< प्रेरितों के काम 26 >

1 अग्रिप्पा न पौलुस सी कह्यो, “तोख अपनो बारे म बोलन की आज्ञा हय।” तब पौलुस हाथ बढ़ाय क उत्तर देन लग्यो।
ସିଲତ୍ତେ ଆଗ୍ରିପାନ୍‍ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ଡମ୍‌ ଡନେଲନ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ଏତିୟ୍‌ଲମ୍‌ ।” ଆରି ପାଓଲନ୍‌ ତେକ୍କେସିଲନ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ଉଲନ୍‌;
2 “हे राजा अग्रिप्पा, जितनो बातों को यहूदी मोरो पर दोष लगावय हंय, अज तोरो आगु उन्को उत्तर देन म मय अपनो ख धन्य समझू हय,
“ଏ ଆଗ୍ରିପା ରାଜା, ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଇନିଜି ଆ ବର୍ନେଜି କାୟ୍‌କାୟ୍‌ଡାଲେ ଅବ୍‌ଡୋସାତିଁୟ୍‌ଜି, ତି ଆ ବର୍ନେଜି ଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ଡମ୍‌ ଡନେଡମ୍‌ଲନ୍‌ ମୁକ୍କାବାନମ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ଞରାଙ୍‌ଲାଞନ୍‌ ଞେନ୍‌ କରମ୍ମାଡମ୍‌ ଗାମ୍‌ଡମ୍‌ତନାୟ୍‌;
3 विशेष कर क् येकोलायी कि तय यहूदियों को सब सम्बन्ध अऊर विवाद ख जानय हय। येकोलायी मय प्रार्थना करू हय, धीरज सी मोरी सुन।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆନୋକ୍କା ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେଞ୍ଜି ଡ ଆ ବର୍ନେଞ୍ଜି ଆମନ୍‌ ମନଙ୍‌ଡମ୍‌ ଜନା, ତିଆସନ୍‌ ବର୍ନେଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଡାଲୁଡା ଗାମ୍‌ଲେ ଞେନ୍‌ ବର୍ତମ୍‌ ।”
4 “मोरो चाल-चलन सुरूवात सी अपनी जाति को बीच अऊर यरूशलेम म जसो होतो, ऊ सब यहूदी जानय हंय।
“ବେଣ୍ଡିଆ ଇଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଞେନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞେଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଆରି ତିକ୍କି ଜିରୁସାଲମ୍‌ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ଲନାୟ୍‌ ତିଆତେ ଆନିଞ୍ଜି ଜନାଜି;
5 यदि हि गवाही देनो चाहवय, त सुरूवात सी मोख पहिचानय हंय कि मय फरीसी होय क अपनो धर्म को सब सी सही पंथ को अनुसार जीवन पर चल्यो।
ଞେନ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ପାରୁସି ଗାମ୍‌ଲେ ଡରମ୍ମଲୋଙ୍‌ଲେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଡଡ଼ନ୍‌ ଡକୋ, ତି ଆ ଡଡ଼ଲୋଙ୍‌ ଞେନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନାୟ୍‌, ଆନିଞ୍ଜି ତିଆତେ ଜନାଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଲଡଜେଞ୍ଜି ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ଆସନ୍‌ ନିୟ୍‌ ସାକିନ୍‌ ତିୟେତଜି ।
6 अऊर अब ऊ प्रतिज्ञा म आशा को वजह जो परमेश्वर न हमरो पूर्वजों सी करी होती, मोरो पर मुकद्दमा चल रह्यो हय।
ଆରି ପୁର୍ବା ଜୋଜୋଲେଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ବାସାଲନେ, ତି ଆବ୍ରାସାଲନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅରାସାତନାଞନ୍‌, ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ତବ୍‌ନଙ୍‌ଲିଁୟ୍‌ଜି ।
7 उच प्रतिज्ञा को पूरो होन की आशा लगायो हुयो, हमरो बारा गोत्र अपनो पूरो मन सी रात-दिन परमेश्वर की सेवा करत आयो हंय। हे राजा, योच आशा को बारे म यहूदी मोर पर दोष लगावय हंय।
ବାର କେଜ୍ଜାଲେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ତିଆତେ ଏଞାଙ୍‌ତାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆସାଲନ୍‌ ତଗଲ୍‌ ତମ୍‌ବା ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ପାର୍ତନାତଞ୍ଜି । ଏ ରାଜା, ତି ଆସାଲୋଙ୍‌ ଆସନ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ଡୋସାତିଁୟ୍‌ଜି ।
8 जब कि परमेश्वर मरयो हुयो ख जीन्दो करय हय, त तुम्हरो इत या बात कहाली विश्वास को लायक नहीं समझी जावय?
ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆରବୁମରଞ୍ଜି ଅବ୍‌ଡୋତଜି, ଇନିବା ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ କଣ୍ଡାୟ୍‌ ଏବ୍‌ଡିସୟ୍‌ତେ?”
9 “मय न भी समझ्यो होतो कि यीशु नासरी को नाम को विरोध म मोख बहुत कुछ करन ख होनो होतो।
“ଞେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ନାଜରିତବାୟ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ଜବ୍ର ଲନୁମଞ୍ଜି ଲୁମ୍‌ତାୟ୍‌ ଅବ୍‌ଡିସୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
10 अऊर मय न यरूशलेम म असोच करयो; अऊर महायाजक सी अधिकार पा क बहुत सो पवित्र लोगों ख जेलखाना म डाल्यो, अऊर जब हि मार डाल्यो जात होतो त मय भी उन्को विरोध म अपनी सहमती देत होतो।
ଆରି ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅନଡ଼େଅଲନ୍‌ ପାଙ୍‌ଲେ ବୟ୍‌ଲେମରଞ୍ଜି ବଣ୍ଡିସିଂଲୋଙନ୍‌ ବଣ୍ଡିଲାଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆର୍ରବ୍ବୁଏଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌ ଞେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ବୋଟନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଜିରୁସାଲମ୍‌ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାଜି ଞେନ୍‌ ଲୁମ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
11 हर आराधनालय म मय उन्ख ताड़ना दिलाय दिलाय क यीशु की निन्दा करवात होतो, इत तक कि गुस्सा को मारे असो पागल भय गयो कि बाहेर को नगरो म भी जाय क उन्ख सतावत होतो।
ଆରି ଅଡ଼୍‌କୋ ରନୁକ୍କୁସିଂଲୋଙନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ନିଣ୍ଡୟ୍‌ଲେ ବର୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆଏଡ଼ର୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡଣ୍ଡାୟ୍‌ଲାଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏତ୍ତେଲେ ବରାବ୍‌ଲିଁୟ୍‌ ଡ ଆନ୍ନା ଆ ଗଡ଼ାରେଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଡଣ୍ଡାୟ୍‌ନାଜି ।”
12 “योच धुन म जब मय महायाजक सी अधिकार अऊर आज्ञा-पत्र लेय क दमिश्क ख जाय रह्यो होतो;
“କେନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡନଣ୍ଡାୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅନଡ଼େଅଲନ୍‌ ପାଙ୍‌ଲେ ଦମ୍ମେସକନ୍‌ ଅରିୟେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌,
13 त हे राजा, रस्ता म दोपहर को समय मय न आसमान सी सूरज को तेज सी भी बढ़ क एक ज्योति, अपनो अऊर अपनो संग चलन वालो को चारयी तरफ चमकतो हुयो दिख्यो।
ଏ ରାଜା, ତଡ଼ିଙ୍‌ ତମ୍‌ବାନ୍‌ ତଙରନ୍‌ ଏଜିର୍ରେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଓୟୋଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆରି ଗୋଗୋୟ୍‌ ଆ ସନାଆର୍‌ ଞେନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ତି ଆ ସନାଆର୍‌ ରୁଆଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଜିର୍ରେ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଡ ସରିନ୍‌ ଏଜିର୍ରେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆମଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ତରାଡେ ।
14 जब हम सब जमीन पर गिर पड़्यो, त मय न इब्रानी भाषा म, मोरो सी यो कहत हुयो एक आवाज सुन्यो, ‘हे शाऊल, हे शाऊल, तय मोख कहाली सतावय हय? पैनी नोक पर लात मारनो तोरो लायी कठिन हय।’
ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ଲେନ୍‌ ଲବଲୋଙନ୍‌ ଅକୁଡ୍‌ଲଲେନ୍‌, ଆରି ଏବ୍ରିଲଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଞେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ସର୍ରଙନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଲାୟ୍‌, ‘ସାଓଲ, ସାଓଲ, ଇନିଆସନ୍‌ ଆମନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଡଣ୍ଡାୟ୍‌ତିଁୟ୍‌? ସୁଜେର୍‌ଡାଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ତଙ୍‌ଞାଏନ୍‌ ଡେନ୍‌ ଆମନ୍‌ଡମ୍‌ ପାରାତମ୍‌ ।’
15 मय न कह्यो, ‘हे प्रभु, तय कौन आय?’ प्रभु न कह्यो, ‘मय यीशु आय, जेक तय सतावय हय।
ସିଲତ୍ତେ ଞେନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲାୟ୍‌, ‘ପ୍ରବୁ, ଆମନ୍‌ ଆନା?’ ଆରି ପ୍ରବୁନ୍‌ ଜାଲଙ୍‌ଲିଁୟ୍‌, ‘ଆମନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଜିସୁଆଡଙ୍‌ ଡଣ୍ଡାୟ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ଞେନ୍‌ ।
16 पर तय उठ, अपनो पाय पर खड़ो हो; कहालीकि मय न तोख येकोलायी दर्शन दियो हय कि तोख उन बातों को भी सेवक अऊर गवाह ठहराऊ, जो तय न देख्यो हंय, अऊर उन्को भी जिन्को लायी मय तोख दर्शन देऊ।
ଡୋନା, ତାଲ୍‌ଜଙ୍‌ନମ୍‌ ବାତ୍ତେ ତନଙା, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମନ୍‌ କବ୍ବାଡ଼ାମର୍‌ଞେନ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ସନେଡାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ଅବ୍‌ଗିୟ୍‌ତାଲନାୟ୍‌, ଆରି ଆମନ୍‌ ଇନିଜି ଇନିଜି ତନାଲ୍‌ମଡଞ୍ଜି ଗିଜେନ୍‌ ଆରି ବିଅଜି ନିୟ୍‌ ଗିୟ୍‌ତେ, ତି ଆ ବର୍ନେଜି ଆନ୍ନାମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସାକିନ୍‌ ତିୟା ।
17 अऊर मय तोख तोरो लोगों सी अऊर गैरयहूदियों सी छुड़ातो रहूं, जिन्को जवर मय अब तोख येकोलायी भेजू हय
ଅଙ୍ଗା ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ଡ ଏର୍‌ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ଆମଙ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ତମ୍‌ ଆମଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଡୋବ୍‌ତମ୍‌ ।
18 कि तय उन्की आंखी खोल कि हि अन्धकार सी ज्योति को तरफ, अऊर शैतान को अधिकार सी परमेश्वर को तरफ फिरेंन; कि पापों की माफी अऊर उन लोगों को संग जो मोरो पर विश्वास करन सी पवित्र करयो गयो हंय, मीरास पाये।’
ଆମନ୍‌ ଆମଡଞ୍ଜି ସନାବ୍‌କୁଡନ୍‌ ଆସନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଲୋଙଡନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ସନାଆର୍‌ଗଡନ୍‌ ଅନାବ୍‌ଡିଡନ୍‌ ଆସନ୍‌, ସନୁମନ୍‌ ଆ ବୋର୍ସା ସିଲଡ୍‌ ତାଣ୍ଡେଲେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଡାଲେ ଆ ଇର୍ସେଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ କେମାନ୍‌ ଆଞନାଙ୍‌ ଆସନ୍‌, ଆରି ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଆଡର୍ତନେଞ୍ଜି ବୟ୍‌ଲେମରଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ମାୟ୍‌ମାୟନ୍‌ ଆସନ୍‌, ଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆମଙ୍‌ବାଞ୍ଜି ଆପ୍ପାୟ୍‌ତମ୍‌ ।’”
19 “येकोलायी हे राजा अग्रिप्पा, मय न ऊ स्वर्गीय दर्शन की बात नहीं टाली,
“ଏ ରାଜା ଆଗ୍ରିପା, ଞେନ୍‌ ରୁଆଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତନାଲ୍‌ମଡନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ତିଆତେ ଞେନ୍‌ ଅଃନ୍ନାଲ୍ଲେଲାୟ୍‌ ।
20 पर पहिलो दमिश्क को, तब यरूशलेम को, अऊर तब यहूदियों को सब रहन वालो ख, अऊर गैरयहूदियों ख समझावत रह्यो, कि मन फिरावो अऊर परमेश्वर को तरफ फिर क मन फिराव को लायक काम करो।
ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆବ୍‌ୟର୍‌ବୁଡ୍ଡିଲନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ୟର୍ନାୟ୍‌ତଜି ଆରି ଆବ୍‌ୟର୍‌ବୁଡ୍ଡିନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାଜି ଲୁମେତଜି ଗାମ୍‌ଲେ ପର୍ତମ୍ମୁ ଦମ୍ମେସକନ୍‌ ଡ ଜିରୁସାଲମବାଜି ଆମଙ୍‌, ତିକ୍କି ସମ୍ପରା ଜିଉଦା ରାଜ୍ୟନ୍‌ ଡ ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅପ୍ପୁଙ୍‌ବର୍ରାୟ୍‌ ।
21 इन बातों को वजह यहूदी मोख मन्दिर म पकड़ क् मार डालन को कोशिश करत होतो।
କେନ୍‌ ଆସନ୍‌ଲନ୍‍ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏରେଞ୍ଜି ଗୋଜେଞ୍ଜି ।
22 पर परमेश्वर की मदत सी मय अज तक बन्यो हय अऊर छोटो बड़ो सब को आगु गवाही देऊ हय, अऊर उन बातों ख छोड़ कुछ नहीं कह्य जो भविष्यवक्तावों अऊर मूसा न भी कह्यो कि होन वाली हंय,
ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ସନାୟୁମ୍‌ ବାତ୍ତେ ଞେନ୍‌ ନମିନ୍ତାନ୍‌ ସନ୍ନା, ସୋଡ଼ା ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସାକିନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ଜିର୍ତାୟ୍‌, ଆରି, ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଡ ମୋସାନ୍‌ ଇନିଜି ଇନିଜି ଡେତେ ଗାମ୍‌ଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, ତିଆତେଜି ତୁମ୍‌ ଞେନ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌;
23 कि मसीह ख दु: ख उठावनो पड़ेंन, अऊर उच सब सी पहिले मरयो हुयो म सी जीन्दो होय क, हमरो लोगों म अऊर गैरयहूदियों म ज्योति को प्रचार करेंन।”
ଆମ୍ମୁଙ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ରୟ୍‌ ପରାନ୍‌ଡଣ୍ଡନ୍‌ ଡେତେ କି ରବୁତେ, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆରବୁମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ୟର୍ମେଙ୍‌ଲେ ଡୋତନେ, ଆରି ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଡ ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଅନୁରନ୍‌ ଆ ସନାଆର୍‌ ଅବ୍‌ଗିୟ୍‌ତାତେ ।”
24 जब ऊ या रीति सी उत्तर दे रह्यो होतो, त फेस्तुस न ऊचो आवाज सी कह्यो, “हे पौलुस, तय पागल हय। बहुत अक्कल न तोख पागल कर दियो हय।”
କେନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ପାଓଲନ୍‌ ଆବର୍ରନେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ପେସ୍ଟସନ୍‌ ବାବ୍ବାବ୍‌ଲେ ବର୍ରନେ, “ପାଓଲ, ଆମନ୍‌ ବାୟାତମ୍‌, ଆମନ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ ପଡ଼େଲନ୍‌ ତିଆସନ୍‌ ଆମନ୍‌ ବାୟାଲମ୍‌ ।”
25 पर पौलुस न कह्यो, “हे महानुभव फेस्तुस, मय पागल नहाय, पर सच्चायी अऊर बुद्धि को बाते कहू हय।
ପାଓଲନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଏ ପେସ୍ଟସ୍‌, ଞେନ୍‌ ଆ ବାୟାମର୍‍ ତଡ୍‌, ଞେନ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ବର୍ତନାୟ୍‌ ତିଆତେ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ।
26 राजा भी जेको आगु मय निडर होय क बोल रह्यो हय, या बाते जानय हय; अऊर मोख विश्वास हय कि इन बातों म सी कोयी ओको सी लूकी नहाय, कहालीकि यो घटना कोयी कोना म नहीं भयी।
ରାଜାନ୍‌ କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଜନା, ତିଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆ ମୁକ୍କାଲୋଙନ୍‌ ଅବ୍ବୋର୍ସାଲନ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଆନିନ୍‌ ଏର୍‌ଜନନା ତଡ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆସାତନାୟ୍‌, ଆରି କେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏର୍‌ନବ୍‌ଜନାନ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଅଃଡ୍ଡେଲୋ ।
27 हे राजा अग्रिप्पा, का तय भविष्यवक्तावों को विश्वास करय हय? हव, मय जानु हय कि तय विश्वास करय हय।”
ଏ ରାଜା ଆଗ୍ରିପା, ଆମନ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଡର୍ତନ୍‌ ପଙ୍‌? ଆମନ୍‌ ଡର୍ତନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଞେନ୍‌ ଜନା ।”
28 तब अग्रिप्पा न पौलुस सी कह्यो, “तय थोड़ोच समझानो सी मोख मसीही बनानो चाहवय हय?”
ସିଲତ୍ତେ ଆଗ୍ରିପାନ୍‍ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେନ୍‌, “ବଗଡ୍ଡେଃ ଆସନ୍‌ ଆମନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟାନୁମର୍‌ ଏମ୍ମେତାୟ୍‌ ଅବ୍‌ଡିସୟ୍‌ତେ ପଙ୍‌?”
29 पौलुस न कह्यो, “परमेश्वर सी मोरी प्रार्थना हय कि का थोड़ो म का बहुत म, केवल तयच नहीं पर जितनो लोग अज मोरी सुनय हंय, इन बन्धनों ख छोड़ हि मोरी जसो होय जाये।”
ସିଲତ୍ତେ ପାଓଲନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ବଗଡ୍ଡେଃ ଡେଏତୋ କି ଅୟମ୍‌ଡମ୍‌ ଡେଏତୋ, ସତ୍ତର୍‌ ଆମନ୍‌ ତୁମ୍‌ ତଡ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ଡିଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଲଙେ ବର୍ନେଞେନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ତଜି, ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡେବେନ୍‌ତୋ, ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ବଣ୍ଡିଲିଁୟ୍‌ଜି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ଏତ୍ତେଲେ ବଣ୍ଡିଡଙ୍‌ବେଞ୍ଜି ତଡ୍‌ ।”
30 तब राजा अऊर शासक अऊर बिरनीके अऊर उन्को संग बैठन वालो उठ खड़ो भयो;
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ରାଜାନ୍‌, ରାଜ୍ୟପାଡ଼ନ୍‌, ବର୍ନିକିନ୍‌ ଡ ତେତ୍ତେ ଆତଙ୍କୁମନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଡୋଲନ୍‌ ଜିରେଞ୍ଜି ।
31 अऊर अलग जाय क आपस म कहन लग्यो, “यो आदमी असो त कुछ नहीं करय, जो मृत्यु दण्ड यां जेलखाना म डालन जान को लायक हय।”
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଆଜିର୍ରେଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌ ତର୍ଡମ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ କଡାଡ଼ିଗଡ୍‌ଲଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ଡୋସା ଅଃଲ୍ଲୁମ୍‌ଲୋ, ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଃର୍ରବ୍ବୁବୋ କି ଅଃବ୍ବଣ୍ଡିବୋ ।”
32 अग्रिप्पा न फेस्तुस सी कह्यो, “यदि यो आदमी कैसर की दुवा नहीं देतो, त छूट सकत होतो।”
ଆରି ଆଗ୍ରିପାନ୍‍ ପେସ୍ଟସନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା କାଇସରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଅନବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅଃବ୍ବର୍ରନ୍‌ ନଙ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ତବୋ ବନ୍‌ ।”

< प्रेरितों के काम 26 >