< ଲୂକ 9 >
1 ୧ ଏଚେଟିଏ ଜୀସୁ ବା଼ରଜା଼ଣାତି ହା଼ଟାନା ରୁଣ୍ତା କିହାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ବାରେ ବୂତୁୟାଁ ଲାକ ଅ଼ଡ଼େ ର଼ଗଟି ନେହିଁ କିହାଲି ବା଼ଡ଼୍ୟୁ ଅ଼ଡ଼େ ଅଦିକାରା ହୀତେସି ।
प्रभु येशु ने बारहों शिष्यों को बुलाकर उन्हें दुष्टात्माओं को निकालने तथा रोग दूर करने का सामर्थ्य और अधिकार प्रदान किया
2 ୨ ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ ମାହାପୂରୁତି ରା଼ଜିତି କାତା ୱେ଼କ୍ହାଲି ଅ଼ଡ଼େ ର଼ଗ ଗାଟାରାଇଁ ନେହିଁ କିହାଲି ପାଣ୍ତିତେସି
तथा उन्हें परमेश्वर के राज्य का प्रचार करने तथा रोगियों को स्वस्थ करने के लिए भेज दिया.
3 ୩ ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମୀରୁ ହାଜାଲିତାକି କୁତା ବାଡ଼୍ଗା କି ମ଼ଣା କି ରୂଟି କି ଏ଼ନି ଟାକାୟାଁ ଜିକେଏ ଅ଼ଆଦୁ, ଅ଼ଡ଼େ ଜ଼ଡ଼େକା ସକାୟାଁ ଜିକେଏ ଅ଼ଆଦୁ ।
प्रभु येशु ने उन्हें निर्देश दिए, “यात्रा के लिए अपने साथ कुछ न रखना—न छड़ी, न झोला, न रोटी, न पैसा और न ही कोई बाहरी वस्त्र.
4 ୪ ଅ଼ଡ଼େ ମୀରୁ ଆମିନି ଇଜ ହାଜେରି, ଏମ୍ବାଟି ୱେଣ୍ତାହାନି ପାତେକା ଏମ୍ବାଆଁ ଡ଼ୟାଦୁ;
तुम जिस किसी घर में मेहमान होकर रहो, नगर से विदा होने तक उसी घर के मेहमान बने रहना.
5 ୫ ଅ଼ଡ଼େ ଏଚେକା ଲ଼କୁ ମିଙ୍ଗେ ଆବଅରି ଏ଼ୱାରି କ଼ପାଟି ସା଼କି ହୀହାଲି ଏ଼ ଗା଼ଡ଼ାଟି ହ଼ଚା ୱା଼ନାଟି ମୀ କଡାତି ଦୂଡ଼ି ହାଣ୍ହାଁନା ୱା଼ଦୁ ।”
यदि लोग तुम्हें स्वीकार न करें तब उस नगर से बाहर जाते हुए अपने पैरों की धूल झाड़ देना कि यह उनके विरुद्ध गवाही हो.”
6 ୬ ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ୱାରି ହାଜାନା ସା଼ରିୱାକି ନେହିଁ କାବ୍ରୁ ୱେ଼କ୍ହିହିଁ ର଼ଗ ଗାଟାରାଇଁ ନେହିଁ କିହିହିଁ ନା଼ୟୁଁ ନା଼ୟୁଁତା ରେ଼ଚେରି ।
वे चल दिए तथा सुसमाचार का प्रचार करते और रोगियों को स्वस्थ करते हुए सब जगह यात्रा करते रहे.
7 ୭ ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ ଦେ଼ସାତି ରାଜା ହେରଦ ଈ ବାରେ କାତା ୱେଞ୍ଜାନା କାବା ଆ଼ତେସି, ଇଚିହିଁ ବାପ୍ତିସ୍ମ ହୀନି ଜହନ ହା଼ତାରି ତା଼ଣାଟି ନିଙ୍ଗାମାନେସି ଇଞ୍ଜିଁ ଆମ୍ବା ଆମ୍ବାଆରି ଏଲେଇଞ୍ଜିମାଚେରି;
जो कुछ हो रहा था उसके विषय में हेरोदेस ने भी सुना और वह अत्यंत घबरा गया क्योंकि कुछ लोग कह रहे थे कि बपतिस्मा देनेवाले योहन मरे हुओं में से दोबारा जीवित हो गए हैं.
8 ୮ ଅ଼ଡ଼େ ଆମ୍ବା ଆମ୍ବାଆରି ଏଲିୟ ତ଼ଞ୍ଜା ଆ଼ହାମାନେସି ଇଞ୍ଜାଁ ଏଟ୍କାତାରି ତଲିକା଼ଲାତି ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍ନାରି ବିତ୍ରାଟି ରଅସି ନିଙ୍ଗାମାନେସି ଇଞ୍ଜିଁ ୱେସିମାନେରି ।
कुछ अन्य कह रहे थे कि एलियाह प्रकट हुए हैं तथा कुछ अन्यों ने दावा किया कि प्राचीन काल के भविष्यद्वक्ताओं में से कोई दोबारा जीवित हो गया है
9 ୯ ସାମା ହେରଦ ଏଲେଇଚେସି, “ଜହନତି ତା଼ର୍ୟୁଁ ମା଼ରତ ଦା଼ଚା ମାନାୟି, ସାମା ଆମ୍ବାଆରି କାତା ମା଼ର ୱେଞ୍ଜିମାନାୟି ଏ଼ୱାସି ଆମ୍ବାଆସି?” ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ମେସାଲି ମ଼ନ କିହିମାଚେସି ।
किंतु हेरोदेस ने विरोध किया, “योहन का सिर तो स्वयं मैंने उड़वाया था, तब यह कौन है, जिसके विषय में मैं ये सब सुन रहा हूं?” इसलिये हेरोदेस प्रभु येशु से मिलने का प्रयास करने लगा.
10 ୧୦ ଡା଼ୟୁ ପାଣ୍ତ୍ୱି ଆ଼ହାମାଚାରି ୱା଼ହାନା ଏ଼ନା ଏ଼ନାଆଁ କିହାମାଚେରି, ଏ଼ ବାରେ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ୱେସ୍ତେରି । ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରିତଲେ ଏଟ୍କା ଆ଼ହାନା ବେତ୍ସାୟିଦା ଦ଼ରୁଗାଟି ଗା଼ଡ଼ାତା ହାଚେରି ।
अपनी यात्रा से लौटकर प्रेरितों ने प्रभु येशु के सामने अपने-अपने कामों का बखान किया. तब प्रभु येशु उन्हें लेकर चुपचाप बैथसैदा नामक नगर चले गए.
11 ୧୧ ସାମା ଲ଼କୁ ଏ଼ଦାଆଁ ପୁଞ୍ଜାନା ଏ଼ୱାଣି ଜେ଼ଚ ଜେ଼ଚ ହାଚେରି; ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ କାର୍ମା ଆ଼ହାଁ ଆବାନା ମାହାପୂରୁ ରା଼ଜିତି କାତା ୱେସ୍ତେସି, ଅ଼ଡ଼େ ଏମିନିଗାଟାରି ର଼ଗଟି ନେହିଁ ଆ଼ନାୟି ମାଚେ, ଏ଼ୱାରାଇଁ ନେହିଁ କିତେସି ।
किंतु लोगों को इसके विषय में मालूम हो गया और वे वहां पहुंच गए. प्रभु येशु ने सहर्ष उनका स्वागत किया और उन्हें परमेश्वर के राज्य के विषय में शिक्षा दी तथा उन रोगियों को चंगा किया, जिन्हें इसकी ज़रूरत थी.
12 ୧୨ ଏଚେ଼ତା ମିଡ଼୍ଅଲା ଆ଼ହାଲି ମା଼ଟ୍ହେ; ଏଚେଟିଏ ବା଼ରଜା଼ଣା ସୀସୁୟାଁ ତାନି ତା଼ଣା ୱା଼ହାନା ଏଲେଇଚେରି, “ଲ଼କୁ ଏ଼ନିକିଁ ନା଼ସ୍କା ଅ଼ଡ଼େ ଗା଼ଡ଼ାତା ହାଜାନା ବାସାଟା଼ୟୁ ଅ଼ଡ଼େ ତିଞ୍ଜାଲି କା଼ଦି ପାରିନେରି, ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱାରାଇଁ ହେଲ ହୀମୁ ଇଚିହିଁ ମା଼ର ଲ଼କୁ ହିଲାଆ ଟା଼ୟୁତା ମାନାୟି ।”
जब दिन ढलने पर आया तब बारहों प्रेरितों ने प्रभु येशु के पास आकर उन्हें सुझाव दिया, “भीड़ को विदा कर दीजिए कि वे पास के गांवों में जाकर अपने ठहरने और भोजन की व्यवस्था कर सकें क्योंकि यह सुनसान जगह है.”
13 ୧୩ ସାମା ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମୀରୁ ଏ଼ୱାରାକି ତିଞ୍ଜାଲି ହୀଦୁ ।” ଏ଼ୱାରି ଏଲେଇଚେରି, “ମା଼ ତା଼ଣା ପା଼ସାଗଟା ରୂଟି ଇଞ୍ଜାଁ ରୀ ମୀଣ୍କା ପିସ୍ପେ ଆଗାଡ଼ା ହିଲାଉ; ଏ଼ନାଆଁ ମା଼ର ହାଜାନା ଈ ବାରେତାକି କା଼ଦି କଡିନାୟି?”
इस पर प्रभु येशु ने उनसे कहा, “तुम्हीं करो इनके भोजन की व्यवस्था!” उन्होंने इसके उत्तर में कहा, “हमारे पास तो केवल पांच रोटियां तथा दो मछलियां ही हैं; हां, यदि हम जाकर इन सबके लिए भोजन मोल ले आएं तो यह संभव है.”
14 ୧୪ ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାରି ପା଼ସାମା଼ଣା ଆ଼ବାୟାଁ ମାଚେରି । ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ତାନି ସୀସୁଣି ଏଲେଇଚେସି, “କଡ଼େଦସ ଜା଼ଣା ଲାକା କୁଗିକିଦୁ ।”
इस भीड़ में पुरुष ही लगभग पांच हज़ार थे. प्रभु येशु ने शिष्यों को आदेश दिया, “इन्हें लगभग पचास-पचास के झुंड में बैठा दो.”
15 ୧୫ ଏଚେଟିଏ ଏ଼ୱାରି ଏଲେକିହିଁଏ ବାରେତି କୁଗିକିତେରି ।
शिष्यों ने उन सबको भोजन के लिए बैठा दिया.
16 ୧୬ ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ପା଼ସାଗଟା ରୂଟି ଅ଼ଡ଼େ ରୀ ମୀଣ୍କାଣି ଆସାନା ଲାକପୂରୁ ୱାକି ସିନିକିହାନା ବ଼ର ହୀତେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ରୂଟି ଡ଼ିକ୍ହାନା ଲ଼କୁକି ହା଼ସ୍ପାଲି ସୀସୁୟାଁକି ହୀତେସି ।
पांचों रोटियां तथा दोनों मछलियां अपने हाथ में लेकर प्रभु येशु ने स्वर्ग की ओर दृष्टि करते हुए उनके लिए परमेश्वर को धन्यवाद किया तथा उन्हें तोड़-तोड़ कर शिष्यों को देते गए कि वे लोगों में इनको बांटते जाएं.
17 ୧୭ ଏଚେଟିଏ ବାରେଜା଼ଣା ତିଞ୍ଜା ପାଞ୍ଜିତେରି, ଅ଼ଡ଼େ ହା଼ରିତାଣି ବା଼ର ଡାଲି ରୂଟି କୂଡ଼ି କିତେରି ।
सभी ने भरपेट खाया. शेष रह गए टुकड़े इकट्ठा करने पर बारह टोकरे भर गए.
18 ୧୮ ର଼ ଦିନା ଜୀସୁ ରଅସିଏ ପ୍ରା଼ତାନା କିନି ବେ଼ଲାତା ସୀସୁୟାଁ ଏ଼ୱାରିତଲେ ମାଚେରି, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ ୱେଚେସି, “ନା଼ନୁ ଆମ୍ବାଆତେଏଁ ଇଞ୍ଜିଁ ଲ଼କୁ ଏଲେଇଞ୍ଜିମାନେରି?”
एक समय, जब प्रभु येशु एकांत में प्रार्थना कर रहे थे तथा उनके शिष्य भी उनके साथ थे, प्रभु येशु ने शिष्यों से प्रश्न किया, “लोग क्या कहते हैं वे मेरे विषय में; कि मैं कौन हूं?”
19 ୧୯ ଏଚେଟିଏ ଏ଼ୱାରି ଏଲେଇଚେରି, “ଆମ୍ବାଆରି ବାପ୍ତିସ୍ମ ହୀନି ଜହନ, ଆମ୍ବାଆରି ଏଲିୟ, ଅ଼ଡ଼େ ଆମ୍ବାଆରି ତଲିକା଼ଲାତି ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍ନାରି ବିତ୍ରାଟି ରଅସି ନିଙ୍ଗାମାନେସି ।”
उन्होंने उत्तर दिया, “कुछ कहते हैं बपतिस्मा देनेवाला योहन; कुछ एलियाह; और कुछ अन्य कहते हैं पुराने भविष्यद्वक्ताओं में से एक, जो दोबारा जीवित हो गया है.”
20 ୨୦ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନା଼ନୁ ଆମ୍ବାଆତେଏଁ ମୀରୁ ଏ଼ନାଆଁ ଇଞ୍ଜିଁ ମାଞ୍ଜେରି?” ପିତର ଏଲେଇଚେସି, “ନୀନୁ ମାହାପୂରୁତି କ୍ରୀସ୍ତ ।”
“मैं कौन हूं इस विषय में तुम्हारी धारणा क्या है?” प्रभु येशु ने प्रश्न किया. पेतरॉस ने उत्तर दिया, “परमेश्वर के मसीह.”
21 ୨୧ ଏଚେଟିଏ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ୱାରାଇଁ ଆମ୍ବାଆରାଇଁ ୱେହ୍ଆଦୁ ଇଞ୍ଜିଁ ଜାଣ୍ତେ କିହିଁ ହୁକୁମି ହୀତେସି,
प्रभु येशु ने उन्हें कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि वे यह किसी से न कहें.
22 ୨୨ “ମାଣ୍ସି ମୀର୍ଏସି ହା଼ରେକା ଦୁକୁ ପା଼ଣ୍ନାୟି ମାନେ ଇଞ୍ଜାଁ ଲ଼କୁତି କାଜାରି, କାଜା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ଇଞ୍ଜାଁ ମେ଼ରାପୁନାରି ତା଼ଣାଟି ଅ଼ପାଆନା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ପା଼ୟିନେରି, ଇଞ୍ଜାଁ ତୀନି ଦିନାଟିଏ ନିଙ୍ଗିନେସି ।”
आगे प्रभु येशु ने प्रकट किया, “यह अवश्य है कि मनुष्य के पुत्र अनेक पीड़ाएं सहे, यहूदी प्रधानों, प्रधान पुरोहितों तथा व्यवस्था के शिक्षकों के द्वारा अस्वीकृत किया जाए; उसका वध किया जाए तथा तीसरे दिन उसे दोबारा जीवित किया जाए.”
23 ୨୩ ଏଚେଟିଏ ଏ଼ୱାସି ବାରେତି ଏଲେଇଚେସି, “ଆମ୍ବାଆସି ନା଼ ଜେ଼ଚ ତା଼କାଲି ମ଼ନ କିନେସି, ଏ଼ୱାସି ତାଙ୍ଗେ ଅ଼ପାଆନା ବାରେଦିନା ତାନି କ୍ରୁସ ଡେ଼କାନାହାଁ ନା଼ ଜେ଼ଚ ତା଼କାପେସି ।
तब प्रभु येशु ने उन सबसे कहा, “यदि कोई मेरे पीछे होना चाहे, (शिष्य होना चाहे) वह अपने अहम का त्याग कर प्रतिदिन अपना क्रूस उठाकर मेरे पीछे चले.
24 ୨୪ ଇଚିହିଁ ଆମ୍ବାଆସି ଜାହାରା ଜୀୱୁ ଗେଲ୍ପାଲି ମ଼ନ କିନେସି ଏ଼ୱାସି ନା଼ସା କିନେସି; ସାମା ଆମ୍ବାଆସି ନା଼ ତାକି ନିଜେତି ଜୀୱୁ ନା଼ସା କିନେସି ଏ଼ୱାସି ଗେଲ୍ପି କିହାକଡିନେସି ।
क्योंकि जो कोई अपने जीवन को सुरक्षित रखना चाहता है, उसे खो देगा किंतु जो कोई मेरे हित में अपने प्राणों को त्यागने के लिए तत्पर है, वह अपने प्राणों को सुरक्षित रखेगा.
25 ୨୫ ଅ଼ଡ଼େ ମାଣ୍ସି ଈ ଦାର୍ତିତା ମାନାଣି ବାରେ ମେଡ଼ି କିହାନା ତାନି ଜୀୱୁତି ନା଼ସା କିନେସି, ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାଣାକି ଏ଼ନି ଲା଼ବା?
क्या लाभ है यदि कोई व्यक्ति सारे संसार पर अधिकार तो प्राप्त कर ले किंतु स्वयं को खो दे या उसका जीवन ले लिया जाए?
26 ୨୬ ଇଚିହିଁ ଆମ୍ବାଆସି ନାଙ୍ଗେତାକି ଅ଼ଡ଼େ ନା଼ କାତାତାକି ଲାଜା ଆ଼ନେସି, ମାଣ୍ସି ମୀର୍ଏସି ତାନି କାଜାପା଼ଣା ତଲେ ଇଞ୍ଜାହାଁ ମାହାପୂରୁ ଆ଼ବା ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ସୁଦୁଗାଟି ଦୂତୁୟାଁ ତଲେ କାଜାପା଼ଣାଟି ୱା଼ନେସି ଏଚିବେ଼ଲା ଏ଼ୱାସି ଜିକେଏ ଏ଼ୱାଣି ତାକି ଲାଜା ଆ଼ନେସି ।
क्योंकि जो कोई मुझसे और मेरी शिक्षा से लज्जित होता है, मनुष्य का पुत्र भी, जब वह अपनी, अपने पिता की तथा पवित्र दूतों की महिमा में आएगा, उससे लज्जित होगा.
27 ୨୭ ସାମା ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେ ସାତା ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ, ମାହାପୂରୁତି ରା଼ଜି ମେହ୍ଆ ପାତେକା ଇମ୍ବାଆଁ ନିଚାମାନାରି ଏଚରଜା଼ଣା ହା଼ଅରି ।”
“सच तो यह है कि यहां कुछ हैं, जो मृत्यु तब तक न चखेंगे जब तक वे परमेश्वर का राज्य देख न लें.”
28 ୨୮ ଈ କାତା ୱେସାନା ଆ଼ଟାଦିନା ହାଜାଲିଏ ପିତର, ଜହନ ଅ଼ଡ଼େ ଜାକୁବଇଁ ଅ଼ହିଁ ହାଜାନା ପ୍ରା଼ତାନା କିହାଲି ହ଼ରୁତା ହାଚେସି ।
अपनी इस बात के लगभग आठ दिन बाद प्रभु येशु पेतरॉस, योहन तथा याकोब को साथ लेकर एक ऊंचे पर्वत शिखर पर प्रार्थना करने गए.
29 ୨୯ ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ପ୍ରା଼ତାନା କିହିମାଚାଟି ତାନି ମୂମ୍ବୁତି ୱା଼ଣା ତିରିମ୍ଣିହେ ଇଞ୍ଜାଁ ତାନି ହିମ୍ବରି ଦବ୍ଲା ଆ଼ହାନା ହା଼ରେକା ଉଜେଡ଼ି ଆ଼ତେ ।
जब प्रभु येशु प्रार्थना कर रहे थे, उनके मुखमंडल का रूप बदल गया तथा उनके वस्त्र सफ़ेद और उजले हो गए.
30 ୩୦ ମ଼ସା ଅ଼ଡ଼େ ଏଲିୟ ଏ଼ୱାଣିତଲେ କାତା ଆ଼ହିମାଚେରି;
दो व्यक्ति—मोशेह तथा एलियाह—उनके साथ बातें करते दिखाई दिए.
31 ୩୧ ଏ଼ୱାରି ଗାୱୁରମିଟି ତ଼ଞ୍ଜାଆ଼ହାନା ଜୀସୁ ଜିରୁସାଲମତା ହାନିକାତା ଜ଼ଲ୍କି ଆ଼ହିମାଚେରି ।
वे भी स्वर्गीय तेज में थे. उनकी बातों का विषय था प्रभु येशु का जाना, जो येरूशलेम नगर में शीघ्र ही होने पर था.
32 ୩୨ ଏଚିବେ଼ଲା ପିତର ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ତ଼ଣେସିଙ୍ଗାକି ଗାଡି ଇଦାକାଣ୍କା ହ଼ଚିମାଚୁ; ସାମା ଏ଼ୱାରି ଇଦାଟି ନିଙ୍ଗାଲିଏ ତାନି ଗାୱୁରମି ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାଣିତଲେ ରିଆରି ନିଚାମାନାଣି ମେସ୍ତେରି ।
पेतरॉस तथा उसके साथी अत्यंत नींद में थे किंतु जब वे पूरी तरह जाग गए, उन्होंने प्रभु येशु को उनके स्वर्गीय तेज में उन दो व्यक्तियों के साथ देखा.
33 ୩୩ ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ତା଼ଣାଟି ହାଜିମାଚାଟି ପିତର ଜୀସୁଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ଗୂରୁ ମା଼ମ୍ବୁ ଇମ୍ବାଆଁ ମାନାୟି ନେହେଁ; ମା଼ମ୍ବୁ ଇମ୍ବାଆଁ ତୀନିଗଟା ଗୂଡ଼ାୟାଁ କେ଼ପିନମି, ନିଙ୍ଗେତାକି ରଣ୍ତାଆଁ, ମ଼ସାକି ରଣ୍ତାଆଁ ଅ଼ଡ଼େ ଏଲିୟକି ରଣ୍ତାଆଁ ।” ସାମା ତା଼ନୁ ଏ଼ନାଆଁ ଇଞ୍ଜିମାଚେସି ତା଼ନୁଏ ପୁଞ୍ଜି ହିଲାଆତେସି ।
जब वे पुरुष प्रभु येशु के पास से जाने लगे पेतरॉस प्रभु येशु से बोले, “प्रभु! हमारे लिए यहां होना कितना अच्छा है! हम यहां तीन मंडप बनाएं: एक आपके लिए, एक मोशेह के लिए तथा एक एलियाह के लिए.” स्वयं उन्हें अपनी इन कही हुई बातों का मतलब नहीं पता था.
34 ୩୪ ଏ଼ୱାସି ଏଲେଇଞ୍ଜି ମାଚାଟି ଇଚାୟି ହା଼ଗୁ ଦୂନ୍ଦ୍ରା ୱା଼ହାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ପ୍ଡିକ୍ହେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଦୂନ୍ଦ୍ରାତା ହ଼ଡି ମାଚାଟି ଆଜିତେରି ।
जब पेतरॉस यह कह ही रहे थे, एक बादल ने उन सबको ढांप लिया. बादल से घिर जाने पर वे भयभीत हो गए.
35 ୩୫ ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ ଦୂନ୍ଦ୍ରାଟି ଈ ହା଼ଡା ୱା଼ତେ, “ଈୱାସି ନା଼ ମୀର୍ଏସି, ନା଼ନୁ ଆ଼ଚିତାସି, ଈୱାଣି ବ଼ଲୁ ୱେଞ୍ଜୁ ।”
बादल में से एक आवाज सुनाई दी: “यह मेरा पुत्र है—मेरा चुना हुआ. इसके आदेश का पालन करो.”
36 ୩୬ ଏଲେଇଞ୍ଜି ୱେସ୍ତି ଡା଼ୟୁ ଜୀସୁ ରଅସିଏ ତ଼ଞ୍ଜାଆ଼ତେସି । ଏ଼ୱାରି ଈ କାତାତାକି ପାଲେଏ ମାଞ୍ଜାନା, ଏ଼ନା ଏ଼ନାଆଁ ମେସାମାଚେରି ଏ଼ ବେ଼ଲାତା ଆମ୍ବାଆରାଇଁ ଜିକେଏ ୱେହ୍ଆତେରି ।
आवाज समाप्त होने पर उन्होंने देखा कि प्रभु येशु अकेले हैं. जो कुछ उन्होंने देखा था, उन्होंने उस समय उसका वर्णन किसी से भी न किया. वे इस विषय में मौन बने रहे.
37 ୩୭ ଅ଼ଡ଼େ ର଼ ନେ଼ଚୁ ହ଼ରୁଟି ରେ଼ଚା ୱା଼ହାଲିଏ ହା଼ରେକା ଲ଼କୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ବେଟା ଆ଼ୟାଲି ୱା଼ତେରି ।
अगले दिन जब वे पर्वत से नीचे आए, एक बड़ी भीड़ वहां इकट्ठा थी.
38 ୩୮ ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ ମାନ୍ଦା ଲ଼କୁ ବିତ୍ରାଟି କାଜା ଗିୟାଁତଲେ ହା଼ଟାନା ଏଲେଇଚେସି, “ଏ଼ ଗୂରୁ ନା଼ନୁ ବାତିମା଼ଲିମାଞ୍ଜାଇଁ ନା଼ ମୀର୍ଏଣାଇଁ କାର୍ମା ଆ଼ମୁ, ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାସି ନା଼ ରଣ୍ତିଏ ମୀର୍ଏସି;
भीड़ में से एक व्यक्ति ने ऊंचे शब्द में पुकारकर कहा, “गुरुवर! आपसे मेरी विनती है कि आप मेरे पुत्र को स्वस्थ कर दें क्योंकि वह मेरी इकलौती संतान है.
39 ୩୯ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ର଼ ବୂତୁ ଆଲ୍ଗିମାନେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ପେଦ୍ରାହାଁ ଦେବୁଣିଏ କିର୍ଡ଼ି ମାନେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଇଲେକିଁ ବୂମିତା ତ୍ରକ୍ହାନା ଗୂତିଟି ପମ୍ବଲି ହ଼ପ୍ହି ମାନେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଗାଡି ବା଼ଦା କିହାନା ଏ଼ୱାଣି ତା଼ଣାଟି କା଼କୁଲିଟି ହ଼ଚାହାନେ ।
एक दुष्टात्मा अक्सर उस पर प्रबल हो जाता है और वह सहसा चीखने लगता है. दुष्टात्मा उसे भूमि पर पटक देता है और मेरे पुत्र को ऐंठन प्रारंभ हो जाती है और उसके मुख से फेन निकलने लगता है. यह दुष्टात्मा कदाचित ही उसे छोड़कर जाता है—वह उसे नाश करने पर उतारू है.
40 ୪୦ ନା଼ନୁ ବୂତୁତି ପିସ୍ପି କିହାଲି ନୀ ସୀସୁୟାଁ ବାତିମା଼ଲିତେଏଁ, ସାମା ଏ଼ୱାରି ପିସ୍ପି କିହାଲି ଆ଼ଡାଆତେରି ।”
मैंने आपके शिष्यों से विनती की थी कि वे उसे मेरे पुत्र में से निकाल दें किंतु वे असफल रहे.”
41 ୪୧ ଜୀସୁ ଏଲେଇଚେସି, “ଆଡ଼େ ନାମାଆଗାଟି ଏଟ୍କା ଜିରୁ ଆହ୍ନି କୂଡ଼ା, ନା଼ନୁ ଅ଼ଡ଼େ ଏଚେକା ମୀ ତଲେ ମାଞ୍ଜାନା ମୀ କାତା ଅ଼ର୍ହାଇଁ? ନୀ ମୀର୍ଏଣାଇଁ ଇମ୍ବାଆଁ ତାମୁ ।”
“अरे ओ अविश्वासी और बिगड़ी हुई पीढ़ी!” प्रभु येशु ने कहा, “मैं कब तक तुम्हारे साथ रहूंगा, कब तक धीरज रखूंगा? यहां लाओ अपने पुत्र को!”
42 ୪୨ ବୂତୁ ଆଲ୍ଗାମାଚି କକାସି ୱା଼ହିମାଚାଟି ବୂତୁ ଏ଼ କକାଣାଇଁ ବୂମିତା ଡାଡ଼ି କିହାନା ତ୍ରେପ୍ହାତୁସ୍ତେ, ସାମା ଜୀସୁ ଏ଼ ପ଼ଲ୍ଆ ବୂତୁତି ଦାକା ହୀତେସି ଇଞ୍ଜାଁ କକାଣାଇଁ ନେହିଁ କିହାନା ତାମି ଆ଼ବା କେୟୁତା ହେର୍ପିତେସି ।
जब वह बालक पास आ ही रहा था, दुष्टात्मा ने उसे भूमि पर पटक दिया, जिससे उसके शरीर में ऐंठन प्रारंभ हो गई किंतु प्रभु येशु ने दुष्टात्मा को डांटा, बालक को स्वस्थ किया और उसे उसके पिता को सौंप दिया.
43 ୪୩ ଏଚେଟିଏ ବାରେ ଲ଼କୁ ମାହାପୂରୁତି ବା଼ଡ଼୍ୟୁ ମେସାନା ଜାଗ୍ଲା ଆ଼ତେରି । ସାମା ଏ଼ୱାସି କିହାମାନି ବାରେ କାମାତାକି ଜାଗ୍ଲା ଆ଼ହିମାଚାକି ଜୀସୁ ତାନି ସୀସୁୟାଁଇଁ ଏଲେଇଚେସି ।
परमेश्वर का प्रताप देख सभी चकित रह गए. जब सब लोग इस घटना पर अचंभित हो रहे थे प्रभु येशु ने अपने शिष्यों से कहा,
44 ୪୪ “ଈ ବାରେ କାତା ମୀ କୀର୍କା ଅଡାନା ୱେଞ୍ଜୁ; ଇଚିହିଁ ମାଣ୍ସି ମୀର୍ଏସି ସାତ୍ରୁୟାଁ କେୟୁତା ହେର୍ପିଆ଼ନେସି ।”
“जो कुछ मैं कह रहा हूं अत्यंत ध्यानपूर्वक सुनो और याद रखो: मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथों पकड़वाया जाने पर है.”
45 ୪୫ ସାମା ଏ଼ୱାରି ଏ଼ କାତା ତେଲ୍ହାଆତେରି, ଏ଼ୱାରି ତେଲ୍ହାଲି ଆ଼ଡାଆରେଟୁ ଏ଼ୱାରି ତା଼ଣାଟି ଡ଼ୁଗାମାଚେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାରି ଏ଼ କାତା ଜିକେଏ ଜୀସୁଇଁ ୱେଞ୍ଜାଲି ଆଜିମାଚେରି ।
किंतु शिष्य इस बात का मतलब समझ न पाए. इस बात का मतलब उनसे छुपाकर रखा गया था. यही कारण था कि वे इसका मतलब समझ न पाए और उन्हें इसके विषय में प्रभु येशु से पूछने का साहस भी न हुआ.
46 ୪୬ ଏ଼ୱାରି ବିତ୍ରାଟି ଆମ୍ବାଆସି କାଜାସି, ଈ କାତାତାକି ଏ଼ୱାରି ବିତ୍ରା ବା଼ଦିବା଼ଦା ଆ଼ତେରି ।
शिष्यों में इस विषय को लेकर विवाद छिड़ गया कि उनमें श्रेष्ठ कौन है.
47 ୪୭ ସାମା ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରି ବିତ୍ରା ବା଼ଦିବା଼ଦା ଆ଼ହିମାନାଣି ପୁଞ୍ଜାନା, ର଼ ଊଣା କକାଣାଇଁ ତାନି ନ଼କିତା ନିପ୍ହାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି,
यह जानते हुए कि शिष्य अपने मन में क्या सोच रहे हैं प्रभु येशु ने एक छोटे बालक को अपने पास खड़ा करके कहा,
48 ୪୮ “ଆମ୍ବାଆସି ନା଼ ଦ଼ରୁଟି ଈ ଊଣା କକାଣାଇଁ ଆବିନେସି, ଏ଼ୱାସି ନାଙ୍ଗେ ଆବାନେସି, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ନାଙ୍ଗେ ପାଣ୍ତାତାଣାଇଁ ଆବିନେସି; ଇଚିହିଁ ମୀ ବିତ୍ରାଟି ଆମ୍ବାଆସି ବାରେକିହାଁ ଊଣା ଏ଼ୱାସି କାଜାସି ।”
“जो कोई मेरे नाम में इस छोटे बालक को ग्रहण करता है, मुझे ग्रहण करता है, तथा जो कोई मुझे ग्रहण करता है, उन्हें ग्रहण करता है जिन्होंने मुझे भेजा है. वह, जो तुम्हारे मध्य छोटा है, वही है जो श्रेष्ठ है.”
49 ୪୯ ଏଚେଟିଏ ଜହନ ଏଲେଇଚେସି, “ଗୂରୁ, ମା଼ମ୍ବୁ ନୀ ଦ଼ରୁଟି ବୂତୁୟାଁ ପେ଼ର୍ହି ମାଚାଣି ମେସ୍ତମି ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ମା଼ ତଲେ ନୀ ଜେ଼ଚ ୱା଼ଆଲିଏ କା଼ହିକିତମି ।”
योहन ने उन्हें सूचना दी, “प्रभु, हमने एक व्यक्ति को आपके नाम में दुष्टात्मा निकालते हुए देखा है. हमने उसे ऐसा करने से रोकने का प्रयत्न किया क्योंकि वह हममें से नहीं है.”
50 ୫୦ ସାମା ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “କା଼ହିକିଆଦୁ, ଇଚିହିଁ ଆମ୍ବାଆସି ମୀ କ଼ପାଟି ନିଙ୍ଗା ହିଲଅସି ଏ଼ୱାସି ମୀ ତଲେତାସି ।”
“मत रोको उसे!” प्रभु येशु ने कहा, “क्योंकि जो तुम्हारा विरोधी नहीं, वह तुम्हारे पक्ष में है.”
51 ୫୧ ଏଚିବେ଼ଲା ଜୀସୁ ଲାକପୂରୁ ହାନି ବେ଼ଲା ଏଗାୱା଼ହିମାଚାକି ଏଚିବେ଼ଲା ଜୀସୁ ଜିରୁସାଲମତା ହାଜାଲି ମ଼ନତି ତୀରି କିତେସି ।
जब प्रभु येशु के स्वर्ग में उठा लिए जाने का निर्धारित समय पास आया, विचार दृढ़ करके प्रभु येशु ने अपने पांव येरूशलेम नगर की ओर बढ़ा दिए.
52 ୫୨ ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ନ଼କେଏ କ଼ସ୍କାଣି ପାଣ୍ତିତେସି, ଏ଼ୱାରି ହାଜାନା ର଼ ସମିରଣ ନା଼ୟୁଁତା ଜୀସୁ ୱା଼ନେସି ଇଞ୍ଜିଁ ଜାଗ୍ରାତା କିହାନା କା଼ତେରି;
उन्होंने अपने आगे संदेशवाहक भेज दिए. वे शमरिया प्रदेश के एक गांव में पहुंचे कि प्रभु येशु के आगमन की तैयारी करें
53 ୫୩ ସାମା ଏ଼ୱାସି ଜିରୁସାଲମତା ହାଜାଲି ମ଼ନ କିହାମାନେସି ଇଞ୍ଜିଁ ପୁଞ୍ଜାନା ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଆବାଆତେରି ।
किंतु वहां के निवासियों ने उन्हें स्वीकार नहीं किया क्योंकि प्रभु येशु येरूशलेम नगर की ओर जा रहे थे.
54 ୫୪ ଈଦାଆଁ ମେସାନା ଜାକୁବ ଅ଼ଡ଼େ ଜହନ ଈ ରୀ ସୀସୁୟାଁ ଏଲେଇଚେରି, “ଏ଼ ପ୍ରବୁ ଏଲିୟ ଏ଼ନିକିଁ ଏଲେଇଞ୍ଜାମାଚେସି, ଏଲେକିହିଁଏ ହା଼ଗୁଲାକଟି ହିଚୁ ରିହାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ନା଼ସା କିପେ, ଏଲେଇଞ୍ଜାଲି ନୀ ମ଼ନ ମାନେକି?”
जब उनके दो शिष्यों—याकोब और योहन ने यह देखा तो उन्होंने प्रभु येशु से प्रश्न किया, “प्रभु, यदि आप आज्ञा दें तो हम प्रार्थना करें कि आकाश से इन्हें नाश करने के लिए आग की बारिश हो जाए.”
55 ୫୫ ସାମା ଏ଼ୱାସି ୱେଣ୍ତେ ସିନିକିହାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ଲା଼ଗାନା ଏଲେଇଚେସି, “ମୀରୁ ଏ଼ନିଲେହେଁତି ଜୀୱୁ ଗାଟାତେରି, ମୀରୁ ପୁଞ୍ଜାହିଲଅତେରି ମାଣ୍ସି ମୀର୍ଏସି ମାଣ୍ସିୟାଁତି ଜୀୱୁ ନା଼ସା କିହାଲି ୱା଼ଆନା ଗେଲ୍ପାଲି ୱା଼ହାମାନେସି ।
पीछे मुड़कर प्रभु येशु ने उन्हें डांटा, “तुम नहीं समझ रहे कि तुम यह किस मतलब से कह रहे हो. मनुष्य का पुत्र इन्सानों के विनाश के लिए नहीं परंतु उनके उद्धार के लिए आया है!”
56 ୫୬ ଏଚେଟିଏ ଏ଼ୱାରି ଅ଼ର ନା଼ୟୁଁତା ହାଚେରି ।”
और वे दूसरे नगर की ओर बढ़ गए.
57 ୫୭ ଏ଼ୱାରି ଜିରୁତା ହାଜିମାଚାଟି ରଅସି ୱା଼ହାନା ଜୀସୁଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନୀନୁ ଆମ୍ବିୟା ହାଜି, ନା଼ନୁ ଜିକେଏ ନୀ ତଲେ ୱା଼ଇଁ ।”
मार्ग में एक व्यक्ति ने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए उनसे कहा, “आप जहां कहीं जाएंगे, मैं आपके साथ रहूंगा.”
58 ୫୮ ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନାକାୟାଁକି ଡ଼ୟିନି ପା଼ୱୁୟାଁ ମାନୁ, ହା଼ଗୁ ଲାକ ଊମ୍ବିନି ପଟାୟାଁକି ବାସାଟା଼ୟୁ ମାନେ, ସାମା ମାଣ୍ସି ମୀର୍ଏଣାକି ତା଼ର୍ୟୁଁ ନେଟ୍ହାଲି ଟା଼ୟୁ ହିଲେଏ ।”
येशु ने उसके उत्तर में कहा, “लोमड़ियों के पास उनकी गुफाएं तथा आकाश के पक्षियों के पास उनके बसेरे होते हैं किंतु मनुष्य के पुत्र के पास तो सिर रखने तक का स्थान नहीं है!”
59 ୫୯ ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ଅ଼ଡ଼େ ରଅଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ନା଼ ଜେ଼ଚ ୱା଼ମୁ ।” ସାମା ଏ଼ୱାସି ଏଲେଇଚେସି, “ପ୍ରବୁ ନ଼କେଏ ହାଜାନା ନା଼ ଆ଼ବାଇଁ ମାହ୍ଣିଣା ମୁସାଲି ହେଲ ହିୟାମୁ ।”
एक अन्य व्यक्ति से प्रभु येशु ने कहा, “आओ! मेरे पीछे हो लो.” उस व्यक्ति ने कहा, “प्रभु मुझे पहले अपने पिता की अंत्येष्टि की अनुमति दे दीजिए.”
60 ୬୦ ଜୀସୁ ଏଲେଇଚେସି, “ହା଼ତାରାଇଁ ତାମି ହା଼ତି ଲ଼କୁଣି ମୁସାଲି ପିହ୍ଦୁ, ସାମା ମୀରୁ ହାଜାନା ମାହାପୂରୁ ରା଼ଜିତି କାତା ୱେହ୍ଦୁ ।”
प्रभु येशु ने उससे कहा, “मरे हुओं को अपने मृत गाड़ने दो किंतु तुम जाकर परमेश्वर के राज्य का प्रचार करो.”
61 ୬୧ ଅ଼ଡ଼େ ରଅସି ୱା଼ହାନା ଏଲେଇଚେସି, “ପ୍ରବୁ ନା଼ନୁ ଜେ଼ଚ ୱା଼ଇଁ ସାମା ନ଼କେଏ ଇଜତି ଲ଼କୁ ତା଼ଣାଟି ହେଲ ଅ଼ହାଲି ହିୟାମୁ ।”
एक अन्य व्यक्ति ने प्रभु येशु से कहा, “प्रभु, मैं आपके साथ चलूंगा किंतु पहले मैं अपने परिजनों से विदा ले लूं.”
62 ୬୨ ସାମା ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ଆମ୍ବାଆସି ନା଼ଙ୍ଗେଲି କେୟୁତା ଆସାନା ଡା଼ୟୁୱାକି ସିନିକିନେସି ଏ଼ୱାସି ମାହାପୂରୁ ରା଼ଜିତା ପା଼ଡ଼ା ଆ଼ଅସି ।”
प्रभु येशु ने इसके उत्तर में कहा, “ऐसा कोई भी व्यक्ति, जो हल चलाने को तत्पर हो, परंतु उसकी दृष्टि पीछे की ओर लगी हुई हो, परमेश्वर के राज्य के योग्य नहीं.”