< प्रेषि. 9 >

1 शौल यरूशलेम शहरामध्ये प्रभूच्या अनुयायांना अजूनही धमकावण्याचा व जिवे मारण्याचा प्रयत्न करीत होता, म्हणून तो महायाजकाकडे गेला.
ସାମା ସା଼ୱୁଲ ନୀଏଁ ପାତେକା ପ୍ରବୁତି ସୀସୁୟାଁ କ଼ପାଟି ଆଜି ତ଼ସାନା ଅ଼ଡ଼େ ଜୀୱୁ ନା଼ସାକିନି କାତାୟାଁ ଜ଼ଲିହିଁ କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ତା଼ଣା ହାଚେସି ।
2 शौलाने दिमिष्क येथील सभास्थानातील महायाजकाकडून ख्रिस्ताच्या अनुयायांना पकडण्यासाठी अशी अधिकारपत्रे मागितली की, जर त्यास तेथे कोणी ‘तो मार्ग’ अनुसरणारा, मग तो पुरूष असो अथवा स्त्री, सापडले तर त्याने त्यांना बांधून यरूशलेम शहरास आणावे.
ଅ଼ଡ଼େ ପ୍ରବୁ ଜିରୁଟି ତା଼କିମାନି ଆମିନି ଇୟାସିକା ଆ଼ବାୟାଁଣି ମେସ୍ତିହିଁ, ବାରେଜା଼ଣାତି ଦସ୍‌ପାନା ଜିରୁସାଲମତା ତାଚାଲି ଆ଼ଡିମାନେସି, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱାସି କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ତା଼ଣା ହାଜାନା ଦମେସକତା ମାନି ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି କୁଟମି ଇଲ୍‌କାଣା ହିୟାଲି ଏ଼ୱାରି ତା଼ଣାଟି ଆ଼କୁ ରୀସ୍ତେସି ।
3 मग शौल दिमिष्काजवळ आला तेव्हा एकाएकी, आकाशातून फारच प्रखर प्रकाश त्याच्याभोवती चमकला;
ସା଼ୱୁଲ ଦମେସକ ଡାଗେ ୱା଼ହିମାଚାଟି ଦେବୁଣିଏ ର଼ ଉଜେଡ଼ି ହା଼ଗୁଲାକଟି ତାନି ସା଼ରିୱାକି ମ୍ଣିସ୍ତେ ।
4 शौल जमिनीवर पडला आणि एक वाणी त्याच्याशी बोलताना त्याने ऐकली, “शौला, शौला, तू माझा छळ का करतोस?”
ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାସି ବୂମିତା ତର୍‌ଗା ହାଚେସି ଇଞ୍ଜାଁ ତାଙ୍ଗେତାକି ଈ ହା଼ଡା ୱେଚେସି, “ଏ଼ ସା଼ୱୁଲ, ଏ଼ ସା଼ୱୁଲ! ନୀନୁ ଏ଼ନାଆଁତାକି ନାଙ୍ଗେ ନିନ୍ଦା କିହିମାଞ୍ଜାଦି?”
5 शौल म्हणाला, “प्रभू तू कोण आहेस?” ती वाणी म्हणाली, “मी येशू आहे, ज्याचा तू छळ करीत आहेस तो मीच आहे;
ଏ଼ୱାସି ଏଲେଇଚେସି, “ପ୍ରବୁ, ନୀନୁ ଆମ୍ବାଆତି?” ଏ଼ୱାସି ଏଲେଇଚେସି, “ନୀନୁ ଆମ୍ବାଆରାଇଁ ନିନ୍ଦା କିହିମାଞ୍ଜି ଏ଼ ଜୀସୁତେଏଁ ନା଼ନୁ ।
6 आता ऊठ, आणि नगरात जा, तुला काय करायचे आहे, ते तुला तेथे कोणीतरी सांगेल.”
ସାମା ନିଙ୍ଗାମୁ ଇଞ୍ଜାଁ ଗା଼ଡ଼ାତା ହାଲାମୁ, ଏ଼ନାଆଁ କିହାଲି ଆ଼ନେ, ଏମ୍ବାଆଁ ନିଙ୍ଗେ ୱେସ୍‌ପି ଆୟାନେ ।”
7 जी माणसे शौलाबोबर प्रवास करीत होती, ती तेथेच स्तब्ध उभी राहिली त्या लोकांनी आवाज ऐकला, पण त्यांना कोणी दिसले नाही.
ଏ଼ୱାଣିତଲେ ଆମିନି ଲ଼କୁ ହାଜିମାଚେରି, ଏ଼ୱାରି ଏ଼ ହା଼ଡା ୱେଞ୍ଜାନା ଆମ୍ବାଆରାଇଁ ମେହ୍‌ଆତେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ଆଡାଜାକା ଆ଼ହାହାଚେରି ।
8 शौल जमिनीवरून उठला, त्याने डोळे उघडले, पण त्यास काहीच दिसेना, म्हणून जे लोक त्याच्याबरोबर होते त्यांनी त्याचा हात धरून त्यास दिमिष्क शहरात नेले.
ଅ଼ଡ଼େ ସା଼ୱୁଲ ବୂମିଟି ନିଙ୍ଗାନା ତାନି କାଣ୍‌କା ଦେତେସି, ସାମା ଏ଼ୱାସି ଏ଼ନାଆଁ ମେସାଲି ଆ଼ଡାଆତେସି । ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ତାନି କେୟୁ ଆସାନା ଦମେସକତା ଅ଼ତେରି ।
9 तीन दिवसांपर्यंत शौलाला काहीच दिसत नव्हते, त्याने काही खाल्ले किंवा प्याले नाही.
ଅ଼ଡ଼େ ତୀନିଦିନା ପାତେକା ଏ଼ୱାସି ଏ଼ନାଆଁ ମେସାଲି ଆ଼ଡାଆତେସି, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ନାଆଁ ତିନାଆତେସି ଏ଼ନାଆଁ ଗହ୍‌ଆତେସି ।
10 १० दिमिष्कांमध्ये येशूचा एक शिष्य होता त्याचे नाव हनन्या होते; प्रभू त्याच्याशी एका दृष्टांतात बोलला तो म्हणाला, “हनन्या.” हनन्याने उत्तर दिले, “मी इथे आहे, प्रभू.”
୧୦ଦମେସକତା ହନନିୟ ଦ଼ରୁଗାଟାସି ର଼ ସୀସୁ ମାଚେସି; ପ୍ରବୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ତ଼ଞ୍ଜାଆ଼ହାଁ ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ ହନନିୟ!” ଏ଼ୱାସି ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ ପ୍ରବୁ ନାଙ୍ଗେ ୱେସ୍ତାମୁ ।”
11 ११ प्रभू हनन्याला म्हणाला, “ऊठ आणि नीट नावाच्या रस्त्यावर जा, तेथे यहूदाचे घर शोध व तार्सस शहराहून आलेल्या शौल नावाच्या व्यक्तीबद्दल विचार सध्या तो तेथे आहे; व प्रार्थना करीत आहे.
୧୧ଏଚେଟିଏ ପ୍ରବୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ତିୟାରା ଆ଼ହାନା ‘ସଲକ’ ଦ଼ରୁଗାଟି ଜିରୁ ଆସାଁ ଜୀହୁଦା ଇଲୁତା ତାର୍ସ ଗା଼ଡ଼ାତି ସା଼ୱୁଲ ଇନାଣାଇଁ ପାରାମୁ; ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାସି ପ୍ରା଼ତାନା କିହିମାନେସି;
12 १२ शौलाने दृष्टांतात पाहिले की त्यामध्ये हनन्या नावाचा मनुष्य आपल्याकडे आला, असून आपल्यावर हात ठेवत आहे व त्यानंतर त्यास पुन्हा दृष्टी प्राप्त झाली, असे त्यास दिसले.”
୧୨ଅ଼ଡ଼େ, ଏ଼ୱାସି ସେୟାଁଣା ହାପାନା ମେସାମାନେସି, ହନନିୟ ଇନାସି ର଼ ମାଣ୍‌ସି ୱା଼ହାନା ତାନି ଲାକ କେୟୁ ଇଟିମାନେସି, ଏ଼ନିକିଁ ଏ଼ୱାସି ମେସାଲି ଆ଼ଡିମାନେସି ।”
13 १३ परंतु हनन्याने उत्तर दिले, “प्रभू, मी त्या मनुष्याविषयी अनेक लोकांच्या तोंडून ऐकले आहे; यरूशलेम शहरातील तुझ्या संतांशी तो किती वाईट रीतीने वागला हे मी ऐकले आहे.
୧୩ହନନିୟ ଏଲେଇଚେସି, “ପ୍ରବୁ, ଜିରୁସାଲମତା ମାହାପୂରୁ ଲ଼କୁଇଁ ଈୱାସି ଏଚେକା ନିନ୍ଦା କିହାମାନେସି ଇଞ୍ଜିଁ ନା଼ନୁ ହା଼ରେକା ଲ଼କୁ ତା଼ଣାଟି ଈ ଲ଼କୁତି କାତା ୱେଞ୍ଜାମାଇଁ ।
14 १४ आणि आता जे तुझ्या नावावर विश्वास ठेवतात अशा लोकांस बांधून नेण्यासाठी मुख्य याजकांकडून अधिकारपत्र घेऊन हा शौल येथे आला आहे.”
୧୪ଅ଼ଡ଼େ ଈ ଟା଼ୟୁତା ନୀ ଦ଼ରୁଟି ପ୍ରା଼ତାନା କିହିମାନାରାଇଁ ବାରେଜା଼ଣାତି ଦସା ଅୟାଲି ଏ଼ୱାସି କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ତା଼ଣାଟି ଅଦିକାରା ଆ଼କୁ ବେଟାଆ଼ହାମାନେସି ।”
15 १५ परंतु प्रभू म्हणाला, “जा, राजांना आणि परराष्ट्रांना आणि इस्राएलाचे संतान यांच्यासमोर माझे नाव घेऊन जाण्याकरता तो माझे निवडलेले पात्र आहे.
୧୫ସାମା ପ୍ରବୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ହାଲାମୁ; ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାସି ଏଟ୍‌କା କୂଡ଼ାତି ରାଜାୟାଁ ଅ଼ଡ଼େ ଇସ୍ରାୟେଲ ଲ଼କୁତି ମା଼ସ୍‌କା ମୀର୍‌କା ନ଼କିତା ନା଼ ଦ଼ରୁ ୱେ଼କ୍‌ହାଲି ନା଼ନୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ନା଼ ସେ଼ବା କିନାସି କିହାନା ଆ଼ଚାମାଇଁ;
16 १६ माझ्या नावाकरीता ज्या गोष्टी त्यास सहन कराव्या लागतील त्या मी त्यास दाखवून देईन,”
୧୬ଅ଼ଡ଼େ ନା଼ ଦ଼ରୁ ତାକି ଏ଼ୱାସି ଏଚେକା ଦୁକୁ ବେଟାଆ଼ନେସି, ଏ଼ଦାଆଁ ନା଼ନୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ୱେହ୍‌ଇଁ ।”
17 १७ हनन्या निघाला आणि यहूदाच्या घरी गेला, त्याने शौलाच्या डोक्यावर हात ठेवला आणि म्हटले, “शौल, भाऊ, प्रभू येशूने तुला इकडे येत असता रस्त्यावर दर्शन दिले त्यानेच मला तुझ्याकडे पाठवले, यासाठी की, तुला पुन्हा दृष्टी यावी व तू पवित्र आत्म्याने परिपूर्ण व्हावे.”
୧୭ଏଚେଟିଏ ହନନିୟ ହାଜାନା, ଏ଼ ଇଲୁତା ହ଼ଟେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ତାନି ଲାକ କେୟୁ ଇଟାନା ଏଲେଇଚେସି, “ତାୟି ସା଼ୱୁଲ, ଇମ୍ବାଆଁ ୱା଼ନି ଜିରୁତା ଆମିନି ପ୍ରବୁ ଜୀସୁ ନିଙ୍ଗେ ତ଼ଞ୍ଜା ଆୟାତେସି, ଏ଼ୱାସି ନାଙ୍ଗେ ପାଣ୍ତାମାଞ୍ଜାନେସି, ନୀନୁ ଏ଼ନିକିଁ ୱେଣ୍ତେ ମେହ୍‌ମୁ ଇଞ୍ଜାଁ ସୁଦୁଜୀୱୁ ବେଟାଆ଼ମୁ ।”
18 १८ लागलीच खपल्यासारखे काहीतरी शौलाच्या डोळ्यावरून खाली पडले, आणि त्यास पुन्हा दृष्टी आली शौल तेथून उठल्यावर त्याचा बाप्तिस्मा करण्यात आला.
୧୮ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ଏ଼ୱାଣି କାଣ୍‌କାଟି ମୀନୁ ହିପି ଲେହେଁତାୟି ଡୁଲିତେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ୱେଣ୍ତେ ମେସାଲି ଆ଼ଡିତେସି, ଅ଼ଡ଼େ ନିଙ୍ଗାନା ବାପ୍ତିସ୍ମ ଅ଼ତେସି,
19 १९ नंतर त्याने अन्न सेवन केल्यावर त्याच्या अंगात शक्ती आली, शौल काही दिवस दिमिष्क येथील शिष्यांबरोबर राहिला.
୧୯ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ତିଞ୍ଜା ଉଣ୍ତାନା ବା଼ଡ଼୍‌ୟୁ ବେଟାଆ଼ତେସି, ଏଚେଟିଏ ସା଼ୱୁଲ ଏଚରଦିନା ସୀସୁୟାଁ ତଲେ ଦମେସକତା ଡ଼ୟିତେସି ।
20 २० यानंतर सरळ सभास्थानात जाऊन शौल येशूच्या नावाची घोषणा करू लागला, येशू हा देवाचा पुत्र आहे.
୨୦ଅ଼ଡ଼େ, ଜୀସୁ ମାହାପୂରୁତି ମୀର୍‌ଏସି ଇଞ୍ଜିଁ ଆ଼ଟ୍‌ୱା ତଲେ ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି କୁଟମି ଇଲ୍‌କାଣା ୱେସାଲି ମା଼ଟ୍‌ହେସି ।
21 २१ ज्या लोकांनी शौलाचे बोलणे ऐकले त्या सर्वांना मोठे नवल वाटले ते म्हणाले, “यरूशलेम शहरातील ज्या लोकांचा येशूच्या नावावर विश्वास आहे, त्या सर्वाचा नाश करू पाहणारा हाच नाही काय? तो येशूच्या अनुयायांना अटक करण्यासाठी येथे आला आहे व तो त्यांना यरूशलेम शहरातील मुख्य याजकांसमोर उभे करणार आहे.”
୨୧ଅ଼ଡ଼େ, ଆମିନି ଗାଟାରି ତାନି ହା଼ଡା ୱେଚେରି, ଏ଼ୱାରି କାବାଆ଼ହାନା ଏଲେଇଚେରି, “ଜୀସୁ ଦ଼ରୁ ଆସାନା ପ୍ରା଼ତାନା କିନି ଲ଼କୁଣି ଆମ୍ବାଆସି ଜିରୁସାଲମତା ପା଼ୟି କିହିମାଚେସି, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଦସ୍‌ପାହାଁ କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ତା଼ଣା ଅ଼ହାଲି ତାକି ଇମ୍ବାଆଁ ୱା଼ହାମାଚେସି, ଏ଼ୱାସି କି ଈୱାସି ଆ଼ଏ?”
22 २२ परंतु शौल अधिकाधिक सामर्थ्यशाली होत गेला, त्याने हे सिद्ध केले की, येशू हाच ख्रिस्त आहे आणि त्याचे पुरावे इतके सबळ होते. दिमिष्क येथील यहूदी त्याच्याबरोबर वाद घालू शकले नाहीत.
୨୨ସାମା, ସା଼ୱୁଲତି ୱେ଼କ୍‌ନାୟି ହା଼ରେକା ବା଼ଡ଼୍‌ୟୁ ଗାଟାୟି ମାଚେ, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ପାର୍‌ମାଣା କିହାଁ ୱେସ୍ତେସି ଜୀସୁ ଏ଼ ମସିହା, ଈଦାଣି ଦମେସକତା ବାସା କିହାମାନି ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁଣି ୱେଣ୍ତେ ୱେସାଲି ଆ଼ଡାଆତେରି ।
23 २३ काही दिवसानंतर, यहूदी लोकांनी शौलाला जिवे मारण्याचा कट रचला.
୨୩ଏଚରଦିନା ହାଚି ଡା଼ୟୁ ଜୀହୁଦିୟାଁ ରୁଣ୍ତା ଆ଼ହାନା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପା଼ୟାଲି କାତା ଆ଼ତେରି;
24 २४ यहूदी रात्रंदिवस शहराच्या वेशीवर पहारा देत होते व शौलाला पकडण्याची वाट पाहत होते. त्यांना शौलाला ठार मारायचे होते, पण त्यांचा हा बेत शौलास समजला.
୨୪ସାମା ଏ଼ୱାରି କାତା ଆ଼ହିମାଚାଣି ସା଼ୱୁଲ କିର୍ୟୁଁତା ହାଚେ, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ନିକିଁ ସା଼ୱୁଲଇଁ ପା଼ୟାଲି ଆ଼ଡିନେରି, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଲା଼ଆଁ ମାଦେନା ଗା଼ଡ଼ାତି ଦୁୱେରିକାଣା କା଼ଚିହିଁ ଡ଼ୟିତେରି ।
25 २५ एके रात्री शौलाने ज्यांना शिक्षण दिले होते अशा काही अनुयायांनी शहरातून जाण्यासाठी शौलाला मदत केली, अनुयायांनी शौलाला एका टोपलीत ठेवले, नंतर त्यांनी टोपली गावकुसावरून रात्रीच्या वेळी खाली सोडली.
୨୫ସାମା ସା଼ୱୁଲତି ସୀସୁୟାଁ ଲା଼ଆଁୟାଁ ବେ଼ଲାତା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ର଼ ଡାଲିତା ର଼ସାହାଁ କ଼ଟା କାତିଟି ଡ଼଼ଇ ରେ଼ପ୍‌ହେରି ।
26 २६ नंतर शौल यरूशलेमे शहरास गेला तेथील विश्वास ठेवणाऱ्यांच्या परिवारात मिसळण्याचा त्याने प्रयत्न केला, पण ते त्यास घाबरत होते, त्यांचा विश्वासच बसत नव्हता, शौल खरोखर येशूचा शिष्य झाला आहे.
୨୬ଡା଼ୟୁ ଏ଼ୱାସି ଜିରୁସାଲମତା ହାଜାନା ସୀସୁୟାଁ ତଲେ ଆଣ୍ତାଲି ଅଣ୍‌ପିମାଚେସି; ସାମା ଏ଼ୱାସି ର଼ ସୀସୁ ଇଞ୍ଜିଁ ଏ଼ୱାରି ଇଚାଣି ନାମାଆନା, ବାରେଜା଼ଣା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଆଜିମାଚେରି ।
27 २७ परंतु बर्णबाने शौलाचा स्वीकार केला व त्यास घेऊन प्रेषितांकडे गेला. बर्णबाने सांगितले की, शौलाने येशूला दिमिष्कच्या रस्त्यावर पाहिले आहे, येशू त्याच्याशी कसा बोलला हेही त्याने सविस्तरणे सांगितले, मग त्याने प्रेषितांना सांगितले की, येशूविषयीची सुवार्ता शौलाने मोठ्या धैर्याने दिमिष्क येथील लोकांस सांगितली.
୨୭ସାମା ବର୍ନବା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଆସାନା ପାଣ୍ତ୍‌ୱି ଆ଼ତାରି ତା଼ଣା ତାତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଜିରୁତା ଏ଼ୱାସି ଏ଼ନିକିଁ ପ୍ରବୁଇଁ ମେସ୍ତେସି ଇଞ୍ଜାଁ ପ୍ରବୁ ଏ଼ନାଆଁ ତାଙ୍ଗେ ହା଼ଡା ଆ଼ତେସି, ଦମେସକତା ଜୀସୁ ଦ଼ରୁତି ସା଼ସାତଲେ ସା଼ୱୁଲ ଏ଼ନିକିଁ ୱେସାମାଚେସି, ଈ ବାରେ କାତା ଏ଼ୱାରି ନ଼କିତା ୱେସ୍ତେସି ।
28 २८ मग शौल अनुयायांसह तेथे राहिला, तो यरूशलेम शहरामध्ये सगळीकडे गेला. व धैर्याने प्रभूची सुवार्ता सांगू लागला.
୨୮ଅ଼ଡ଼େ ସା଼ୱୁଲ ଏ଼ୱାରିତଲେ ଡ଼ୟିତେସି ଅ଼ଡ଼େ ଜିରୁସାଲମତି ବାରେୱାକି ହାଜାନା ସା଼ସାତଲେ ପ୍ରବୁତି ଦ଼ରୁ ୱେ଼କ୍‌ହେସି ।
29 २९ शौल नेहमी ग्रीक भाषा बोलणाऱ्या यहूदी लोकांशी बोलत असे तो त्यांच्याशी वादविवाद करीत असे, पण ते त्यास मारण्याचा प्रयत्न करीत होते.
୨୯ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ଗ୍ରିକ୍‌ ଜ଼ଲିନି ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତଲେ ବା଼ଦିବା଼ଦା କିହିମାଚେସି, ସାମା ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପା଼ୟାଲି ପାରୁ ପାରିମାଚେରି ।
30 ३० जेव्हा बंधुजनांना हे कळाले तेव्हा त्यांनी त्यास कैसरीया येथे नेले, व नंतर तेथून त्यास तार्सास पाठवले.
୩୦ନାମିତି ତାୟିୟାଁ ଏ଼ଦାଆଁ ପୁଞ୍ଜାଲିଏ, ସା଼ୱୁଲଇଁ କାୟିସରିୟାତା ଅ଼ହାନା ଏମ୍ବାଟି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ତାର୍ସତା ପାଣ୍ତିତେରି ।
31 ३१ अशाप्रकारे सर्व यहूदिया, गालील प्रांत, शोमरोन या प्रदेशातील मंडळीस तेथे शांती लाभली; आणि, मंडळी पवित्र आत्म्याच्या सांत्वनेत व परमेश्वराच्या भयात वाढत गेली.
୩୧ଇଲେଆ଼ହିଁ ଏ଼ ବାରେ ଜୀହୁଦା ରା଼ଜି, ଗାଲିଲି ଅ଼ଡ଼େ ସମିରଣତି କୁଲମି ବା଼ର୍ସୁ ଆ଼ହାନା ପ୍ରବୁଇଁ ଆଜାନା ହିତ୍‌ଡ଼ି ଜୀୱୁତଲେ ମାଚେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ସୁଦୁଜୀୱୁତି ସା଼ୟେମି ତଲେ ପାଡାଆ଼ହାଲି ମା଼ଟ୍‌ହେରି ।
32 ३२ मग असे झाले की, पेत्र यरूशलेम शहराच्या सभोवतालच्या गावामध्ये फिरला, लोद या गावामध्ये जे देवाचे पवित्रजन होते त्यांना भेटला.
୩୨ଏଚେଟିଏ ପିତର ବାରେ ରା଼ଜିତା ରେ଼ଜି ରେ଼ଜିହିଁ ଲୂଦତା ଡ଼ୟିନି ମାହାପୂରୁ ଲ଼କୁଣି ଆଣ୍ତାଲି ହାଚେସି ।
33 ३३ लोद येथे त्यास ऐनेयास नावाचा मनुष्य आढळला, त्याच्या अंगातून वारे गेल्याने तो पंगू झाला होता व आठ वर्षे अंथरुणाला खिळून होता.
୩୩ଏମ୍ବାଆଁ ଏ଼ୱାସି ଏନିୟ ଦ଼ରୁଗାଟି ରଅଣାଇଁ ବେଟାଆ଼ତେସି, ଏ଼ୱାସି ଆ଼ଟା ବାର୍ସା ପାତେକା ଟଟ ୱା଼ୟିତି ର଼ଗ ଆ଼ହାନା କାଟେଲିଟି ନିଙ୍ଗାଲି ଆ଼ଡିହିଲାଆତେସି ।
34 ३४ पेत्र त्यास म्हणाला, “ऐनेयास, येशू ख्रिस्त तुला बरे करीत आहे; ऊठ, आपले अंथरुण नीट कर.” ऐनेयास ताबडतोब उभा राहिला.
୩୪ପିତର ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ଏନିୟ, ଜୀସୁ କ୍ରୀସ୍ତ ନିଙ୍ଗେ ନେହିଁ କିହାମାଞ୍ଜାନେସି; ନିଙ୍ଗାମୁ ନୀ ପା଼ସ୍‌ପନି ମୁଦା କିମୁ” ଏଚେଟିଏ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ନିଙ୍ଗିତେସି ।
35 ३५ लोद येथे राहणाऱ्या सर्व लोकांनी आणि शारोनात राहणाऱ्यांनी त्यास पाहिले, तेव्हा ते सर्व प्रभूकडे वळले.
୩୫ଏଚେଟିଏ ଲୂଦ ଇଞ୍ଜାଁ ସାରଣତା ବାସା କିହାମାନି ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ମେସାନା, ପ୍ରବୁ ତା଼ଣା ହିୟାଁ ୱେଟ୍‌ହେରି ।
36 ३६ यापो शहरात येशूची एक शिष्या राहत होती, तिचे नाव तबिथा होते, (ग्रीक भाषेत तिचे नाव “दुर्कस” होते. त्याचा अर्थ हरीण) ती नेहमी लोकांसाठी चांगली कामे करीत असे गरीबांना दानधर्म करीत असे.
୩୬ଜାପତା ଟାବିତା ଦ଼ରୁଗାଟି ମାହାପୂରୁଇଁ ନାମିତି ର଼ ଇୟା ମାଚେ, ଗ୍ରିକ୍‌ ତଲେ ଦର୍କା ଇଚିସାରେ ତାନି ଦ଼ରୁ “ର଼ କୂର୍ହୁ ।” ଏ଼ଦି ବାରେବେ଼ଲା ନେହିଁ କାମା କିହିଁ, ହିଲାଆ ଗାଟାରାକି ସା଼ୟେମି କିହିମାଚେ ।
37 ३७ जेव्हा पेत्र लोदमध्ये होता, तेव्हा तबिथा आजारी पडली व मरण पावली; लोकांनी तिला आंघोळ घालून व माडीवरच्या एका खोलीत ठेवले.
୩୭ଏଚିବେ଼ଲାତା ଏ଼ଦି ନ଼ମେରି ଆ଼ହାନା ହା଼ହାହାଚେ, ଲ଼କୁ ଏ଼ଦାନି ଏ଼ୟୁ ମୀତ୍‌ହାନା ଲାକନି ପାରୁତି ର଼ ବାକ୍ରାତା ତ୍ରିପ୍‌ହୁ ।
38 ३८ यापो येथील शिष्यांनी ऐकले की, पेत्र लोदमध्ये आहे, लोद हे यापोजवळ आहे, म्हणून त्यांनी दोन माणसे पाठविली, त्यांनी त्यास विनंती केली, ते म्हणाले, “त्वरा करा, आमच्याकडे लवकर या.”
୩୮ଇଞ୍ଜାଁ ଲୂଦ ଜାପ ଡାଗେ ମାଚାକି ସୀସୁୟାଁ ପିତର ଜାପତା ମାନେସି ଇଞ୍ଜିଁ ୱେଞ୍ଜାନା, ରୀ ଲ଼କୁଣି ଏ଼ୱାଣି ତା଼ଣା ପାଣ୍ତାନା ଈ କାତା ବାତିମା଼ଲିତେରି, “ମା଼ ତା଼ଣା ୱା଼ହାଲି ୱେ଼ଡ଼ା କିଆନି ।”
39 ३९ पेत्र तयार झाला व त्यांच्याबरोबर गेला, जेव्हा तो तेथे पोहोचला तेव्हा त्यांनी त्यास माडीवरच्या एका खोलीत नेले, सर्व विधवा स्त्रिया पेत्राभोवती उभ्या राहिल्या, त्या रडत होत्या, दुर्कस जिवंत असताना जे कपडे व झगे तिने तयार केले होते ते त्यांनी पेत्राला दाखवले.
୩୯ପିତର ନିଙ୍ଗାନା ଏ଼ୱାରିତଲେ ହାଚେସି, ଏମ୍ବାଆଁ ଏ଼ୱାସି ୱା଼ହାଲିଏ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଲାକନି ପାରୁତି ବାକ୍ରାତା ଅ଼ତେରି, ଅ଼ଡ଼େ ରା଼ଣ୍ତେଣିସିକା ସା଼ରିସୁଟୁ ମୁଚାନା ଡ଼ୀହି ଡ଼ୀହିଁ ଦର୍କା ନୀଡାମାଚି ବେ଼ଲାତା କେ଼ପାମାଚି ହିମ୍ବରିକା ବାରେ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ତ଼ସ୍ତୁ ।
40 ४० पेत्राने खोलीतील सर्वांना बाहेर काढले त्याने गुडघे टेकून प्रार्थना केली आणि दुर्कसच्या शरीराकडे वळून तो म्हणाला, “तबिथा ऊठ” तेव्हा तिने डोळे उघडले, जेव्हा तिने पेत्राला पाहीले तेव्हा ती उठून बसली.
୪୦ସାମା ପିତର ବାରେଜା଼ଣାତି ପାଙ୍ଗାତା ପାଣ୍ତାନା ମେଣ୍ତାକୁତାନା ପ୍ରା଼ତାନା କିତେସି; ଇଞ୍ଜାଁ ମାଡ଼୍‌ହା ୱାକି ତିର୍‌ୱାନା ଏଲେଇଚେସି, “ଟାବିତା, ନିଙ୍ଗାମୁ” ଏଚେଟିଏ ଏ଼ଦି କାଣ୍‌କା ଦେଚାନା ପିତରଇଁ ମେସ୍ତେ ଇଞ୍ଜାଁ ନିଙ୍ଗାନା କୁଗିତେ ।
41 ४१ त्याने तिला आपला हात देऊन उभे राहण्यास मदत केली, नंतर त्याने पवित्रजनांना आणि विधवा स्त्रियांना खोलीमध्ये बोलावले, त्याने तबिथाला त्यांना दाखवले, ती जिवंत होती.
୪୧ଇଞ୍ଜାଁ ପିତର କେୟୁ ଦା଼ସାନା ଦର୍କାଇଁ ନିକ୍‌ହେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ମାହାପୂରୁ ଲ଼କୁ ଅ଼ଡ଼େ ରା଼ଣ୍ତେଣିସିକାଣି ହା଼ଟାନା ଏ଼ଦାନି ନୀଡାମାନାଣି ତ଼ସ୍ତେସି ।
42 ४२ यापोमधील सर्व लोकांस हे समजले, यातील पुष्कळ लोकांनी प्रभूवर विश्वास ठेवला.
୪୨ଈ କାତା ଜାପତି ସା଼ରିସୁଟୁ ୱେ଼ଙ୍ଗାହାଚେ ଅ଼ଡ଼େ ହା଼ରେକା ଲ଼କୁ ପ୍ରବୁଇଁ ନାମିତେରି ।
43 ४३ नंतर असे झाले की, तो यापोत शिमोन नावाच्या कोणाएका कातडे कमावणाऱ्या चांभाराच्या येथे बरेच दिवस राहीला.
୪୩ଅ଼ଡ଼େ, ପିତର ହା଼ରେକା ଦିନା ପାତେକା ଜାପତି ସିମନ ଦ଼ରୁଗାଟି ତ଼ଲ୍‌କା କାମାକିନାଣି ଇଜ ଡ଼ୟିତେସି ।

< प्रेषि. 9 >