< Corinthios Ii 9 >

1 nam de ministerio quod fit in sanctos ex abundanti est mihi scribere vobis
मन्नै इब उन पवित्र माणसां नै जो यरुशलेम म्ह रहवै सै, उन ताहीं दान देण की सेवकाई कै बारै म्ह लिखण की जरूरत कोनी।
2 scio enim promptum animum vestrum pro quo de vobis glorior apud Macedonas quoniam Achaia parata est ab anno praeterito et vestra aemulatio provocavit plurimos
क्यूँके मदद करण की थारी मन की लालसा नै मै पैहले तै ए जांणु सूं, जिसकै कारण मै थारे बारै म्ह मकिदुनिया कलीसिया के बिश्वासी भाईयाँ कै स्याम्ही गर्व करुँ सूं, के थम अखाया परदेस के माणस एक साल पैहल्या तै दान देण खात्तर त्यार थे, अर थारे जोश नै घणखरे मकिदुनिया परदेस के बिश्वासियाँ ताहीं भी दान देण खात्तर उत्साहित करया सै।
3 misi autem fratres ut ne quod gloriamur de vobis evacuetur in hac parte ut quemadmodum dixi parati sitis
पर मै थारे धोरै तीतुस अर दो बिश्वासी भाईयाँ नै भेज्जू सूं, के हमनै जो गर्व थारे बारै म्ह दिखाया, वो इस बात म्ह बेकार ना ठहरै; पर जिसा मन्नै कह्या उसाए थम यरुशलेम के बिश्वासी भाईयाँ नै दान देण खात्तर त्यार रहो।
4 ne cum venerint mecum Macedones et invenerint vos inparatos erubescamus nos ut non dicamus vos in hac substantia
इसा ना हो के जिब मकिदुनिया के कुछ बिश्वासी भाई मेरै गेल्या आवै अर वो थमनै दान देण खात्तर त्यार न्ही पावै, तो हो सकै सै, के हम थारे पै भरोस्से करण के कारण शर्मिन्दा होवां, पर थम म्हारे तै भी ज्यादा शर्मिन्दा होओगे।
5 necessarium ergo existimavi rogare fratres ut praeveniant ad vos et praeparent repromissam benedictionem hanc paratam esse sic quasi benedictionem non quasi avaritiam
ज्यांतै मन्नै बिश्वासी भाईयाँ तै या बिनती करणा जरूरी समझया के वे पैहल्या तै थारे धोरै जावै, अर जो दान देण का वादा थमनै करया था, उसका इन्तजाम कर ल्यो, जो थमनै कंजूसी तै न्ही पर खुल्ले दिल तै देण खात्तर कह्या।
6 hoc autem qui parce seminat parce et metet et qui seminat in benedictionibus de benedictionibus et metet
पर बात या सै, जो थोड़ा-सा बोवै सै, वो थोड़ा-सा काट्टैगा भी, अर जो घणा बोवै सै, वो घणा काट्टैगा।
7 unusquisque prout destinavit corde suo non ex tristitia aut ex necessitate hilarem enim datorem diligit Deus
हरेक माणस जिसा मन म्ह सोच्चै उसाए दान करै, ना कुढ़-कुढ़ कै अर मन म्ह दाब तै, क्यूँके परमेसवर राज्जी होकै देण आळे तै प्यार करै सै।
8 potens est autem Deus omnem gratiam abundare facere in vobis ut in omnibus semper omnem sufficientiam habentes abundetis in omne opus bonum
परमेसवर इस योग्य सै, के वो थारे ताहीं भोत-ए घणा अनुग्रह दे, ताके सब कुछ थमनै हर बात म्ह हर बखत पर्याप्त मात्रा म्ह मिलता रहवै, अर हरेक भले काम कै खात्तर थारे धोरै भोत घणा होवै।
9 sicut scriptum est dispersit dedit pauperibus iustitia eius manet in aeternum (aiōn g165)
जिसा पवित्र ग्रन्थ म्ह लिख्या सै, “परमेसवर जरूरतमंदां नै खुल्ले दिल तै देवै सै, उसकी धार्मिकता सारी हाण बणी रहवै सै।” (aiōn g165)
10 qui autem administrat semen seminanti et panem ad manducandum praestabit et multiplicabit semen vestrum et augebit incrementa frugum iustitiae vestrae
परमेसवर ए सै जो किसानां नै बीज अर खाण खात्तर रोट्टी देवै सै। इस तरियां परमेसवर हमेशा थारे खात्तर धन देवैगा, ताके थम उन माणसां की मदद कर सकों जिन ताहीं धन की जरूरत सै।
11 ut in omnibus locupletati abundetis in omnem simplicitatem quae operatur per nos gratiarum actionem Deo
थम हरेक तरियां तै आशीष पाओ, ताके थम खुल्ले दिल तै दे सकों, अर जिब थारा दान गरीब माणसां म्ह बाट्या जावै तो वे सारे परमेसवर का धन्यवाद करै।
12 quoniam ministerium huius officii non solum supplet ea quae desunt sanctis sed etiam abundat per multas gratiarum actiones in Domino
क्यूँके इस दान की सेवकाई तै ना सिर्फ पवित्र माणसां की जरूरत पूरी होवै सै, पर भोत-से लोग भी दिल तै परमेसवर का धन्यवाद करै सै।
13 per probationem ministerii huius glorificantes Deum in oboedientia confessionis vestrae in evangelium Christi et simplicitate communicationis in illos et in omnes
क्यूँके इस दान की सेवकाई नै सबूत मानकै, वे परमेसवर की महिमा करैंगें, क्यूँके थमनै मसीह कै सुसमाचार के हुकम नै मानकै उस ताहीं अपणाया सै, अर गरीब बिश्वासियाँ की मदद खुल्ले दिल तै करी सै।
14 et ipsorum obsecratione pro vobis desiderantium vos propter eminentem gratiam Dei in vobis
अर वे थारे खात्तर परमेसवर तै प्रार्थना करै सै। वे थारे तै प्यार करै सै, क्यूँके वे जाणै सै, के परमेसवर नै थारे पै बड़ा अनुग्रह करया सै।
15 gratias Deo super inenarrabili dono eius
परमेसवर का उसकै उस दान कै खात्तर धन्यवाद हो। जिस ताहीं हम ब्यान न्ही कर सकदे।

< Corinthios Ii 9 >