< Ruth 4 >

1 Ascendit ergo Booz ad portam, et sedit ibi. Cumque vidisset propinquum præterire, de quo prius sermo habitus est, dixit ad eum: Declina paulisper, et sede hic: vocans eum nomine suo. Qui divertit, et sedit.
तब बोअज फाटक के पास जाकर बैठ गया; और जिस छुड़ानेवाले कुटुम्बी की चर्चा बोअज ने की थी, वह भी आ गया। तब बोअज ने कहा, “हे मित्र, इधर आकर यहीं बैठ जा;” तो वह उधर जाकर बैठ गया।
2 Tollens autem Booz decem viros de senioribus civitatis, dixit ad eos: Sedete hic.
तब उसने नगर के दस वृद्ध लोगों को बुलाकर कहा, “यहीं बैठ जाओ।” वे भी बैठ गए।
3 Quibus sedentibus, locutus est ad propinquum: Partem agri fratris nostri Elimelech vendet Noemi, quæ reversa est de regione Moabitide:
तब वह उस छुड़ानेवाले कुटुम्बी से कहने लगा, “नाओमी जो मोआब देश से लौट आई है वह हमारे भाई एलीमेलेक की एक टुकड़ा भूमि बेचना चाहती है।
4 quod audire te volui, et tibi dicere coram cunctis sedentibus, et maioribus natu de populo meo. Si vis possidere iure propinquitatis: eme, et posside. Sin autem displicet tibi, hoc ipsum indica mihi, ut sciam quid facere debeam. Nullus enim est propinquus, excepto te, qui prior es: et me, qui secundus sum. At ille respondit: Ego agrum emam.
इसलिए मैंने सोचा कि यह बात तुझको जताकर कहूँगा, कि तू उसको इन बैठे हुओं के सामने और मेरे लोगों के इन वृद्ध लोगों के सामने मोल ले। और यदि तू उसको छुड़ाना चाहे, तो छुड़ा; और यदि तू छुड़ाना न चाहे, तो मुझे ऐसा ही बता दे, कि मैं समझ लूँ; क्योंकि तुझे छोड़ उसके छुड़ाने का अधिकार और किसी को नहीं है, और तेरे बाद मैं हूँ।” उसने कहा, “मैं उसे छुड़ाऊँगा।”
5 Cui dixit Booz: Quando emeris agrum de manu mulieris, Ruth quoque Moabitidem, quæ uxor defuncti fuit, debes accipere: ut suscites nomen propinqui tui in hereditate sua.
फिर बोअज ने कहा, “जब तू उस भूमि को नाओमी के हाथ से मोल ले, तब उसे रूत मोआबिन के हाथ से भी जो मरे हुए की स्त्री है इस मनसा से मोल लेना पड़ेगा, कि मरे हुए का नाम उसके भाग में स्थिर कर दे।”
6 Qui respondit: Cedo iuri propinquitatis: neque enim posteritatem familiæ meæ delere debeo. Tu meo utere privilegio, quo me libenter carere profiteor.
उस छुड़ानेवाले कुटुम्बी ने कहा, “मैं उसको छुड़ा नहीं सकता, ऐसा न हो कि मेरा निज भाग बिगड़ जाए। इसलिए मेरा छुड़ाने का अधिकार तू ले ले, क्योंकि मैं उसे छुड़ा नहीं सकता।”
7 Hic autem erat mos antiquitus in Israel inter propinquos, ut si quando alter alteri suo iuri cedebat: ut esset firma concessio, solvebat homo calceamentum suum, et dabat proximo suo. Hoc erat testmonium cessionis in Israel.
पुराने समय में इस्राएल में छुड़ाने और बदलने के विषय में सब पक्का करने के लिये यह प्रथा थी, कि मनुष्य अपनी जूती उतार के दूसरे को देता था। इस्राएल में प्रमाणित इसी रीति से होता था।
8 Dixit ergo propinquo suo Booz: Tolle calceamentum tuum. Quod statim solvit de pede suo.
इसलिए उस छुड़ानेवाले कुटुम्बी ने बोअज से यह कहकर; “कि तू उसे मोल ले,” अपनी जूती उतारी।
9 At ille maioribus natu, et universo populo, Testes vos, inquit, estis hodie, quod possederim omnis quæ fuerunt Elimelech; et Chelion, et Mahalon, tradente Noemi:
तब बोअज ने वृद्ध लोगों और सब लोगों से कहा, “तुम आज इस बात के साक्षी हो कि जो कुछ एलीमेलेक का और जो कुछ किल्योन और महलोन का था, वह सब मैं नाओमी के हाथ से मोल लेता हूँ।
10 et Ruth Moabitidem, uxorem Mahalon, in coniugium sumpserim, ut suscitem nomen defuncti in hereditate sua, ne vocabulum eius de familia sua ac fratribus et populo deleatur. Vos, inquam, huius rei testes estis.
१०फिर महलोन की स्त्री रूत मोआबिन को भी मैं अपनी पत्नी करने के लिये इस मनसा से मोल लेता हूँ, कि मरे हुए का नाम उसके निज भाग पर स्थिर करूँ, कहीं ऐसा न हो कि मरे हुए का नाम उसके भाइयों में से और उसके स्थान के फाटक से मिट जाए; तुम लोग आज साक्षी ठहरे हो।”
11 Respondit omnis populus, qui erat in porta, et maiores natu: Nos testes sumus: faciat Dominus hanc mulierem, quæ ingreditur domum tuam, sicut Rachel, et Liam, quæ ædificaverunt domum Israel: ut sit exemplum virtutis in Ephratha, et habeat celebre nomen in Bethlehem:
११तब फाटक के पास जितने लोग थे उन्होंने और वृद्ध लोगों ने कहा, “हम साक्षी हैं। यह जो स्त्री तेरे घर में आती है उसको यहोवा इस्राएल के घराने की दो उपजानेवाली राहेल और लिआ के समान करे। और तू एप्राता में वीरता करे, और बैतलहम में तेरा बड़ा नाम हो;
12 fiatque domus tua, sicut domus Phares, quem Thamar peperit Iudæ, de semine quod tibi dederit Dominus ex hac puella.
१२और जो सन्तान यहोवा इस जवान स्त्री के द्वारा तुझे दे उसके कारण से तेरा घराना पेरेस का सा हो जाए, जो तामार से यहूदा के द्वारा उत्पन्न हुआ।”
13 Tulit itaque Booz Ruth, et accepit uxorem: ingressusque est ad eam, et dedit illi Dominus ut conciperet, et pareret filium.
१३तब बोअज ने रूत को ब्याह लिया, और वह उसकी पत्नी हो गई; और जब वह उसके पास गया तब यहोवा की दया से उसको गर्भ रहा, और उसके एक बेटा उत्पन्न हुआ।
14 Dixeruntque mulieres ad Noemi: Benedictus Dominus, qui non est passus ut deficeret successor familiæ tuæ, et vocaretur nomen eius in Israel.
१४तब स्त्रियों ने नाओमी से कहा, “यहोवा धन्य है, जिसने तुझे आज छुड़ानेवाले कुटुम्बी के बिना नहीं छोड़ा; इस्राएल में इसका बड़ा नाम हो।
15 Et habeas qui consoletur animam tuam, et enutriat senectutem. De nuru enim tua natus est, quæ te diligit: et multo tibi melior est, quam si septem haberes filios.
१५और यह तेरे जी में जी ले आनेवाला और तेरा बुढ़ापे में पालनेवाला हो, क्योंकि तेरी बहू जो तुझ से प्रेम रखती और सात बेटों से भी तेरे लिये श्रेष्ठ है उसी का यह बेटा है।”
16 Susceptumque Noemi puerum posuit in sinu suo, et nutricis ac gerulæ fungebatur officio.
१६फिर नाओमी उस बच्चे को अपनी गोद में रखकर उसकी दाई का काम करने लगी।
17 Vicinæ autem mulieris congratulantes ei, et dicentes: Natus est filius Noemi: vocaverunt nomen eius Obed: hic est pater Isai, patris David.
१७और उसकी पड़ोसिनों ने यह कहकर, कि “नाओमी के एक बेटा उत्पन्न हुआ है”, लड़के का नाम ओबेद रखा। यिशै का पिता और दाऊद का दादा वही हुआ।
18 Hæ sunt generationes Phares: Phares genuit Esron,
१८पेरेस की वंशावली यह है, अर्थात् पेरेस से हेस्रोन,
19 Esron genuit Aram, Aram genuit Aminadab,
१९और हेस्रोन से राम, और राम से अम्मीनादाब,
20 Aminadab genuit Nahasson, Nahasson genuit Salmon,
२०और अम्मीनादाब से नहशोन, और नहशोन से सलमोन,
21 Salmon genuit Booz, Booz genuit Obed,
२१और सलमोन से बोअज, और बोअज से ओबेद,
22 Obed genuit Isai, Isai genuit David.
२२और ओबेद से यिशै, और यिशै से दाऊद उत्पन्न हुआ।

< Ruth 4 >