< मरकुस 14 >
1 दो दिन बाद फसह रा त्योआर और बिना सजेड़े री रोटिया रा त्योआर ऊणे वाल़ा था। बड़े पुरोईत और शास्त्री एड़ी गल्ला री टोल़ा रे थे कि किंयाँ यीशुए खे तोखे रे मरवाईए।
फ़सह तथा खमीर रहित रोटी के उत्सव के लिए मात्र दो दिन रह गए थे. प्रधान पुरोहित तथा शास्त्री इस खोज में थे कि मसीह येशु को पकड़कर गुप्त रूप से उनकी हत्या कर दें,
2 पर बोलो थे, “त्योआरो रे दिने नि, केथी एड़ा नि ओ कि लोका बीचे हुड़दंग मची जाओ।”
क्योंकि उनका विचार था: “उत्सव के समय में नहीं, अन्यथा बलवा हो जाएगा.”
3 जेबे यीशु बैतनिय्याह गांव रे शमौन जेसखे पईले कोढ़ था तेसरे कअरे रोटी खाणे बैठे रे थे, तेबे एक जवाणस संगमरमरो रे पांडे (सुराई) रे जटामासिया रा मईंगा और साफ इत्र लई की आई और पांडा तोड़ी की इत्र तिना रे सिरो रे लटी ता।
मसीह येशु बैथनियाह नगर आए. वहां वह पूर्व कोढ़ रोगी शिमओन नामक व्यक्ति के घर पर भोजन के लिए बैठे थे. एक स्त्री वहां संगमरमर के बर्तन में शुद्ध जटामांसी का अत्यंत कीमती इत्र ले आई. उसने उस बर्तन को तोड़ वह इत्र मसीह येशु के सिर पर उंडेल दिया.
4 तेबे कोई-कोई गुस्सा करी की बोलणे लगे, “एस इत्रो रा सत्यानाश कऊँ कित्तेया?
उपस्थित अतिथियों में से कुछ क्रुद्ध होकर आपस में बड़बड़ाने लगे, “क्यों कर दिया इसने इस इत्र का फिज़ूल खर्च?
5 कऊँकि ये इत्र तो तीन सौ चाँदिए रे सिक्केया रे मोलो ते जादा पैसेया रा बेची की कंगाल़ा खे बांडी सको थे।” सेयो तेसा खे थिड़कणे लगे।
इसे तीन सौ दीनार से भी अधिक दाम पर बेचकर वह राशि निर्धनों में बांटी जा सकती थी.” वे उस स्त्री को इसके लिए डांटने लगे.
6 यीशुए बोलेया, “एसा खे छाडी देओ। एसा खे कऊँ सताणे लगी रे? एसे तो मां साथे पलाई ए कित्ती री।
किंतु मसीह येशु ने उनसे कहा, “छोड़ दो उसे! क्यों सता रहे हो उसे? उसने मेरे लिए एक सराहनीय काम किया है.
7 कंगाल़ तो तुसा साथे सदा रओए और तुसे जेबे चाओ, तेबे तिना साथे पलाई करी सकोए। पर आऊँ तुसा साथे सदा नि रणा।
जहां तक निर्धनों का प्रश्न है, वे तो तुम्हारे साथ हमेशा ही रहेंगे. तुम उनकी सहायता तो कभी भी कर सकते हो, किंतु मैं तुम्हारे साथ हमेशा नहीं रहूंगा.
8 जो कुछ ये करी सको थी, एसे कित्तेया, एसे मेरे दबाणे री त्यारिया ते पईले ई मेरे शरीरो रे इत्र मल़ीता।
जो उसके लिए संभव था, वह उसने किया है—उसने मेरी देह का अभिषेक मेरे अंतिम संस्कार के पहले ही कर दिया है.
9 आऊँ तुसा खे सच बोलूँआ कि सारी दुनिया रे जेती, केथी सुसमाचार प्रचार ऊणा, तेती एसा रे एस कामो री चर्चा, एसा री यादा रे ऊणी।”
सच तो यह है कि सारे जगत में जहां कहीं यह सुसमाचार प्रचार किया जाएगा, इस स्त्री के इस कार्य का वर्णन भी इसकी याद में किया जाएगा.”
10 तेबे यहूदा इस्करियोती, जो बारा चेलेया बीचा ते एक था, बड़े पुरोईतो गे गया, ताकि यीशु तिना रे आथे पकड़वाया जाओ।
तब कारियोतवासी यहूदाह ने, जो बारह शिष्यों में से एक था, मसीह येशु को पकड़वाने के उद्देश्य से प्रधान पुरोहितों से भेंट की.
11 सेयो ये सुणी की खुश ऊईगे और तेसखे पैसे देणा मंजूर कित्तेया। तेबे से मोका टोल़ने लगेया कि यीशुए खे किंयाँ पकड़वाऊँ।
इससे वे अत्यंत प्रसन्न हो गए और उसे धनराशि देने का वचन दिया. इसलिये यहूदाह एक अवसर के लिए देखता रहा कि वह किसी भी प्रकार सही अवसर पर मसीह येशु को पकड़वा दे.
12 बिना सजेड़े री रोटिया रे त्योआरो रे पईले दिने, जिदे सेयो फसह रे मिन्टूओ रा बलिदान करो थे, तिना रे चेले तिना ते पूछेया, “तुसे केयी चाओए कि आसे तुसा खे फसह रे त्योआरो री रोटी खाणे री त्यारी करुँ?”
अखमीरी रोटी के उत्सव के पहले दिन, जो फ़सह बलि अर्पण की बेला होती थी, शिष्यों ने मसीह येशु से पूछा, “हम आपके लिए फ़सह कहां तैयार करें—आपकी इच्छा क्या है?”
13 यीशु आपणे चेलेया बीचा ते दो जणे ये बोली की पेजे, “नगरो रे जाओ और तेती तुसा खे एक मांणू मिलणा, जिने एक पाणिए रा कअड़ा ऊणा चकेया रा, तेस पीछे चली जाणा
इस पर मसीह येशु ने अपने दो शिष्यों को इस निर्देश के साथ भेजा, “नगर में जाओ. तुम्हें जल का मटका ले जाता हुआ एक व्यक्ति मिलेगा. उसके पीछे-पीछे जाना.
14 और से जेते कअरो रे जाओगा, तेस कअरो रे मालको खे बोलणा, ‘गुरू बोलोआ, “मेरा बैठका रा कमरा, जेती आऊँ आपणे चेलेया साथे फसह रे त्योआरो री रोटी खाऊँ, से केयी ए?”’
वह जिस घर में प्रवेश करेगा, उसके घर के स्वामी से कहना, ‘गुरु ने पूछा है, “मेरा अतिथि कक्ष कहां है, जहां मैं अपने शिष्यों के साथ फ़सह खाऊं?”’
15 तेस तुसा खे एक सजी-सजाई री और त्यार कित्ती री बड़ी बाऊड़ो दखाणी। तेती आसा खे फसह खाणे री त्यारी करो।”
वह स्वयं तुम्हें एक विशाल, तैयार तथा सुसज्जित ऊपरी कक्ष दिखा देगा. हमारे लिए वहीं तैयारी करना.”
16 तेबे चेले निकल़ी की नगरो खे आए और जेड़ा यीशुए तिना खे बोलेया था, तेड़ा ई पाया और फसह रे त्योआरो री रोटी त्यार कित्ती।
शिष्य चले गए. जब वे नगर पहुंचे, उन्होंने ठीक वैसा ही पाया जैसा प्रभु ने उनसे कहा था और वहां उन्होंने फ़सह तैयार किया.
17 जेबे साँज ऊई, तेबे यीशु बारा चेलेया साथे तेती आए।
संध्या होने पर मसीह येशु अपने बारहों शिष्यों के साथ वहां आए.
18 और जेबे सेयो रोटी खाणे लगी रे थे, तेबे यीशुए बोलेया, “आऊँ तुसा खे सच लगी रा बोलणे कि तुसा बीचा ते एक ए, जो मां साथे रोटी लगी रा खाणे, तेस आऊँ पकड़वाणा।”
जब वह भोजन पर बैठे हुए थे मसीह येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम पर एक अटल सत्य प्रकट कर रहा हूं: तुममें से एक, जो मेरे साथ भोजन कर रहा है, मेरे साथ धोखा करेगा.”
19 चेले उदास ऊईगे और तिना बीचा ते एक-एक तिना खे पूछणे लगेया, “क्या से आऊँ ए?”
अत्यंत दुःखी हो वे उनसे एक-एक कर यह पूछने लगे, “निःसंदेह वह मैं तो नहीं हूं?”
20 यीशुए तिना खे बोलेया, “से बारा बीचा ते एक ए, जो मां साथे थाल़िया रे आथ पाओआ।
मसीह येशु ने उत्तर दिया, “है तो वह बारहों में से एक—वही, जो मेरे साथ कटोरे में रोटी डुबो रहा है.
21 आँऊ माणूं रा पुत्र पक्का ई मारेया जाणा जेड़ा मेरे बारे रे पवित्र शास्त्रो रे लिखी राखेया, पर तेस मांणूए खे हाय, जेस आऊँ पकड़वाणा। तेस मांणूए खे खरा था कि से जमदा ई नि।”
मनुष्य के पुत्र को तो, जैसा कि उसके विषय में पवित्र शास्त्र में लिखा है, जाना ही है; किंतु धिक्कार है उस व्यक्ति पर, जो मनुष्य के पुत्र के साथ धोखा करेगा. उस व्यक्ति के लिए अच्छा तो यही होता कि उसका जन्म ही न होता.”
22 जेबे सेयो खाणे ई लगी रे थे, तेबे यीशुए रोटी लयी और आशीष मांगी की तोड़ी और चेलेया खे दित्ती और बोलेया, “लओ और खाओ, ये मेरा शरीर ए।”
भोजन के लिए बैठे हुए मसीह येशु ने रोटी लेकर उसके लिए आभार धन्यवाद करते हुए उसे तोड़ा और उनमें बांटते हुए कहा, “लो, यह मेरा शरीर है.”
23 तेबे तिने कटोरा लयी की धन्यवाद कित्तेया और तिना खे दित्तेया और तिने सबी तिजी ते पिया।
इसके बाद मसीह येशु ने प्याला उठाया, उसके लिए धन्यवाद दिया, शिष्यों को दिया और सबने उसमें से पिया.
24 यीशुए तिना खे बोलेया, “ये मेरा से खून ए, जो परमेशर और तिना रे लोका बीचे नई वाचा ए, और बऊत जणेया रे पापो री माफिया खे बाह्या जाओआ।
मसीह येशु ने उनसे कहा, “यह वायदे का मेरा लहू है, जो अनेकों के लिए उंडेला गया है.
25 आऊँ तुसा खे सच बोलूँआ कि मां अँगूरा रा रस तेस दिनो तक फेर कदी नि पीणा, जदुओ तक परमेशरो रे राज्य रे नया नि पीऊँगा।”
मैं तुम पर एक अटल सच्चाई प्रकट कर रहा हूं: जब तक परमेश्वर के राज्य में नया रस न पिऊं, दाख का रस तब तक मैं नहीं पिऊंगा.”
26 तेबे सेयो पअजन गायी की बारे जैतूनो रे पाह्ड़ो पाँदे गए।
एक भक्ति गीत गाने के बाद वे ज़ैतून पर्वत पर चले गए.
27 तेबे यीशुए तिना खे बोलेया, “तुसे सब माखे छाडी की चली जाणे, कऊँकि लिखी राखेया, ‘मां रखवाल़ा काई देणा और पेडा ओरे-पोरे ऊई जाणिया।’
उनसे मसीह येशु ने कहा, “तुम सभी मेरा साथ छोड़कर चले जाओगे. जैसा कि इस संबंध में पवित्र शास्त्र का लेख है: “मैं चरवाहे का संहार करूंगा और झुंड की सभी भेड़ें तितर-बितर हो जाएंगी.
28 पर मां मुड़देया बीचा ते जिऊँदा ऊणे ते बाद, तुसा ते पईले गलीलो खे जाणा।”
हां, पुनर्जीवित किए जाने के बाद मैं तुमसे पहले गलील प्रदेश पहुंच जाऊंगा.”
29 पतरसे तिना खे बोलेया, “जे तुसा खे छाडी की सब जणे चली बी जाओ, तेबे बी मां तुसा खे छाडी की कदी नि जाणा।”
पेतरॉस ने कहा, “सभी आपका साथ छोड़कर जाएं तो जाएं, किंतु मैं आपको कभी न छोड़ूंगा.”
30 यीशुए तेसखे बोलेया, “आऊँ ताखे सच लगी रा बोलणे कि आज ई राती रे मुर्गे री दो बार बांग देणे ते पईले तूँ तीन बार माखे जाणने ते मुकरना।”
मसीह येशु ने उनसे कहा, “मैं तुम पर एक अटल सत्य प्रकट कर रहा हूं; आज रात में ही, इससे पहले कि मुरगा दो बार बांग दे, तुम मुझे तीन बार नकार चुके होंगे.”
31 पर पतरसे ओर बी जोर देई की बोलेया, “जे माखे तुसा साथे मरना बी पड़ो, तो तेबे बी मां तुसा खे ना नि करनी।” ईंयां ई ओरी सबी बी बोलेया।
किंतु पेतरॉस दृढतापूर्वक कहते रहे, “यदि मुझे आपके साथ मृत्यु को अपनाना भी पड़े तो भी मैं आपको नहीं नकारूंगा.” अन्य सभी शिष्यों ने भी यही दोहराया.
32 तेबे सेयो गतसमनी नाओं री जगा रे आए और यीशुए आपणे चेलेया खे बोलेया, “जदुओ तक आऊँ प्रार्थना करूँआ, तदुओ तक तुसे एथी बैठे रे रओ।”
वे गेतसेमनी नामक स्थान पर आए. मसीह येशु ने अपने शिष्यों से कहा, “जब तक मैं प्रार्थना कर रहा हूं, तुम यहीं ठहरो.”
33 यीशु पतरस, यूहन्ना और याकूबो खे आपू साथे लईगे और बऊत ई बेचैन और परेशान ऊणे लगे।
उन्होंने अपने साथ पेतरॉस, याकोब तथा योहन को ले लिया. वह अत्यंत अधीर तथा व्याकुल हो रहे थे.
34 तेबे यीशुए तिना खे बोलेया, “मेरा जिऊ बऊत उदास ए, एथो तक कि आऊँ मरने पाँदे ए। तुसे एथी रूको और जागदे रओ।”
मसीह येशु ने उनसे कहा, “मेरे प्राण इतने व्याकुल हैं मानो मेरी मृत्यु हो रही हो. तुम यहीं ठहरो और जागते रहो.”
35 यीशु थोड़े जे आगे गए और जमीना पाँदे पड़ी की प्रार्थना करने लगे कि, “जे ऊई सको तो ये दुःखो री कअड़ी मां पाँदो ते टल़ी जाओ।”
वह उनसे थोड़ी ही दूर गए और भूमि पर गिरकर यह प्रार्थना करने लगे कि यदि संभव हो तो यह क्षण टल जाए.
36 और बोलेया, “ओ अब्बा! ओ पिता! तुसा ते सब कुछ ऊई सकोआ, एस दुःखो खे मांगा गे ते टाई दे, पर तेबे बी जेड़ा आऊँ चाऊँआ, तेड़ा नि, पर जो तुसे चाओए सेई ओ।”
प्रार्थना में उन्होंने कहा, “अब्बा! पिता! आपके लिए तो सभी कुछ संभव है. मेरे सामने रखे इस प्याले को हटा दीजिए. फिर भी मेरी नहीं, आपकी इच्छा के अनुरूप हो.”
37 तेबे यीशु आए और चेले सये रे देखी की पतरसो खे बोलेया, “ओ शमौन तूँ सऊणे लगी रा? क्या तूँ एक कअड़ी पनि जागी सकेया?
जब मसीह येशु वहां लौटकर आए तो शिष्यों को सोता हुआ पाया. उन्होंने पेतरॉस से कहा, “शिमओन! सोए हुए हो! एक घंटा भी जागे न रह सके!
38 जागदे और प्रार्थना करदे रओ, ताकि परीक्षा रे नि पड़ो; आत्मा तो त्यार ए, पर शरीर कमजोर ए।”
सजग रहो, प्रार्थना करते रहो, ऐसा न हो कि तुम परीक्षा में पड़ जाओ. हां, निःसंदेह आत्मा तो तैयार है किंतु शरीर दुर्बल.”
39 यीशु फेर चली गे और सेई प्रार्थना कित्ती।
तब उन्होंने दोबारा जाकर वही प्रार्थना की.
40 तेबे दूजी बार आई की सेयो सये रे देखे, कऊँकि तिना री आखी रे नींज थी और सेयो नि जाणो थे कि यीशुए खे क्या जवाब देईए।
वह दोबारा लौटकर आए तो देखा कि शिष्य सोए हुए हैं—क्योंकि उनकी पलकें बोझिल थी. उन्हें यह भी नहीं सूझ रहा था कि प्रभु को क्या उत्तर दें.
41 तेबे यीशुए तीजी बार आई की बोलेया, “एबे सऊँदे रओ और आराम करदे रओ, बस से कअड़ी आईगी री। देखो, आँऊ माणूं रा पुत्र पापिया रे आथे पकड़वाई जाऊणा।
जब मसीह येशु तीसरी बार उनके पास आए तो उन्होंने उनसे कहा, “अभी भी सो रहे हो? सोते रहो और विश्राम करो! बहुत हो गया! वह क्षण आ गया है. देख लो कैसे मनुष्य का पुत्र पापियों के हाथों में सौंपा जा रहा है!
42 उठो चलो। देखो, माखे पकड़वाणे वाल़ा नेड़े आईगा रा।”
उठो! यहां से चलें. देखो, जो मुझे पकड़वाने पर है, वह आ गया!”
43 सेयो ये बोलणे ई लगी रे थे कि यहूदा, जो बारा चेलेया बीचा ते एक था, से आया। और तेस साथे बड़े पुरोईत, शास्त्री, और बुजुर्गा री तरफा ते एक बड़ी पीड़, तलवार और डण्डे लयी की फटाफट आईगी।
जब मसीह येशु यह कह ही रहे थे, उसी क्षण यहूदाह, जो बारह शिष्यों में से एक था, आ पहुंचा. उसके साथ तलवार और लाठियां लिए हुए एक भीड़ भी थी. ये सब प्रधान पुरोहितों, शास्त्रियों तथा पुरनियों द्वारा भेजे गए थे.
44 तिना खे पकड़वाणे वाल़े तिना खे बताई ता था, “जेसखे आऊँ नमस्ते करुँ और गल़े लगूँ, सेई ऊणा और तुसे से पकड़ी की लई जाणा।”
पकड़वानेवाले ने उन्हें यह संकेत दिया था: “मैं जिसे चूमूं, वही होगा वह. उसे पकड़कर सिपाहियों की सुरक्षा में ले जाना.”
45 तेबे यहूदा यीशुए गे आया और बोलेया, “ओ गुरू!” और तेसखे नमस्ते कित्ती और गल़े लगेया।
वहां पहुंचते ही यहूदाह सीधे मसीह येशु के पास गया और उनसे कहा, “रब्बी” और उन्हें चूम लिया.
46 तेबे तिने सेयो आथ पाई की पकड़ी ले।
इस पर उन्होंने मसीह येशु को पकड़कर बांध लिया.
47 तिना बीचा ते जो नेड़े खड़ी रे थे, एकी जणे तलवार खिंजी की प्रदान पुरोईतो रे दासो पाँदे चलाई और तेसरा कान ऊड़ाई ता।
उनमें से, जो मसीह के साथ थे, एक ने तलवार खींची और महापुरोहित के दास पर प्रहार कर दिया जिससे उसका एक कान कट गया.
48 यीशुए तिना खे बोलेया, “क्या तुसे आऊँ डाकू समजी राखेया, जो माखे पकड़ने री तंईं डण्डे और तलवारी लई की आई रे?
मसीह येशु ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे पकड़ने के लिए तुम तलवार और लाठियां लेकर आए हो मानो मैं कोई डाकू हूं!
49 आऊँ तो हर दिन तुसा साथे मन्दरो रे उपदेश देऊँ था और तेबे तो तुसे आऊँ नि पकड़ेया। पर ये सब कुछ तेबे ऊआ, ताकि पवित्र शास्त्रो रे मेरे बारे जो गल्ल भविष्यवक्ते लिखी राखी थी, से पूरी ओ।”
मंदिर में शिक्षा देते हुए मैं प्रतिदिन तुम्हारे साथ ही होता था, तब तो तुमने मुझे नहीं पकड़ा किंतु अब जो कुछ घटित हो रहा है वह इसलिये कि पवित्र शास्त्र का लेख पूरा हो.”
50 तेबे तिना रे सारे चेले तिना खे छाडी की नठीगे।
सभी शिष्य मसीह येशु को छोड़ भाग चुके थे.
51 तेबे एक जवान आपणे नांगे शरीरो रे चादर टखी की तिना पीछे-पीछे चली गा और लोके से चेला समजी की पकड़ी ता।
एक युवक था, जो मसीह येशु के पीछे-पीछे आ रहा था. उसने अपने शरीर पर मात्र एक चादर लपेटी हुई थी. जब उन्होंने उसे पकड़ना चाहा,
52 पर से चादर छाडी की नांगा ई नठी गा।
वह अपनी उस चादर को छोड़ नंगा ही भाग निकला.
53 तेबे सेयो यीशुए खे बड़े पुरोईतो रे कअरे लईगे और सब प्रदान पुरोईत, शास्त्री और बुजुर्ग तेसगे कट्ठे ऊईगे।
वे मसीह येशु को महापुरोहित के सामने ले गए, वहां सभी प्रधान पुरोहित, वरिष्ठ नागरिक तथा शास्त्री इकट्ठा थे.
54 पतरस दूरो तेई तिना पीछे-पीछे प्रदान पुरोईतो रे आँगणो रे पीतरो तक गया और चौकीदारा साथे बैठी की आग सेखणे लगेया।
पेतरॉस दूर ही दूर, उनके पीछे-पीछे आ रहे थे और वह महापुरोहित के आंगन में भी आ गए. वह अधिकारियों के साथ बैठ गए और उनके साथ आग तापने लगे.
55 बड़े पुरोईत और सारी बड़ी सभा यीशुए खे काणे री तंईं, तिना रे खलाफ गवाई लगी रे थे टोल़ने, पर मिली नि।
मसीह येशु को मृत्यु दंड देने की इच्छा लिए हुए प्रधान पुरोहित तथा पूरी महासभा मसीह येशु के विरुद्ध गवाह खोजने का यत्न कर रही थी किंतु इसमें वे विफल ही रहे.
56 कऊँकि बऊत जणे तिना रे खलाफ चूठी गवाई लगी रे थे देणे, पर तिना री गवाई एक जेड़ी नि थी।
निःसंदेह उनके विरुद्ध अनेक झूठे गवाह उठ खड़े हुए थे, किंतु उनकी गवाही मेल न खायी.
57 तेबे बऊत जणेया तिना रे खलाफ ये चूठी गवाई दित्ती कि
तब कुछ ने मसीह येशु के विरुद्ध यह झूठी गवाही दी:
58 “आसे ये, ए बोलदे ऊए सुणी राखेया, ‘मां ये आथो साथे बणाया रा मन्दर टाल़ी देणा और तीजे दिने दूजा बणाई देणा, जो आथो साथे नि बणे रा ऊणा।’”
“हमने इसे कहते सुना है: ‘मैं मनुष्य के द्वारा बनाए गए इस मंदिर को ढाह दूंगा और तीन दिन में एक दूसरा बना दूंगा, जो हाथ से बना न होगा.’”
59 एते पाँदे बी सबी री गवाई एक जेड़ी नि निकल़ी।
इस आरोप में भी उनके गवाह में समानता न थी.
60 तेबे प्रदान पुरोईते, बीचे खड़े ऊई की, यीशुए ते पूछेया, “क्या तूँ कोई जवाब नि देणा चांदा? यो लोक तेरे बारे रे क्या गवाई लगी रे देणे?”
तब महापुरोहित उनके सामने खड़े हुए तथा मसीह येशु से पूछा, “क्या तुम्हें अपने बचाव में कुछ नहीं कहना है? ये सब तुम्हारे विरुद्ध क्या-क्या गवाही दे रहे हैं!”
61 पर यीशु चुप रए और कुछ बी जवाब नि दित्तेया। प्रदान पुरोईते तिना ते फेर पूछेया, “क्या तूँ परमधन्य परमेशरो रा पुत्र मसीह ए?”
किंतु मसीह येशु ने कोई उत्तर न दिया. वह मौन ही बने रहे. तब महापुरोहित ने उन पर व्यंग्य करते हुए पूछा, “क्या तुम ही मसीह हो—परम प्रधान के पुत्र?”
62 यीशुए बोलेया, “आ, आऊँ आए; और तुसा आँऊ माणूं रा पुत्र सर्वशक्तिमानो रे दाँणे कनारे बैठे रा और सर्गो रे बादल़ो पाँदे आऊँदा ऊआ देखणा।”
मसीह येशु ने उत्तर दिया, “जी हां, मैं हूं. आप मनुष्य के पुत्र को सर्वशक्तिमान के दायें पक्ष में आसीन तथा आकाश के बादलों पर लौटता हुआ देखेंगे.”
63 तेबे प्रदान पुरोईते आपणे टाले फाड़ी की बोलेया, “एबे आसा खे गवाओ रा क्या काम ए?
इस पर महापुरोहित ने अपने वस्त्र फाड़ते हुए कहा, “अब क्या ज़रूरत रह गई किसी अन्य गवाह की?
64 तुसे ये निन्दा सुणी, तुसा री क्या राय ए?” तिने सबी बोलेया, “ये तो काणे जोगा ए।”
तुम सभी ने परमेश्वर-निंदा सुन ली है. क्या विचार है तुम्हारा?” सबने एक मत से उन्हें मृत्यु दंड का भागी घोषित किया.
65 तेबे कोई तिना पाँदे थूकणे लगे, कोई मूँ टखणे लगे, कोई मुक्के बाणे लगे और तिना ते बोलणे लगे, “भविष्यबाणी कर।” और सिपाई तिना खे पकड़ी की थप्पड़ बाणे लगे।
कुछ ने उन पर थूकना प्रारंभ कर दिया. उनकी आंखों पर पट्टी बांधकर कुछ उन्हें घूंसे मारते हुए कहने लगे, “कर भविष्यवाणी!” और प्रहरियों ने उनके मुख पर थप्पड़ भी मारे.
66 जेबे पतरस आँगणो रे था, तेबे प्रदान पुरोईतो री दासिया बीचा ते एक तेती आई
जब पेतरॉस नीचे आंगन में थे. महापुरोहित की एक सेविका वहां आई.
67 और जेबे पतरस आग सेखणे लगी रा था, तेबे से तेसखे टकटक करी की देखणे लगी और बोलणे लगी, “तूँ बी तो तेस यीशु नासरियो साथे था।”
उसे पेतरॉस वहां आग तापते हुए दिखे इसलिये वह उनकी ओर एकटक देखते हुए बोली, “तुम भी तो येशु नाज़री के साथ थे!”
68 से मुकरी गा, और बोलणे लगेया, “आऊँ तो नि जाणदा और मेरी समजा रे नि आऊँदा कि तूँ क्या लगी री बोलणे।” तेबे से बारे देऊल़िया गे गया और मुर्गे बांग दित्ती।
पेतरॉस ने यह कहते हुए नकार दिया, “क्या कह रही हो! मैं इस विषय में कुछ नहीं जानता. मेरी समझ में कुछ नहीं आ रहा है,” और वह द्वार की ओर चले गए.
69 तेबे से दासी फेर तेसखे देखी की, जो तेती नेड़े खड़ी रे थे, तिना गे बोलणे लगी, “ये तो तिना बीचा ते एक ए।”
एक बार फिर जब उस दासी ने उन्हें देखा तो आस-पास उपस्थित लोगों से दोबारा कहने लगी, “यह भी उन्हीं में से एक है!”
70 पर से फेर मुकरी गा और थोड़ी देर बाद जो तेती खड़ी रे थे, तिने फेर पतरसो खे बोलेया, “पक्का तूँ तिना बीचा ते एक ए, तूँ बी तो गलीली ए, कऊँकि तेरी बोलिया ते तूँ गलीली लगोआ।”
पेतरॉस ने दोबारा नकार दिया. कुछ समय बाद उनके पास खड़े लोग ही पेतरॉस से कहने लगे, “इसमें तो कोई संदेह ही नहीं है कि तुम उनमें से एक हो क्योंकि तुम भी गलीलवासी हो.”
71 तेबे से आपू खे कोसणे लगेया और कसम खाणे लगेया, “जेस मांणूए रे बारे रे तुसे बोलणे लगी रे, आऊँ तेसखे बिल्कुल पनि जाणदा।”
किंतु पेतरॉस धिक्कार कर शपथ खाते हुए कहने लगे, “तुम जिस व्यक्ति के विषय में कह रहे हो, उसे तो मैं जानता ही नहीं!”
72 तेबे तेबुई मुर्गे दूजी बार फेर बांग दित्ती। तेबे पतरसो खे से गल्ल, जो यीशुए तेसखे बोली थी, याद आई कि, “मुर्गे री दो बार बांग देणे ते पईले तूँ तीन बार माखे जाणने ते मुकरना।” तेबे से एसा गल्ला सोची की जोरे-जोरे की रोणे लगेया।
उसी क्षण मुर्गे ने दूसरी बार बांग दी. पेतरॉस को मसीह येशु की वह पहले से कही हुए बात याद आई, “इसके पहले कि मुर्ग दो बार बांग दे, तुम तीन बार मुझे नकार चुके होंगे.” पेतरॉस फूट-फूटकर रोने लगे.