< नहेमायाह 11 >

1 प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे, और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियाँ डालीं, कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में, जो पवित्र नगर है, बस जाएँ; और नौ मनुष्य अन्य नगरों में बसें।
وَسَكَنَ رُؤَسَاءُ الشَّعْبِ فِي أُورُشَلِيمَ. وَأَلْقَى سَائِرُ الشَّعْبِ الْقُرْعَةَ لِيَخْتَارُوا وَاحِداً مِنْ بَيْنِ كُلِّ عَشَرَةٍ لِيُقِيمَ فِي أُورُشَلِيمَ مَدِينَةِ الْقُدْسِ بَيْنَمَا يَتَوَزَّعُ التِّسْعَةُ الأَعْشَارِ الْبَاقُونَ عَلَى الْمُدُنِ.١
2 जिन्होंने अपनी ही इच्छा से यरूशलेम में वास करना चाहा उन सभी को लोगों ने आशीर्वाद दिया।
وَبَارَكَ الشَّعْبُ جَمِيعَ الرِّجَالِ الَّذِينَ تَطَوَّعُوا لِلسَّكَنِ فِي أُورُشَلِيمَ.٢
3 उस प्रान्त के मुख्य-मुख्य पुरुष जो यरूशलेम में रहते थे, वे ये हैं; परन्तु यहूदा के नगरों में एक-एक मनुष्य अपनी निज भूमि में रहता था; अर्थात् इस्राएली, याजक, लेवीय, नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान।
وَهَذَا بَيَانٌ بِأَسْمَاءِ رُؤَسَاءِ الْبِلادِ الَّذِينَ اسْتَقَرُّوا فِي أُورُشَلِيمَ، وَإِنْ كَانَ بَعْضُ الإِسْرَائِيلِيِّينَ وَالْكَهَنَةِ وَاللّاوِيِّينَ وَخُدَّامِ الْهَيْكَلِ وَنَسْلِ رِجَالِ سُلَيْمَانَ أَقَامُوا فِي مُدُنِهِمْ، كُلُّ وَاحِدٍ فِي مُلْكِهِ.٣
4 यरूशलेम में तो कुछ यहूदी और बिन्यामीनी रहते थे। यहूदियों में से तो येरेस के वंश का अतायाह जो उज्जियाह का पुत्र था, यह जकर्याह का पुत्र, यह अमर्याह का पुत्र, यह शपत्याह का पुत्र, यह महललेल का पुत्र था।
وَاسْتَوْطَنَ فِي أُورُشَلِيمَ بَعْضُ بَنِي يَهُوذَا وَبَنِي بِنْيَامِينَ. فَمِنْ بَنِي يَهُوذَا: عَثَايَا بْنُ عُزِّيَّا بْنِ زَكَرِيَّا بْنِ أَمَرْيَا بْنِ شَفَطْيَا بْنِ مَهْلَلْئِيلَ مِنْ نَسْلِ فَارِصَ،٤
5 मासेयाह जो बारूक का पुत्र था, यह कोल्होजे का पुत्र, यह हजायाह का पुत्र, यह अदायाह का पुत्र, यह योयारीब का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, और यह शीलोई का पुत्र था।
وَمَعْسِيَا بْنُ بَارُوخَ بْنِ كَلْحُوزَةَ بْنِ حَزَايَا بْنِ عَدَايَا بْنِ يُويَارِيبَ بْنِ زَكَرِيَّا بْنِ الشِّيلُونِيِّ.٥
6 पेरेस के वंश के जो यरूशलेम में रहते थे, वह सब मिलाकर चार सौ अड़सठ शूरवीर थे।
فَكَانَتْ جُمْلَةُ الْمُقِيمِينَ فِي أُورُشَلِيمَ مِنْ نَسْلِ فَارِصَ أَرْبَعَ مِئَةٍ وَثَمَانِيَةً وَسِتِّينَ مِنْ ذَوِي الْبَأْسِ.٦
7 बिन्यामीनियों में से सल्लू जो मशुल्लाम का पुत्र था, यह योएद का पुत्र, यह पदायाह का पुत्र था, यह कोलायाह का पुत्र यह मासेयाह का पुत्र, यह इतीएह का पुत्र, यह यशायाह का पुत्र था।
وَمِنْ بَنِي بِنْيَامِينَ: سَلُّو بْنُ مَشُلّامَ بْنِ يُوعِيدَ بْنِ فَدَايَا بْنِ قُولايَا بْنِ مَعْسِيَا بْنِ إِيثِيئِيلَ بْنِ يَشَعْيَا،٧
8 उसके बाद गब्बै सल्लै जिनके साथ नौ सौ अट्ठाईस पुरुष थे।
وَيَتْلُوهُ جَبَّايُ وَسَلّايُ. فَكَانُوا فِي جُمْلَتِهِمْ تِسْعَ مِئَةٍ وَثَمَانِيَةً وَعِشْرِينَ رَجُلاً.٨
9 इनका प्रधान जिक्री का पुत्र योएल था, और हस्सनूआ का पुत्र यहूदा नगर के प्रधान का नायब था।
وَكَانَ يُوئِيلُ بْنُ زِكْرِي نَاظِراً عَلَيْهِمْ، وَيَهُوذَا بْنُ هَسْنُوآةَ مُسَاعِداً لَهُ.٩
10 १० फिर याजकों में से योयारीब का पुत्र यदायाह और याकीन।
وَمِنَ الْكَهَنَةِ: يَدَعْيَا بْنُ يُويَارِيبَ وَيَاكِينُ،١٠
11 ११ और सरायाह जो परमेश्वर के भवन का प्रधान और हिल्किय्याह का पुत्र था, यह मशुल्लाम का पुत्र, यह सादोक का पुत्र, यह मरायोत का पुत्र, यह अहीतूब का पुत्र था।
وَسَرَايَا بْنُ حِلْقِيَّا بْنِ مَشُلّامَ بْنِ صَادُوقَ بْنِ مَرَايُوثَ بْنِ أَخِيطُوبَ، رَئِيسِ كَهَنَةِ بَيْتِ اللهِ،١١
12 १२ और इनके आठ सौ बाईस भाई जो उस भवन का काम करते थे; और अदायाह, जो यरोहाम का पुत्र था, यह पलल्याह का पुत्र, यह अमसी का पुत्र, यह जकर्याह का पुत्र, यह पशहूर का पुत्र, यह मल्किय्याह का पुत्र था।
وَأَقْرِبَاؤُهُمُ الْقَائِمُونَ بِأَعْمَالِ صِيَانَةِ الْهَيْكَلِ وَخِدْمَتِهِ، الْبَالِغُ عَدَدُهُمْ ثَمَانِي مِئَةٍ وَاثْنَيْنِ وَعِشْرِينَ، وَعَدَايَا بْنُ يُروحَامَ بْنِ فَلَلْيَا بْنِ أَمْصِي بْنِ زَكَرِيَّا بْنِ فَشْحُورَ بْنِ مَلْكِيَّا،١٢
13 १३ इसके दो सौ बयालीस भाई जो पितरों के घरानों के प्रधान थे; और अमशै जो अजरेल का पुत्र था, यह अहजै का पुत्र, यह मशिल्लेमोत का पुत्र, यह इम्मेर का पुत्र था।
وَأَقْرِبَاؤُهُ رُؤَسَاءُ بُيُوتَاتِ آبَائِهِمْ الْبَالِغُ عَدَدُهُمْ مِئَتَيْنِ وَاثْنَيْنِ وَأَرْبَعِينَ. وَعَمْشِسَايُ بْنُ عَزَرْئِيلَ بْنِ أَخْزَايَ بْنِ مَشْلِيمُوثَ بْنِ إِمِّيرَ،١٣
14 १४ इनके एक सौ अट्ठाईस शूरवीर भाई थे और इनका प्रधान हग्गदोलीम का पुत्र जब्दीएल था।
وَأَقْرِبَاؤُهُمْ مِنْ ذَوِي الْبَأْسِ وَقَدْ بَلَغَ عَدَدُهُمْ مِئَةً وَثَمَانِيَةً وَعِشْرِينَ. وَكَانَ الْوَكِيلُ عَلَيْهِمْ زَبْدِيئِيلَ بْنَ هَجْدُولِيمَ.١٤
15 १५ फिर लेवियों में से शमायाह जो हश्शूब का पुत्र था, यह अज्रीकाम का पुत्र, यह हशब्याह का पुत्र, यह बुन्नी का पुत्र था।
وَمِنَ اللّاوِيِّينَ: شَمَعْيَا بْنُ حَشُوبَ بْنِ عَزْرِيقَامَ بْنِ حَشَبْيَا بْنِ بُونِّي،١٥
16 १६ शब्बतै और योजाबाद मुख्य लेवियों में से परमेश्वर के भवन के बाहरी काम पर ठहरे थे।
وَشَبْتَايُ وَيُوزَابَادُ مِنْ رُؤَسَاءِ اللّاوِيِّينَ، وَكَانَا يُشْرِفَانِ عَلَى صِيَانَةِ الْقِسْمِ الْخَارِجِيِّ مِنْ هَيْكَلِ اللهِ.١٦
17 १७ मत्तन्याह जो मीका का पुत्र और जब्दी का पोता, और आसाप का परपोता था; वह प्रार्थना में धन्यवाद करनेवालों का मुखिया था, और बकबुक्याह अपने भाइयों में दूसरा पद रखता था; और अब्दा जो शम्मू का पुत्र, और गालाल का पोता, और यदूतून का परपोता था।
وَمَتَّنْيَا بْنُ مِيخَا بْنِ زَبْدِي بْنِ آسَافَ قَائِدُ فِرْقَةِ التَّسْبِيحِ، وَالْبَادِئُ بِالتَّرَنُّمِ بِالْحَمْدِ عِنْدَ الصَّلاةِ، وَبَقْبُقْيَا الَّذِي يَحْتَلُّ الْمَرْتَبَةَ الثَّانِيَةَ بَيْنَ أَقْرِبَائِهِ اللّاوِيِّينَ، وَعَبْدَا بْنُ شَمُّوعَ بْنِ جَلالَ بْنِ يَدُوثُونَ.١٧
18 १८ जो लेवीय पवित्र नगर में रहते थे, वह सब मिलाकर दो सौ चौरासी थे।
فَكَانَتْ جُمْلَةُ اللّاوِيِّينَ الْمُقِيمِينَ فِي الْمَدِينَةِ الْمُقَدَّسَةِ مِئَتَيْنِ وَثَمَانِيَةً وَأَرْبَعِينَ.١٨
19 १९ अक्कूब और तल्मोन नामक द्वारपाल और उनके भाई जो फाटकों के रखवाले थे, एक सौ बहत्तर थे।
أَمَّا حُرَّاسُ أَبْوَابِ الْهَيْكَلِ فَهُمْ: عَقُّوبُ وَطَلْمُونُ وَأَقْرِبَاؤُهُمَا وَجُمْلَتُهُمْ مِئَةٌ وَاثْنَانِ وَسَبْعُونَ.١٩
20 २० शेष इस्राएली याजक और लेवीय, यहूदा के सब नगरों में अपने-अपने भाग पर रहते थे।
وَسَكَنَ سَائِرُ الإِسْرَائِيلِيِّينَ وَالْكَهَنَةِ وَاللّاوِيِّينَ فِي بَقِيَّةِ مُدُنِ يَهُوذَا، كُلُّ وَاحِدٍ فِي مِيرَاثِهِ.٢٠
21 २१ नतीन लोग ओपेल में रहते; और नतिनों के ऊपर सीहा, और गिश्पा ठहराए गए थे।
أَمَّا خُدَّامُ الْهَيْكَلِ فَأَقَامُوا فِي الأَكَمَةِ بِإِشْرَافِ صِيحَا وَجِشْفَا.٢١
22 २२ जो लेवीय यरूशलेम में रहकर परमेश्वर के भवन के काम में लगे रहते थे, उनका मुखिया आसाप के वंश के गवैयों में का उज्जी था, जो बानी का पुत्र था, यह हशब्याह का पुत्र, यह मत्तन्याह का पुत्र और यह हशब्याह का पुत्र था।
وَكَانَ عُزِّي بْنُ بَانِيَ بْنِ حَشَبْيَا بْنِ مَتَّنْيَا بْنِ مِيخَا مِنْ أَبْنَاءِ آسَافَ الْمُرَتِّلِينَ مَسْؤولاً عَنِ اللّاوِيِّينَ السَّاكِنِينَ فِي أُورُشَلِيمَ الْقَائِمِينَ بِعَمَلِ هَيْكَلِ اللهِ،٢٢
23 २३ क्योंकि उनके विषय राजा की आज्ञा थी, और गवैयों के प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार ठीक प्रबन्ध था।
إِذْ كَانَ الْمَلِكُ قَدْ أَصْدَرَ أَمْراً بِشَأْنِهِمْ، فِيهِ يَتَقَرَّرُ عَمَلُ الْمُرَتِّلِينَ كُلَّ يَوْمٍ بِيَوْمِهِ.٢٣
24 २४ प्रजा के सब काम के लिये मशेजबेल का पुत्र पतह्याह जो यहूदा के पुत्र जेरह के वंश में था, वह राजा के पास रहता था।
كَمَا كَانَ فَتَحْيَا بْنُ مَشِيزَبْئِيلَ مِنْ بَنِي زَارَحَ بْنِ يَهُوذَا وَكِيلاً لِلْمَلِكِ لِيَفُضَّ كُلَّ أُمُورِ الشَّعْبِ.٢٤
25 २५ बच गए गाँव और उनके खेत, सो कुछ यहूदी किर्यतअर्बा, और उनके गाँव में, कुछ दीबोन, और उसके गाँवों में, कुछ यकब्सेल और उसके गाँवों में रहते थे।
وَسَكَنَ فِي الضِّيَاعِ وَحُقُولِهَا بَعْضُ أَبْنَاءِ يَهُوذَا فَأَقَامُوا فِي قَرْيَةِ أَرْبَعَ وَضِيَاعِهَا وَدِيبُونَ وَضِيَاعِهَا وَيَقَبْصَئِيلَ وَضِيَاعِهَا،٢٥
26 २६ फिर येशुअ, मोलादा, बेत्पेलेत;
وَفِي يَشُوعَ وَمُولادَةَ وَبَيْتِ فَالَطَ،٢٦
27 २७ हसर्शूआल, और बेर्शेबा और उसके गाँवों में;
وَفِي حَصَرَ شُوعَالَ وَبِئْرِ سَبْعٍ وَضِيَاعِهَا،٢٧
28 २८ और सिकलग और मकोना और उनके गाँवों में;
وَفِي صِقْلَغَ وَمَكُونَةَ وَضِيَاعِهَا،٢٨
29 २९ एन्निम्मोन, सोरा, यर्मूत,
وَفِي عَيْنِ رِمُّونَ وَصَرْعَةَ وَيِرْمُوثَ،٢٩
30 ३० जानोह और अदुल्लाम और उनके गाँवों में, लाकीश, और उसके खेतों में, अजेका और उसके गाँवों में वे बेर्शेबा से ले हिन्नोम की तराई तक डेरे डाले हुए रहते थे।
وَزَانُوحَ وَعَدُلّامَ وَضِيَاعِهَا، وَلَخِيشَ وَحُقُولِهَا، وَعَزِيقَةَ وَضِيَاعِهَا. وَهَكَذَا اسْتَوْطَنُوا مِنْ بِئْرِ سَبْعٍ إِلَى وَادِي هِنُّومَ.٣٠
31 ३१ बिन्यामीनी गेबा से लेकर मिकमाश, अय्या और बेतेल और उसके गाँवों में;
وَسَكَنَ بَنُو بِنْيَامِينَ مِنْ جَبَعَ إِلَى مِخْمَاسَ وَعَيَّا وَبَيْتِ إِيلَ وَضِيَاعِهَا،٣١
32 ३२ अनातोत, नोब, अनन्याह,
وَعَنَاثُوثَ وَنُوبَ وَعَنَنْيَةَ،٣٢
33 ३३ हासोर, रामाह, गित्तैम,
وَحَاصُورَ وَرَامَةَ وَجِتَّايِمَ،٣٣
34 ३४ हादीद, सबोईम, नबल्लत,
وَحَادِيدَ وَصَبُوعِيمَ وَنَبَلّاطَ،٣٤
35 ३५ लोद, ओनो और कारीगरों की तराई तक रहते थे।
وَلُودٍ وَأُونُوَ فِي وَادِي الصُّنَّاعِ.٣٥
36 ३६ यहूदा के कुछ लेवियों के दल बिन्यामीन के प्रान्तों में बस गए।
وَانْتَقَلَ بَعْضُ اللّاوِيِّينَ الَّذِينَ كَانُوا يَسْكُنُونَ فِي يَهُوذَا لِيَسْكُنُوا فِي أَرْضِ سِبْطِ بِنْيَامِينَ.٣٦

< नहेमायाह 11 >