< यिर्मयाह 51 >
1 १ यहोवा यह कहता है, मैं बाबेल के और लेबकामै के रहनेवालों के विरुद्ध एक नाश करनेवाली वायु चलाऊँगा;
Ainsi parle l’Eternel: "Voici, je vais susciter contre Babel et contre les habitants de la Chaldée un vent destructeur.
2 २ और मैं बाबेल के पास ऐसे लोगों को भेजूँगा जो उसको फटक-फटककर उड़ा देंगे, और इस रीति से उसके देश को सुनसान करेंगे; और विपत्ति के दिन चारों ओर से उसके विरुद्ध होंगे।
Je lancerai sur Babel des barbares pour la secouer comme dans un van et faire le vide dans son territoire. Oui, au jour du malheur, ils la cerneront de toutes parts.
3 ३ धनुर्धारी के विरुद्ध और जो अपना झिलम पहने हैं धनुर्धारी धनुष चढ़ाए हुए उठे; उसके जवानों से कुछ कोमलता न करना; उसकी सारी सेना को सत्यानाश करो।
Que l’archer ne bande pas son arc, qu’il ne revête pas sa cuirasse! Quant-à vous, n’épargnez pas ses jeunes gens, exterminez toute son armée.
4 ४ कसदियों के देश में मरे हुए और उसकी सड़कों में छिदे हुए लोग गिरेंगे।
Qu’ils tombent sur la terre des Chaldéens, frappés à mort, et dans ses rues, transpercés par l’épée!
5 ५ क्योंकि, यद्यपि इस्राएल और यहूदा के देश, इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध किए हुए पापों से भरपूर हो गए हैं, तो भी उनके परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा ने उनको त्याग नहीं दिया।
Certes, Israël non plus que Juda n’est veuf de son Dieu, l’Eternel-Cebaot, tandis que le pays des Chaldéens déborde de crimes à l’égard du Saint d’Israël.
6 ६ “बाबेल में से भागो, अपना-अपना प्राण बचाओ! उसके अधर्म में भागी होकर तुम भी न मिट जाओ; क्योंकि यह यहोवा के बदला लेने का समय है, वह उसको बदला देने पर है।
Fuyez, sortez de Babel, sauvez-vous tous, afin de ne pas périr pour son crime, car c’est un temps de représailles pour l’Eternel, qui lui paie le prix de ses actes.
7 ७ बाबेल यहोवा के हाथ में सोने का कटोरा था, जिससे सारी पृथ्वी के लोग मतवाले होते थे; जाति-जाति के लोगों ने उसके दाखमधु में से पिया, इस कारण वे भी बावले हो गए।
Babel était entre les mains du Seigneur une coupe d’or, destinée à donner l’ivresse à toute la terre; les nations buvaient de son vin et pour cela entraient en délire.
8 ८ बाबेल अचानक ले ली गई और नाश की गई है। उसके लिये हाय-हाय करो! उसके घावों के लिये बलसान औषधि लाओ; सम्भव है वह चंगी हो सके।
Soudain Babel est tombée, et elle s’est brisée. Pleurez sur elle, cherchez du baume pour ses maux, peut-être guérira-t-elle.
9 ९ हम बाबेल का इलाज करते तो थे, परन्तु वह चंगी नहीं हुई। इसलिए आओ, हम उसको तजकर अपने-अपने देश को चले जाएँ; क्योंकि उस पर किए हुए न्याय का निर्णय आकाश वरन् स्वर्ग तक भी पहुँच गया है।
Nous avons voulu guérir Babel, mais elle est inguérissable. Abandonnez-la! Que chacun de nous retourne en son pays, puisque son châtiment atteint jusqu’au ciel et s’élève jusqu’à la voûte du firmament!
10 १० यहोवा ने हमारे धार्मिकता के काम प्रगट किए हैं; अतः आओ, हम सिय्योन में अपने परमेश्वर यहोवा के काम का वर्णन करें।
Le Seigneur a fait éclater notre droit: Allons raconter dans Sion l’oeuvre de l’Eternel, notre Dieu.
11 ११ “तीरों को पैना करो! ढालें थामे रहो! क्योंकि यहोवा ने मादी राजाओं के मन को उभारा है, उसने बाबेल को नाश करने की कल्पना की है, क्योंकि यहोवा अर्थात् उसके मन्दिर का यही बदला है
Fourbissez les flèches, emplissez les carquois! Le Seigneur a stimulé le courage des rois de Médie, car sa pensée est dirigée contre Babel, dont il veut la destruction: ce sont les représailles de l’Eternel, la revanche de son sanctuaire.
12 १२ बाबेल की शहरपनाह के विरुद्ध झण्डा खड़ा करो; बहुत पहरुए बैठाओ; घात लगाने वालों को बैठाओ; क्योंकि यहोवा ने बाबेल के रहनेवालों के विरुद्ध जो कुछ कहा था, वह अब करने पर है वरन् किया भी है।
Arborez une bannière près des remparts de Babel, renforcez le poste d’observation, placez des sentinelles, disposez des embuscades, car l’Eternel, il a conçu un dessein et il va exécuter ce qu’il a annoncé contre les habitants de Babel.
13 १३ हे बहुत जलाशयों के बीच बसी हुई और बहुत भण्डार रखनेवाली, तेरा अन्त आ गया, तेरे लोभ की सीमा पहुँच गई है।
O toi, qui es assise le long des eaux abondantes, si riche en trésors, ta fin est venue, la mesure de tes rapines est comble.
14 १४ सेनाओं के यहोवा ने अपनी ही शपथ खाई है, कि निश्चय मैं तुझको टिड्डियों के समान अनगिनत मनुष्यों से भर दूँगा, और वे तेरे विरुद्ध ललकारेंगे।
L’Eternel-Cebaot l’a juré par lui-même: Certes, je t’inonderai d’hommes nombreux comme les sauterelles, et ils pousseront contre toi le cri de victoire."
15 १५ “उसी ने पृथ्वी को अपने सामर्थ्य से बनाया, और जगत को अपनी बुद्धि से स्थिर किया; और आकाश को अपनी प्रवीणता से तान दिया है।
Il a créé la terre par sa puissance, affermi le monde par sa sagesse, déployé les cieux par son intelligence.
16 १६ जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है, वह पृथ्वी की छोर से कुहरा उठाता है। वह वर्षा के लिये बिजली बनाता, और अपने भण्डार में से पवन निकाल ले आता है।
Lorsqu’il fait entendre le bruit du tonnerre, des torrents d’eau s’amassent au ciel; il élève les nuées du bout de la terre, il accompagne d’éclairs la pluie et fait s’échapper le vent de ses réservoirs.
17 १७ सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सुनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देनेवाली हैं, और उनके कुछ भी साँस नहीं चलती।
Tout être humain est éperdu, incapable de comprendre; tout orfèvre a honte de son idole, car sa statue de fonte est un mensonge, nul souffle de vie en tous ces dieux.
18 १८ वे तो व्यर्थ और ठट्ठे ही के योग्य है; जब उनके नाश किए जाने का समय आएगा, तब वे नाश ही होंगी।
Ce sont des néants, des oeuvres d’aberration; au jour du règlement des comptes, ils périront.
19 १९ परन्तु जो याकूब का निज भाग है, वह उनके समान नहीं, वह तो सब का बनानेवाला है, और इस्राएल उसका निज भाग है; उसका नाम सेनाओं का यहोवा है।
Tel n’est point Celui qui est le lot de Jacob; c’est le créateur de l’univers, et Israël est la tribu qui lui appartient en propre: Eternel-Cebaot est son nom.
20 २० “तू मेरा फरसा और युद्ध के लिये हथियार ठहराया गया है; तेरे द्वारा मैं जाति-जाति को तितर-बितर करूँगा; और तेरे ही द्वारा राज्य-राज्य को नाश करूँगा।
Tu étais pour moi une massue, une arme de guerre; avec toi je broyais les nations, avec toi je détruisais les royaumes.
21 २१ तेरे ही द्वारा मैं सवार समेत घोड़ों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा;
Avec toi j’écrasais le cheval et son cavalier; avec toi j’écrasais le char et celui qui le montait.
22 २२ तेरे ही द्वारा रथी समेत रथ को भी टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं स्त्री पुरुष दोनों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं बूढ़े और लड़के दोनों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा, और जवान पुरुष और जवान स्त्री दोनों को मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े-टुकड़े करूँगा;
Avec toi j’écrasais hommes et femmes, avec toi j’écrasais vieillards et enfants, avec toi j’écrasais jeune homme et vierge.
23 २३ तेरे ही द्वारा मैं भेड़-बकरियों समेत चरवाहे को टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं किसान और उसके जोड़े बैलों को भी टुकड़े-टुकड़े करूँगा; अधिपतियों और हाकिमों को भी मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े-टुकड़े करूँगा।
Avec toi j’écrasais le berger et son troupeau, avec toi j’écrasais le laboureur et son attelage, avec toi j’écrasais satrapes et gouverneurs.
24 २४ “मैं बाबेल को और सारे कसदियों को भी उन सब बुराइयों का बदला दूँगा, जो उन्होंने तुम लोगों के सामने सिय्योन में की है; यहोवा की यही वाणी है।
Mais je rendrai à Babel et à tous les habitants de la Chaldée tout le mal qu’ils ont fait à Sion, je le leur rendrai sous vos yeux, dit le Seigneur.
25 २५ “हे नाश करनेवाले पहाड़ जिसके द्वारा सारी पृथ्वी नाश हुई है, यहोवा की यह वाणी है कि मैं तेरे विरुद्ध हूँ और हाथ बढ़ाकर तुझे ढाँगों पर से लुढ़का दूँगा और जला हुआ पहाड़ बनाऊँगा।
Voici, c’est à toi que j’en ai, ô montagne de destruction, dit le Seigneur, toi qui as causé la ruine de toute la terre. J’Étendrai ma main contre toi, je te ferai rouler du haut des rochers et te changerai en un mont calciné.
26 २६ लोग तुझ से न तो घर के कोने के लिये पत्थर लेंगे, और न नींव के लिये, क्योंकि तू सदा उजाड़ रहेगा, यहोवा की यही वाणी है।
On ne tirera de toi ni pierre d’angle ni pierre de fondation; mais tu seras réduite à l’état de ruine éternelle, dit le Seigneur.
27 २७ “देश में झण्डा खड़ा करो, जाति-जाति में नरसिंगा फूँको; उसके विरुद्ध जाति-जाति को तैयार करो; अरारात, मिन्नी और अश्कनज नामक राज्यों को उसके विरुद्ध बुलाओ, उसके विरुद्ध सेनापति भी ठहराओ; घोड़ों को शिखरवाली टिड्डियों के समान अनगिनत चढ़ा ले आओ।
Dressez un signal dans le pays, faites résonner le clairon parmi les nations; contre elle, convoquez des peuples, rassemblez les royaumes d’Ararat, de Minni et d’Achkenaz, recrutez des officiers, amenez des chevaux comme une volée de sauterelles aux ailes hérissées.
28 २८ उसके विरुद्ध जातियों को तैयार करो; मादी राजाओं को उनके अधिपतियों सब हाकिमों सहित और उस राज्य के सारे देश को तैयार करो।
Convoquez contre elle des peuples, les rois de Médie, Ses gouverneurs et tous ses chefs, et tout le territoire de sa suzeraineté.
29 २९ यहोवा ने विचारा है कि वह बाबेल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उसमें कोई भी न रहे; इसलिए पृथ्वी काँपती है और दुःखित होती है
La terre a frémi et tremblé, car ils s’accomplissent sur Babel, les desseins de l’Eternel, qui veut faire de Babel une solitude inhabitée.
30 ३० बाबेल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इन्कार करते हैं, उनकी वीरता जाती रही है; और यह देखकर कि उनके वासस्थानों में आग लग गई वे स्त्री बन गए हैं; उसके फाटकों के बेंड़े तोड़े गए हैं।
Les guerriers de Babel renoncent à combattre, se tiennent cois dans les forts; leur courage s’est évanoui, ils ressemblent à des femmes. On a mis le feu à ses demeures, ses verrous sont brisés.
31 ३१ एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देनेवाला दूसरे समाचार देनेवाले से मिलने और बाबेल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है;
Courrier sur courrier, messager sur messager se précipitent pour annoncer au roi de Babel que sa ville est envahie de toutes parts,
32 ३२ और घाट शत्रुओं के वश में हो गए हैं, ताल भी सुखाए गए, और योद्धा घबरा उठे हैं।
que les passages sont occupés, que les fascines sont consumées par le feu, et que les gens de guerre sont dans l’épouvante.
33 ३३ क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा यह कहता है: बाबेल की बेटी दाँवते समय के खलिहान के समान है, थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा।”
Oui, ainsi parle l’Eternel-Cebaot, Dieu d’Israël: "Babel ressemble à une aire, au temps où elle est piétinée; encore un peu et l’heure de la moisson arrivera pour elle.
34 ३४ “बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उसने मुझे खाली बर्तन के समान कर दिया, उसने मगरमच्छ के समान मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भोजन जानकर अपना पेट मुझसे भर लिया है, उसने मुझ को जबरन निकाल दिया है।”
"II m’avait dépouillée dit Sion, il m’avait affolée, Nabuchodonosor, roi de Babel; il m’avait laissée là comme un vase vidé, après m’avoir avalée comme un dragon et s’être bourré le ventre de mes délices; il m’avait pourchassée.
35 ३५ सिय्योन की रहनेवाली कहेगी, “जो उपद्रव मुझ पर और मेरे शरीर पर हुआ है, वह बाबेल पर पलट जाए।” और यरूशलेम कहेगी, “मुझ में की हुई हत्याओं का दोष कसदियों के देश के रहनेवालों पर लगे।”
Que les violences que j’ai subies dans ma chair soient imputées à Babel! s’écrie l’habitante de Sion; que mon sang retombe sur les gens de Chaldée! s’écrie Jérusalem.
36 ३६ इसलिए यहोवा कहता है, “मैं तेरा मुकद्दमा लड़ूँगा और तेरा बदला लूँगा। मैं उसके ताल को और उसके सोतों को सूखा दूँगा;
C’Est pourquoi, ainsi parle le Seigneur, je vais épouser ta querelle et assouvir ta vengeance; je vais dessécher ses eaux et tarir sa source.
37 ३७ और बाबेल खण्डहर, और गीदड़ों का वासस्थान होगा; और लोग उसे देखकर चकित होंगे और ताली बजाएँगे, और उसमें कोई न रहेगा।
Et Babel deviendra un monceau de ruines, un repaire de chacals, un objet de stupeur et de raillerie, un lieu inhabité.
38 ३८ “लोग एक संग ऐसे गरजेंगे और गुर्राएँगे, जैसे युवा सिंह व सिंह के बच्चे आहेर पर करते हैं।
Ensemble, ils hurleront comme des léopards, ils grinceront comme de jeunes lionceaux.
39 ३९ परन्तु जब जब वे उत्तेजित हों, तब मैं भोज तैयार करके उन्हें ऐसा मतवाला करूँगा, कि वे हुलसकर सदा की नींद में पड़ेंगे और कभी न जागेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
Au plus fort de leur ardeur, je leur présenterai un festin et leur donnerai l’ivresse, pour qu’ils entrent en délire et s’endorment d’un sommeil éternel, pour ne plus se réveiller, dit le Seigneur.
40 ४० मैं उनको, भेड़ों के बच्चों, और मेढ़ों और बकरों के समान घात करा दूँगा।
Je les traînerai à la boucherie comme des brebis, comme des béliers et des boucs.
41 ४१ “शेशक, जिसकी प्रशंसा सारे पृथ्वी पर होती थी कैसे ले लिया गया? वह कैसे पकड़ा गया? बाबेल जातियों के बीच कैसे सुनसान हो गया है?
Ah! comme Sésac est emportée de force! Comme elle est prise, elle, l’ornement de toute la terre! Comme Babel est devenue une solitude parmi les nations!
42 ४२ बाबेल के ऊपर समुद्र चढ़ आया है, वह उसकी बहुत सी लहरों में डूब गया है।
La mer s’est élancée sur Babel, de la masse de ses flots elle est recouverte.
43 ४३ उसके नगर उजड़ गए, उसका देश निर्जन और निर्जल हो गया है, उसमें कोई मनुष्य नहीं रहता, और उससे होकर कोई आदमी नहीं चलता।
Ses villes se sont changées en solitude, en une région aride et déserte, où nul homme ne s’établira, que ne traversera nul mortel.
44 ४४ मैं बाबेल में बेल को दण्ड दूँगा, और उसने जो कुछ निगल लिया है, वह उसके मुँह से उगलवाऊँगा। जातियों के लोग फिर उसकी ओर ताँता बाँधे हुए न चलेंगे; बाबेल की शहरपनाह गिराई जाएगी।
Je sévirai sur Bel à Babel, je lui arracherai de la bouche le morceau déjà avalé. Les nations n’y afflueront plus et les murs même. de Babel vont s’écrouler.
45 ४५ हे मेरी प्रजा, उसमें से निकल आओ! अपने-अपने प्राण को यहोवा के भड़के हुए कोप से बचाओ!
Partez de là, mon peuple; que chacun sauve sa vie devant l’ardente colère de l’Eternel!
46 ४६ जब उड़ती हुई बात उस देश में सुनी जाए, तब तुम्हारा मन न घबराए; और जो उड़ती हुई चर्चा पृथ्वी पर सुनी जाएगी तुम उससे न डरना: उसके एक वर्ष बाद एक और बात उड़ती हुई आएगी, तब उसके बाद दूसरे वर्ष में एक और बात उड़ती हुई आएगी, और उस देश में उपद्रव होगा, और एक हाकिम दूसरे के विरुद्ध होगा।
Que votre coeur ne défaille pas! Ne vous effrayez pas des bruits qui se répandent sur la terre cette année, c’est un bruit, l’année prochaine, ce sera un autre bruit. La violence règne sur la terre, potentats contre potentats.
47 ४७ “इसलिए देख, वे दिन आते हैं जब मैं बाबेल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूँगा; उस सारे देश के लोगों का मुँह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।
Oui, des jours vont venir, où je sévirai contre les idoles de Babel, et tout ce pays sera dans la confusion, et tous ses morts seront couchés sur son sol.
48 ४८ तब स्वर्ग और पृथ्वी के सारे निवासी बाबेल पर जयजयकार करेंगे; क्योंकि उत्तर दिशा से नाश करनेवाले उस पर चढ़ाई करेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
Ciel et terre, et tout ce qu’ils renferment, célèbreront la chute de Babel, car c’est du Nord que l’assailleront les dévastateurs, dit l’Eternel.
49 ४९ जैसे बाबेल ने इस्राएल के लोगों को मारा, वैसे ही सारे देश के लोग उसी में मार डाले जाएँगे।
II faut que Babel tombe à son tour, ô victimes d’Israël! puisqu’aussi bien à cause de. Babel sont tombées les victimes de toute la terre.
50 ५० “हे तलवार से बचे हुओं, भागो, खड़े मत रहो! यहोवा को दूर से स्मरण करो, और यरूशलेम की भी सुधि लो:
Vous qui avez échappé au glaive, partez, ne vous arrêtez point! Songez de loin à l’Eternel; que Jérusalem soit présente à votre pensée!
51 ५१ ‘हम व्याकुल हैं, क्योंकि हमने अपनी नामधराई सुनी है; यहोवा के पवित्र भवन में विधर्मी घुस आए हैं, इस कारण हम लज्जित हैं।’
"Nous rougissions des outrages que nous étions obligés d’entendre, la honte couvrait notre visage, puisque des étrangers ont envahi les sanctuaires de la maison du Seigneur."
52 ५२ “इसलिए देखो, यहोवा की यह वाणी है, ऐसे दिन आनेवाले हैं कि मैं उसकी खुदी हुई मूरतों पर दण्ड भेजूँगा, और उसके सारे देश में लोग घायल होकर कराहते रहेंगे।
Aussi des jours viendront, dit l’Eternel, où je sévirai sur ses idoles, et où, sur tout son territoire, geindront des. hommes blessés à mort.
53 ५३ चाहे बाबेल ऐसा ऊँचा बन जाए कि आकाश से बातें करे और उसके ऊँचे गढ़ और भी दृढ़ किए जाएँ, तो भी मैं उसे नाश करने के लिये, लोगों को भेजूँगा, यहोवा की यह वाणी है।
Dût Babel monter jusqu’au ciel, ériger dans les hauteurs ses puissantes forteresses, il lui viendrait des dévastateurs suscités par moi, dit l’Eternel.
54 ५४ “बाबेल से चिल्लाहट का शब्द सुनाई पड़ता है! कसदियों के देश से सत्यानाश का बड़ा कोलाहल सुनाई देता है।
Des cris retentissants montent de Babel, le fracas d’une grande chute du pays des Chaldéens.
55 ५५ क्योंकि यहोवा बाबेल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इससे उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है।
Car l’Eternel ravage Babel, il y fait taire cette vaste rumeur qui s’élève lorsque mugissent ses vagues comme des eaux profondes, lorsque se répandent les éclats de sa voix.
56 ५६ बाबेल पर भी नाश करनेवाले चढ़ आए हैं, और उसके शूरवीर पकड़े गए हैं और उनके धनुष तोड़ डाले गए; क्योंकि यहोवा बदला देनेवाला परमेश्वर है, वह अवश्य ही बदला लेगा।
Oui, le dévastateur se jette sur cette ville, sur Babel, ses guerriers sont pris, leurs arcs sont brisés, car l’Eternel est un Dieu de représailles, il paie sans faute.
57 ५७ मैं उसके हाकिमों, पंडितों, अधिपतियों, रईसों, और शूरवीरों को ऐसा मतवाला करूँगा कि वे सदा की नींद में पड़ेंगे और फिर न जागेंगे, सेनाओं के यहोवा, जिसका नाम राजाधिराज है, उसकी यही वाणी है।
Je verserai l’ivresse à ses princes et à ses sages, à ses gouverneurs, à ses officiers et à ses guerriers: ils s’endormiront d’un sommeil éternel, pour ne plus se réveiller, dit le Roi, dont le nom est Eternel-Cebaot.
58 ५८ “सेनाओं का यहोवा यह भी कहता है, बाबेल की चौड़ी शहरपनाह नींव से ढाई जाएगी, और उसके ऊँचे फाटक आग लगाकर जलाए जाएँगे। और उसमें राज्य-राज्य के लोगों का परिश्रम व्यर्थ ठहरेगा, और जातियों का परिश्रम आग का कौर हो जाएगा और वे थक जाएँगे।”
Ainsi parle l’Eternel-Cebaot: "Les murs de la grande Babel s’écrouleront de fond en comble, ses portes, si hautes, deviendront la proie des flammes. Voilà comme les peuples travaillent pour le néant et les nations s’exténuent au profit du feu!"
59 ५९ यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के चौथे वर्ष में जब उसके साथ सरायाह भी बाबेल को गया था, जो नेरिय्याह का पुत्र और महसेयाह का पोता और राजभवन का अधिकारी भी था,
Recommandation que fit le prophète Jérémie à Seraïa, fils de Nêria, fils de Mahséia, lorsqu’il se rendit à Babylone sur l’ordre de Sédécias, roi de Juda, dans la quatrième année de son règne; Seraïa était commandant des étapes.
60 ६० तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उसको ये बातें बताई अर्थात् वे सब बातें जो बाबेल पर पड़नेवाली विपत्ति के विषय लिखी हुई हैं, उन्हें यिर्मयाह ने पुस्तक में लिख दिया।
Jérémie avait consigné dans un livre toutes les calamités qui devaient atteindre Babylone, tous ces discours qui avaient été rédigés au sujet de cette ville.
61 ६१ यिर्मयाह ने सरायाह से कहा, “जब तू बाबेल में पहुँचे, तब अवश्य ही ये सब वचन पढ़ना,
Jérémie dit donc à Seraïa: "Quand tu arriveras à Babylone, tu auras soin de donner lecture de tous ces discours.
62 ६२ और यह कहना, ‘हे यहोवा तूने तो इस स्थान के विषय में यह कहा है कि मैं इसे ऐसा मिटा दूँगा कि इसमें क्या मनुष्य, क्या पशु, कोई भी न रहेगा, वरन् यह सदा उजाड़ पड़ा रहेगा।’
Ensuite tu diras: "Eternel! C’Est toi qui as décrété contre cette ville sa complète destruction, au point que nul n’y habitera plus, ni hommes, ni bêtes, et qu’elle se trouvera réduite à l’état de ruine éternelle!"
63 ६३ और जब तू इस पुस्तक को पढ़ चुके, तब इसे एक पत्थर के संग बाँधकर फरात महानद के बीच में फेंक देना,
Et lorsque tu auras fini de donner lecture de ce livre, tu y attacheras une pierre et tu le lanceras en plein Euphrate,
64 ६४ और यह कहना, ‘इस प्रकार बाबेल डूब जाएगा और मैं उस पर ऐसी विपत्ति डालूँगा कि वह फिर कभी न उठेगा और वे थके रहेंगे।’” यहाँ तक यिर्मयाह के वचन हैं।
tout en disant ces mots: "Ainsi s’effondrera Babel, pour ne plus se relever, par l’effet de la calamité que je fais fondre sur elle: ils périront d’épuisement!" Ici se terminent les discours de Jérémie.