< लैव्यव्यवस्था 25 >
1 १ फिर यहोवा ने सीनै पर्वत के पास मूसा से कहा,
সদাপ্রভু সীনয় পর্বতে মোশিকে বললেন,
2 २ “इस्राएलियों से कह कि जब तुम उस देश में प्रवेश करो जो मैं तुम्हें देता हूँ, तब भूमि को यहोवा के लिये विश्राम मिला करे।
“ইস্রায়েলীদের সঙ্গে তুমি কথা বলো, তাদের জানাও, ‘আমি যে দেশ তাদের দিতে যাচ্ছি, যখন তারা সেই দেশে প্রবেশ করবে, তখন সদাপ্রভুর উদ্দেশে যেন ভূমি বিশ্রাম ভোগ করে।
3 ३ छः वर्ष तो अपना-अपना खेत बोया करना, और छहों वर्ष अपनी-अपनी दाख की बारी छाँट छाँटकर देश की उपज इकट्ठी किया करना;
ছয় বছর ধরে তোমরা ক্ষেতে বীজবপন করবে এবং ছয় বছর ধরে দ্রাক্ষাক্ষেতের অপ্রয়োজনীয় ডালপালা ছাঁটবে ও দ্রাক্ষাফল সংগ্রহ করবে।
4 ४ परन्तु सातवें वर्ष भूमि को यहोवा के लिये परमविश्रामकाल मिला करे; उसमें न तो अपना खेत बोना और न अपनी दाख की बारी छाँटना।
কিন্তু সপ্তম বছরে ভূমি বিশ্রাম, সদাপ্রভুর উদ্দেশে এক বিশ্রাম ভোগ করবে। এই বছরে তোমাদের ক্ষেত্রগুলি বীজবপন করবে না, অথবা দ্রাক্ষাক্ষেতের অনর্থক ডালপালাগুলি ছেঁটে ফেলবে না।
5 ५ जो कुछ काटे हुए खेत में अपने आप से उगें उसे न काटना, और अपनी बिन छाँटी हुई दाखलता की दाखों को न तोड़ना; क्योंकि वह भूमि के लिये परमविश्राम का वर्ष होगा।
ক্ষেতগুলি থেকে যে শস্য এমনি এমনি উৎপন্ন হয়েছে তা কাটবে না, অথবা আঝোড়া দ্রাক্ষাফল সংগ্রহ করবে না। ভূমির জন্য বিশ্রামের বছর রাখতে হবে।
6 ६ भूमि के विश्रामकाल ही की उपज से तुम को, और तुम्हारे दास-दासी को, और तुम्हारे साथ रहनेवाले मजदूरों और परदेशियों को भी भोजन मिलेगा;
বিশ্রাম বছর চলাকালীন ভূমির খাদ্যশস্য তোমাদের জন্য—তোমার নিজের, তোমার দাস-দাসী, বেতনজীবী কর্মী, তোমার মাঝে অস্থায়ীভাবে বসবাসকারী মানুষের জন্য
7 ७ और तुम्हारे पशुओं का और देश में जितने जीवजन्तु हों उनका भी भोजन भूमि की सब उपज से होगा।
এবং তোমার গৃহপালিত সমস্ত পশু ও তোমার দেশের বন্য পশুরাও এই খাদ্যশস্যের অংশীদার। ভূমিতে উৎপন্ন যাবতীয় খাদ্যশস্য ভোজন করতে হবে।
8 ८ “सात विश्रामवर्ष, अर्थात् सातगुना सात वर्ष गिन लेना, सातों विश्रामवर्षों का यह समय उनचास वर्ष होगा।
“‘সাতটি বিশ্রাম বছর—সাতগুণ সাত বছর—গণনা করবে, যেন সাত বিশ্রাম বছরের মোট সংখ্যা উনপঞ্চাশ বছর হয়।
9 ९ तब सातवें महीने के दसवें दिन को, अर्थात् प्रायश्चित के दिन, जय जयकार के महाशब्द का नरसिंगा अपने सारे देश में सब कहीं फुँकवाना।
এরপর সপ্তম মাসের দশম দিনে সর্বত্র তূরী বাজাতে হবে; প্রায়শ্চিত্ত দিনে তোমার সারা দেশে তূরী বাজবে।
10 १० और उस पचासवें वर्ष को पवित्र करके मानना, और देश के सारे निवासियों के लिये छुटकारे का प्रचार करना; वह वर्ष तुम्हारे यहाँ जुबली कहलाए; उसमें तुम अपनी-अपनी निज भूमि और अपने-अपने घराने में लौटने पाओगे।
পঞ্চাশতম বছর পবিত্র করবে ও সারা দেশে সব বসবাসকারীদের জন্য মুক্তি ঘোষণা করবে। তোমাদের পক্ষে এটি অর্ধশতবার্ষিক মহোৎসব হবে; তোমরা প্রত্যেকজন নিজের নিজের পারিবারিক অধিকারে ও গোষ্ঠীতে ফিরে যাবে।
11 ११ तुम्हारे यहाँ वह पचासवाँ वर्ष जुबली का वर्ष कहलाए; उसमें तुम न बोना, और जो अपने आप उगें उसे भी न काटना, और न बिन छाँटी हुई दाखलता की दाखों को तोड़ना।
পঞ্চাশতম বছরটি তোমাদের পক্ষে আনন্দ উৎসবের বছর হবে। এসময় কোনো বীজবপন করবে না, ভূমিতে আপনা-আপনি উৎপন্ন শস্যচয়ন অথবা আঝোড়া দ্রাক্ষাফল সংগ্রহ করবে না।
12 १२ क्योंकि वह तो जुबली का वर्ष होगा; वह तुम्हारे लिये पवित्र होगा; तुम उसकी उपज खेत ही में से ले लेकर खाना।
কেননা তখন মহোৎসবের সময়, যা তোমাদের জন্য পবিত্র হবে; কেবল ক্ষেতগুলি থেকে সরাসরি তুলে আনা ভক্ষ্য তোমরা ভোজন করবে।
13 १३ “इस जुबली के वर्ष में तुम अपनी-अपनी निज भूमि को लौटने पाओगे।
“‘এই অর্ধশতবার্ষিক অনুষ্ঠানে প্রত্যেকজনকে নিজের নিজের অধিকারে ফিরে আসতে হবে।
14 १४ और यदि तुम अपने भाई-बन्धु के हाथ कुछ बेचो या अपने भाई-बन्धु से कुछ मोल लो, तो तुम एक दूसरे पर उपद्रव न करना।
“‘যদি তোমার কোনো দেশবাসীর কাছে তুমি জমি বিক্রি করো অথবা তার কাছ থেকে জমি কেনো, তাহলে পরস্পর সুযোগ নিও না।
15 १५ जुबली के बाद जितने वर्ष बीते हों उनकी गिनती के अनुसार दाम ठहराके एक दूसरे से मोल लेना, और शेष वर्षों की उपज के अनुसार वह तेरे हाथ बेचे।
অর্ধশতবর্ষের পরে বছর অতিবাহিত হওয়ার ভিত্তিতে তুমি দেশবাসীর নিকট থেকে কিনবে এবং শস্য সংগ্রহের জন্য অবশিষ্ট বছরগুলির ভিত্তিতে সে বিক্রি করবে।
16 १६ जितने वर्ष और रहें उतना ही दाम बढ़ाना, और जितने वर्ष कम रहें उतना ही दाम घटाना, क्योंकि वर्ष की उपज की संख्या जितनी हो उतनी ही वह तेरे हाथ बेचेगा।
বছর-সংখ্যার আধিক্য অনুসারে তুমি মূল্য বৃদ্ধি করবে ও বছর সংখ্যা কম হলে তুমি মূল্য কম করবে, কারণ আসলে সে তোমার কাছে ফলোৎপাদক সংখ্যা অনুসারে বিক্রি করবে।
17 १७ तुम अपने-अपने भाई-बन्धु पर उपद्रव न करना; अपने परमेश्वर का भय मानना; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।
তোমরা পরস্পর সুযোগ নিও না, কিন্তু ঈশ্বরকে ভয় কোরো। আমি তোমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভু।
18 १८ “इसलिए तुम मेरी विधियों को मानना, और मेरे नियमों पर समझ बूझकर चलना; क्योंकि ऐसा करने से तुम उस देश में निडर बसे रहोगे।
“‘আমার অনুশাসনের অনুগামী হও এবং আমার সব বিধান মেনে চলতে যত্নশীল থেকো, তাহলে তোমরা দেশে নিরাপদে বসবাস করবে।
19 १९ भूमि अपनी उपज उपजाया करेगी, और तुम पेट भर खाया करोगे, और उस देश में निडर बसे रहोगे।
ভূমি ফল উৎপন্ন করবে এবং তৃপ্তি অবধি তোমরা ভোজন করবে ও তোমাদের নিরাপত্তা থাকবে।
20 २० और यदि तुम कहो कि सातवें वर्ष में हम क्या खाएँगे, न तो हम बोएँगे न अपने खेत की उपज इकट्ठा करेंगे?”
তোমাদের প্রশ্ন থাকতে পারে, “সপ্তম বছরে আমরা কী ভোজন করব, যদি আমরা বীজবপন ও শস্য সংগ্রহ না করি?”
21 २१ तो जानो कि मैं तुम को छठवें वर्ष में ऐसी आशीष दूँगा, कि भूमि की उपज तीन वर्ष तक काम आएगी।
ষষ্ঠ বছরে আমি এমন আশীর্বাদ বর্ষণ করব যে তিন বছরের জন্য জমিতে প্রচুর ফসল উৎপন্ন হবে।
22 २२ तुम आठवें वर्ष में बोओगे, और पुरानी उपज में से खाते रहोगे, और नवें वर्ष की उपज जब तक न मिले तब तक तुम पुरानी उपज में से खाते रहोगे।
অষ্টম বছরে বীজ বপনকালের আগে সংগৃহীত ফসল থেকে তোমরা ভোজন করবে এবং নবম বছরে ফসল সংগৃহীত না হওয়া পর্যন্ত তোমরা পুরোনো খাদ্য ভোজন করবে।
23 २३ “भूमि सदा के लिये बेची न जाए, क्योंकि भूमि मेरी है; और उसमें तुम परदेशी और बाहरी होंगे।
“‘চিরদিনের জন্য ভূমি বিক্রি করা যাবে না, কেননা ভূমি আমার এবং তোমরা প্রবাসী ও ভাড়াটিয়া ব্যতীত আর কিছু নও।
24 २४ लेकिन तुम अपने भाग के सारे देश में भूमि को छुड़ाने देना।
সারা দেশে তোমরা যে ভূমির অধিকারী হয়েছ, তা মুক্ত করতে তোমরা অবশ্যই সুযোগ দিয়ো।
25 २५ “यदि तेरा कोई भाई-बन्धु कंगाल होकर अपनी निज भूमि में से कुछ बेच डाले, तो उसके कुटुम्बियों में से जो सबसे निकट हो वह आकर अपने भाई-बन्धु के बेचे हुए भाग को छुड़ा ले।
“‘যদি তোমার স্বদেশবাসীর মধ্যে কেউ দরিদ্র হয় এবং সে তার কিছু জমি বিক্রি করে, তাহলে তার নিকটতম আত্মীয় আসবে ও স্বদেশবাসীর বিক্রীত ভূমি মুক্ত করবে।
26 २६ यदि किसी मनुष्य के लिये कोई छुड़ानेवाला न हो, और उसके पास इतना धन हो कि आप ही अपने भाग को छुड़ा सके,
অন্যদিকে, যদি এমন কেউ থাকে, যার ভূমির মুক্তিকর্তা কেউ নেই, কিন্তু সে নিজে সমৃদ্ধিশালী হয় এবং ভূমি মুক্ত করতে তার যথেষ্ট সঙ্গতি থাকে,
27 २७ तो वह उसके बिकने के समय से वर्षों की गिनती करके शेष वर्षों की उपज का दाम उसको, जिसने उसे मोल लिया हो, फेर दे; तब वह अपनी निज भूमि का अधिकारी हो जाए।
তাহলে বিক্রি করার সময় থেকে পরবর্তী বছরগুলির জন্য সে মূল্য নির্ধারণ করবে ও বিক্রীত মূল্য ক্রেতাকে ফেরত দেবে; পরে সে নিজের অধিকারে ফিরে যাবে।
28 २८ परन्तु यदि उसके पास इतनी पूँजी न हो कि उसे फिर अपनी कर सके, तो उसकी बेची हुई भूमि जुबली के वर्ष तक मोल लेनेवालों के हाथ में रहे; और जुबली के वर्ष में छूट जाए तब वह मनुष्य अपनी निज भूमि का फिर अधिकारी हो जाए।
কিন্তু ক্রেতার পাওনা মেটাতে যদি তার সামর্থ্য না থাকে, তাহলে অর্ধশতবার্ষিক পর্যন্ত বিক্রীত সম্পদ ক্রেতার কাছে থাকবে। অর্ধশতবার্ষিকীর সময় তা ফিরিয়ে দেওয়া হবে এবং সে নিজের অধিকারে ফিরে যাবে।
29 २९ “फिर यदि कोई मनुष्य शहरपनाह वाले नगर में बसने का घर बेचे, तो वह बेचने के बाद वर्ष भर के अन्दर उसे छुड़ा सकेगा, अर्थात् पूरे वर्ष भर उस मनुष्य को छुड़ाने का अधिकार रहेगा।
“‘যদি কোনো ব্যক্তি প্রাচীরবেষ্টিত নগরে তার বাড়ি বিক্রি করে তাহলে বিক্রি করার সময় থেকে সম্পূর্ণ এক বছর পর্যন্ত তার মুক্ত করার অধিকার থাকবে। ওই সময়ের মধ্যে বিক্রেতা মুক্ত করতে পারবে।
30 ३० परन्तु यदि वह वर्ष भर में न छुड़ाए, तो वह घर जो शहरपनाह वाले नगर में हो मोल लेनेवाले का बना रहे, और पीढ़ी-पीढ़ी में उसी में वंश का बना रहे; और जुबली के वर्ष में भी न छूटे।
যদি সম্পূর্ণ এক বছরের আগে তা মুক্ত করা না হয়, তাহলে প্রাচীরবেষ্টিত নগরের বাড়িটি চিরদিনের জন্য ক্রেতার ও তার বংশধরদের হয়ে যাবে। অর্ধশতবর্ষে এই সম্পত্তি ফেরত দেওয়া হবে না।
31 ३१ परन्तु बिना शहरपनाह के गाँवों के घर तो देश के खेतों के समान गिने जाएँ; उनका छुड़ाना भी हो सकेगा, और वे जुबली के वर्ष में छूट जाएँ।
কিন্তু প্রাচীরহীন গ্রামগুলিতে নির্মিত বাড়িগুলি দেশের সার্বিক সম্পত্তিরূপে বিবেচিত হবে। এগুলি মুক্ত করা যাবে এবং অর্ধশতবর্ষে ফেরত দেওয়া হবে।
32 ३२ फिर भी लेवियों के निज भाग के नगरों के जो घर हों उनको लेवीय जब चाहें तब छुड़ाएँ।
“‘লেবীয় অধ্যুষিত নগরগুলিতে নির্মিত লেবীয়দের বাড়িগুলি মুক্ত করতে লেবীয়দের সবসময় অধিকার থাকবে, যেগুলি তাদের অধিকৃত।
33 ३३ और यदि कोई लेवीय अपना भाग न छुड़ाए, तो वह बेचा हुआ घर जो उसके भाग के नगर में हो जुबली के वर्ष में छूट जाए; क्योंकि इस्राएलियों के बीच लेवियों का भाग उनके नगरों में वे घर ही हैं।
সুতরাং লেবীয়দের সম্পত্তি মুক্তিযোগ্য অর্থাৎ যে কোনো নগরে তাদের অধিকৃত বাড়ি বিক্রীত হলে অর্ধশতবর্ষে তা ফেরত দিতে হবে, কারণ লেবীয়দের নগরগুলিতে নির্মিত বাড়িগুলি ইস্রায়েলীদের মাঝে লেবীয়দের সম্পত্তি।
34 ३४ पर उनके नगरों के चारों ओर की चराई की भूमि बेची न जाए; क्योंकि वह उनका सदा का भाग होगा।
কিন্তু তাদের নগরগুলির চারণভূমি বিক্রি করা যাবে না; এটি তাদের চিরস্থায়ী অধিকার।
35 ३५ “फिर यदि तेरा कोई भाई-बन्धु कंगाल हो जाए, और उसकी दशा तेरे सामने तरस योग्य हो जाए, तो तू उसको सम्भालना; वह परदेशी या यात्री के समान तेरे संग रहे।
“‘যদি তোমাদের দেশবাসীর মধ্যে কেউ দরিদ্র ও তোমাদের মাঝে নিজের ভরণ-পোষণ চালাতে অসমর্থ হয়, তাহলে তাকে সাহায্য করো, যেমন তোমরা বিদেশি এবং অপরিচিতদের প্রতি করে থাকো; যেন তোমাদের মাঝে সে বসবাস করতে পারে।
36 ३६ उससे ब्याज या बढ़ती न लेना; अपने परमेश्वर का भय मानना; जिससे तेरा भाई-बन्धु तेरे संग जीवन निर्वाह कर सके।
তার কাছ থেকে কোনোরকম সুদ অথবা সুবিধা গ্রহণ করবে না, কিন্তু তোমাদের ঈশ্বরকে ভয় করবে, যেন তোমাদের দেশবাসী তোমাদের মাঝে বসবাস করতে পারে।
37 ३७ उसको ब्याज पर रुपया न देना, और न उसको भोजनवस्तु लाभ के लालच से देना।
সুদ গ্রহণের শর্তে তুমি তাকে অর্থ ধার দিতে পারবে না, অথবা লাভের আশায় তার কাছে খাদ্য বিক্রি করবে না।
38 ३८ मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ; मैं तुम्हें कनान देश देने के लिये और तुम्हारा परमेश्वर ठहरने की मनसा से तुम को मिस्र देश से निकाल लाया हूँ।
আমি তোমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভু, যিনি মিশর দেশ থেকে তোমাদের বের করে এনেছেন, যেন কনান দেশ তোমাদের দেন ও তোমাদের ঈশ্বর হন।
39 ३९ “फिर यदि तेरा कोई भाई-बन्धु तेरे सामने कंगाल होकर अपने आपको तेरे हाथ बेच डाले, तो उससे दास के समान सेवा न करवाना।
“‘যদি তোমার দেশবাসীর মধ্যে কেউ দরিদ্র হয় ও তোমার কাছে নিজেকে বিক্রি করে, এক ক্রীতদাসরূপে তাকে কাজ করতে দিয়ো না।
40 ४० वह तेरे संग मजदूर या यात्री के समान रहे, और जुबली के वर्ष तक तेरे संग रहकर सेवा करता रहे;
এক বেতনজীবী কর্মী অথবা তোমার মাঝে এক অস্থায়ী বাসিন্দারূপে তার প্রতি আচরণ করতে হবে। অর্ধশত বছর পর্যন্ত তোমার জন্য সে কাজটি করবে।
41 ४१ तब वह बाल-बच्चों समेत तेरे पास से निकल जाए, और अपने कुटुम्ब में और अपने पितरों की निज भूमि में लौट जाए।
পরে সে ও তার সন্তানেরা মুক্ত হবে এবং সে তার গোষ্ঠীতে ও তার পিতৃপুরুষদের অধিকারে ফিরে যাবে।
42 ४२ क्योंकि वे मेरे ही दास हैं, जिनको मैं मिस्र देश से निकाल लाया हूँ; इसलिए वे दास की रीति से न बेचे जाएँ।
যেহেতু ইস্রায়েলীরা আমার ভৃত্য, আমি মিশর থেকে যাদের বের করেছিলাম; তারা কোনোমতে ক্রীতদাসরূপে বিক্রীত হবে না।
43 ४३ उस पर कठोरता से अधिकार न करना; अपने परमेश्वर का भय मानते रहना।
নির্দয়ভাবে তাদের শাসন করবে না, কিন্তু তোমাদের ঈশ্বরকে ভয় কোরো।
44 ४४ तेरे जो दास-दासियाँ हों वे तुम्हारे चारों ओर की जातियों में से हों, और दास और दासियाँ उन्हीं में से मोल लेना।
“‘তোমাদের ক্রীতদাস ও দাসীরা তোমাদের চারপাশের দেশ থেকে আসবে; তাদের মধ্যে থেকে তোমরা দাস ও দাসী কিনতে পারবে।
45 ४५ जो यात्री लोग तुम्हारे बीच में परदेशी होकर रहेंगे, उनमें से और उनके घरानों में से भी जो तुम्हारे आस-पास हों, और जो तुम्हारे देश में उत्पन्न हुए हों, उनमें से तुम दास और दासी मोल लो; और वे तुम्हारा भाग ठहरें।
তোমাদের মাঝে বসবাসকারী অস্থায়ী বাসিন্দাদের মধ্য থেকে কয়েকজনকে ও তোমাদের দেশে তাদের গোষ্ঠীজাত সদস্যদের তোমরা কিনতে পারো এবং তারা তোমাদের সম্পদ হবে।
46 ४६ तुम अपने पुत्रों को भी जो तुम्हारे बाद होंगे उनके अधिकारी कर सकोगे, और वे उनका भाग ठहरें; उनमें से तुम सदा अपने लिये दास लिया करना, परन्तु तुम्हारे भाई-बन्धु जो इस्राएली हों उन पर अपना अधिकार कठोरता से न जताना।
তোমাদের সন্তানদের পক্ষে অধিকৃত সম্পদরূপে তোমরা তাদেরকে দিতে পারো এবং সারা জীবনের জন্য তাদের ক্রীতদাস করে রাখতে পারো, কিন্তু তোমাদের সঙ্গী ইস্রায়েলীদের ওপরে নির্দয়ভাবে শাসন করতে পারবে না।
47 ४७ “फिर यदि तेरे सामने कोई परदेशी या यात्री धनी हो जाए, और उसके सामने तेरा भाई कंगाल होकर अपने आपको तेरे सामने उस परदेशी या यात्री या उसके वंश के हाथ बेच डाले,
“‘তোমাদের মাঝে বসবাসকারী কোনো বিদেশি যদি ধনী হয় এবং তোমাদের কোনো একজন ইস্রায়েলী দেশবাসী দরিদ্র হয় ও সেই বিদেশির অথবা প্রবাসীগোষ্ঠীর কোনো এক সদস্যের কাছে নিজেকে বিক্রি করে,
48 ४८ तो उसके बिक जाने के बाद वह फिर छुड़ाया जा सकता है; उसके भाइयों में से कोई उसको छुड़ा सकता है,
বিক্রীত হওয়ার পরে তার মুক্তিলাভের অধিকার থাকবে; তার কোনো এক আত্মীয় তাকে মুক্ত করতে পারবে।
49 ४९ या उसका चाचा, या चचेरा भाई, तथा उसके कुल का कोई भी निकट कुटुम्बी उसको छुड़ा सकता है; या यदि वह धनी हो जाए, तो वह आप ही अपने को छुड़ा सकता है।
তার জ্যাঠা, কাকা অথবা জ্ঞাতিভাই বা বোন কিংবা তার গোষ্ঠীর রক্তের সম্পর্কযুক্ত কেউ তাকে মুক্ত করতে পারবে। অথবা যদি সে সম্পদশালী হয়, তাহলে নিজেই নিজেকে মুক্ত করবে।
50 ५० वह अपने मोल लेनेवाले के साथ अपने बिकने के वर्ष से जुबली के वर्ष तक हिसाब करे, और उसके बिकने का दाम वर्षों की गिनती के अनुसार हो, अर्थात् वह दाम मजदूर के दिवसों के समान उसके साथ होगा।
বিক্রি করার বছর থেকে পঞ্চাশ বছর পর্যন্ত সে ও তার ক্রেতা সময় গণনা করবে। বছরগুলির সংখ্যা সাপেক্ষে বেতনজীবী মানুষের প্রতি বেতন দেওয়ার হারের ভিত্তিতে তার মুক্তির মূল্য ধার্য হবে।
51 ५१ यदि जुबली के वर्ष के बहुत वर्ष रह जाएँ, तो जितने रुपयों से वह मोल लिया गया हो उनमें से वह अपने छुड़ाने का दाम उतने वर्षों के अनुसार फेर दे।
যদি অনেক বছর অবশিষ্ট থাকে, তাহলে ক্রয় মূল্য থেকে বেশিরভাগটাই সে নিজের মুক্তির জন্য অবশ্যই দেবে।
52 ५२ यदि जुबली के वर्ष के थोड़े वर्ष रह गए हों, तो भी वह अपने स्वामी के साथ हिसाब करके अपने छुड़ाने का दाम उतने ही वर्षों के अनुसार फेर दे।
যদি অর্ধশত বছর না আসা পর্যন্ত কেবল কয়েক বছর অবশিষ্ট থাকে, তাহলে সে তা গণনা করবে ও তদনুসারে নিজের মুক্তির জন্য মূল্য দেবে।
53 ५३ वह अपने स्वामी के संग उस मजदूर के समान रहे जिसकी वार्षिक मजदूरी ठहराई जाती हो; और उसका स्वामी उस पर तेरे सामने कठोरता से अधिकार न जताने पाए।
বছরের পর বছর ধরে এক ভাড়া করা মানুষরূপে তার প্রতি আচরণ করা হবে; তুমি অবশ্যই নজর রাখবে, যেন তার মালিক তাকে নির্দয়ভাবে শাসন না করে।
54 ५४ और यदि वह इन रीतियों से छुड़ाया न जाए, तो वह जुबली के वर्ष में अपने बाल-बच्चों समेत छूट जाए।
“‘যদি এই উপায়গুলির কোনো উপায়ে সে মুক্তি না পায়, তাহলে সে ও তার সন্তানেরা পঞ্চাশতম বছরে মুক্ত হবে,
55 ५५ क्योंकि इस्राएली मेरे ही दास हैं; वे मिस्र देश से मेरे ही निकाले हुए दास हैं; मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ।
কেননা ইস্রায়েলীরা দাসরূপে আমার অধিকার। ওরা আমার দাস-দাসী, আমি মিশর থেকে যাদের বের করে এনেছি। আমি তোমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভু।