< प्रेषि. 22 >

1 बंधुजनहो व वडील मंडळींनो, मी जे काही आता तुम्हास प्रत्युत्तर करतो ते ऐका.
ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଆରି ଆବାକାଦେର୍, “ଆନ୍‌ ନଙ୍ଗ୍‌ ମି ଲାଗେ ଇମ୍‌ଣି ନା ପାକ୍ୟାତାଂ ସାକି କାତା ଇଞ୍ଜ୍‌ନାଙ୍ଗା, ହେଦାଂ ୱେନାଟ୍‌ ।”
2 तो आपणाबरोबर इब्री भाषेत बोलत आहे हे ऐकून ते अधिक शांत झाले, मग त्याने म्हटले.
ହେୱାନ୍‌ ହେୱାର୍‌ ଲାଗେ ଏବ୍ରି ବେରଣ୍‌ତ କାତା ଇନାକା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ହେୱାର୍‌ ଆଦିକ୍‌ ଚିମ୍‌ରା ଆଜ଼ି ମାଚାର୍‌ । ହେବେଣ୍ଡାଂ ହେୱାନ୍‌ ଇଚାନ୍‌,
3 मी यहूदी आहे, माझा जन्म किलकीयातील तार्स नगरांत झाला आणि मी या शहरांत गमलियेलच्या चरणांजवळ लहानाचा मोठा होऊन मला वाडवडीलांच्या नियमशास्त्राचे शिक्षण कडकडीत रीतीने मिळाले आणि जसे तुम्ही सर्व आज देवाविषयी आवेशी आहात तसा मीही होतो.
“ଆନ୍‌ ରକାଂ ଜିହୁଦି, କିଲିକିୟାନି ତାର୍ସତ ନାଦାଂ ଜଲମ୍‌, ମତର୍‌ ଆନ୍‌ ଇ ଗାଡ଼୍‌ଦ ପହାପାଲି ଆତାଙ୍ଗ୍‌ନା, ମା ଆବାଲାତ୍ରାତି ହାରୁ ବିଦି ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ଗମଲିୟେଲ୍‌ତି ମୁମ୍‌ଦ ତାରେନ୍‌ କୁଚ୍‌ଚି ହିକ୍ୟା ପାୟାତାଂନା, ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ୱିଜ଼ାକାଦେର୍‌ ନେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଇନେସ୍‌ ୱାରି କାଦେର୍, ଇସ୍ୱର୍‌ତି ପାକ୍ୟାତ ଆନ୍‌ ପା ହେ ଲାକେ ଆଗେ ମାଚାଙ୍ଗ୍;
4 पुरूष व स्त्रिया ह्यांना बांधून तुरुंगात घालू देहान्त शिक्षा देऊन सुद्धा मी ‘या मार्गाचा’ पाठलाग केला.
ଆନ୍‌ ଇ ମାପ୍ରୁତି ହାଜ଼ିତ । ଆଣ୍ଡ୍ରେନ୍‌ ଆରି କଗ୍‍ଲେ ୱିଜ଼ାରିଂ ଗାଚ୍‌ଚି ଜଇଲ୍‌ତ ତୁହିଜି ହାନି ପାତେକ୍‌ କସ୍ଟ ହିଜ଼ି ମାଚାଙ୍ଗ୍ ।
5 त्याविषयी महायाजक व सगळा वडिलवर्गही माझा साक्षी आहे; मी त्यांच्यापासून बंधुजनांस पत्रे घेऊन दिमिष्कास चाललो होतो; ह्यासाठी की, जे तेथे होते त्यांनाही बांधून यरूशलेम शहरात शासन करावयास आणावे.
ନା ଇ କାତା ଜେ ହାତ୍‌ପା, ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ଆରି ଗାଜା ସବାନି ବୁଡ଼ାଲୁର୍‌ ଇଦାଂ ନି ସାକି । ଇ ମାନାୟାରିଂ ବନ୍ଦି କିଜ଼ି ଆରି ହିକ୍‌ଡ଼ିଂତାଂ ଗାଚ୍‌ଚି ଦାଣ୍ଡ୍‌ କିନି କାଜିଂ ଜିରୁସାଲମ୍‌ତ ତାସି ୱାନି କାଜିଂ ଆନ୍‌ ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ତାଂ ଜିନାଜାଣା ଆକି ଅଜ଼ି ଦମ୍ମେସକ୍‌ତ ମାନି ଜିହୁଦି ଟଣ୍ଡାର୍‌ ଲାଗାଂ ହାଚାଙ୍ଗ୍‌ ।”
6 मग असे झाले की, जाता जाता मी दिमिष्क शहराजवळ पोहचलो तेव्हा सुमारे दुपारच्या वेळेस आकाशातून माझ्याभोवती एकाएकी मोठा प्रकाश चमकला.
ମତର୍‌ “ଆନ୍‌ ହାଲୁ ହାଲୁ ଦମ୍ମେସକ୍‌ନି ଲାଗେ ଆତିଲେ, ଆତିସ୍‌ ମୁଣ୍ଡାମେଦାନ୍‌ତ ହାଚାଟ୍ରେ ନା ଚାରିବେଣ୍‌ତାଂ ବାଦାଡ଼୍‌ତାଂ ଗାଜା ଅଜଡ଼୍‌ ଆତାତ୍‌ ।
7 तेव्हा मी जमिनीवर पडलो आणि “शौला, शौला, माझा छळ का करितोस?” अशी वाणी माझ्याबरोबर मी बोलताना ऐकली.
ହେବେ ଆନ୍‌ ମେଦ୍ନିତ ଗୁର୍ତାଙ୍ଗ୍, ଆରେ ନା କାଜିଂ ଇ ବଚନ୍‌ ୱେଚାଙ୍ଗ୍‌, ସାଉଲ୍‌, ସାଉଲ୍‌, ଇନାକିଦେଂ ନାଙ୍ଗ୍‌ ଇଣ୍‌ କିଦ୍‌ନାୟା?”
8 मी विचारले, प्रभूजी, तू कोण आहेस? त्याने मला म्हटले, “ज्या नासोरी येशूचा तू छळ करितोस तोच मी आहे.”
ଆନ୍‌ ଉତର୍‌ ହିତାଂ, “ମାପ୍ରୁ, ଏନ୍‌ ଇମ୍‌ଣାକାୟ୍‌?” ଲାଗିଂ ହେୱାନ୍‌ ଇନ୍‍ଞ୍ଚାନ୍, “ଏନ୍‌ ଇମ୍‌ଣି ନାଜରିତିୟ ଜିସୁତିଂ ନିନ୍ଦା କିନାୟା, ଆନ୍‌ ହେୱାଙ୍ଗ୍‌ ।”
9 तेव्हा माझ्याबरोबर जे होते त्यांना प्रकाश दिसला खरा, परंतु माझ्याबरोबर बोलणाऱ्याची वाणी त्यांनी ऐकली नाही.
ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ନା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ମାଚାର୍‌, ହେୱାର୍‌ ହେ ଅଜଡ଼୍‌ ହୁଡ଼୍‌ତାର୍‌ ହାତ୍‌ପା, ମତର୍‌ ଇନେର୍‌ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ କାତା ଇଞ୍ଚାର୍, ହେୱାନ୍ତି କାଟ୍‌ ୱେନ୍‍ୱାତାର୍ ।
10 १० मग मी म्हणालो, प्रभूजी मी काय करावे? प्रभूने मला म्हटले, “उठून दिमिष्कात जा; मग तू जे काही करावे म्हणून ठरविण्यात आले आहे, त्या सर्वांविषयी तुला तेथे सांगण्यात येईल.”
ହେବେ ଆନ୍‌ ଇଚାଙ୍ଗ୍‌, “ମାପ୍ରୁ ଇନାକା କିନାଙ୍ଗ୍‌?” ଲାଗିଂ ମାପ୍ରୁ ନାଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଚାନ୍, “ନିଙ୍ଗା, ଦମ୍ମେସକ୍‌ତ ହାଲା, ଇସ୍ୱର୍‌ ଇମ୍‌ଣି ୱିଜ଼ୁ କାମାୟ୍‌ କିନି କାଜିଂ ନିଂ କିଆତାତ୍‍ନ୍ନା, ହେ ସବୁ ନିଂ ହେବେ ଇନ୍ୟାନାତ୍ ।”
11 ११ त्या प्रकाशाच्या तेजामुळे मला दिसेनासे झाले; म्हणून माझ्या सोबत्यांनी माझा हात धरून मला दिमिष्कात नेले.
ହେ ଅଜଡ଼୍‌ନି ଜାଜ୍‌ମାଲ୍‌ କାଜିଂ ଆନ୍‌ ହୁଡ଼୍‌ଦେଂ ଆଡ୍‌ୱିତିଲେ, ନା ଲାହାଙ୍ଗ୍‌ ମାନି ଲକୁ ହୁଦାଂ ତାଂଜି ଦମ୍ମେସକ୍‌ତ ତାଇୱାତାର୍‌ ।
12 १२ मग हनन्या नावाचा कोणीएक मनुष्य होता, तो नियमशास्त्राप्रमाणे नीतिमान होता आणि तेथे राहणारे सर्व यहूदी त्याच्याविषयी चांगले बोलत असत.
“ହେ ଗାଡ଼୍‌ଦ ହନନିୟ ତର୍‌ ନି ସାକି ମାନାୟ୍‌ ମାଚାନ୍‌ । ହେୱାନ୍‌ ମା ବିଦି ପାଲି କିଜ଼ି ମାଚାନ୍‌ ଆରି ହେବେ ବାହା କିଜ଼ିମାନି ଜିହୁଦିର୍‌ ୱିଜ଼ାକାର୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ମାନି କିଜ଼ି ମାଚାର୍‌ ।
13 १३ तो माझ्याकडे आला व जवळ उभा राहून मला म्हणाला, शौल भाऊ, इकडे पहा, तत्क्षणीच मी त्याच्याकडे वर पाहिले.
ନା ଲାଗେ ୱାଜ଼ି ଲାଗେ ନିଲ୍‌ଚି ନାଙ୍ଗ୍‌ ଇଞ୍ଚାନ୍, ସାଉଲ୍‌ ‘ଟଣ୍ଡେନ୍‌, ହୁଡ଼୍‌ନି ସାକ୍ତି ଗାଟା ଆ ।’ ହେ ପାଦ୍‌ନା ଆନ୍‌ ହେୱାନିଂ ହୁଡ଼୍‌ତାଂ ।”
14 १४ मग तो म्हणाला आपल्या पूर्वजांच्या देवाने तुझ्यासंबधाने ठरवले आहे की, त्याची इच्छा काय आहे हे तू समजून घ्यावे; आणि त्या नीतिमान पुरुषाला पहावे व त्याच्या तोंडाची वाणी ऐकावी.
ଆରେ, ହେୱାନ୍‌ ଇଞ୍ଚାନ୍, “ମା ଆବାଲାତ୍ରାତି ଇସ୍ୱର୍‌ ହେୱାନ୍ତି ଇଚା ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ଆରି ହେ ଦାର୍ମି ଲଗାଂ ହୁଡ଼୍‌ଦେଂ କାଜିଂ, ଆରେ ହେୱାନ୍ତି ୱେଇଦାଂ କାତା ୱେଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ ନିଂ ବାଚି କିତ୍‌ତାନ୍‌ନା,
15 १५ कारण जे तू पाहिले आहे व ऐकले आहे त्याविषयी तू सर्व लोकांपुढे त्याचा साक्षी होशील.
ଇନାକିଦେଂକି ଏନ୍‌ ଇନା ଇନାକା ହୁଡ଼୍‍ତାୟ୍‍ନା ଆରି ୱେଚାୟ୍‍ନା, ହେ ସବୁ ବିସ୍ରେ ୱିଜ଼ୁ ଲକୁ ଲାଗେ ହେୱାନ୍ତି ସାକି ଆତାୟ୍‌ ।
16 १६ तर आता उशीर का करितोस? ऊठ, त्याच्या नावाचा धावा करून बाप्तिस्मा घे आणि आपल्या पापांचे क्षालन कर.
ଆରେ, ନଙ୍ଗ୍‌ ଏନ୍‌ ଇନାକିଦେଂ ମାଲା ଆନାୟା? ନିଙ୍ଗା, ବାପ୍ତିସିମ୍‌ ଆ, ଆରେ ହେୱାନ୍ତି ତର୍‌ଦ ପାର୍ତାନା କିଜ଼ି ଜାର୍‌ ପାପ୍‌ ସବୁ ନୁଜ଼ିତୁହିୟା ।”
17 १७ मग असे झाले की, मी यरूशलेमे शहरास माघारी आल्यावर, परमेश्वराच्या भवनात प्रार्थना करीत असता माझे देहभान सुटले.
“ଇଦାଂ ପାଚେ ଆନ୍‌ ଜିରୁସାଲମ୍‌ତ ମାସ୍‍ଦି ୱାଜ଼ି ମନ୍ଦିର୍‌ତ ପାର୍ତାନା କିନି ୱେଡ଼ାଲିଂ କେଚ୍‌କଣ୍‌ତ ହୁଡ଼୍‌ତାଂ ।
18 १८ तेव्हा मी त्यास पाहिले; तो मला म्हणाला, “त्वरा कर, यरूशलेम शहरातून लवकर निघून जा; कारण तू माझ्याविषयी दिलेली साक्ष ते मान्य करणार नाहीत.”
ମାପ୍ରୁଙ୍ଗ୍‌ କେଚ୍‌କଣ୍‌ତ ହୁଡ଼୍‌ତାଂ, ହେୱାନ୍‌ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଇଞ୍ଚାନ୍, ମାଲା ଆୱାଦାଂ ବେଗି ଜିରୁସାଲମ୍‌ତାଂ ହସିହାଲା, ଇନାକିଦେଂକି ହେୱାର୍‌ ନା ବିସ୍ରେନି ସାକି ଇଡ୍‍ଡୁର୍ ।”
19 १९ तेव्हा मी म्हणालो, प्रभू, त्यांना ठाऊक आहे की, तुझ्यावर विश्वास ठेवणाऱ्याना मी बंदीत टाकून प्रत्येक सभास्थानात त्यांना मारहाण करीत असे.
ହେବେଣ୍ଡାଂ ଆନ୍‌ ଇଚାଙ୍ଗ୍‌, “ମାପ୍ରୁ ଆନ୍‌ ଜେ ନି ତାକେ ପାର୍ତି କିନାକାରିଂ ପାର୍ତାନା ଇଲ୍‌ ଆସ୍ତି ବନ୍ଦିତ ତୁହିଜି ମାଚାଙ୍ଗ୍ ଆରି ଟ୍ରାକ୍‌ଚି ମାଚାଙ୍ଗ୍, ଇଦାଂ ହେୱାର୍‌ ନିଜେ ପୁନାର୍‌,
20 २० तुझा साक्षी स्तेफन याचा रक्तपात झाला तेव्हा मी स्वतः जवळ उभा राहून मान्यता दर्शवित होतो आणि त्याचा घात करणाऱ्याची वस्त्रे सांभाळीत होतो.
ଆରେ, ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ନି ସାକି ସ୍ତିପାନ୍‌ତିଂ ନେତେର୍‌ ହପ୍‌ୟା ଆଜ଼ି ମାଚାତ୍‌, ହେ ପାଦ୍‌ନା ଆନ୍‌ ପା ଲାଗେ ନିଲ୍‌ଚି ହେଦାଂ ରାଜି ମାଚାଙ୍ଗ୍, ଆରେ ଅସ୍ତାକାର୍ ହେନ୍ଦ୍ରା ଇଡ଼୍‌ଜି କାସି ମାଚାଙ୍ଗ୍ ।”
21 २१ तेव्हा त्याने मला सांगितले, “जा मी तुला मी परराष्ट्रीयांकडे दूर पाठवतो.”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ମାପ୍ରୁ ନାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍ ଇଞ୍ଚାନ୍, “ହାଲା ଇନାକିଦେଂକି ଆପ୍‌ ନିଂ ଦେହା ପାର୍ତିକିୱି ଜିହୁଦିର୍‌ ଲାଗେ ପକ୍ତାନାପ୍ ।”
22 २२ या वाक्यापर्यंत लोकांनी त्याचे ऐकले; मग ते आरोळी मारून बोलले, जगातून ह्याला नाहीसे करा, याची जगण्याची लायकी नाही.
ମାନାୟାର୍‌ ଇ ପାତେକ୍‌ ହେୱାନ୍ତି କାତା ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ଗାଜା ୱେଇଦାଂ ଇଚାର୍‌, “ଏପେଙ୍ଗ୍‌ ତାଙ୍ଗେଙ୍ଗ୍‌ ପୁର୍ତିତାଂ ଦେହା କିୟାଟ୍‌, ଇନାକିଦେଂକି ତାଦାଂ ଜିଜ଼ି ମାନି ଲଡ଼ା ଆକାୟ୍‌ ।”
23 २३ ते ओरडत व आपली बाह्यवस्त्रे अंगावरून काढून टाकून आकाशात धूळ उधळीत असता.
ଆରେ, ଏଚେକାଡ଼୍‌ଦ ହେୱାର୍‌ କିକିରାଡିଂ କିଜ଼ି ଜାର୍‌ ଜାର୍‌ ହେନ୍ଦ୍ରା ତୁହିଜି ବାଦାଡ଼୍‌ ନିପ ଦୁଡ଼ି ତୁହିଦେଂ ଲାଗାତାର୍‌,
24 २४ सरदाराने शिपायांना सांगितले, पौलाला चाबकाने मारा, अशाप्रकारे हे लोक पौलाविरुद्ध का ओरड करीत आहेत हे सरादाराला जाणून घ्यायचे होते.
ହେ ଏଚେୱେଡ଼ାଲିଂ ହାଜାର୍‌ ମେଲ୍ୟାର୍‌ ହେୱାନିଂ ଗାଡ଼୍‌ ବିତ୍ରେ ଅଦେଂ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌, ଆରେ, ଲକୁ ଇନାକିଦେଂ ତା ବିରୁଦ୍‌ତ ଏପେଙ୍ଗ୍‌ କିକିରାଡିଂ କିନାରା, ଇଦାଂ ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ କାଜିଂ କର୍‌ଡା ଇଡ଼୍‌ନି ହୁଦାଂ ତା ପରିକ୍ୟା କିନି କାଜିଂ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌ ।
25 २५ मग त्यांनी त्यास वाद्यांनी ताणले, तेव्हा जवळ उभ्या असलेल्या शताधीपतीला पौलाने म्हटले, “रोमन मनुष्यास व ज्याला दोषी ठरवले नाही अशाला तुम्ही फटके मारणे कायदेशीर आहे काय?”
ମାତର୍‌ ହେୱାର୍‌ ହେୱାନିଂ ଡରି ଗାଚ୍‌ନି ସମୁତ ପାଉଲ୍‌ ହେବେ ମାନି ରୱାନ୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍‍ତିଂ ଇଚାନ୍‌, “ଇମ୍‌ଣି ପାପ୍‌ତ ଇ ପାତେକ୍‌ ବିଚାର୍‌ କିୟାୱାଦାଂ ମାନି ରୱାନ୍‌ ରମିୟ ଦାଙ୍ଗ୍‌ଣେନ୍‌ତିଂ କର୍‌ଡା ଇଡ଼୍‌ନାକା ଇନାକା ବିଦି?”
26 २६ हे एकूण शताधीपतीने सरदाराजवळ जाऊन म्हटले, आपण हे काय करीत आहा? तो मनुष्य रोमन आहे.
ହେ ପାଞ୍ଚ୍‌କଡ଼ି ମୁସ୍ତିଦାର୍ ଇଦାଂ ୱେନ୍‌ଞ୍ଜି ହାଜାର୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍‍ତ ଲାଗେ ହାଲ୍‌ଜି ତାଙ୍ଗ୍‌ ହେ କାତା ୱେଚ୍‌ଚି ଇଚାନ୍‌, “ଏନ୍‌ ଇନାକା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ହାନାୟା? ଇୱାନ୍ତ ରୱାନ୍‌ ରମିୟ ।”
27 २७ तेव्हा सरदार त्याच्याजवळ येऊन म्हणाला, “मला सांग, तू रोमन आहेस काय?” त्याने म्हटले, “होय.”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହାଜାର୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍ ୱାଜ଼ି ତାଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାନ୍‌, ନାଙ୍ଗ୍‌ ୱେଚ୍‌ଚା, “ଏନ୍‌ କି ରକାୟ୍‌ ରମିୟ? ପାଉଲ୍‌ ଇଚାନ୍‌ ଆଁ ।”
28 २८ सरदाराने उत्तर दिले, “मी हा नागरिकपणाचा हक्क फार मोल देऊन विकत घेतला आहे.” पौलाने म्हटले, “मी तर जन्मतःच रोमन आहे.”
ହେବେଣ୍ଡାଂ ହାଜାର୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍ ଉତର୍‌ ହିତାନ୍‌, “ବେସି ଡାବୁଙ୍ଗ୍‌ ହିିଜ଼ି ଇ ପାଦ୍‌ ପାୟାତାଂନା । ପାଉଲ୍‌ ଇଚାନ୍‌, ମତର୍‌ ଆନ୍‌ ଜଲମ୍‌ତାଂ ରମିୟ ଦାଂଣାର୍‌ ।”
29 २९ ह्यावरून जे त्याची चौकशी करणार होते ते तत्काळ त्याच्यापासून निघून गेले; शिवाय हा रोमन आहे असे सरदाराला कळले तेव्हा त्यालाही भीती वाटली, कारण त्याने त्यास बांधिले होते.
ୱାଟିଙ୍ଗ୍‌ ଇମ୍‌ଣାକାର୍‌ ତାଙ୍ଗ୍‌ ପରିକ୍ୟା କିଦେଙ୍ଗ୍‌ ସେସ୍ଟା କିଜ଼ି ମାଚାର୍, ହେୱାର୍‌ ହେ ଦାପ୍ରେ ହେବେତାଂ ଚିମ୍ରା ଆତାର୍‌, ଆରେ ହାଜାର୍‌ ମୁସ୍ତିଦାର୍ ପା ହେୱାନ୍‌ ଜେ ରୱାନ୍‌ ରମିୟ, ଇଦାଂ ବୁଜାତିଲେ ଆରି ତାଙ୍ଗ୍‌ ଗାଚ୍‍ଚେଂ ପାଣ୍ଡ୍ରା ଆତାର୍‌ ।
30 ३० यहूदी लोकांनी त्याच्यावर जो आरोप आणला तो काय आहे हे निश्चितपणे कळावे असे सरदाराच्या मनात होते, म्हणून दुसऱ्या दिवशी त्याने त्यास मोकळे केले आणि मुख्य याजक लोक व सगळी न्यायसभा ह्यांना एकत्र होण्याचा हुकुम करून पौलाला खाली आणून त्याच्यापुढे उभे केले.
ମତର୍‌ ଇନାକିଦେଂ ହେୱାନ୍‌ ଜିହୁଦିର୍‌ତି ହୁଦାଂ ଦାବା ଆତାନ୍ନା, ହେଦାଂ ହାତ୍‌ପା ରଚେ ପୁଞ୍ଜେଙ୍ଗ୍‌ ଇଚାତ ହେୱାନ୍‌ ତା ଆର୍କାତ୍‌ ନାଜିଂ ହେୱାନ୍ତି ଗାଟି ରିକ୍‌ଚି ମୁଡ଼୍‌ ମାପ୍ରୁହେବାକିନାକାନ୍‌ ଆରି ସବୁ ଗାଜା ସବାତିଂ ରବେ ୱାନି କାଜିଂ ବଲ୍‌ ହିତାନ୍‌, ଆରେ ପାଉଲ୍‌ତିଂ ଅସି ହେୱାର୍‌ ମୁମ୍‌ଦ ନିଲି କିତାର୍‌ ।

< प्रेषि. 22 >