< ମାତି 27 >

1 ଲା଼ଇ ୱେ଼ୟାଲିଏ ବାରେ କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା, ଇଞ୍ଜାଁ ଲ଼କୁତି କାଜାରି ଜୀସୁଇଁ ପା଼ୟାଲି ଏ଼ୱାଣି କ଼ପାଟି କାତା ଆ଼ତେରି,
प्रातःकाल सभी प्रधान पुरोहितों तथा पुरनियों ने आपस में येशु को मृत्यु दंड देने की सहमति की.
2 ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଦସା ଅ଼ହାନା ପିଲାତ ଇନି ସା଼ଲୱି କିନାଣି ତା଼ଣା ହେର୍‌ପିତେରି ।
येशु को बेड़ियों से बांधकर वे उन्हें राज्यपाल पिलातॉस के यहां ले गए.
3 ଏଚିବେ଼ଲା ଜୀସୁଇଁ ସାତ୍ରୁ କେୟୁତା ହେର୍‌ପିତି ଜୀହୁଦା, ଜୀସୁ ହା଼ନି ଡଣ୍ତ ବେଟା ଆ଼ହାମାନେସି ଇଞ୍ଜିଁ ପୁଞ୍ଜାନା, ଜୀୱୁତା ଅଣ୍‌ପାନା କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ଅ଼ଡ଼େ ଲ଼କୁତି କାଜାରି ତା଼ଣା ଏ଼ କଡ଼େଦସ ଟାକା ୱେଣ୍ତେ ତାଚାନା ଏଲେଇଚେସି,
इसी समय, जब येशु पर दंड की आज्ञा सुनाई गई, यहूदाह, जिसने येशु के साथ धोखा किया था, दुःख और पश्चाताप से भर उठा. उसने प्रधान पुरोहितों और पुरनियों के पास जाकर चांदी के वे तीस सिक्‍के यह कहते हुए लौटा दिए,
4 “ନା଼ନୁ ଦ଼ହ ହିଲାଆଗାଟାଣି ନେତେରି ହେର୍‌ପାନା ପା଼ପୁ କିହାମାଇଁ ।” ସାମା ଏ଼ୱାରି ଏଲେଇଚେରି, “ମା଼ଦି ଏମ୍ବାଆଁ ଏ଼ନାୟି ମାନେ? ଏ଼ଦାଆଁ ନୀନୁ ଅଣ୍‌ପାମୁ ।”
“एक निर्दोष के साथ धोखा करके मैंने पाप किया है.” “हमें इससे क्या?” वे बोले, “यह तुम्हारी समस्या है!”
5 ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାସି ଟାକାୟାଁଣି ମାହାପୂରୁ ଇଲୁ ବିତ୍ରା କୁତାତୁସାନା ହାଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ହାଜାନା ହେର୍‌କି ଲେ଼ଜା ହା଼ତେସି ।
वे सिक्‍के मंदिर में फेंक यहूदाह चला गया और जाकर फांसी लगा ली.
6 ସାମା କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ଏ଼ ଟାକାୟାଁ ଅ଼ହାନା ଏଲେଇଚେରି, “ଈୱାଆଁ ମାହାପୂରୁ ଇଲୁତି ଦ଼ନ ତଲେ ଇଟିନାୟି ମେ଼ରା ହିଲେଏ, ଇଚିହିଁ ଈୱି ନେତେରିତି ଟାକାୟାଁ ।”
उन सिक्कों को इकट्ठा करते हुए प्रधान पुरोहितों ने विचार किया, “इस राशि को मंदिर के कोष में डालना उचित नहीं है क्योंकि यह लहू का दाम है.”
7 ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି କାତା ଆ଼ହାନା ଏଟ୍‌କା ଦେ଼ସାତି ଲ଼କୁତି ମାଡ଼୍‌ହା ମୁହ୍‌ନି ଟା଼ୟୁ ତାକି ଏ଼ ଟାକାୟାଁ ହୀହାନା ର଼ କୁମ୍ବ୍ରେଏଣା ବୂମି କଡିତେରି ।
तब उन्होंने इस विषय में विचार-विमर्श कर उस राशि से परदेशियों के अंतिम संस्कार के लिए कुम्हार का एक खेत मोल लिया.
8 ଏ଼ଦାଆଁତାକି ନୀଞ୍ଜୁପାତେକା ଏ଼ଦାନି “ନେତେରି ବୂମି” ଇଞ୍ଜିଁ ଇନେରି ।
यही कारण है कि आज तक उस खेत को “लहू का खेत” नाम से जाना जाता है.
9 ଏମ୍ବାଟିଏ ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍‌ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍‌ନି ଜିରିମିୟ ତା଼ଣାଟି ରା଼ଚିତି ଈ କାତା ସାତା ଆ଼ତେ, ଇସ୍ରାୟେଲ ମୀର୍‌କା ଆମ୍ବାଆରି ତାକି ଏଚେକା ଲେକା ହୀନାୟି ମାନେ, ଏ଼ୱାଣି ଲେକାତଲେ ଏ଼ କଡ଼େଦସ ଟାକା ଅ଼ହାନା,
इससे भविष्यवक्ता येरेमियाह द्वारा की गई यह भविष्यवाणी पूरी हो गई: “उन्होंने चांदी के तीस सिक्‍के लिए—यह उसका दाम है, जिसका दाम इस्राएल वंश के द्वारा निर्धारित किया गया था
10 ୧୦ ନା଼ ତାକି ମାହାପୂରୁତି ହୁକୁମି ଲେହେଁ କୁମ୍ବ୍ରେଏଣା ବୂମି ତାକି ହୀତେରି ।
और उन्होंने वे सिक्‍के कुम्हार के खेत के लिए दे दिए, जैसा निर्देश प्रभु ने मुझे दिया था.”
11 ୧୧ ଏମ୍ବାଟିଏ ସା଼ଲୱି କିନାଣି ନ଼କିତା ଜୀସୁଇଁ ନିପ୍‌ହେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ସା଼ଲୱି କିନାସି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ୱେଚେସି, “ନୀନୁ ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି ରାଜାତି?” ଜୀସୁ ଏଲେଇଚେସି, “ନୀନୁତ ଏଲେ ଇଞ୍ଜିମାଞ୍ଜି ।”
येशु राज्यपाल के सामने लाए गए और राज्यपाल ने उनसे प्रश्न करने प्रारंभ किए, “क्या तुम यहूदियों के राजा हो?” येशु ने उसे उत्तर दिया, “यह आप स्वयं ही कह रहे हैं.”
12 ୧୨ ସାମା କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ଇଞ୍ଜାଁ ଲ଼କୁତି କାଜାରି ଏ଼ୱାଣି କ଼ପାଟି ୱେସାଲିଏ, ଜୀସୁ ଏ଼ନାଆଁ ଇନାଆତେସି ।
जब येशु पर प्रधान पुरोहितों और पुरनियों द्वारा आरोप पर आरोप लगाए जा रहे थे, येशु मौन बने रहे.
13 ୧୩ ଏଚେଟିଏ ପିଲାତ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ଈୱାରି ନୀ କ଼ପାଟି ହା଼ରେକା କାତା ୱେସିମାନେରି, ଏ଼ଦାଆଁ ୱେଞ୍ଜି ହିଲଅତି କି?”
इस पर पिलातॉस ने येशु से कहा, “क्या तुम सुन नहीं रहे ये लोग तुम पर कितने आरोप लगा रहे हैं?”
14 ୧୪ ସାମା ଏ଼ୱାସି ର଼ କାତା ଜିକେଏ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଜ଼ଲାଆତେସି, ଏମ୍ବାଟିଏ ସା଼ଲୱି କିନାସି ହା଼ରେକା କାବା ଆ଼ତେସି ।
येशु ने पिलातॉस को किसी भी आरोप का कोई उत्तर न दिया. राज्यपाल के लिए यह अत्यंत आश्चर्यजनक था.
15 ୧୫ ପିସ୍‌ପିଆ଼ନି ପାର୍ବୁ ବେ଼ଲାତା ଲ଼କୁ, ଆମିନି କାୟିଦିତା ଇଟାମାନାରାଇଁ ରୀସିମାଚେରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପିସାଲି ସା଼ଲୱି କିନାଣି ମେ଼ରା ମାଚେ ।
उत्सव पर परंपरा के अनुसार राज्यपाल की ओर से उस बंदी को, जिसे लोग चाहते थे, छोड़ दिया जाता था.
16 ୧୬ ଏଚିବେ଼ଲା ଏ଼ୱାରି ଜୀସୁ-ବାରବା ଦ଼ରୁଗାଟି ର଼ କାଜା ୱେ଼ଙ୍ଗିତି କାୟିଦି ଗାଟାସି ମାଚେସି ।
उस समय बंदीगृह में बार-अब्बास नामक एक कुख्यात अपराधी बंदी था.
17 ୧୭ ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱାରି ରୁଣ୍ତା ଆ଼ହାମାନି ବେ଼ଲାତା ପିଲାତ ଏ଼ୱାରାଇଁ ୱେଚେସି, ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେତାକି ଆମ୍ବାଆରାଇଁ ପିସାହିୟାଇଁ ଇଞ୍ଜିଁ ମୀରୁ ମ଼ନ କିହିମାଞ୍ଜେରି? ବାରବାଇଁ କି ଆମ୍ବାଆରାଇଁ କ୍ରୀସ୍ତ ଇଞ୍ଜିଁ ମାଞ୍ଜେରି ଏ଼ ଜୀସୁଇଁ?
इसलिये जब लोग इकट्ठा हुए पिलातॉस ने उनसे प्रश्न किया, “मैं तुम्हारे लिए किसे छोड़ दूं, बार-अब्बास को या येशु को, जो मसीह कहलाता है? क्या चाहते हो तुम?”
18 ୧୮ ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ କ଼ପାଟି ହେର୍‌ପା ମାନେରି ଇଞ୍ଜିଁ ପିଲାତ ପୁଞ୍ଜାମାଚେସି ।
पिलातॉस को यह मालूम हो चुका था कि मात्र जलन के कारण ही उन्होंने येशु को उनके हाथों में सौंपा था.
19 ୧୯ ଇଞ୍ଜାଁ ପିଲାତ ନୀହାଁୟି କିନି ଟା଼ୟୁତା କୁଗାମାଚାଟି ତାନି ଡକ୍ରି ତାନି ତା଼ଣା ୱେସା ପାଣ୍ତିତେ, “ଏ଼ ଦାର୍ମୁଗାଟି ମାଣ୍‌ସିଇଁ ଏ଼ନାଆଁ କିଆନି, ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାଣି ତାକି ନୀଞ୍ଜୁ ଲା଼ଆଁୟାଁ ହାପାନାତା ହା଼ରେକା କସ୍ତ ଆ଼ହାମାଇଁ ।”
जब पिलातॉस न्यायासन पर बैठा था, उसकी पत्नी ने उसे यह संदेश भेजा, “उस धर्मी व्यक्ति को कुछ न करना क्योंकि पिछली रात मुझे स्वप्न में उसके कारण घोर पीड़ा हुई है.”
20 ୨୦ ସାମା କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ଅ଼ଡ଼େ ଲ଼କୁତି କାଜାରି, ବାରବାଇଁ ରୀସାଲି ଇଞ୍ଜାଁ ଜୀସୁଇଁ ନା଼ସା କିହାଲି ଲ଼କୁଣି ଜା଼ପ୍‌ହେରି ।
इस पर प्रधान पुरोहितों और पुरनियों ने भीड़ को उकसाया कि वे बार-अब्बास की मुक्ति की और येशु के मृत्यु दंड की मांग करें.
21 ୨୧ ସାମା ପିଲାତ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନା଼ନୁ ଈ ରିଆରି ବିତ୍ରାଟି ଆମ୍ବାଆରାଇଁ ପିସାହିୟାଇଁ ଇଞ୍ଜିଁ ମୀରୁ ମ଼ନ କିହିମାଞ୍ଜେରି?” ଏ଼ୱାରି ଏଲେଇଚେରି, “ବାରବାଇଁ ।”
राज्यपाल ने उनसे पूछा, “क्या चाहते हो, दोनों में से मैं किसे छोड़ दूं?” भीड़ का उत्तर था: “बार-अब्बास को.”
22 ୨୨ ପିଲାତ ଏ଼ୱାରାଇଁ ୱେଚେସି, ଆତିହିଁ ଆମ୍ବାଆରାଇଁ କ୍ରୀସ୍ତ ଇନେରି ଏ଼ ଜୀସୁଇଁ ନା଼ନୁ ଏ଼ନାଆଁ କିଇଁ? ଏ଼ୱାରି ବାରେଜା଼ଣା ଏଲେଇଚେରି, “ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାତା ଏକ୍‌ଦୁ ।”
इस पर पिलातॉस ने उनसे पूछा, “तब मैं येशु का, जो मसीह कहलाता है, क्या करूं?” उन सभी ने एक साथ कहा, “उसे क्रूस पर चढ़ाया जाए!”
23 ୨୩ ସାମା ପିଲାତ ୱେଚେସି, “ଏ଼ନାଆଁତାକି, ଏ଼ୱାସି ଏ଼ନି ଦ଼ହ କିହାମାନେସି?” ସାମା ଏ଼ୱାରି ହା଼ରେକା କା଼ଲୱି ଆ଼ହିଁ ଏଲେଇଚେରି, “ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାତା ଏକ୍‌ଦୁ ।”
पिलातॉस ने पूछा, “क्यों? क्या अपराध है उसका?” किंतु वे और अधिक चिल्लाने लगे, “क्रूस पर चढ़ाया जाए उसे!”
24 ୨୪ ଏଚିବେ଼ଲା ପିଲାତ ଏ଼ନାଆଁ କିହାଲି ଆ଼ଡିହିଲଅସି, ଇଞ୍ଜାଁ ହା଼ରେକା ଗଡ଼୍‌ହା ଆ଼ହିମାନାଣି ମେସାନା, ଏଚିବେ଼ଲା ଲ଼କୁ ନ଼କିତା ଏ଼ୟୁ ଅ଼ହାନା କେସ୍କା ନର୍‌ହାଁ ଏଲେଇଚେସି, “ଈୱାଣି ପା଼ୟିନି ତା଼ଣା ନା଼ ଦ଼ହ ହିଲେଏ, ମୀରୁ ଏ଼ଦାଆଁ ପୁଞ୍ଜୁ ।”
जब पिलातॉस ने देखा कि वह कुछ भी नहीं कर पा रहा परंतु हुल्लड़ की संभावना है तो उसने भीड़ के सामने अपने हाथ धोते हुए यह घोषणा कर दी, “मैं इस व्यक्ति के लहू का दोषी नहीं हूं. तुम ही इसके लिए उत्तरदायी हो.”
25 ୨୫ ଏମ୍ବାଟିଏ ବାରେ ଲ଼କୁ ଏଲେଇଚେରି, “ଏ଼ୱାଣି ନେତେରିତି ଡଣ୍ତ ମା଼ ଲାକ ଇଞ୍ଜାଁ ମା଼ ମୀର୍‌କା ମୁହେଁ ୱା଼ପେ ।”
लोगों ने उत्तर दिया, “इसके लहू का दोष हम पर तथा हमारी संतान पर हो!”
26 ୨୬ ଏମ୍ବାଟିଏ ପିଲାତ ଏ଼ୱାରାକି ବାରବାଇଁ ପିସା ହୀତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଜୀସୁଇଁ ସା଼ଟ୍‌ଣି ୱେ଼ଚାନା ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାତା ଏକ୍‌ହାଲି ହେର୍‌ପିତେସି ।
तब पिलातॉस ने उनके लिए बार-अब्बास को मुक्त कर दिया किंतु येशु को कोड़े लगवाकर क्रूसित करने के लिए भीड़ के हाथों में सौंप दिया.
27 ୨୭ ଏମ୍ବାଟିଏ ସା଼ଲୱି କିନାଣି କ଼ସ୍‌କା ଜୀସୁଇଁ ମେ଼ଡ଼ା ଇଲୁ ବିତ୍ରା ଅ଼ହାନା ବାରେ କ଼ସ୍‌କା ଏ଼ୱାଣି ନ଼କିତା କୂଡ଼ା ଆ଼ତେରି ।
तब पिलातॉस के सैनिक मसीह येशु को प्राइतोरियम अर्थात् किले के भीतर, महल के आंगन में ले गए और वहां उन्होंने सारी रोमी सैनिक टुकड़ी इकट्ठा कर ली.
28 ୨୮ ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣି ହିମ୍ବରି ହୁକ୍‌ହାନା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ହେୟାଁ ୱା଼ଣାଗାଟି ହିମ୍ବରି ହୁଚିକିତେରି,
जो वस्त्र येशु पहने हुए थे, उतारकर उन्होंने उन्हें एक चमकीला लाल वस्त्र पहना दिया.
29 ୨୯ ଇଞ୍ଜାଁ ହା଼ପ୍‌କା ଟ଼ପେରି ଆଲାନା ଏ଼ୱାଣି ତା଼ର୍ୟୁଁତା ଇଟିତେରି ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାଣି ଟିଃନି କେୟୁତା ର଼ ବାଡ଼୍‌ଗା ଆସ୍‌ପି କିତେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାଣି ନ଼କିତା ମେଣ୍ତା କୁତିହିଁ “ଏ଼ ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି ରାଜା ଜହରା” ଇଞ୍ଜିଁ ଲାଜାକିହିଁ କାକ୍‌ହେରି ।
उन्होंने एक कंटीली लता को गूंधकर उसका मुकुट बना उनके सिर पर रख दिया और उनके दायें हाथ में एक नरकुल की एक छड़ी थमा दी. तब वे उनके सामने घुटने टेककर यह कहते हुए उनका मज़ाक करने लगे, “यहूदियों के राजा की जय!”
30 ୩୦ ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାଣିଲାକ ହୂପିତେରି, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ ବାଡ଼୍‌ଗା ଆସାନା ଏ଼ୱାଣି ତା଼ର୍ୟୁଁତା ୱେ଼ତେରି ।
उन्होंने येशु पर थूका भी और फिर उनके हाथ से उस नरकुल छड़ी को लेकर उसी से उनके सिर पर प्रहार करने लगे.
31 ୩୧ ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଲାଜାକିହିଁ କାକ୍‌ହି ଡା଼ୟୁ, ଏ଼ ହିମ୍ବରି ହୁକ୍‌ହା ଅ଼ହାନା ତାନି ହିମ୍ବରି ହୁଚିକିତେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାତା ଏକ୍‌ହାଲି ଅ଼ତେରି ।
इस प्रकार जब वे येशु का उपहास कर चुके, उन्होंने वह लाल वस्त्र उतारकर उन्हीं के वस्त्र उन्हें पहना दिए और उन्हें उस स्थल पर ले जाने लगे जहां उन्हें क्रूस पर चढ़ाया जाना था.
32 ୩୨ ଏ଼ୱାରି ହାଜିମାଚାଟି ସିମନ ଦ଼ରୁଗାଟି ର଼ କୁରିଣି ଦେ଼ସାତି ଲ଼କୁଇଁ ମେସାନା ଜୀସୁତି ପା଼ସିମୁଣ୍ତା ଡେ଼କାଲି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ବାଲାମାତମି କିତେରି ।
जब वे बाहर निकले, उन्हें शिमओन नामक एक व्यक्ति, जो कुरेनावासी था, दिखाई दिया. उन्होंने उसे येशु का क्रूस उठाकर चलने के लिए मजबूर किया.
33 ୩୩ ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଗଲ୍‌ଗତା ଇନି ଟା଼ୟୁତା ଇଚିହିଁ ଏମିନାଣି ତା଼ର୍ୟୁଁଗିର୍ପା ଇନେରି ଏମ୍ବାଆଁ ଅ଼ତେରି ।
जब वे सब गोलगोथा नामक स्थल पर पहुंचे, जिसका अर्थ है (खोपड़ी का स्थान).
34 ୩୪ ଏମ୍ବାଆଁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାକି କାମ୍ବେଲି ଏ଼ୟୁ ଆଟ୍‌ହି ଅଙ୍ଗୁରି ରାସା ଗସାଲି ହୀତେରି, ସାମା ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାଆଁ ୱାଣ୍ତାନା ଗସାଲି ମ଼ନ କିଆତେସି ।
उन्होंने येशु को पीने के लिए दाखरस तथा कड़वे रस का मिश्रण दिया किंतु उन्होंने मात्र चखकर उसे पीना अस्वीकार कर दिया.
35 ୩୫ ଡା଼ୟୁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାତା ଏ଼କ୍‌ହାନା ତାନି ହିମ୍ବରିକା ପାଦି କିହାନା ତାମି ବିତ୍ରା ବା଼ଟି କିହା ଅ଼ତେରି,
येशु को क्रूसित करने के बाद उन्होंने उनके वस्त्रों को आपस में बांट लेने के लिए पासा फेंका
36 ୩୬ ଇଞ୍ଜାଁ ଏମ୍ବାଆଁ କୁଗାନା ଏ଼ୱାଣାଇଁ କା଼ଚିମାଚେରି ।
और वहीं बैठकर उनकी चौकसी करने लगे.
37 ୩୭ ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ୱାଣି ତା଼ର୍ୟୁଁ ଲାକଟି ଇଲେଇଞ୍ଜିଁ ରା଼ଚାନା ଲେତେରି, “ଈୱାସି ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି ରାଜା ଜୀସୁ ।”
उन्होंने उनके सिर के ऊपर दोषपत्र लगा दिया था, जिस पर लिखा था: “यह येशु है—यहूदियों का राजा.”
38 ୩୮ ଏଚିବେ଼ଲା ତାନି ଟିଃନିୱାକି ରଅସି ଇଞ୍ଜାଁ ତାନି ଟେ଼ବ୍ରିୱାକି ରଅସି ଇଲେକିହିଁ ରୀ ସ଼ର୍‌କାଣି ତାନିତଲେ ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାତା ଏକ୍‌ହେରି ।
उसी समय दो अपराधियों को भी उनके साथ क्रूस पर चढ़ाया गया था, एक को उनकी दायीं ओर, दूसरे को उनकी बायीं ओर.
39 ୩୯ ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ ଜିରୁଟି ହାଜିମାନି ଲ଼କୁ ତାମି ତା଼ର୍କା ଗୁଟ୍‌କିକିହିଁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ନିନ୍ଦାକିହିଁ ଏଲେଇଚେରି,
आते जाते यात्री उपहास-मुद्रा में सिर हिला-हिला कर मज़ाक उड़ा रहे थे,
40 ୪୦ “ଆଡ଼େ ମାହାପୂରୁ ଇଲୁ ଡିକ୍‌ନାତି ଇଞ୍ଜାଁ ତୀନି ଦିନାଟିଏ ଏ଼ଦାଆଁ ୱେଣ୍ତେ କେ଼ପିନାତି, ନୀନୁ ମାହାପୂରୁ ମୀର୍‌ଏଣାତି ଇଚିହିଁ, ନୀନୁ ନିଙ୍ଗେ ଗେଲ୍‌ପା କଡାନା ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାଟି ରେ଼ଚା ୱା଼ମୁ ।”
“अरे ओ मंदिर को नाश कर, तीन दिन में उसको दुबारा बनानेवाले! बचा ले अपने आपको—यदि तू परमेश्वर का पुत्र है तो उतर आ क्रूस से!”
41 ୪୧ କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ଜିକେଏ ଏଲେକିହିଁଏ ମେ଼ରାପୁନାରି ଇଞ୍ଜାଁ ଲ଼କୁତି କାଜାରି ତଲେ କିଜୱିକିହିଁ କାକ୍‌ହିହିଁ ଏଲେଇଚେରି,
इसी प्रकार प्रधान पुरोहित भी शास्त्रियों और पुरनियों के साथ मिलकर उनका उपहास करते हुए कह रहे थे,
42 ୪୨ “ଏ଼ୱାସି ଏଟ୍‌କା ଲ଼କୁଣି ପିସ୍‌ପି କିତେସି ତାଙ୍ଗେ ଗେଲ୍‌ପାଲି ଆ଼ଡିହିଲଅସି । ଏ଼ୱାସିତ ଇସ୍ରାୟେଲତି ରାଜା, ଏ଼ୱାସି ଦେବୁଣିଏ ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାଟି ରେ଼ଚା ୱା଼ପେସି, ଆତିହିଁ ମା଼ର ଏ଼ୱାଣି ତା଼ଣା ନାମିନ ।
“दूसरों को तो बचाता फिरा है, स्वयं को नहीं बचा सकता! इस्राएल का राजा है! क्रूस से नीचे आकर दिखाए तो हम इसका विश्वास कर लेंगे.
43 ୪୩ ଏ଼ୱାସି ମାହାପୂରୁ ତା଼ଣା ନାମା ମାନେସି; ମାହାପୂରୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଜୀୱୁ ନ଼ହାଁ ମାନେସି, ଆତିହିଁ ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଗେଲ୍‌ପାପେସି, ଏ଼ୱାସି ୱେସାମାଚେସି ନା଼ନୁ ମାହାପୂରୁ ମୀର୍‌ଏଣାତେଏଁ ।”
यह परमेश्वर में विश्वास करता है क्योंकि इसने दावा किया था, ‘मैं ही परमेश्वर-पुत्र हूं,’ तब परमेश्वर इसे अभी छुड़ा दें—यदि वह इससे प्रेम करते हैं.”
44 ୪୪ ଇଞ୍ଜାଁ ଆମିନି ସ଼ର୍‌କା ତାନିତଲେ ପା଼ସି ମୁଣ୍ତାତା ଏକ୍‌ହା ମାଚେରି, ଏ଼ୱାରି ଜିକେଏ ଏଲେକିଁ ନିନ୍ଦା କିହାଲି ମା଼ଟ୍‌ହେରି ।
उनके साथ क्रूस पर चढ़ाये गए राजद्रोही भी इसी प्रकार उनकी उल्लाहना कर रहे थे.
45 ୪୫ ଡା଼ୟୁ ବା଼ର ଗଂଟାଟିଏ ତୀନି ଗଂଟା ପାତେକା ଦେ଼ସା ବାରେ ଆନ୍ଦେରି ଆ଼ହାହାଚେ ।
मध्याह्न से लेकर तीन बजे तक उस सारे प्रदेश पर अंधकार छाया रहा.
46 ୪୬ ମିଡ଼୍‌ଅଲା ତୀନି ଗଂଟା ବେ଼ଲାତା ଜୀସୁ କାଜା ଗିୟାଁତଲେ ହା଼ଟାନା ଏଲେଇଚେସି, “ଏଲି, ଏଲି, ଲାମା ସାବକ୍‌ତାନି?” ଇଚିହିଁ “ଏ଼ ନା଼ ମାହାପୂରୁ ଏ଼ ନା଼ ମାହାପୂରୁ ନୀନୁ ନାଙ୍ଗେ ଏ଼ନାଆଁତାକି ପିସ୍ତାତି?”
तीन बजे के लगभग येशु ने ऊंची आवाज में पुकारकर कहा, “एली, एली, लमा सबख़थानी?” जिसका अर्थ है, “मेरे परमेश्वर! मेरे परमेश्वर! आपने मुझे क्यों छोड़ दिया?”
47 ୪୭ ଈ ହା଼ଡା ୱେଞ୍ଜାନା ଦାରିତା ନିଚାମାଚି ଲ଼କୁ ଏଲେଇଚେରି, “ଈୱାସି ଏଲିୟଇଁ ହା଼ଟି ମାନେସି ।”
उधर खड़े हुए व्यक्तियों में से कुछ ने कहा, “अरे! सुनो-सुनो! एलियाह को पुकार रहा है!”
48 ୪୮ ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ ଦେବୁଣିଏ ରଅସି ଏ଼ୱାରି ବିତ୍ରାଟି ହଟିହିଁ ହାଜାନା ର଼ ଡ୍ରାଃଆଲି ପୁଲା ଅଙ୍ଗୁରି ରାସାତା ମୁସାନା ଏ଼ଦାଆଁ ର଼ ବାଡ଼୍‌ଗାତା ଦସାନା ଜୀସୁକି ଗସାଲି ହୀତେସି ।
उनमें से एक ने तुरंत दौड़कर एक स्पंज सिरके में भिगोया और एक नरकुल की एक छड़ी पर रखकर येशु के होंठों तक बढ़ा दिया.
49 ୪୯ ସାମା ଏଚେକା ଲ଼କୁ ଏଲେଇଚେରି, “ହେଣ୍ତୁ, ଏଲିୟ ଈୱାଣାଇଁ ଗେଲ୍‌ପାଲି ୱା଼ହିମାନେସି କି ଆ଼ଏ ସିନିକିନ ।”
किंतु औरों ने कहा, “ठहरो, ठहरो, देखें एलियाह उसे बचाने आते भी हैं या नहीं.”
50 ୫୦ ସାମା ଜୀସୁ ଅ଼ଡ଼େ ୱେଣ୍ତେ କାଜା ଗିୟାଁତଲେ ହା଼ଟାନା ହା଼ତେସି ।
येशु ने एक बार फिर ऊंची आवाज में पुकारा और अपने प्राण त्याग दिए.
51 ୫୧ ଇଞ୍ଜାଁ ମେହ୍‌ଦୁ ମାହାପୂରୁ ଇଲୁତା ଲେଚାମାନି ହିମ୍ବରି ଲାକଟିଏ ଡ଼଼ଇ ପାତେକା ଗେଞ୍ଜାନା ରୀ ବା଼ଗା ଆ଼ତେ, ଇଞ୍ଜାଁ ବୂମି ବାରେ ୱୀଡିତେ ଅ଼ଡ଼େ ୱାଲ୍‌କା ଅ଼ୟାହାଚୁ,
उसी क्षण मंदिर का पर्दा ऊपर से नीचे तक दो भागों में विभाजित कर दिया गया, पृथ्वी कांप उठी, चट्टानें फट गईं
52 ୫୨ ଇଞ୍ଜାଁ ମାଡ଼୍‌ହା ମୁହ୍‌ନି ଟା଼ସ୍କା ବାରେ ଦେପିଆ଼ତୁ, ଅ଼ଡ଼େ ହା଼ହାମାଚି ହା଼ରେକା ସୁଦୁ ଲ଼କୁତି ଆଙ୍ଗା ମାଡ଼୍‌ହା ମୁହ୍‌ନି ଟା଼ୟୁଟି ନିଙ୍ଗାନା ୱା଼ତେରି,
और कब्रें खुल गईं. येशु के पुनरुत्थान के बाद उन अनेक पवित्र लोगों के शरीर जीवित कर दिए गये, जो बड़ी नींद में सो चुके थे.
53 ୫୩ ଇଞ୍ଜାଁ ଜୀସୁ ୱେଣ୍ତେ ନିଙ୍ଗିତି ଡା଼ୟୁ ଏ଼ୱାରି ମାଡ଼୍‌ହା ମୁହ୍‌ନି ଟା଼ୟୁଟି ହ଼ଚାନା ସୁଦୁ ଗା଼ଡ଼ାତା ହାଜାନା ହା଼ରେକା ଜା଼ଣାତି ତ଼ଞ୍ଜାଆ଼ତେରି ।
कब्रों से बाहर आकर उन्होंने पवित्र नगर में प्रवेश किया तथा अनेकों को दिखाई दिए.
54 ୫୪ ପା଼ସାକ଼ଡ଼ି କ଼ସ୍‌କା ମୁହେଁ କାଜାସି ଇଞ୍ଜାଁ ତାନିତଲେ ଜୀସୁଇଁ କା଼ଚାମାଚାରି, ଏ଼ୱାରି ବୂମି ୱୀଡିତାଣି ଅ଼ଡ଼େ ଏମ୍ବାଆଁ ଗଟୱି ଆ଼ତାଣି ମେସାନା ହା଼ରେକା ଆଜାନା ଏଲେଇଚେରି, “ସାତେଏ ଈୱାସି ମାହାପୂରୁ ମୀର୍‌ଏସି ମାଚେସି!”
शताधिपति और वे, जो उसके साथ येशु की पहरा दे रहे थे, उस भूकंप तथा अन्य घटनाओं को देखकर अत्यंत भयभीत हो गए और कहने लगे, “सचमुच यह परमेश्वर के पुत्र थे!”
55 ୫୫ ଅ଼ଡ଼େ ହା଼ରେକା ଇୟାସିକା ଜିକେଏ ଏମ୍ବାଆଁ ମାଞ୍ଜାନା ହେକଟି ସିନିକିହିମାଚୁ; ଏ଼ୱି ଜୀସୁତି ସେ଼ବା କିହିଁ ଗାଲିଲିଟି ଏ଼ୱାଣିତଲେ ୱା଼ହାମାଚୁ;
अनेक स्त्रियां दूर खड़ी हुई यह सब देख रही थी. वे गलील प्रदेश से येशु की सेवा करती हुई उनके पीछे-पीछे आ गई थी.
56 ୫୬ ଏ଼ୱାସିକା ବିତ୍ରାଟି ମଗ୍‌ଦଲିନି ମରିୟମ, ଜାକୁବ ଅ଼ଡ଼େ ଜସେପ ତାମି ଇୟା ମରିୟମ, ଅ଼ଡ଼େ ଜେବଦି ତାମି ଇୟା ମାଚୁ ।
उनमें थी मगदालावासी मरियम, याकोब और योसेफ़ की माता मरियम तथा ज़ेबेदियॉस की पत्नी.
57 ୫୭ ୱେ଼ଡ଼ା ହାଜିମାଚାଟି ହାରାମାତିୟା ଜସେପ ଦ଼ରୁଗାଟି ହାରାମାତିୟାତି ର଼ ଦ଼ନ ଗାଟାସି ୱା଼ତେସି, ଏ଼ୱାସି ଜିକେଏ ଜୀସୁତି ର଼ ସୀସୁ ଆ଼ହାମାଚେସି ।
जब संध्या हुई तब अरिमथिया नामक नगर के एक धनी व्यक्ति, जिनका नाम योसेफ़ था, वहां आए. वह स्वयं येशु के चेले बन गए थे.
58 ୫୮ ଏ଼ୱାସି ପିଲାତ ତା଼ଣା ହାଜାନା ଜୀସୁତି ଆଙ୍ଗା ରୀସ୍ତେସି, ପିଲାତ ଜୀସୁତି ମାଡ଼୍‌ହା ଏ଼ୱାଣାକି ହେର୍‌ପାଲି ହୁକୁମି ହୀତେସି ।
उन्होंने पिलातॉस के पास जाकर येशु के शव को ले जाने की आज्ञा मांगी. पिलातॉस ने उन्हें शव ले जाने की आज्ञा दे दी.
59 ୫୯ ଜସେପ ମାଡ଼୍‌ହା ଆଙ୍ଗାତି ଅ଼ହାନା ନେହିଁ ପୁଃନି ପା଼ତାଡ଼ା ଦବ୍‌ଲା ହିମ୍ବରି ରୂପିତେସି,
योसेफ़ ने शव को एक स्वच्छ चादर में लपेटा
60 ୬୦ ଇଞ୍ଜାଁ ତା଼ନୁ ତାଙ୍ଗେତାକି ହ଼ରୁତା କା଼ର୍‌ୱି କିହାମାନି ମାଡ଼୍‌ହା ମୁହ୍‌ନି ପୁଃନି ଟା଼ୟୁତା ମାଡ଼୍‌ହାତି ଇଟିତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ମାଡ଼୍‌ହାତି ମୁହ୍‌ନି ଟା଼ୟୁତି ଦୁୱେରିତା ର଼ କାଜା ୱାଲି ପ୍ଡିକ୍‌ହାନା ହାଜାତୁସ୍ତେସି ।
और उसे नई कंदरा-क़ब्र में रख दिया, जो योसेफ़ ने स्वयं अपने लिए चट्टान में खुदवाई थी. उन्होंने कब्र के द्वार पर एक विशाल पत्थर लुढ़का दिया और तब वह अपने घर चले गए.
61 ୬୧ ମଗ୍‌ଦଲିନି ମରିୟମ ଅ଼ଡ଼େ ଏଟ୍‌କାତି ମରିୟମ ଏ଼ ମାଡ଼୍‌ହା ମୁହ୍‌ନି ଟା଼ୟୁତା କୁଗା ଡ଼ୟିତୁ ।
मगदालावासी मरियम तथा अन्य मरियम, दोनों ही कंदरा-क़ब्र के सामने बैठी रहीं.
62 ୬୨ ତାନି ଅ଼ର ଦିନା, ଇଚିହିଁ ତିୟାରା ଆ଼ନି ଦିନାତି ଡା଼ୟୁତି ଦିନା କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ଅ଼ଡ଼େ ପାରୁସିୟାଁ ପିଲାତ ତା଼ଣା ରୁଣ୍ତା ଆ଼ହାନା ଏଲେଇଚେରି,
दूसरे दिन, जो तैयारी के दिन के बाद का दिन था, प्रधान पुरोहित तथा फ़रीसी पिलातॉस के यहां इकट्ठा हुए और पिलातॉस को सूचित किया,
63 ୬୩ “ବା଼ବୁ, ଏ଼ ନା଼ଡ଼ି କିନାସି ଜୀୱୁତା ମାଚାଟି, ‘ନା଼ନୁ ତୀନି ଦିନାଟିଏ ୱେଣ୍ତେ ନିଙ୍ଗିଇଁ’ ଇଞ୍ଜିଁ ୱେସାମାଚାଣି ନୀଏଁ ମା଼ମ୍ବୁ ଅଣ୍‌ପିମାନମି ।
“महोदय, हमको यह याद है कि जब यह छली जीवित था, उसने कहा था, ‘तीन दिन बाद मैं जीवित हो जाऊंगा’;
64 ୬୪ ଏ଼ଦାଆଁତାକି ତୀନିଦିନା ପାତେକା ଏ଼ ମାଡ଼୍‌ହା ମୁହ୍‌ନି ଟା଼ୟୁତା କା଼ଚାଲି ତାକି ହୁକୁମି ହୀମୁ, ଆ଼ଆତିଁ ତାମି ସୀସୁୟାଁ ୱା଼ହାନା ମାଡ଼୍‌ହାତି ଡଂଗା ଆ଼ହାଁ ଏ଼ୱାସି ହା଼କିଟି ନିଙ୍ଗାମାନେସି ଇଞ୍ଜିଁ ଲ଼କୁଣି ୱେହ୍‌ନେରି; ଆତିହିଁ ତଲି ନା଼ଡ଼ି କିତାଣି କିହାଁ ଡା଼ୟୁତି ନା଼ଡ଼ିକିନାୟି ହା଼ରେକା ଆଗାଡ଼ା ଆ଼ନେ ।”
इसलिये तीसरे दिन तक के लिए कंदरा-क़ब्र पर कड़ी सुरक्षा की आज्ञा दे दीजिए, अन्यथा संभव है उसके शिष्य आकर शव चुरा ले जाएं और लोगों में यह प्रचार कर दें, ‘वह मरे हुओं में से जीवित हो गया है’ तब तो यह छल पहले से कहीं अधिक हानिकर सिद्ध होगा.”
65 ୬୫ ପିଲାତ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମୀ କା଼ଃଆନାରି ମାନେରି, ମୀରୁ ହାଜାନା ଆ଼ଡିନି ପାତେକା କା଼ଃଆଦୁ ।”
पिलातॉस ने उनसे कहा, “प्रहरी तो आपके पास हैं न! आप जैसा उचित समझें करें.”
66 ୬୬ ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱାରି ହାଜାନା କା଼ଃଆନାରି ତଲେ ଏ଼ ୱାଲି ଗୁଚା ଆ଼ଆପେୱା ଇଞ୍ଜିଁ ୱାଲିତି ଜାଣ୍ତି କିହିଁ ସୀଲି ୱେ଼ଚାନା ମାଡ଼୍‌ହା ମୁହ୍‌ନି ଟା଼ୟୁତା କା଼ଃନାରାଇଁ କା଼ପି କିତେରି ।
अतः उन्होंने जाकर प्रहरी नियुक्त कर तथा पत्थर पर मोहर लगाकर कब्र को पूरी तरह सुरक्षित बना दिया.

< ମାତି 27 >