< प्रेषि. 17 >

1 नंतर ते अंफिपुली व अपुल्लोनिया या शहरांच्यामधून जाऊन थेस्सलनीकास शहरास गेले, तेथे यहूद्यांचे सभास्थान होते.
ହଃଚେ ସେମଃନ୍ ଆପିପଲି ଆର୍‌ ଆପଲନିଆ ବାଟ୍‌ ଅୟ୍‌ ତେସଲନିକିକେ ଆୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ସେତି ଜିଉଦିମଃନାର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନା ଗଃର୍‌ ରିଲି ।
2 तेथे पौलाने आपल्या परिपाठाप्रमाणे त्याच्याकडे जाऊन तीन शब्बाथ त्यांच्याबरोबर शास्त्रलेखावरून वादविवाद केला.
ଆର୍‌ ପାଉଲ୍‌ ତାର୍‌ ରିତି ହଃର୍କାରେ ସେମଃନାର୍‌ ଚଃମେ ଗଃଲା, ଆରେକ୍‌ ତିନି ବିସାଉଁଣିବାର୍‌ ହଃତେକ୍‌ ସାସ୍ତରାର୍‌ କଃତା ସେମଃନ୍‌କେ ବୁଜାୟ୍‌ଲା ।
3 त्यांने शास्त्रलेखाचा उलगडा करून असे प्रतिपादन केले की, ख्रिस्ताने दुःख सोसावे व मरण पावलेल्यांमधून पुन्हा उठावे ह्याचे अगत्य होते आणि ज्या येशूची मी तुमच्यापुढे घोषणा करीत आहे तोच तो ख्रिस्त आहे.
ଦଃର୍ମ୍‌ସାସ୍ତର୍‌ କୟ୍‌କଃରି ବୁଜାୟ୍‌ଲା “ଜେ ମସିହର୍‌” ଦୁକ୍‌ବୟ୍‌ଗ୍‌ ଆର୍‌ ମଃର୍ନ୍‌ ବୟଃଗ୍ କଃରି ମଃଲା ଲକ୍‌ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଉଟ୍‌ତାର୍‌ ଲଳା ରିଲି ଆର୍‌ ସେ ଜୁୟ୍‌ ଜିସୁକେ ସେମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃରୁଲା ସେ ଜେ କ୍ରିସ୍ଟ ଇ କଃତା ଟିକ୍‌ କଃରି ବୁଜାୟ୍‌ଲା ।
4 तेव्हा त्याच्यापैकी काही जणांची खातरी होऊन पौल सीला ह्यांना येऊन मिळाले; आणि ग्रीक उपासक ह्यांचा मोठा समुदाय त्यांना मिळाला, त्यामध्ये प्रमुख स्त्रिया काही थोड्या थोडक्या नव्हत्या.
ସେତାକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତି ଲକ୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃରି ପାଉଲ୍‌ ଆର୍‌ ସିଲାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ମିସ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ଜିଉଦି ଦଃର୍ମ୍‌ କଃର୍ତା ଗ୍ରିକ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଗାଦେକ୍‌ ଲକ୍‌ ଆର୍‌ କଃତିଗଟ୍‌ ମାୟନ୍ ହାଉତା ମାୟ୍‌ଜିମଃନ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ମିସ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
5 परंतु यहूद्यांनी हेव्याने आपणाबरोबर बाजारचे काही गुंड लोक घेऊन व घोळका जमवून नगरांत घबराट निर्माण केली आणि यासोनाच्या घरावर हल्ला करून त्यांना लोंकाकडे बाहेर काढून आणण्याची खटपट करून पाहिली.
ମଃତର୍‌ ଜିଉଦିମଃନ୍ ଡାରା ଅୟ୍‌ କଃତେକ୍‌ ବଃଜାରାର୍‌ କଃତିଗଟ୍‌ ଦୁସ୍ଟଲକ୍‌ମଃନକେ ସଃଙ୍ଗେ ଆଣି ଲକ୍‌ମଃନକେ ଗଟେଟାଣେ କଃରି ଗଃଳେ ଗଃଣ୍ଡ୍‌ଗଳ୍‌ ଲାଗାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ଜାସନାର୍‌ ଗଃରେ ହୁରି ସେମଃନ୍‌କେ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ଚଃମେ ବାର୍‌କଃରି ଆଣୁକେ ଉପାୟ୍‌ କଃଲାୟ୍‌ ।
6 परंतु त्यांचा शोध लागला नाही तेव्हा त्यांनी यासोनाला व कित्येक बंधूना नगराच्या अधिकाऱ्यांकडे ओढीत नेऊन आरडाओरड करीत म्हटले, ज्यांनी जगाची उलटापालट केली ते येथेही आले आहेत.
ମଃତର୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ ନଃହାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ ଜାସନ୍‌ ଆର୍‌ କଃତିଲକ୍‌ ବିସ୍ୱାସି ବାୟ୍‌ମଃନ୍‌କେ ଗଃଳାର୍‌ ସଃର୍କାରି ଅଃଦିକାରିମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ଜିକି ଆଣି ରାଟୁକଃରି କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଇ ଜୁୟ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ହୁର୍ତିବିକ୍‌ ଉଲ୍‌ଟାହାଲ୍‌ଟା କଃଲାୟ୍‌ନି ସେମଃନ୍ ଇତି ହେଁ ଆସି ଆଚ୍‌ତି,
7 त्यास यासोनाने आपल्या घरात घेतले आहे आणि हे सर्वजण कैसराच्या आज्ञेविरुद्ध वागतात, म्हणजे येशू म्हणून दुसराच कोणी राजा आहे असे म्हणतात.
ସେମଃନ୍‌କେ ଜାସନ୍‌ ତାର୍‌ ଗଃରେ କୁଦି ଆଚେ । ଜିସୁ ନାଉଁଏ ଆରେକ୍‌ ଗଟ୍‌ ରଃଜା” ଆଚେ ବଃଲି କୟ୍‌ ଇମଃନ୍‌ ରମ୍‌ ଦେସାର୍‌ କାଇସର୍‌ ବିରଦ୍‌ କଃରୁଲାୟ୍‌ ।
8 हे ऐकवून त्यांनी लोकांस व शहराच्या अधिकाऱ्यास खवळून सोडले.
ସେମଃନାର୍‌ ଇ କଃତା ସୁଣି ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଆର୍‌ ରମ୍‌ ସଃର୍କାର୍‌ ଅଃଦିକାରିମଃନ୍‌ ଗଃଣ୍ଡ୍‌ଗଳ୍‌ ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
9 मग त्यांनी यासोनाचा व इतरांचा जामीन घेऊन त्यांना सोडून दिले.
ହଃଚେ ସେମଃନ୍ ଜାସନ୍ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗୁଆଳି ମଃନ୍‌କେ ଜରିମନା ନଃୟ୍‌ ଜାମିନେ ଚାଡ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
10 १० नंतर बंधुजनांनी पौल व सीला ह्यांना लागलेच रातोरात बिरुया शहरास पाठवले, ते तेथे पोहचल्यावर यहूदयांचे सभास्थानात गेले.
ଆରେକ୍‌ ବାୟ୍‌ମଃନ୍ ପାଉଲ୍‌ ଆର୍‌ ସିଲାକ୍‌ ରାତିବଃଳ୍‌ ବରିଆକେ ହଃଟାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ । ସେମଃନ୍ ସେତି ହଚି ଜିଉଦିମଃନାର୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନା ଗଃରେ ଗଃଲାୟ୍‌ ।
11 ११ तेथील लोक थेस्सलनीकातल्या लोंकापेक्षा मोठया मनाचे होते; त्यांनी मोठ्या उत्सुकतेने वचनाचा स्वीकार केला आणि या गोष्टी अशाच आहेत की काय ह्याविषयी ते शास्त्रलेखात दररोज शोध करीत गेले.
ତେସଲନିକି ତଃୟ୍‌ ରେତା ଜିଉଦିମଃନ୍‌ ହୁଣି ଇମଃନ୍‌ କଲାମଃନାର୍‌ ରିଲାୟ୍‌, ଇମଃନ୍‌ ବଃଡେ ସଃର୍ଦାୟ୍‌ ମାପ୍ରୁର୍‌ କଃତା ସୁଣ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆରେକ୍‌ ଇ ସଃବୁ ସଃତ୍‌ କି ନାୟ୍‌ ଜାଣୁକେ ହଃତିଦିନ୍ ଦଃର୍ମ୍‌ ସାସ୍ତର୍‌ ହଳ୍‌ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
12 १२ त्यातील अनेकांनी व बऱ्याच प्रतिष्ठित ग्रीक स्त्रिया व पुरूष ह्यांनी विश्वास ठेवला.
ସେତାକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତେକ୍‌ ଆର୍‌ ଗ୍ରିକ୍‌ମାୟ୍‌ଜିମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତେକ୍‌ ମାଜନ୍‌ ମାୟ୍‌ଜି ଆର୍‌ ଅଃଣ୍ଡ୍ରାମଃନ୍‌ ହେଁ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃଲାୟ୍‌ ।
13 १३ तरीही पौल देवाचे वचन बिरुयातही सांगत आहे हे थेस्सलनीकांतल्या यहूद्यांना समजले तेव्हा त्यांनी तिकडेही जाऊन लोकांस खवळून चेतविले.
ମଃତର୍‌ ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ତେସଲନିକିର୍‌ ଜିଉଦିମଃନ୍ ଜାଣ୍‌ଲାୟ୍‌ ଜେ, ଇସ୍ୱରାର୍‌ କଃତା ପାଉଲ୍‌ ବରିଆୟ୍‌ ହେଁ ପର୍ଚାର୍‌ କଃଲା, ସଃଡେବଃଳ୍‌ ସେମଃନ୍ ସେତି ଆସି ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ ଜାଣାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ଡିରାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
14 १४ त्यावरून बंधुजनांनी पौलाला समुद्राकडे जाण्यास लागलेच पाठवले; आणि सीला व तीमथ्य हे तेथेच राहीले.
ସେତାକ୍‌ ବାୟ୍‌ମଃନ୍ ବେଗି ପାଉଲ୍‌କେ ସଃମ୍‌ନ୍ଦ୍ ବାଟ୍‌ ଜଃଉଁକେ ହଃଟାୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ ସିଲା ଆର୍‌ ତିମତି ସେତି ରିଲାୟ୍‌ ।
15 १५ तेव्हा पौलाला पोहचविणाऱ्यांनी त्यास अथेनैपर्यंत नेले आणि सीला व तीमथ्य ह्यांनी आपणाकडे होईल तितके लवकर यावे अशी त्यांची आज्ञा घेउन ते निघाले.
ମଃତର୍‌ ଜୁୟମଃନ୍ ପାଉଲ୍‌କେ ସଃଙ୍ଗେ ନିଲାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ ତାକେ ଏତେନ୍‌ସ୍‌ ହଃତେକ୍‌ ବାଉଳାୟ୍‌ ଆଣ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ସିଲା ଆର୍‌ ତିମତି ଜଃନ୍‌କଃରି ବେଗି ତାର୍‌ତଃୟ୍‌ ଆସ୍ତି, ପାଉଲାର୍‌ ଇ ଆଦେସ୍‌ ସୁଣି ଆୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
16 १६ पौल अथेनैस त्यांची वाट पाहत असता, ते शहर मूर्तींनी भरलेले आहे असे पाहून त्याच्या मनाचा संताप झाला.
ଏତେନ୍‌ସ୍‌ ତଃୟ୍‌ ପାଉଲ୍‌, ସିଲା ଆର୍‌ ତିମତିର୍‌ ଆସ୍ତାର୍‌ ଜାଣି ରେତା ବଃଳ୍‌ ସେ ଗଃଳେ ହୁରି ମୁର୍ତି ଗାଦା ରିଲାର୍‌ ଦଃକି ପାଉଲ୍‌ ଆତ୍ମାୟ୍‌ ଦୁକ୍‌ କଃଲା ।
17 १७ ह्यामुळे तो सभास्थानात यहूदयांबरोबर व उपासक लोकांबरोबर आणि बाजारात जे त्यास आढळत त्यांच्याबरोबर दररोज वाद घालीत असे.
ସେତାକ୍‌ ସେ ପାର୍ତ୍‌ନା ଗଃରେ ଜିଉଦି ଆର୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌କେ ସେବା କଃର୍ତା ଅଜିଉଦି ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଆର୍‌ ଡେଳା ବାଟେ ହଃତିଦିନ୍ ଜୁୟ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ବେଟ୍‌ ଅଃଉତି ରିଲା ସେମଃନ୍‌କେ ସେମଃନାର୍‌ ବିସୟେ କଃତା କଃଉତି ରିଲା ।
18 १८ तेव्हा एपिकूरपंथी व स्तोयिकपंथी ह्यांच्याबरोबर कित्येक तत्वज्ञांनी त्यास विरोध केला, कित्येक म्हणाले, “हा बडबड्या काय बोलतो?” दुसरे म्हणाले, “हा परक्या दैवतांची घोषणा करणारा दिसतो” कारण येशू व पुनरुत्थान ह्याविषयीच्या सुवार्तेची तो घोषणा करीत असे.
ସେତି ଏପିକୁର ଆର୍‌ ସ୍ତଇକାର୍‌ କଃତିଗଟ୍‌ ଗୁରୁମଃନ୍‌ ହେଁ ତାର୍‌ସଃଙ୍ଗ୍ କଃତା କାଟାକାଟି ଅଃଉତିରିଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ କେକେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌ “ଏ ବୁତେକ୍‌ କଃତା କଃଉ କାୟ୍‌ରି କଃଉଁକେ ମଃନ୍‌କଃରୁଲା?” ଆର୍‌ କେକେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ସେ ବିଦେସି ଦେବ୍‌ତା ମଃନାର୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃରୁଲା ବଃଲି ଜାଣାହଃଳୁଲି ।” କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ପାଉଲ୍‌ ଜିସୁ ମଃରି ଉଟ୍‌ଲା କଃତା ପର୍ଚାର୍‌ କଃର୍ତିରିଲା ବଃଲି କୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
19 १९ नंतर त्यांनी त्यास धरून अरियपग टेकडीवर नेऊन म्हटले, “तुम्ही दिलेली ही नवी शिकवण काय हे आम्हास समजून सांगाल काय? कारण तुम्ही आम्हास अपरिचित गोष्टी ऐकवत आहा; ह्याचा अर्थ काय हे समजून घ्यावे अशी आमची इच्छा आहे.
ହଃଚେ ସେମଃନ୍ ପାଉଲ୍‌କେ ଜିଉଦି ବେରାଣେ ଆରପାଗ୍ ତଃୟ୍‌ ନିଲାୟ୍‌, ଆର୍‌ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଇ ଜୁୟ୍‌ ନଃଉଆଁ ସିକ୍ୟା ତୁୟ୍‌ ଦେଉଁଲିସ୍‌, ସେରି କାୟ୍‌ରି ବଃଲି ଅଃମି ଜାଣୁ ହାରୁ କି?
20 २० कारण तुम्ही आम्हास अपरिचित गोष्टी ऐकवित आहा; त्याचा अर्थ काय हे समजून घ्यावे अशी आमची इच्छा आहे.”
କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ତୁୟ୍‌ ଅଃମିମଃନ୍‌କ୍‌ କଃତେକ୍‌ କାବା ଅଃଉତା କଃତା ସୁଣାଉଁଲିସ୍‌, ତଃବେ ଇ ସଃବୁ କଃତାର୍‌ ବାବ୍‌ କାୟ୍‌ରି, ଅଃମି ଜାଣୁକେ ମଃନ୍‌କଃରୁଲୁ ।”
21 २१ काहीतरी नवलविशेष सांगितल्या ऐकल्याशिवाय सर्व अथेनैकर व तेथे राहणारे परके लोक ह्यांचा वेळ जात नसे.
ଏତିନିର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ଆର୍‌ ସେତି ରେତା ବିଦେସି ଲକ୍‌ମଃନ୍ ନଃଉଆଁ କଃଉତାର୍‌ ଆର୍‌ ସୁଣ୍‌ତାର୍‌ ଚାଡି କୁୟ୍‌ କାମେ ହେଁ ସଃମୟ୍‌ ନଃସ୍ଟ୍‌ ନଃକେର୍ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
22 २२ तेव्हा पौल अरियपगाच्या मध्यभागी उभा राहून म्हणाला अहो अथेनैकरांनो, तुम्ही सर्वबाबतीत देवदेवतांना फार मान देणारे आहात असे मला दिसते.
ଇତାକ୍‌ ପାଉଲ୍‌ ଆରପାଗାର୍‌ ବେରାଣ୍ ମଃଜାୟ୍‌ ଟିଆ ଅୟ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ଏ ଏତିନିର୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ ତୁମିମଃନ୍ ସଃବୁ କଃତାୟ୍‌ ବଃଡେ ଦଃର୍ମ୍‌ ବିସ୍ୱାସି ଇରି ମୁୟ୍‌ଁ ଦଃକୁଲେ ।”
23 २३ कारण मी फिरता फिरता तुमच्या उपासनेच्या वस्तू पाहतांना, अज्ञात देवाला ही अक्षरे लिहिलेली वेदी मला आढळली ज्याचे तुम्ही अज्ञानाने भजन करता ते मी तुम्हास जाहीर करतो.
ବଃଲେକ୍‌ ମୁୟ୍‌ଁ ତୁମାର୍‌ ଗଃଳ୍‌କେ ଅୟ୍‌ ବୁଲ୍‌ତାବଃଳ୍‌ ତୁମିମଃନାର୍‌ ହୁଜାକଃର୍ତା ଟାଣ୍ ସଃବୁ ଦଃକୁ ଦଃକୁ ଗଟେକ୍‌ ବେଦିହିଣ୍ଡା ଦଃକ୍‌ଲେ ଜାର୍‌ ଉହ୍ରେ ଇ କଃତା ଲେକା ଅୟ୍‌ରିଲି, “ନଃଜାଣ୍‌ତା ଦେବ୍‌ତାର୍‌ ଗିନେ ।” ତଃବେ ତୁମିମଃନ୍ ଜାକେ ନଃଜାଣି ହୁଜା କଃରୁଲାସ୍‌, ମୁୟ୍‌ଁ ତାର୍‌ବିସୟେ ତୁମିମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ପର୍ଚାର୍‌ କଃରୁଲେ ।
24 २४ ज्या देवाने जग व त्यातले अवघे निर्माण केले तो स्वर्गाचा व पृथ्वीचा प्रभू असून हातांनी बांधलेल्या इमारतीत राहत नाही.
ଜୁୟ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ ଜଃଗତ୍‌ ଆର୍‌ ସେତିର୍‌ ସଃବୁ ବିସୟ୍‌ ତିଆର୍‌ କଃରି ଆଚେ, ସେ ସଃର୍ଗ୍‌ ଆର୍‌ ହୁର୍ତିବିର୍‌ ମାପ୍ରୁ ଅୟ୍‌ରିଲାକ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ଆତେ ତିଆର୍‌ ଅୟ୍‌ଲା ମନ୍ଦିର୍‌ମଃନ୍‌କେ ବାସା ନଃକେରେ ।
25 २५ आणि त्यास काही उणे आहे, म्हणून मनुष्यांच्या हातून त्याची सेवा घडावी असेही नाही; कारण जीवन प्राण व सर्वकाही तो स्वतः सर्वांना देतो.
ଆରେକ୍‌ ତାର୍‌ କାୟ୍‌ ଉଣା ନଃରିଲାକ୍‌ ମାନାୟ୍‌ ଆତେ ହୁଣି ଦିଲା ହୁଜା ସେ ଲଳା ନଃକେରେ, ସେ ନିଜେ ସଃବ୍‌କେ ଜିବନାର୍‌ ହୁଣ୍ଡାଣ୍ ଆର୍‌ ସଃର୍ନେ ଲଳାରିଲା ବିସୟ୍‌ ଦଃୟ୍‌ଦ୍‌ ।
26 २६ आणि त्याने एकापासुन मनुष्यांची सर्व राष्ट्रे निर्माण करून त्यांनी पृथ्वीच्या संबध पाठीवर रहावे असे केले आहे; आणि त्याचे नेमलेले समय व त्यांच्या वस्तीच्या सीमा त्याने ठरविल्या आहेत.
ଆର୍‌ ସେ ହୁର୍ତିବିର୍‌ ସଃବୁ ହାକ୍‌ ବାସା କଃରୁକେ ଗଟେକ୍‌ ଲକ୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ସଃବୁ ଲକ୍‌କେ ତିଆର୍‌ କଃରି ଆଚେ, ସେ ସଃବ୍‌କାର୍‌ ଟିକ୍‌ କାଳ୍‌ ଆର୍‌ ବାସା କଃର୍ତାର୍‌ ଦିନ୍ ତିର୍‌ କଃରି ଆଚେ ।
27 २७ यासाठी की, त्यांनी देवाचा शोध या आशेने करावा आणि त्यास कसे तरी प्राप्त करून घ्यावे, तो आपल्यापैकी कोणापासूनही दूर नाही.
ସେମଃନ୍ ଜଃନ୍‌କଃରି ଇସ୍ୱର୍‌କେ ଲଳିକଃରି ତାକେ ହାଉଁ ହାର୍ତି, ଅୟ୍‌ଲେକ୍‌ ହେଁ ସେ ଅଃମାର୍‌ କାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଦୁରିକ୍‌ ନାୟ୍‌ ।
28 २८ कारण आपण त्याच्याठायी जगतो, वागतो व आहोत तसेच तुमच्या कवीपैकीही कित्येकांनी म्हणले आहे की, आपण वास्तविक त्याचा वंश आहोत.
କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ତାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ଅଃମାର୍‌, ଜିବନ୍‌ ରେତାର୍‌, ଜାତାର୍‌ ଆର୍‌ ଅବୁସ୍ତା ଜଃନ୍‌କାର୍‌ ତୁମିମଃନାର୍‌ ଗିତ୍‌ଲେକୁ ମଃନାର୍‌ବିତ୍ରେ କେକେ କୟ୍‌ ଆଚ୍‌ତି, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ବଃଲେକ୍‌ ଅଃମିମଃନ୍‌ ହେଁ ତାର୍‌ ହିଲା ମଃନ୍‌ ।
29 २९ तर मग आपण देवाचे वंशज असतांना मनुष्याच्या चातुर्याने व कल्पनेने कोरलेले सोने, रुपे किंवा पाषाण, ह्यांच्या आकृतीसारखा देव आहे असे आपल्याला वाटता कामा नये.
ତଃବେ ଆମିମଃନ୍ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ହିଲା ଅୟ୍‌ରିଲାକ୍‌ ଇସ୍ୱର୍‌ ହର୍‌ ମାନାୟ୍‌ ଗଃଳ୍‌ଲା ଆର୍‌ ବାବ୍‌ନା ହଃର୍କାରେ ଗେନି ରିଲାର୍‌ ସନା କି ରୁହା କି ଟେଳା ହର୍‌ ମଃନେ କଃରା ନାୟ୍‌
30 ३० अज्ञानाच्या काळांकडे देवाने डोळेझाक केली, परंतु आता सर्वांनी सर्वत्र पश्चात्ताप करावा अशी तो मनुष्यांना आज्ञा करतो.
ଇସ୍ୱର୍‌ ସେ ଗ୍ୟାନ୍ ନୟ୍‌ଲା କାଳ୍‌କେ ଚାଡି ଆଚେ ସଃତ୍‌, ମଃତର୍‌ ସେ ଅଃବେ ସଃବୁ ମାନାୟ୍‌କେ ମଃନ୍‌ ବାଦ୍‌ଲାଉଁକ୍‌ ଜାଣାଉଁଲା ।
31 ३१ त्याने असा एक दिवस नेमला आहे की, ज्या दिवशी तो आपण नेमलेला मनुष्य येशू याच्याद्वारे जगाचा न्यायनिवाडा नीतिमत्त्वाने करणार आहे; त्याने त्यास मरण पावलेल्यातून उठवून ह्याविषयीचे प्रमाण सर्वास पटवले आहे.
କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ଜୁୟ୍‌ ଦିନ୍ ସେ ଅଃହ୍‌ଣାର୍‌ ବାଚ୍‌ଲା ଲକ୍‌ ହୁଣି ଦଃର୍ମେ ଜଃଗତାର୍‌ ବିଚାର୍‌ କଃରେଦ୍‌, ଅଃନ୍‌କାର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଦିନ୍ ତିର୍‌ କଃରି ଆଚେ ଆର୍‌ ତାକେ ମଃଲା ଲକାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ହୁଣି ଉଟାୟ୍‌ ଇ କଃତାକ୍‌ ସଃବ୍‌କାର୍‌ ଦଃୟ୍‌ ହଃର୍ମାଣ୍‌ ଦଃୟ୍‌ ଆଚେ ।
32 ३२ तेव्हा मृतांच्या पुनरुत्थानाविषयी ऐकून कित्येक थट्टा करू लागले, कित्येक म्हणाले, “ह्याविषयी आम्ही तुमचे पुन्हा आणखी ऐकू.”
ମଃର୍ନେ ହୁଣି ଉଟ୍‌ତା କଃତା ସୁଣି କେକେ ଟାହ୍ରା କଃରୁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ କେକେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଆମିମଃନ୍ ଆରେକ୍‌ ଗଟ୍‌ତର୍‌ ଇ କଃତା ସୁଣୁକ୍‌ ମଃନ୍‌କଃରୁଲୁ ।”
33 ३३ इतके झाल्यावर पौल त्यांच्यामधून निघून गेला.
ଇରି କୟ୍‌ ପାଉଲ୍‌ ବେରାଣେ ହୁଣି ବାରାୟ୍‌ ଗଃଲା ।
34 ३४ तरी काही मनुष्यांनी त्यास चिटकून राहून विश्वास ठेवला; त्यामध्ये दिओनुस्य अरिय-पगकर, दामारी नावांची कोणी स्त्री व त्यांच्याबरोबर इतर कित्येक होते.
ମଃତର୍‌ କେ କେ ତାର୍‌ ବାଟ୍ୟା ଅୟ୍‌ ତାକେ ବିସ୍ୱାସ୍‌ କଃଲାୟ୍‌, ସେମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ବେରାଣାର୍‌ ସେ ଗଟ୍‌ ମେମର୍‌ ରିଲା ଦିଅନୁସିଅ ଦାମାରି ନାଉଁଆର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ମାୟ୍‌ଜି ଆର୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ଆରେକ୍‌ କଃତି ଲକ୍‌ ରିଲାୟ୍‌ ।

< प्रेषि. 17 >