< लूका 5 >

1 जब भीड़ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेश्वर का वचन सुनती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ।
ଗଟ୍‌ ଦିନ୍ ଜିସୁ ଗିନେସ୍‌ରଃତ୍‌ ସଃମ୍‌ନ୍ଦ୍ କଃଣ୍ଡାୟ୍‌ ଟିଆ ଅୟ୍‌ରିଲା, ସଃଡେବଃଳ୍‌ ଲକ୍‌ମଃନ୍ଦାମଃନ୍‌ ତାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଇସ୍ୱରାର୍‌ କଃତା ସୁଣୁକ୍‌ ତାର୍‌ ଉହ୍ରେ ମାଡାମାଡି ଅଃଉତି ରିଲାୟ୍‌;
2 कि उसने झील के किनारे दो नावें लगी हुई देखीं, और मछुए उन पर से उतरकर जाल धो रहे थे।
ଆର୍‌ ସେ ସଃମ୍‌ନ୍ଦ୍ କଃଣ୍ଡାୟ୍‌ ଜଳେକ୍‌ ଡଙ୍ଗା ରିଲାର୍‌ ଦଃକ୍‌ଲା; ମାଚୁଆମଃନ୍‌ ସେତିହୁଣି ଉତ୍ରି ଜାଲ୍‌ ଦଃଉତି ରିଲାୟ୍‌ ।
3 उन नावों में से एक पर, जो शमौन की थी, चढ़कर, उसने उससे विनती की, कि किनारे से थोड़ा हटा ले चले, तब वह बैठकर लोगों को नाव पर से उपदेश देने लगा।
ସେତିର୍‌ ଡଙ୍ଗାମଃନାର୍‌ ବିତ୍ରେ ଜୁୟ୍‌ ଡଙ୍ଗା ସିମନାର୍‌ ରିଲି, ସେତି ଜିସୁ ଚଃଗ୍‌ଲା ଆର୍‌ କଃଣ୍ଡାୟ୍‌ ହୁଣି କଃଣ୍ଡେକ୍‌ ଦୁରିକ୍‌ ଜଃଉଁକେ ଗଃଉଆରି କଃଲାୟ୍‌; ଆର୍‌ ସେ ଡଙ୍ଗାୟ୍‌ହୁଣି ଲକ୍‌ମଃନ୍ଦାମଃନ୍‌କେ ସିକ୍ୟା ଦେଉଁକେ ଦଃର୍ଲା ।
4 जब वह बातें कर चुका, तो शमौन से कहा, “गहरे में ले चल, और मछलियाँ पकड़ने के लिये अपने जाल डालो।”
ଜିସୁ କଃତା ସଃରାୟ୍‌କଃରି ସିମନ୍‌କ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ଡେଙ୍ଗ୍ ହାଣି ଲଃଗେ ଜାୟ୍‌ ମାଚ୍ ଦଃରୁକ୍‌ ତୁମାର୍‌ ଜାଲ୍‌ ହଃକାଉଆ ।”
5 शमौन ने उसको उत्तर दिया, “हे स्वामी, हमने सारी रात मेहनत की और कुछ न पकड़ा; तो भी तेरे कहने से जाल डालूँगा।”
ଆର୍‌ ହଃଚେ ସିମନ୍ ଉତୁର୍‌ ଦିଲା, “ଏ ଗୁରୁ, ଅଃମିମଃନ୍‌ ରାତିସଃରା କଃସ୍ଟ୍‌କଃରି କାୟ୍‌ରି ହେଁ ନଃଦେରୁ; ମଃତର୍‌ ତର୍‌ କଃତା ମାନି କଃରି ମୁଁୟ୍‌ ଜାଲ୍‌ ହଃକାୟ୍‌ନ୍ଦ୍ ।”
6 जब उन्होंने ऐसा किया, तो बहुत मछलियाँ घेर लाए, और उनके जाल फटने लगे।
ଆର୍‌ ସେମଃନ୍ ଜାଲ୍‌ ହଃକାୟ୍‌କଃରି ଗାଦେକ୍‌ ମାଚ୍ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, ଆରେକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ଜାଲ୍‌ ଚିଡୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲି ।
7 इस पर उन्होंने अपने साथियों को जो दूसरी नाव पर थे, संकेत किया, कि आकर हमारी सहायता करो: और उन्होंने आकर, दोनों नाव यहाँ तक भर लीं कि वे डूबने लगीं।
ସେତାର୍‌ଗିନେ ସେମଃନାର୍‌ ଜୁୟ୍‌ ସଃଙ୍ଗୁଆଳିମଃନ୍‌ ବିନ୍ ଡଙ୍ଗାୟ୍‌ ରିଲାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ ଜଃନ୍‌କଃରି ଆସିକଃରି ଉହ୍‌କାର୍‌ କଃର୍ତି, ସେତାର୍‌ ଗିନେ ସେମଃନ୍ ସେମଃନ୍‌କେ ଆତ୍‌ ମାରି କୁଦ୍‌ଲାୟ୍‌ । ତଃବେ ସେମଃନ୍ ଆସି ଜଳେକ୍‌ ଡଙ୍ଗା ଇବାନ୍ୟା ମାଚ୍ ବଃର୍ତି କଃଲାକ୍‌ ତାକାର୍‌ ଡଙ୍ଗାମଃନ୍‌ ବୁଡୁକ୍‌ ଦଃର୍ଲି ।
8 यह देखकर शमौन पतरस यीशु के पाँवों पर गिरा, और कहा, “हे प्रभु, मेरे पास से जा, क्योंकि मैं पापी मनुष्य हूँ!”
ମଃତର୍‌ ସିମନ୍ ପିତର୍‌ ଇ ସଃବୁ ଦଃକି ଜିସୁର୍‌ ହାଦ୍‌ ତଃଳେ ହଃଳି କୟ୍‌ଲା, “ଏ ମାପ୍ରୁ, ମର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଦୁରିକ୍‌ ଜାଆ, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ମୁଁୟ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ହାହି ମାନାୟ୍‌ ।”
9 क्योंकि इतनी मछलियों के पकड़े जाने से उसे और उसके साथियों को बहुत अचम्भा हुआ;
କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସେମଃନ୍ ଅଃତେକ୍‌ ମାଚ୍ ଦଃରି ରିଲାୟ୍‌ ଜେ, ସେରି ଦଃକି ସିମନ୍ ଆର୍‌ ତାର୍‌ ସଃଙ୍ଗୁଆଳିମଃନ୍‌ କାବା ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
10 १० और वैसे ही जब्दी के पुत्र याकूब और यूहन्ना को भी, जो शमौन के सहभागी थे, अचम्भा हुआ तब यीशु ने शमौन से कहा, “मत डर, अब से तू मनुष्यों को जीविता पकड़ा करेगा।”
ଆରେକ୍‌ ଜେବଦିର୍‌ ଜଳେକ୍‌ ହୟ୍‌ସି ଜାକୁବକ୍‌ ଆର୍‌ ଜହନ୍‌, ଜୁୟ୍‌ମଃନ୍‌ କି ସିମନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ରିଲାୟ୍‌, ସେମଃନ୍ ହେଁ ସେରଃକମ୍‌ କାବା ଅୟ୍‌ଲାୟ୍‌ । ଆରେକ୍‌ ଜିସୁ ସିମନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ଡିର୍ନାୟ୍‌, ଆଜିହୁଣି ତୁୟ୍‌ ମାନାୟ୍‌ମଃନ୍‌କେ ଦଃର୍ସି ।”
11 ११ और वे नावों को किनारे पर ले आए और सब कुछ छोड़कर उसके पीछे हो लिए।
ସେତାର୍‌ ହଃଚେ ସେମଃନ୍ ଡଙ୍ଗାମଃନ୍‌ କଃଣ୍ଡାୟ୍‌ ଆଣି ସଃବୁ ଚାଡି କଃରି ଜିସୁର୍‌ ହଃଚେ ଗଃଲାୟ୍‌ ।
12 १२ जब वह किसी नगर में था, तो वहाँ कोढ़ से भरा हुआ एक मनुष्य आया, और वह यीशु को देखकर मुँह के बल गिरा, और विनती की, “हे प्रभु यदि तू चाहे तो मुझे शुद्ध कर सकता है।”
ଗଟ୍‌ତର୍‌ ଜିସୁ ଗଟ୍‌ ଗଃଳେ ରିଲା ବଃଳ୍‌, ଦଃକା, ସେତି ଗଟେକ୍‌ ବଃଡ୍‌ ରଗି ରିଲା; ସେ ଜିସୁକେ ଦଃକି ମୁଣ୍ଡିଆ ମାରିକଃରି କାନିକଃର୍ମ୍‌ ଅୟ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ଏ ମାପ୍ରୁ, ତୁୟ୍‌ ଜଦି ମଃନ୍‌ କଃର୍ସି, ତଃବେ ମକ୍‌ ଉଜ୍‌ କଃରୁ ହାର୍ସି ।”
13 १३ उसने हाथ बढ़ाकर उसे छुआ और कहा, “मैं चाहता हूँ, तू शुद्ध हो जा।” और उसका कोढ़ तुरन्त जाता रहा।
ସେତାର୍‌ ଗିନେ ଜିସୁ ଆତ୍‌ ଲାମାୟ୍‌ ତାକ୍‌ ଚୁୟ୍‌କଃରି କୟ୍‌ଲା, “ମୁଁୟ୍‌ ମଃନ୍‌ କଃରୁଲେ, ତୁୟ୍‌ ଉଜ୍‌ ଅଃଉ ।” ସେଦାହ୍ରେ ବଃଡ୍‌ ରଗ୍ ତାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ଦୁର୍‌ ଅୟ୍‌ଲି ।
14 १४ तब उसने उसे चिताया, “किसी से न कह, परन्तु जा के अपने आपको याजक को दिखा, और अपने शुद्ध होने के विषय में जो कुछ मूसा ने चढ़ावा ठहराया है उसे चढ़ा कि उन पर गवाही हो।”
ଆର୍‌ ଜିସୁ ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “କାକେ ହେଁ କଃଉ ନାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ସଃଳ୍‌କେ ଜାଜକ୍‌ ଲଃଗେ ଜାଆ, ଆର୍‌ ସେ ତକେ ପରିକ୍ୟା କଃରି ଦଃକ, ତାର୍‌ହଃଚେ ତୁୟ୍‌ ନିର୍ମୁଳ୍‌ ଅୟ୍‌ ଆଚ୍‌ସି ବଃଲି ବିନ୍ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ ସାକି ଦେଉଁକ୍‌ ମସାର୍‌ ବିଦି ହଃର୍କାରେ ଦାନ୍‌ ଦେସ୍‌ ।”
15 १५ परन्तु उसकी चर्चा और भी फैलती गई, और बड़ी भीड़ उसकी सुनने के लिये और अपनी बीमारियों से चंगे होने के लिये इकट्ठी हुई।
ମଃତର୍‌ ଜିସୁର୍‌ କଃତା ଆରେକ୍‌ ଅଃଦିକ୍‌ ଉର୍ଜି ଅୟ୍‌ଲି, ଆରେକ୍‌ ଅଲେକାର୍‌ ଲକ୍‌ ତାର୍‌ ସିକ୍ୟା ସୁଣୁକ୍‌ ଆର୍‌ ନିଜାର୍‌ ନିଜାର୍‌ ରଗେ ହୁଣି ଉଜ୍‌ ଅଃଉଁକେ ତାର୍‌ ହାକ୍‌ ଆୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
16 १६ परन्तु वह निर्जन स्थानों में अलग जाकर प्रार्थना किया करता था।
ମଃତର୍‌ ସେ ଲକ୍‌ବାକ୍‌ ନୟ୍‌ଲା ସିଣିନ୍ଦ୍ ଜଃଗାୟ୍‌ମଃନ୍‌ ରଃୟ୍‌ ପାର୍ତ୍‌ନା କଃର୍ତିରିଲା ।
17 १७ और एक दिन ऐसा हुआ कि वह उपदेश दे रहा था, और फरीसी और व्यवस्थापक वहाँ बैठे हुए थे, जो गलील और यहूदिया के हर एक गाँव से, और यरूशलेम से आए थे; और चंगा करने के लिये प्रभु की सामर्थ्य उसके साथ थी।
ଗଟ୍‌ଦିନ୍‌ ଜିସୁ ସିକ୍ୟା ଦେତିରିଲା, ଆର୍‌ ଗାଲିଲିର୍‌ ସଃବୁ ଗାଉଁ, ଆରେକ୍‌ ଜିଉଦା ରାଜି ଆର୍‌ ଜିରୁସାଲମେ ହୁଣି ଆସିରିଲା ପାରୁସି ଆର୍‌ ଦଃର୍ମ୍‌ ଗୁରୁମଃନ୍‌ ଲଃଗେ ବଃସି ରିଲାୟ୍‌ । ଆର୍‌ ଜିସୁ ଜଃନ୍‌କଃରି ରଗ୍ ଉଜ୍‌ କଃରେଦ୍‌, ଇତାର୍‌ ଗିନେ ମାପ୍ରୁର୍‌ ସଃକ୍ତି ସେତି ଆୟ୍‌ଲି ।
18 १८ और देखो कई लोग एक मनुष्य को जो लकवे का रोगी था, खाट पर लाए, और वे उसे भीतर ले जाने और यीशु के सामने रखने का उपाय ढूँढ़ रहे थे।
ଆରେକ୍‌ ଦଃକା, କଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଏକ୍‌ଅଃଙ୍ଗି ରଗିକେ କଃଟେ ବୟ୍‌ଆଣି ତାକ୍‌ ବିତ୍ରେ ନେଉଁକେ ଆର୍‌ ଜିସୁର୍‌ ମୁଏଁ ସଃଙ୍ଗାଉଁକ୍‌ ଉପାୟ୍‌ କଃର୍ତି ରିଲାୟ୍‌ ।
19 १९ और जब भीड़ के कारण उसे भीतर न ले जा सके तो उन्होंने छत पर चढ़कर और खपरैल हटाकर, उसे खाट समेत बीच में यीशु के सामने उतार दिया।
ମଃତର୍‌ ଲକ୍‌ ମଃନ୍ଦାର୍‌ ଗିନେ ତାକ୍‌ ବିତ୍ରେ ନେଉଁକେ ବାଟ ନଃମିଳ୍‌ଲାକ୍‌ ସେମଃନ୍ ଗଃରାର୍‌ ଚାନି ଉହ୍ରେ ଜାୟ୍‌, ଚାନି କାଣା କଃରି କଃଟ୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ତାକ୍‌ ମଃଜାୟ୍‌ ଜିସୁର୍‌ ଲଃଗେ ଉତ୍ରାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
20 २० उसने उनका विश्वास देखकर उससे कहा, “हे मनुष्य, तेरे पाप क्षमा हुए।”
ଜିସୁ ସେମଃନାର୍‌ ବିସ୍ୱାସ୍‌ ଦଃକି କୟ୍‌ଲା, “ଏ ବାୟ୍‌, ତର୍‌ ହାହ୍‌ ସଃବୁ କେମା କଃରାଅୟ୍‌ ଆଚେ ।”
21 २१ तब शास्त्री और फरीसी विवाद करने लगे, “यह कौन है, जो परमेश्वर की निन्दा करता है? परमेश्वर को छोड़ कौन पापों की क्षमा कर सकता है?”
ସେତାର୍‌ ଗିନେ ଦଃର୍ମ୍‌ଗୁରୁ ଆର୍‌ ପାରୁସିମଃନ୍ ନିଜାର୍‌ ନିଜାର୍‌ ବିତ୍ରେ କଃତାବାର୍ତା ଅୟ୍‌ ଇବାନ୍ୟା ବଃଲି କଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, “ଇ ମାନାୟ୍‌ ତ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଲିନ୍ଦା କଃରୁଲା, ଇ ମାନାୟ୍‌ କେ? ଅଃବ୍‌କା ମାପ୍ରୁକ୍‌ ଚାଡି ଆର୍‌ କେ ହାହ୍‌ କେମା କଃରୁହାରେ?”
22 २२ यीशु ने उनके मन की बातें जानकर, उनसे कहा, “तुम अपने मनों में क्या विवाद कर रहे हो?
ମଃତର୍‌ ଜିସୁ ସେମଃନାର୍‌ କଃତାବାର୍ତା ବୁଜିକଃରି ସେମଃନ୍‌କେ ଉତୁର୍‌ ଦିଲା, “ତୁମିମଃନ୍ ନିଜାର୍‌ ନିଜାର୍‌ ମଃନ୍‌ ବିତ୍ରେ କାୟ୍‌ରି କଃତାବାର୍ତା ଅଃଉଁଲାସ୍‌?
23 २३ सहज क्या है? क्या यह कहना, कि ‘तेरे पाप क्षमा हुए,’ या यह कहना कि ‘उठ और चल फिर?’
କାୟ୍‌ରି ଉପାସ୍‌? ତର୍‌ ହାହ୍‌ ସଃବୁ କେମା କଃରା ଅୟ୍‌ଲି ବଃଲି କଃଉତାର୍‌, କି ଉଟ୍‌ ଇଣ୍ଡି ଜାଆ ବଃଲି କଃଉତାର୍‌?
24 २४ परन्तु इसलिए कि तुम जानो कि मनुष्य के पुत्र को पृथ्वी पर पाप क्षमा करने का भी अधिकार है।” उसने उस लकवे के रोगी से कहा, “मैं तुझ से कहता हूँ, उठ और अपनी खाट उठाकर अपने घर चला जा।”
ମଃତର୍‌ ହୁର୍ତିବିଏ ହାହ୍‌ କେମା କଃରୁକେ ନଃରାର୍‌ ହୟ୍‌ସିର୍‌ ଜେ ଅଃଦିକାର୍‌ ଆଚେ,” ଇରି ଜଃନ୍‌କଃରି ତୁମିମଃନ୍ ଜାଣୁ ହାରାସ୍‌, ଇତାର୍‌ ଗିନେ ଜିସୁ ଏକ୍‌ଅଃଙ୍ଗି ରଗିକ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ମୁଁୟ୍‌ ତକେ କଃଉଁଲେ, ଉଟ୍‌ ଆର୍‌ ନିଜାର୍‌ କଃଟ୍‌ ଦଃରି ନିଜାର୍‌ ଗଃରେ ଜାଆ ।”
25 २५ वह तुरन्त उनके सामने उठा, और जिस पर वह पड़ा था उसे उठाकर, परमेश्वर की बड़ाई करता हुआ अपने घर चला गया।
ସେତାର୍‌ ହଃଚେ ସେ ସେଦାହ୍ରେ ସେମଃନାର୍‌ ମୁଏଁ ଉଟି, ଜୁୟ୍‌ କଃଟ୍‌ ଉହ୍ରେ ସେ ସୟ୍‌ରିଲା, ସେରି ଦଃରି ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଗୁଣ୍‌ଗାୟ୍‌କଃରି ନିଜାର୍‌ ଗଃରେ ଗଃଲା ।
26 २६ तब सब चकित हुए और परमेश्वर की बड़ाई करने लगे, और बहुत डरकर कहने लगे, “आज हमने अनोखी बातें देखी हैं।”
ସେତାର୍‌ ଗିନେ ସଃବୁଲକ୍‌ କାବା ଅୟ୍‌ ଇସ୍ୱରାର୍‌ ଗୁଣ୍‌ କଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌ ଆର୍‌ ବେସି ଡିରିକଃରି କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଆଜି ଅଃମିମଃନ୍‌ କଃଡେକ୍‌ କାବା ଅଃଉତା କାମ୍‌ ଦଃକ୍‌ଲୁ ।”
27 २७ और इसके बाद वह बाहर गया, और लेवी नाम एक चुंगी लेनेवाले को चुंगी की चौकी पर बैठे देखा, और उससे कहा, “मेरे पीछे हो ले।”
ଆର୍‌ ହଃଚେ ଜିସୁ ବାରାୟ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଲେବି ନାଉଁଆର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ରିବ୍‌ନି ବଃଙ୍ଗ୍‌ଲାୟ୍‌ ସିସ୍ଟୁ ମାଗ୍‌ତା ଟାଣେ ବଃସିରିଲାର୍‌ ଦଃକି ତାକ୍‌ କୟ୍‌ଲା, “ମର୍‌ ହଃଚେ ହଃଚେ ଆଉ ।”
28 २८ तब वह सब कुछ छोड़कर उठा, और उसके पीछे हो लिया।
ସେତାକ୍‌ ଲେବି ସଃବୁ ଚାଡିକଃରି ଉଟ୍‌ଲା ଆର୍‌ ଜିସୁର୍‌ ହଃଚେ ହଃଚେ ଜଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲା ।
29 २९ और लेवी ने अपने घर में उसके लिये एक बड़ा भोज दिया; और चुंगी लेनेवालों की और अन्य लोगों की जो उसके साथ भोजन करने बैठे थे एक बड़ी भीड़ थी।
ଆରେକ୍‌ ଲେବି ନିଜାର୍‌ ଗଃରେ ଜିସୁର୍‌ ଗିନେ ଗଟେକ୍‌ ବଃଡ୍ ବଜି କଃଲା, ଆର୍‌ ଗାଦେକ୍‌ ରିବ୍‌ନି ଆର୍‌ ବିନ୍ ବିନ୍ ଲକ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ବଜି କାଉଁକେ ବଃସ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
30 ३० और फरीसी और उनके शास्त्री उसके चेलों से यह कहकर कुड़कुड़ाने लगे, “तुम चुंगी लेनेवालों और पापियों के साथ क्यों खाते-पीते हो?”
ସେତାର୍‌ ଗିନେ ପାରୁସିମଃନ୍ ଆର୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ଦଃଳାର୍‌ ଦଃର୍ମ୍‌ଗୁରୁମଃନ୍‌ ଜିସୁର୍‌ ଚେଲାମଃନାର୍‌ ବିରଦେ କଃତା କଃଉଁକେ ଦଃର୍ଲାୟ୍‌, “ତୁମିମଃନ୍ କାୟ୍‌ତାକ୍‌ ରିବ୍‌ନି ଆର୍‌ ହାହିମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ କାଉଆହିଉଆ କଃରୁଲାସ୍‌?”
31 ३१ यीशु ने उनको उत्तर दिया, “वैद्य भले चंगों के लिये नहीं, परन्तु बीमारों के लिये अवश्य है।
ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ ଉତୁର୍‌ ଦିଲା, “ନିକ ଲକ୍‌ମଃନାର୍‌ ଗିନେ ବୟ୍‌ଦ୍‌କାରି ଲଳା ନାୟ୍‌, ମଃତର୍‌ ରଗିମଃନାର୍‌ ଗିନେ ଲଳା ଆଚେ ।
32 ३२ मैं धर्मियों को नहीं, परन्तु पापियों को मन फिराने के लिये बुलाने आया हूँ।”
ମୁଁୟ୍‌ ଦଃର୍ମି ଲକ୍‌ମଃନ୍‌କେ କୁଦୁକେ ନାସି, ମଃତର୍‌ ମଃନ୍‌ ବାଦ୍‌ଲାୟ୍‌ ଆସ୍ତା ହାହିମଃନ୍‌କେ କୁଦୁକେ ଆସିଆଚି ।”
33 ३३ और उन्होंने उससे कहा, “यूहन्ना के चेले तो बराबर उपवास रखते और प्रार्थना किया करते हैं, और वैसे ही फरीसियों के भी, परन्तु तेरे चेले तो खाते-पीते हैं।”
କଃତେକ୍‌ ଲକ୍‌ ଜିସୁକେ କୟ୍‌ଲାୟ୍‌, “ଜହନ୍‌ ଆର୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ ତର୍‌କେ ତର୍‌ ଉହାସ୍‌ ଆର୍‌ ପାର୍ତନା କଃର୍ତି, ପାରୁସିମଃନାର୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ ହେଁ ସେବାନ୍ୟା କଃର୍ତି, ମଃତର୍‌ ତର୍‌ ଚେଲାମଃନ୍ କାଉଆ ହିଉଆ କଃର୍ତି ।”
34 ३४ यीशु ने उनसे कहा, “क्या तुम बारातियों से जब तक दूल्हा उनके साथ रहे, उपवास करवा सकते हो?
ସେତାକ୍‌ ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ କୟ୍‌ଲା, “ବଃର ଗଚ୍ୟାମଃନାର୍‌ ସଃଙ୍ଗ୍ ବଃର ବିବା ଗଃରେ ରେତା ବଃଳ୍‌ ତୁମିମଃନ୍ କାୟ୍‌ ସେମଃନ୍‌କେ ଉହାସ୍‌ କଃରାଉଁ ହାରାସ୍‌? କଃବେ ହେଁ ନାୟ୍‌!
35 ३५ परन्तु वे दिन आएँगे, जिनमें दूल्हा उनसे अलग किया जाएगा, तब वे उन दिनों में उपवास करेंगे।”
ମଃତର୍‌ ବେଳ୍‌ ଆସେଦ୍‌, ଜଃଡେବଃଳ୍‌ ସେମଃନାର୍‌ ତଃୟ୍‌ହୁଣି ବଃରକେ ଅଃଲ୍‌ଗା କଃରା ଅୟ୍‌ଦ୍‌, ସଃଡେବଃଳ୍‌ ସେମଃନ୍ ଉହାସ୍‌ କଃର୍ତି ।”
36 ३६ उसने एक और दृष्टान्त भी उनसे कहा: “कोई मनुष्य नये वस्त्र में से फाड़कर पुराने वस्त्र में पैबन्द नहीं लगाता, नहीं तो नया फट जाएगा और वह पैबन्द पुराने में मेल भी नहीं खाएगा।
ଆରେକ୍‌ ଜିସୁ ସେମଃନ୍‌କେ ଗଟେକ୍‌ କଃତାନି କୟ୍‌ଲା, “କେହେଁ ନଃଉଆଁ ହଃଚ୍ୟାର୍‌ ହାଟ୍‌ଳି କଃଣ୍ଡେକ୍‌ ଚିରି ହଃର୍ନା ହଃଚ୍ୟାୟ୍‌ ନଃମିସାୟ୍‌; ମିସାୟ୍‌ଲେକ୍‌ ସେ ନଃଉଆଁ ହାଟ୍‌ଳି ହଃର୍ନା ହାଟ୍‌ଳିକ୍‌ ଅଃଦିକ୍‌ ଚିରେଦ୍‌, ଆରେକ୍‌ ନଃଉଆଁ ହଃଚ୍ୟାର୍‌ କଃଣ୍ଡେକ୍‌ ହାଟ୍‌ଳି ହେଁ ହଃର୍ନା ସଃଙ୍ଗ୍ ନଃମିସେ ।
37 ३७ और कोई नया दाखरस पुरानी मशकों में नहीं भरता, नहीं तो नया दाखरस मशकों को फाड़कर बह जाएगा, और मशकें भी नाश हो जाएँगी।
ଆର୍‌ କେହେଁ ନଃଉଆଁ ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରଃସ୍‌ ହଃର୍ନା ଚାମ୍‌ ମଣାୟ୍‌ ନଃସେଙ୍ଗାୟ୍‌; ସଃଙ୍ଗାୟ୍‌ଲେକ୍‌ ନଃଉଆଁ ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରଃସ୍‌ ଚାମ୍‌ ମଣାକେ ହଃଟାୟ୍‌ ଗଃସ୍ରି ଜାୟ୍‌ଦ୍‌, ଆର୍‌ ଚାମ୍‌ମଣା ନଃସ୍ଟ୍‌ ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ।
38 ३८ परन्तु नया दाखरस नई मशकों में भरना चाहिये।
ମଃତର୍‌ ନଃଉଆଁ ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରଃସ୍‌ ନଃଉଆଁ ଚାମ୍‌ ମଣାୟ୍‌ ସଃଙ୍ଗାଉଁ ଅୟ୍‌ଦ୍‌ ।
39 ३९ कोई मनुष्य पुराना दाखरस पीकर नया नहीं चाहता क्योंकि वह कहता है, कि पुराना ही अच्छा है।”
ଆର୍‌, କେ ହେଁ ହଃର୍ନା ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରଃସ୍‌ କାୟ୍‌କଃରି ନଃଉଆଁ ଅଙ୍ଗୁର୍‌ ରଃସ୍‌ କାଉଁକେ ମଃନ୍ ନଃକେରେ, କାୟ୍‌ତାକ୍‌ବଃଲେକ୍‌ ସେ କୟ୍‌ଦ୍‌, ହଃର୍ନାରି ତ ବେସି ନିକ ।”

< लूका 5 >