< 1 राजे 1 >

1 आता राजा दावीद म्हातारा होऊन उतारवयात पोहोंचला होता. त्यांनी त्याच्यावर कितीही पांघरुणे घातली तरी त्यास ऊब येईना.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଦାଉଦ ରାଜା ବୃଦ୍ଧ ଓ ଗତବୟସ୍କ ହେଲେ; ତହିଁରେ ଲୋକମାନେ ତାଙ୍କୁ ଅନେକ ବସ୍ତ୍ର ଘୋଡ଼ାଇଲେ, ମାତ୍ର ସେ କିଛି ଉଷ୍ଣତା ପାଇଲେ ନାହିଁ।
2 म्हणून त्याचे सेवक त्यास म्हणाले, “आपण आपल्या प्रभूराजासाठी एखादी तरुण कुमारी पाहूया. अशासाठी की तिने राजाची सेवा करावी आणि काळजी घ्यावी. आपल्या प्रभूराजाला ऊब यावी म्हणून ती तुझ्या उराशी निजेल.”
ଏଥିପାଇଁ, ତାଙ୍କ ଦାସମାନେ ତାଙ୍କୁ କହିଲେ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜଙ୍କ ନିମନ୍ତେ ଗୋଟିଏ ଯୁବତୀ କନ୍ୟା ଅନ୍ୱେଷଣ କରାଯାଉ ଓ ସେ ମହାରାଜଙ୍କ ଛାମୁରେ ଠିଆ ହୋଇ ସେବା କରୁ; ଆଉ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜ ଯେପରି ଉଷ୍ଣତା ପାଇବେ, ଏଥିପାଇଁ ସେ ଆପଣଙ୍କ କୋଳରେ ଶୟନ କରୁ।
3 आणि सेवकांनी या कामासाठी इस्राएलामध्ये सुंदर तरुण कन्यांचा शोध सुरु केला. तेव्हा त्यांना शुनेम या नगरात अबीशग नावाची कन्या सापडली. त्यांनी तिला राजाकडे आणले.
ତହିଁରେ ଲୋକମାନେ ଇସ୍ରାଏଲର ସମସ୍ତ ଅଞ୍ଚଳରେ ସୁନ୍ଦରୀ କନ୍ୟାର ଅନ୍ୱେଷଣ କରି ଶୁନେମୀୟା ଅବୀଶଗ ନାମକ ଏକ କନ୍ୟାକୁ ପାଇ ରାଜାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆଣିଲେ।
4 ती अतिशय देखणी होती. तिने अतिशय काळजीपूर्वक राजाची शुश्रूषा केली. असे असले तरी राजाने तिच्याशी लैंगिक संबंध ठेवले नाहीत.
ସେହି ଯୁବତୀ ଅତି ସୁନ୍ଦରୀ ଥିଲା ଓ ସେ ରାଜାଙ୍କର ସେବା ଓ ପରିଚର୍ଯ୍ୟା କଲା; ମାତ୍ର ରାଜା ତାହାର ସହବାସ କଲେ ନାହିଁ।
5 तेव्हा हग्गीथ्थेचा पुत्र अदोनीया स्वत: ला उंच करून म्हणाला, “मी राजा होईन.” त्याने स्वत: समोर रथ, घोडे तयार केले आणि रथापुढे धावायला पन्नास माणसे ठेवली.
ଏହି ସମୟରେ ହଗୀତର ପୁତ୍ର ଅଦୋନୀୟ ଆପଣାକୁ ବଡ଼ କରି କହିଲା, “ମୁଁ ରାଜା ହେବି,” ଏଣୁ ସେ ଆପଣା ପାଇଁ ରଥ ଓ ଅଶ୍ୱାରୋହୀଗଣ ଓ ଆପଣା ଆଗେ ଆଗେ ଦୌଡ଼ିବା ପାଇଁ ପଚାଶ ଜଣ ଦେହରକ୍ଷୀକୁ ପ୍ରସ୍ତୁତ କଲେ।
6 “तू असे का करतोस?” असे म्हणून दाविदाने त्यास कधी दुखावलेले नव्हते, शिवाय अदोनीया हा दिसायलाही सुंदर होता, अबशालोमानंतर त्याचा जन्म झाला होता.
ମାତ୍ର, ତୁମ୍ଭେ କାହିଁକି ଏପରି କରୁଅଛ ବୋଲି କହି ତାହାର ପିତା ତାହାକୁ କୌଣସି ସମୟରେ ଅସନ୍ତୁଷ୍ଟ କରି ନ ଥିଲେ। ମଧ୍ୟ ସେ ଅତି ସୁନ୍ଦର ପୁରୁଷ ଓ ଅବଶାଲୋମ ଉତ୍ତାରେ ଜାତ ହୋଇଥିଲା।
7 सरूवेचा पुत्र यवाब आणि याजक अब्याथार यांच्याशी अदोनीयाने बोलणे केले. त्यांनी अदोनीयाला अनुसरून त्यास सहाय्य केले.
ପୁଣି, ସେ ସରୁୟାର ପୁତ୍ର ଯୋୟାବ ଓ ଅବୀୟାଥର ଯାଜକ ସହିତ ପରାମର୍ଶ କଲା; ଆଉ ସେମାନେ ଅଦୋନୀୟର ଅନୁଗତ ହୋଇ ତାହାକୁ ସାହାଯ୍ୟ କଲେ।
8 पण सादोक याजक, यहोयादाचा पुत्र बनाया, नाथान संदेष्टा, शिमी रेई आणि दाविदाच्या पदरी असलेले वीर, ह्यानी अदोनीयाला अनुसरले नाही.
ମାତ୍ର, ସାଦୋକ ଯାଜକ ଓ ଯିହୋୟାଦାର ପୁତ୍ର ବନାୟ ଓ ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା ଓ ଶିମୀୟି ଓ ରେୟି ଓ ଦାଉଦଙ୍କର ବୀରଗଣ ଅଦୋନୀୟର ପକ୍ଷ ନ ଥିଲେ।
9 एन-रोगेलजवळ जोहेलेथ खडकापाशी अदोनीयाने मेंढरे, गुरे, पुष्ट वासरे कापले व आपले भाऊ, राजाची मुले आणि यहूदातील सर्व लोकांस, जे राजाचे चाकर होते त्यांना बोलावले.
ଏଉତ୍ତାରେ ଅଦୋନୀୟ ଐନ୍‍-ରୋଗେଲର ପାର୍ଶ୍ୱସ୍ଥ ସୋହେଲତ୍‍-ପ୍ରସ୍ତର ନିକଟରେ ମେଷ, ବୃଷ ଓ ପୁଷ୍ଟ ପଶୁମାନଙ୍କୁ ମାରି ଆପଣା ଭ୍ରାତା ସମସ୍ତ ରାଜପୁତ୍ରଙ୍କୁ ଓ ରାଜାଙ୍କ ଦାସ ଯିହୁଦାର ସମସ୍ତ ଲୋକଙ୍କୁ ନିମନ୍ତ୍ରଣ କଲେ।
10 १० पण राजाचे खास शूर वीर, आपला भाऊ शलमोन, बनाया आणि संदेष्टा नाथान यांना त्याने बोलावले नाही.
ମାତ୍ର, ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତାଙ୍କୁ ଓ ବନାୟକୁ ଓ ବୀରମାନଙ୍କୁ ଓ ଆପଣା ଭାଇ ଶଲୋମନକୁ ସେ ନିମନ୍ତ୍ରଣ କଲେ ନାହିଁ।
11 ११ तेव्हा शलमोनाची आई बथशेबा हिच्याशी नाथान बोलला, “हग्गीथेचा पुत्र अदोनीया हा राजा झाला, आणि आपले स्वामी दावीद यांना त्याचा पत्तासुद्धा नाही, असे तुझ्या कानावर आले नाही काय?”
ଏଥିରେ ନାଥନ ଶଲୋମନଙ୍କର ମାତା ବତ୍‍ଶେବାକୁ କହିଲେ, “ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରଭୁ ଦାଉଦଙ୍କ ଅଜ୍ଞାତସାରରେ ହଗୀତର ପୁତ୍ର ଅଦୋନୀୟ ରାଜା ହୋଇଅଛି, ଏହା କʼଣ ତୁମ୍ଭେ ଶୁଣି ନାହଁ?
12 १२ तर आता चल मी तुला सल्ला देतो, अशारितीने तू आपला जीव व तुझा मुलगा शलमोन याचा जीव वाचवशील.
ଏହେତୁ ବିନୟ କରୁଅଛି, ଏବେ ଆସ, ମୁଁ ତୁମ୍ଭକୁ ପରାମର୍ଶ ଦେବି; ତହିଁରେ ତୁମ୍ଭେ ଆପଣା ପ୍ରାଣ ଓ ଆପଣା ପୁତ୍ର ଶଲୋମନର ପ୍ରାଣ ରକ୍ଷା କରିବ।
13 १३ तर आता तू दावीद राजा कडे जा आणि त्यास म्हण की, माझ्या स्वामी तुम्ही मला वचन दिले नाही काय? “खचित तुझा पुत्र शलमोन माझ्यानंतर राज्य करील, आणि तोच माझ्या राजासनावर बसेल?” तर मग अदोनीया का राज्य करीत आहे?
ତୁମ୍ଭେ ଦାଉଦ ରାଜାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଯାଇ ତାଙ୍କୁ କୁହ, ‘ହେ ମୋହର ପ୍ରଭୋ, ମହାରାଜ, ଆପଣ କି ଶପଥ କରି ଆପଣା ଦାସୀକୁ କହି ନାହାନ୍ତି, ମୋʼ ଉତ୍ତାରେ ତୁମ୍ଭ ପୁତ୍ର ଶଲୋମନ ନିଶ୍ଚୟ ରାଜ୍ୟ କରିବ ଓ ସେ ମୋʼ ସିଂହାସନରେ ବସିବ? ତେବେ, କାହିଁକି ଅଦୋନୀୟ ରାଜା ହୋଇଅଛି?’
14 १४ “तुझे राजाशी बोलणे चाललेले असतानाच मी तेथे येईन व तुझ्या शब्दांची खात्री पटवून देईन.”
ଦେଖ, ତୁମ୍ଭେ ରାଜାଙ୍କ ସଙ୍ଗେ କଥାବାର୍ତ୍ତା କରୁଥିବା ବେଳେ ମୁଁ ମଧ୍ୟ ତୁମ୍ଭ ପଛେ ଯାଇ ତୁମ୍ଭ କଥା ଦୃଢ଼ କରିବି।”
15 १५ तेव्हा राजाला भेटायला बथशेबा त्याच्या खोलीत गेली राजा फारच थकला होता, शुनेमची अबीशग राजाची सेवा करत होती.
ଏଥିରେ ବତ୍‍ଶେବା କୋଠରି ଭିତରେ ରାଜାଙ୍କ ନିକଟକୁ ଗଲା; ସେହି ସମୟରେ ରାଜା ଅତି ବୃଦ୍ଧ ଥିଲେ; ଆଉ ଶୁନେମୀୟା ଅବୀଶଗ ରାଜାଙ୍କର ପରିଚର୍ଯ୍ୟା କରୁଥିଲା।
16 १६ बथशेबाने राजाला लवून अभिवादन केले. राजा म्हणाला, “तुझी काय इच्छा आहे.”
ତହୁଁ ବତ୍‍ଶେବା ନଇଁପଡ଼ି ରାଜାଙ୍କୁ ପ୍ରଣାମ କଲା। ତହିଁରେ ରାଜା ପଚାରିଲେ, “ତୁମ୍ଭେ କଅଣ ଇଚ୍ଛା କରୁଅଛ?”
17 १७ ती त्यास म्हणाली, “महाराज, तुम्ही आपल्या परमेश्वर देवासमक्ष मला वचन दिले आहे की, माझ्यानंतर शलमोन राजा होईल व तोच या राजासनावर बसेल असे तुम्ही म्हणाला आहात.
ଏଥିରେ ସେ ତାଙ୍କୁ କହିଲା, “ହେ ମୋହର ପ୍ରଭୋ, ଆପଣ ସଦାପ୍ରଭୁ ଆପଣା ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ନାମରେ ଆପଣା ଦାସୀ ନିକଟରେ ଶପଥ କରିଥିଲେ ଯେ, ମୋʼ ଉତ୍ତାରେ ତୁମ୍ଭ ପୁତ୍ର ଶଲୋମନ ନିଶ୍ଚୟ ରାଜ୍ୟ କରିବ ଓ ସେ ମୋʼ ସିଂହାସନରେ ବସିବ।”
18 १८ तर आता पाहा, अदोनीया राजा झाला आहे, आणि तुम्ही माझे स्वामी महाराज, तुम्हास याची माहितीही नाही का?
ମାତ୍ର, ଏବେ ଦେଖନ୍ତୁ, ଅଦୋନୀୟ ରାଜ୍ୟ କରୁଅଛି, ଆଉ ମୋʼ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜ ତାହା ଜାଣନ୍ତି ନାହିଁ।
19 १९ त्याने तर अनेक गुरे आणि पुष्ट पशू, उत्तम मेंढरे कापून शांत्यर्पणाचा यज्ञ केला आहे, त्याने सर्वांना आमंत्रित केले आहे. तुमची मुले, याजक अब्याथार, सेनापती यवाब यांना त्याने बोलावले आहे. पण तुमचा सेवक शलमोन याला मात्र बोलावणे पाठवले नाही.
ଆଉ, ସେ ଅନେକ ବୃଷ, ପୁଷ୍ଟ ପଶୁ ଓ ମେଷ ମାରି ମହାରାଜଙ୍କ ସମସ୍ତ ପୁତ୍ରଙ୍କୁ ଓ ଅବୀୟାଥର ଯାଜକଙ୍କୁ ଓ ଯୋୟାବ ସେନାପତିଙ୍କୁ ନିମନ୍ତ୍ରଣ କରିଅଛନ୍ତି; ମାତ୍ର, ଆପଣଙ୍କ ଦାସ ଶଲୋମନକୁ ନିମନ୍ତ୍ରଣ କରି ନାହିଁ।
20 २० महाराज, आता सर्व इस्राएल लोकांचे तुमच्याकडे लक्ष लागले आहे. स्वत: नंतर तुम्ही कोणाला राजा म्हणून घोषित करता याची ते वाट बघत आहेत.
ପୁଣି, ହେ ମୋହର ପ୍ରଭୋ, ମହାରାଜ, ମୋହର ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜଙ୍କ ସିଂହାସନରେ ତାଙ୍କ ଉତ୍ତାରେ କିଏ ବସିବ, ଏହା ଯେପରି ଆପଣ ସମଗ୍ର ଇସ୍ରାଏଲକୁ କହିବେ, ଏଥିପାଇଁ ସେମାନଙ୍କ ଦୃଷ୍ଟି ଆପଣଙ୍କ ଉପରେ ଅଛି।
21 २१ नाहीतर माझे स्वामी राजे आपल्या वाडवडिलांसारखे झोपल्यावर, मी आणि शलमोन लोकांच्या दृष्टीने गुन्हेगार ठरु.”
ନୋହିଲେ ମୋʼ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜ ଆପଣା ପିତୃଲୋକମାନଙ୍କ ସହିତ ଶୟନ କଲା ଉତ୍ତାରେ ମୁଁ ଓ ମୋʼ ପୁତ୍ର ଶଲୋମନ ଦୋଷୀ ଗଣିତ ହେବୁ।
22 २२ बथशेबा हे राजाशी बोलत असतानाच, नाथान संदेष्टा राजाला भेटायला आला.
ଆଉ, ସେ ରାଜାଙ୍କ ସହିତ କଥାବାର୍ତ୍ତା କରୁଥିବା ସମୟରେ, ଦେଖ, ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା ଉପସ୍ଥିତ ହେଲେ।
23 २३ राजाच्या सेवकांनी त्यास सांगितले, “तेव्हा नाथान संदेष्टा राजाच्या समोर आला” व खाली लवून अभिवादन केले.
ଏଣୁ, ସେମାନେ ରାଜାଙ୍କୁ କହିଲେ, “ଦେଖନ୍ତୁ, ଏହି ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା। ତହିଁରେ ସେ ରାଜାଙ୍କ ସମ୍ମୁଖକୁ ଆସି ଭୂମିଷ୍ଠ ହୋଇ ରାଜାଙ୍କୁ ପ୍ରଣାମ କଲେ।”
24 २४ मग नाथान म्हणाला, “महाराज, तुमच्यानंतर अदोनीया राज्यावर येणार असे तुम्ही घोषित केले काय? आणि तो तुमच्या राजासनावर बसेल असे तुम्ही ठरवले आहे काय?”
ପୁଣି, ନାଥନ କହିଲେ, “ହେ ମୋହର ପ୍ରଭୋ ମହାରାଜ, ମୋʼ ଉତ୍ତାରେ ଅଦୋନୀୟ ରାଜ୍ୟ କରିବ ଓ ମୋʼ ସିଂହାସନରେ ବସିବ, ଏହା କଅଣ ଆପଣ କହିଅଛନ୍ତି?”
25 २५ कारण आजच त्याने खाली जाऊन गुरे, पुष्ट पशू, मेंढरे कापून शांत्यर्पणाचा यज्ञ केला आहे तुमचे पुत्र, सेनापती, व अब्याथार याजक यांना त्याचे आमंत्रण आहे. ते सगळे आत्ता त्याच्याबरोबर खाण्यापिण्यात दंग आहेत, “राजा अदोनीया चिरायु होवो” म्हणून घोषणा देत आहेत.
କାରଣ, ସେ ଆଜି ଯାଇ ଅନେକ ବୃଷ, ପୁଷ୍ଟ ପଶୁ ଓ ମେଷ ମାରି ରାଜପୁତ୍ର ସମସ୍ତଙ୍କୁ ଓ ସେନାପତିମାନଙ୍କୁ ଓ ଅବୀୟାଥର ଯାଜକଙ୍କୁ ନିମନ୍ତ୍ରଣ କରିଅଛନ୍ତି; ଆଉ ଦେଖନ୍ତୁ, ସେମାନେ ତାହା ସାକ୍ଷାତରେ ଭୋଜନପାନ କରି କହୁଅଛନ୍ତି, ଅଦୋନୀୟ ରାଜା ଚିରଜୀବୀ ହେଉନ୍ତୁ।
26 २६ पण मी, सादोक याजक यहोयादाचा पुत्र बनाया आणि तुमचा सेवक शलमोन यांना मात्र त्याने बोलावलेले नाही.
ମାତ୍ର, ଆପଣଙ୍କ ଦାସ ଯେ ମୁଁ, ମୋତେ ଓ ସାଦୋକ ଯାଜକଙ୍କୁ ଓ ଯିହୋୟାଦାର ପୁତ୍ର ବନାୟକୁ ଓ ଆପଣଙ୍କ ଦାସ ଶଲୋମନକୁ ସେ ନିମନ୍ତ୍ରଣ କରି ନାହାନ୍ତି।
27 २७ माझे स्वामी, राजा आपल्याकडून हे आम्हाला न सांगता झाले का? यानंतर राजासनावर कोण बसेल? हे तुझ्या सेवकांना कळव.
ଏହି କର୍ମ କି ମୋʼ ପ୍ରଭୁ ମହରାଜଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ହେଲା, ଆଉ ମୋʼ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜଙ୍କ ସିଂହାସନରେ ତାଙ୍କ ଉତ୍ତାରେ କିଏ ବସିବ, ଏହା ଆପଣ ନିଜ ଦାସମାନଙ୍କୁ ଜଣାଇ ନାହାନ୍ତି?
28 २८ तेव्हा राजा दावीद म्हणाला, “बथशेबाला पुन्हा माझ्याकडे बोलवा” त्याप्रमाणे बथशेबा राजासमोर येवून उभी राहिली.
ତେବେ, ଦାଉଦ ରାଜା ଉତ୍ତର କରି କହିଲେ, “ବତ୍‍ଶେବାକୁ ମୋʼ ନିକଟକୁ ଡାକ। ତହୁଁ ସେ ରାଜାଙ୍କ ଛାମୁକୁ ଆସି ରାଜାଙ୍କ ଛାମୁରେ ଠିଆ ହେଲା।”
29 २९ मग राजाने शपथपूर्वक वचन दिले: “परमेश्वर देवाने आत्तापर्यंत मला सर्व संकटातून सोडवले आहे. देवाला स्मरुन मी हे वचन देतो.
ଏଥିରେ ରାଜା ଶପଥ କରି କହିଲେ, “ମୁଁ ଅବଶ୍ୟ ସଦାପ୍ରଭୁ ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱରଙ୍କ ନାମରେ
30 ३० पूर्वी मी जे वचन तुला दिले त्याप्रमाणे मी आज करणार आहे. इस्राएलाच्या परमेश्वर देवाने हे वचन द्यायचे मला सामर्थ्य दिले, त्याप्रमाणे मी कबूल करतो की माझ्यानंतर तुझा पुत्र शलमोन राज्य करील, या राजासनावर माझ्यानंतर तो आरुढ होईल. आजच हे मी पूर्ण करील.”
ଯେପରି ତୁମ୍ଭ ନିକଟରେ ଶପଥ କରିଅଛି ଯେ, ମୋʼ ଉତ୍ତାରେ ତୁମ୍ଭ ପୁତ୍ର ଶଲୋମନ ନିଶ୍ଚୟ ରାଜା ହେବ ଓ ମୋʼ ପଦରେ ମୋʼ ସିଂହାସନରେ ବସିବ, ସବୁ କ୍ଳେଶରୁ ମୋʼ ପ୍ରାଣ ମୁକ୍ତକାରୀ ସଦାପ୍ରଭୁ ଜୀବିତ ଥିବା ପ୍ରମାଣେ ମୁଁ ଅବଶ୍ୟ ଆଜି ସେପରି କରିବି।”
31 ३१ बथशेबाने हे ऐकून राजाला लवून वंदन केले व म्हणाली, “माझे स्वामीराज दावीद चिरायु होवो.”
ତହୁଁ ବତ୍‍ଶେବା ଭୂମିରେ ମୁହଁ ମାଡ଼ି ରାଜାଙ୍କୁ ପ୍ରଣାମ କରି କହିଲା, “ମୋʼ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜ ଦାଉଦ ଚିରଜୀବୀ ହେଉନ୍ତୁ।”
32 ३२ मग दावीद राजा म्हणाला, “सादोक हा याजक, नाथान संदेष्टा आणि यहोयादाचा पुत्र बनाया यांना येथे बोलावून घ्या” तेव्हा ते तिघेजण राजाच्या भेटीला आले.
ଏଥିରେ ଦାଉଦ ରାଜା କହିଲେ, “ସାଦୋକ ଯାଜକଙ୍କୁ ଓ ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତାଙ୍କୁ ଓ ଯିହୋୟାଦାର ପୁତ୍ର ବନାୟକୁ ମୋʼ ନିକଟକୁ ଡାକ।” ଏଣୁ, ସେମାନେ ରାଜାଙ୍କ ସମ୍ମୁଖକୁ ଆସିଲେ।
33 ३३ राजा त्यांना म्हणाला, माझ्या अधिकाऱ्यांना सोबत घ्या. माझा पुत्र शलमोन याला माझ्या स्वत: च्या खेचरावर बसवून खाली गीहोनाकडे जा.
ତହିଁରେ, ରାଜା ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ଆପଣା ପ୍ରଭୁଙ୍କ ଦାସମାନଙ୍କୁ ସଙ୍ଗେ ନେଇ ଓ ମୋʼ ପୁତ୍ର ଶଲୋମନକୁ ମୋʼ ନିଜ ଖଚରରେ ଆରୋହଣ କରାଇ ଗୀହୋନ ଝରଣାକୁ ନେଇଯାଅ।”
34 ३४ तेथे सादोक याजक आणि नाथान संदेष्टा यांनी त्यास इस्राएलचा राजा म्हणून अभिषेक करावा. रणशिंग फुंकून जाहीर करावे की “शलमोन राजा चिरायू असो.”
ଆଉ, ସେଠାରେ ସାଦୋକ ଯାଜକ ଓ ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା ତାହାକୁ ଇସ୍ରାଏଲ ଉପରେ ରାଜାଭିଷିକ୍ତ କରନ୍ତୁ; ପୁଣି, ତୁମ୍ଭେମାନେ ତୂରୀ ବଜାଇ କୁହ, ଶଲୋମନ ରାଜା ଚିରଜୀବୀ ହେଉନ୍ତୁ।
35 ३५ मग त्यास घेऊन माझ्याकडे या. तो या राजासनावर बसेल आणि राजा म्हणून माझी जागा घेईल. इस्राएल आणि यहूदाचा अधिकारी व्हावा म्हणून मी शलमोनला निवडले आहे.
ତହିଁ ଉତ୍ତାରେ ତୁମ୍ଭେମାନେ ତାହାର ପଛେ ପଛେ ଆସ ଓ ସେ ଆସି ମୋʼ ସିଂହାସନରେ ବସୁ; କାରଣ, ସେ ମୋʼ ପଦରେ ରାଜା ହେବ; ଆଉ, ମୁଁ ତାହାକୁ ଇସ୍ରାଏଲ ଓ ଯିହୁଦାର ଅଗ୍ରଣୀ କରି ନିଯୁକ୍ତ କରିଅଛି।
36 ३६ यहोयादाचा पुत्र बनाया राजाला म्हणाला, “आमेन! परमेश्वर, माझ्या स्वामीचा देव याला मान्यता देवो.
ଏଥିରେ ଯିହୋୟାଦାର ପୁତ୍ର ବନାୟ ରାଜାଙ୍କୁ ଉତ୍ତର କରି କହିଲା, “ଆମେନ୍‍,” ମୋʼ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜଙ୍କୁ ସଦାପ୍ରଭୁ ପରମେଶ୍ୱର ମଧ୍ୟ ଏପରି କହନ୍ତୁ।
37 ३७ महाराज, जसा परमेश्वर आपल्याबरोबर होता. तोच परमेश्वर तसाच शलमोनाच्याही बरोबर राहील, आणि राजा शलमोनच्या राज्याची भरभराट करो आणि माझे स्वामी, दावीद आपल्यापेक्षा त्याचे राजासन महान करो.”
ସଦାପ୍ରଭୁ ଯେପରି ମୋʼ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜାଙ୍କର ସହବର୍ତ୍ତୀ ହୋଇଅଛନ୍ତି, ସେହିପରି ଶଲୋମନଙ୍କର ସହବର୍ତ୍ତୀ ହେଉନ୍ତୁ ଓ ସେ ମୋʼ ପ୍ରଭୁ ମହାରାଜ ଦାଉଦଙ୍କ ସିଂହାସନ ଅପେକ୍ଷା ତାଙ୍କ ସିଂହାସନ ବଡ଼ କରନ୍ତୁ।
38 ३८ सादोक याजक, नाथान भविष्यवादी, यहोयादाचा पुत्र बनाया आणि राजाचे सेवक करेथी व पलेथी यांनी खाली जाउन राजा दाविदाच्या सांगण्याप्रमाणे केले. दाविदाच्या खेचरावर शलमोनाला बसवून ते गीहोन येथे गेले.
ଏଥିରେ ସାଦୋକ ଯାଜକ, ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା, ଯିହୋୟାଦାର ପୁତ୍ର ବନାୟ, କରେଥୀୟ ଓ ପଲେଥୀୟ ଲୋକମାନେ ଯାଇ ଶଲୋମନଙ୍କୁ ଦାଉଦ ରାଜାଙ୍କର ଖଚର ଉପରେ ଆରୋହଣ କରାଇ ଗୀହୋନକୁ ଆଣିଲେ।
39 ३९ सादोक याजकाने पवित्र मंडपातून तेल आणले. आणि त्या तेलाने शलमोनाच्या मस्तकावर अभिषेक केला. त्यांनी कर्णा फुंकला आणि सर्वांनी “शलमोन राजा चिरायू होवो” असा एकच जयजयकार केला.
ପୁଣି, ସାଦୋକ ଯାଜକ ତମ୍ବୁ ମଧ୍ୟରୁ ତୈଳପୂର୍ଣ୍ଣ ଶୃଙ୍ଗ ନେଇ ଶଲୋମନଙ୍କୁ ଅଭିଷେକ କଲେ। ତହୁଁ ଲୋକମାନେ ତୂରୀ ବଜାନ୍ତେ, ସମସ୍ତେ କହିଲେ, “ଶଲୋମନ ରାଜା ଚିରଜୀବୀ ହେଉନ୍ତୁ।”
40 ४० मग शलमोनाबरोबर सर्वजण नगरात आले. येताना ते पावा वाजवत आले. लोकांस उत्साहाचे, आनंदाचे भरते आले होते. त्यांच्या जल्लोषाने धरणी कंप पावली.
ଆଉ, ସମସ୍ତ ଲୋକ ତାହାଙ୍କ ପଛେ ପଛେ ଉଠି ଆସିଲେ ଓ ଲୋକମାନେ ବଂଶୀ ବଜାଇ ଏପରି ମହାହର୍ଷନାଦ କଲେ ଯେ, ସେମାନଙ୍କ ଶବ୍ଦରେ ପୃଥିବୀ ବିଦୀର୍ଣ୍ଣ ହେଲା।
41 ४१ हे चाललेले असताना इकडे अदोनीया आणि त्याची पाहुणे मंडळी यांचे भोजन आटपत आलेले होते. त्यांनी हा कर्ण्यांचा आवाज ऐकला. यवाबाने विचारले, “हा कसला आवाज? नगरात काय चालले आहे?”
ପୁଣି, ଅଦୋନୀୟ ଓ ତାହାର ସଙ୍ଗୀ ନିମନ୍ତ୍ରିତ ସମସ୍ତ ଲୋକ ଭୋଜନ ଶେଷ କରିବା ସମୟରେ ତାହା ଶୁଣିଲେ। ଆଉ, ଯୋୟାବ ତୂରୀ ଶବ୍ଦ ଶୁଣି ପଚାରିଲା, ନଗରରେ ଏହି କୋଳାହଳ ଶବ୍ଦ କାହିଁକି ହେଉଅଛି?
42 ४२ यवाबाचे बोलणे संपत नाही तोच अब्याथार याजकाचा पुत्र योनाथान तिथे आला. अदोनीया त्यास म्हणाला, “ये तू भला मनुष्य आहेस. तेव्हा माझ्यासाठी तू चांगलीच बातमी आणली असशील.”
ସେ ଏପରି କହୁଥିବା ସମୟରେ, ଦେଖ, ଅବୀୟାଥର ଯାଜକର ପୁତ୍ର ଯୋନାଥନ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା; ତହିଁରେ ଅଦୋନୀୟ କହିଲା, “ଭିତରକୁ ଆସ; କାରଣ ତୁମ୍ଭେ ଯୋଗ୍ୟ ପୁରୁଷ ଓ ସୁସମାଚାର ଆଣିଥିବ।”
43 ४३ पण योनाथानाने अदोनीयाला उत्तर देऊन म्हणाला, “आमचा स्वामी, दावीद याने शलमोनाला राजा केले आहे.”
ତହିଁରେ ଯୋନାଥନ ଅଦୋନୀୟକୁ ଉତ୍ତର କରି କହିଲା, “ସତ୍ୟ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରଭୁ ଦାଉଦ ରାଜା ଶଲୋମନଙ୍କୁ ରାଜା କରିଅଛନ୍ତି;
44 ४४ दाविदाने सादोक याजक, नाथान संदेष्टा, यहोयादाचा पुत्र बनाया, करेथी आणि पलेथी आपले सेवक यांना शलमोनाबरोबर पाठवले. त्यांनी शलमोनाला राजाच्या खेचरावर बसवले.
ପୁଣି, ରାଜା ସାଦୋକ ଯାଜକଙ୍କୁ, ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତାଙ୍କୁ ଓ ଯିହୋୟାଦାର ପୁତ୍ର ବନାୟକୁ, ପୁଣି, କରେଥୀୟ ଓ ପଲେଥୀୟମାନଙ୍କୁ ତାଙ୍କ ସଙ୍ଗେ ପଠାଇଲେ ଓ ସେମାନେ ତାଙ୍କୁ ରାଜାଙ୍କ ନିଜ ଖଚରରେ ଆରୋହଣ କରାଇଲେ;
45 ४५ मग सादोक याजक आणि नाथान संदेष्टा यांनी गीहोन येथे शलमोन राजाला अभिषेक केला. यानंतर ते सर्वजण आनंदाने नगरात परतले, नगरातील लोक त्यामुळे फार आनंदात आहेत. हा जल्लोष त्यांचाच आहे.
ଆଉ, ସାଦୋକ ଯାଜକ ଓ ନାଥନ ଭବିଷ୍ୟଦ୍‍ବକ୍ତା ତାଙ୍କୁ ଗୀହୋନରେ ରାଜାଭିଷିକ୍ତ କଲେ ଓ ସେମାନେ ସେଠାରୁ ଏପରି ଆନନ୍ଦ କରି କରି ଆସିଲେ ଯେ, ତହିଁର ଶବ୍ଦରେ ନଗରରେ କୋଳାହଳ ହେଲା। ତୁମ୍ଭେମାନେ ଯାହା ଶୁଣିଲ, ତାହା ସେହି ଶବ୍ଦ।
46 ४६ शलमोन आता राज्याचा राजासनावर बसला आहे.
ଶଲୋମନ ମଧ୍ୟ ରାଜ୍ୟର ସିଂହାସନରେ ବସୁଅଛନ୍ତି।
47 ४७ राजाचा सेवकवर्ग स्वामी दावीद राजाला आशीर्वाद देत आहे. ते म्हणत आहेत, राजा दावीद थोर आहे. शलमोन त्याच्यापेक्षा थोर व्हावा अशी देवाजवळ आमची प्रार्थना आहे देव शलमोनाचे नाव तुमच्यापेक्षाही कीर्तिवंत करो. त्याचे राजासन तुझ्या राजासनापेक्षाही थोर होवो. तेव्हा पलंगावरूनच वाकून राजा अभिवादन करत होता.
ଆହୁରି ରାଜାଙ୍କର ଦାସମାନେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ପ୍ରଭୁ ଦାଉଦ ରାଜାଙ୍କର ମଙ୍ଗଳବାଦ କରିବାକୁ ଆସି କହିଲେ, ‘ଆପଣଙ୍କ ପରମେଶ୍ୱର ଆପଣଙ୍କ ନାମ ଅପେକ୍ଷା ଶଲୋମନଙ୍କ ନାମ ଅଧିକ କରନ୍ତୁ ଓ ଆପଣଙ୍କ ସିଂହାସନ ଅପେକ୍ଷା ତାଙ୍କ ସିଂହାସନ ବଡ଼ କରନ୍ତୁ,’ ତହିଁରେ ରାଜା ଶଯ୍ୟାରେ ଥାଇ ପ୍ରଣାମ କଲେ।
48 ४८ आणि राजा म्हणाला, “इस्राएलाच्या परमेश्वर देव धन्य असो. परमेश्वराने माझ्या डोळ्यादेखत एका व्यक्तीला माझ्या राजासनावर बसवले आहे.”
ଆଉ, ମଧ୍ୟ ରାଜା ଏପରି କହିଲେ, ‘ସଦାପ୍ରଭୁ ଇସ୍ରାଏଲର ପରମେଶ୍ୱର ଧନ୍ୟ, ସେ ଆଜି ମୋʼ ସିଂହାସନରେ ବସିବା ପାଇଁ ଜଣକୁ ଯୋଗାଇଲେ, ଏହା ହିଁ ମୋହର ଚକ୍ଷୁ ଦେଖିଲା।’”
49 ४९ हे ऐकून अदोनीयाची आमंत्रित पाहुणे मंडळी घाबरली आणि त्यांनी तेथून पळ काढला.
ଏଥିରେ ଅଦୋନୀୟର ନିମନ୍ତ୍ରିତ ଲୋକ ସମସ୍ତେ ଭୀତ ହେଲେ, ପୁଣି, ଉଠି ପ୍ରତ୍ୟେକେ ଆପଣା ଆପଣା ବାଟରେ ଚାଲିଗଲେ।
50 ५० अदोनीया शलमोनाला घाबरला, व जावून तो वेदीपाशी गेला आणि वेदीचे दोन्ही शिंगे पकडून बसला.
ଆଉ, ଅଦୋନୀୟ ଶଲୋମନଙ୍କ ସକାଶୁ ଭୀତ ହେଲା ଓ ସେ ଉଠିଯାଇ ଯଜ୍ଞବେଦିର ଶୃଙ୍ଗ ଧରିପକାଇଲା।
51 ५१ कोणीतरी शलमोनाला सांगितले, “अदोनीया तुमच्या धास्तीने पवित्र मंडपात वेदीची शिंगे धरुन बसला आहे. तो तिथून हलायला तयार नाही शलमोन राजाने मला तलवारीने मारणार नाही याचे अभिवचन द्यावे असे तो म्हणत आहे.”
ଏଉତ୍ତାରେ କେହି ଶଲୋମନଙ୍କୁ ଜଣାଇ କହିଲା, “ଦେଖନ୍ତୁ, ଶଲୋମନ ରାଜାଙ୍କୁ ଅଦୋନୀୟ ଭୟ କରୁଅଛି; କାରଣ, ସେ ଯଜ୍ଞବେଦିର ଶୃଙ୍ଗ ଅବଲମ୍ବନ କରି କହୁଅଛି, ‘ଶଲୋମନ ରାଜା ଯେ ଆପଣା ଦାସକୁ ଖଡ୍ଗରେ ବଧ କରିବେ ନାହିଁ, ଏହା ସେ ଆଜି ମୋʼ ନିକଟରେ ଶପଥ କରନ୍ତୁ।’”
52 ५२ तेव्हा शलमोन म्हणाला, “एक भला गृहस्थ असल्याचे अदोनीयाने सिध्द केले तर त्याच्या केसासही इजा होणार नाही. पण त्याच्यात दुष्टता दिसली तर तो मरण पावेल.”
ତହିଁରେ ଶଲୋମନ କହିଲେ, “ଯେବେ ସେ ଆପଣାକୁ ଯୋଗ୍ୟ ଲୋକ ଦେଖାଇବ, ତେବେ ତାହାର ଏକ କେଶ ହିଁ ଭୂମିରେ ପଡ଼ିବ ନାହିଁ; ମାତ୍ର, ତାହାଠାରେ ଦୁଷ୍ଟତା ଦେଖାଗଲେ, ସେ ମରିବ।”
53 ५३ मग राजा शलमोनाने अदोनीयाकडे आपल्या मनुष्यांना पाठवले, ते त्यास राजाकडे घेऊन आले. अदोनीयाने राजा शलमोनाला वाकून अभिवादन केले. “शलमोनाने त्यास घरी परत जाण्यास सांगितले.”
ତହୁଁ ଶଲୋମନ ରାଜା ଲୋକ ପଠାନ୍ତେ, ସେମାନେ ତାହାକୁ ଯଜ୍ଞବେଦିରୁ ଓହ୍ଲାଇ ଆଣିଲେ। ତହିଁରେ ସେ ଆସି ଶଲୋମନ ରାଜାଙ୍କୁ ପ୍ରଣାମ କଲା, ପୁଣି, ଶଲୋମନ ତାହାକୁ କହିଲେ, “ଆପଣା ଘରକୁ ଯାଅ।”

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