ଉପରକୁ ଗଲେ ଓ ତହିଁର ମଣ୍ଡପ ତହିଁ ସମ୍ମୁଖରେ ଥିଲା।
23 २३ आतल्या अंगणात पूर्वेकडच्या द्वारासारखे उत्तरेकडच्या द्वारासमोर एक द्वार होते. एका द्वारासमोर उत्तरेकडच्या द्वारासमोर एक द्वार होते. एका द्वारापासून दुसऱ्या द्वारापर्यंत त्याने शंभर हात मोजले.
ଆଉ, ଉତ୍ତର ଓ ପୂର୍ବ ଦୁଇଆଡ଼େ, ଅନ୍ୟ ଦ୍ୱାରର ସମ୍ମୁଖରେ ଭିତର ପ୍ରାଙ୍ଗଣକୁ ଗୋଟିଏ ଦ୍ୱାର ଥିଲା; ପୁଣି, ସେ ଏକ ଦ୍ୱାରଠାରୁ ଅନ୍ୟ ଦ୍ୱାର ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଏକ ଶହ ହାତ ମାପିଲେ।
24 २४ मग त्या मनुष्याने मला दक्षिणेकडे नेले. तो तेथे दक्षिणेकडे एक द्वार होते. त्याने त्यांचे खांब व त्यांच्या कमानी यांच मापल्या त्या पूर्वीच्या इतक्याच भरल्या.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସେ ମୋତେ ଦକ୍ଷିଣ ଦିଗକୁ ନେଇଗଲେ, ଆଉ ଦେଖ, ଦକ୍ଷିଣ ଆଡ଼େ ଏକ ଦ୍ୱାର ଥିଲା; ଆଉ, ସେ ଉପରୋକ୍ତ ପରିମାଣାନୁସାରେ ତହିଁର ଉପସ୍ତମ୍ଭ ଓ ମଣ୍ଡପସକଳ ପରିମାଣ କଲେ।
25 २५ आणि त्यास व त्याच्या कमानीस सभोवार याच खिडक्यांसारख्या खिडक्या होत्या; लांबी पन्नास हात व रुंदी पन्नास हात होती.
ପୁଣି, ତହିଁରେ ଓ ତହିଁର ମଣ୍ଡପସକଳର ଚାରିଆଡ଼େ ପୂର୍ବୋକ୍ତ ଜଳାକବାଟି ପରି ଜଳାକବାଟି ଥିଲା; ଦୀର୍ଘତା ପଚାଶ ହାତ ଓ ପ୍ରସ୍ଥ ପଚିଶ ହାତ ଥିଲା।
26 २६ आणि त्यावर चढून जाण्यासाठी सात पायऱ्या होत्या व त्यांच्या कमानी त्यांच्यासमोर होत्या आणि त्यास त्याच्या खांबावर खजुरीची झाडे, एक या बाजूला व एक त्या बाजूला अशी होती.
ତହିଁ ଉପରକୁ ଯିବା ପାଇଁ ସାତୋଟି ପାବଚ୍ଛ ଥିଲା ଓ ତହିଁର ମଣ୍ଡପ ତହିଁ ସମ୍ମୁଖରେ ଥିଲା; ପୁଣି, ତହିଁର ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳର ଏପାଖରେ ସେପାଖରେ ଏକ ଏକ ଖର୍ଜ୍ଜୁର ବୃକ୍ଷର ଆକୃତି ଥିଲା।
27 २७ आणि आतल्या अंगणाच्या दक्षिणेला एक दार होते आणि त्याने एका द्वारापासून दुसऱ्या द्वारापर्यंत दक्षिणेकडे शंभर हात मापले.
ଆଉ, ଦକ୍ଷିଣ ଆଡ଼ ଭିତର ପ୍ରାଙ୍ଗଣକୁ ଏକ ଦ୍ୱାର ଥିଲା; ତହୁଁ ସେ ଦକ୍ଷିଣ ଆଡ଼ର ଏକ ଦ୍ୱାରଠାରୁ ଅନ୍ୟ ଦ୍ୱାର ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଏକ ଶହ ହାତ ମାପିଲେ।
28 २८ मग त्याने मला दक्षिणेकडील दारातून आतल्या अंगणात आणले, दक्षिणेकडचे दार या मापाप्रमाणे मापले.
ଏଉତ୍ତାରେ ସେ ମୋତେ ଦକ୍ଷିଣ ଦ୍ୱାର ଦେଇ ଭିତର ପ୍ରାଙ୍ଗଣକୁ ଆଣିଲେ ଓ ସେ ପୂର୍ବୋକ୍ତ ପରିମାଣାନୁସାରେ ଦକ୍ଷିଣ ଦ୍ୱାର ମାପିଲେ;
29 २९ त्याप्रमाणेच त्याने त्याच्या चौक्या, खांब व त्यावरल्या कमानी ही मापली, ती तेवढीच भरली; त्यास व सभोवतालच्या कमानींना अरुंद खिडक्या होत्या; त्यांची लांबी पन्नास हात व रुंदी पन्नास हात भरली.
ଆଉ, ତହିଁର କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରି ଓ ଉପସ୍ତମ୍ଭ ଓ ମଣ୍ଡପସକଳ ସେହି ପରିମାଣାନୁସାରେ ମାପିଲେ; ଆଉ, ତହିଁରେ ଓ ତହିଁର ମଣ୍ଡପରେ ଚାରିଆଡ଼େ ଜଳାକବାଟି ଥିଲା; ତାହା ପଚାଶ ହାତ ଦୀର୍ଘ ଓ ପଚିଶ ହାତ ପ୍ରସ୍ଥ ଥିଲା।
30 ३० त्यास सभोवार कमानी होत्या. त्या एकंदर पंचवीस हात लांब, व पाच हात रूंद होत्या.
ପୁଣି, ତହିଁର ଚାରିଆଡ଼େ ପଚିଶ ହାତ ଦୀର୍ଘ ପାଞ୍ଚ ହାତ ପ୍ରସ୍ଥ ମଣ୍ଡପ ଥିଲା।
31 ३१ त्याच्या कमानी बाहेरच्या अंगणाच्या बाजूला होत्या; त्याच्या खांबावर खजुरीची झाडे कोरली होती. त्यावर चढून जाण्यास आठ पायऱ्या होत्या.
ଆଉ, ତହିଁର ମଣ୍ଡପସକଳ ବାହାର ପ୍ରାଙ୍ଗଣର ଅଭିମୁଖରେ ଥିଲା ଓ ତହିଁର ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳର ଉପରେ ଖର୍ଜ୍ଜୁର ବୃକ୍ଷର ଆକୃତି ଥିଲା; ଆଉ, ତହିଁ ଉପରକୁ ଯିବା ପାଇଁ ଆଠଟି ପାବଚ୍ଛ ଥିଲା।
32 ३२ त्या मनुष्याने मला पूर्वेकडून आतल्या अंगणात आणून त्याने दार मोजले. ते इतर दारांच्या मापासारखेच होते.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସେ ମୋତେ ପୂର୍ବ ଦିଗର ଭିତର ପ୍ରାଙ୍ଗଣ ମଧ୍ୟକୁ ଆଣିଲେ ଓ ସେ ପୂର୍ବୋକ୍ତ ପରିମାଣ ଅନୁସାରେ ଦ୍ୱାର ମାପିଲେ।
33 ३३ त्याच्या चौक्या, खांब, व कमानी या मापाप्रमाणे त्याने मापल्या; आणि त्यास व कमानीसभोवार खिडक्या होत्या; ते पन्नास हात लांब व पंचवीस हात रुंद होते.
ଆଉ, ତହିଁର କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରି ଓ ଉପସ୍ତମ୍ଭ ଓ ମଣ୍ଡପସକଳ ସେହି ପରିମାଣାନୁସାରେ ମାପିଲେ; ପୁଣି, ତହିଁରେ ଓ ତହିଁର ମଣ୍ଡପସକଳର ଚାରିଆଡ଼େ ଜଳାକବାଟି ଥିଲା; ତାହା ଦୀର୍ଘରେ ପଚାଶ ହାତ ଓ ପ୍ରସ୍ଥରେ ପଚିଶ ହାତ।
34 ३४ त्याच्या कमानी बाहेरच्या अंगणाकडे होत्या; आणि त्याच्या खांबावर या बाजूला व त्या बाजूला खजुरीची झाडे होती आणि त्याच्या चढणीस आठ पायऱ्या होत्या.
ଆଉ, ତହିଁର ମଣ୍ଡପସକଳ ବାହାର ପ୍ରାଙ୍ଗଣର ଅଭିମୁଖରେ ଥିଲା ଓ ତହିଁର ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳର ଏପାଖେ ସେପାଖେ ଖର୍ଜ୍ଜୁର ବୃକ୍ଷର ଆକୃତି ଥିଲା; ପୁଣି, ତହିଁ ଉପରକୁ ଯିବା ପାଇଁ ଆଠଟି ପାବଚ୍ଛ ଥିଲା।
35 ३५ मग मला त्या मनुष्याने उत्तरेच्या दाराकडे आणले. त्याने ते मोजले. त्याची मापे इतर दारांप्रमाणेच होती.
ତହୁଁ ସେ ମୋତେ ଉତ୍ତର ଦ୍ୱାରକୁ ଆଣିଲେ ଓ ସେ ପୂର୍ବୋକ୍ତ ପରିମାଣାନୁସାରେ ତାହା ମାପିଲେ;
36 ३६ त्याच्या चौकीच्या खोल्या, त्याचे खांब व त्याच्या कमानी त्याने मापल्या; त्यास सभोवार खिडक्या होत्या; त्याची लांबी पन्नास हात व रुंदी पंचवीस हात होती.
ତହିଁର କ୍ଷୁଦ୍ର କୋଠରି, ଉପସ୍ତମ୍ଭ ଓ ମଣ୍ଡପସକଳ ମାପିଲେ; ଆଉ, ତହିଁରେ ଚାରିଆଡ଼େ ଜଳାକବାଟି ଥିଲା; ତାହା ଦୀର୍ଘରେ ପଚାଶ ହାତ ଓ ପ୍ରସ୍ଥରେ ପଚିଶ ହାତ।
37 ३७ आणि त्याचे खांब बाहेरच्या अंगणाकडे होते आणि त्याच्या खांबावर या बाजूला व त्या बाजूला खजुरीची झाडे होती; त्याच्यावर चढून जाण्यास आठ पायऱ्या होत्या.
ପୁଣି, ତହିଁର ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳ ତାହାର ପ୍ରାଙ୍ଗଣର ଅଭିମୁଖରେ ଥିଲା; ଆଉ, ସେହି ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳର ଉପରେ ଏପାଖେ ସେପାଖେ ଖର୍ଜ୍ଜୁର ବୃକ୍ଷର ଆକୃତି ଥିଲା; ପୁଣି, ତହିଁ ଉପରକୁ ଯିବା ପାଇଁ ଆଠଟି ପାବଚ୍ଛ ଥିଲା।
38 ३८ द्वारापाशी खांबाला लागून एकएक खोली असून तिला दार होते. तेथे होमबलि धूत असत.
ପୁଣି, ଦ୍ୱାରମାନର ନିକଟସ୍ଥ ଉପସ୍ତମ୍ଭସକଳର ପାଖରେ ଦ୍ୱାରବିଶିଷ୍ଟ ଏକ କୋଠରି ଥିଲା; ସେଠାରେ ସେମାନେ ହୋମବଳି ଧୌତ କଲେ
39 ३९ द्वारमंडपाच्या प्रत्येक बाजूला दोन मेजे होती. त्यावर होमार्पण, पापार्पण व दोषार्पण यासाठी आणलेले पशू कापीत असत.
ଆଉ, ତହିଁ ଉପରେ ହୋମାର୍ଥକ, ପାପାର୍ଥକ ଓ ଦୋଷାର୍ଥକ ବଳି ବଧ କରିବା ପାଇଁ ଦ୍ୱାର ବାରଣ୍ଡାର ଏପାଖରେ ଦୁଇ ମେଜ ଓ ସେପାଖରେ ଦୁଇ ମେଜ ଥିଲା।
40 ४० बाहेरच्या बाजूस, उत्तरेकडच्या दाराच्या प्रवेशाकडे चढण्याच्या वाटेवर, दोन मेजे होती आणि जे दुसऱ्या बाजूस द्वाराच्या द्वारमंडपाकडे होते त्या तेथेही दोन मेजे होती.
ପୁଣି, ଦ୍ୱାରର ପାର୍ଶ୍ୱରେ ବାହାରେ ଓ ଉତ୍ତର ଦ୍ୱାର ଉପରକୁ ଯିବାର ପ୍ରବେଶ ସ୍ଥାନ ନିକଟରେ ଏପାଖରେ ଦୁଇ ମେଜ ଥିଲା ଓ ଦ୍ୱାର ବାରଣ୍ଡାର ସେପାଖରେ ଦୁଇ ମେଜ ଥିଲା;
41 ४१ द्वाराच्या या बाजूस चार मेजे व त्या बाजूस चार मेजे अशी आठ मेजे होती; त्या आठ मेजावर प्राण्यांना कापीत असत.
ଦ୍ୱାର ପାର୍ଶ୍ୱର ଏପାଖରେ ଚାରି ମେଜ, ସେପାଖରେ ଚାରି ମେଜ ଥିଲା; ଏହିରୂପେ ଆଠ ମେଜ ଥିଲା, ତହିଁ ଉପରେ ବଳି ବଧ କରାଗଲା।
42 ४२ आणि होमार्पणासाठी ताशीव दगडाची चार मेजे होती. ती दीड हात लांब आणि दीड हात रुंद व एक हात उंच होती. ज्या हत्यारांनी होमबलि व यज्ञपशु कापीत ती या मेजावर ठेवीत असत.
ଆଉ, ହୋମବଳି ନିମନ୍ତେ କଟା ପ୍ରସ୍ତରର ଚାରି ମେଜ ଥିଲା, ତହିଁର ଦୀର୍ଘତା ଦେଢ଼ ହାତ ଓ ପ୍ରସ୍ଥ ଦେଢ଼ ହାତ ଓ ଉଚ୍ଚ ଏକ ହାତ; ତହିଁ ଉପରେ ହୋମ ଓ ପ୍ରାୟଶ୍ଚିତ୍ତାର୍ଥକ ବଳି ବଧ କରିବାର ଅସ୍ତ୍ର ରଖାଗଲା।
43 ४३ सर्व मंदिरात एक वीत लांबीचे आकडे भिंतीवर बसविलेले होते. अर्पण करण्यासाठी आणलेले मांस मेजावर ठेवीत असत.
ପୁଣି, ଚାରି ଅଙ୍ଗୁଳି ଦୀର୍ଘ ଆଙ୍କୁଡ଼ିମାନ ଭିତର ଚାରିଆଡ଼େ ଲଗା ହୋଇଥିଲା; ଆଉ, ମେଜମାନର ଉପରେ ଉପହାରାର୍ଥକ ମାଂସ ରଖାଗଲା।
44 ४४ आतल्या द्वाराच्या बाहेरच्या बाजूला जे आतले अंगण उत्तरेकडच्या द्वाराच्या बाजूस होते त्यामध्ये गायकांच्या खोल्या होत्या; त्यांचे तोंड दक्षिणेकडे होते; एक पूर्वेकडील द्वाराच्या बाजूस होते, तिचे तोंड उत्तरेकडे होते.
ଆଉ, ଭିତର ଦ୍ୱାରର ବାହାରେ ଭିତର ପ୍ରାଙ୍ଗଣରେ ଗାୟକମାନଙ୍କ ପାଇଁ କୋଠରି ଥିଲା, ସେହି ସବୁ ଉତ୍ତର ଦ୍ୱାରର ପାର୍ଶ୍ୱସ୍ଥିତ ଓ ସେହି ସବୁର ମୁଖ ଦକ୍ଷିଣ ପ୍ରତି ଥିଲା; ପୂର୍ବ-ଦ୍ୱାରର ପାର୍ଶ୍ୱସ୍ଥିତ ଗୋଟିଏ କୋଠରିର ମୁଖ ଉତ୍ତର ପ୍ରତି ଥିଲା।
45 ४५ मग तो मनुष्य मला म्हणाला, “दक्षिणेकडे तोंड असलेली ही खोली मंदिरात कामावर असलेल्या याजकाकरिता आहे.
ପୁଣି, ସେ ମୋତେ କହିଲେ, “ଏହି ଦକ୍ଷିଣାଭିମୁଖ କୋଠରିଗୃହର ରକ୍ଷଣୀୟ ରକ୍ଷାକାରୀ ଯାଜକମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଅଛି।
46 ४६ पण उत्तरेकडे तोंड असलेली खोली वेदीचे काम करणाऱ्या याजकासाठी आहे. हे सादोकाचे वंशज आहेत, ते लेवीच्या वंशजातून परमेश्वराजवळ त्याची सेवा करायला येतात.”
ଆଉ, ଯେଉଁ କୋଠରିର ମୁଖ ଉତ୍ତର ଆଡ଼େ ଅଛି, ତାହା ଯଜ୍ଞବେଦିର ରକ୍ଷଣୀୟ ରକ୍ଷାକାରୀ ଯାଜକମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଅଛି; ଏମାନେ ସାଦୋକର ସନ୍ତାନ, ଲେବୀର ସନ୍ତାନଗଣ ମଧ୍ୟରୁ ଏମାନେ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କର ପରିଚର୍ଯ୍ୟା କରିବା ପାଇଁ ତାହାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆସନ୍ତି।”
47 ४७ त्याने अंगण शंभर हात लांब व शंभर हात रुंद चौरस मोजले. वेदी मंदिरासमोर होती.
ଏଉତ୍ତାରେ ସେ ପ୍ରାଙ୍ଗଣ ମାପିଲେ, ତାହା ଏକ ଶହ ହାତ ଦୀର୍ଘ, ଏକ ଶହ ହାତ ପ୍ରସ୍ଥ, ଚାରିଆଡ଼େ ଏକ ସମାନ ଥିଲା ଓ ଗୃହ ସମ୍ମୁଖରେ ଯଜ୍ଞବେଦି ଥିଲା।
48 ४८ मग त्या मनुष्याने मला मंदिराच्या द्वारमंडपापाशी नेले. आणि द्वारमंडपाच्या दोन्ही बाजूंच्या भिंतींचे मोजमाप घेतले. बाजूची प्रत्येक भिंत पाच हात जाड आणि तीन हात रुंद होती. प्रवेशद्वाराची रुंदी चौदा हात होती.
ତେବେ ସେ ମୋତେ ଗୃହର ବାରଣ୍ଡାକୁ ଆଣି ବାରଣ୍ଡାରେ ସ୍ଥିତ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଉପସ୍ତମ୍ଭ ମାପିଲେ, ସେ ପ୍ରତ୍ୟେକ ଏପାଖେ ପାଞ୍ଚ ହାତ, ସେପାଖେ ପାଞ୍ଚ ହାତ; ପୁଣି, ଦ୍ୱାରର ପ୍ରସ୍ଥ ଏପାଖେ ତିନି ହାତ, ସେପାଖେ ତିନି ହାତ ଥିଲା।
49 ४९ द्वारमंडपाची लांबी वीस हात व अकरा हात रुंदी होती. ज्या पायऱ्यांनी लोक त्यावर चढत असत त्यावरून मला नेले, द्वाराच्या खांबापाशी, या बाजूला एक व त्या बाजूला एक असे होते.
ବାରଣ୍ଡାର ଦୀର୍ଘ କୋଡ଼ିଏ ହାତ; ତହିଁର ପ୍ରସ୍ଥ ଏଗାର ହାତ ଓ ପାବଚ୍ଛ ଦେଇ ଲୋକମାନେ ଉପରକୁ ଗଲେ, ଆଉ ଉପସ୍ତମ୍ଭମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ଏପାଖେ ଏକ ଓ ସେପାଖେ ଏକ ସ୍ତମ୍ଭ ଥିଲା।