< लूका 10 >

1 और इन बातों के बाद प्रभु ने सत्तर और मनुष्य नियुक्त किए और जिस-जिस नगर और जगह को वह आप जाने पर था, वहाँ उन्हें दो-दो करके अपने आगे भेजा।
ତାର୍‌ପଚେ ମାପ୍‌ରୁ ଆରି ସତୁରିଦୁଇ ଲକ୍‌କେ ମିସାଇଲା ଆରି ସେ ଜନ୍‌ ଜନ୍‌ ଜାଗାଇ ଆରି ଜନ୍‌ ଜନ୍‌ ନଅରେ ଜିବାକେ ମନ୍‌ କରିରଇଲା, ସେ ଜାଗାମନ୍‌କେ ଦୁଇ ଦୁଇ ଲକ୍‍କରି, ସେ ଜିବା ଆଗ୍‌ତୁ ପାଟାଇଲା ।
2 और उसने उनसे कहा, “पके खेत बहुत हैं; परन्तु मजदूर थोड़े हैं इसलिए खेत के स्वामी से विनती करो, कि वह अपने खेत काटने को मजदूर भेज दे।
ଆରି ଜିସୁ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା, ଜମିତେଇ ପସଲ୍‌ ସିନା ଅଦିକ୍‌, ମାତର୍‌ କାମ୍‌କରୁମନ୍‌ ଉନା । ତେବର୍‌ପାଇ ତାର୍‌ ଚାସ୍‌କେତେ, ଅଦିକ୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ ପାଟାଇ ଦେବାକେ ଜମି ସାଉକାର୍‌ଟାନେ ଜାନାଆ ।
3 जाओ; देखों मैं तुम्हें भेड़ों के समान भेड़ियों के बीच में भेजता हूँ।
ତମେ ଜାଆ । ଦେକା, ବାଲିଆଡୁର୍‌କାମନର୍‌ ବିତ୍‌ରେ ମେଣ୍ଡାମନ୍‌କେ ପାଟାଇଲା ପାରା ମୁଇ ତମ୍‌କେ ପାଟାଇଲିନି ।
4 इसलिए न बटुआ, न झोली, न जूते लो; और न मार्ग में किसी को नमस्कार करो।
ତାଲା, ମୁନା କି ପାଣ୍ଡଇ ମିସା ନିଆନାଇ, ଆରି ବାଟେ କାକେ ଜୁଆର୍‌ କରାନାଇ ।
5 जिस किसी घर में जाओ, पहले कहो, ‘इस घर पर कल्याण हो।’
ଜାର୍‌ ଗରେ ତମେ କେଟ୍‌ଲେ, ପର୍‌ତୁମ୍‌ କରା, ଏ ଗରେ ସାନ୍ତି ମିଲ ।
6 यदि वहाँ कोई कल्याण के योग्य होगा; तो तुम्हारा कल्याण उस पर ठहरेगा, नहीं तो तुम्हारे पास लौट आएगा।
ଜଦି ସେ ଜାଗାଇ ଗଟେକ୍‌ ସାନ୍ତିର୍‍ ଲକ୍‌ ରଇସି, ସେନ୍ତାର୍‌ଆଲେ ତମର୍‌ ଆସିର୍‌ବାଦ୍‌ ତାକେ ମିଲ୍‌ସି ।
7 उसी घर में रहो, और जो कुछ उनसे मिले, वही खाओ-पीओ, क्योंकि मजदूर को अपनी मजदूरी मिलनी चाहिए; घर-घर न फिरना।
ତାକର୍‌ଲଗେ ଜନ୍‌ଟା ରଇସି, ସେଟା କାଇକରି, ସେ ଗରେ ରୁଆ । କାଇକେବଇଲେ, ପାଇଟିକରୁ ନିଜର୍‌ ବୁତି ପାଇବାଇଆକା । ଗର୍‌ ଗର୍‌କେ ଜାଆନାଇ ।
8 और जिस नगर में जाओ, और वहाँ के लोग तुम्हें उतारें, तो जो कुछ तुम्हारे सामने रखा जाए वही खाओ।
ଜନ୍‌ ନଅରେ ତମେ କେଟ୍‌ଲେ, ଆରି ଲକ୍‌ମନ୍‌ ତମ୍‌କେ ଡାକିନେଲେ, ତେଇ ତମ୍‌କେ ଜନ୍‌ଟା କାଇବାକେ ଦେଲେ ସେଟା କାଆ ।
9 वहाँ के बीमारों को चंगा करो: और उनसे कहो, ‘परमेश्वर का राज्य तुम्हारे निकट आ पहुँचा है।’
ସେ ଜାଗାଇ ଜର୍‌ ଦୁକା ଅଇରଇଲା ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ ନିକ କରା, ଆରି ସେମନ୍‌କେ କୁଆ ପର୍‌ମେସରର୍‌ ରାଇଜ୍‌ ତମର୍‌ଲଗେ ସେ ।
10 १० परन्तु जिस नगर में जाओ, और वहाँ के लोग तुम्हें ग्रहण न करें, तो उसके बाजारों में जाकर कहो,
୧୦ମାତର୍‌ ଜନ୍‌ ନଅରେ ତମେ କେଟ୍‌ସା, ତେଇର୍‌ ଲକ୍‌ ତମ୍‌କେ ନ ଡାକିନେଲେ, ସେ ଡାଣ୍ଡେଅନି, ସେ ସାଇ ଅନି ବାରଇ କୁଆ,
11 ११ ‘तुम्हारे नगर की धूल भी, जो हमारे पाँवों में लगी है, हम तुम्हारे सामने झाड़ देते हैं, फिर भी यह जान लो, कि परमेश्वर का राज्य तुम्हारे निकट आ पहुँचा है।’
୧୧ତମର୍‌ ନଅରର୍‌ ଜନ୍‌ ଦୁଲି ଆମର୍‌ ପାଦେ ଲାଗିଆଚେ, ସେଟାମିସା ତମର୍‌ପାଇ ପାପ୍‌ଡିଦେଲୁନି, ଅଇଲେମିସା ପର୍‌ମେସରର୍‌ ରାଇଜ୍‌ ଲଗେସେ, ଏଟା ତମେ ଜାନିରୁଆ ।
12 १२ मैं तुम से कहता हूँ, कि उस दिन उस नगर की दशा से सदोम की दशा अधिक सहने योग्य होगी।
୧୨ମୁଇ ତମ୍‌କେ ସତ୍‌ କଇଲିନି, ବିଚାର୍‌ ଅଇବାଦିନେ ସେ ନଅରର୍‌ ଦସା, ଡଣ୍ଡର୍‌ଲାଗି ସଦମର୍‌ ଦସାତେଇଅନି ଅଦିକ୍‌ ରଇସି ।
13 १३ “हाय खुराजीन! हाय बैतसैदा! जो सामर्थ्य के काम तुम में किए गए, यदि वे सोर और सीदोन में किए जाते, तो टाट ओढ़कर और राख में बैठकर वे कब के मन फिराते।
୧୩ଅଇରେ ଡଣ୍ଡ୍‌ପାଇବାକେ ଜାଗିରଇବା କରାଜିନ୍‌! ଅଇରେ ଡଣ୍ଡ୍‌ପାଇବାକେ ଜାଗିରଇବା ବେତ୍‌ସାଇଦା! ତମର୍‌ଟାନେ ବପୁର୍‌ସଙ୍ଗ୍‌ ଜନ୍‌ ଜନ୍‌ ନ ଅଇବା କାମ୍‌ମନ୍‌ ଅଇଲାଆଚେ, ସେ ସବୁ ସର ଆରି ସିଦନେ ଅଇରଇତା ବଇଲେ, ସେମନ୍‌ କେତେକାଲ୍‌ ପୁର୍‌ବେ ବାସ୍‌ତା ପିନ୍ଦି, ଚାରେ ବସି, ମାପ୍‌ରୁର୍‌ଟାନେ ମନ୍‌ ବାଉଡାଇତାଇ ।
14 १४ परन्तु न्याय के दिन तुम्हारी दशा से सोर और सीदोन की दशा अधिक सहने योग्य होगी।
୧୪ଅଇଲେମିସା ବିଚାର୍‌ଦିନେ ତମର୍‌ ଦସା ସର ଆରି ସିଦନର୍‌ ଦସାଟାନେଅନି ଅଦିକ୍‌ ଅଇସି ।
15 १५ और हे कफरनहूम, क्या तू स्वर्ग तक ऊँचा किया जाएगा? तू तो अधोलोक तक नीचे जाएगा। (Hadēs g86)
୧୫ଆରି ଏ କପର୍‌ନାଉମ୍‌, ସରଗ୍‌ ଜେତ୍‌କି ଉଁଚ୍‌, ତୁଇ କାଇ ସେତ୍‌କିଜାକ ଉଁଚ୍‌ ଅଇସୁ କି? ପାତାଲ୍‌ ଜେତ୍‌କି ତଲେ ଆଚେ, ସେତ୍‌କି ତଲେ ତକେ ଆନାଅଇସି । (Hadēs g86)
16 १६ “जो तुम्हारी सुनता है, वह मेरी सुनता है, और जो तुम्हें तुच्छ जानता है, वह मुझे तुच्छ जानता है; और जो मुझे तुच्छ जानता है, वह मेरे भेजनेवाले को तुच्छ जानता है।”
୧୬ଜେଡେବେଲେ ଜନ୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ତମର୍‌ କାତା ସୁନ୍‌ବାଇ, ସେମନ୍‌ ମର୍‌ କାତା ସୁନ୍‌ବାଇ । ଜନ୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ତମ୍‌କେ ନ ମାନତ୍‌, ସେମନ୍‌ ମକେ ନ ମାନତ୍‌, ଆରି ଜନ୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌ ମକେ ନ ମାନତ୍‌, ସେମନ୍‌ ମକେ ପାଟାଇରଇବା ପର୍‌ମେସର୍‌କେ ମିସା ନ ମାନତ୍‌ ।
17 १७ वे सत्तर आनन्द से फिर आकर कहने लगे, “हे प्रभु, तेरे नाम से दुष्टात्मा भी हमारे वश में है।”
୧୭ତାର୍‌ପଚେ ସେ ସତୁରି ଲକ୍‌ ବାଉଡି ଆଇଲାଇ ଆରି ସାର୍‌ଦାଅଇକରି କଇଲାଇ, “ମାପ୍‌ରୁ, ତମର୍‌ ନାଉଁ ଦାରି ଆଦେସ୍‌ ଦେଲେ ଡୁମାମନ୍‌ମିସା ଆମର୍‌ କାତା ମାନ୍‌ଲାଇନି ।”
18 १८ उसने उनसे कहा, “मैं शैतान को बिजली के समान स्वर्ग से गिरा हुआ देख रहा था।
୧୮ମାତର୍‌ ଜିସୁ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା, “ସଇତାନ୍‌ ବାଦ୍‌ଲେଅନି ବିଜ୍‌ଲି ପାରା ଅଇ ଅଦର୍‌ବାଟା ମୁଇ ଦେକ୍‌ଲି ।
19 १९ मैंने तुम्हेंसाँपों और बिच्छुओं को रौंदनेका, और शत्रु की सारी सामर्थ्य पर अधिकार दिया है; और किसी वस्तु से तुम्हें कुछ हानि न होगी।
୧୯ଦେକା, ମୁଇ ତମ୍‌କେ ସାଁପ୍‌ ଆରି ବିସ୍‌କାକ୍‌ଡା ଉପ୍‌ରେ ଇଣ୍ଡ୍‌ବାକେ ବପୁ ଦେଲିଆଚି, ଆରି ସତ୍‌ରୁର୍‌ ଉପ୍‌ରେ ର‍ଇବା ବପୁ ମିସା ଦେଲିଆଚି । ତମ୍‌କେ କେ ମିସା କାଇଟା କରିନାପାରତ୍‌ ।
20 २० तो भी इससे आनन्दित मत हो, कि आत्मा तुम्हारे वश में हैं, परन्तु इससे आनन्दित हो कि तुम्हारे नाम स्वर्ग पर लिखे हैं।”
୨୦ଏଲେମିସା ଆତ୍‌ମାମନ୍‌ ଆମର୍‌ କାତା ମାନ୍‌ଲାଇନି ବଲି ସାର୍‌ଦା ଉଆନାଇ । ତମର୍‌ ନାଉଁମନ୍‌ ସର୍‌ଗେ ଲେକାଅଇଆଚେ ବଲି ସାର୍‌ଦାଉଆ ।”
21 २१ उसी घड़ी वह पवित्र आत्मा में होकर आनन्द से भर गया, और कहा, “हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ, कि तूने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया, हाँ, हे पिता, क्योंकि तुझे यही अच्छा लगा।
୨୧ଜିସୁ ସେ ଡାଣ୍ଡେ ସୁକଲ୍‌ଆତ୍‌ମାଇ ପୁରୁନ୍‌ଅଇ କଇଲା, “ଏ ବାବା! ସରଗ୍‌ ଆରି ମଚ୍‌ପୁରର୍‌ ମାପ୍‌ରୁ! ତୁଇ ଗିଆନି ଆରି ବୁଦିରଇବା ଲକ୍‌ମନର୍‌ଟାନେଅନି ଏ କାତା ଲୁଚାଇରଇଲେ ମିସା, ସାନ୍‌ ପିଲାମନର୍‌ ପାରା ଲକର୍‌ଟାନେ ଜାନାଇଲାସ୍‌ । ଏଟାର୍‌ପାଇ ତମ୍‌କେ ସୁମର୍‌ନା କଲିନି । ଉଁ ବାବା, କାଇକେବଇଲେ ତମେ ଏନ୍ତାଟା ଦେକ୍‌ବାକେ ମନ୍‌କର୍‌ତେ ରଇଲାସ୍‌ ।
22 २२ मेरे पिता ने मुझे सब कुछ सौंप दिया है; और कोई नहीं जानता कि पुत्र कौन है, केवल पिता और पिता कौन है यह भी कोई नहीं जानता, केवल पुत्र के और वह जिस पर पुत्र उसे प्रकट करना चाहे।”
୨୨ମର୍‌ ବାବାର୍‌ ସବୁ ବିସଇ ମକେ ସର୍‌ପି ଅଇଲାଆଚେ, ଆରି ପଅ କେ, ଏଟା ବାବାକେ ଚାଡି ଆରି କେ ନାଜାନତ୍‌, ଆରି ବାବା କେ, ଏଟା ପଅକେ ଚାଡି କେ ନାଜାନତ୍‌ । ପଅ ଜାର୍‌ଲଗେ ମର୍‌ ବାବାକେ ଜାନାଇବି ବଲି ମନ୍‌କରିରଇସି, ସେସେ ଜାନିରଇସି ।”
23 २३ और चेलों की ओर मुड़कर अकेले में कहा, “धन्य हैं वे आँखें, जो ये बातें जो तुम देखते हो देखती हैं,
୨୩ଜିସୁ ସିସ୍‌ମନର୍‌ବାଟେ ମୁ ବୁଲାଇ ସେମନ୍‌କେ କଇଲା, “ତମେ ଜନ୍‌ ଜନ୍‌ଟା ଦେକ୍‌ଲାସ୍‌ନି, ସେ ସବୁ ଜେ ଦେକ୍‌ସି, ସେଟା ନିକ ।
24 २४ क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, कि बहुत से भविष्यद्वक्ताओं और राजाओं ने चाहा, कि जो बातें तुम देखते हो देखें; पर न देखीं और जो बातें तुम सुनते हो सुनें, पर न सुनीं।”
୨୪କାଇକେବଇଲେ ମୁଇ ତମ୍‌କେ କଇଲିନି, ତମେ ଜନ୍‌ ଜନ୍‌ଟା ଦେକ୍‌ଲାସ୍‌ନି, ସେ ସବୁଜାକ ଦେକ୍‌ବାକେ କେତେ କେତେ ରାଜାମନ୍‌ ଆରି ମାପ୍‌ରରୁ କବର୍‍ ଜାନାଉମନ୍‌ ମନ୍‌କଲାଇ, ମାତର୍‌ ଦେକିନାପାର୍‌ଲାଇ । ଆରି ତମେ ଜନ୍‌ ଜନ୍‌ଟା ସୁନ୍‌ଲାସ୍‌ନି, ସେ ସବୁ ସୁନ୍‌ବାକେ ସେମନ୍‌ ମନ୍‌କଲାଇ, ମାତର୍‌ ସୁନିନାପାର୍‌ଲାଇ ।”
25 २५ तब एक व्यवस्थापक उठा; और यह कहकर, उसकी परीक्षा करने लगा, “हे गुरु, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिये मैं क्या करूँ?” (aiōnios g166)
୨୫ତାର୍‌ପଚେ ଗଟେକ୍‌ ଦରମ୍‌ ସାସ୍‌ତର୍‌ ସିକାଉ ତାକେ ପରିକାକରି ପାଚାର୍‌ଲା, “ଏ ଗୁରୁ କେବେ ନ ସାର୍‌ବା ଜିବନ୍‌ ମିଲାଇବାକେ ଆଲେ ମୁଇ କାଇଟା କର୍‌ବାର୍‌ ଆଚେ?” (aiōnios g166)
26 २६ उसने उससे कहा, “व्यवस्था में क्या लिखा है? तू कैसे पढ़ता है?”
୨୬ଜିସୁ ତାକେ କଇଲା, “ନିୟମ୍‌ ସାସ୍‌ତରେ କାଇଟା ଲେକାଆଚେ? ତୁଇ କେନ୍ତାରି ପଡ୍‌ଲୁସ୍‌ନି?”
27 २७ उसने उत्तर दिया, “तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन और अपने सारे प्राण और अपनी सारी शक्ति और अपनी सारी बुद्धि के साथ प्रेम रख; और अपने पड़ोसी से अपने जैसा प्रेम रख।”
୨୭ସେ କଇଲା, “ତମେ ନିଜର୍‌ ସବୁ ଗାଗଡ୍‌, ମନ୍‌, ଆତ୍‌ମା ଆରି ବପୁ ଦେଇ ପର୍‌ମେସର୍‌କେ ଆଲାଦ୍‌ କରା । ଆରି ପଡିସାର୍‌ ଲକ୍‌ମନ୍‌କେ ନିଜର୍‌ ସମାନ୍‌ ଆଲାଦ୍‌ କରା ।”
28 २८ उसने उससे कहा, “तूने ठीक उत्तर दिया, यही कर तो तू जीवित रहेगा।”
୨୮ତାର୍‌ପଚେ ଜିସୁ ତାକେ କଇଲା, “ତମେ ଟିକ୍‌ କଇଲାସ୍‌ । ଏନ୍ତାର୍‌ କର୍‌, ତେବେ ଜିବନ୍‌ ମିଲାଇସୁ ।”
29 २९ परन्तु उसने अपने आपको धर्मी ठहराने की इच्छा से यीशु से पूछा, “तो मेरा पड़ोसी कौन है?”
୨୯ମାତର୍‌ ସେ ନିଜେ ଦରମ୍‌ଲକ୍‌ ବଲି ଦେକାଇବାକେ ମନ୍‌କରି ଜିସୁକେ ପାଚାର୍‌ଲା, “ତେବେ କେ ମର୍‌ ପଡିସାର୍‌ ଲକ୍‌?”
30 ३० यीशु ने उत्तर दिया “एक मनुष्य यरूशलेम से यरीहो को जा रहा था, कि डाकुओं ने घेरकर उसके कपड़े उतार लिए, और मारपीट कर उसे अधमरा छोड़कर चले गए।
୩୦ଜିସୁ ତାକେ କଇଲା, ଗଟେକ୍‌ ଲକ୍‌ ଜିରୁସାଲମେଅନି ଜିରିଅ ଜିବାବେଲେ ଚର୍‌ମନର୍‌ ମୁଆଟେ ପଡ୍‌ଲା । ଚର୍‌ମନ୍‌ ତାର୍‍ ଲୁଗାପଚିଆ ଚାଡାଇ, ତାକେ ମାର୍‌ଲାଇ ଆରି ମରିଗାଲାପାରା ଅଇଲାକେ ଚାଡି ଉଟିଗାଲାଇ ।
31 ३१ और ऐसा हुआ कि उसी मार्ग से एक याजक जा रहा था, परन्तु उसे देखकर कतराकर चला गया।
୩୧ସେଟା ଅଇସାରି କେତେପର୍‌ ଜିବାକେ ଗଟେକ୍‌ ପୁଜାରି ସେ ବାଟେ ଜାଇତେରଇଲା ଆରି ତାକେ ଦେକି, ବାଟ୍‌ ପିଟାଇଅଇ ଉଟିଗାଲା ।
32 ३२ इसी रीति सेएक लेवीउस जगह पर आया, वह भी उसे देखकर कतराकर चला गया।
୩୨ସେନ୍ତାରିସେ ଗଟେକ୍‌ ଲେବିୟ ଲକ୍‌ ମିସା ସେ ଜାଗାଇ ଆସି ତାକେ ଦେକି ବାଟ୍‌ ପିଟାଇଅଇ ଉଟିଗାଲା ।
33 ३३ परन्तुएक सामरीयात्री वहाँ आ निकला, और उसे देखकर तरस खाया।
୩୩ମାତର୍‌ ସମିରଣିୟର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ଲକ୍‌ ତାର୍‌ଲଗେ ଆସି, ଦେକ୍‌ଲା ଆରି ବେସି ମନ୍‌ଦୁକ୍‌ କଲା ।
34 ३४ और उसके पास आकर औरउसके घावों पर तेल और दाखरस डालकरपट्टियाँ बाँधी, और अपनी सवारी पर चढ़ाकर सराय में ले गया, और उसकी सेवा टहल की।
୩୪ଆରି ତାର୍‌ଲଗେ ଜାଇ ମାଡ୍‌ଅଇ କଣ୍ଡିଆ ବଣ୍ଡିଆ ଅଇଲାଟାନେ, ଚିକନ୍‌ ଆରି ଆମଟ୍‌ ଅଙ୍ଗୁର୍‌ରସ୍‌ ଲାଗାଇଦେଲା । ତାକେ ଗର୍‌ଣ୍ଡା ବାନ୍ଦି, ଗଦଉପ୍‌ରେ ବସାଇ, ଲକ୍‌ମନ୍‌ ବସି ମିଟିଙ୍ଗ୍‌ କର୍‌ବା ଗରେ ନେଇ ସେବାଜତନ୍‌ କଲା ।
35 ३५ दूसरे दिन उसने दो दीनार निकालकर सराय के मालिक को दिए, और कहा, ‘इसकी सेवा टहल करना, और जो कुछ तेरा और लगेगा, वह मैं लौटने पर तुझे दे दूँगा।’
୩୫ତାର୍‌ ଆର୍‌କର୍‌ ଦିନେ ସିମରଣିୟ ଲକ୍‌ ଦୁଇଟା ରୁପାଟାଙ୍ଗା ବାର୍‌କରାଇ, ମିଟିଙ୍ଗ୍‌ ଗରର୍‌ ମୁକିଆକେ ଦେଇ କଇଲା, “ଆର୍‌ ସେବା ଜତନ୍‌ କରା, ଆରି ଅଦିକ୍‌ କର୍‌ଚ ଅଇଲେ, ସେଟା ମୁଇ ବାଉଡିଆଇବା ବେଲେ ତମ୍‌କେ ସୁଜିଦେବି ।”
36 ३६ अब तेरी समझ में जो डाकुओं में घिर गया था, इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?”
୩୬ଏ ତିନ୍‌ଲକର୍‌ ବିତ୍‌ରେଅନି କେ ଚର୍‌ମନର୍‌ ଟାନେ ମାଡ୍‌କାଉ ଲକର୍‌ ପଡିସାର୍‌ ଲକ୍‌ ବଲି ବାବ୍‌ଲୁସ୍‌ନି?
37 ३७ उसने कहा, “वही जिसने उस पर तरस खाया।” यीशु ने उससे कहा, “जा, तू भी ऐसा ही कर।”
୩୭ସାସ୍‌ତର୍‌ ସିକାଉ କଇଲା, “ଜନ୍‌ ଲକ୍‌ ତାକେ ଦୟାକଲା, ସେ ଆକା ।” ଜିସୁ ତାକେ କଇଲା, “ଜା ତୁଇ ମିସା ସେନ୍ତାରି କର୍‌ ।”
38 ३८ फिर जब वे जा रहे थे, तो वह एक गाँव में गया, और मार्था नाम एक स्त्री ने उसे अपने घर में स्वागत किया।
୩୮ଜିସୁ ଆରି ତାର୍‌ ସିସ୍‌ମନ୍‌ ଜିବାବେଲେ ଗଟେକ୍‌ ଗାଏଁ କେଟ୍‌ଲାଇ । ତେଇ ମାର୍‌ତା ନାଉଁର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ମାଇଜି ଜିସୁକେ ତାର୍‍ ଗରେ ଡାକି ବସାଇଲା ।
39 ३९ और मरियम नामक उसकी एक बहन थी; वह प्रभु के पाँवों के पास बैठकर उसका वचन सुनती थी।
୩୯ମାର୍‌ତାକେ ମରିୟମ୍‌ ନାଉଁର୍‌ ଗଟେକ୍‌ ବଇନି ରଇଲା । ସେ ମାପ୍‌ରୁର୍‌ ପାଦେ ବସି ତାର୍‌ ବାକିଅ ସୁନ୍‌ତେରଇଲା ।
40 ४० परन्तु मार्था सेवा करते-करते घबरा गई और उसके पास आकर कहने लगी, “हे प्रभु, क्या तुझे कुछ भी चिन्ता नहीं कि मेरी बहन ने मुझे सेवा करने के लिये अकेली ही छोड़ दिया है? इसलिए उससे कह, मेरी सहायता करे।”
୪୦ମାତର୍‌ ମାର୍‌ତାକେ ବେସି ପାଇଟି ରଇଲାଜେ ଦାନ୍ଦା ଅଇଜାଇତେ ରଇଲା । ତେବର୍‌ପାଇ ସେ ଜିସୁର୍‌ଲଗେ ଆସି କଇଲା, “ଏ ମାପ୍‌ରୁ, ମର୍‌ ବଇନି ଗରର୍‌ ସବୁ ପାଇଟି ମକେ ସେ କରାଇଲାନି, ସେବାଟେ କାଇ ତମର୍‌ ମନ୍‌ ନାଇ କି? ସେଟାର୍‌ପାଇ ତାକେ କୁଆ, ସେ ମକେ ଆସି ସାଇଜ କର ।”
41 ४१ प्रभु ने उसे उत्तर दिया, “मार्था, हे मार्था; तू बहुत बातों के लिये चिन्ता करती और घबराती है।
୪୧ମାତର୍‌ ମାପ୍‌ରୁ ତାକେ କଇଲା, “ଏ ମାର୍‌ତା, ତୁଇ ବେସି ବିସଇ ଚିନ୍ତା କରି, ଦାନ୍ଦାଅଇଗାଲୁସ୍‌ନି,
42 ४२ परन्तु एक बात अवश्य है, और उस उत्तम भाग को मरियम ने चुन लिया है: जो उससे छीना न जाएगा।”
୪୨ମାତର୍‌, ଗଟେକ୍‌ ବିସଇ ଆକା ସବୁର୍‌ଟାନେଅନି ମୁକିଅ । ସେଟା ମରିୟମ୍‌ ବାଚିକରି ନେଇଆଚେ । ସେଟା ତାର୍‌ଟାନେଅନି କେ ନେଇ ନାପାରତ୍‌ ।”

< लूका 10 >