< भजन संहिता 105 >

1 यहोवा का धन्यवाद करो, उससे प्रार्थना करो, देश-देश के लोगों में उसके कामों का प्रचार करो!
Kathutkung: Devit Oe, BAWIPA koe lunghawilawk dei awh. A min lahoi kaw awh nateh, a sak e hno hah tami pueng koe panueksak awh.
2 उसके लिये गीत गाओ, उसके लिये भजन गाओ, उसके सब आश्चर्यकर्मों का वर्णन करो!
Ama koe la sak awh, ama koe la sak laihoi, a sak e hno kângairu hno pueng hah dei awh.
3 उसके पवित्र नाम की बड़ाई करो; यहोवा के खोजियों का हृदय आनन्दित हो!
A min kathoung teh bari awh. BAWIPA katawngnaw e lungthin teh nawm naseh.
4 यहोवा और उसकी सामर्थ्य को खोजो, उसके दर्शन के लगातार खोजी बने रहो!
BAWIPA hoi a thaonae hah tawng awh nateh, a minhmai hah hoehoe tawng awh.
5 उसके किए हुए आश्चर्यकर्मों को स्मरण करो, उसके चमत्कार और निर्णय स्मरण करो!
Kângairu hno a sak e hah hoehoe pâkuem awh nateh, kângairunae hoi a pahni dawk hoi ka tâcawt e lawkcengnae hah pâkuem awh.
6 हे उसके दास अब्राहम के वंश, हे याकूब की सन्तान, तुम तो उसके चुने हुए हो!
Oe a san Abraham catoun, nangmouh Jakop catounnaw, ama ni rawi e lah na o awh.
7 वही हमारा परमेश्वर यहोवा है; पृथ्वी भर में उसके निर्णय होते हैं।
Ama teh BAWIPA Cathut lah ao teh, a lawkcengnae ni talai pueng koung a katin.
8 वह अपनी वाचा को सदा स्मरण रखता आया है, यह वही वचन है जो उसने हजार पीढ़ियों के लिये ठहराया है;
A lawkkam teh pou a pâkuem teh se thong totouh nakunghai thoseh,
9 वही वाचा जो उसने अब्राहम के साथ बाँधी, और उसके विषय में उसने इसहाक से शपथ खाई,
Abraham koe lawk a kam e hoi Isak koe thoe a bo e hai thoseh, kâ a poe e lawk teh a pâkuem.
10 १० और उसी को उसने याकूब के लिये विधि करके, और इस्राएल के लिये यह कहकर सदा की वाचा करके दृढ़ किया,
Hotnaw teh Jakop Catounnaw hanelah, ka cak e phung lah a sak teh, Isarel hanelah a yungyoe e lawkkam doeh.
11 ११ “मैं कनान देश को तुझी को दूँगा, वह बाँट में तुम्हारा निज भाग होगा।”
Kanaan ram heh râw lah na poe han telah lawk a kam.
12 १२ उस समय तो वे गिनती में थोड़े थे, वरन् बहुत ही थोड़े, और उस देश में परदेशी थे।
Tami kayounca lah ao awh lahunnah, oe kayounca lah imyin lah ka o awh.
13 १३ वे एक जाति से दूसरी जाति में, और एक राज्य से दूसरे राज्य में फिरते रहे;
Kho touh hnukkhu kho touh, uknaeram hnukkhu alouke koe a kâva awh.
14 १४ परन्तु उसने किसी मनुष्य को उन पर अत्याचार करने न दिया; और वह राजाओं को उनके निमित्त यह धमकी देता था,
Ahnimouh rektap hane pasoung hoeh. Bokheiyah, ahnimouh kecu dawk siangpahrang hah a yue pouh.
15 १५ “मेरे अभिषिक्तों को मत छूओ, और न मेरे नबियों की हानि करो!”
Satui ka awi e naw hah tek awh hanh. Ka profetnaw hah runae poe hanh telah a ti.
16 १६ फिर उसने उस देश में अकाल भेजा, और अन्न के सब आधार को दूर कर दिया।
Hothloilah, ram thung takang a tho sak teh, cang hoi apawhik naw koung a raphoe pouh.
17 १७ उसने यूसुफ नामक एक पुरुष को उनसे पहले भेजा था, जो दास होने के लिये बेचा गया था।
Ahnimae hmalah a patoun awh e, Joseph teh san patetlah a yo awh.
18 १८ लोगों ने उसके पैरों में बेड़ियाँ डालकर उसे दुःख दिया; वह लोहे की साँकलों से जकड़ा गया;
a khok hlong a buet pouh awh teh, sumbawtarui hoi a rektap awh.
19 १९ जब तक कि उसकी बात पूरी न हुई तब तक यहोवा का वचन उसे कसौटी पर कसता रहा।
A dei tangcoung e a kuep hoehroukrak, BAWIPA ni ahni teh a tanouk.
20 २० तब राजा ने दूत भेजकर उसे निकलवा लिया, और देश-देश के लोगों के स्वामी ने उसके बन्धन खुलवाए;
Hottelah siangpahrang ni a patoun teh a tâco sak teh, ukkung lah o hanlah a hlout sak.
21 २१ उसने उसको अपने भवन का प्रधान और अपनी पूरी सम्पत्ति का अधिकारी ठहराया,
A imthungkhu kahrawikungnaw a tawn e pueng hoi,
22 २२ कि वह उसके हाकिमों को अपनी इच्छा के अनुसार नियंत्रित करे और पुरनियों को ज्ञान सिखाए।
a tami bawinaw yue thainae kâ hoi kahrawikungnaw lungangnae cangkhai hanelah, kaukkung lah a coung sak.
23 २३ फिर इस्राएल मिस्र में आया; और याकूब हाम के देश में रहा।
Isarel hai Izip ram lah a tho teh, Jakop hai Ham ram vah ao.
24 २४ तब उसने अपनी प्रजा को गिनती में बहुत बढ़ाया, और उसके शत्रुओं से अधिक बलवन्त किया।
A taminaw moi a pung sak teh, ahnimouh ka tarannaw hlak a tha hoe kaawm lah a coung sak.
25 २५ उसने मिस्रियों के मन को ऐसा फेर दिया, कि वे उसकी प्रजा से बैर रखने, और उसके दासों से छल करने लगे।
A taminaw hah a tarannaw ni a hmuhma awh teh, a sannaw hah huenghai hoi dumyen hanelah a lungthin a kâhleng sak.
26 २६ उसने अपने दास मूसा को, और अपने चुने हुए हारून को भेजा।
A san Mosi hoi a rawi e Aron hoi a patoun.
27 २७ उन्होंने मिस्रियों के बीच उसकी ओर से भाँति-भाँति के चिन्ह, और हाम के देश में चमत्कार दिखाए।
Mitnout hah a taminaw koe a sak teh, Ham ram dawk kângairu hno hah a sak.
28 २८ उसने अंधकार कर दिया, और अंधियारा हो गया; और उन्होंने उसकी बातों को न माना।
Hmonae hah a tho teh koung a hmo. Hahoi a lawk teh oun thai awh hoeh.
29 २९ उसने मिस्रियों के जल को लहू कर डाला, और मछलियों को मार डाला।
Ahnimae tui hah thi lah a coung sak teh, tangawn hah a due sak.
30 ३० मेंढ़क उनकी भूमि में वरन् उनके राजा की कोठरियों में भी भर गए।
Ahnimae ram teh ekka hoi king akawi teh, siangpahrang imthung totouh koung akawi.
31 ३१ उसने आज्ञा दी, तब डांस आ गए, और उनके सारे देश में कुटकियाँ आ गईं।
Lawk a dei boteh bitsei thouk a tâco teh ahri hai a ram pueng dawk a tâco.
32 ३२ उसने उनके लिये जलवृष्टि के बदले ओले, और उनके देश में धधकती आग बरसाई।
Kho rak yueng lah roun a poe, a ram dawk hmaito hai a tâco sak.
33 ३३ और उसने उनकी दाखलताओं और अंजीर के वृक्षों को वरन् उनके देश के सब पेड़ों को तोड़ डाला।
Misurkung hoi thaibunglung kung koung a raphoe teh a ram dawk e thingkungnaw a khoe pouh.
34 ३४ उसने आज्ञा दी तब अनगिनत टिड्डियाँ, और कीड़े आए,
Lawk a dei teh samtongnaw a tho awh teh, touklek hoeh lah a tho awh.
35 ३५ और उन्होंने उनके देश के सब अन्न आदि को खा डाला; और उनकी भूमि के सब फलों को चट कर गए।
Hotnaw ni a ram dawk e apawhik pueng a ca teh, apawhik pueng hah capingkacailah a ca awh.
36 ३६ उसने उनके देश के सब पहिलौठों को, उनके पौरूष के सब पहले फल को नाश किया।
A ram dawk e camin pueng hai a raphoe teh, aluepaw pueng hai koung a raphoe pouh.
37 ३७ तब वह इस्राएल को सोना चाँदी दिलाकर निकाल लाया, और उनमें से कोई निर्बल न था।
Hothloilah, sui hoi ngun hoi a tâco sak teh, a taminaw thung dawk kabawp han totouh, ka vout e awm hoeh.
38 ३८ उनके जाने से मिस्री आनन्दित हुए, क्योंकि उनका डर उनमें समा गया था।
A tâco awh navah, Izipnaw a lunghawi awh. Bangkongtetpawiteh, ahnimouh hah a taki awh.
39 ३९ उसने छाया के लिये बादल फैलाया, और रात को प्रकाश देने के लिये आग प्रगट की।
Ka ngue hanelah tâmai a pâyam sak teh, khohmo ka ang sak hanlah hmai hah a poe.
40 ४० उन्होंने माँगा तब उसने बटेरें पहुँचाई, और उनको स्वर्गीय भोजन से तृप्त किया।
Tamimaya ni a hei awh e tamuem hah a poe teh, kalvanlae rawca hoi a von a paha awh.
41 ४१ उसने चट्टान फाड़ी तब पानी बह निकला; और निर्जल भूमि पर नदी बहने लगी।
Lungsong a paawng teh, tui a tâco, kahrawngum palang patetlah a lawng.
42 ४२ क्योंकि उसने अपने पवित्र वचन और अपने दास अब्राहम को स्मरण किया।
Bangtelah tetpawiteh, a san Abraham koe kathounge a lawkkam hah pahnim hoeh.
43 ४३ वह अपनी प्रजा को हर्षित करके और अपने चुने हुओं से जयजयकार कराके निकाल लाया।
A taminaw hah konawm laihoi a hrawi teh, a rawi e naw hah thadamcalah a hrawi.
44 ४४ और उनको जाति-जाति के देश दिए; और वे अन्य लोगों के श्रम के फल के अधिकारी किए गए,
A phunglam hah tarawi vaiteh, kâlawk a tarawi thai awh nahanlah,
45 ४५ कि वे उसकी विधियों को मानें, और उसकी व्यवस्था को पूरी करें। यहोवा की स्तुति करो!
Jentelnaw e ram hah a poe teh, ayâ ni a tawk tangcoung e hah a pang sak. Hallelujah.

< भजन संहिता 105 >