< प्रेषि. 28 >

1 जेव्हा आमचे पाय सुखरुपपणे तेथील जमीनीला लागले, तेव्हा आम्हास कळले की, त्या बेटाचे नाव मिलिता असे आहे.
କାଇଟା ନ ଅଇ, କଣ୍ଡିପାଲି ଜାଇ ଦେକ୍‌ଲୁ ଜେ, ଆମେ ମେଲିତି ନାଉଁର୍‌ ଚାରିବେଟ୍‌ତି ପାନିର୍‌ ମଜାଇ ରଇବା ସୁକ୍‌ଲା ଜାଗାଇ କେଟିଆଚୁ ।
2 तेथील रहिवाश्यांनी आम्हास अतिशय ममतेने वागविले, त्यांनी एक शेकोटी पेटविली आणि आमचे स्वागत केले, कारण पाऊस पडू लागाला होता व थंडीही होती.
ତେଇ ପୁର୍‌ବେଅନି ରଇବା ଲକ୍‌ମନ୍‌ ଆମ୍‌କେ ଆଲାଦ୍‌ ଦେକାଇଲାଇ, ସେବେଲେ ବର୍‌ସା ମାରି ସିତ୍‌ ଅଇତେ ରଇଲା । ସେଟାର୍‌ ପାଇ ସେମନ୍‌ ଆମ୍‌କେ ଜଇ ଲାଗାଇ ଗତିଆ ମାନ୍‌ଲାଇ ।
3 पौलाने काटक्या गोळा केल्या आणि ते त्या शेकोटीत टाकू लागला, उष्णतेमुळे तेथून एक साप निघाला आणि त्याने पौलाच्या हाताला विळखा घातला.
ପାଉଲ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ବିଡା ଦାରୁ ଜଇତେଇ ପାକାଇବା ବେଲେ ଜଇ ତାତିର୍‌ ଲାଗି ବିଡାଇଅନି ଗଟେକ୍‌ ବିସ୍‌ରଇବା ସାଁପ୍‌ ବାରଇଲା ଆରି ପାଉଲର୍‌ ଆତେ ଚଗି ଚାବି ଡସିରଇଲା ।
4 ते पाहून तेथील रहिवाशी एकमेकांना म्हणू लागले, “हा मनुष्य खुनी असला पाहिजे, समुद्रातून जरी हा वाचला असला तरी न्यायदेवताही याला जगू देत नाही.”
ସେ ଜାଗାର୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ପାଉଲର୍‌ ଆତେ ଚାବିକରି ଡସି ଜୁଲ୍‌ତେ ରଇବା ସାଁପ୍‌କେ ଦେକି ତାକର୍‌ ତାକର୍‌ ବିତ୍‌ରେ କୁଆବଲା ଅଇଲାଇ, “ଏ ବାଇଦରେ ଗଟେକ୍‌ ନର୍‌ମାରୁ ଲକ୍‌, ସେ ଜାଇଟା ମିସା ଅ ବେ, ସେ ସମ୍‌ଦୁରେ ରକିଆ ପାଇରଇଲେ ମିସା ତାର୍‌ କରମ୍‌ ତାକେ ବଁଚ୍‌ବାକେ ନ ଦେଏ ।”
5 परंतु पौलाने तो प्राणी शेकोटीत झटकून टाकला आणि पौलाला काही अपाय झाला नाही.
ମାତର୍‌ ପାଉଲ୍‌ ତାର୍‌ ଆତ୍‌ ଜିଞ୍ଜାଡ୍‌ଲାକେ ସାଁପ୍‌ ଜଇତେଇ ଅଦର୍‌ଲା ଆରି ତାକେ କାଇଟା ଅଏନାଇ ।
6 त्या बेटावरील लोकांस पौलाचे अंग सुजून येईल किंवा पौल एकाएकी मरून पडेल असे वाटत होते, बराच वेळ वाट पाहूनही पौलाला काहीही विकार झाल्याचे दिसेना, तेव्हा त्या लोकांचे विचार पालटले आणि पौल देवच आहे असे ते म्हणू लागले.
ଲକ୍‌ମନ୍‌ ପାଉଲର୍‌ ଆତ୍‌ ପୁଲିଜାଇସି ନଇଲେ ଅଟାତ୍‌ ଅଦ୍‌ରି ମରିଜାଇସି ବଲି ଜାଗିରଇଲାଇ, ମାତର୍‌ ବେସି ପର୍‌ ଜାଗିକରି ଦେକ୍‌ଲାଇ ମିସା ତାକେ କାଇଟା ଅଏ ନାଇ । ପଚେ ସେମନ୍‌ କାତା ପାସ୍‌ଲାଇକରି କଇଲାଇ “ଏ ଗଟେକ୍‌ ଦେବ୍‌ତା!”
7 तेथून जवळच पुब्ल्य नावाच्या मनुष्याची शेती होती, पुब्ल्य हा त्या बेटाचा मुख्य अधिकारी होता, त्याने आम्हा सर्वांचे त्याच्या घरी स्वागत केले आणि तीन दिवस आमचा चांगला पाहुणचार केला.
ତେଇଅନି ଅଲପ୍‌ ଦୁରିକେ ସେ ଜାଗାର୍‌ ମୁକିଅ ନେତା, ତାର୍‌ ନାଉଁ ପବ୍‌ଲିଅ । ତାର୍‍ କେତେଟା ପଦା ରଇଲା, ସେ ଆମ୍‌କେ ଗତିଆ ମାନିକରି ଡାକିନେଲା । ଆରି ଆମେ ତିନ୍‌ ଦିନ୍‌ ଜାକ ତାକର୍‌ ଗରେ ଗତିଆ ଅଇ ରଇଲୁ ।
8 पुब्ल्याचे वडील तापाने व पोट खराब असल्यामुळे आजारी होते, त्यामुळे अंथरुणाला खिळून होते, पौल त्या आजारी व्यक्तीला भेटायला गेला प्रार्थना करून पौलाने आपला हात त्याच्यावर ठेवला आणि त्या मनुष्यास बरे केले.
ସେବେଲେ ପବ୍‌ଲିଅସର୍‌ ବାବା ଜର୍‌ ଆରି ରକତ୍‌ଜାଡା ଦାରାଇଅଇ ଡୁଲିରଇଲା । ପାଉଲ୍‌ ତାକର୍‌ ବାକ୍‌ରାଇ ଜାଇ ତାର୍‌ପାଇ ପାର୍‌ତନା କରି ତାର୍‌ ଉପ୍‌ରେ ଆତ୍‌ ଚିଇ ତାକେ ନିମାନ୍‌କଲା ।
9 हे घडलेले पाहिल्यावर त्या बेटावरील इतर आजारी लोक पौलाकडे आले आणि बरे झाले.
ଏ ଗଟ୍‍ନା ପଚେ ସେ ଜାଗାର୍‌ ଜେତ୍‌କି ରଗିମନ୍‌ ସବୁ ପାଉଲର୍‌ ଲଗେ ଆସି ନିମାନ୍‌ ଅଇଲାଇ ।
10 १० त्यांनी आम्हास सन्मानपूर्वक पुष्कळ वस्तू भेटीदाखल दिल्या आणि जेव्हा आम्ही परत प्रवासास निघालो तेव्हा आम्हास लागणाऱ्या अनेक गोष्टी पुरविल्या.
୧୦ସେମନ୍‌ ଆମ୍‌କେ ବେସି ବିନ୍‌ ବିନ୍‌ ରକାମର୍‌ ଜିନିସ୍‌ ଇନାମେ ଦେଲାଇ ଆରି ଆମେ ତେଇଅନି ଜାଜେ ବସି ଜିବାବେଲେ ସେମନ୍‌ ଆମର୍‌ପାଇ ଦର୍‌କାର୍‌ ରଇଲା ସବୁ ଜିନିସ୍‌ ଜାଜେ ଆନି ଦେଲାଇ ।
11 ११ आम्ही तेथे हिवाळ्यात राहिल्यावर आलेक्सांद्रा शहरातील एका जहाजातून पुढील प्रवासास निघालो, ते जहाज त्या बेटावर हिवाळाभर मुक्कामाला होते, त्या जहाजाच्या समोरील बाजूस जुळ्या भावाचे चिन्ह होते.
୧୧ସେ ଜାଗାଇଅନି ବାରଇବାକେ ଆମ୍‌କେ ତିନ୍‌ମାସ୍‌ ଲାଗ୍‌ଲା । ସିତ୍‌ଦିନ୍‌ ଅଇରଇଲାକେ ତବିର୍‌ଅଇଲା ଆଲେକ୍‌ଜାଣ୍ଡ୍‌ରିଆ ନଅରେଅନି ଆସିରଇବା ଗଟେକ୍‌ ଜାଜେ ଆମେ ବାରଇଲୁ । ସେ ଜାଜର୍‌ ନାଉଁ ରଇଲା ଜଁଲି ଦେବ୍‌ତା ।
12 १२ मग आम्ही सुराकूस येथे जाऊन पोहचलो आणि तेथे तीन दिवस राहिलो.
୧୨ପର୍‌ତୁମ୍‌ ସିର୍‌କୁସ୍‌ ନାଉଁର୍‌ ନଅରେ କେଟି ତେଇ ତିନ୍‌ଦିନ୍‌ ରଇଲୁ ।
13 १३ तेथून शिडे उभारून आम्ही निघालो आणि रेगियोन नगराला गेलो, तेथे एक दिवस मुक्काम केला, नंतर दक्षिणेकडील वारा सुटल्यावर दुसऱ्या दिवशी पुत्युलास गेलो.
୧୩ତେଇଅନି ଆରି ତରେକ୍‌ ଜିବାଟା ଆରାମ୍‌ କରି ଆମେ ରେଜିଅମ୍‌ ସଅରେ କେଟ୍‌ଲୁ । ତାର୍‌ ଆର୍‌କର୍‌ ଦିନେ ଦକିଣ୍‌ ଦିଗେଅନି ପବନ୍‌ ଆଇଲା ଆରି ଦୁଇଦିନ୍‌ ପଚେ ପୁତେଅଲି ସଅରେ କେଟ୍‌ଲୁ ।
14 १४ त्या शहरात आम्हास काही बंधुजन भेटले, त्यांच्या सांगण्यावरून आम्ही तेथे सात दिवस राहिलो, मग आम्ही रोम येथे जाऊन पोहचलो.
୧୪ତେଇ କେତେଟା ଜିସୁକେ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କର୍‌ବା ବାଇମନ୍‌କେ ମିସ୍‌ଲୁ । ତାକର୍‌ ସଙ୍ଗ୍‍ ଗଟେକ୍‌ ଆଟ୍‌ ରଇବାକେ ସେମନ୍‌ ଆମ୍‌କେ ବାବୁଜିଆ କଲାଇ । ସାରାସାରିପଚେ ଆମେ ରମ୍‌ ଦେସେ ଜାଇ କେଟ୍‌ଲୁ ।
15 १५ तेथील बंधूनी आमच्याबद्दलची वार्ता ऐकली होती, ते आमच्या भेटीसाठी अप्पियाच्या बाजारपेठेपर्यंत आणि तीन धर्मशाळेपर्यंत आले, पौलाची त्यांची भेट झाल्यावर त्याने देवाचे उपकार मानले व त्यास धीर आला.
୧୫ଆମେ ଗାଲା କବର୍‌ ସୁନିକରି ରମ୍‌ ଦେସର୍‌ ବିସ୍‌ବାସି ବାଇମନ୍‌ ତେଇଅନି ଆପିଅ ଜାଗାର୍‌ ଆଟେ ଆରି ତିନ୍‌ସରା ନାଉଁର୍‌ ନଅର୍‌ମନ୍‌ ଜାକ ଆମ୍‌କେ ବେଟ୍‌ ଅଇବାକେ ଇଣ୍ଡି ଇଣ୍ଡି ଆଇଲାଇ । ସେମନ୍‌କେ ଦେକି ପାଉଲ୍‌ ପର୍‌ମେସର୍‌କେ ଦନିଅବାଦ୍‌ ଦେଲା ଆରି ବେସି ସାର୍‌ଦା ଅଇଲା ।
16 १६ आम्ही रोम येथे पोहोंचल्यावर पौलाला एकटे राहायला परवानगी मिळाली, परंतु त्याच्यावर देखरेख करण्यासाठी एक शिपाई ठेवण्यात आला.
୧୬ଆମେ ରମ୍‌ ଦେସେ କେଟ୍‌ଲା ପଚେ ପାଉଲ୍‌କେ ଗଟେକ୍‌ ସନିଅ ସଙ୍ଗ୍‍ ଗଟେକ୍‌ ଗରେ ରଇବାକେ ଆଦେସ୍‌ ମିଲ୍‌ଲା ।
17 १७ तीन दिवसानंतर पौलाने सर्व यहूदी पुढाऱ्यांना एकत्र बोलावले, जेव्हा सर्वजण जमा झाले तेव्हा पौल त्यांना म्हणाला, “बंधूंनो, आपल्या बांधवांविरुद्ध मी काहीही केलेले नाही, तरी मला यरूशलेम येथे पकडून रोमी लोकांच्या हाती कैदी म्हणून देण्यात आले.
୧୭ତିନ୍‌ ଦିନ୍‌ ପଚେ ପାଉଲ୍‌ ସେ ଜାଗାର୍‌ ଜିଉଦି ନେତାମନ୍‌କେ ଗଟେକ୍‌ ସବା କର୍‌ବାକେ କବର୍‌ ପାଟାଇଲା । ସେମନ୍‌ ଆସି ରୁଣ୍ଡ୍‌ଲାଇକେ ପାଉଲ୍‌ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା, “ଏ ଇସ୍‌ରାଏଲର୍‌ ବାଇମନ୍‌, ମୁଇ ଆମର୍‌ ଲକ୍‌ମନର୍‌ ବିରୁଦେ କି ଆମର୍‌ ଆନିଦାଦିମନର୍‌ ଟାନେଅନି ସିକିରଇବା ରିତିନିତି ବିରୁଦେ କିଚି କରିନାଇ, ଏଲେ ମିସା ଜିରୁସାଲାମର୍‌ ଜିଉଦିମନ୍‌ ମକେ ଦାରି ବନ୍ଦିଗରେ ପୁରାଇ ରମିଅମନ୍‌କେ ସର୍‌ପିଦେଲାଇ ।
18 १८ आणि जेव्हा त्यांनी माझी चौकशी केली, तेव्हा त्यांची मला सोडून देण्याची इच्छा होती, कारण मरणदंडाला योग्य असा कोणताही गुन्हा मी केला नव्हता.
୧୮ମକେ ପାଚାର୍‌ ଉଚାର୍‌ କଲା ପଚେ ମରନ୍‌ ଡଣ୍ଡ୍ ପାଇବା ଏତ୍‌କି କାଇ ଅପ୍‌ରାଦ୍‌ କରେ ନାଇ ବଲି ଜାନ୍‌ଲାଇ । ପଚେ ରମିଅ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ମକେ ମୁକ୍‌ଲାଇବାକେ ମନ୍‍ କର୍‌ତେ ରଇଲାଇ ।
19 १९ परंतु यहूदी लोकांनी जेव्हा माझ्या सुटकेला हरकत घेतली, तेव्हा कैसराकडे न्याय मागणे मला भाग पडले, याचा अर्थ असा नाही की, यहूदी लोकांविरुद्ध मला दोषारोप करण्याची इच्छा आहे.
୧୯ମାତର୍‌ ଜିଉଦି ଲକ୍‌ମନ୍‌ ମକେ ଚାଡ୍‌ବାକେ ରାଜି ଅଅତ୍‌ନାଇ । ତେବେ ମର୍‌ ନିଜର୍‌ ଲକ୍‌ମନର୍‌ ବିରୁଦେ ମର୍‌ କାଇ ଦାବି ନ ରଇଲା ମିସା, ମୁଇ ବଡ୍‌ସାସନ୍‌କାରିଆକେ ଗୁଆରି କର୍‌ବି ଆକା ବଲି ବାବ୍‌ଲି ।
20 २० या कारणासाठी तुम्हास भेटण्याची आणि तुमच्याशी बोलण्याची मी इच्छा दाखविली, कारण इस्राएलाच्या आशेच्या निष्ठेमुळेच मी या साखळ्यांनी जखडलो गेलो आहे.”
୨୦ସେଟାର୍‌ପାଇ ଏ ବିସଇ କାତାବାର୍‌ତା ଅଉଁ ବଲି ମୁଇ ତମ୍‌କେ ଡାକାଇ ଆଚି । ଇସ୍‌ରାଏଲର୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ଏବେ ଜାକେ ଆସା କରି ଆଇଲାଇନି, ତାର୍‌ପାଇ ବଲିକରି ମୁଇ ଆଜି ସିକ୍‌ଲି ସଙ୍ଗ୍‍ ବାନ୍ଦାଇ ଅଇଆଚି ।”
21 २१ यहूदी पुढारी पौलाला म्हणाले, “आम्हास तुमच्याबाबत यहूदीयाहून कसलेही पत्र आलेले नाही, अगर तिकडून येणाऱ्या बंधुजनांपैकी एकाही भावाने तुमच्याविषयी वाईट कळविले अथवा बोललेले नाही.”
୨୧ସେମନ୍‌ କଇଲାଇ, “ଆମ୍‌କେ ଜିଉଦା ଦେସେଅନି ତମର୍‌ ବିସଇ କାଇ ଚିଟି ଗଟେକ୍‌ ମିସା ମିଲେ ନାଇ, କି ବାଇମନର୍‌ ବିତ୍‌ରେଅନି କେ ମିସା ଇତି ଆସି ତମର୍‌ ବିସଇର୍‍ ବୁଲ୍‌ କାତା ସୁନାଅତ୍‌ ନାଇ କି କଅତ୍‌ ମିସା ନାଇ ।
22 २२ परंतु तुमची मते काय आहेत हे समजून घेण्याची आमची इच्छा आहे, कारण या गटाविरुद्ध सगळीकडे लोक बोलतात हे आम्हास माहीत आहे.
୨୨ମାତର୍‌ ତମେ କାଇଟା ବଲି ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କଲାସ୍‌ନି, ସେଟା ତମର୍‌ଟାନେଅନି ଆମେ ସୁନ୍‌ବାକେ ମନ୍‍ କଲୁନି । କାଇକେବଇଲେ, ଗୁଲାଇବାଟର୍‌ ଲକ୍‌ ତମର୍‌ ଦଲ୍‌ ବିରୁଦେ କାତା ଅଇଲାଇନି ।”
23 २३ तेव्हा यहूदी लोकांनी एक बैठकीचा दिवस ठरवला, जेथे पौल राहत होता, तेथे ते मोठ्या संख्येने जमा झाले, तेव्हा पौलाने त्यांना समजावून सांगितले आणि देवाच्या राज्याविषयी आपली साक्ष दिली, मोशेच्या नियमशास्त्रापासून आणि संदेष्ट्यांच्यापासून फोड करून येशूविषयी त्यांची खात्री पटविण्याचा प्रयत्न केला, हे तो सकाळपासून संध्याकाळपर्यंत करीत होता.
୨୩ସେମନ୍‌ ଗଟେକ୍‌ଦିନ୍‌ ଟିକ୍‌ କଲାଇ ଆରି ଟିକ୍‌ କଲା ଦିନେ ସେମନର୍‌ ବିତ୍‌ରେଅନି ବେସି ଲକ୍‌ ପାଉଲ୍‌ ରଇବା ଜାଗାଇ ଆଇଲାଇ । ପାଉଲ୍‌ ସେମନ୍‌କେ ସାକାଲେଅନି ସଞ୍ଜ୍‌ଜାକ ପରମେସର୍‌ ରାଇଜ୍‌ ବିସଇ ବୁଜାଇଦେଲା ଆରି ମସାର୍‌ ରିତିନିତି ଆରି ବବିସତ୍‌ବକ୍‌ତାମନ୍‌ ଲେକ୍‌ଲା ସାସ୍‌ତରର୍‌ ବାକିଅ ଦେକାଇକରି ଜିସୁର୍‌ ବିସଇ ବୁଜାଇଲା ।
24 २४ त्याने फोड करून सांगितलेल्या गोष्टीविषयी काही जणांची खात्री पटली, तर काहींनी तो बोलत असलेल्या गोष्टीवर विश्वास ठेवला नाही.
୨୪ତେଇ କେତେ ଲକ୍‌ ପାଉଲ୍‌ କଇଲା କାତା ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କଲାଇ, ମାତର୍‌ କେତେ ଲକ୍‌ ବିସ୍‌ବାସ୍‌ କରତ୍‌ ନାଇ ।
25 २५ पौल पुढील एक गोष्ट बोलला, त्यावरून मतभेद होऊन त्यांच्यापैकी काहीजण उठले आणि तेथून जाऊ लागले, पौल म्हणाला, “यशया संदेष्टयांच्या द्वारे पवित्र आत्मा आपल्या वाडवडिलांशी जे बोलला, ते खरोखरच किती खरे आहे! यशया म्हणाला होता.”
୨୫ତେବେ ତାକର୍‌ ତାକର୍‌ ବିତ୍‌ରେ ଦଦାପେଲା ଅଇକରି ବାରଇ ଉଟିଗାଲାଇ । ପାଉଲ୍‌ ଗଟେକ୍‌ କାତା କଇଲା, ସୁକଲ୍‌ ଆତ୍‌ମା ତମର୍‌ ଆନିଦାଦିମନ୍‌କେ ଜିସାୟ ବବିସତ୍‌ବକ୍‌ତାର୍‌ ଡଣ୍ଡେଅନି ସତ୍‌ କାତା କଇରଇଲା!
26 २६ या लोकांकडे तुम्ही जा आणि त्यांना सांगाः तुम्ही ऐकाल तर खरेपण तुम्हास समजणार नाही, तुम्ही पहाल तुम्हास दिसेल पण तुम्ही काय पाहत ते तुम्हास कळणार नाही.
୨୬ସେ କଇରଇଲା, “ଏ ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ ଜାଇ କଅ, ତମେ ସୁନି ସୁନି ରଇସା, ମାତର୍‌ ନ ବୁଜାସ୍‌ । ଦେକି ଦେକି ରଇସା, ମାତର୍‌ ନ ଚିନାସ୍‌ ।”
27 २७ कारण या लोकांचे अंतःकरण जड झाले आहेत त्याच्या कानांनी त्यांना ऐकू येत नाही आणि त्यांनी आपले डोळे बंद केले आहेत नाही तर त्यांनी आपल्या डोळ्यांनी पाहिले असते आणि आपल्या कानांनी ऐकले असते आणि माझ्याकडे वळले असते आणि मी त्यांना बरे केले असते.
୨୭କାଇକେ ବଇଲେ ଏ ଲକ୍‌ମନର୍‌ ମନ୍‌ ବେସି ଆଁଟ୍‌, ସେମନ୍‌ ନିଜର୍‌ ନିଜର୍‌ ଆଁକି ଲିମିଦେଇ ଆଚତ୍‌ ଆରି କାନ୍‌ ଚୁଟି ଦେଇ ଆଚତ୍‌, ସେମନ୍‌ ଜଦି ଆଁକି ଦେକ୍‌ତାଇ, ଆରି ଚୁଟି ଅଇଲା କାନ୍‌ ଉଗାଡି ସୁନ୍‌ତାଇ । ସେନ୍ତାର୍‌ ଆଲେ ସେମନ୍‌ ମନେ ମନେ ବୁଜ୍‌ତାଇ । ଆରି ସେମନ୍‌ ମର୍‌ଲଗେ ବାଅଡ୍‌ତାଇ ଆରି ମୁଇ ସେମନ୍‌କେ ନିକ କର୍‌ତି । ଏଟା ପରମେସର୍‌ କଇଲାନି ।
28 २८ म्हणून देवाचे हे तारण परराष्ट्रीयांकडे लोकांकडे पाठविण्यात आले आहे, हे तुम्हा यहूदी लोकांस कळावे, ते ऐकतील.
୨୮ସାରାସାରିପଚେ ପାଉଲ୍‌ କଇଲା “ତେବେ ପରମେସରର୍‌ ମୁକ୍‌ତି ଜିଉଦିନଇଲା ଲକ୍‌ମନର୍‌ ପାଇ ଆଇଲା ଆଚେ । ଏଟା ତମେ ଜାନିରୁଆ, ସେମନ୍‌ ମିସା ସେଟା ମାନ୍‌ବାଇ ।”
29 २९ तो असे बोलल्यावर यहूदी आपल्यामध्ये फार विवाद करीत निघाले.
୨୯ପାଉଲ୍‌ ଏ ସବୁ କାତା କଇଲାକେ, ଜିଉଦିମନ୍‌ ନିଜର୍‌ ନିଜର୍‌ ବିତ୍‌ରେ ଦଦାପେଲା ଅଇଅଇକରି ଉଟିଗାଲାଇ ।
30 ३० पूर्ण दोन वर्षे तो त्याच्या भाड्याच्या घरात राहिला, जे त्यास भेटायला येत, त्यांचे तो स्वागत करी.
୩୦ପାଉଲ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଗର୍‌ ବାଡାକରି ତେଇ ଦୁଇ ବରସ୍‌ ଜାକ ରଇଲା ଆରି ତାକେ ଦେକ୍‌ବାକେ ଆଇଲା ସବୁ ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ ତେଇ ଗତିଆ ମାନ୍‌ତେରଇଲା । ଜେତ୍‌କି ଲକ୍‌ ପାଉଲର୍‌ ଲଗେ ଆଇତେ ରଇଲାଇ ସେ ସବୁ ଲକ୍‌କେ ଡାକି, କାକେ ନ ଡର୍‌ତେ କଲା ।
31 ३१ त्याने देवाच्या राज्याविषयी प्रचार केला, त्याने प्रभू येशूविषयी शिक्षण दिले, तो हे काम फार धैर्याने करीत असे आणि कोणीही त्यास बोलण्यात अडवू शकले नाही.
୩୧ଆରି ତାକେ କେ ମିସା ତେବାଅତ୍‌ ନାଇ । ସେ ପରମେସରର୍‌ ରାଇଜ୍‌ ବିସଇ ଜାନାଇକରି ମାପ୍‌ରୁ ଜିସୁକିରିସ୍‌ଟର୍‍ ବିସଇ ସିକିଆ ଦେଇତେରଇଲା ।

< प्रेषि. 28 >